Quoteप्रधानमंत्री ने सेना को अर्जुन मेन बैटल टैंक (एमके-1ए) सौंपा
Quoteउन्‍होंने पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की
Quoteभारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया
Quoteये परियोजनाएं नवाचार और स्वदेशी विकास की प्रतीक हैं- ये परियोजनाएं तमिलनाडु की प्रगति को बढ़ावा देंगी: प्रधानमंत्री
Quoteबजट में भारत के तटीय क्षेत्रों के विकास को विशेष महत्व दिया गया है: प्रधानमंत्री
Quoteदेवेंद्रकुला वेल्लालर समुदाय अब अपने पारंपरिक नाम से जाना जाएगा;काफी समय से लंबित पड़ी मांग को पूरा किया गया
Quoteसरकार ने हमेशा ही श्रीलंका में अपने तमिल भाइयों और बहनों के कल्याण व आकांक्षाओं का ध्यान रखा है: प्रधानमंत्री
Quoteतमिलनाडु की संस्कृति को संरक्षित करने और उत्‍सव मनाने की दिशा में काम करना हमारे लिए सम्मान की बात है; तमिलनाडु की संस्कृति विश्व स्तर पर बहुत लोकप्रिय है: प्रधानमंत्री

वणक्कम चेन्नई!

वणक्कम तमिलनाडु!

तमिलनाडु के राज्यपाल श्री बनवारीलाल पुरोहित जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री श्री पलानीस्वामी जी, उपमुख्यमंत्री श्री पन्नीरसेल्वम जी, तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष श्री धनपाल जी, उद्योग मंत्री श्री सम्पत जी, गणमान्य व्यक्तियों, देवियों और सज्जनों।

मेरे प्रिय मित्रों,

मुझे आज चेन्नई आने पर प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। मेरा गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए चेन्नई शहर के लोगों का धन्यवाद। यह शहर ऊर्जा और उत्साह से परिपूर्ण है। यह ज्ञान और रचनात्मकता का शहर है। चेन्नई से आज, हम प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शुभारंभ करते हैं। यह परियोजनाऐं नवाचार और स्वदेशी विकास की प्रतीक हैं। ये परियोजनाएं तमिलनाडु के विकास को आगे बढ़ाएंगी।

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मित्रों,

यह कार्यक्रम इसलिए भी विशेष है क्योंकि हमने छह सौ छत्तीस किलोमीटर लंबी ग्रैंड एनीकट नहर प्रणाली के आधुनिकीकरण की नींव रखीं हैं। इसका व्यापक रूप से प्रभाव होने वाला है। इससे 2.27 लाख एकड़ भूमि के लिए सिंचाई सुविधाओं में सुधार होगा। तंजावुर और पुदुक्कोट्टई जिले विशेष रूप से लाभान्वित होंगे। मैं खाद्यान्न उत्पादन और जल संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए तमिलनाडु के किसानों की सराहना करना चाहता हूँ। हजारों सालों से, ग्रैंड एनीकट और इसकी नहर प्रणाली, तमिलनाडु की जीवन-रेखा रही है। ग्रैंड एनीकट हमारे गौरवशाली अतीत का जीवंत प्रमाण है। यह हमारे राष्ट्र के "आत्मनिर्भर भारत" लक्ष्यों के लिए एक प्रेरणा भी है। प्रसिद्ध तमिल कवि अवइयार के शब्दों में:

वरप्पु उयरा नीर उयरूम

नीर उयरा नेल उयरूम

नेल उयरा कुड़ी उयरूम

कुड़ी उयरा कोल उयरूम

कोल उयरा कोण उयरवान

जब जल की उपलब्धता में वृद्धि होती है, तो खेती बढ़ती है, लोग और राज्य समृद्ध होते हैं। हम जल के संरक्षण के लिए जो भी कर सकते हैं उसे करना चाहिए। यह केवल एक राष्ट्रीय मुद्दा नहीं है। यह एक वैश्विक विषय है। सदैव प्रति बूंद अधिक फसल के मंत्र को याद रखें, इससे भविष्य की पीढ़ियों को सहायता मिलेगी।

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मित्रों,

यह हर किसी के लिए प्रसन्नता का विषय होगा कि हम चेन्नई मेट्रो रेल के पहले चरण एक के नौ किलोमीटर हिस्से का उद्घाटन कर रहे हैं। यह वाशरमैनपेट से विम्को नगर तक जाएगी। वैश्विक महामारी के बावजूद इस परियोजना को निर्धारित समय पर पूरा किया गया है। इसकी सभी नागरिक निर्माण गतिविधियों का कार्य भारतीय अनुबंधकों द्वारा किया गया है। रोलिंग स्टॉक की खरीद स्थानीय स्तर पर की गई है। यह आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने की अवधारणा के अनुरूप है। चेन्नई मेट्रो का तेजी से विस्तार हो रहा है। इस वर्ष के बजट में, परियोजना के चरण दो के लिए एक सौ उन्नीस किलोमीटर के लिए तिरसठ हजार करोड़ से अधिक धनराशि निर्धारित की गई है। यह किसी भी शहर के लिए एक बार में स्वीकृत सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है। शहरी परिवहन पर ध्यान देने से यहां के नागरिकों के लिए ‘ईज ऑफ लिविंग’ को बढ़ावा मिलेगा।

