Quoteबेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे राष्ट्र को समर्पित किया
Quoteमैसूरु-कुशलनगर 4-लेन राजमार्ग का शिलान्यास किया
Quote"कर्नाटक में आज शुरू की जा रही अत्याधुनिक सड़क अवसंरचना परियोजनाएं पूरे राज्य में परिवहन-संपर्क को बढ़ावा देंगी और आर्थिक विकास को मजबूत करेंगी"
Quote"'भारतमाला' और 'सागरमाला' जैसी पहलें भारत के परिदृश्य को बदल रही हैं"
Quote"देश में अवसंरचना विकास के लिए इस साल के बजट में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए हैं"
Quote“अच्छी अवसंरचना 'जीवन यापन में आसानी' के लिए सुविधाएँ बढ़ाती है; प्रगति के नए अवसर पैदा करती है”
Quote"पीएम किसान सम्मान निधि के तहत केंद्र सरकार द्वारा मंड्या क्षेत्र के 2.75 लाख से अधिक किसानों को 600 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं"
Quote"देश में दशकों से लंबित सिंचाई परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है"
Quote"इथेनॉल पर विशेष ध्यान देने से गन्ना किसानों को मदद मिलेगी"

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

कर्नाटक-दा, एल्ला, सहोदरा सहोदरी-यारिगे, नन्ना नमस्कारागलु !

ताई भुवनेश्वरी को भी मेरा नमस्कार!

मैं आदि चुनचुनागिरी और मेलुकोटे के गुरुओं के सामने भी नमन करता हूं, उनके आशीर्वाद की कामना करता हूं।

बीते कुछ समय में मुझे कर्नाटक के अलग-अलग क्षेत्रों में जनता जनार्दन के दर्शन का अवसर मिला है। हर जगह, कर्नाटक की जनता अभूतपूर्व आशीर्वाद दे रही है। और मंड्या के लोगों के तो आशीर्वाद में भी मिठास होती है। सक्करे नगरा मधुर मंड्या, मंड्या के इस प्यार से, इस सत्कार से मै अभिभूत हूं। मैं आप सभी का सर झुकाकर के वंदन करता हूं।

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डबल इंजन सरकार का ये निरंतर प्रयास है कि आपके इस प्यार के, आपका जो ऋण है उसको हम ब्याज़ सहित चुकाएं, तेज़ विकास करके चुकाएं। अभी हज़ारों करोड़ रुपए के जिन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण यहां हुआ है, ये इसी प्रयास का हिस्सा हैं।

बीते कई दिनों से देश में बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेस वे की बहुत चर्चा है। सोशल मीडिया पर एक्सप्रेसवे से जुड़ी तस्वीरें वायरल हो रही हैं। हर देशवासी की, हमारे युवाओं की ये इच्छा रही है कि ऐसे शानदार, आधुनिक एक्सप्रेस वे भारत में हर जगह बनें। आज वो बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेस वे को देखकर हमारे देश के युवा गर्व से भरे हुए हैं। इस एक्सप्रेस वे से मैसूर और बेंगलुरु के बीच का समय अब आधे से भी कम रह गया है।

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आज मैसूर-कुशलनगर फोरलेन का भी शिलान्यास हुआ है। ये सभी प्रोजेक्ट्स इस क्षेत्र में सबका विकास को और गति देंगे, समृद्धि के रास्ते खोलेंगे। आप सभी को कनेक्टिविटी के इन प्रोजेक्ट्स के लिए आप सबको बहुत-बहुत बधाई।

भारत में जब भी इंफ्रास्ट्रक्चर के विजन से जुड़ी चर्चा होती है, तब दो महान विभूतियों का नाम हमेशा अग्रणी रहता है। कृष्ण राजा वडियार और सर एम विश्वेश्वरैया। ये दोनों महापुरुष इसी धरती की संतान थे और उन्होंने पूरे देश को एक नई दृष्टि दी, ताकत दी। इन महान विभूतियों ने आपदा को अवसर में बदला, इंफ्रास्ट्रक्चर का महत्व समझा और ये आज की पीढ़ियों का सौभाग्य है पूर्वजों की तपस्या का उन्हें आज लाभ मिल रहा है।

