വടക്കുകിഴക്കൻ സംസ്ഥാനങ്ങളിലെ ജനങ്ങളുടെ ബഹുമാനാർത്ഥം, തങ്ങളുടെ മൊബൈൽ ഫോണുകളുടെ ഫ്ലാഷ്‌ലൈറ്റ് ഓണാക്കാൻ ബിജെപി പ്രവർത്തകരോട് പ്രധാനമന്ത്രി മോദി അഭ്യർത്ഥിച്ചു.
ഇപ്പോൾ, വടക്കുകിഴക്ക് ഡൽഹിയിൽ നിന്നോ (ഹൃദയഭൂമിയിൽ) നിന്നോ ഹൃദയത്തിൽ നിന്നോ അകലെയല്ല, പ്രധാനമന്ത്രി മോദി പറയുന്നു
ബി.ജെ.പി.യുടെ സ്ഥിരതയാർന്ന വിജയങ്ങൾ അതിന്റെ സർക്കാരുകളുടെ പ്രവർത്തനത്തിന്റെയും തൊഴിൽ സംസ്‌കാരത്തിന്റെയും സേവനത്തോടുള്ള പ്രവർത്തകരുടെ പ്രതിബദ്ധതയുമാണെന്ന് പ്രധാനമന്ത്രി മോദി പറഞ്ഞു.
അച്ചടക്കത്തിന് പേരുകേട്ടവരാണ് ബിജെപിയുടെ പ്രവർത്തകർ. പ്രയാസകരമായ സമയങ്ങളിൽ അവർ നമ്മുടെ പതാക ഉയർത്തിപ്പിടിച്ചു, പ്രധാനമന്ത്രി മോദി പറഞ്ഞു

भारत माता की जय।


भारत माता की जय।


भारत माता की जय।


सबसे पहले मेरी आप सबको एक प्रार्थना है। नॉर्थ ईस्ट के हमारे सभी भाइयों-बहनों के सम्मान में, नॉर्थ ईस्ट के हमारे सभी नागरिकों के सम्मान में, आप अपना मोबाइल फोन निकालकर के फ्लैश लाइट चालू कीजिए और नॉर्थ ईस्ट के सभी नागरिकों का अभिनंदन कीजिए। जिन-जिन के पास मोबाइल है, अपनी फ्लैश चलाकर के ये नॉर्थ ईस्ट के नागरिकों का सम्मान है। ये नॉर्थ ईस्ट के देशभक्ति का सम्मान है। ये नॉर्थ ईस्ट का प्रगति के रास्ते पर जाने का सम्मान है। ये नॉर्थ ईस्ट के लोगों के सम्मान में आपने जो ये मोबाइल फोन के माध्यम से प्रकाश फैलाया है। ये प्रकाश उनके सम्मान में है। उनके गौरव में है। आपका मैं धन्यवाद करता हूं।

साथियों,


बीते वर्षों में भाजपा मुख्यालय ऐसे अनेक अवसरों का साक्षी बना है। आज हमारे लिए जनता-जनार्दन को विनम्रता से नमन करने का एक और अवसर आया है। मैं त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड की जनता का सिर झुकाकर वंदन करता हूं। उन सबका आभार व्यक्त करता हूं। इन राज्यों की जनता ने बीजेपी और हमारे साथी-सहयोगियों को भरपूर आशीर्वाद दिया है। मैं आज त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी बहुत बधाई देता हूं। दिल्ली में या हमारे अन्य इलाकों में बीजेपी का काम करना उतना कठिन नहीं है, जीतना नॉर्थ ईस्ट में है। वहां का कार्यकर्ता हमसे अनेक गुना मेहनत करता है और इसलिए वहां के कार्यकर्ता विशेष रूप से अभिनंदन के अधिकारी हैं। आज के नतीजे आप सभी भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम हैं।

साथियों,


आज के चुनाव और इन चुनाव परिणामों में देश के लिए, दुनिया के लिए, बहुत सारे संदेश हैं। आज के नतीजे ये दिखाते हैं कि भारत में लोकतंत्र और लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर कितनी आस्था है, एक मजबूत आशावाद है। लोकतंत्र की राह पर चलते हुए, हर शंका-आशंका का समाधान हो सकता है, बदलाव लाया जा सकता है। एक समय था जब नॉर्थ ईस्ट में चुनाव होते थे, नतीजे आते थे तो दिल्ली में और देश के अन्य हिस्सों में उतनी चर्चा ही नहीं होती थी। जो चर्चा होती भी थी, तो वो चुनावी हिंसा की होती थी। बम-बंदूक और ब्लॉकेड की चर्चा होती थी। त्रिपुरा में तो हाल ये था कि पहले एक पार्टी के अलावा किसी दूसरी पार्टी का झंडा तक नहीं लगाया जा सकता था। और अगर किसी ने लगाने की कोशिश की तो उसको लहूलुहान कर दिया जाता था। इस बार इन चुनावों में हमने कितना बड़ा परिवर्तन देखा है। भाजपा ने नॉर्थ ईस्ट की राजनीति की दिशा ही नहीं, उसकी दशा ही नहीं, लेकिन एक आत्मविश्वास से भरा हुआ और नई दिशा पर चल पड़ा हुआ नॉर्थ ईस्ट हम देख रहे हैं।

आज सुबह से मैं जब टीवी देख पाया, इन चुनावों के नतीजे ही छाए रहे। ये सिर्फ दिलों की दूरी समाप्त होने का ही नहीं, बल्कि ये नई सोच का प्रतिबिंब है। अब नॉर्थ ईस्ट, अब नॉर्थ ईस्ट, ना दिल्ली से दूर है और ना ही दिल से दूर है। ये युग परिवर्तन का समय है, ये नया इतिहास रचे जाने का समय है। मैं नॉर्थ ईस्ट की शांति, समृद्धि और विकास का ये समय देख रहा हूं। मुझे याद है कि कुछ दिनों पहले जब मैं नॉर्थ ईस्ट गया था, तो किसी ने मुझे बोला कि मोदी जी, आपको अपनी हाफ सेंचुरी के लिए बहुत-बहुत बधाई! मैंने उनको पूछा कि भई ये कैसी हाफ सेंचुरी आप बता रहे हैं ! तब उन्होंने मुझे बताया कि जब से बोले आप प्रधानमंत्री बने हैं, आप 50 से भी ज्यादा बार नॉर्थ ईस्ट का विजिट कर चुके हैं। जो अभी नड्डा जी बता रहे थे।

