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मेरे साथ आप लोग बोलेंगे, मैं कहूंगा सरदार पटेल आप लोग कहेंगे अमर रहे, अमर रहे,… सरदार पटेल, (अमर रहे) सरदार पटेल, (अमर रहे) सरदार पटेल (अमर रहे)।

मंच पर विराजमान मंत्रिपरिषद के हमारे वरिष्‍ठ साथी, आदरणीय सुषमा जी, आदरणीय वैंकेया जी, श्रीमान रविशंकर जी, दिल्‍ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर और सारे नौजवान साथियों

आज सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की जन्‍म जयंती का प्रेरक पर्व है। जो देश इतिहास को भूला देता है, वह देश कभी भी इतिहास का निर्माण नहीं कर सकता है। और इसलिए एक जीवंत राष्‍ट्र के लिए, एक आशा-आकांक्षाओं के साथ भरे हुए राष्‍ट्र के लिए सपनों को सजा कर बैठी युवा पीढ़ी के लिए अपने ऐतिहासिक धरोहर सदा-सर्वदा प्रेरणा देती है और हमारे देश ने इस बात को भी कभी भी भूलना नहीं होगा कि हम इतिहास को विरासतों को अपने वैचारिक दायरे में न बांटे। इतिहास पुरूष, राष्‍ट्र पुरूष इतिहास की वो धरोहर हाते हैं जो आने वाली पीढि़यों के लिए नया उमंग और नया उत्‍साह भरते हैं।

आज श्रीमती इंदिरा गांधी जी की भी पुण्‍य तिथि है। सरदार साहब का जीवन देश की एकता के लिए आहूत हो गया। बैरिस्‍टर के नाते, सफल बैरिस्‍टर गांधी के चरणों में समर्पित हो गए, और हिंदुस्‍तान के किसानों को आजादी के आंदोलन में जोड़कर के उन्‍होंने अंग्रेज सल्‍तनत को हिला दिया था। अंग्रेज सल्‍तनत ने भांप लिया था अगर देश का गांव, देश का किसान आजादी के आंदोलन का हिस्‍सा बन गया तो अंग्रेज सल्‍तनत की कोई ताकत नहीं है कि वो आजादी के दीवानों के खिलाफ लड़ाई लड़ सके।

कभी-कभी जब हम रामकृष्‍ण परमहंस को देखते हैं तो लगता है कि स्‍वामी विवेकानंद के बिना रामकृष्‍ण परमहंस अधूरे लगते हैं। वैसे ही जब महात्‍मा गांधी को देखते हैं तो लगता है कि सरदार साहब के बिना गांधी भी अधूरे लगते थे। यह एक अटूट नाता था। यह अटूट जोड़ी थी। जिस दांडी यात्रा ने हिंदुस्‍तान की आजादी को एक नया मोड़ दिया था। पूरे विश्‍व को सबसे पहले ताकतवर मैसेज देने का अवसर दांडी यात्रा में से पैदा हुआ था। उस दांडी यात्रा में एक सफल संगठक के रूप में, एक कार्यकर्ता के रूप में सरदार साहब की जो भूमिका थी, वो बेजोड़ थी। और महात्‍मा गांधी ने दांडी यात्रा की पूरी योजना सरदार साहब के हवाले की थी। हम कल्‍पना कर सकते थे कि देश की आजादी आंदोलन के अलग-अलग पढ़ाव में, महात्‍मा गांधी के साथ रहकर के सरदार साहब की कितनी अहम भूमिका रही थी और आजादी के बाद सरदार साहब का लाभ देश को बहुत कम मिला। बहुत कम समय तक हमारे बीच रहे। लेकिन इतने कम समय में सरदार साहब ने अंग्रेजों के सारे सपनों को धूल में मिला दिया था, चूर-चूर कर दिया था। अपनी दूर दृष्टि के द्वारा, अपने कूटनीति सामर्थ्‍य के द्वारा, अपनी राष्‍ट्र भक्ति के द्वारा। अंग्रेज चाहते थे कि देश आजाद होने के बाद सैकड़ों टुकड़ों में बिखर जाए। आपस में लड़ते रहे, मर मिटते रहे, यह अंग्रेजों का इरादा था, लेकिन सरदार साहब ने अपनी कूटनीति के द्वारा, अपनी दीर्घ दृष्टि के द्वारा, अपने लोखंडित मनोबल के द्वारा साढ़े पांच सौ से भी अधिक रियासतों को एक सूत्र में बांध दिया। जिसे सम्‍मान देने की जरूरत थी, उसे सम्‍मान दिया। जिसको पुचकारने की जरूरत थी, उसको पुचकारा और जिसको आंख दिखाने की जरूरत थी उसको आंख दिखाने में भी सरदार पटेल ने कभी हिचक नहीं की, संकोच नहीं किया। उस सामर्थ्‍य का परिचय दिया था। और उसी महापुरूष ने, एक प्रकार से आज जब हिंदुस्‍तान देख रहे हैं वो एक भारत का सफलदृष्‍टा उसके नियंता सरदार पटेल को देश कभी भूल नहीं सकता है।

