Congress and BRS are partners in corruption: PM Modi in Nagarkurnool

Published By : Admin | March 16, 2024 | 12:30 IST
QuoteFor Congress, even 5 years are enough to ruin the entire state: PM Modi in Telangana
QuotePM Modi underscores Telangana’s significance as the 'Gateway of the South' and reiterates the NDA government's commitment to progress
QuotePM Modi vows to root out corruption, promising no respite for the corrupt, and urges Telangana's support in this noble endeavor
QuoteCongress and BRS exploit the name of social justice for their political gains: PM Modi in Nagarkurnool
QuoteCongress and BRS are partners in corruption: PM Modi in Nagarkurnool

भारत माता की, भारत माता की।
ना तेलंगाणा कुटुम्ब सभ्युलन्दरिकी नमस्कारालु


आज देश में, जो अभी मैंने टीवी पे देखा, 2024 के लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने जा रहा है। टीवी वाले बताते हैं कि अब से कुछ ही देर बाद दिल्ली में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा। लेकिन, मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, तारीखों के औपचारिक ऐलान के पहले ही देश की जनता ने, देश ने नतीजों का ऐलान कर दिया है। देश ने घोषणा कर दी है- अबकी बार, 400 पार! अबकी बार…अबकी बार। नागरकुरनूल का ये जनसैलाब, आपका ये स्नेह बता रहा है कि तेलंगाना भी यही ऐलान कर रहा है- अबकी बार, 400 पार! अबकी बार, अबकी बार। और साथियों, कल इसकी एक प्रचंड झलक मैंने मल्काजगिरी में भी देखी है। वहां जिस तरह लोग सड़कों पर उतरकर भाजपा का समर्थन कर रहे थे, हम सब भाजपा वालों को आशीर्वाद दे रहे थे, और बाल-वृद्ध सब, बच्चे हों, बूढ़े हों, महिलाएं हों, मैं सच बताता हूं कल शाम का वो नजारा अद्भुत था। और साथियों, अभी जो तेलंगाना के विधानसभा चुनाव हुए, और उस समय भी मैं यहां आया था, और उस समय मैंने देखा था कि जनता के दिल में, जनता के दिमाग में BRS के खिलाफ इतना भयंकर गुस्सा था, इतना गुस्सा था और उसका नतीजा भी हमने देखा BRS का क्या हाल हुआ है। और कल मैंने देखा और आज भी यहां देख रहा हूं, तेलंगाना के लोगों ने मोदी को फिर से वापस लाने का फैसला सुना दिया है। तेलंगाना भी कह रहा है- तीसरी बार...मोदी सरकार।

(आप इतना बढ़िया ट्रांसलेशन करते हैं, अगर 10 दिन आप मेरे साथ रहे, तो मुझे तेलुगू आ जाएगा। बताइए…)

|

साथियों,
तेलंगाना को हमारे देश में ‘गेटवे ऑफ साउथ’ कहा जाता है। पिछले 10 वर्षों में तेलंगाना का विकास ये NDA की मोदी की प्राथमिकता रहा है। लेकिन इन 10 वर्षों में हमने ये भी देखा है कि कैसे तेलंगाना चक्की के दो पाटों में पिसता रहा है। एक पाट कांग्रेस का है और दूसरा पाट BRS का। कांग्रेस और BRS ने मिलकर, तेलंगाना के विकास के हर सपने को…हर सपने को चकनाचूर कर दिया है। और अब तो मुश्किल ये है कि यहां कांग्रेस के पंजे का कब्जा हो गया है। पहले BRS की महालूट और अब, कांग्रेस की बुरी नजर! ये वैसी ही हालत है जैसे कि, कुएं से निकलें खाईं में गिर पड़े! कांग्रेस के लिए तो पूरा राज्य तबाह करने के लिए 5 साल भी बहुत हैं। जब यहां ज्यादा संख्या में बीजेपी सांसद चुनकर आएंगे तो कांग्रेस को भी अपनी मनमानी करने में बहुत मुश्किल होगी। और इसलिए इस बार तेलंगाना में सभी लोकसभा की सीट भाजपा का कमल खिलना चाहिए। और आपको एक और बात याद रखनी है। तेलंगाना के लोगों की बात सीधी मुझ तक दिल्ली में पहुंचे, इसके लिए मुझे यहां सभी सांसद जीत करके आए तो बहुत बड़ी मदद मिल जाएगी ताकि मैं आपकी अच्छी सेवा कर सकूं। जब यहां बीजेपी के सांसद होंगे तो आपकी तकलीफ, आपकी आशा-आकांक्षा ज्यादा तेजी से मुझ तक पहुंच पाएगी। और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपकी हर अपेक्षा पूरी करने के लिए मैं दिन रात एक कर दूंगा।

