मेरे साथ आप लोग बोलेंगे, मैं कहूंगा सरदार पटेल आप लोग कहेंगे अमर रहे, अमर रहे,… सरदार पटेल, (अमर रहे) सरदार पटेल, (अमर रहे) सरदार पटेल (अमर रहे)।

मंच पर विराजमान मंत्रिपरिषद के हमारे वरिष्‍ठ साथी, आदरणीय सुषमा जी, आदरणीय वैंकेया जी, श्रीमान रविशंकर जी, दिल्‍ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर और सारे नौजवान साथियों

आज सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की जन्‍म जयंती का प्रेरक पर्व है। जो देश इतिहास को भूला देता है, वह देश कभी भी इतिहास का निर्माण नहीं कर सकता है। और इसलिए एक जीवंत राष्‍ट्र के लिए, एक आशा-आकांक्षाओं के साथ भरे हुए राष्‍ट्र के लिए सपनों को सजा कर बैठी युवा पीढ़ी के लिए अपने ऐतिहासिक धरोहर सदा-सर्वदा प्रेरणा देती है और हमारे देश ने इस बात को भी कभी भी भूलना नहीं होगा कि हम इतिहास को विरासतों को अपने वैचारिक दायरे में न बांटे। इतिहास पुरूष, राष्‍ट्र पुरूष इतिहास की वो धरोहर हाते हैं जो आने वाली पीढि़यों के लिए नया उमंग और नया उत्‍साह भरते हैं।

आज श्रीमती इंदिरा गांधी जी की भी पुण्‍य तिथि है। सरदार साहब का जीवन देश की एकता के लिए आहूत हो गया। बैरिस्‍टर के नाते, सफल बैरिस्‍टर गांधी के चरणों में समर्पित हो गए, और हिंदुस्‍तान के किसानों को आजादी के आंदोलन में जोड़कर के उन्‍होंने अंग्रेज सल्‍तनत को हिला दिया था। अंग्रेज सल्‍तनत ने भांप लिया था अगर देश का गांव, देश का किसान आजादी के आंदोलन का हिस्‍सा बन गया तो अंग्रेज सल्‍तनत की कोई ताकत नहीं है कि वो आजादी के दीवानों के खिलाफ लड़ाई लड़ सके।

कभी-कभी जब हम रामकृष्‍ण परमहंस को देखते हैं तो लगता है कि स्‍वामी विवेकानंद के बिना रामकृष्‍ण परमहंस अधूरे लगते हैं। वैसे ही जब महात्‍मा गांधी को देखते हैं तो लगता है कि सरदार साहब के बिना गांधी भी अधूरे लगते थे। यह एक अटूट नाता था। यह अटूट जोड़ी थी। जिस दांडी यात्रा ने हिंदुस्‍तान की आजादी को एक नया मोड़ दिया था। पूरे विश्‍व को सबसे पहले ताकतवर मैसेज देने का अवसर दांडी यात्रा में से पैदा हुआ था। उस दांडी यात्रा में एक सफल संगठक के रूप में, एक कार्यकर्ता के रूप में सरदार साहब की जो भूमिका थी, वो बेजोड़ थी। और महात्‍मा गांधी ने दांडी यात्रा की पूरी योजना सरदार साहब के हवाले की थी। हम कल्‍पना कर सकते थे कि देश की आजादी आंदोलन के अलग-अलग पढ़ाव में, महात्‍मा गांधी के साथ रहकर के सरदार साहब की कितनी अहम भूमिका रही थी और आजादी के बाद सरदार साहब का लाभ देश को बहुत कम मिला। बहुत कम समय तक हमारे बीच रहे। लेकिन इतने कम समय में सरदार साहब ने अंग्रेजों के सारे सपनों को धूल में मिला दिया था, चूर-चूर कर दिया था। अपनी दूर दृष्टि के द्वारा, अपने कूटनीति सामर्थ्‍य के द्वारा, अपनी राष्‍ट्र भक्ति के द्वारा। अंग्रेज चाहते थे कि देश आजाद होने के बाद सैकड़ों टुकड़ों में बिखर जाए। आपस में लड़ते रहे, मर मिटते रहे, यह अंग्रेजों का इरादा था, लेकिन सरदार साहब ने अपनी कूटनीति के द्वारा, अपनी दीर्घ दृष्टि के द्वारा, अपने लोखंडित मनोबल के द्वारा साढ़े पांच सौ से भी अधिक रियासतों को एक सूत्र में बांध दिया। जिसे सम्‍मान देने की जरूरत थी, उसे सम्‍मान दिया। जिसको पुचकारने की जरूरत थी, उसको पुचकारा और जिसको आंख दिखाने की जरूरत थी उसको आंख दिखाने में भी सरदार पटेल ने कभी हिचक नहीं की, संकोच नहीं किया। उस सामर्थ्‍य का परिचय दिया था। और उसी महापुरूष ने, एक प्रकार से आज जब हिंदुस्‍तान देख रहे हैं वो एक भारत का सफलदृष्‍टा उसके नियंता सरदार पटेल को देश कभी भूल नहीं सकता है।