शताब्दियों पहले इतिहास में चाणक्‍य का उल्‍लेख इस बात के लिए आता है कि उन्‍होंने अनेक राजे-रजवाड़ों को एक करके, एक सपना लेकर के, राष्‍ट्र के पुनरूद्धार का सपना देकर के सफल प्रयास किया था। चाणक्‍य के बाद उस महान काम को करने वाले एक महापुरूष हैं, जिनका आज हम जन्‍म जयंती पर्व मना रहे हैं, वो सरदार वल्‍लभ भाई पटेल हैं। लेकिन यह कैसा दुर्भाग्‍य है, जिस व्‍यक्ति ने देश की एकता के लिए अपने आप को खपा दिया था, आलोचनाएं झेली थी, विरोध झेले थे। अपने राजनीतिक यात्रा में रूकावटें महसूस की थी। लेकिन उस लक्ष्‍य की पूर्ति के मार्ग से कभी विचलित नहीं हुए थे, और वो लक्ष्‍य था भारत की एकता। उसी देश में, उसी महापुरूष की जन्‍म जयंती पर, 30 साल पहले भारत की एकता को गहरी चोट पहुंचाने वाली एक भयंकर घटना ने आकार लिया। हमारे ही अपने लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। और वो घटना किसी सम्‍प्रदाय के लोगों के सीने पर लगे घाव की नहीं थी, वो घटना भारत के हजारों साल के महान व्यवस्था के सीने पर लगा हुआा एक छूरा था, एक खंजर था, भयंकर आपत्तिजनक था। लेकिन दुर्भाग्‍य रहा इतिहास का कि उसे महापुरूष के जयंती के दिन यह हो गया। और तब जाकर के देश की एकता के लिए, हम लोगों ने अधिक जागरूकता के साथ, अधिक जिम्‍मेवारी के साथ। सरदार साहब ने हमें एक भारत दिया, श्रेष्‍ठ भारत बनाना हमारी जिम्‍मेवारी है। ‘एक भारत श्रेष्‍ठ भारत’ इस सपने को पूरा करने के लिए भारत की जो महान विरासत है वो विरासतें विविधता में एकता की है। उस विविधता में एकता की विरासत को लेकर के, जातिवाद से परे उठकर के, भाषावाद से परे उठकर के, सम्‍प्रदायवाद से परे उठकर के एक भारत समृद्ध भारत, ऊंच-नीच के भेदभाव से मुक्‍त भारत यह सपने को साकार करने के लिए आज से उत्‍तम पर्व नहीं हो सकता, जो हमें आने वाले दिनों के लिए प्रेरणा देता रहे।