साथियों,

सवाल बधाई का नहीं है, लेकिन जब एक नागरिक मुझे ये कह रहा था तब मैं अनुभव कर रहा था कि जाने मात्र से इसके दिल को कितना सुकून मिला है। नॉर्थ ईस्ट के नागरिकों के दिलों में कितना प्यार उमड़ के आया हैं, उसकी वो अभिव्यक्ति थी और तब मुझे लगता था की मेहनत कभी न कभी तो रंग लाती है। चुनाव जीतने से भी ज्यादा मुझे इस बात का संतोष है कि प्रधानमंत्री के कार्यकाल में बार-बार नॉर्थ ईस्ट जा करके मैंने उनके दिलों को जीता है और वो मेरे लिए सबसे बड़ी जीत है। मुझे ये संतोष भी हुआ कि पूर्वोत्तर के लोगों को ये अहसास हो रहा है कि अब उनकी उपेक्षा नहीं होती। केंद्र की भाजपा सरकार में नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को भी उतना ही महत्व मिलता है।

साथियों,


आज बहुत सारे पॉलिटिकल विश्लेषक, बीजेपी की सफलता को समझने का प्रयास कर रहे हैं। कुछ हमारे ‘विशेष शुभचिंतक’ भी हैं, इन विशेष शुभचिंतक, जिनके पेट में ये सोच-सोचकर के दर्द होता है कि बीजेपी की जीत का राज क्या है। साथियों, मैं ज्यादा तो टीवी देख नहीं पाता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि शायद अब तक मैंने देखा नहीं है कि EVM पर गाली पड़नी शुरू हुई है कि नहीं हुई है। लेकिन ऐसे हर शुभचिंतक को मैं बीजेपी की सफलता का रहस्य बताना चाहता हूं। भाजपा के विजय अभियान का रहस्य छिपा है त्रिवेणी में। त्रिवेणी यानि तीन धाराओं का संगम। इस त्रिवेणी की पहली शक्ति है- भाजपा सरकारों का कार्य। इस त्रिवेणी की दूसरी शक्ति है- भाजपा सरकारों की कार्य-संस्कृति और इस त्रिवेणी की तीसरी शक्ति है - भाजपा के कार्यकर्ताओं का सेवाभाव। ये त्रिवेणी मिलकर भाजपा की शक्ति को वन प्लस वन प्लस वन यानि एक सौ ग्यारह गुना बढ़ा देते हैं। हमने देश को एक नई राजनीति दी है। राजनीति की एक नई संस्कृति दी है। हमने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ एक नया विकास मॉडल देश को दिया है। हमारे काम के तौर-तरीकों में कोई भेदभाव नहीं होता। हम सबके विकास में भरोसा करते हैं। हम सबके लिए सेवाभाव से काम करते हैं। हमारी प्रेरणा है- एक भारत-श्रेष्ठ भारत। भाजपा का विकास मॉडल, देशहित को सर्वोपरि रखता है। हमारे लिए देश प्रथम है, देशवासी प्रथम हैं।

साथियों,


हमारे देश में हमेशा से एक और पॉलिटिकल मॉडल रहा, जिसमें पहले ऐसा कहते थे कि जो दूरदृष्टा होते हैं, स्टेट्समैन होते हैं, वो आने वाली पीढ़ियों का सोचते हैं। और पॉलिटिशियन के लिए कहा जाता था कि वो अगले चुनाव का सोचते हैं। तो मुझे किसी ने एक बार कहा तो मैंने कहा कि अब कहावत और बदल गई है। बोले क्या, मैंने कहा पहले जो स्टेट्समैन होते हैं, वो अगली पीढ़ी के लिए सोचते हैं। पहले कहा जाता था कि पॉलिटिशियन अगले चुनाव के लिए सोचते हैं, लेकिन आज तो समय ऐसा बदल गया है कि पॉलिटिशियन दूसरे दिन के अखबार में क्या छपेगा इस पर ही सोचते रहते हैं। शाम को टीवी में उनकी तस्वीर आएगी कि नहीं, यही सोचते रहते हैं। और इसलिए जो आसान चीजें होती हैं, जो जरा मुंह में पानी छूट जाए, ऐसे चीजें होती हैं। और जिनसे लोगों को आसानी से गुमराह किया जा सकता है। उसी मॉडल पर चलने की फैशन बढ़ रही है। राजनीति के इस मॉडल में कठिन लक्ष्यों को हाथ ही नहीं लगाया जाता था। तब समस्याओं को ऐसे टाल दिया जाता था, जैसे उनका कोई अस्तित्व ही नहीं है। समस्या की तरफ देखना ही नहीं। ये पॉलिटिकल मॉडल कठिनाइयों का हल नहीं करता था, बल्कि लोगों के जीवन को लंबे समय के लिए कठिनाई में जीने के लिए मजबूर कर देता था।

भाजपा ने इस अप्रोच को पूरी तरह बदल दिया है। हम सबसे कठिन चीजों को हल करने के लिए कठिन से कठिन मेहनत करते हैं, और तमाम मुश्किलों के बावजूद समाधान के जो भी रास्ते मिलें, उन रास्तों पर चलने का ईमानदारी से प्रयास करते हैं। हम ये नहीं देखते कि इस काम को करना कितना मुश्किल होगा। बल्कि हम ये देखते हैं कि अगर हमने इस काम को नहीं किया तो लोगों का जीवन और कितना मुश्किल हो जाएगा। हमें दर्द होता है। हमारी नींद चली जाती है। नॉर्थ ईस्ट का उदाहरण ही हमारे सामने है। आजादी के सात दशकों बाद भी नॉर्थ ईस्ट के हजारों गांवों तक बिजली नहीं पहुंची थी, साथियों। क्या 21वीं सदी में बिना बिजली की जिंदगी कोई कल्पना कर सकता है। पहले की सरकारों ने देखा कि वहां तक बिजली पहुंचाना कठिन काम है, इसलिए उन गांवों को अंधेरे में छोड़ दिया गया। नॉर्थ ईस्ट में लोगों को घर, पक्के घर, उनको नल से जल, उनके घरों में गैस का कनेक्शन ये उपलब्ध कराने, ये पहले की सरकारों के काम की सूची में ही नहीं था। क्योंकि उनके लिए न तो उन क्षेत्रों की परवाह थी, और न ही ऐसे कठिन कामों को करने का हौसला था।