शताब्दियों पहले इतिहास में चाणक्‍य का उल्‍लेख इस बात के लिए आता है कि उन्‍होंने अनेक राजे-रजवाड़ों को एक करके, एक सपना लेकर के, राष्‍ट्र के पुनरूद्धार का सपना देकर के सफल प्रयास किया था। चाणक्‍य के बाद उस महान काम को करने वाले एक महापुरूष हैं, जिनका आज हम जन्‍म जयंती पर्व मना रहे हैं, वो सरदार वल्‍लभ भाई पटेल हैं। लेकिन यह कैसा दुर्भाग्‍य है, जिस व्‍यक्ति ने देश की एकता के लिए अपने आप को खपा दिया था, आलोचनाएं झेली थी, विरोध झेले थे। अपने राजनीतिक यात्रा में रूकावटें महसूस की थी। लेकिन उस लक्ष्‍य की पूर्ति के मार्ग से कभी विचलित नहीं हुए थे, और वो लक्ष्‍य था भारत की एकता। उसी देश में, उसी महापुरूष की जन्‍म जयंती पर, 30 साल पहले भारत की एकता को गहरी चोट पहुंचाने वाली एक भयंकर घटना ने आकार लिया। हमारे ही अपने लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। और वो घटना किसी सम्‍प्रदाय के लोगों के सीने पर लगे घाव की नहीं थी, वो घटना भारत के हजारों साल के महान व्यवस्था के सीने पर लगा हुआा एक छूरा था, एक खंजर था, भयंकर आपत्तिजनक था। लेकिन दुर्भाग्‍य रहा इतिहास का कि उसे महापुरूष के जयंती के दिन यह हो गया। और तब जाकर के देश की एकता के लिए, हम लोगों ने अधिक जागरूकता के साथ, अधिक जिम्‍मेवारी के साथ। सरदार साहब ने हमें एक भारत दिया, श्रेष्‍ठ भारत बनाना हमारी जिम्‍मेवारी है। ‘एक भारत श्रेष्‍ठ भारत’ इस सपने को पूरा करने के लिए भारत की जो महान विरासत है वो विरासतें विविधता में एकता की है। उस विविधता में एकता की विरासत को लेकर के, जातिवाद से परे उठकर के, भाषावाद से परे उठकर के, सम्‍प्रदायवाद से परे उठकर के एक भारत समृद्ध भारत, ऊंच-नीच के भेदभाव से मुक्‍त भारत यह सपने को साकार करने के लिए आज से उत्‍तम पर्व नहीं हो सकता, जो हमें आने वाले दिनों के लिए प्रेरणा देता रहे।