मित्रों,

बेहतर कनेक्टिविटी से सुविधा मिलती है। यह वाणिज्य में भी मदद करता है। चेन्नई समुद्रतट स्वर्णिम चतुर्भुज का एन्नोर-एट्टिपट्टू भाग एक भारी यातायात वाला मार्ग है। चेन्नई पोर्ट और कामराजार पोर्ट के बीच तेजी से माल ढुलाई सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। चेन्नई समुद्रतट और एट्टिपट्टू के बीच चौथी लाइन इस संबंध में मदद करेगी। विल्लुपुरम-तंजावुर-थिरुवरुर परियोजना का विद्युतीकरण डेल्टा जिलों के लिए एक बड़ा वरदान होगा। दो सौ अट्ठाईस किलोमीटर की इस परियोजना की सबसे प्रमुख बात यह है कि इसके माध्यम से से खाद्यान्नों की तेजी से आवाजाही को सुनिश्चित किया जाना है।

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मित्रों,

कोई भी भारतीय इस दिन को नहीं भूल सकता। दो वर्ष पहले पुलवामा हमला हुआ था। हम उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं, जो इस हमले में शहीद हो गए थे। हमें अपने सुरक्षा बलों पर गर्व है। उनकी बहादुरी से पीढ़ियों को प्रेरणा मिलती रहेगी।

मित्रों,

दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा में लेखन करते हुए

तमिल, महाकवि सुब्रह्मण्य भारती ने कहा:

 

आयुथम सेयवोम नल्ला काकीतम सेयवोम

आलेकल वाईप्पोम कल्वी सालाइकल वाईप्पोम

नडेयुम परप्पु मुनर वंडीकल सेयवोम

ग्न्यलम नडुनका वरुं कप्पलकल सेयवोम

इसका अर्थ है:-

आओं हम हथियार बनाऐं; हम कागज बनाऐं।

हम कारखानें बनाऐं; हम स्कूल बनाऐं ।

हम ऐसे वाहन बनाऐं जो आगे बढ़ सकें और उड़ सकें।

आइए हम ऐसे जहाज बनाऐं जो दुनिया को हिला सकते हैं।

इस दूरदृष्टि से प्रेरित होकर, भारत ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किया है। दो रक्षा गलियारों में से एक तमिलनाडु में है। इस गलियारे को पहले ही आठ हज़ार एक सौ करोड़ रुपये से अधिक की निवेश प्रतिबद्धताएँ प्राप्त हो चुकी हैं। अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए देश के लिए एक और युद्धक को समर्पित करने पर आज भी मुझे गर्व हो रहा है। मुझे स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित किए गए "प्रमुख युद्धक टैंक अर्जुन मार्क 1 ए" को देश को सौंपने पर गर्व का अनुभव हो रहा है। इसमें स्वदेशी गोला-बारूद का ही इस्तेमाल होता है। तमिलनाडु पहले से ही भारत का एक प्रमुख ऑटोमोबाइल विनिर्माण केंद्र है।

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अब, मैं तमिलनाडु को भारत के टैंक निर्माण केंद्र के रूप में विकसित होते हुए देख रहा हूं। तमिलनाडु में बने एक टैंक का उपयोग हमारी उत्तरी सीमाओं में राष्ट्र को सुरक्षित रखने के लिए किया जाएगा। यह भारत की एकता की भावना को दर्शाता है- भारत एकता दर्शन। हम अपने सशस्त्र बलों को दुनिया की सबसे आधुनिक ताकतों में से एक बनाने का कार्य करना जारी रखेंगे। साथ ही, रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर ध्यान पूर्ण गति से जारी है। हमारे सशस्त्र बल भारत के साहस का प्रतीक हैं। उन्होंने बार-बार दिखाया है कि वे हमारी मातृभूमि की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम हैं। उन्होंने हर बार यह भी दिखाया है कि भारत शांति में विश्वास रखता है। लेकिन, भारत हर कीमत पर अपनी संप्रभुता की रक्षा करेगा। धीर भी है, वीर भी है, और हमारे सुरक्षा बलों की सैन्य शक्ति और धैर्य शक्ति उल्लेखनीय हैं।