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ऐसे ही महान व्यक्तित्वों से प्रेरित होकर आज देश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम हो रहा है। आज भारतमाला और सागरमाला योजना से कर्नाटक बदल रहा है, देश बदल रहा है। जब दुनिया कोरोना की मुश्किलों से जूझ रही थी, तब भी भारत ने इंफ्रास्ट्रक्चर के बजट को कई गुना बढ़ाया है। इस वर्ष के बजट में तो रिकॉर्ड 10 लाख करोड़ रुपए हमने इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए रखे हैं।

इंफ्रास्ट्रक्चर अपने साथ सिर्फ सुविधा नहीं लाता, बल्कि ये रोजगार लाता है, निवेश लाता है, कमाई के साधन लाता है। सिर्फ कर्नाटक में ही बीते वर्षों में 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक हाईवे से जुड़े प्रोजेक्ट्स में हमने पूंजी निवेश किया है।

बेंगलुरु और मैसूर दोनों कर्नाटक के महत्वपूर्ण शहर हैं। एक शहर को टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाता है, तो दूसरे को ट्रेडिशन के लिए। इन दोनों शहरों को आधुनिक कनेक्टिविटी से जोड़ना कई अलग-अलग दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है।

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लंबे समय से, दोनों शहरों के बीच यात्रा करने वाले लोग भारी ट्रैफिक की शिकायत करते थे। लेकिन अब, एक्सप्रेस वे की वजह से ये दूरी सिर्फ डेढ़ घंटे में पूरी की जा सकेगी। इससे इस पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास की रफ्तार बहुत तेज होने वाली है।

ये एक्सप्रेस वे रामनगर और मंड्या से गुजर रहा है। यहां भी कई ऐतिहासिक धरोहर मौजूद हैं। इन शहरों में भी पर्यटन की संभावना बढ़ जाएगी। इससे मैसूर तक पहुंचना आसान तो होगा ही, साथ ही मां कावेरी की जन्मस्थली कोडागु तक पहुंचना भी सरल हो जायेगा। अभी हम देखते हैं कि बरसात में लैंडस्लाइड के कारण वेस्टर्न घाट में बेंगलुरु-मेंगुलुरु का रास्ता अक्सर बंद हो जाता है। इससे इस क्षेत्र की पोर्ट कनेक्टिविटी प्रभावित होती है। मैसूर-कुशलनगर हाईवे के चौड़ीकरण से ये समस्या भी दूर हो जाएगी। अच्छी कनेक्टिविटी के चलते इस क्षेत्र में इंडस्ट्री का भी विस्तार बहुत तेजी से होगा।

साल 2014 से पहले कांग्रेस की जो सरकार केंद्र में थी और मिली जुली सरकार थी। भांति भांति लोगों के समर्थन से चल रही थी, उसने गरीब आदमी को, गरीब परिवारों को तबाह करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। जो पैसा गरीब के विकास के लिए था, उसका हजारों करोड़ रुपए कांग्रेस की सरकार ने लूट लिया था। कांग्रेस को कभी गरीब के दुख-दर्द से कोई फर्क नहीं पड़ा है।

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2014 में जब आपने मुझे वोट देकर के सेवा का मौका दिया, तो देश में गरीब की सरकार बनी, गरीब का दुख-दर्द समझने वाली संवेदनशील सरकार बनी। इसके बाद भाजपा की केंद्र सरकार ने पूरी ईमानदारी से गरीब की सेवा करने का प्रयास किया, गरीब के जीवन से मुश्किल कम करने का लगातार प्रयास किया।

गरीब के पास पक्का घर हो, गरीब के घर में नल से जल आए, उज्ज्वला का गैस कनेक्शन हो, बिजली कनेक्शन हो, गांव तक सड़कें बनें, अस्पताल बने, इलाज की चिंता कम हो, इसे भाजपा की सरकार ने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

बीते 9 वर्षों में भाजपा सरकार की योजनाओं से करोड़ों गरीबों का जीवन आसान हुआ है। कांग्रेस के समय में गरीब को सुविधाओं के लिए सरकार के पास चक्कर लगाने पड़ते थे। अब भाजपा की सरकार, गरीब के पास जाकर उसे सुविधाएं दे रही है। जो लोग अब भी भाजपा सरकार की योजनाओं के लाभ से वंचित हैं, उन तक भी अभियान चलाकर के पहुंचा जा रहा है।