और युवा पीढ़ी आज इस राष्ट्रीय एकता दिवस पर पूरे हिंदुस्‍तान में Run for Unity के लिए दौड़ रही है। मैं समझता हूं यह हमारा प्रयास एकता के मंत्र को निरंतर जगाए रखना चाहिए। और हमारे शास्‍त्रों में कहा है राष्‍ट्रयाम जाग्रयम वयम.. हर पल हमें जागते रहना चाहिए अपने सपनों को लेकर के, सोचते रहना चाहिए, उसके अनुरूप काम करते रहना चाहिए तभी संभव होता है। भारत विविधताओं से भरा हुआ देश है। अनेक विविधताओं से भरा हुआ देश है। विविधता में एकता यही हमारी विशेषता है। हम कभी एकरूपता के पक्षकार नहीं रहे। हम विविधताओं से भरे हुए रहते हैं। एक ही प्रकार के फूलों से बना गुलदस्‍ता और रंग-बिरंगे फूलों से बने गुलदस्‍ते में कितना फर्क होता है। भारत उन विशेषताओं से भरा हुआ देश है, उन विशेषताओं को बनाते हुए एकता के सूत्र को जीवंत रखना, एकता के सूत्र को बलवंत बनाना यही हम लोगों का प्रयास है और यही एकता का संदेश है। राज्‍य अनेक राष्‍ट्र एक, पंथ अनेक लक्ष्‍य एक, बोली अनेक स्‍वर एक, भाषा अनेक भाव एक, रंग अनेक तिरंगा एक, समाज अनेक भारत एक, रिवाज अनेक संस्‍कार एक, कार्य अनेक संकल्‍प एक, राह अनेक मंजिल एक, चेहरे अनेक मुस्‍कान एक, इसी एकता के मंत्र को लेकर के यह देश आगे बढ़े।

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আদমপুর বিমানঘাঁটিতে বিমানবাহিনীর সাহসী যোদ্ধাদের সঙ্গে প্রধানমন্ত্রীর মতবিনিময়
May 13, 2025
QuoteInteracted with the air warriors and soldiers, Their courage and professionalism in protecting our nation are commendable: PM
Quote‘Bharat Mata ki Jai’ is not just a slogan, This is the oath of every soldier who puts his life at stake for the honour and dignity of his country: PM
QuoteOperation Sindoor is a trinity of India's policy, intent, and decisive capability: PM
QuoteWhen the Sindoor of our sisters and daughters was wiped away, we crushed the terrorists in their hideouts: PM
QuoteThe masterminds of terror now know that raising an eye against India will lead to nothing but destruction: PM
QuoteNot only were terrorist bases and airbases in Pakistan destroyed, but their malicious intentions and audacity were also defeated: PM
QuoteIndia's Lakshman Rekha against terrorism is now crystal clear,If there is another terror attack, India will respond and it will be a decisive response: PM
QuoteEvery moment of Operation Sindoor stands as a testament to the strength of India's armed forces: PM
QuoteIf Pakistan shows any further terrorist activity or military aggression, we will respond decisively, This response will be on our terms, in our way: PM
QuoteThis is the new India! This India seeks peace, But if humanity is attacked, India also knows how to crush the enemy on the battlefield: PM

ভারতমাতার জয়!
ভারতমাতার জয়!
ভারতমাতার জয়!

সারা বিশ্ব এই স্লোগানের শক্তি উপলব্ধি করেছে। ভারতমাতার জয়, নিছক এক স্লোগান নয়, এটি দেশের প্রত্যেক সৈনিকের শপথবাক্য যাঁরা ভারতমাতার সম্মান ও মর্যাদা রক্ষার্থে তাঁদের জীবনকে বাজি রেখেছেন। যেসব নাগরিক দেশের জন্য বাঁচতে চান, কোনকিছু অর্জন করতে চান, তাঁদের প্রত্যেকের মধ্যে এটি ধ্বনিত হচ্ছে। ভারতমাতার জয় আকাশে-বাতাসে সর্বত্র অনুরণিত হচ্ছে। যখন ভারতের সৈনিকরা মা ভারতী কি জয় বলে স্লোগান দেন, তখন শত্রুর বুক কাঁপে। যখন আমাদের ড্রোন শত্রুর দুর্গের দেওয়ালে আঘাত হেনে তাকে ধ্বংস করে, যখন আমাদের ক্ষেপণাস্ত্র নির্দিষ্ট লক্ষ্যবস্তুতে আঘাত হানে, তখন শত্রুরা শুনতে পায় – ভারতমাতার জয়! যখন রাতের অন্ধকারে আমরা সূর্যের উদয় ঘটাই, তখন শত্রুরা দেখে ভারতমাতার জয়! যখন আমাদের বাহিনী পারমাণবিক অস্ত্রের যুযুর ভয়কে অগ্রাহ্য করে, তখন আকাশ থেকে পাতাল পর্যন্ত একই ধ্বনি অনুরণিত হয় – ভারতমাতার জয়!