मित्रों,

आईआईटी मद्रास का डिस्कवरी कैंपस, 2 लाख वर्ग मीटर के बुनियादी ढांचे के साथ वैश्विक स्तर के अनुसंधान केंद्रों में से एक होगा। मुझे विश्वास है कि बहुत जल्द, आईआईटी मद्रास का डिस्कवरी कैम्पस अन्वेषण का एक प्रमुख केंद्र होगा। यह पूरे भारत की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित करेगा।

मित्रों,

एक बात निश्चित है- कि दुनिया भारत को बेहद उत्साह और सकारात्मकता के साथ देख रही है। यह दशक भारत का होने जा रहा है और इसका कारण 130 करोड़ भारतीयों की कड़ी मेहनत और पसीना है। भारत सरकार आकांक्षा और नवाचार के इस भाव का समर्थन करने हेतु हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस वर्ष के बजट ने एक बार फिर सरकार की सुधार प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है। आपको प्रसन्नता होगी कि इस वर्ष के बजट में, भारत के तटीय क्षेत्रों के विकास को विशेष महत्व दिया गया है।

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भारत को अपने मछुआरा समुदायों पर गर्व है। वे परिश्रम और सरलता के प्रतीक हैं। बजट में उनके लिए अतिरिक्त ऋण व्यवस्था सुनिश्चित करने के प्रावधान हैं। मछली पकड़ने से संबंधित बुनियादी ढांचे को उन्नत किया जा रहा है। आधुनिक फिशिंग हार्बर अब चेन्नई सहित पांच केंद्रों में होंगे। हम समुद्री कृषि के प्रति आशान्वित हैं। इससे तटीय समुदायों का जीवन बेहतर होगा। समुद्री शैवाल की खेती के लिए, एक बहुउद्देश्यीय समुद्री वनस्पति पार्क का विकास तमिलनाडु में किया जाएगा।

मित्रों,

भारत तीव्र गति से फिजिकल और सामाजिक बुनियादी ढाँचे का विकास रहा है। आज भारत में दुनिया की सबसे व्यापक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम हो रहा है। अभी हाल ही में हमने अपने सभी गांवों को इंटरनेट कनेक्टिविटी के माध्यम से जोड़ने का अभियान प्रारंभ किया है। इसी तरह, भारत में दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम है। भारत सामान्य से हटकर सीखने और प्रौद्योगिकी को महत्व देने के साथ शिक्षा क्षेत्र में भी बदलाव कर रहा है। ये विकासक्रम युवाओं के लिए अनगिनत अवसर लेकर आएंगे।

मित्रों,

तमिलनाडु की संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में कार्य करना हमारे लिए सम्मान का विषय है। तमिलनाडु की संस्कृति वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय है। तमिलनाडु के देवेंद्रकुला वेल्लार समुदाय की बहनों और भाइयों के लिए मेरे पास एक सुखद संदेश है। देवेंद्रकुला वेल्लार के रूप में पहचान की उनकी मांग को केंद्र सरकार ने माना है। उन्हें अब संविधान की अनुसूची में सूचीबद्ध छह से सात नामों से नहीं अपितु उनके एक ही विरासत नाम से जाना जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा देवेंद्रकुला वेल्लार के रूप में उनके नाम को सही करने के लिए संवैधानिक अनुसूची में संशोधन करने का मसौदा मंजूर कर लिया गया है। इसे अगले सत्र के शुभारंभ से पहले ही संसद के समक्ष रखा जाएगा। मैं इस मांग पर किए गए विस्तृत अध्ययन के लिए तमिलनाडु सरकार को विशेष रूप से धन्यवाद देना चाहता हूं। इस मांग का समर्थन देने का प्रयास उन्होंने भी लंबे समय से किया है।

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मित्रों,

मैं 2015 में दिल्ली में देवेंद्र प्रतिनिधियों के साथ अपनी बैठक को कभी नहीं भूल सकता। उनकी उदासी देखी जा सकती थी। औपनिवेशिक शासकों ने उनका गौरव और सम्मान छीन लिया था। दशकों तक कुछ नहीं हुआ। उन्होंने मुझसे कहा- उन्होंने हर सरकार से निरंतर गुहार लगाई लेकिन कुछ नहीं बदला। मैंने उन्हें एक बात बताई। मैंने कहा कि उनका नाम देवेंद्र मेरे ही नाम- नरेंद्र के साथ मेल खाता है। मैं उनकी भावनाओं को समझता हूं। इस निर्णय का महत्व नाम परिवर्तन से कहीं अधिक है। यह न्याय, गरिमा और अवसर से जुड़ा है। हम सभी को देवेंद्र कुला समुदाय की संस्कृति से बहुत कुछ सीखना है। वे सद्भाव, मित्रता और भाईचारे का समारोह मनाते हैं। उनकी एक सभ्यतावादी आंदोलन था। यह उनके आत्मविश्वास और आत्म गौरव को दर्शाता है।

