भारत माता की जय। आप सब इतनी बड़ी संख्या में, आप सब इतनी बड़ी संख्या में और इतने उत्साह और उमंग के साथ यहां आए। मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। ऐसा लग रहा है, कर्नाटक की जनता अब ज्यादा चुनाव का इंतजार करने को तैयार नहीं है। देश के अन्य राज्य की तरह कर्नाटक भी विकास की यात्रा में तेज गति से जुड़ना चाहता है। और आने वाले चुनाव के बाद कर्नाटक भी विकास की मुख्य धारा में सम्मलित हो जाएगा, ये मेरा पूरा विश्वास है।
अब देश कांग्रेस पार्टी से कोई आशा अपेक्षा नहीं रखती है। मैं हैरान हूं कि इतने सालों तक केंद्र में जिन लोगों ने राज किया। देश की आंतरिक सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा ये जिन लोगों की जिम्मेदारी थी। सरदार वल्लभ भाई पटेल जिन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए अहम फैसले लिए थे। कश्मीर के लिए इस देश के हजारों जवानों ने शहादत मोल ली थी। हर पल मातृभूमि की रक्षा के लिए, कश्मीर के निर्दोष नागरिकों की रक्षा के लिए देश के जवान अपना बलिदान देते रहे। हिन्दुस्तान का कोई राज्य ऐसा नहीं होगा, जहां के वीरों ने कश्मीर के लिए बलिदान न दिया। और अचानक, कल तक जो सत्ता में बैठे थे, वो आज अचानक यू टर्न ले लें। बेशर्मी के साथ बयान करे। कश्मीर की आजादी के साथ अपना स्वर मिला दे।
मैं पूछना चाहता हूं बंगलौर के भाइयों बहनों से।
क्या ऐसे लोग जो देश के वीरों के बलिदान पर अपनी राजनीति करे, तुच्छ राजनीति करे। क्या ऐसे लोगों से देश का भला हो सकता है ...। हो सकता है ...। हो सकता है ...। इनको ये कहने में शर्म नहीं आ रही है। कांग्रेस पार्टी को इस बयान का हर पल जवाब देना पड़ेगा। जिन वीरों ने बलिदान दिया है, जिन मां ने अपना लाल दिया देश के लिए बलिदान दिया है, वो मां जवाब मांगती है। जिस बहन ने अपने भाई को देश के लिए बलिदान दिया है, वो बहन जवाब पूछती है। जिन बच्चों ने अपने पिता को देश के लिए बलिदान दिया है, वो बच्चे जवाब मांगते हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी बेशर्मी के साथ उस भाषा का प्रयोग करे जो कश्मीर की धरती पर अलगाववादी करते हैं। उस भाषा का प्रयोग करे जो पाकिस्तान में बोला जाता है।
भाइयों बहनों।
ये सरदार वल्लभ भाई पटेल की धरती है। और हम देश की एकता और अखंडता के साथ कोई समझौता करेंगे भी नहीं और होने देंगे भी नहीं। सर्जिकल स्ट्राइक हुआ। देश के वीर जवानों ने दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिए। सारे भारत के लिए गौरव का पल था। कांग्रेस पार्टी उसको भी नहीं पचा पाई। कल के, कांग्रेस पार्टी के नेता के बयान को सुनकरके कल्पना कर सकता हूं कि सर्जिकल स्ट्राइक के प्रति नाराजगी का कारण क्या था। देश के वीर जवानों के पराक्रम, भारत की डिप्लोमेटिक ताकत, भारत का संयम, भारत का धैर्य, पूरी दुनिया ने डोकलाम में देखा। चीन कितना ही शक्तिशाली क्यों न हो, लेकिन धैर्य की कसौटी पर भारत खरा उतरा है। आज भारत के सामर्थ्य जिसको पूरा विश्व गौरवपूर्ण नजरों से देख रहा है, नजर कर रहा है। यही कांग्रेस के लोग आए दिन डोकलाम के नाम पर झूठी खबरें प्रसारित कर रहे थे।
भाइयों बहनों।
जो सत्ता पर इतने साल रहे, देश की जनता ने इतना भरोसा किया, ये लोग ऐसे निकले, इस सोच के पले बढ़े थे।
भाइयों बहनों।
लग रहा था एक के बाद एक पराजय के बाद, कांग्रेस पार्टी में कुछ समझदार लोग, कांग्रेस को सही रास्ते पर लाने के लिए प्रयास करेंगे। लेकिन एक के बाद एक घटना देख रहा हूं, एक के बाद एक वक्तव्य सुन रहा हूं, गैर जिम्मेवार व्यवहार देख रहा हूं। तब ये लगता है कि अब कांग्रेस ने सुधरना नहीं है, ये तय कर लिया है। वर्ना पराजय से लोग सीखते हैं, समझते हैं, गलतियों को ठीक करते हैं। इनका अंहकार सातवें आसमान पर है। देश की जनता से वो कट चुके हैं। देश की आशा, आकांक्षाओं से छंट चुके हैं। इसी का परिणाम है कि आज इस प्रकार की भाषा बोली जाती है।
भाइयों बहनों।
मैं आज यहां एक आध्यात्मिक कार्यक्रम के अवसर पर आया हूं। प्रात: धर्मस्थल पर जाने का मौका मिला और शाम को एक महत्वपूर्ण रेल प्रोजेक्ट के लिए जा रहा हूं। आप इतनी बड़ी मात्रा में आकरके स्वागत सम्मान किया। मैं आपका ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं। धन्यवाद।