|

साथियों,
जिस कांग्रेस ने 7 दशकों में देश को झूठ और लूट के सिवा कुछ नहीं दिया, वो तेलंगाना का विकास कभी भी नहीं कर सकती। आप मुझे बताइये, कांग्रेस ने दशकों तक देश में गरीबी हटाओ का नारा दिया। लेकिन, गरीब के जीवन में कोई बदलाव आया क्या? कांग्रेस ने SC, ST, OBC को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया। लेकिन, इस समाज के हालात सुधरे क्या? बदलाव तब आया, जब देश ने मोदी को पूर्ण बहुमत का आशीर्वाद दिया और मोदी को आपकी सेवा करने का मौका दिया। क्योंकि, बदलाव की एक ही गारंटी है। मोदी की गारंटी। लेकिन पिछले 10 वर्षों में पहली बार गरीब परिवारों के बैंक अकाउंट खुले। पहली बार करोड़ों गरीबों को पक्के मकान का सुख मिला। पहली बार गरीब को टॉयलेट, नल से जल, बिजली का कनेक्शन, मुफ्त वैक्सीनेशन ऐसी अनेक सुविधाएं गरीब के घर तक पहुंची। पहली बार लाखों गांवों ने रात में बिजली का उजाला देखा। इसी बदलाव का परिणाम है कि पिछले 10 वर्षों में पहली बार…पहली बार 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। ऐसा ही तेज बदलाव हम सबको मिलकर तेलंगाना में भी लाना है।

|

साथियों,
मोदी को आपसे वोट लेकर अपने परिवार के लोगों के लिए कुर्सी और अपने परिवार के लोगों के लिए बैंक बैलेन्स की व्यवस्था नहीं करनी है। मोदी का तो परिवार 140 करोड़ देशवासी हैं। और न ही मोदी को कुर्सी पर बैठ करके सत्ता सुख भोगना है। 23 साल से पहले मुख्यमंत्री के रूप में, और अब प्रधानमंत्री के रूप में आपने मुझे सेवा का मौका दिया है। मैंने एक दिन भी मेरे लिए कभी उपयोग नहीं किया है। अगर मैंने कुछ किया है, अगर मैं जिया हूं, अगर मैं दिन-रात काम करता रहा हूं तो सिर्फ और सिर्फ मेरे 140 करोड़ परिवारजनों के लिए। इसीलिए, मोदी की गारंटी का मतलब होता है- गारंटी पूरी होने की गारंटी। जब मोदी कहता है कि आर्टिकल 370 को खत्म किया जाएगा, तो ये होकर रहता है। जब मोदी कहता है कि रामलला अपने घर आएंगे, तो ये होकर रहता है। जब मोदी कहता है कि हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, तो भारत दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन जाता है। ये… यही तो है मोदी की गारंटी।

साथियों,
हमारी सरकार की योजनाओं का लाभ तेलंगाना के जन-जन तक पहुंचे, इसके लिए हमने दिन-रात काम किया है। हमने तेलंगाना के गरीबों के लिए 1 करोड़ बैंक अकाउंट खोले हैं। ये मैं पूरे देश की बात नहीं बता रहा हूं। ये मैं हमारे तेलंगाना की बात बता रहा हूं। तेलंगाना के One Crore Fifty Thousand से ज्यादा लोगों का बीमा किया गया है, वो भी सिर्फ 20 रुपए सालाना के प्रीमियम पर। यानि एक चाय की कीमत से भी कम। तेलंगाना के Sixty Seven Lakh से ज्यादा छोटे उद्यमियों को मुद्रा लोन का लाभ मिला है। तेलंगाना के Eighty Lakh से ज्यादा लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत health insurance का लाभ मिला है। यहां के परिश्रमी मादिगा समुदाय को सशक्त बनाने के प्रयास भी हमने शुरू किए हैं। ये प्रयास जारी रहेंगे, ये भी मोदी की गारंटी है।