मित्रों,

हमारी सरकार ने हमेशा श्रीलंका में हमारे तमिल भाइयों और बहनों के कल्याण और आकांक्षाओं का ध्यान रखा है। यह मेरे लिए सम्मान का विषय है कि मैं जाफना का दौरा करने वाला एकमात्र भारतीय प्रधानमंत्री रहा हूँ। विकास कार्यों के माध्यम से हम श्रीलंका के तमिल समुदाय का कल्याण सुनिश्चित कर रहे हैं। तमिलों के लिए हमारी सरकार द्वारा दिए गए संसाधन अतीत की तुलना में बहुत अधिक हैं। इन परियोजनाओं में उत्तर-पूर्वी श्रीलंका में विस्थापित तमिलों के लिए पचास हजार घर, वृक्षारोपण क्षेत्रों में चार हजार घर में शामिल हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में, हमने एक निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा का वित्त पोषण किया जो कि तमिल समुदाय द्वारा व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। डिकोया में एक अस्पताल का निर्माण किया गया है। कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए, जाफना और मन्नार के लिए रेलवे नेटवर्क को फिर से निर्मित किया जा रहा है। चेन्नई से जाफना तक उड़ानें शुरू की गई है। मुझे आपसे यह यह जानकारी साझा करने में प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है कि भारत ने जाफना सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण किया है जिसका हम शीघ्र ही उद्घाटन होने की आशा करते हैं। तमिल अधिकारों का मुद्दा भी श्रीलंका के नेताओं के साथ हमने लगातार उठाया है। हम हमेशा यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि वे समानता, न्याय शांति और सम्मान के साथ जीवन-यापन करें।

मित्रों,

हमारे मछुआरे लंबे समय से समस्याओं का सामना कर रहे हैं। मैं समस्या के अतीत में जाने नहीं चाहता, लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मेरी सरकार हमेशा उनके सभी हितों की रक्षा करेगी। जब भी मछुआरों को पकड़ा जाता है, तो हमने जल्द ही उनकी रिहाई को सुनिश्चित किया है। श्रीलंका में, हमारे कार्यकाल में सोलह सौ से अधिक मछुआरों को रिहा किया गया है। वर्तमान में, श्रीलंका की हिरासत में कोई भारतीय मछुआरा नहीं है। इसी तरह, तीन सौ तेरह नावें भी छोड़ी गई हैं और हम बाकी नौकाओं की वापसी के लिए कार्य कर रहे हैं।

मित्रों,

एक मानव केंद्रित दृष्टिकोण से प्रेरित होकर, भारत कोविड-19 के खिलाफ दुनिया की लड़ाई को और मजबूत बना रहा है। हमें अपने राष्ट्र का विकास करने और दुनिया को एक बेहतर स्थल बनाने के लिए जो कुछ भी हो सकता है, वह करते रहना होगा। हमारे संविधान के निर्माता यही चाहते थे कि हम ऐसा करें। मैं आज उद्घाटिक किए गए विकास कार्यों के लिए तमिलनाडु के लोगों को फिर से बधाई देता हूं।

 

Vanakkam !

 

  • krishangopal sharma Bjp January 13, 2025

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🌷🌷🌷🌷🌷🌹🌷🌷🌷🌷🌹🌷🌷🌹🌷🌷🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌷🌹🌷🌹🌷🌹
  • krishangopal sharma Bjp January 13, 2025

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🌷🌷🌷🌷🌷🌹🌷🌷🌷🌷🌹🌷🌷🌹🌷🌷🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹
  • krishangopal sharma Bjp January 13, 2025

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🌷🌷🌷🌷🌷🌹🌷🌷🌷🌷🌹🌷🌷🌹🌷🌷🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷
  • Suresh Chandra pradhan November 13, 2024

    Jay shree ram
  • Devendra Kunwar October 17, 2024

    BJP
  • Uday lal gurjar October 07, 2024

    Jai shree ram ji ki jai ho
  • Yogesh L Thakur March 22, 2024

    Respected Sir, Threshold limit should be increased for GST. Compliance burden on small businesses is too much. There should be an option to pay GST without claim back for all businesses. Composition scheme is limited in its scope.
  • kaleshababu virat March 15, 2024

    jaimodi
  • Pravin Gadekar March 14, 2024

    मोदीजी मोदीजी मोदीजी मोदीजी मोदीजी मोदीजी
  • Pravin Gadekar March 14, 2024

    नमो नमो नमो नमो नमो
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आज, नॉर्थ ईस्ट ‘ग्रोथ का फ्रंट-रनर’ बन रहा है: राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट में पीएम मोदी
May 23, 2025
QuoteThe Northeast is the most diverse region of our diverse nation: PM
QuoteFor us, EAST means - Empower, Act, Strengthen and Transform: PM
QuoteThere was a time when the North East was merely called a Frontier Region.. Today, it is emerging as the ‘Front-Runner of Growth’: PM
QuoteThe North East is a complete package for tourism: PM
QuoteBe it terrorism or Maoist elements spreading unrest, our government follows a policy of zero tolerance: PM
QuoteThe North East is becoming a key destination for sectors like energy and semiconductors: PM

