The choice in these elections is between the BJP’s model of inclusive development or the Mahamilawat’s model of division, hate and fear: PM Modi
The kind of hooliganism and violence that has taken place during election campaigning in West Bengal this time is unprecedented: PM Modi
The people of Bengal have resolved to get rid of their corrupt, insensitive and repressive government and will give the TMC’s goons a befitting response by voting resoundingly in support of the BJP: Prime Minister Modi

भारत माता की जय, भारत माता की जय।

आज मेरे पास समय की सीमा है। साथियो, सातवें चरण के मतदान में अब सिर्फ दो दिन बचे हैं। वहीं लोकसभा चुनाव परिणाम आने में सिर्फ सात दिन बचे हैं। 23 मई को ऐलान हो जाएगा, फिर एक बार… मोदी सरकार।

भाइयो-बहनो, वो महामिलावटी लोग जो महीने भर पहले तक मोदी हटाओ-मोदी हटाओ का राग आलाप रहे थे, वो आज बौखलाए हुए हैं। उनकी पराजय पर पूरे देश ने मोहर लगा दी है और उत्तर प्रदेश ने सबसे आगे बढ़ कर इनका गुणा गणित ही बिगाड़ा दिया है। इसलिए हर दिन उनकी गालियां बढ़ती जा रही हैं। भाइयो-बहनो, असल में देश इन महामिलावटी दलों की सच्चाई पहले दिन से जानता है। देश को पता है की मोदी हटाओ का नारा तो बहाना था असल में उन्हें अपने भ्रष्टाचार के पाप को छिपाना था इसलिए ये जैसे-तैसे कोशिश कर रहे हैं की देश में एक खिचड़ी सरकार बन जाए। ये देश में एक मजबूर सरकार चाहते थे जिसे वो अपनी जरूरत के हिसाब से ब्लैकमेल कर सकें। लेकिन ये नया भारत है, ये आतंकियों को घर में घुसकर मारता है और जो अपने घर को, अपने समाज को, अपने देश को कमजोर करना चाहते हैं, उन्हें अच्छी तरह पहचानता भी है, जानता भी है।

भाइयो-बहनो, यहां उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा ने जाति के आधार पर एक अवसरवादी गठबंधन करने की कोशिश की। लखनऊ में एसी कमरे में बैठकर ऊपर-ऊपर से तो डील हो गई लेकिन जमीन से कटे हुए ये नेता अपने कार्यकर्ताओं को ही भूल गए। नतीजा ये की सपा और बसपा के कार्यकर्ता आज भी एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं। दूसरी गलती सपा-बसपा ने ये सोच कर की, कि दोनों दलों को उनका वोट एक दूसरे को ट्रांसफर हो जाएगा। भाइयो-बहनो, इन लोगों ने कुछ जातियों को अपना गुलाम समझ लिया था। 2014 में पहली बार समझाने के बाद, 2017 में दूसरी बार समझाने के बाद अब 2019 में उत्तर प्रदेश इन दलों को थोड़ा ठीक से समझाने जा रहा है की जातियां आपकी गुलाम नहीं हैं। लोग ये अच्छी तरह समझते हैं की वोट दिया जाता है विकास के लिए, वोट दिया जाता है देश को आगे बढ़ाने के लिए।

भाइयो-बहनो, इन लोगों ने जाति के नाम पर सिर्फ सत्ता हासिल की और फिर सत्ता का उपयोग अपने लिए बंगले बनाने में, अपने रिश्तेदारों को करोड़पति, अरबपति बनाने में किया है। बुआ हो या बबुआ हो, इन लोगों ने गरीब से खुद को इतना दूर कर लिया है, अपने आस-पास इन लोगों ने पैसे की, बाहुबल की, अपने दरबारियों की इतनी ऊंची दीवार खड़ी कर ली है की इन्हें गरीबों का सुख-दुख नजर नहीं आता। भाइयो-बहनो, इऩ महामिलावटी लोगों से अलग मैं बहुत ईमानदारी से प्रयास कर रहा हूं की गरीब की जिंदगी आसान हो। दशकों से उसे जिन सुविधाओं का इंतजार था, मैं उसे वो मुहैया कराने में जुटा हूं। गरीब को पक्का घर मिले, घर में बिजली का कनेक्शन हो, गैस का कनेक्शन हो, शौचालय हो, बैंक में खाता हो, उसके बच्चे का समय पर टीकाकरण हो, उसे सस्ता इलाज मिले, उसे सस्ता राशन मिले, उसके घर तक सड़क पहुंचे, इन लक्ष्यों पर हम काम कर रहे हैं। साथियो, मैं उन किसान परिवारों के बैंक खाते में सीधी मदद देने में भी जुटा हूं, जिनको खेती से जुड़े छोटे-छोटे खर्च के लिए कर्ज लेना पड़ता था।