|

साथियों,
हमारी सरकार की इन योजनाओं का सबसे ज्यादा लाभ एससी, एसटी, ओबीसी, महिलाओं और किसानों को मिलता है। यही सही मायनों में सामाजिक न्याय की लड़ाई है। लेकिन, इन योजनाओं का सबसे ज्यादा विरोध किसने किया? इसका विरोध… ये कांग्रेस और बीआरएस जैसे भ्रष्टाचारी और परिवारवादी लोग हैं, जो सामाजिक न्याय के नाम पर राजनैतिक रोटियां सेंकते हैं। आप मुझे बताइये, जिन लोगों ने SC, ST, OBC के लोगों को हमेशा अपमानित किया है, क्या वो लोग इस समाज का भला होते देखना चाहेंगे क्या? ये वो लोग हैं जिन्होंने कभी बाबासाहेब को चुनाव हराने के भरसक प्रयास किए थे। इन्होंने ST समाज से आने वाली द्रौपदी मुर्मू जी को भी राष्ट्रपति चुनाव हराने के लिए पूरी कोशिश की थी। आज आप खुद देख रहे हैं कि कांग्रेस सरकार के डिप्टी सीएम, जो एससी समुदाय से हैं, उनका कैसे अपमान हो रहा है। तेलंगाना के लोगों ने उन तस्वीरों को देखा है कि कांग्रेस के नेता ऊपर बैठते हैं, लेकिन एससी समुदाय के नेता को जमीन पर बैठाया जाता है।

साथियों,
BRS भी कांग्रेस के ही नक्शे कदम पर चलने वाली पार्टी है। केसीआर तो कहते हैं कि भारत को नए संविधान की जरूरत है। क्या ये बाबासाहेब डॉ. आंबेडकर को अपमानित करने का कृत्य है कि नहीं है? क्या वो बाबासाहेब को अपमानित करते हैं कि नहीं करते हैं? केसीआर ने दलित बंधु योजना से दलितों को धोखा दिया, जिसमें कैसी-कैसी चालाकियां की गई थी, कैसी-कैसी कमियां रखी गई थीं। आंख में धूल झोंकने का ये नया तरीका उन्होंने खोजा था। बीआरएस ने वादा किया था कि तेलंगाना का पहला सीएम एससी समुदाय से होगा, लेकिन ये वादा भी पूरा नहीं किया गया।

|

साथियों,
परिवारवादी पार्टियों में भ्रष्टाचार की पार्टनरशिप सबसे मजबूत होती है। कांग्रेस और बीआरएस, दोनों घोटालों के पार्टनर हैं। कांग्रेस ने 2जी घोटाला किया था। बीआरएस ने पानी में भ्रष्टाचार किया, सिंचाई घोटाला कर दिया। कांग्रेस और बीआरएस, दोनों भू-माफिया को सपोर्ट करते हैं। वैसे BRS तो राज्य से बाहर जाकर दूसरे कट्टर भ्रष्टाचारी दलों से भी पार्टनरशिप करके बैठी हुई है। उसका ये सच भी हर रोज सामने आ रहा है। कोई भ्रष्टाचारी बचेगा नहीं, मैं आज तेलंगाना के लोगों को ये वायदा कर रहा हूं, कोई भ्रष्टाचारी बचेगा नहीं। मुझे भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई में तेलंगाना का आशीर्वाद चाहिए। तेलंगाना के नौजवानों का का आशीर्वाद चाहिए। तेलंगाना के मेहनतकश मजदूरों का आशीर्वाद चाहिए। तेलंगाना की मेरी माताओं-बहनों का आशीर्वाद चाहिए। मुझे भ्रष्टाचारियों को सजा दिलाने में आपका साथ चाहिए। नागरकुरनूल, नलगोंडा, महबूबनगर और सिकंदराबाद, इन चारों सीटों से बीजेपी ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं। श्रीमान पी भरत प्रसाद (इधर आइए), सैदा रेड्डी जी, डीके अरुणा जी और हमारे अध्यक्ष जी किशन रेड्डी जी को पार्टी ने और मेरी तरफ से खास आपकी सेवा की इनको ज़िम्मेदारी दी है। आप इन पर अपना पूरा विश्वास व्यक्त करें, पूरा समर्थन दें।

साथियों,
मेरी बात तेलंगाना के लोगों तक तेलगू में भी पहुंचनी चाहिए। और अभी जी किशन रेड्डी जी ने अपने भाषण में विस्तार से इसका वर्णन किया है। लेकिन मैं दोबारा कहता हूं तेलगू में मेरी बात हर घर हर नागरिक को सुनने का अधिकार है। और इसलिए मैंने थोड़ी टेक्नोलॉजी की मदद ली है। आजकल आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस का जमाना है। AI की मदद से अब मैंने एक बहुत बड़ी महत्वपूर्ण कोशिश की है। मेरा आपसे संवाद है वो अब आपको सोशल मीडिया साइट एक्स पर NaMoInTelugu पर जाएंगे तो आप तेलगू भाषा में मोदी के साथ जुड़ जाएंगे। और जरूर जुड़ें। आप जुड़ेंगे न मेरे साथ, मेरे साथ जुड़ेंगे, मेरी बात तेलगू में सुनेंगे। AI का उपयोग करेंगे।

साथियों,
पिछले चुनाव में आपने बीजेपी के वोट को डबल कर दिया। बहुत बड़ा काम किया आपने। मुझे विश्वास है, इस चुनाव में तेलंगाना बीजेपी को डबल डिजिट सीटें भी देने वाला है।

मेरे साथ बोलिए…भारत माता की, दोनों मुट्ठी बंद करके पूरी ताकत से इन चारों एमपी को जिताने का जयनाद कीजिए। भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
बहुत बहुत धन्यवाद!