भाजपा सरकार ने हमेशा समस्याओं के स्थाई समाधान को महत्व दिया है। पिछले 9 वर्षों में देश में 3 करोड़ से अधिक गरीबों के घर बने हैं। जिसमें से लाखों घर ये हमारे कर्नाटक में भी बने हैं। जल जीवन मिशन के तहत कर्नाटक में लगभग 40 लाख नए परिवारों को नल से जल मिला है।

हमारे देश में दशकों से सिंचाई के जो प्रोजेक्ट लटके थे, वो भी तेज़ी से पूरे कर रहे हैं। इस साल बजट में केंद्र सरकार ने अपर भद्रा प्रोजेक्ट को 5300 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। इससे भी कर्नाटक के एक बड़े हिस्से में सिंचाई से जुड़ी समस्याओं का स्थाई समाधान होेने वाला है।

किसानों की छोटी-छोटी समस्याओं को दूर करके भी भाजपा सरकार उनकी चिंता का स्थाई समाधान कर रही है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत कर्नाटक के किसानों के बैंक खातों में 12 हजार करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए हैं। यहा मंड्या के भी पौने तीन लाख किसानों के बैंक खातों में 600 करोड़ रुपए केंद्र की भाजपा सरकार ने भेजे हैं।

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वैसे मैं भाजपा की कर्नाटक की सरकार का एक औऱ बात के लिए भी प्रशंसा करूंगा। पीएम किसान सम्मान निधि में केंद्र सरकार जो 6 हजार रुपए भेजती है, कर्नाटक सरकार उसमें 4 हजार रुपए और जोड़ देती है। यानि डबल इंजन सरकार में किसानों को डबल लाभ हो रहा है, उनकी समस्याओं का समाधान हो रहा है।

कर्नाटक के, सक्करे नगरा मधुर मंड्या के हमारे गन्ना किसानों को दशकों से एक और समस्या का सामना करना पड़ता था। गन्ने की पैदावार ज्यादा हो तो मुसीबत, गन्ना कम पैदा हो तो भी मुसीबत। इस वजह से चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का बकाया सालों-साल चलता रहता था।

इस समस्या का कोई ना कोई समाधान करना तो जरूरी था। किसानों के हितों को प्राथमिकता देने वाली भाजपा सरकार ने, एक रास्ता चुना इथेनॉल का। हमने तय किया कि गन्ने से बनने वाले इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाएंगे। यानि गन्ने की ज्यादा पैदावार होने पर, उससे इथेनॉल बनाया जाएगा, इथेनॉल से किसान की आय सुनिश्चित की जाएगी।

पिछले वर्ष ही देश की चीनी मिलों ने 20 हज़ार करोड़ रुपए का इथेनॉल तेल कंपनियों को बेचा है। इससे गन्ना किसानों को समय पर भुगतान करने में मदद मिली है। 2013-14 के बाद से लेकर पिछले सीज़न तक 70 हज़ार करोड़ रुपए का इथेनॉल चीनी मिलों से खरीदा गया है। ये पैसा गन्ना किसानों तक पहुंचा है।

इस वर्ष के केंद्र सरकार के बजट में भी किसानों के लिए, विशेष रूप से गन्ना किसानों के लिए अनेक प्रावधान किए गए हैं। Sugar cooperatives के लिए 10 हजार करोड़ रुपए की मदद हो, टैक्स में छूट हो, इससे गन्ना किसानों को लाभ होगा।

हमारा देश अवसरों की धरती है। दुनियाभर के लोग भारत में अपनी संभावनाएं तलाश रहे हैं। 2022 में भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आया। इसका सबसे बड़ा लाभ ये हमारे कर्नाटक को हुआ। कोरोना-काल के बावजूद कर्नाटक में लगभग 4 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। ये डबल इंजन सरकार की मेहनत दिखाता है।

कर्नाटक में आईटी के अलावा बायो-टेक्नॉलॉजी से लेकर डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग तक हर सेक्टर का विस्तार हो रहा है। डिफेंस, एयरोस्पेस और स्पेस सेक्टर में अभूतपूर्व निवेश हो रहा है। अब कर्नाटक इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग में भी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।