एयरपोर्ट, हाईवे, रेलवे – ये कनेक्टिविटी, नॉर्थ ईस्ट में इन चीजों के विकास को भी कठिन मान लिया गया था। पहले की सरकारें कठिनाइयों से बचती रहीं, और इसकी वजह से हर परियोजना में देरी होती रही। हमने इन परियोजनाओं को पूरा किया और लगातार मेहनत कर रहे हैं। हमारे ऐसे ही प्रयासों की वजह से आज देश पहली बार गरीबी के खिलाफ इतनी मजबूती से लड़ रहा है। और मुझे तो खुशी है कि मेरा गरीब भाई भी गरीबी को खत्म करने के लिए मेरे साथ कंधे से कंधा लगा करके मेहनत कर रहा है। इसीलिए आज भारत के विकास और उसकी रफ्तार की तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है। हो रही है कि नहीं हो रही है। चारों तरफ गूंज सुनाई दे रही है कि नहीं सुनाई दे रही है।

साथियों,


भाजपा के विजय अभियान में, जो हमारी त्रिवेणी की तीसरी शक्ति है। शिवजी की भी न कहते हैं तीसरा नेत्र, सबसे सामर्थ्यवान माना जाता है। ये हमारी जो तीसरी शक्ति है, वो तीसरी शक्ति हमारे भाजपा के कार्यकर्ता हैं और मैं उनको बार-बार नमन करता हूं। भाजपा के कार्यकर्ता का सेवाभाव अतुल्य है। भाजपा के कार्यकर्ता का श्रम और समर्पण अतुल्य है। भाजपा के कार्यकर्ता की पहचान उसके अनुशासन से होती है। हमारी पार्टी ने बड़ी से बड़ी मुश्किलों को देखा है। हमने कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना किया है। लेकिन, हमारे कार्यकर्ता ने मुश्किल से मुश्किल हालातों में भी पार्टी का झण्डा बुलंद रखा है। भाजपा जब कदम बढ़ाती है, तो उसे रोकने के लिए उसके कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जाता है, उनके खिलाफ हिंसा की होती है। लेकिन, वो राष्ट्र के लिए, राष्ट्र निर्माण के लिए संकल्पित होते हैं। इसलिए, वो त्याग की पराकाष्ठा से पार्टी के कदमों को और देश के सपनों को कभी भी टूटने नहीं देते हैं, निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं। जिस पार्टी के पास कार्य हो, कार्य-संस्कृति हो और ऐसे समर्पित कार्यकर्ता हों, उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है।

साथियों,
आज मुझे ये देखकर भी खुशी है कि हर चुनाव के साथ-साथ देश की बहनों-बेटियों का सुरक्षा कवच बीजेपी के लिए मजबूत होता जा रहा है। त्रिपुरा की, नॉर्थ ईस्ट की बहनों को भी मैं इस भरोसे के लिए विशेष आभार व्यक्त करता हूं। ये बीजेपी का सौभाग्य रहा कि हमने नागालैंड को पहली राज्यसभा सांसद, एक महिला को देकर के शुभ शुरुआत की। आज नागालैंड में तो पहली बार महिला उम्मीदवार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची है। ये हम सभी के लिए, पूरे देश की माताओं-बहनों के लिए गौरव की बात है। बीजेपी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम आवास योजना में महिलाओं के नाम घर हो, जल जीवन मिशन के तहत हर घर पाइप से पानी पहुंचाना हो, गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त राशन देना हो, आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देना हो, मुद्रा योजना के माध्यम से बिना गारंटी लिए 10 लाख रुपये तक की मदद हो, ऐसी अनेक योजना का लाभ, अनेक योजना का लाभ नॉर्थ ईस्ट की लाखों बहनों को हुआ है। इसलिए उनका भरोसा भाजपा पर लगातार सशक्त हो रहा है। ऐसे समय में, ऐसे समय में जब कुछ लोग मोदी की कब्र खोदने की ख्वाहिश कर रहे हैं, जहां मौका पड़ता है कमल खिलता ही जा रहा है, खिलता ही जा रहा है। कुछ लोग कट्टर, कट्टर की पहचान में लगे हुए हैं। वो हर काम बेईमानी भी कट्टरता से करते हैं। ये कट्टर लोग कहते हैं- मर जा मोदी। वो कहते हैं-मर जा मोदी। देश कह रहा है- मत जा मोदी। मत जा...मोदी मत जा।

साथियों,


आज के चुनाव नतीजों के बाद, साथियों आज के नतीजों के बाद कांग्रेस ने छोटों के प्रति अपनी नफरत को फिर से जगजाहिर कर दिया। कांग्रेस कह रही है और अध्यक्ष उनके कह रहे हैं कि ये तो छोटे राज्य हैं, इनके नतीजे उतना मायने नहीं रखते। जब दिल में ही भारत को जोड़ने की भावना ना हो, तो ऐसे बोल निकलते ही हैं। ये इन राज्यों के लोगों का अपमान है, जनमत का अपमान है। छोटे राज्यों को इस तरह तिरस्कार की भावना से देखकर कांग्रेस बहुत बड़ी गलती कर रही है। इसी सोच की वजह से कांग्रेस ने हमेशा देश के गरीब को छोटा समझा, देश के दलित-पिछड़ों-आदिवासियों को छोटा समझा। कांग्रेस ने हमेशा संख्याबल को, वोटबैंक को देखते हुए राजनीति की है। यही मानसिकता है जिसने आजादी के बाद देश का बहुत बड़ा नुकसान किया है। जब हमारी सरकार ने गरीब के लिए शौचालय बनाए, तो कांग्रेस उसे छोटा काम कहती रही। जब हमने गरीब के बैंक खाते खुलवाए, तो कांग्रेस ने उसे भी छोटा काम बताया। जब हमने सफाई अभियान चलाया, कांग्रेस ने छोटा काम मानकर उसका भी मजाक उड़ाया। मैं कांग्रेस से कहना चाहता हूं, छोटे लोगों से, छोटे राज्यों से यही नफरत आपको आगे भी चुनावों में डुबोने जा रही है।

आज नॉर्थ ईस्ट के नतीजों ने, बीजेपी के खिलाफ वर्षों से चलाए जा रहे एक और प्रोपेगेंडा को भी ध्वस्त कर दिया है। आप सभी जानते हैं कि कुछ विरोधी दलों ने और उनके इको-सिस्टम ने हमेशा भाजपा पर एक लेबल चिपकाने की कोशिश की है। शुरुआत में बीजेपी को बनिया पार्टी कहा गया, हिंदी पट्टी की पार्टी कहा गया। फिर कहा गया कि बीजेपी सिर्फ शहरी मिडिल क्लास की पार्टी है और गांवों में कोई आधार नहीं है। समय के साथ इन सारे मिथकों को बीजेपी ने तोड़ दिया। लेकिन इसके साथ ही विरोधी दल ये कहने लगे कि आदिवासी क्षेत्रों में बीजेपी को उतना समर्थन नहीं है। पिछले 10 सालों में हमने इस भ्रम को भी तोड़ दिया है। आज देश का आदिवासी समाज ही नहीं, दलित और पिछड़े भी भाजपा के साथ हैं। अभी हमने गुजरात चुनावों में भी देखा है कि कैसे आदिवासी पट्टे में भाजपा को जबरदस्त जीत मिली है।