Explore More
ഓരോ ഭാരതീയന്റെയും രക്തം തിളയ്ക്കുന്നു: മൻ കി ബാത്തിൽ പ്രധാനമന്ത്രി മോദി

ജനപ്രിയ പ്രസംഗങ്ങൾ

ഓരോ ഭാരതീയന്റെയും രക്തം തിളയ്ക്കുന്നു: മൻ കി ബാത്തിൽ പ്രധാനമന്ത്രി മോദി
Indian economy remains positive amid global turbulence: Finance Ministry

Media Coverage

Indian economy remains positive amid global turbulence: Finance Ministry
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
India is going to open doors of new possibilities of space for the world: PM Modi
June 28, 2025
QuoteI extend my heartiest congratulations and best wishes to you for hoisting the flag of India in space: PM
QuoteScience and Spirituality, both are our Nation’s strength: PM
QuoteThe success of Chandrayaan mission and your historic journey renew interest in science among the children and youth of the country: PM
QuoteWe have to take Mission Gaganyaan forward, we have to build our own space station and also land Indian astronauts on the Moon: PM
QuoteYour historic journey is the first chapter of success of India's Gaganyaan mission and will give speed and new vigour to our journey of Viksit Bharat: PM
QuoteIndia is going to open doors of new possibilities of space for the world: PM

प्रधानमंत्रीशुभांशु नमस्कार!

शुभांशु शुक्लानमस्कार!

प्रधानमंत्रीआप आज मातृभूमि से, भारत भूमि से, सबसे दूर हैं, लेकिन भारतवासियों के दिलों के सबसे करीब हैं। आपके नाम में भी शुभ है और आपकी यात्रा नए युग का शुभारंभ भी है। इस समय बात हम दोनों कर रहे हैं, लेकिन मेरे साथ 140 करोड़ भारतवासियों की भावनाएं भी हैं। मेरी आवाज में सभी भारतीयों का उत्साह और उमंग शामिल है। अंतरिक्ष में भारत का परचम लहराने के लिए मैं आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। मैं ज्यादा समय नहीं ले रहा हूं, तो सबसे पहले तो यह बताइए वहां सब कुशल मंगल है? आपकी तबीयत ठीक है?

|

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी! बहुत-बहुत धन्यवाद, आपकी wishes का और 140 करोड़ मेरे देशवासियों के wishes का, मैं यहां बिल्कुल ठीक हूं, सुरक्षित हूं। आप सबके आशीर्वाद और प्यार की वजह से… बहुत अच्छा लग रहा है। बहुत नया एक्सपीरियंस है यह और कहीं ना कहीं बहुत सारी चीजें ऐसी हो रही हैं, जो दर्शाती है कि मैं और मेरे जैसे बहुत सारे लोग हमारे देश में और हमारा भारत किस दिशा में जा रहा है। यह जो मेरी यात्रा है, यह पृथ्वी से ऑर्बिट की 400 किलोमीटर तक की जो छोटे सी यात्रा है, यह सिर्फ मेरी नहीं है। मुझे लगता है कहीं ना कहीं यह हमारे देश के भी यात्रा है because जब मैं छोटा था, मैं कभी सोच नहीं पाया कि मैं एस्ट्रोनॉट बन सकता हूं। लेकिन मुझे लगता है कि आपके नेतृत्व में आज का भारत यह मौका देता है और उन सपनों को साकार करने का भी मौका देता है। तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि है मेरे लिए और मैं बहुत गर्व feel कर रहा हूं कि मैं यहां पर अपने देश का प्रतिनिधित्व कर पा रहा हूं। धन्यवाद प्रधानमंत्री जी!