डबल इंजन सरकार के इन प्रयासों के बीच, कांग्रेस और उनके साथी क्या कर रहे हैं? कांग्रेस कहती है काम लिया है सर पे, कांग्रेस मोदी की कब्र खोदने का सपना देख रही है। कांग्रेस मोदी की कब्र खोदने में बिजी है और मोदी, बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेस वे बनवाने में बिजी है। कांग्रेस मोदी की कब्र खोदने में व्यस्त है और मोदी गरीब का जीवन आसान बनाने में व्यस्त है।

मोदी की कब्र खोदने का सपना देख रहे कांग्रेसियों को पता नहीं है कि देश की करोड़ों माताओं-बहनों-बेटियां, देश के लोगों का आशीर्वाद मोदी का सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।

कर्नाटक के तेज विकास के लिए डबल इंजन सरकार जरूरी है। मैं फिर मंड्या की जनता का इस भव्य आयोजन के लिए, भव्य सत्कार के लिए, आपके आशीर्वाद के लिए हृदय से आपका आभार व्यक्त करता हूं। आप सभी को विकास के प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

भारत माता की जय, भारत माता की जय।

भारत माता की जय, भारत माता की जय।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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QuoteYoga has united the entire world: PM
QuoteYoga is for Everyone, Beyond Boundaries, Beyond Backgrounds, Beyond age or ability: PM
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QuoteYoga is a system that takes us from Me to We: PM
QuoteYoga is the pause button humanity needs, to breathe, to balance, to become whole again: PM
QuoteLet this Yoga Day mark the beginning of Yoga for Humanity 2.0, where Inner Peace becomes Global Policy: PM

आंध्र प्रदेश के राज्यपाल सैयद अब्दुल नजीर जी, यहां के लोकप्रिय मुख्यमंत्री, मेरे परम मित्र चंद्रबाबू नायडू गारू, केंद्रीय कैबिनेट के मेरे सहयोगी, के. राममोहन नायडू जी, प्रतापराव जाधव जी, चंद्रशेखर जी, भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा जी, राज्य के डिप्टी सीएम पवन कल्याण गारू, अन्य महानुभाव और मेरे प्यारे भाइयों और बहनों! आप सबको नमस्कार!

देश और दुनियाभर के सभी लोगों को इंटरनेशनल योग डे की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आज 11वीं बार पूरा विश्व 21 जून को एक साथ योग कर रहा है। योग का सीधा-साधा अर्थ होता है जुड़ना और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व को जोड़ा है। मैं बीते एक दशक में योग की यात्रा को जब देखता हूं, तो बहुत कुछ याद आता है। वो दिन जब संयुक्त राष्ट्र में भारत ने प्रस्ताव रखा कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता मिले और तब कम से कम समय में दुनिया के 175 देश हमारे इस प्रस्ताव के साथ खड़े हुए। आज की दुनिया में ऐसी एकजुटता, ऐसा समर्थन सामान्य घटना नहीं है। ये सिर्फ एक प्रस्ताव का समर्थन भर नहीं था, ये मानवता के भले के लिए दुनिया का सामूहिक प्रयास था। आज 11 साल बाद, हम देख रहे हैं कि योग दुनियाभर में करोड़ों लोगों की जीवन शैली का हिस्सा बन चुका है। मुझे गर्व होता है, जब मैं देखता हूँ कि हमारे दिव्यांग साथी ब्रेल में योग शास्त्र पढ़ते हैं, वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं, गांव-गांव में युवा साथी योग ओलंपियाड में भाग लेते हैं। यहां सामने देखिये, ये नेवी के सभी जहाजों में भी अभी बहुत शानदार योगा कार्यक्रम चल रहा है। चाहे सिडनी ओपेरा हाउस की सीढ़ियाँ हों, या एवरेस्ट की चोटी हो, या फिर समंदर का विस्तार हो, हर जगह से एक ही संदेश आता है— योग सभी का है, और सभी के लिए है। Yoga is for Everyone, Beyond Boundaries, Beyond Backgrounds, Beyond age or ability.