साथियों,


हमारे यहां बरसों तक माइनॉरिटीज को भी बीजेपी का डर दिखाया गया। देश-विदेश में प्रोपेगेंडा चलाया गया। लेकिन अपप्रचार के इस झूठ की पोल, गोवा के लोग खोलते रहे हैं। अब नॉर्थ ईस्ट के लोग भी इस झूठ की पोल खोलने में जुट गए हैं। नागालैंड और मेघालय में जहां बहुसंख्यक आबादी हमारे क्रिश्चियन भाई-बहनों की है, वहां बीजेपी के लिए इतना जबरदस्त समर्थन लगातार बढ़ रहा है। वहीं नागालैंड में लगातार दूसरी बार हमारे गठबंधन को आशीर्वाद मिला है। गोवा में भाजपा लगातार जीत पर जीत का रिकॉर्ड बना रही है। मैं जानता हूं, जैसे-जैसे कुछ दलों द्वारा फैलाए इस झूठ का पर्दाफाश होगा, वैसे-वैसे भाजपा का और विस्तार होता जाएगा।

साथियों,


कुछ दलों द्वारा पर्दे के पीछे गठबंधन करके भाजपा को बाहर रखने का खेल भी आज देश देख रहा है। जनता देख रही है कि कैसे ये राजनीतिक दल उसके साथ, नागरिकों के साथ, जनता-जनार्दन के साथ छल-कपट कर रहे हैं। एक राज्य में दोस्ती और दूसरे राज्य में कुश्ती, ऐसा करने वाले राजनीतिक दलों का असली चेहरा जनता के सामने आ चुका है। केरला की जनता भी ये देख रही है कि कैसे लेफ्ट और कांग्रेस दूसरे राज्यों में गठबंधन करते हैं और केरला में एक-दूसरे के खिलाफ होने का ढोंग रचाते हैं। सच्चाई यही है कि ये दोनों मिले हुए हैं। दोनों मिलकर केरला को लूट रहे हैं। इसलिए मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्षों में भी, जैसे नागालैंड में हुआ है, जैसे मेघालय में हुआ है, जैसे गोवा में होता रहा है, केरला में भी भाजपा गठबंधन की सरकार बनेगी।

साथियों,


नॉर्थ ईस्ट की विजय ने बाकी देश के कार्यकर्ताओं में भी ऊर्जा भर दी है। देश की जनता बार-बार भाजपा पर भरोसा जता रही है। हमें विनम्र भाव से आगे बढ़ना है। हमें सभी को साथ लेकर चलना है। आजादी के इस अमृतकाल में, भारत को विकसित बनाने के लिए सबका प्रयास आवश्यक है। आइए, यहां से हम दोगुनी ताकत से राष्ट्र निर्माण में जुट जाएं। त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय की जनता का मैं फिर से एक बार हृदयपूर्वक आभार व्यक्त करता हूं। उनका अभिनंदन करता हूं।


बहुत-बहुत धन्यवाद !


भारत माता की जय !


भारत माता की जय !


भारत माता की जय !


भारत माता की जय !


बहुत-बहुत धन्यवाद !

Explore More
78-ാം സ്വാതന്ത്ര്യ ദിനത്തില്‍ ചുവപ്പ് കോട്ടയില്‍ നിന്ന് പ്രധാനമന്ത്രി ശ്രീ നരേന്ദ്ര മോദി നടത്തിയ പ്രസംഗം

ജനപ്രിയ പ്രസംഗങ്ങൾ

78-ാം സ്വാതന്ത്ര്യ ദിനത്തില്‍ ചുവപ്പ് കോട്ടയില്‍ നിന്ന് പ്രധാനമന്ത്രി ശ്രീ നരേന്ദ്ര മോദി നടത്തിയ പ്രസംഗം
Union Cabinet approves new income-tax Bill; law set to be simpler

Media Coverage

Union Cabinet approves new income-tax Bill; law set to be simpler
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Transcript for PM Modi's speech at the BJP Headquarters after historic victory in Delhi
February 08, 2025
Today, the people of Delhi are filled with enthusiasm and relief. The enthusiasm is for victory and the relief is from freeing Delhi from the AAP-da: PM after BJP win
Delhi’s mandate made it clear that the real owners of Delhi are its people, rejecting those who treated the capital as their personal domain: PM
Governance is not a platform for nautanki: PM Modi slams AAP-da after BJP sweeps Delhi
In Delhi’s elections, Congress has scored a double hat-trick of zeroes: PM Modi
Congress leaders openly say they are fighting against Bharat, against the Indian state. This is the language of Naxalites: PM Modi
If capable youth do not enter politics, the wrong people will take over. To build a developed India, we need fresh leadership and innovation at every level: PM Modi at BJP HQ

भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय !
यमुना मैया की...जय ! यमुना मैया की...जय ! यमुना मैया की...जय !

