প্রধান মন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা ঙসি পার্লিয়ামেন্তকী হাউস অনিমক্না ৱাকফ (এমেন্দমেন্ত) বিল অমসুং মুসলমান ৱাকফ (রিপীল) বিল পাস তৌখিববু খুন্নাই শেন্মিৎলোনগী অচুম্বা ৱায়েল, অরোন অথুপ লৈতবা অমদি পুম্নমক চাওখৎমিন্নবা পুরক্নবা ঐখোয় পুন্না হোৎনমিন্নবগী অচৌবা মীকুপ অমনি হায়না থাগৎপা ফোঙদোকখ্রে্।
X তা থাগৎপা থ্রেদ পোস্ত অমদা মহাক্না অসুম্না ইখি:
“পার্লিয়ামেন্তকী হাউস অনিমক্না ৱাকফ (এমেন্দমেন্ত) বিল অমসুং মুসলমান ৱাকফ (রিপীল) বিল পাস তৌখিববু খুন্নাই শেন্মিৎলোনগী অচুম্বা ৱায়েল, অরোন অথুপ লৈতবা অমদি পুম্নমক চাওখৎমিন্নবা পুরক্নবা ঐখোয় পুন্না হোৎনমিন্নবগী অচৌবা মীকুপ অমনি। মসিনা মরুওইনা মতম শাংনা নাথৈবিদুনা লৈরক্লবা, খোঞ্জেল থোকপা ঙমদ্রবা অমদি খুদোংচাবা ফংদ্রবশিংদা মতেং ওইরমগনি।”
“পার্লিয়ামেন্তকী অমদি কমিতীগী খন্ন নৈনবদা শরুক য়াখিবা, মখোয়গী ৱাখল্লোন থমখিবা অমদি আইন অসিবু মপাঙ্গল কলহনবদা থৌদাং য়াখিবা পার্লিয়ামেন্তকী মেম্বর পূম্নমক্কী মফমদা থাগৎচরি। পার্লিয়ামেন্তরী কমিতীদা মমল য়াম্লবা ৱাফম কয়া থাজিন্বিরকখিবা মশিং থিঙমদ্রবা মীওইশিংগী মফমদা অখন্ননা থাগৎচরি। অমুক হন্না, পাক শন্না নৈনবগী অমদি ৱারী ৱাতায় শানবগী মরুওইবা উৎলে।”
“দেকেদ কয়া, ৱাকফ সিস্তেম অসি ত্রান্সপেরেন্সী অমদি একাউন্তেবিলিতী ৱাৎনা লৈরম্বনি। মসিনা মরুওইনা মুসলিম নুপী, লায়রবা মুসলিম, পসমন্দা মুসলিমশিংগী খুদোংচাবা মাঙহন্দুনা লাক্লনি। পার্লিয়ামেন্তনা পাস তৌরিবা আইন অসিনা ত্রান্সপেরেন্সী হেনগৎহল্লগনি অমদি মীয়ামগী মঙমসু ঙাক্তুনা থম্লগনি।”
“ঐখোয় হৌজিক হেন্না মতমগা চুনবা অমদি খুন্নাইগী অচুম্বা ৱায়েলদা হেন্না ইদিল পীবা ফ্রেমৱর্ক লৈবা চক অমদা চঙশিল্লগনি। হেন্না পাক চাউবা মীৎয়েঙদা য়েংবদা, ঐখোয়না মীপুম খুদিংমক্কী ইকায়খুম্নবদা অহেনবা মীৎয়েঙ থম্নবা লেল্লি। মতৌ অসুম্ননি ঐখোয়না হেন্না কনবা, হেন্না পুম্নমক কোইশিনবা অমদি হেন্না মীনুংশি লৈবা ভারত অমা শেম্লিবা।”
The passage of the Waqf (Amendment) Bill and the Mussalman Wakf (Repeal) Bill by both Houses of Parliament marks a watershed moment in our collective quest for socio-economic justice, transparency and inclusive growth. This will particularly help those who have long remained on…
— Narendra Modi (@narendramodi) April 4, 2025
“संसद के दोनों सदनों से वक्फ (संशोधन) विधेयक और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक का पारित होना देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह सामाजिक-आर्थिक न्याय, पारदर्शिता और समावेशी विकास की हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता को सामने लाता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा, जो लंबे समय से हाशिये पर रहे हैं, जिनकी आवाज अनसुनी रही और जिन्हें अवसरों से वंचित रहना पड़ा है।”
“उन सभी सांसदों का हृदय से आभार, जिन्होंने संसद और कमेटी की चर्चाओं में हिस्सा लिया और अपने विचार रखे। इन चर्चाओं ने विधेयक को और सशक्त बनाने का काम किया है। इस अवसर पर संसदीय समिति को अपना बहुमूल्य सुझाव भेजने वाले अनगिनत लोगों का भी मैं विशेष रूप से आभार व्यक्त करना चाहता हूं। इससे एक बार फिर यह पता चलता है कि व्यापक बहस और संवाद कितना महत्वपूर्ण होता है।”
“दशकों से वक्फ व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी नजर आ रही थी। इससे मुख्य रूप से हमारी मुस्लिम माताओं-बहनों, गरीब और पसमांदा मुसलमान भाई-बहनों के हितों को बहुत नुकसान हो रहा था। अब संसद द्वारा पारित विधेयक पारदर्शिता को बढ़ाने के साथ-साथ लोगों के अधिकारों की रक्षा में भी मददगार बनेगा।”
“इसके साथ ही हम एक ऐसे युग में प्रवेश करेंगे, जो आज के समय के अनुरूप होने के साथ ही सामाजिक न्याय को लेकर प्रतिबद्ध होगा। देश के हर नागरिक की गरिमा को प्राथमिकता मिले, इसके लिए हम संकल्पबद्ध हैं। यह मार्ग ज्यादा सशक्त, समावेशी और संवेदनशील भारत के निर्माण में काफी महत्वपूर्ण होने वाला है।”
संसद के दोनों सदनों से वक्फ (संशोधन) विधेयक और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक का पारित होना देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह सामाजिक-आर्थिक न्याय, पारदर्शिता और समावेशी विकास की हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता को सामने लाता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा, जो लंबे समय…
— Narendra Modi (@narendramodi) April 4, 2025