प्रधानमंत्रीशुभ, आप दूर अंतरिक्ष में हैं, जहां ग्रेविटी ना के बराबर है, पर हर भारतीय देख रहा है कि आप कितने डाउन टू अर्थ हैं। आप जो गाजर का हलवा ले गए हैं, क्या उसे अपने साथियों को खिलाया?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी! यह कुछ चीजें मैं अपने देश की खाने की लेकर आया था, जैसे गाजर का हलवा, मूंग दाल का हलवा और आम रस और मैं चाहता था कि यह बाकी भी जो मेरे साथी हैं, बाकी देशों से जो आए हैं, वह भी इसका स्वाद लें और चखें, जो भारत का जो rich culinary हमारा जो हेरिटेज है, उसका एक्सपीरियंस लें, तो हम सभी ने बैठकर इसका स्वाद लिया साथ में और सबको बहुत पसंद आया। कुछ लोग कहे कि कब वह नीचे आएंगे और हमारे देश आएं और इनका स्वाद ले सकें हमारे साथ…

प्रधानमंत्री: शुभ, परिक्रमा करना भारत की सदियों पुरानी परंपरा है। आपको तो पृथ्वी माता की परिक्रमा का सौभाग्य मिला है। अभी आप पृथ्वी के किस भाग के ऊपर से गुजर रहे होंगे?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी! इस समय तो मेरे पास यह इनफॉरमेशन उपलब्ध नहीं है, लेकिन थोड़ी देर पहले मैं खिड़की से, विंडो से बाहर देख रहा था, तो हम लोग हवाई के ऊपर से गुजर रहे थे और हम दिन में 16 बार परिक्रमा करते हैं। 16 सूर्य उदय और 16 सनराइज और सनसेट हम देखते हैं ऑर्बिट से और बहुत ही अचंभित कर देने वाला यह पूरा प्रोसेस है। इस परिक्रमा में, इस तेज गति में जिस हम इस समय करीब 28000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहे हैं आपसे बात करते वक्त और यह गति पता नहीं चलती क्योंकि हम तो अंदर हैं, लेकिन कहीं ना कहीं यह गति जरूर दिखाती है कि हमारा देश कितनी गति से आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्रीवाह!

शुभांशु शुक्ला: इस समय हम यहां पहुंचे हैं और अब यहां से और आगे जाना है।

प्रधानमंत्री: अच्छा शुभ अंतरिक्ष की विशालता देखकर सबसे पहले विचार क्या आया आपको?

शुभांशु शुक्ला: प्रधानमंत्री जी, सच में बोलूं तो जब पहली बार हम लोग ऑर्बिट में पहुंचे, अंतरिक्ष में पहुंचे, तो पहला जो व्यू था, वह पृथ्वी का था और पृथ्वी को बाहर से देख के जो पहला ख्याल, वो पहला जो thought मन में आया, वह ये था कि पृथ्वी बिल्कुल एक दिखती है, मतलब बाहर से कोई सीमा रेखा नहीं दिखाई देती, कोई बॉर्डर नहीं दिखाई देता। और दूसरी चीज जो बहुत noticeable थी, जब पहली बार भारत को देखा, तो जब हम मैप पर पढ़ते हैं भारत को, हम देखते हैं बाकी देशों का आकार कितना बड़ा है, हमारा आकार कैसा है, वह मैप पर देखते हैं, लेकिन वह सही नहीं होता है क्योंकि वह एक हम 3D ऑब्जेक्ट को 2D यानी पेपर पर हम उतारते हैं। भारत सच में बहुत भव्य दिखता है, बहुत बड़ा दिखता है। जितना हम मैप पर देखते हैं, उससे कहीं ज्यादा बड़ा और जो oneness की फीलिंग है, पृथ्वी की oneness की फीलिंग है, जो हमारा भी मोटो है कि अनेकता में एकता, वह बिल्कुल उसका महत्व ऐसा समझ में आता है बाहर से देखने में कि लगता है कि कोई बॉर्डर एक्जिस्ट ही नहीं करता, कोई राज्य ही नहीं एक्जिस्ट करता, कंट्रीज़ नहीं एक्जिस्ट करती, फाइनली हम सब ह्यूमैनिटी का पार्ट हैं और अर्थ हमारा एक घर है और हम सबके सब उसके सिटीजंस हैं।

प्रधानमंत्रीशुभांशु स्पेस स्टेशन पर जाने वाले आप पहले भारतीय हैं। आपने जबरदस्त मेहनत की है। लंबी ट्रेनिंग करके गए हैं। अब आप रियल सिचुएशन में हैं, सच में अंतरिक्ष में हैं, वहां की परिस्थितियां कितनी अलग हैं? कैसे अडॉप्ट कर रहे हैं?