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, सुकांता मजूमदार जी, मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला जी, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व शर्मा जी, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू जी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा जी, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा जी, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग जी, नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो जी, मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा जी, सभी इंडस्ट्री लीडर्स, इन्वेस्टर्स, देवियों और सज्जनों!

आज जब मैं राइज़िंग नॉर्थईस्ट के इस भव्य मंच पर हूँ, तो मन में गर्व है, आत्मीयता है, अपनापन है, और सबसे बड़ी बात है, भविष्य को लेकर अपार विश्वास है। अभी कुछ ही महीने पहले, यहां भारत मंडपम् में हमने अष्टलक्ष्मी महोत्सव मनाया था, आज हम यहां नॉर्थ ईस्ट में इन्वेस्टमेंट का उत्सव मना रहे हैं। यहां इतनी बड़ी संख्या में इंडस्ट्री लीडर्स आए हैं। ये दिखाता है कि नॉर्थ ईस्ट को लेकर सभी में उत्साह है, उमंग है और नए-नए सपने हैं। मैं सभी मंत्रालयों और सभी राज्यों की सरकारों को इस काम के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आपके प्रयासों से, वहां इन्वेस्टमेंट के लिए एक शानदार माहौल बना है। नॉर्थ ईस्ट राइजिंग समिट, इसकी सफलता के लिए मेरी तरफ से, भारत सरकार की तरफ से आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

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साथियों,

भारत को दुनिया का सबसे Diverse Nation कहा जाता है, और हमारा नॉर्थ ईस्ट, इस Diverse Nation का सबसे Diverse हिस्सा है। ट्रेड से ट्रेडिशन तक, टेक्सटाइल से टूरिज्म तक, Northeast की Diversity, ये उसकी बहुत बड़ी Strength है। नॉर्थ ईस्ट यानि Bio Economy और Bamboo, नॉर्थ ईस्ट यानि टी प्रोडक्शन एंड पेट्रोलियम, नॉर्थ ईस्ट यानि Sports और Skill, नॉर्थ ईस्ट यानि Eco-Tourism का Emerging हब, नॉर्थ ईस्ट यानि Organic Products की नई दुनिया, नॉर्थ ईस्ट यानि एनर्जी का पावर हाउस, इसलिए नॉर्थ ईस्ट हमारे लिए ‘अष्टलक्ष्मी’ हैं। ‘अष्टलक्ष्मी’ के इस आशीर्वाद से नॉर्थ ईस्ट का हर राज्य कह रहा है, हम निवेश के लिए तैयार हैं, हम नेतृत्व के लिए तैयार हैं।

साथियों,

विकसित भारत के निर्माण के लिए पूर्वी भारत का विकसित होना बहुत जरूरी है। और नॉर्थ ईस्ट, पूर्वी भारत का सबसे अहम अंग है। हमारे लिए, EAST का मतलब सिर्फ एक दिशा नहीं है, हमारे लिए EAST का मतलब है – Empower, Act, Strengthen, and Transform. पूर्वी भारत के लिए यही हमारी सरकार की नीति है। यही Policy, यही Priority, आज पूर्वी भारत को, हमारे नॉर्थ ईस्ट को ग्रोथ के सेंटर स्टेज पर लेकर आई है।

साथियों,

पिछले 11 वर्षों में, जो परिवर्तन नॉर्थ ईस्ट में आया है, वो केवल आंकड़ों की बात नहीं है, ये ज़मीन पर महसूस होने वाला बदलाव है। हमने नॉर्थ ईस्ट के साथ केवल योजनाओं के माध्यम से रिश्ता नहीं जोड़ा, हमने दिल से रिश्ता बनाया है। ये आंकड़ा जो मैं बता रहा हूं ना, सुनकर के आश्चर्य होगा, Seven Hundred Time, 700 से ज़्यादा बार हमारे केंद्र सरकार के मंत्री नॉर्थ ईस्ट गए हैं। और मेरा नियम जाकर के आने वाला नहीं था, नाइट स्टे करना कंपलसरी था। उन्होंने उस मिट्टी को महसूस किया, लोगों की आंखों में उम्मीद देखी, और उस भरोसे को विकास की नीति में बदला, हमने इंफ्रास्ट्रक्चर को सिर्फ़ ईंट और सीमेंट से नहीं देखा, हमने उसे इमोशनल कनेक्ट का माध्यम बनाया है। हम लुक ईस्ट से आगे बढ़कर एक्ट ईस्ट के मंत्र पर चले, और इसी का परिणाम आज हम देख रहे हैं। एक समय था, जब Northeast को सिर्फ Frontier Region कहा जाता था। आज ये Growth का Front-Runner बन रहा है।