और युवा पीढ़ी आज इस राष्ट्रीय एकता दिवस पर पूरे हिंदुस्‍तान में Run for Unity के लिए दौड़ रही है। मैं समझता हूं यह हमारा प्रयास एकता के मंत्र को निरंतर जगाए रखना चाहिए। और हमारे शास्‍त्रों में कहा है राष्‍ट्रयाम जाग्रयम वयम.. हर पल हमें जागते रहना चाहिए अपने सपनों को लेकर के, सोचते रहना चाहिए, उसके अनुरूप काम करते रहना चाहिए तभी संभव होता है। भारत विविधताओं से भरा हुआ देश है। अनेक विविधताओं से भरा हुआ देश है। विविधता में एकता यही हमारी विशेषता है। हम कभी एकरूपता के पक्षकार नहीं रहे। हम विविधताओं से भरे हुए रहते हैं। एक ही प्रकार के फूलों से बना गुलदस्‍ता और रंग-बिरंगे फूलों से बने गुलदस्‍ते में कितना फर्क होता है। भारत उन विशेषताओं से भरा हुआ देश है, उन विशेषताओं को बनाते हुए एकता के सूत्र को जीवंत रखना, एकता के सूत्र को बलवंत बनाना यही हम लोगों का प्रयास है और यही एकता का संदेश है। राज्‍य अनेक राष्‍ट्र एक, पंथ अनेक लक्ष्‍य एक, बोली अनेक स्‍वर एक, भाषा अनेक भाव एक, रंग अनेक तिरंगा एक, समाज अनेक भारत एक, रिवाज अनेक संस्‍कार एक, कार्य अनेक संकल्‍प एक, राह अनेक मंजिल एक, चेहरे अनेक मुस्‍कान एक, इसी एकता के मंत्र को लेकर के यह देश आगे बढ़े।

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The government aims to take Madhya Pradesh to the top 3 states in India: PM Modi
October 02, 2023
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Dedicates Delhi-Vadodara Expressway
Initiates Grih Pravesh of over 2.2 lakh houses built under PMAY - Gramin and dedicates houses constructed under PMAY - Urban
Lays foundation stone of Jal Jeevan Mission projects
Lays foundation stone of 9 health centers under Ayushman Bharat Health Infrastructure Mission
Dedicates academic building of IIT Indore and lays foundation stone for hostel and other buildings on campus
Lays foundation stone for Multi-Modal Logistics Park in Indore
“The land of Gwalior is an inspiration in itself”
“Double-engine means double development of Madhya Pradesh”
“The government aims to take Madhya Pradesh to the top 3 states in India”
“Women empowerment is a mission of national reconstruction and national welfare rather than a vote bank issue”
“Modi Guarantee means guarantee of fulfillment of all guarantees”
“Modern infrastructure and robust law & order benefit both farmers and industries”
“Our government is dedicated to providing development to every class and every region”
“Jinko koi nahi poochhta, unko Modi poochhta hai, Modi poojta hai - Those whom no one cared for, Modi cares for them, Modi worships them.”

भारत माता की – जय !

भारत माता की – जय !

भारत माता की – जय !

मुख्यमंत्री श्रीमान शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी-गण श्रीमान नरेंद्र सिंह जी तोमर, वीरेंद्र कुमार जी, ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, अन्य सभी महानुभाव, और यहां इतनी बड़ी तादाद में पधारे हुए मेरे सभी परिवारजनों, ग्वालियर की इस ऐतिहासिक धरती को मेरा शत्-शत् नमन।

ये धरती साहस, स्वाभिमान, सैन्य गौरव, संगीत, स्वाद और सरसों का प्रतीक है। ग्वालियर ने देश के लिए एक से एक क्रांतिवीर दिए हैं। ग्वालियर-चंबल ने राष्ट्र रक्षा के लिए, हमारी सेना के लिए अपनी वीर संतानें दी हैं। ग्वालियर ने भाजपा की नीति और नेतृत्व को भी आकार दिया है।