साथियो, एक तरफ आपका ये सेवक देश की बेटियों को सशक्त करने में जुटा है। वहीं ये महामिलावटी वोट के लिए बेटियों का अपमान करते हैं। मुस्लिम बहन-बेटियों को तीन तलाक के नर्क से मुक्ति दिलाने का बीड़ा भी हमारी सरकार ने उठाया लेकिन इन महामिलावटी लोगों ने मिलकर मुस्लिम बहन-बेटियों को इंसाफ मिलने में रोड़े अटकाए। सरकार चाहती है कि मुस्लिम महिलाओं को उनकी भावनाओं के मुताबिक उनकी आस्था के दायरे में ही तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार मिले, लेकिन ये महामिलावटी दल ऐसा भी होने नहीं दे रहे। इन लोगों का रवैया क्या है ये महामिलावट वाले उम्मीदवार में भी नजर आता है। सपा-बसपा ने यहां से ऐसे उम्मीदवार को टिकट दिया है जो बलात्कार के आरोप में भगोड़ा है। समाजवादी पार्टी का इतिहास यूपी के लोग जानते हैं लेकिन बहन जी क्या आप ऐसे उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगी।

भाइयो-बहनो, सपा के समय में यूपी में बेटियों की क्या स्थिति थी ये सब जानते हैं। लेकिन बहन जी महिला सुरक्षा को लेकर आपका बर्ताव भी अब सवालों के घेरे में है। कुछ दिन पहले राजस्थान के अलवर में एक दलित बेटी के साथ गैंगरेप किया गया था। वहां बहन जी के समर्थन से कांग्रेस की सरकार चल रही है। कांग्रेस की सरकार ने चुनाव को देखते हुए उस दलित बेटी के साथ हुए उस राक्षसी अपराध को छिपाने की कोशिश की। बहन जी सब जानती हैं लेकिन कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लेने के बजाए वो मोदी को गालियां देने में जुटी है। दलित बिटिया के साथ बहन जी का ये रवैया बताता है की ये महामिलावटी अपने स्वार्थ के लिए किसी को भी धोखा दे सकते हैं। भाइयो-बहनो, महिला हितों, महिला सुरक्षा के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। आजादी के इतिहास में पहली बार रेप केस में फांसी सजा का प्रावधान इसी चौकीदार ने किया है। मैं यहां की महिलाओं को, पूरे पूर्वांचल की महिलाओं को विशेष आग्रह करूंगा की वो ऐसे महिला विरोधी दलों के खिलाफ पूरी ताकत के साथ मतदान करें। महिलाओं की गरिमा, उनकी मर्यादा, उनके हितों के लिए मतदान करें। कमल के निशान पर बटन दबाने का मतलब है, बलात्कारियों को फांसी की सजा। कमल के निशान पर बटन दबाने का मतलब है, घर-घर शौचालय, घर में पानी की सुविधा।

साथियो, मैं यहां आने के लिए रास्ते में था तो पता चला की बहन जी ने पश्चिम बंगाल को लेकर मुझ पर निशाना साधा है, चुनाव आयोग को भी आड़े हाथों लिया है। मैं तो सोच रहा था की जिस तरह ममता दीदी वहां पर, यूपी, बिहार, पूर्वांचल के लोगों पर निशाना साध रही है, उन्हें बाहरी बताकर अपनी राजनीति कर रही है। बहन मायावती इस पर ममता दीदी को जरूर कुछ खरी-खोटी सुनाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्योंकि उनको आपकी चिंता नहीं है, उनको तो कुर्सी का खेल खेलना है।

साथयो, यहां यूपी में सभा के बाद मैं आज फिर एक बार बंगाल जाने वाला हूं। बंगाल की मुख्यमंत्री, लोकतंत्र के द्वारा चुनी हुई मुख्यमंत्री, भारत के लोकतंत्र, 130 करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद से मोदी जो प्रधानमंत्री चुना गया है उसको बंगाल की मुख्यमंत्री अपना प्रधानमंत्री नहीं मानती। वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को तो प्रधानमंत्री मानती है लेकिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री नहीं मानती है। और भाइयो-बहनो, आज जब मैं बंगाल जा रहा हूं तो देश वासियों को विश्वास दिलाता हूं मुझे याद है कुछ महीने पहले जब पश्चिमी मेदिनीपुर में मेरी रैली थी तो किस तरह की अराजकता वहां के टीएमसी द्वारा फैलाई गई थी। इसके बाद बंगाल में ठाकुरनगर में मेरी जनसभा थी तो ये हालत कर दी गई थी की मुझे अपना संबोधन बीच में छोड़कर मंच से हट जाना पड़ा था। कुछ दिन पहले कूचबिहार में मेरी रैली के लिए जहां पर मंच बनना था, वहीं पर दीदी ने अपनी पार्टी का बड़ा सा मंच बनवा दिया था। ये सब सत्ता के नशे में लोकतंत्र विरोधी मानसिकता में दीदी आप करती रही हो। दीदी का रवैया मैं बहुत दिन से देख रहा हूं, अब पूरा देश भी देख रहा है। आज शाम को कोलकाता में दमदम में भी मेरी रैली है। देखते हैं दीदी ये रैली होने देती है या नहीं, उसका चले तो वहां हमारे हेलिकॉप्टर को उतरने भी नहीं देगी।