शुभांशु शुक्ला: यहां पर तो सब कुछ ही अलग है प्रधानमंत्री जी, ट्रेनिंग की हमने पिछले पूरे 1 साल में, सारे systems के बारे में मुझे पता था, सारे प्रोसेस के बारे में मुझे पता था, एक्सपेरिमेंट्स के बारे में मुझे पता था। लेकिन यहां आते ही suddenly सब चेंज हो गया, because हमारे शरीर को ग्रेविटी में रहने की इतनी आदत हो जाती है कि हर एक चीज उससे डिसाइड होती है, पर यहां आने के बाद चूंकि ग्रेविटी माइक्रोग्रेविटी है absent है, तो छोटी-छोटी चीजें भी बहुत मुश्किल हो जाती हैं। अभी आपसे बात करते वक्त मैंने अपने पैरों को बांध रखा है, नहीं तो मैं ऊपर चला जाऊंगा और माइक को भी ऐसे जैसे यह छोटी-छोटी चीजें हैं, यानी ऐसे छोड़ भी दूं, तो भी यह ऐसे float करता रहा है। पानी पीना, पैदल चलना, सोना बहुत बड़ा चैलेंज है, आप छत पर सो सकते हैं, आप दीवारों पर सो सकते हैं, आप जमीन पर सो सकते हैं। तो पता सब कुछ होता है प्रधानमंत्री जी, ट्रेनिंग अच्छी है, लेकिन वातावरण चेंज होता है, तो थोड़ा सा used to होने में एक-दो दिन लगते हैं but फिर ठीक हो जाता है, फिर normal हो जाता है।

|

प्रधानमंत्री: शुभ भारत की ताकत साइंस और स्पिरिचुअलिटी दोनों हैं। आप अंतरिक्ष यात्रा पर हैं, लेकिन भारत की यात्रा भी चल रही होगी। भीतर में भारत दौड़ता होगा। क्या उस माहौल में मेडिटेशन और माइंडफूलनेस का लाभ भी मिलता है क्या?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी, मैं बिल्कुल सहमत हूं। मैं कहीं ना कहीं यह मानता हूं कि भारत already दौड़ रहा है और यह मिशन तो केवल एक पहली सीढ़ी है उस एक बड़ी दौड़ का और हम जरूर आगे पहुंच रहे हैं और अंतरिक्ष में हमारे खुद के स्टेशन भी होंगे और बहुत सारे लोग पहुंचेंगे और माइंडफूलनेस का भी बहुत फर्क पड़ता है। बहुत सारी सिचुएशंस ऐसी होती हैं नॉर्मल ट्रेनिंग के दौरान भी या फिर लॉन्च के दौरान भी, जो बहुत स्ट्रेसफुल होती हैं और माइंडफूलनेस से आप अपने आप को उन सिचुएशंस में शांत रख पाते हैं और अपने आप को calm रखते हैं, अपने आप को शांत रखते हैं, तो आप अच्छे डिसीजंस ले पाते हैं। कहते हैं कि दौड़ते हो भोजन कोई भी नहीं कर सकता, तो जितना आप शांत रहेंगे उतना ही आप अच्छे से आप डिसीजन ले पाएंगे। तो I think माइंडफूलनेस का बहुत ही इंपॉर्टेंट रोल होता है इन चीजों में, तो दोनों चीजें अगर साथ में एक प्रैक्टिस की जाएं, तो ऐसे एक चैलेंजिंग एनवायरमेंट में या चैलेंजिंग वातावरण में मुझे लगता है यह बहुत ही यूज़फुल होंगी और बहुत जल्दी लोगों को adapt करने में मदद करेंगी।

प्रधानमंत्री: आप अंतरिक्ष में कई एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं। क्या कोई ऐसा एक्सपेरिमेंट है, जो आने वाले समय में एग्रीकल्चर या हेल्थ सेक्टर को फायदा पहुंचाएगा?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी, मैं बहुत गर्व से कह सकता हूं कि पहली बार भारतीय वैज्ञानिकों ने 7 यूनिक एक्सपेरिमेंट्स डिजाइन किए हैं, जो कि मैं अपने साथ स्टेशन पर लेकर आया हूं और पहला एक्सपेरिमेंट जो मैं करने वाला हूं, जो कि आज ही के दिन में शेड्यूल्ड है, वह है Stem Cells के ऊपर, so अंतरिक्ष में आने से क्या होता है कि ग्रेविटी क्योंकि एब्सेंट होती है, तो लोड खत्म हो जाता है, तो मसल लॉस होता है, तो जो मेरा एक्सपेरिमेंट है, वह यह देख रहा है कि क्या कोई सप्लीमेंट देकर हम इस मसल लॉस को रोक सकते हैं या फिर डिले कर सकते हैं। इसका डायरेक्ट इंप्लीकेशन धरती पर भी है कि जिन लोगों का मसल लॉस होता है, ओल्ड एज की वजह से, उनके ऊपर यह सप्लीमेंट्स यूज़ किए जा सकते हैं। तो मुझे लगता है कि यह डेफिनेटली वहां यूज़ हो सकता है। साथ ही साथ जो दूसरा एक्सपेरिमेंट है, वह Microalgae की ग्रोथ के ऊपर। यह Microalgae बहुत छोटे होते हैं, लेकिन बहुत Nutritious होते हैं, तो अगर हम इनकी ग्रोथ देख सकते हैं यहां पर और ऐसा प्रोसेस ईजाद करें कि यह ज्यादा तादाद में हम इन्हें उगा सके और न्यूट्रिशन हम प्रोवाइड कर सकें, तो कहीं ना कहीं यह फूड सिक्योरिटी के लिए भी बहुत काम आएगा धरती के ऊपर। सबसे बड़ा एडवांटेज जो है स्पेस का, वह यह है कि यह जो प्रोसेस है यहां पर, यह बहुत जल्दी होते हैं। तो हमें महीनों तक या सालों तक वेट करने की जरूरत नहीं होती, तो जो यहां के जो रिजल्‍ट्स होते हैं वो हम और…