आज दिल्ली में, दिल्ली के लोगों में एक उत्साह भी है। एक सुकून भी है। उत्साह विजय का है और सुकून दिल्ली को आपदा से मुक्त कराने का है। साथियों, मैंने हर दिल्लीवासी के नाम एक पत्र भेजा था और आप सबने हर परिवार में मेरा एक पत्र पहुंचाया था और मैंने दिल्ली से प्रार्थना कि थी 21वीं सदी में भाजपा को सेवा का अवसर दीजिए। दिल्ली को विकसित भारत की विकसित राजधानी बनाने के लिए भाजपा को मौका दीजिए। मैं दिल्ली के हर परिवारजन को मोदी की गारंटी पर भरोसा करने के लिए दिल्लीवासियों को सर झुकाकर नमन करता हूं। मैं दिल्लीवासियों का आभार व्यक्त करता हूं। साथियों, दिल्ली ने दिल खोलकर हमें प्यार दिया है। और मैं दिल्लीवासियों को फिर से एक बार विश्वास दिलाता हूं आपके इस प्यार को सवा गुना कर के विकास के रूप में हम लौटाएंगे। दिल्ली के लोगों का ये प्यार, ये विश्वास हम सभी पर एक कर्ज़ है। इसे अब दिल्ली की डबल इंजन सरकार, दिल्ली का डबल तेजी से विकास करके चुकाएगी। साथियों, आज की ये विजय ऐतिहासिक है। ये सामान्य विजय नहीं है। दिल्ली के लोगों ने आप-दा को बाहर कर दिया है। एक दशक की आप-दा से दिल्ली मुक्त हो गई है। दिल्ली का जनादेश एकदम स्पष्ट है। आज दिल्ली में विकास, विजन और विश्वास की जीत हुई है। आज आडंबर, अराजकता, अहंकार और दिल्ली पर छाई आपदा की हार हुई है। इस नतीजे में भाजपा के कार्यकर्ताओं की दिन-रात की मेहनत, उनका परिश्रम ये विजय को चार चांद लगा देता है। और आप सभी कार्यकर्ता इस विजय के हकदार हैं। मैं भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को भी आप सबको भी इस विजय की बहुत-बहुत बधाई देता हूं। साथियों, आज दिल्ली की जनता ने साफ कर दिया है कि दिल्ली की असली मालिक सिर्फ और सिर्फ दिल्ली की जनता है। जिनको दिल्ली का मालिक होने का घमंड था, उनका सच से सामना हो गया है। दिल्ली के जनादेश से ये भी स्पष्ट है कि राजनीति में शॉर्ट कट के लिए, झूठ और फरेब के लिए कोई जगह नहीं है। जनता ने शॉर्ट कट वाली राजनीति का शॉर्ट सर्किट कर दिया है।

साथियों,
दिल्ली के लोगों ने लोकसभा चुनाव में मुझे कभी निराश नहीं किया है। 2014, 2019 और 2024 तीनों चुनावों में, दिल्ली के लोगों ने बीजेपी को 7 की 7 सीटों पर भव्य विजयी बनाया। (आप नीचे रहिए औरों को परेशानी हो रही है। आपका उत्साह मेरे सर आंखों पर। आपकी फोटो भी निकल चुकी है, वीडियो में आ चुका है अब आप प्यार से बैठिए)। साथियों, तीन-तीन बार लोकसभा में शत-प्रतिशत विजय दिलाने के बाद लेकिन मैं देख रहा था देशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं के और दिल्ली के कार्यकर्ताओं के मन में भी एक टीस थी, कसक थी ये टीस दिल्ली की पूरी तरह से सेवा ना कर पाने की थी। लेकिन आज दिल्ली ने हमारा वो आग्रह भी मान लिया। दिल्ली की युवा पीढ़ी, इक्कीसवीं सदी में पैदा हुए साथी, अब पहली बार दिल्ली में भाजपा का सुशासन देखेंगे। आज के नतीजे दिखाते हैं कि भाजपा की डबल इंजन सरकार के लिए, देश में कितना भरोसा है। लोकसभा चुनाव में जीत के बाद हमने पहले हरियाणा में अभूतपूर्व रिकॉर्ड बनाया। फिर महाराष्ट्र में नया रिकॉर्ड बनाया। अब दिल्ली में नया इतिहास रचा गया है।

साथियों,
आज के नतीजों का एक और पक्ष भी है। ये हमारा दिल्ली सिर्फ एक शहर नहीं है। दिल्ली मिनी हिंदुस्तान है। ये लघु भारत है। दिल्ली, एक भारत, श्रेष्ठ भारत के विचार को जीती है। जी-जान से जीती है। दिल्ली में दक्षिण भारत के लोग भी हैं। दिल्ली में पश्चिम भारत के लोग भी हैं। दिल्ली में पूर्वी भारत के लोग भी हैं। एक तरह से, दिल्ली विविधताओं से भरे भारत का लघु रूप है। और आज इसी विविधताओं वाली दिल्ली ने, भाजपा को प्रचंड जनादेश का आशीर्वाद दिया है। दिल्ली का ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, कोई ऐसा वर्ग नहीं है, जहां कमल नहीं खिला। हर भाषा बोलने वालों ने, हर राज्य के लोगों ने भाजपा के कमल निशान पर वोट दिया। और साथियों इस चुनाव में मैं जहां भी गया, मैं गर्व से कहता था मैं तो पूर्वांचल से सांसद हूं। ये पूर्वांचल से मेरा अपनेपन का रिश्ता, पूर्वांचल के लोगों ने इस रिश्ते को प्यार की विश्वास की नई ऊर्जा दे दी नई ताकत दे दी। इसलिए मैं पूर्वांचल के लोगों का पूर्वांचल के सांसद के नाते विशेष रूप से आभार व्यक्त करता हूं। जब हर एक का साथ मिलता है तो हर दिल्लीवासी को मेरी गारंटी है - सबका साथ सबका विकास, पूरी दिल्ली का विकास। साथियों दिल्ली के इस विजय उत्सव के साथ-साथ आज अयोध्या के मिल्कीपुर में भी भाजपा को शानदार जीत मिली है। हर वर्ग ने भारी संख्या में भाजपा के लिए मतदान किया है। अभूतपूर्व विजय दिया है। साथियों, आज देश तुष्टिकरण नहीं, बल्कि भाजपा के संतुष्टिकरण की पॉलिसी को चुन रहा है।

साथियों,
दिल्ली में धरना-प्रदर्शन की राजनीति, टकराव और प्रशासनिक अनिश्चितता ने दिल्ली के लोगों का बहुत नुकसान किया है। आज दिल्ली के विकास के सामने से एक बड़ी रुकावट आप सब दिल्ली वासियों ने दूर कर दी है। सोचिए…कैसी राजनीति रही होगी? कैसी सोच होगी इन लोगों की? इन लोगों ने मेट्रो का काम आगे बढ़ाने से रोका। इन आपदा वालों ने झुग्गी वालों को घर देने से रोका। इन आपदा वालों ने आयुष्मान भारत योजना का लाभ भी दिल्ली के लोगों को मिलने नहीं दिया। अब दिल्ली के लोगों ने साफ संदेश दिया है- governance. और साथियों दिल्ली ने देखा है पहले का जमाना governance ये नौटंकी का मंच नहीं है, governance प्रचार का मंच नहीं है, governance प्रपंच का मंच नहीं है। अब जनता ने स्थिर और डबल इंजन की सरकार को चुना है। हम पूरी गंभीरता से धरातल पर रहकर काम करेंगे, हम दिल्ली के लोगों की सेवा में दिन-रात एक कर देने वाले लोग हैं।