राजमाता विजयराजे सिंधिया जी, कुशाभाऊ ठाकरे जी और अटल बिहारी वाजपेयी जी को ग्वालियर की मिट्टी ने गढ़ा है। ये धरती अपने आप में एक प्रेरणा है। इस मिट्टी से जो भी देशभक्त निकला, उसने खुद को राष्ट्र के लिए खपा दिया, उसने अपना जीवन राष्ट्र के नाम कर दिया।

मेरे परिवारजनों,

हम जैसे करोड़ों भारतीयों को देश की आजादी के लिए लड़ने का सौभाग्य नहीं मिला। लेकिन भारत को विकसित बनाने, भारत को समृद्ध बनाने का दायित्व हम सबके कंधों पर है। आज भी इस मिशन को आगे बढ़ाने फिर एक बार मैं आपके बीच ग्वालियर आया हूं। अभी यहां लगभग 19 हज़ार करोड़ रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है।

और मैं देख रहा था कि एक के बाद एक लोकार्पण के या शिलान्यास के curtain खुल रहे थे। इतनी बार curtain खुले कि आप तालियां बजाते थक गए। आप कल्‍पना कर सकते हैं कि एक साल में कोई सरकार जितने लोकार्पण और शिलान्यास का काम नहीं कर सकती, आज एक दिन में हमारी सरकार कर सकती है और लोग ताली बजाते थक जाते हैं, इतने काम करने का सामर्थ्य रखते हैं।

मेरे परिवारजनों,

दशहरे, धनतेरस और दीपावली से पहले मध्य प्रदेश के करीब सवा 2 लाख परिवार आज अपने नए घर में गृह प्रवेश कर रहे हैं। आज कनेक्टिविटी के भी कई प्रोजेक्ट्स का यहां शुभारंभ हुआ है। उज्जैन में विक्रम उद्योगपुरी और इंदौर में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, मध्य प्रदेश के औद्योगीकरण का विस्तार करेंगे। यहां के युवाओं के लिए हजारों नए रोजगार उसके लिए निर्माण होने वाले हैं, नए अवसर बनने वाले हैं। आज IIT इंदौर में भी बहुत काम नए शुरू हुए हैं।

आज ग्वालियर के साथ-साथ विदिशा, बैतूल, कटनी, बुरहानपुर, नरसिंहपुर, दमोह और शाजापुर को नए स्वास्थ्य केंद्र भी मिले हैं। ये केंद्र आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत बने हैं। इनमें गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधा है। मैं इन सभी के लिए आप सबको मध्य प्रदेश के मेरे परिवारजनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

ये जो इतने सारे काम हैं, ये डबल इंजन सरकार के साझा प्रयासों का परिणाम हैं। जब दिल्ली और भोपाल, दोनों जगह समान सोच वाली, जनता-जनार्दन को समर्पित सरकार होती है, तब ऐसे काम और तेज गति से होते हैं। इसलिए आज मध्य प्रदेश का भरोसा, डबल इंजन सरकार पर है। डबल इंजन यानी एमपी का डबल विकास !

मेरे परिवारजनों,

बीते वर्षों में हमारी सरकार मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य से देश के टॉप-10 राज्यों में ले आई है। यहां से अब हमारा लक्ष्य मध्‍य प्रदेश को देश के टॉप-3 राज्यों में ले जाने का है। एमपी, टॉप-3 में जाना चाहिए कि नहीं जाना चाहिए? एमपी का स्‍थान टॉप-3 में होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? बड़े गर्व के साथ तीन तक पहुंचना है कि नहीं पहुंचना है? ये काम कौन कर सकता है? ये गारंटी कौन दे सकता है? आपका जवाब गलत है, ये गारंटी एक जिम्मेदार नागरिक के नाते आपका एक वोट मध्‍य प्रदेश को नंबर तीन पर ले जा सकता है जी। डबल इंजन को दिया आपका हर वोट, एमपी को टॉप-3 में पहुंचाएगा।