प्रधानमंत्री: शुभांशु चंद्रयान की सफलता के बाद देश के बच्चों में, युवाओं में विज्ञान को लेकर एक नई रूचि पैदा हुई, अंतरिक्ष को explore करने का जज्बा बढ़ा। अब आपकी ये ऐतिहासिक यात्रा उस संकल्प को और मजबूती दे रही है। आज बच्चे सिर्फ आसमान नहीं देखते, वो यह सोचते हैं, मैं भी वहां पहुंच सकता हूं। यही सोच, यही भावना हमारे भविष्य के स्पेस मिशंस की असली बुनियाद है। आप भारत की युवा पीढ़ी को क्या मैसेज देंगे?

शुभांशु शुक्ला: प्रधानमंत्री जी, मैं अगर मैं अपनी युवा पीढ़ी को आज कोई मैसेज देना चाहूंगा, तो पहले यह बताऊंगा कि भारत जिस दिशा में जा रहा है, हमने बहुत बोल्ड और बहुत ऊंचे सपने देखे हैं और उन सपनों को पूरा करने के लिए, हमें आप सबकी जरूरत है, तो उस जरूरत को पूरा करने के लिए, मैं ये कहूंगा कि सक्सेस का कोई एक रास्ता नहीं होता कि आप कभी कोई एक रास्ता लेता है, कोई दूसरा रास्ता लेता है, लेकिन एक चीज जो हर रास्ते में कॉमन होती है, वो ये होती है कि आप कभी कोशिश मत छोड़िए, Never Stop Trying. अगर आपने ये मूल मंत्र अपना लिया कि आप किसी भी रास्ते पर हों, कहीं पर भी हों, लेकिन आप कभी गिव अप नहीं करेंगे, तो सक्सेस चाहे आज आए या कल आए, पर आएगी जरूर।

प्रधानमंत्री: मुझे पक्का विश्वास है कि आपकी ये बातें देश के युवाओं को बहुत ही अच्छी लगेंगी और आप तो मुझे भली-भांति जानते हैं, जब भी किसी से बात होती हैं, तो मैं होमवर्क जरूर देता हूं। हमें मिशन गगनयान को आगे बढ़ाना है, हमें अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाना है, और चंद्रमा पर भारतीय एस्ट्रोनॉट की लैंडिंग भी करानी है। इन सारे मिशंस में आपके अनुभव बहुत काम आने वाले हैं। मुझे विश्वास है, आप वहां अपने अनुभवों को जरूर रिकॉर्ड कर रहे होंगे।

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी, बिल्कुल ये पूरे मिशन की ट्रेनिंग लेने के दौरान और एक्सपीरियंस करने के दौरान, जो मुझे lessons मिले हैं, जो मेरी मुझे सीख मिली है, वो सब एक स्पंज की तरह में absorb कर रहा हूं और मुझे यकीन है कि यह सारी चीजें बहुत वैल्युएबल प्रूव होंगी, बहुत इंपॉर्टेंट होगी हमारे लिए जब मैं वापस आऊंगा और हम इन्हें इफेक्टिवली अपने मिशंस में, इनके lessons अप्लाई कर सकेंगे और जल्दी से जल्दी उन्हें पूरा कर सकेंगे। Because मेरे साथी जो मेरे साथ आए थे, कहीं ना कहीं उन्होंने भी मुझसे पूछा कि हम कब गगनयान पर जा सकते हैं, जो सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा और मैंने बोला कि जल्द ही। तो मुझे लगता है कि यह सपना बहुत जल्दी पूरा होगा और मेरी तो सीख मुझे यहां मिल रही है, वह मैं वापस आकर, उसको अपने मिशन में पूरी तरह से 100 परसेंट अप्लाई करके उनको जल्दी से जल्दी पूरा करने की कोशिश करेंगे।