साथियों,
पूरा देश जानता है कि जहां एनडीए है, वहां सुशासन है। विकास है, विश्वास है। एनडीए का हर कैंडिडेट, हर जनप्रतिनिधि, लोगों के हित में काम करता है। देश में एनडीए को जहां भी जनादेश मिला है, हमने उस राज्य को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। और इसलिए भाजपा को लगातार जीत मिल रही है। लोग हमारी सरकारों को दूसरी बार, तीसरी बार चुन रहे हैं। उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, एमपी में। गुजरात, गोवा, महाराष्ट्र, बिहार में। असम, अरुणाचल, मणिपुर में। हर राज्य में हमें दोबारा सत्ता मिली है। साथियों, यहां दिल्ली के बगल में यूपी है। एक जमाने में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था कितनी बड़ी चुनौती थी और सबसे बड़ा चैलेंज नारी शक्ति के लिए होता था। यूपी में दिमागी बुखार का कहर बरसता था। लेकिन हमने इसका अंत करने के लिए संकल्पबद्ध होकर काम किया। आप याद करिए, महाराष्ट्र में हर साल सूखे के कारण हमारे अन्नदाताओं पर कितना बड़ा संकट आता था। लेकिन हमारी सरकार आने के बाद, हमने जल युक्त शिवर जैसे अभियान चलाकर किसानों तक पानी पहुंचाया। हरियाणा में किसी को बिना खर्ची, बिना पर्ची के सरकारी नौकरी नहीं मिलती थी। लेकिन आज बीजेपी, वहां सुशासन का नया मॉडल स्थापित कर रही है। पूर्वोत्तर में, हमारी सरकारों ने वहां के लोगों को विकास की नई धारा से जोड़ा है। एक जमाना था, जब गुजरात में पानी का इतना बड़ा संकट था। खेती-किसानी मुश्किल थी। लेकिन आज वही गुजरात एग्रीकल्चर पावर हाउस बनकर उभरा है। आप याद करिए, नीतीश जी के पहले, बिहार किस हालत में था। बिहार में नीतीश जी को अवसर मिला, बदलाव भी तभी आया, जब एनडीए की सरकार आई। ऐसे ही आंध्र प्रदेश में, चंद्रबाबू नायडू गारू ने अपना ट्रैक रिकॉर्ड साबित किया है। ये सारे उदाहरण बताते हैं कि एनडीए यानि विकास की गारंटी, एनडीए यानि सुशासन की गारंटी।

साथियों,
सुशासन का लाभ गरीब को भी होता है और मिडिल क्लास को भी होता है। इस बार दिल्ली में गरीब, झुग्गी में रहने वाले मेरे भाई-बहन, हमारे मिडिल क्लास ने भाजपा को जबरदस्त समर्थन दिया है। चाहे कोई भी प्रोफेशन हो, हर वर्ग के बहुत सारे प्रोफेशनल्स हमारी पार्टी में काम कर रहे हैं। और इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि हमारी पार्टी ने हमेशा मिडिल क्लास को अपनी प्राथमिकता पर रखा है। यहीं दिल्ली में हमने सबसे पहले मेट्रो का काम शुरू किया। हमने अन्य शहरों में एयरपोर्ट, मेट्रो और अर्बन डेवलपमेंट के प्रोजेक्ट्स पर काम किया। हमारी योजनाओं में, बहुत ज्यादा फायदा मिडिल क्लास को मिलता है। स्टार्टअप इंडिया जैसे अभियानों के कारण, छोटे शहरों के लोग अपने सपनों को पूरा कर रहे हैं। आयुष्मान भारत और जन औषधि केंद्रों के कारण देश के करोड़ों लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं।

साथियों,
देश की नारी शक्ति का आशीर्वाद हमारा सबसे बड़ा रक्षा कवच है। और आज एक बार फिर, नारी शक्ति ने दिल्ली में मुझे अपना आशीर्वाद दिया है। चाहे ओडिशा हो, महाराष्ट्र हो या हरियाणा हो, हमने हर राज्य में नारी शक्ति से किए हर वादे को पूरा किया। आज इन राज्यों में करोड़ों माताओ-बहनों को, हमारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। मैं दिल्ली की मातृशक्ति से भी कहता हूं, चुनाव में उनसे किया वादा जरूर पूरा किया जाएगा। ये मोदी की गारंटी है। और मोदी की गारंटी यानि, गारंटी पूरा होने की गारंटी।

साथियों,
टूटती सड़कें, कूड़े के ढेर, सीवर ओवरफ्लो और प्रदूषित हवा—दिल्ली की जनता, इन सब समस्याओं से त्रस्त रही है। अब यहां बनने वाली भाजपा सरकार, दिल्ली को विकास की ऊर्जा के साथ एक आधुनिक शहर बनाएगी। साथियों, पहली बार दिल्ली-एनसीआर के हर प्रदेश में बीजेपी का शासन आया है। आजादी के बाद यह पहली बार हुआ है। राजस्थान में, यूपी में, हरियाणा में, ऐसे पड़ोस के हर राज्य में भाजपा की सरकारें हैं। ये बहुत ही सुखद संयोग है। (जरा इनको नींद आ रही है या तबीयत खराब है। जरा डॉक्टर देख लीजिए। कार्यकर्ता को पानी पिला दीजिए। शायद तबीयत ठीक नहीं है, इनको जरा संभालिए, नहीं वो थोड़े अनइजी लग रहे हैं, आप पानी पिलाएं, थोड़े अनइजी लग रहे हैं)। साथियों इन सभी क्षेत्रों में आजादी के बाद पहली बार एक साथ भाजपा की सरकारें हैं। इस एक संयोग से दिल्ली और पूरे एनसीआर में तरक्की के अनगिनत रास्ते खुलने जा रहे हैं। हमारी कोशिश होगी कि आने वाले समय में इस पूरे क्षेत्र में मोबिलिटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ढेर सारा काम हो। और इस क्षेत्र के नौजवानों को भी तरक्की के नए-नए अवसर मिलें। साथियों, हम देख रहे हैं… आज देश तेजी से शहरीकरण की ओर बढ़ रहा है। पहले के समय की सरकारों ने शहरीकरण को बोझ माना, इसे चुनौती समझा, उन लोगों ने शहरों को, सिर्फ पर्सनल वेल्थ कमाने का जरिया बना दिया। लेकिन मेरा मानना है, urbanization, एक opportunity है। Urbanisation गरीबों को, वंचिंतों को, सशक्त करने का भी एक माध्यम है। दिल्ली, भारत का गेटवे है और इसीलिए इसे देश का सर्वश्रेष्ठ urban infrastructure मिलना ही चाहिए। दिल्ली के लोगों ने हाउसिंग सेक्टर में हमारा काम देखा है। लोगों ने सड़कों के लिए हमारी परफॉर्मेंस देखी है। अब हम दिल्ली वालों की आकांक्षाओं को पूरा करने में पूरी शक्ति से जुट जाएंगे।