বন্ধুগণ,

বাস্তবিকই আপনারা সকলে কোটি কোটি ভারতবাসীকে গর্বিত করেছেন। নতুন ইতিহাস গড়েছেন। আজ এই সকালে আমি আপনাদের কাছে এসেছি। যখন মাটিকে সাহসী পা স্পর্শ করে, তখন সেই মাটি আশীর্বাদধন্য হয়। আর যখন কেউ সেই সাহসীদের দেখার সুযোগ পায়, তখন তাঁর জীবনও আশীর্বাদধন্য হয়ে ওঠে। আর তাই আমি এখানে এত সকালে আপনাদের দেখতে এসেছি। আজ থেকে বহু দশক পরেও যখন ভারতের এই শৌর্য নিয়ে আলোচনা হবে, তখন সবথেকে গুরুত্বপূর্ণ অধ্যায়ের সাক্ষী থাকবেন আপনি এবং আপনার সঙ্গীরা। বর্তমান এই সময়কাল থেকে ভবিষ্যৎ প্রজন্মের কাছে আপনারা সকলে অনুপ্রেরণার নতুন উৎস হিসেবে বিবেচিত হবেন। নায়কদের এই দেশে আজ আমি বিমানবাহিনী, নৌ-বাহিনী এবং সেনাবাহিনী ও বিএসএফ-এর প্রত্যেক সাহসী যোদ্ধাকে প্রণাম জানাই। আপনাদের শৌর্যের কারণেই প্রতিটি প্রান্তে ‘অপারেশন সিন্দুর’-এর আওতায় পৌঁছেছে। পুরো এই অভিযানে প্রত্যেক ভারতবাসী আপনাদের সঙ্গে ছিলেন, প্রত্যেক ভারতবাসী আপনাদের জন্য প্রার্থনা করেছেন। আজ দেশের প্রত্যেক নাগরিক, সৈনিক এবং তাঁদের পরিবারের প্রতি কৃতজ্ঞ এবং চিরঋণী।

বন্ধুগণ,

‘অপারেশন সিন্দুর’ কোনো সাধারণ সামরিক অভিযান নয়। এটি ভারতের নীতি ও সিদ্ধান্তের এক প্রতিফলন। ভারত ভগবান বুদ্ধের যেমন দেশ, একইসঙ্গে গুরু গোবিন্দ সিং-জিরও। গুরু গোবিন্দ সিং-জি বলেছিলেন, “সওয়া লাখ সেবক লড়াই, চি রি ইয়ন তেন বাজ তড়াউ, তবোগু গোবিন্দ সিং নাম কহঁ”। অশুভকে ধ্বংস করে সত্যকে প্রতিষ্ঠা করার জন্য অস্ত্র হাতে তুলে নেওয়া আমাদের ঐতিহ্য। আর তাই, যখন আমাদের মেয়ে এবং বোনেদের সিঁদুর মুছে ফেলা হয়েছিল, আমরা তখন জঙ্গিদের ঘরে ঢুকে তাদের নির্মূল করেছি। কাপুরুষের মতো তারা লুকিয়ে ছিল, কিন্তু তারা ভুলে গেছে যে তারা ভারতীয় সেনাবাহিনীকে চ্যালেঞ্জ জানিয়েছে। আপনারা সামনে থেকে তাদেরকে আক্রমণ করেছেন এবং হত্যা করেছেন, আপনারা জঙ্গিদের সব ঘাঁটি ধ্বংস করেছেন, জঙ্গিদের ন’টি গোপন আস্তানাকে গুঁড়িয়ে দিয়েছেন, ১০০ জনেরও বেশি জঙ্গিকে হত্যা করেছেন, জঙ্গিদের মূল মাথা এখন বুঝেছে যে ভারতের দিকে চোখ রাঙালে ফল একটাই – ধ্বংস! ভারতের নিরপরাধ লোকের রক্তক্ষয়ের পরিণতি একটিই – ধ্বংস, মহাধ্বংস! ভারতীয় সেনাবাহিনী, ভারতীয় বিমানবাহিনী এবং ভারতীয় নৌ-বাহিনী পাকিস্তানের সেনাবাহিনীকে পরাজিত করেছে, এদের ওপরই এই জঙ্গিরা ভরসা করত। আপনারা পাকিস্তানি সেনাবাহিনীকে এই বার্তা দিয়েছেন যে পাকিস্তানে জঙ্গিরা শান্তিতে কোথাও বসে শ্বাস ফেলতে পারবে না। আমরা তাদের বাড়িতে ঢুকব, হত্যা করব এবং পালানোর কোনো সুযোগ দেব না। আমাদের ড্রোন, আমাদের ক্ষেপণাস্ত্রের কারণে পাকিস্তান দীর্ঘদিন ঘুমোতে পারবে না। এগুলির কথা শুধু ভাববে। মহারানা প্রতাপ তাঁর বিখ্যাত ঘোড়া চেতক-এ বসে লিখেছিলেন, “কৌশল দি খলায়া চল ম, উড় গয়া ভয়ানক ভাল ম। নি ভি ক গয়া ওয়াহ দাল ম সরপট দৌড়া করবাল ম”। কিন্তু এই কথাগুলি আজও ভারতের আধুনিক যুদ্ধাস্ত্রের ক্ষেত্রে সমানভাবে প্রযোজ্য।