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साथियों,

आज मुझे इस बात की खुशी है कि हम सभी विशाखापट्टनम में हैं। ये शहर प्रकृति और प्रगति, दोनों की संगम स्थली है। यहां के लोगों ने इतना अच्छा आयोजन किया है। मैं चंद्रबाबू नायडू गारु और पवन कल्याण गारू को बधाई देता हूं, आपके नेतृत्व में आंध्र प्रदेश ने योगांध्रा अभियान का एक शानदार initiative लिया। मैं विशेष तौर पर नारा लोकेश गारू के प्रयासों की भी विशेष प्रशंसा करना चाहता हूं। योग का सोशल सेलिब्रेशन कैसे होना चाहिए, समाज के हर वर्ग को कैसे जोड़ना चाहिए, ये उन्होंने बीते एक डेढ़ महीने के इस योगांध्रा अभियान में करके दिखाया है, और इसके लिए भाई लोकेश अनेक अनेक बधाई के पात्र हैं। और मैं तो देशवासियों को भी कहूंगा कि ऐसे अवसरों को आप किस प्रकार से सामाजिक स्तर पर गहराई से ले जाया जा सकता है, भाई लोकेश ने जो काम किया है, उसको एक नमूने के रूप में देखना चाहिए।

साथियों,

मुझे बताया गया है कि योगांध्रा अभियान से दो करोड़ से ज्यादा लोग जुड़े हैं। पब्लिक पार्टिसिपेशन की यही वो स्पिरिट है, जो विकसित भारत का मुख्य आधार है। जब जनता खुद आगे बढ़कर किसी मुहिम को थाम लेती है, किसी लक्ष्य को Own कर लेती है, तो उस लक्ष्य की प्राप्ति से हमें कोई रोक नहीं पाता। जनता-जनार्दन की ये सद-इच्छा औऱ आपके प्रयास यहां इस आयोजन में हर तरफ नजर आ रहे हैं।

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Friends,

The theme of this year’s International Day of Yoga is ‘Yoga for One Earth, One Health’. This theme reflects a deep truth. The health of every entity on Earth is interconnected. Human well-being depends on the health of the soil that grows our food, on the rivers that give us water, on the health of the animals that share our eco-systems, on the plants that nourish us. Yoga awakens us to this inter-connected-ness. Yoga leads us on a journey towards oneness with the world. It teaches us that we are not isolated individuals but part of nature. Initially we learn to take good care of our own health and wellness. Gradually, our care and concern extends to our environment, society and planet. Yoga is a great personal discipline . At the same time, it is a system that takes us from Me to We.

साथियों,

Me to We’ का ये भाव ही भारत की आत्मा का सार है। जब व्यक्ति अपने हित से ऊपर उठकर समाज की सोचता है, तभी पूरी मानवता का हित होता है। भारत की संस्कृति हमें सिखाती है, सर्वे भवन्तु सुखिनः, यानी सभी का कल्याण ही मेरा कर्तव्य है। ‘मैं’ से ‘हम’ की ये यात्रा ही सेवा, समर्पण और सह-अस्तित्व का आधार है। यही सोच सामाजिक समरसता को बढ़ावा देती है।

साथियों,

दुर्भाग्य से आज पूरी दुनिया किसी न किसी तनाव से गुजर रही है। कितने ही क्षेत्रों में अशांति और अस्थिरता बढ़ रही है। ऐसे में योग से हमें शांति की दिशा मिलती है। Yoga is the pause button that humanity needs to breathe to balance to become whole gain.

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मैं विश्व समुदाय से आज के इस महत्वपूर्ण अवसर पर एक आग्रह करूंगा। Let this Yoga Day mark the beginning of Yoga for Humanity 2.O, where Inner Peace becomes Global Policy. जहां योग सिर्फ personal practice न रहे, बल्कि global partnership का माध्यम बने। जहां हर देश, हर समाज, योग को जीवनशैली और लोकनीति का हिस्सा बनाए। जहां हम मिलकर एक शांत, संतुलित और sustainable विश्व को गति दें। जहां योग, विश्व को टकराव से सहयोग, और तनाव से समाधान की ओर ले जाए।