मेरे परिवारजनों,

एमपी का विकास वो लोग नहीं कर सकते जिनके पास ना तो कोई नई सोच है, ना विकास का रोडमैप है। इन लोगों का सिर्फ एक ही काम है- देश की प्रगति से नफरत, भारत की योजनाओं से नफरत। अपनी नफरत में ये देश की उपलब्धियों को भी भूल जाते हैं। आज आप देखिए, पूरी दुनिया भारत का गौरव-गान कर रही है। दुनिया में भारत का डंका बज रहा है नहीं बज रहा है? आज दुनिया को भारत में अपना भविष्य दिखता है। लेकिन जो राजनीति में उलझे हुए हैं, कुर्सी के सिवा जिनको कुछ नजर नहीं आता है, उन्‍हें आज दुनिया में हिन्‍दुस्‍तान का डंका बजना भी अच्छा नहीं लगता है।

भारत, सोचिए दोस्‍तों, 9 वर्षों में 10वें नंबर से 5वें नंबर की आर्थिक ताकत बन गया है। लेकिन ये विकास विरोधी लोग ये सिद्ध करने में जुटे हैं कि ऐसा हुआ ही नहीं है। मोदी ने गारंटी दी है कि अगले कार्यकाल में भारत दुनिया की टॉप तीन इकोनॉमी में एक नाम हमारे हिन्‍दुस्‍तान का होगा। इससे भी सत्ता के भूखे कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है।

मेरे परिवारजनों,

विकास विरोधी इन लोगों को देश ने 6 दशक दिए थे। 60 साल कोई कम समय नहीं होता है। अगर 9 साल में इतना काम हो सकता है तो 60 साल में कितना हो सकता था। उनके पास भी मौका था। वो नहीं कर पाए, ये उनकी नाकामी है। वो तब भी गरीबों की भावनाओं से खेलते थे, आज भी वही खेल खेल रहे हैं। वो तब भी जात-पात के नाम पर समाज को बांटते थे, आज भी वही पाप कर रहे हैं। वो तब भी आतंक भ्रष्टाचार में डूबे रहते थे, और आज तो वो एक से बढ़कर एक घोर भ्रष्टाचारी हो गए हैं। वो तब भी सिर्फ और सिर्फ एक परिवार का गौरव गान करते थे, आज भी वो ही करने में वो अपना भविष्‍य देखते हैं। इसलिए उनको देश का गौरव गान पसंद नहीं आता।

मेरे परिवारजनों,

मोदी ने गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों को पक्के घर की गारंटी दी है। अभी तक इसके तहत देश में 4 करोड़ परिवारों को अपने पक्‍के घर मिले चुके हैं। यहां एमपी में भी अभी तक लाखों घर गरीब परिवारों को दिए जा चुके हैं और आज भी इतनी बड़ी मात्रा में घरों का लोकार्पण किया गया है। जब इन लोगों की सरकार दिल्ली में थी, तब गरीबों के घर के नाम पर भी सिर्फ लूट होती थी। ये लोग जो घर बनवाते थे, वो रहने लायक भी नहीं होते थे। देशभर में ऐसे लाखों लाभार्थी थे, जिन्होंने उन घरों में कभी पैर तक नहीं रखा। लेकिन आज जो घर बन रहे हैं, उनमें खुशी-खुशी गृह प्रवेश हो रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये घर हर लाभार्थी बहन-भाई खुद अपने हिसाब से बना रहे हैं। अपने सपनों के अनुरूप, अपनी ज़रूरत के हिसाब से अपना घर बना रहा है।

हमारी सरकार जैसे-जैसे काम होता जाता है, टेक्‍नोलॉजी के माध्‍यम से मॉनिटर होता है, और सीधे उसके खाते में पैसे भेज देती है, कोई चोरी नहीं होती है, कोई कटकी कंपनी नहीं, कोई भ्रष्‍टाचार नहीं। और उसका घर बनना आगे बढ़ जाता है। पहले घर के नाम पर सिर्फ चार-दीवारें खड़ी होती थीं। आज जो घर मिल रहे हैं, इनमें टॉयलेट, बिजली, नल से जल, उज्ज्वला की गैस, सब कुछ एक साथ मिलता है। आज यहां ग्वालियर और श्योपुर जिले के लिए अहम जल परियोजनाओं का भी काम शुरू हुआ है। ये भी इन घरों में पानी की सप्लाई में मदद करेगी।