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साथियों,

अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर, टूरिज्म को attractive बनाता है। जहां इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा होता है, वहां Investors को भी एक अलग Confidence आता है। बेहतर रोड्स, अच्छा पावर इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक नेटवर्क, किसी भी इंडस्ट्री की backbone है। Trade भी वहीं Grow करता है, जहाँ Seamless Connectivity हो, यानि बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, हर Development की पहली शर्त है, उसका Foundation है। इसलिए हमने नॉर्थ ईस्ट में Infrastructure Revolution शुरू किया है। लंबे समय तक नॉर्थ ईस्ट अभाव में रहा। लेकिन अब, नॉर्थ ईस्ट Land of Opportunities बन रहा है। हमने नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर पर लाखों करोड़ रुपए खर्च किए हैं। आप अरुणाचल जाएंगे, तो सेला टनल जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर आपको मिलेगा। आप असम जाएंगे, तो भूपेन हज़ारिका ब्रिज जैसे कई मेगा प्रोजेक्ट्स देखेंगे, सिर्फ एक दशक में नॉर्थ ईस्ट में 11 Thousand किलोमीटर के नए हाईवे बनाए गए हैं। सैकड़ों किलोमीटर की नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं, नॉर्थ ईस्ट में एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी हो चुकी है। ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों पर वॉटरवेज़ बन रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में मोबाइल टावर्स लगाए गए हैं, और इतना ही नहीं, 1600 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन का नॉर्थ ईस्ट गैस ग्रिड भी बनाया गया है। ये इंडस्ट्री को ज़रूरी गैस सप्लाई का भरोसा देता है। यानि हाईवेज, रेलवेज, वॉटरवेज, आईवेज, हर प्रकार से नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी सशक्त हो रही है। नॉर्थ ईस्ट में जमीन तैयार हो चुकी है, हमारी इंड़स्ट्रीज को आगे बढ़कर, इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहिए। आपको First Mover Advantage से चूकना नहीं है।

साथियों,

आने वाले दशक में नॉर्थ ईस्ट का ट्रेड पोटेंशियल कई गुना बढ़ने वाला है। आज भारत और आसियान के बीच का ट्रेड वॉल्यूम लगभग सवा सौ बिलियन डॉलर है। आने वाले वर्षों में ये 200 बिलियन डॉलर को पार कर जाएगा, नॉर्थ ईस्ट इस ट्रेड का एक मजबूत ब्रिज बनेगा, आसियान के लिए ट्रेड का गेटवे बनेगा। और इसके लिए भी हम ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेज़ी से काम कर रहे हैं। भारत-म्यांमार-थाईलैंड ट्रायलेटरल हाईवे से म्यांमार होते हुए थाईलैंड तक सीधा संपर्क होगा। इससे भारत की कनेक्टिविटी थाईलैंड, वियतनाम, लाओस जैसे देशों से और आसान हो जाएगी। हमारी सरकार, कलादान मल्टीमोडल ट्रांजिट प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने में जुटी है। ये प्रोजेक्ट, कोलकाता पोर्ट को म्यांमार के सित्तवे पोर्ट से जोड़ेगा, और मिज़ोरम होते हुए बाकी नॉर्थ ईस्ट को कनेक्ट करेगा। इससे पश्चिम बंगाल और मिज़ोरम की दूरी बहुत कम हो जाएगी। ये इंडस्ट्री के लिए, ट्रेड के लिए भी बहुत बड़ा वरदान साबित होगा।

साथियों,

आज गुवाहाटी, इम्फाल, अगरतला ऐसे शहरों को Multi-Modal Logistics Hubs के रूप में भी विकसित किया जा रहा है। मेघालय और मिज़ोरम में Land Custom Stations, अब इंटरनेशनल ट्रेड को नया विस्तार दे रहे हैं। इन सारे प्रयासों से नॉर्थ ईस्ट, इंडो पेसिफिक देशों में ट्रेड का नया नाम बनने जा रहा है। यानि आपके लिए नॉर्थ ईस्ट में संभावनाओं का नया आकाश खुलने जा रहा है।