साथियों,
दिल्ली का जनादेश विकास के साथ ही विरासत की समृद्धि के लिए भी है। गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति। कावेरी नर्मदे सिंधु। ये भारत का सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उद्घोष है। मां यमुना हमारी आस्था का केंद्र हैं। तभी तो कहते हैं, नमो नमस्ते यमुने सदा त्वं, भवस्व मे मंगल कारणं च। हम लोग हमारा सदा मंगल करने वाली यमुना देवी को नमस्कार करते हैं। लेकिन, उसी यमुना जी की इन लोगों ने कैसी दुर्दशा कर दी? दिल्ली का तो अस्तित्व ही मां यमुना की गोद में पनपा है। दिल्ली के लोग यमुना की इस पीड़ा को देखकर कितना आहत होते रहे हैं! लेकिन, दिल्ली की आप-दा ने इस आस्था का अपमान किया। दिल्ली की आपदा ने लोगों की भावनाओं को, उनकी आस्था को पैरों तले कुचल दिया। अपनी नाकामी के लिए हरियाणा के लोगों पर इतना बड़ा आरोप लगा दिया। साथियों, मैंने चुनाव प्रचार के दौरान संकल्प लिया है कि यमुना जी को हम दिल्ली शहर की पहचान बनाएंगे। मैं जानता हूं ये काम कठिन है। मैं ये भी जानता हूं यह काम बहुत लंबे समय का है। गंगा जी का देखिए, राजीव गांधी के जमाने से वो काम चल रहा है। समय कितना ही क्यों ना जाए, शक्ति कितनी ही क्यों ना लगे, लेकिन अगर संकल्प मजबूत है तो यमुना जी के आशीर्वाद रहने वाले हैं। हम मां यमुना जी की सेवा के लिए हर प्रयास करेंगे, पूरे सेवा भाव से काम करेंगे।

साथियों,
ये आपदा वाले, ये कहकर राजनीति में आए थे कि हम राजनीति बदल डालेंगे। लेकिन ये कट्टर बेईमान निकले। मैं आज वरिष्ठ महानुभाव श्रीमान अन्ना हजारे जी का बयान सुन रहा था। अन्ना हजारे जी, काफी समय से, इन आपदा वालों के कुकर्मों की पीड़ा झेल रहे थे। आज उन्हें भी उस पीड़ा से मुक्ति मिली होगी। साथियों, जिस पार्टी का जन्म ही भ्रष्टाचार के विरुद्ध हुए आंदोलन से हुआ हो, वही भ्रष्टाचार में लिप्त हो गई। ये देश की ऐसी पार्टी बनी, जिसके मुख्यमंत्री, मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए। जो खुद को ईमानदारी का सर्टिफिकेट देते थे और दूसरों को बेईमानी का मेडल देते घूमते फिरते थे, वो खुद भ्रष्टाचारी निकले। ये दिल्ली के भरोसे के साथ बहुत बड़ा धोखा था। शराब घोटाले ने दिल्ली को बदनाम किया। स्कूल और अस्पताल में हुए घोटाले ने गरीब से गरीब को परेशान किया। और ऊपर से अहंकार इतना कि जब दुनिया कोरोना से निपट रही थी, तो ये आपदा वाले शीशमहल बना रहे थे। इन आपदा वालों ने अपने हर घोटाले को छिपाने के लिए रोज नई-नई साजिशें रचीं। लेकिन अब दिल्ली का जनादेश आ चुका है। मैं गारंटी दे रहा हूं। पहले विधानसभा सेशन में ही CAG की रिपोर्ट सदन में रखी जाएगी। भ्रष्टाचार के हर तार की जांच होगी और जिसने भी लूटा है, उसको लौटाना पड़ेगा। ये भी मोदी की गारंटी है।

साथियों,
आज जनता ने फिर एक बार फिर कांग्रेस को कड़ा संदेश दिया है। दिल्ली के चुनाव में कांग्रेस ने ज़ीरो की डबल हैट्रिक लगाई है। देश की राजधानी में, देश की सबसे पुरानी पार्टी का लगातार दिल्ली में छह बार से खाता नहीं खुल रहा है। और ये लोग खुद को पराजय का गोल्ड मेडल देते फिर रहे हैं। सच्चाई ये है कि कांग्रेस पर देश बिल्कुल भरोसा करने के लिए तैयार नहीं है। पिछली बार मैंने कहा था कि कांग्रेस एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। ये खुद तो डूबती है, अपने साथियों को भी डुबोती है। साथियों, कांग्रेस एक के बाद एक अपने सहयोगियों को खत्म कर रही है। इनका तरीक़ा भी बड़ा मज़ेदार है। आज की कांग्रेस अपने सहयोगियों की जो भाषा है, जो उनका एजेंडा है, उसी को चुराने में लगी हुई है। उनके मुद्दे चुराती है और फिर उनके वोट बैंक में सेंध मारती है। यूपी में कांग्रेस उस वोटबैंक को छीनने की कोशिश कर रही है, जिस पर समाजवादी पार्टी और बीएसपी अपना हक मानती थी। मुलायम सिंह जी इसको बराबर समझ गये थे। इसी तरह तमिलनाडु में कांग्रेस, आज DMK की भाषा डबल जोर से बोलती है उनको DMK के वोटर को लुभाना है, करके खुद की हैसियत बनानी है। बिहार में भी ये कांग्रेस ही है जो जातिवाद का जहर फैलाकर अपनी सहयोगी आरजेडी का जो पेटेंट है, उसी जमीन को खाने में जुट गई है। ठीक ऐसा ही हाल जम्मू-कश्मीर, बंगाल में भी कांग्रेस ने अपने सहयोगियों का किया है। अब आज दिल्ली में भी साफ हो गया कि जो भी कांग्रेस का हाथ एक बार थामता है, उसका बंटाधार होना तय हो जाता है। और जो राजनीति का अध्ययन करते हैं उनके लिए मैं आज एक काम छोड़ देता हूं।