আমার সাহসী বন্ধুরা,

আপনারা ‘অপারেশন সিন্দুর’-এর মাধ্যমে দেশের আত্মপ্রত্যয় কয়েকগুণ বৃদ্ধি করেছেন। দেশের একতাকে একসূত্রে গেঁথে আপনারা ভারতের সীমান্তকে রক্ষা করেছেন, ভারতের আত্মবিশ্বাসকে নতুন এক উচ্চতায় পৌঁছে দিয়েছেন।

বন্ধুগণ,

আপনারা অভূতপূর্ব, অকল্পনীয়, দুর্দান্ত কিছু কাজ করেছেন। আমাদের বিমানবাহিনী পাকিস্তানে জঙ্গি ঘাঁটিগুলিকে এত নিখুঁতভাবে নিশানা করেছে যা আধুনিক প্রযুক্তি সম্বলিত পেশাদার বাহিনীর পক্ষেই সম্ভব। সীমান্ত জুড়ে বিভিন্ন লক্ষ্যবস্তুকে আঘাত হেনেছেন মাত্র ২০-২৫ মিনিটের মধ্যে। যে দ্রুততার সঙ্গে অব্যর্থভাবে আপনারা এই আঘাত হেনেছেন, তাতে শত্রুপক্ষ বিহ্বল হয়ে পড়েছিল। তারা বুঝতে পারেনি যে তাদের বুক ফুঁড়ে যাচ্ছে।

বন্ধুগণ,

পাকিস্তানের মধ্যে জঙ্গিদের সদর ঘাঁটিতে আমরা আঘাত হেনেছি, জঙ্গিদের ওপরও আক্রমণ শানিয়েছি। কিন্তু, পাকিস্তান যাত্রীবাহী বিমানগুলিকে ব্যবহার করে নতুন এক চক্রান্ত করেছিল। যখন অসামরিক নাগরিকদের নিয়ে বিমান উড়ছে, আপনারা সেটা দেখতে পাচ্ছেন, তার মধ্য দিয়ে কত সতর্কভাবে লক্ষ্যবস্তুকে আঘাত হেনে তাকে ধ্বংস করা হয়েছে, সেই কঠিন মুহূর্তটি আমি বুঝতে পারছি। অসামরিক নাগরিকদের বিমানে আঘাত না হেনে যেভাবে আপনারা যথাযথ জবাব দিয়েছেন, তার জন্য আমি গর্বিত। আমি বলতে পারি, যেভাবে আপনারা আপনাদের নিশানাকে স্থির করেছেন, তার জন্য আমরা গর্বিত। পাকিস্তানে জঙ্গিদের আত্মগোপন করে থাকার জায়গাগুলি এবং বিভিন্ন বিমানঘাঁটিকেই আপনারা ধ্বংস করেননি, তাদের কাপুরুষোচিত নানা উদ্দেশ্য এবং আস্পর্ধাকে চূর্ণ করে দিয়েছেন।