साथियों,

विश्व में योग के प्रसार के लिए भारत, योग की साइंस को आधुनिक रिसर्च से और अधिक सशक्त कर रहा है। देश के बड़े-बड़े मेडिकल संस्थान योग पर रिसर्च में जुटे हैं। योग की वैज्ञानिकता को आधुनिक चिकित्सा पद्धति में स्थान मिले, ये हमारा प्रयास है। हम देश के मेडिकल और रिसर्च इंस्टीट्यूशन्स में, योगा के क्षेत्र में एविडेंस बेस्ड थेरेपी को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। इस दिशा में दिल्ली के एम्स ने भी बहुत अच्छा काम करके दिखाया है। एम्स की रिसर्च में सामने आया है कि योग की Cardiac और न्यूरोलॉजी डिस्ऑर्डर्स के उपचार और वूमन हेल्थ और Mental Well-being में अहम भूमिका है।

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साथियों,

National Ayush Mission के ज़रिए भी योग और वेलनेस के मंत्र को आगे बढ़ाया जा रहा है। डिजिटल टेक्नोलॉजी ने भी इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। Yoga Portal और YogAndhra Portal के ज़रिए, देशभर में 10 लाख से अधिक इवेंट्स का रजिस्ट्रेशन हुआ है। आज देश के कोने-कोने में इतनी सारी जगहों पर आयोजन हो रहे हैं। ये भी दिखाता है कि योग का दायरा कितना ज्यादा बढ़ रहा है।

साथियों,

हम सभी जानते हैं, आज हील इन इंडिया का मंत्र भी दुनिया में काफी पॉपुलर हो रहा है। भारत-दुनिया के लिए हीलिंग का बेस्ट डेस्टिनेशन बन रहा है। योग की इसमें भी बड़ी भूमिका है। मुझे खुशी है कि योग के लिए Common Yoga Protocol बनाया गया है। Yoga Certification Board के साढ़े छह लाख से अधिक trained वॉलंटियर्स, करीब 130 मान्यता प्राप्त संस्थान और मेडिकल कॉलेजों में 10 दिन का योग मॉड्यूल, ऐसे अनेक प्रयास, एक होलिस्टिक इकोसिस्टम तैयार कर रहे हैं। देशभर में हमारे जो आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं, वहां trained योग टीचर तैनात किए जा रहे हैं। दुनियाभर के लोगों को भारत के इस वेलनेस इकोसिस्टम का फायदा मिले, इसलिए विशेष ई-आयुष वीज़ा दिए जा रहे हैं।

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साथियों,

आज योग दिवस पर मैं ओबेसिटी की तरफ भी फिर से सभी का ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा। बढ़ती ओबेसिटी पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा चैलेंज है। मैंने मन की बात कार्यक्रम में भी, इस पर विस्तार से चर्चा की थी। इसके लिए अपने खान-पान में 10 परसेंट ऑयल कम करने का चैलेंज भी शुरु किया था। मैं एक बार फिर देशवासियों से, दुनियाभर के लोगों को इस चैलेंज से जुड़ने का आह्वान करता हूं। अपने खाने में कैसे हम कम से कम 10 परसेंट ऑयल कंजम्शन कम करें, इसके लिए जागरूकता फैलानी है। ऑयल की खपत कम करना, unhealthy diet से बचना और योग करना, ये बेहतर फिटनेस की जड़ी बूटी है।

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साथियों,

आइए, हम सब मिलकर योग को एक जन आंदोलन दोलन बनाएं। एक ऐसा आंदोलन, जो विश्व को शांति, स्वास्थ्य और समरसता की ओर ले जाए। जहां हर व्यक्ति दिन की शुरुआत योग से करे और जीवन में संतुलन पाए। जहां हर समाज योग से जुड़े और तनाव से मुक्त हो। जहां योग मानवता को एक सूत्र में पिरोने का माध्यम बने। और जहां ‘Yoga for One Earth, One Health’ एक वैश्विक संकल्प बन जाए। एक बार फिर आंध्र के नेतृत्व को बधाई देते हुए, आंध्र के लोगों को बधाई देते हुए और विश्वभर में फैले हुए योग practitioners और योग प्रेमियों को बधाई देते हुए, आप सबको अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की मैं बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। धन्यवाद!