साथियों,

इन घरों की लक्ष्मी यानी मेरी माताएं-बहनें, घर की मालिक हों, ये भी मोदी ने सुनिश्चित किया है। आपको पता है ना कि पीएम आवास योजना के घरों की रजिस्ट्री महिलाओं के नाम भी होती है? पीएम आवास योजना के घरों से करोड़ों बहनें लखपति हुई हैं। जिनके नाम कोई संपत्ति नहीं थी, उनके नाम पर लाखों के ये घर रजिस्टर हुए हैं। आज भी जो घर मिले हैं, उनमें से ज्यादातर घरों की रजिस्ट्री बहनों के नाम पर है।

और भाइयों और बहनों,

मोदी ने अपनी गारंटी पूरी की है। मैं एक गारंटी आप बहनों से भी चाहता हूं। मैं जरा बहनों से पूछना चाहता हूं, मैंने तो मेरी गारंटी पूरी की, आप एक गारंटी देंगी? आप मुझे गारंटी देंगी, पक्‍का देंगी? तो मुझे गारंटी चाहिए, घऱ मिलने के बाद अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाना है, कोई ना कोई कौशल सिखाना है, करोगे? आपकी ये गारंटी मुझे काम करने की ताकत देती है।

मेरे परिवारजनों,

नारी सशक्तिकरण, भारत के लिए वोट बैंक का नहीं, बल्कि राष्ट्र कल्‍याण का, राष्ट्र निर्माण का एक समर्पित मिशन है। हमने देखा है कि पहले अनेक सरकारें आई-गईं। हमारी बहनों को लोकसभा और संसद में 33 प्रतिशत आरक्षण के झूठे वादे करके बार-बार वोट मांगे गए। लेकिन संसद में साजिश करके कानून बनाने से रोका गया, बार-बार रोका गया। लेकिन मोदी ने बहनों को गारंटी दी थी। और मोदी की गारंटी यानी हर गारंटी के पूरा होने की गारंटी।

आज नारी शक्ति वंदन अधिनियम, एक सच्चाई बन चुका है। मैं इस सभा में और आगे के लिए भी मैं कहूंगा, ये विकास की गाथा में हमारी मातृशक्ति की भागीदारी और ज्‍यादा बढ़े और प्रगति का रास्‍ता खुले उसी दिशा में हमें आगे जाना है।

भाइयों-बहनों,

आज विकास की जितनी परियोजनाएं हमने लागू की हैं, वो सारी हमें इस कानून के पास होने से ताकत मिलने वाली है।

मेरे परिवारजनों,

ग्वालियर-चंबल आज अवसरों की भूमि बन रहा है। लेकिन हमेशा स्थिति ऐसी नहीं थी। जो कई-कई दशकों तक सरकार में रहे, उसके नेता आज यहां बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, उनका ट्रैक रिकॉर्ड क्या है? जो हमारे युवा साथी हैं, जो फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं, उन्होंने तो अपने पूरे जीवन में सिर्फ भाजपा सरकार ही देखी है। उन्होंने तो एक प्रगतिशील मध्य प्रदेश देखा है। विरोधी दलों के जो ये बड़बोले नेता हैं, इनको कई दशकों तक मध्य प्रदेश में शासन का मौका मिला था।

उनके शासन-काल में ग्वालियर-चंबल में अन्याय और अत्याचार ही फला-फूला। उनके शासन में सामाजिक न्याय हाशिए पर था। तब कमज़ोर की, दलित और पिछड़े की सुनवाई नहीं होती थी। लोग कानून अपने हाथ में लेते थे। सामान्य जन का सड़क पर आना-जाना मुश्किल हो गया था। बहुत परिश्रम करके हमारी सरकार इस क्षेत्र को आज की स्थिति तक पहुंचा पाई है। अब यहां से हमें पीछे नहीं देखना है।