বন্ধুগণ,

‘অপারেশন সিন্দুর’-এর ফলে শত্রুরা আজ হতাশায় ভুগছে। তারা এই বিমানঘাঁটি সহ আমাদের অনেকগুলি বিমানঘাঁটিকে লক্ষ্য করে হামলা চালানোর চেষ্টা চালিয়েছে। বারবার হামলা চালানোর চেষ্টা সত্ত্বেও পাকিস্তানের অসৎ উদ্দেশ্য প্রত্যেকবারই ব্যর্থ হয়েছে। আমাদের শক্তিশালী বিমানবাহিনীর প্রতিরোধ ব্যবস্থার কারণে পাকিস্তানের ড্রোন, ইউএভি, যুদ্ধবিমান এবং ক্ষেপণাস্ত্র ধ্বংস হয়েছে। দেশের প্রতিটি বিমানঘাঁটির সঙ্গে যুক্ত নেতৃবৃন্দকে আমি আন্তরিকভাবে অভিনন্দন জানাই। আন্তরিকভাবে অভিনন্দন জানাই ভারতীয় বিমানবাহিনীর প্রত্যেক যোদ্ধাকে। আপনারা চমৎকার এক কাজ করেছেন।

বন্ধুগণ,

সন্ত্রাসবাদের বিরুদ্ধে ভারতের লক্ষ্মণরেখা এখন অত্যন্ত স্পষ্ট। যদি আবারও জঙ্গি হানা হয় ভারত তার যথাযথ জবাব দেবে। সার্জিকাল স্ট্রাইক, বিমান আক্রমণ এবং এখন অপারেশন সিন্দুর আপনারা দেখেছেন। আমি গতকাল যেমনটা বলেছিলাম, ভারত এখন তিনটি নীতিকে মেনে চলে। যদি ভারতে জঙ্গি হানা হয়, আমরা আমাদের মতো করে তার জবাব দেব, আমরা সেই সময় বাছাই করব। দ্বিতীয়ত, পারমাণবিক বোমার যুযুতে ভারত আর ভয় পাবে না। তৃতীয়ত, জঙ্গি এবং জঙ্গিদের মদতদাতাদের আলাদা করে দেখা হবে না। সারা বিশ্ব ভারতের এই নতুন ব্যবস্থাকে উপলব্ধি করতে পেরেছে।  

বন্ধুগণ,

‘অপারেশন সিন্দুর’-এর প্রতিটি মুহূর্তেই ভারতীয় বাহিনীর ক্ষমতা প্রদর্শিত হয়েছে। এই সময়কালে আমাদের বাহিনীগুলির মধ্যে যে সমন্বয় ঘটানো হয়েছে তা অসাধারণ। সেনাবাহিনী, নৌ-বাহিনী অথবা বিমানবাহিনী – প্রত্যেকের মধ্যে চমৎকার সমন্বয় কাজ করেছে। নৌ-বাহিনী সমুদ্রে তার কতৃত্ব প্রতিষ্ঠা করেছে, সেনাবাহিনী সীমান্তে তার শক্তিশালী উপস্থিতিকে বুঝিয়েছে আর ভারতীয় বিমানবাহিনী সমানভাবে আক্রমণ চালিয়েছে। সীমান্ত সুরক্ষা বাহিনী – বিএসএফ সহ অন্যান্য বাহিনীগুলি তাদের দক্ষতা দেখিয়েছে। সুসংহত বিমান ও সেনাবাহিনীর যৌথ ব্যবস্থাপনা দারুণ কাজ করেছে। আর একেই বলে একতা, যা ভারতীয় বাহিনীগুলির সবথেকে বড় শক্তি হিসেবে বিবেচিত হচ্ছে।