देखिए इन्होंने 2014 के बाद 5 साल तक यह कोशिश की हिंदू बनने की कोशिश की। मंदिरों में जाना, माला पहनना, पूजा करना, भांति-भांति की कोशिश की। उनको लगा ये करेंगे तो बीजेपी की वोट बैंक में हम सेंध मार करके कुछ ले आएंगे, लेकिन उनकी दाल गली नहीं तो आपने देखा होगा पिछले कुछ वर्षों से उन्होंने वो रास्ता बंद कर दिया। उन्होंने माना के ये भाजपा का क्षेत्र है उसमें पैर नहीं डाल सकते। अब जाएं तो जाएं कहां। तो ये राज्यों की जो अलग-अलग पार्टियां अलग-अलग अपने मुद्दों पर जो अपनी जान चला रही हैं। अब उनकी नजरें उन पर है। और इसलिए, और वो भी समझ गए होंगे, बोलते नहीं होंगे, समझ गए होंगे कि उनको ही खा रहे हैं। साथियों, इंडी गठबंधन के दल अब कांग्रेस का ये कैरेक्टर समझने लगे हैं। इंडी वालों को ये ऐहसास हो रहा है कि जिस वोटबैंक को उन्होंने कांग्रेस से छीना है, अब कांग्रेस उसे वापस पाने में जुटी है। इसलिए, दिल्ली में हमने देखा, इंडी के ही दलों ने एकजुट होकर कांग्रेस को हैसयित बताने की कोशिश की, अपने वोट बैंक को रोकने की कोशिश की। ये मीडिया वालों को पता नहीं समय नहीं मिला। अब तो समय ही समय है उनके पास। इंडी गठबंधन पूरा दिल्ली में कांग्रेस के खिलाफ मैदान में उतरा था और फिर भी क्या हाल हुआ देखिए, दोनों तरफ। साथियों वह कांग्रेस को रोकने में तो सफल रहे लेकिन आपदा को बचाने में कामयाब नहीं हो पाए।

साथियों,
कांग्रेस का हाथ थामने वाले इसलिए भी बर्बाद हो रहे हैं, क्योंकि आज कांग्रेस वो कांग्रेस नहीं है जो आजादी के आंदोलन के समय थी। जो आजादी के बाद कुछ दशकों तक थी। आज वो कांग्रेस नहीं है। आज कांग्रेस देशहित की नहीं, अर्बन नक्सलियों की राजनीति कर रही है। कांग्रेस के नेता जब कहते हैं कि वो भारत से लड़ रहे हैं, Indian state से लड़ रहे हैं। ये नक्सलियों की भाषा है। ये समाज में, देश में अराजकता लाने की भाषा है। और यहां दिल्ली में तो आप-दा भी उसी अर्बन नक्सली सोच को ही आगे बढ़ा रही थी। कांग्रेस की ये अर्बन नक्सली सोच, राष्ट्र की उपलब्धियों पर अटैक करती है। ये पूरी दुनिया में अपनी ही सोच का आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक निज़ाम लाना चाहते हैं। जब से कांग्रेस में अर्बन नक्सलियों का DNA घुसा है, तब से कांग्रेस हर कदम पर बर्बाद हो रही है।

साथियों,
आज दिल्ली से मैं देश के नौजवानों से भी अपना एक आग्रह दोहराना चाहता हूं। मैंने एक लाख नौजवानों को राजनीति में आगे आने के लिए कहा है। ये मैं इसलिए कहता हूं कि देश को सही मायने में एक गंभीर, पॉलिटकल ट्रांसफॉरमेशन की ज़रूरत है। विकसित भारत को नई प्राणशक्ति की जरूरत है। 21वीं सदी की राजनीति को नए idea, नई ऊर्जा की ज़रूरत है। नए चिंतन की ज़रूरत है। ये मैं इसलिए भी कह रहा हूं क्योंकि अगर अच्छे नौजवान, बेटे-बेटियां राजनीति में नहीं आएंगे, तो ऐसे लोग राजनीति पर कब्जा कर लेंगे जो राजनीति में नहीं आने चाहिए। सफलता-असफलता अपनी जगह पर है, लेकिन देश को धूर्तता और मूर्खता की राजनीति नहीं चाहिए। एक तरफ धूर्तता है तो दूसरी तरफ मूर्खता है। देश का तेजस्वी युवा अगर राजनीति में नहीं आएगा, तो देश धूर्तता और मूर्खता की राजनीति में फंस जाएगा। विकसित भारत बनाने के लिए हमें राजनीति में नयापन लाना है, हर स्तर पर इनोवेशन लाना है।

साथियों,
हमारी ये विजय, नई ज़िम्मेदारी लेकर आई है। भाजपा, ऱिफॉर्म और परफॉर्म की गारंटी देती है। और जब इसमें हर दिल्लीवासी जुड़ जाएगा तो ट्रांसफॉरमेशन और तेज गति से आएगा। हमें दिल्ली के विकास के लिए मिलकर काम करना है। हम कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। हम मिलकर दिल्ली को विकसित भारत की विकसित राजधानी बनाएंगे।

साथियों,
मैंने हमेशा जिस मंत्र को जिया है और जिस मंत्र को हमेशा मैं मेरे लिए भी पुनः स्मरण करता रहता हूं मेरे सभी साथियों के लिए भी पुनः स्मरण करता रहता हूं और वो है हमें हमेशा जब-जब विजय मिले, अपनी नम्रता को कभी छोड़ना नहीं है। अपने विवेक को कभी छोड़ना नहीं है। समाज सेवा के हमारे भाव को कभी छोड़ना नहीं है। हम सत्ता सुख के लिए नहीं, हम सेवा भाव से आए लोग हैं। हम हमारी शक्ति समय सत्ता सुख में नहीं बर्बाद करेंगे, हम इस अवसर को सेवा के लिए ही खपा देंगे। और इसलिए साथियों इस संकल्प के साथ हम आगे बढ़ें। दिल्ली और पूरे एनसीआर के विकास के जो सपने हमने सजे हैं, उसको हम परिपूर्ण करके रहें। मैं एक बार फिर सभी देशवासियों का भी निरंतर हम पर आशीर्वाद बनाए रखने के लिए आभार व्यक्त करता हूं। मैं दिल्लीवासियों का फिर से आभार व्यक्त करता हूं और आप सभी साथियों को हृदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। जय, बोलिए, यमुना मैया की जय, यमुना मैया की जय, यमुना मैया की जय, यमुना मैया की जय, यमुना मैया की जय, यमुना मैया की जय।

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय।
बहुत-बहुत धन्यवाद।