प्रधानमंत्री: शुभांशु, मुझे पक्का विश्वास है कि आपका ये संदेश एक प्रेरणा देगा और जब हम आपके जाने से पहले मिले थे, आपके परिवारजन के भी दर्शन करने का अवसर मिला था और मैं देख रहा हूं कि आपके परिवारजन भी सभी उतने ही भावुक हैं, उत्साह से भरे हुए हैं। शुभांशु आज मुझे आपसे बात करके बहुत आनंद आया, मैं जानता हूं आपकी जिम्मे बहुत काम है और 28000 किलोमीटर की स्पीड से काम करने हैं आपको, तो मैं ज्यादा समय आपका नहीं लूंगा। आज मैं विश्वास से कह सकता हूं कि ये भारत के गगनयान मिशन की सफलता का पहला अध्याय है। आपकी यह ऐतिहासिक यात्रा सिर्फ अंतरिक्ष तक सीमित नहीं है, ये हमारी विकसित भारत की यात्रा को तेज गति और नई मजबूती देगी। भारत दुनिया के लिए स्पेस की नई संभावनाओं के द्वार खोलने जा रहा है। अब भारत सिर्फ उड़ान नहीं भरेगा, भविष्य में नई उड़ानों के लिए मंच तैयार करेगा। मैं चाहता हूं, कुछ और भी सुनने की इच्छा है, आपके मन में क्योंकि मैं सवाल नहीं पूछना चाहता, आपके मन में जो भाव है, अगर वो आप प्रकट करेंगे, देशवासी सुनेंगे, देश की युवा पीढ़ी सुनेगी, तो मैं भी खुद बहुत आतुर हूं, कुछ और बातें आपसे सुनने के लिए।

|

शुभांशु शुक्ला: धन्यवाद प्रधानमंत्री जी! यहां यह पूरी जर्नी जो है, यह अंतरिक्ष तक आने की और यहां ट्रेनिंग की और यहां तक पहुंचने की, इसमें बहुत कुछ सीखा है प्रधानमंत्री जी मैंने लेकिन यहां पहुंचने के बाद मुझे पर्सनल accomplishment तो एक है ही, लेकिन कहीं ना कहीं मुझे ये लगता है कि यह हमारे देश के लिए एक बहुत बड़ा कलेक्टिव अचीवमेंट है। और मैं हर एक बच्चे को जो यह देख रहा है, हर एक युवा को जो यह देख रहा है, एक मैसेज देना चाहता हूं और वो यह है कि अगर आप कोशिश करते हैं और आप अपना भविष्य बनाते हैं अच्छे से, तो आपका भविष्य अच्छा बनेगा और हमारे देश का भविष्य अच्छा बनेगा और केवल एक बात अपने मन में रखिए, that sky has never the limits ना आपके लिए, ना मेरे लिए और ना भारत के लिए और यह बात हमेशा अगर अपने मन में रखी, तो आप आगे बढ़ेंगे, आप अपना भविष्य उजागर करेंगे और आप हमारे देश का भविष्य उजागर करेंगे और बस मेरा यही मैसेज है प्रधानमंत्री जी और मैं बहुत-बहुत ही भावुक और बहुत ही खुश हूं कि मुझे मौका मिला आज आपसे बात करने का और आप के थ्रू 140 करोड़ देशवासियों से बात करने का, जो यह देख पा रहे हैं, यह जो तिरंगा आप मेरे पीछे देख रहे हैं, यह यहां नहीं था, कल के पहले जब मैं यहां पर आया हूं, तब हमने यह यहां पर पहली बार लगाया है। तो यह बहुत भावुक करता है मुझे और बहुत अच्छा लगता है देखकर कि भारत आज इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंच चुका है।

प्रधानमंत्रीशुभांशु, मैं आपको और आपके सभी साथियों को आपके मिशन की सफलता के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। शुभांशु, हम सबको आपकी वापसी का इंतजार है। अपना ध्यान रखिए, मां भारती का सम्मान बढ़ाते रहिए। अनेक-अनेक शुभकामनाएं, 140 करोड़ देशवासियों की शुभकामनाएं और आपको इस कठोर परिश्रम करके, इस ऊंचाई तक पहुंचने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। भारत माता की जय!

शुभांशु शुक्ला: धन्यवाद प्रधानमंत्री जी, धन्यवाद और सारे 140 करोड़ देशवासियों को धन्यवाद और स्पेस से सबके लिए भारत माता की जय!