বন্ধুগণ,

‘অপারেশন সিন্দুর’-এ মানবসম্পদের সঙ্গে যন্ত্রের সমন্বয় ঘটানো দারুণ এক কাজ ছিল। ভারতের বিমানবাহিনীর চিরায়ত প্রতিরোধ ব্যবস্থাপনা, এস-৪০০-র মতো শক্তিশালী প্রতিরক্ষা ব্যবস্থাপনা এ দেশকে অপ্রতিরোধ্য শক্তি যুগিয়েছে। আমাদের দেশে তৈরি ‘আকাশ’ সহ অন্যান্য আধুনিক প্রতিরক্ষা ব্যবস্থাপনাও এই প্রক্রিয়ায় সামিল ছিল। বর্তমানে একটি শক্তিশালী সুরক্ষা বলয় ভারতকে রক্ষা করছে। পাকিস্তানের বহু চেষ্টা সত্ত্বেও আমাদের বিমানঘাঁটি সহ প্রতিরক্ষা সংক্রান্ত অন্যান্য ব্যবস্থাপনায় আঘাত হানতে পারেনি। আর এর জন্য সব কৃতিত্ব আপনাদের। আমি আপনাদের প্রত্যেকের জন্য গর্বিত। সীমান্ত অঞ্চলে যে সৈনিকরা মোতায়েন রয়েছেন, যাঁরা এই অভিযানের সঙ্গে যুক্ত ছিলেন – তাঁরা সকলেই এই সাফল্যের দাবিদার।

বন্ধুগণ,

আজ নতুন এবং অত্যাধুনিক প্রযুক্তির কারণে আমাদের দক্ষতা বৃদ্ধি হয়েছে। এই প্রতিযোগিতায় পাকিস্তান সামিল হতে পারবে না। গত এক দশকে বিমানবাহিনী সহ আমাদের প্রতিটি বাহিনীই বিশ্বের শ্রেষ্ঠ প্রযুক্তিগুলি গ্রহণ করেছে। কিন্তু আমরা সকলেই জানি, নতুন প্রযুক্তিগুলির কারণে আরও বড় চ্যালেঞ্জের সম্মুখীন হতে হয়। জটিল এবং অত্যাধুনিক ব্যবস্থাপনাকে দক্ষতার সঙ্গে পরিচালনা করা একটি বড় কৃতিত্ব। আপনারা প্রযুক্তির সঙ্গে বিভিন্ন কৌশলকে যুক্ত করেছেন। আর এই পৃথিবীতে আপনারা যে শ্রেষ্ঠ, তা প্রমাণ করেছেন। ভারতীয় বিমানবাহিনী এখন শত্রুকে পরাজিত করতে শুধু অস্ত্রশস্ত্রকেই কাজে লাগায় না, তথ্য এবং ড্রোনকেও ব্যবহার করে।

বন্ধুগণ,

পাকিস্তান অনুরোধ করার পরই ভারত সামরিক অভিযান স্থগিত করে। পাকিস্তান যদি আবারও জঙ্গিদের কার্যকলাপে মদত দেয় অথবা তার সামরিক বাহিনীর আস্পর্ধা আমরা দেখতে পাই, তাহলে যথাযথ জবাব দেব। আমরা আমাদের মতো করে এই প্রত্যুত্তর দেব। আপনাদের ধৈর্য্য, সাহস্ এবং সতর্ক থাকার কারণেই এই সিদ্ধান্তগুলি নেওয়া সম্ভব হয়েছে। আপনারা এই সাহস, মনোভাব বজায় রেখে চলেছেন। আপনাদের সদা সতর্ক থাকতে হবে, সব সময় প্রস্তুত থাকতে হবে। আমরা শত্রুদেরকে মনে করিয়ে দিচ্ছি, এটি নতুন ভারত। এই ভারত শান্তির পক্ষে, কিন্তু যদি মানবজাতি হামলার সম্মুখীন হয়, তাহলে এই ভারত জানে কিভাবে শত্রুকে ধ্বংস করতে হয়। আর এই সঙ্কল্প নিয়ে আসুন আমরা একযোগে বলি -

ভারতমাতার জয়!
ভারতমাতার জয়!
ভারতমাতার জয়!
বন্দে মাতরম। বন্দে মাতরম।
বন্দে মাতরম। বন্দে মাতরম।
বন্দে মাতরম। বন্দে মাতরম।
বন্দে মাতরম। বন্দে মাতরম।
বন্দে মাতরম।
অনেক অনেক ধন্যবাদ।

প্রধানমন্ত্রী মূল ভাষণটি হিন্দিতে দিয়েছিলেন