 

साथियो, टीएमसी के गुडों की ये दादागिरी परसों रात भी देखने को मिली। परसों कोलकता में भाई अमित शाह के रोड शो के दौरान टीएमसी के गुंडों ने ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ती को तोड़ दिया। ऐसा करने वालों को कठोर से कठोर सजा देनी चाहिए। वहीं मैं ये भी कहना चाहूंगा की ईश्वरचंद्र विद्यासागर जी के विजन के लिए समर्पित हमारी सरकार उसी जगह पर पंचधातु की एक मूर्ती की स्थापना करेगी और टीएमसी के गुंडों को जवाब देगी। ईश्वरचंद्र विद्यासागर मात्र बंगाल की नहीं बल्कि भारत की महान विभूति हैं। वो महान समाज सुधारक, शिक्षाशास्त्री ही नहीं बल्कि दलितों और गरीबों के संरक्षक भी थे। महिलाओं के अधिकारों के लिए उन्होंने उस दौर में आवाज उठाई थी, उन्होंने मानवता की सेवा के लिए जो किया है उसके हम सभी ऋणी हैं। हमारी सरकार देश की ऐसी ही विभूतियों की प्रेरणा से देश को नई ऊंचाई पर ले जाने का काम कर रही है। भाजपा सरकार के तो मूल में बंगाल की संस्कृति, भक्ति है। वेद से विवेकानंद तक और नेताजी सुभाष चंद्र बोस से लेकर डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी तक हमारे चिंतन-मनन को बंगाल की ऊर्जा ने ही प्रभावित किया है।                 

भाइयो-बहनो, 21वीं सदी में देश को एक बुलंद हौसले वाली, पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए। मजबूत सरकार ही जय जवान-जय किसान के नारे को साकार कर सकती है। मजबूत सरकार से ही एक विकसित भारत का सपना सच हो सकता है। मजबूत सरकार ही पूर्वांचल और पूर्वी भारत का विकास कर सकती है। यही कारण है की इस पूरे क्षेत्र को हमने विशेष प्राथमिकता दी है। रेल हो, रोड हो, गंगा जी पर बना जल मार्ग हो, इस पूरे क्षेत्र का कायाकल्प हो रहा है। इससे यहां उद्योगों के लिए, उद्यमों के लिए रोजगार के नए अवसर बनने वाले हैं। साथियो, इस बार घोसी को पिछली बार का रिकॉर्ड तोड़ना है, एक-एक बूथ पर कमल खिलाना है। आपका हर वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आप इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने के लिए आए, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं।

भारत माता की… जय, भारत माता की… जय, भारत माता की… जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

 

 

 

 

Explore More
ശ്രീരാമജന്മഭൂമി ക്ഷേത്രത്തിലെ പതാക ഉയർത്തൽ ഉത്സവത്തിനിടെ പ്രധാനമന്ത്രി നടത്തിയ പ്രസം​ഗം

ജനപ്രിയ പ്രസംഗങ്ങൾ

ശ്രീരാമജന്മഭൂമി ക്ഷേത്രത്തിലെ പതാക ഉയർത്തൽ ഉത്സവത്തിനിടെ പ്രധാനമന്ത്രി നടത്തിയ പ്രസം​ഗം
Foxconn hires 30,000 staff at new, women-led iPhone assembly unit

Media Coverage

Foxconn hires 30,000 staff at new, women-led iPhone assembly unit
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Prime Minister holds a telephone conversation with the Prime Minister of New Zealand
December 22, 2025
The two leaders jointly announce a landmark India-New Zealand Free Trade Agreement
The leaders agree that the FTA would serve as a catalyst for greater trade, investment, innovation and shared opportunities between both countries
The leaders also welcome progress in other areas of bilateral cooperation including defence, sports, education and people-to-people ties

Prime Minister Shri Narendra Modi held a telephone conversation with the Prime Minister of New Zealand, The Rt. Hon. Christopher Luxon today. The two leaders jointly announced the successful conclusion of the historic, ambitious and mutually beneficial India–New Zealand Free Trade Agreement (FTA).

With negotiations having been Initiated during PM Luxon’s visit to India in March 2025, the two leaders agreed that the conclusion of the FTA in a record time of 9 months reflects the shared ambition and political will to further deepen ties between the two countries. The FTA would significantly deepen bilateral economic engagement, enhance market access, promote investment flows, strengthen strategic cooperation between the two countries, and also open up new opportunities for innovators, entrepreneurs, farmers, MSMEs, students and youth of both countries across various sectors.

With the strong and credible foundation provided by the FTA, both leaders expressed confidence in doubling bilateral trade over the next five years as well as an investment of USD 20 billion in India from New Zealand over the next 15 years. The leaders also welcomed the progress achieved in other areas of bilateral cooperation such as sports, education, and people-to-people ties, and reaffirmed their commitment towards further strengthening of the India-New Zealand partnership.

The leaders agreed to remain in touch.