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साथियों,

आज हम भारत को, एक ग्लोबल Health And Wellness Solution Provider के रुप में स्थापित कर रहे हैं। Heal In India, Heal In India का मंत्र, ग्लोबल मंत्र बने, ये हमारा प्रयास है। नॉर्थ ईस्ट में नेचर भी है, और ऑर्गोनिक लाइफस्टाइल के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन भी है। वहां की बायोडायवर्सिटी, वहां का मौसम, वेलनेस के लिए मेडिसिन की तरह है। इसलिए, Heal In India के मिशन में इन्वेस्ट करने के, मैं समझता हूं उसके लिए आप नॉर्थ ईस्ट को ज़रूर एक्सप्लोर करें।

साथियों,

नॉर्थ ईस्ट के तो कल्चर में ही म्यूज़िक है, डांस है, सेलिब्रेशन है। इसलिए ग्लोबल कॉन्फ्रेंसेस हों, Concerts हों, या फिर Destination Weddings, इसके लिए भी नॉर्थ ईस्ट बेहतरीन जगह है। एक तरह से नॉर्थ ईस्ट, टूरिज्म के लिए एक कंप्लीट पैकेज है। अब नॉर्थ ईस्ट में विकास का लाभ कोने-कोने तक पहुंच रहा है, तो इसका भी पॉजिटिव असर टूरिज्म पर पड़ रहा है। वहां पर्यटकों की संख्या दोगुनी हुई है। और ये सिर्फ़ आंकड़े नहीं हैं, इससे गांव-गांव में होम स्टे बन रहे हैं, गाइड्स के रूप में नौजवानों को नए मौके मिल रहे हैं। टूर एंड ट्रैवल का पूरा इकोसिस्टम डेवलप हो रहा है। अब हमें इसे और ऊंचाई तक ले जाना है। Eco-Tourism में, Cultural-Tourism में, आप सभी के लिए निवेश के बहुत सारे नए मौके हैं।

साथियों,

किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सबसे जरूरी है- शांति और कानून व्यवस्था। आतंकवाद हो या अशांति फैलाने वाले माओवादी, हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलती है। एक समय था, जब नॉर्थ ईस्ट के साथ बम-बंदूक और ब्लॉकेड का नाम जुड़ा हुआ था, नॉर्थ ईस्ट कहते ही बम-बंदूक और ब्लॉकेड यही याद आता था। इसका बहुत बड़ा नुकसान वहां के युवाओं को उठाना पड़ा। उनके हाथों से अनगिनत मौके निकल गए। हमारा फोकस नॉर्थ ईस्ट के युवाओं के भविष्य पर है। इसलिए हमने एक के बाद एक शांति समझौते किए, युवाओं को विकास की मुख्य धारा में आने का अवसर दिया। पिछले 10-11 साल में, 10 thousand से ज्यादा युवाओं ने हथियार छोड़कर शांति का रास्ता चुना है, 10 हजार नौजवानों ने। आज नॉ़र्थ ईस्ट के युवाओं को अपने ही क्षेत्र में रोजगार के लिए, स्वरोजगार के लिए नए मौके मिल रहे हैं। मुद्रा योजना ने नॉर्थ ईस्ट के लाखों युवाओं को हजारों करोड़ रुपए की मदद दी है। एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स की बढ़ती संख्या, नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को स्किल बढ़ाने में मदद कर रही है। आज हमारे नॉर्थ ईस्ट के युवा, अब सिर्फ़ इंटरनेट यूज़र नहीं, डिजिटल इनोवेटर बन रहे हैं। 13 हजार किलोमीटर से ज्यादा ऑप्टिकल फाइबर, 4जी, 5जी कवरेज, टेक्नोलॉजी में उभरती संभावनाएं, नॉर्थ ईस्ट का युवा अब अपने शहर में ही बड़े-बडे स्टार्टअप्स शुरू कर रहा है। नॉर्थ ईस्ट भारत का डिजिटल गेटवे बन रहा है।

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साथियों,

हम सभी जानते हैं कि ग्रोथ के लिए, बेहतर फ्यूचर के लिए स्किल्स कितनी बड़ी requirement होती है। नॉर्थ ईस्ट, इसमें भी आपके लिए एक favourable environment देता है। नॉर्थ ईस्ट में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट इकोसिस्टम पर केंद्र सरकार बहुत बड़ा निवेश कर रही है। बीते दशक में, Twenty One Thousand करोड़ रुपये से ज्यादा नॉर्थ ईस्ट के एजुकेशन सेक्टर पर इन्वेस्ट किए गए हैं। करीब साढ़े 800 नए स्कूल बनाए गए हैं। नॉर्थ ईस्ट का पहला एम्स बन चुका है। 9 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। दो नए ट्रिपल आईटी नॉर्थ ईस्ट में बने हैं। मिज़ोरम में Indian Institute of Mass Communication का कैंपस बनाया गया है। करीब 200 नए स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में स्थापित किए गए हैं। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी नॉर्थ ईस्ट में बन रही है। खेलो इंडिया प्रोग्राम के तहत नॉर्थ ईस्ट में सैकड़ों करोड़ रुपए के काम हो रहे हैं। 8 खेलो इंडिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, और ढाई सौ से ज्यादा खेलो इंडिया सेंटर अकेले नॉर्थ ईस्ट में बने हैं। यानि हर सेक्टर का बेहतरीन टेलेंट आपको नॉर्थ ईस्ट में उपलब्ध होगा। आप इसका जरूर फायदा उठाएं।