मध्य प्रदेश के लिए अगले 5 साल बहुत अहम हैं। आज देखिए, ग्वालियर में नया एयरपोर्ट टर्मिनल बन रहा है, एलीवेटेड रोड बन रही है। यहां हज़ार बेड का नया अस्पताल बना है। नया बस अड्डा, आधुनिक रेलवे स्टेशन, नए स्कूल-कॉलेज, एक के बाद एक पूरे ग्वालियर की तस्वीर बदल रही है। ऐसे ही हमें पूरे मध्य प्रदेश की तस्वीर बदलनी है और इसलिए यहां डबल इंजन की सरकार जरूरी है।

साथियों,

आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से जीवन सुगम तो होता ही है, ये समृद्धि का भी रास्ता है। आज ही झाबुआ, मंदसौर और रतलाम को जोड़ने वाले 8 लेन के एक्सप्रेस-वे का भी लोकार्पण हुआ है। पिछली शताब्दी का मध्य प्रदेश 2 लेन की अच्छी सड़कों के लिए भी तरसता था, अब आज MP में 8 लेन के एक्सप्रेसवे बन रहे हैं। इंदौर, देवास और हरदा को जोड़ने वाली 4 लेन सड़क पर भी आज काम शुरू हुआ है। रेलवे के ग्वालियर से सुमावली सेक्शन को ब्रॉड-गेज में बदलने का काम भी पूरा कर लिया गया है। अभी इस पर पहली ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाई गई है। कनेक्टिविटी के इन सभी कार्यों से इस क्षेत्र को बहुत लाभ होने वाला है।

साथियों,

आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और अच्छी कानून व्यवस्था से किसान हो या फिर उद्योग-व्यापार-कारोबार, सब फलते-फूलते हैं। जहां विकास विरोधियों की सरकार आती है, वहां ये दोनों सिस्टम चरमरा जाते हैं। आप राजस्थान में देखिए, सरेआम गले काटे जाते हैं और वहां की सरकार देखती रहती है। ये विकास विरोधी लोग जहां जाते हैं, वहां तुष्टिकरण भी आता है। इससे गुंडे, अपराधी, दंगाई और भ्रष्टाचारी बेलगाम हो जाते हैं। महिलाओं पर, दलित-पिछड़े-आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ते हैं। बीते सालों में इन विकास विरोधियों के राज्यों में क्राइम और करप्शन सबसे अधिक बढ़ा है। मध्य प्रदेश को इसलिए इन लोगों से बहुत सावधान रहना है।

मेरे परिवारजनों,

हमारी सरकार हर वर्ग, हर क्षेत्र तक विकास पहुंचाने के लिए समर्पित है। जिनको किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी पूछता है, मोदी पूजता है। मैं आपसे जानना चाहता हूं...क्या 2014 से पहले किसी ने दिव्यांग शब्द सुना था? जो शारीरिक रूप से किसी चुनौती से घिरे रहते थे, उन्हें पहले की सरकारों के द्वारा ऐसे ही बेसहारा छोड़ दिया गया था।

ये हमारी सरकार है जिसने दिव्यांगजनों की चिंता की, उनके लिए आधुनिक उपकरण मुहैया कराए, उनके लिए कॉमन साइन लैंग्वेज विकसित करवाई। आज ही यहां ग्वालियर में दिव्यांग साथियों के लिए नए स्पोर्ट्स सेंटर का उद्घाटन हुआ है। इससे देश में एक बड़े स्पोर्ट्स हब के रूप में ग्वालियर की पहचान और सशक्त होगी। और साथियों मेरी बात पर विश्वास करना, दुनिया के अंदर खेल की चर्चा होगी, दिव्यांगजनों के खेल की चर्चा होगी, ग्‍वालियर का नाम रोशन होने वाला है; लिख लीजिए।

और इसलिए मैं कहता हूं, जिनको किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी पूछता है, उनको मोदी पूजता है। इतने सालों तक देश के छोटे किसानों को किसी ने नहीं पूछा। इन छोटे किसानों को मोदी ने पूछा, उनकी चिंता की। पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से देश के हर छोटे किसानों के खाते में अब तक 28 हजार रुपए हमारी सरकार ने भेजे हैं। हमारे देश में ढाई करोड़ छोटे किसान ऐसे हैं जो मोटा अनाज उगाते हैं। मोटा अनाज उगाने वाले छोटे किसानों की भी पहले किसी ने चिंता नहीं की। ये हमारी सरकार है जिसने मोटे अनाज को श्री-अन्न की पहचान दी है, उसे दुनिया भर के बाजारों में ले जा रही है।

साथियों,

हमारी सरकार की इसी भावना का एक और बड़ा प्रमाण, पीएम विश्वकर्मा योजना है। हमारे कुम्हार भाई-बहन, लोहार भाई-बहन, सुतार भाई-बहन, सुनार भाई-बहन, मालाकार भाई-बहन, दर्जी भाई-बहन, धोबी भाई-बहन, जूते बनाने वाले भाई-बहन, बाल काटने वाले भाई-बहन, ऐसे काम करने वाले लोगों के लिए अनेक साथी हमारे जीवन के महत्वपूर्ण स्तंभ रहे हैं। इनके बिना जीवन की कल्पना भी असंभव है। इनकी सुध आज़ादी के इतने दशकों बाद हमारी सरकार ने ली है।

ये साथी समाज में पीछे रह गए थे, अब इनको आगे लाने का बहुत बड़ा अभियान मोदी ने चलाया है। इन साथियों को ट्रेनिंग देने के लिए हजारों रुपए सरकार देगी। आधुनिक उपकरणों के लिए 15 हज़ार रुपए भाजपा सरकार देगी। लाखों रुपए का सस्ता ऋण भी इन साथियों को दिया जा रहा है। विश्वकर्मा साथियों को ऋण की गारंटी मोदी ने ली है, केंद्र सरकार ने ली है।

मेरे परिवारजनों,

देश के विकास विरोधी राजनीतिक दल, मध्य प्रदेश को पीछे ले जाने की इच्छा रखते हैं। जबकि हमारी डबल इंजन की सरकार, भविष्य की सोच रखती है। इसलिए विकास का भरोसा सिर्फ और सिर्फ डबल इंजन की सरकार पर कर सकते हैं। मध्य प्रदेश को विकास के पैमाने पर देश में टॉप के राज्यों में लाने की गारंटी सिर्फ हमारी सरकार दे सकती है।

मैं अभी, शिवराज जी बता रहे थे कि स्वच्छता में मध्यप्रदेश देश मे नंबर एक है। आज गांधी जयंती है, गांधी जी स्‍वच्‍छता की बात करते थे। कल पूरे देश में स्वच्छता का कार्यक्रम हुआ। एक भी कांग्रेसी को आपने स्‍वच्‍छता करते देखा क्‍या? स्वच्छता करने के लिए अपील करते देखा क्‍या? क्‍या मध्‍य प्रदेश का स्वच्छता में नाम नंबर एक हुआ है ये भी कांग्रेस वालों को पसंद नहीं है, वो मध्‍य प्रदेश का क्‍या भला करेंगे भइया? ऐसे लोगों पर भरोसा कर सकते हैं क्‍या?

और इसलिए मैं आप सबसे आग्रह करता हूं भाइयों-बहनों कि विकास की इस रफ्तार को आगे बढ़ाना है, बहुत तेजी से बढ़ाना है और आज आप इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने आए मैं ग्वालियर-चंबल के साथियों को इतनी बड़ी संख्या में यहां आशीर्वाद देने के लिए पधारने पर हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।

मेरे साथ बोलिए-

भारत माता की जय !

भारत माता की जय !

भारत माता की जय !

बहुत-बहुत धन्‍यवाद।