साथियों,

आज दुनिया में ऑर्गेनिक फूड की डिमांड भी बढ़ रही है, हॉलिस्टिक हेल्थ केयर का मिजाज बना है, और मेरा तो सपना है कि दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर कोई न कोई भारतीय फूड ब्रैंड होनी ही चाहिए। इस सपने को पूरा करने में नॉर्थ ईस्ट का रोल बहुत महत्वपूर्ण है। बीते दशक में नॉर्थ ईस्ट में ऑर्गेनिक खेती का दायरा दोगुना हो चुका है। यहां की हमारी टी, पाइन एप्पल, संतरे, नींबू, हल्दी, अदरक, ऐसी अनेक चीजें, इनका स्वाद और क्वालिटी, वाकई अद्भुत है। इनकी डिमांड दुनिया में बढ़ती ही जा रही है। इस डिमांड में भी आपके लिए संभावनाएं हैं।

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साथियों,

सरकार का प्रयास है कि नॉर्थ ईस्ट में फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स लगाना आसान हो। बेहतर कनेक्टिविटी तो इसमें मदद कर ही रही है, इसके अलावा हम मेगा फूड पार्क्स बना रहे हैं, कोल्ड स्टोरेज नेटवर्क को बढ़ा रहे हैं, टेस्टिंग लैब्स की सुविधाएं बना रहे हैं। सरकार ने ऑयल पाम मिशन भी शुरु किया है। पाम ऑयल के लिए नॉर्थ ईस्ट की मिट्टी और क्लाइमेट बहुत ही उत्तम है। ये किसानों के लिए आय का एक बड़ा अच्छा माध्यम है। ये एडिबल ऑयल के इंपोर्ट पर भारत की निर्भरता को भी कम करेगा। पाम ऑयल के लिए फॉर्मिंग हमारी इंडस्ट्री के लिए भी बड़ा अवसर है।

साथियों,

हमारा नॉर्थ ईस्ट, दो और सेक्टर्स के लिए महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन बन रहा है। ये सेक्टर हैं- एनर्जी और सेमीकंडक्टर। हाइड्रोपावर हो या फिर सोलर पावर, नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य में सरकार बहुत निवेश कर रही है। हज़ारों करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स स्वीकृत किए जा चुके हैं। आपके सामने प्लांट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश का अवसर तो है ही, मैन्युफेक्चरिंग का भी सुनहरा मौका है। सोलर मॉड्यूल्स हों, सेल्स हों, स्टोरेज हो, रिसर्च हो, इसमें ज्यादा से ज्यादा निवेश ज़रूरी है। ये हमारा फ्यूचर है, हम फ्यूचर पर जितना निवेश आज करेंगे, उतना ही विदेशों पर निर्भरता कम होगी। आज देश में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूत करने में भी नॉर्थ ईस्ट, असम की भूमिका बड़ी हो रही है। बहुत जल्द नॉर्थ ईस्ट के सेमीकंडक्टर प्लांट से पहली मेड इन इंडिया चिप देश को मिलने वाली है। इस प्लांट ने, नॉर्थ ईस्ट में सेमीकंडक्टर सेक्टर के लिए, अन्य cutting edge tech के लिए संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं।

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साथियों,

राइज़िंग नॉर्थ ईस्ट, सिर्फ़ इन्वेस्टर्स समिट नहीं है, ये एक मूवमेंट है। ये एक कॉल टू एक्शन है, भारत का भविष्य, नॉर्थ ईस्ट के उज्ज्वल भविष्य से ही नई उंचाई पर पहुंचेगा। मुझे आप सभी बिजनेस लीडर्स पर पूरा भरोसा है। आइए, एक साथ मिलकर भारत की अष्टलक्ष्मी को विकसित भारत की प्रेरणा बनाएं। और मुझे पूरा विश्वास है, आज का ये सामूहिक प्रयास और आप सबका इससे जुड़ना, आपका उमंग, आपका कमिटमेंट, आशा को विश्वास में बदल रहा है, और मुझे पक्का विश्वास है कि जब हम सेकेंड राइजिंग समिट करेंगे, तब तक हम बहुत आगे निकल चुके होंगे। बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद !