PM Modi's Interview to Manogya Loiwal of ABP News

Published By : Admin | May 10, 2024 | 18:47 IST

In an interview to ABP news during a roadshow in Bhubaneswar, Odisha, Prime Minister Narendra Modi spoke extensively about the BJP's development agenda for the state. The PM said that the love and affection of the people of Odisha towards the BJP reflected the state's mood clearly. He said that the current state government of the BJD was cut off from ground realities.

 

मनोज्ञा- 2014 में उम्मीद 2019 में भरोसा और 2024 में गारंटी का प्रतीक बनकर चुनाव के मैदान में उतरे प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी हमारे साथ हैं। मोदी जी उड़ीसा में यह भीड़ देखकर क्या कहेंगे क्योंकि इस बार जो नारे लगे हैं 10 साल के कार्यकाल में कितना भरोसा है कि पिछले रिकॉर्ड टूटेंगे।

पीएम मोदी- आपने देखा होगा मैं जहां से मैंने ये लोगों के दर्शन का कार्यक्रम शुरू किया, लोगों का जो उत्साह है उनकी आंखों में जो एक चमक है उसके साथ-साथ अपार विश्वास की अनुभूति है और दोनों तरफ है ये विश्वास का भाव। मैं उड़ीसा में दो या तीन बार यहां अलग-अलग जगह पर गया हूं इस प्रकार का जुनून इस प्रकार का उत्साह बहुत ही कम देखा जा सकता है। लैंग्वेज का प्रॉब्लम होने के बावजूद भी मैंने देखा कि जो एक दिल का कनेक्ट है मनों का भाव है वह पूरी तरह जुड़ चुका है और मैं पक्का मानता हूं कि ये उड़ीसा की लाइफ में एक बहुत बड़ा टर्निंग पॉइंट है।

 

मनोज्ञा- गठबंधन की बात हुई थी बना नहीं इस बार कितना भरोसा है कि सीट और आंकड़े बढ़ जाएंगे ओडिशा में।

पीएम मोदी- हम पहले भी दो अलग अलग दल ही रहे हैं। हम इसके पूर्व भी अलग-अलग ही चुनाव लड़े हैं मुद्दों के आधार पर। संसद में हमें समर्थन मिलता रहा है, लेकिन असेंबली में हमारा हमेशा उनके साथ संघर्ष रहा है और कारण ये है कि उड़िया की संस्कृति उड़िया की मिट्टी की सुगंध इस गवर्नेंस में नजर नहीं आ रही है। सामान्य मानवी कट ऑफ फील करता है। इवेन राजा महाराजाओं के जमाने में भी जनता से कोई कनेक्ट होता था यहां कोई कनेक्ट नहीं है ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी का दायित्व है जनसामान्य से जुड़ कर के उड़िया नागरिकों की आशा आकांक्षाओं को पूरा करना और भारतीय जनता पार्टी लगातार संघर्ष कर रही है। और लंबे संघर्ष के बाद उड़िया भारतीय जनता पार्टी का कमल खिलाने के लिए प्रतिबद्ध हो चुका है।

 

मनोज्ञा- अगर बंगाल की बात करूं तो एक जमाने में कोलकाता आर्थिक राजधानी रहा आप यह मानते हैं कि घुसपैठ और बाकी सारे मुद्दों ने और वोट बैंक की राजनीति ने उसे पीछे कर दिया?

पीएम मोदी- बंगाल पहले एक प्रकार से देश की आर्थिक राजधानी हुआ करता था। इस देश में जितने भी सामाजिक आर्थिक परिवर्तन आए कई शताब्दियों तक बंगाल ने उसका नेतृत्व किया है। और बंगाल की क्षमता पर आज भी मेरा भरोसा है। बंगाल के नौजवानों की क्षमता पर आज भी मेरा भरोसा है। लेकिन गलत नीतियों के कारण, गलत नेतृत्व के कारण, पहले लेफ्ट के कारण, बाद में टीएमसी के कारण और कांग्रेस ने तो बेड़ा गर्क करके ही रखा था। इन लोगों ने 50 साल में इसको तबाह करके रखा हुआ है। जिस प्रकार से वोट बैक की राजनीति हो रही है ममता जी पार्लियामेंट में जब थी, जिन मुद्दों को लेकर के पार्लियामेंट में वह पेपर उछालती थी, आज उन्हीं मुद्दों को वह सरेंडर हो गई है, और वह उसके लिए एक बहुत बड़ी सोने की खान जैसा बन गया है यह जो ममता जी में बदलाव आया है वो बंगाल का आदमी स्वीकार नहीं कर सकता है। वो मौके की तलाश में है और मैं देख रहा हूं कि पिछले असेंबली के चुनाव में हमें सिंगल डिजिट में थे हम 80-85 पर पहुंच गए। लोकसभा में इस बार में क्लीन स्वीप देख रहा हूं, उड़ीसा में भी पश्चिम बंगाल में भी।

 

मनोज्ञा- विपक्ष के मुख्यमंत्री जेल जा रहे हैं फिर उनको बेल मिल जा रही है आरोप लगाते हैं कि मोदी जी अपनी एजेंसी का इस्तेमाल करते हैं विपक्ष को शांत रखने या पीछे रखने के लिए।

पीएम मोदी- इस देश में, अकेले ईडी की मैं बात करूं तो ईडी के जितने केसेस हुए हैं उसमें सिर्फ 3 पर पॉलिटिशियन हैं, 97 पर ब्यूरोक्रेट्स है, ड्रग माफिया है, गन रनर है, लैंड माफिया है, सैंड माफिया है, ये लोग है सिर्फ 3 पर्सेंट पोलिटिशियन हैं। दूसरा जो नोटों के ढेर निकल रहे हैं वो तो सीधा सबूत है और वह पॉलिटिशन के यहां से निकलते है, और नोटों के ऐसे ढेर निकलते हैं चाहे पश्चिम बंगाल हो चाहे झारखंड हो या अन्य राज्य हो बैंक के मशीन नोटे गिनते-गिनते हाने लग जाती हैं। यह हालत हुई है और इसलिए हिंदुस्तान के लोगों के ना करीब-करीब सवा लाख करोड़ रुपया जप्त हुआ है। अब ये निर्दोष लोग होते तो इतने पैसे आए कहां से?

 

मनोज्ञा- जब आप विपक्ष की बात कर रहे हैं तो विपक्ष यह कहता है कि विकास की अगर इतनी भरोसा है तो फिर धर्म और धर्म के नाम पर आरक्षण की बात क्यों की जाती है?

पीएम मोदी- हमने नहीं की है। कांग्रेस पार्टी भारत के संविधान की भावना के पीठ में छुरा भोंक रही है, बाबा साहेब आंबेडकर ने जो कहा था उसे उल्टा कर रही है। वे धर्म के आधार पर आरक्षण करने जा रहे हैं। हम इसको रोकने के लिए प्रतिबद्ध है, और मोदी की गारंटी है जब तक मोदी जिंदा है मैं एससी एसटी ओबीसी उनके आरक्षण में से रती भर भी धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होने दूंगा। मैं इसके लिए जीवन भर लड़ता रहूंगा।

 

मनोज्ञा- मेरा आखरी सवाल महिलाओं और युवाओं का आपको बहुत समर्थन मिला है इस बार कितना भरोसा है?

पीएम मोदी- ऐसा है कि समाज के सभी वर्गों का और देश के सभी भूभाग से अपार जन समर्थन है। यह मेरा सौभाग्य है कि माताओं-बहनों का मुझ पर विशेष कृपा रही है और मैं तो मानता हूं माताएं बहने सिर्फ वोट नहीं वो मेरा रक्षा कवच है। वो मेरे लिए हमेशा मन्नत करती है और गांव की किसी गरीब महिला जिसने मुझे कभी देखा नहीं जिसने मेरा नाम नहीं सुना है आप पूछोगे तो पूरा नाम मालूम नहीं है अकेला मोदी पता है क्या हूं मैं वह भी पता नहीं, वह कहती है कि दिल्ली में मेरा एक बेटा बैठा है। जीवन में इससे बड़ा संतोष क्या हो सकता है।

 

मनोज्ञा- 4 जून को रिजल्ट आएगा मोदी जी उस दिन क्या कर रहे होंगे?

पीएम मोदी- 4 जून को हिंदुस्तान के पोलिटिकल इतिहास में सबसे ज्यादा विक्रम के साथ भारतीय जनता पार्टी और एनडीए का विजय होगा।

मनोज्ञा- दिलचस्प है मुकाबला कैमरा पर्सन सूरज पांडे के साथ मनोज्ञ लोईवाल, उड़ीसा, एबीपी न्यूज़।

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India–Russia friendship has remained steadfast like the Pole Star: PM Modi during the joint press meet with Russian President Putin
December 05, 2025

Your Excellency, My Friend, राष्ट्रपति पुतिन,
दोनों देशों के delegates,
मीडिया के साथियों,
नमस्कार!
"दोबरी देन"!

आज भारत और रूस के तेईसवें शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। उनकी यात्रा ऐसे समय हो रही है जब हमारे द्विपक्षीय संबंध कई ऐतिहासिक milestones के दौर से गुजर रहे हैं। ठीक 25 वर्ष पहले राष्ट्रपति पुतिन ने हमारी Strategic Partnership की नींव रखी थी। 15 वर्ष पहले 2010 में हमारी साझेदारी को "Special and Privileged Strategic Partnership” का दर्जा मिला।

पिछले ढाई दशक से उन्होंने अपने नेतृत्व और दूरदृष्टि से इन संबंधों को निरंतर सींचा है। हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने आपसी संबंधों को नई ऊंचाई दी है। भारत के प्रति इस गहरी मित्रता और अटूट प्रतिबद्धता के लिए मैं राष्ट्रपति पुतिन का, मेरे मित्र का, हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।

Friends,

पिछले आठ दशकों में विश्व में अनेक उतार चढ़ाव आए हैं। मानवता को अनेक चुनौतियों और संकटों से गुज़रना पड़ा है। और इन सबके बीच भी भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है।परस्पर सम्मान और गहरे विश्वास पर टिके ये संबंध समय की हर कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं। आज हमने इस नींव को और मजबूत करने के लिए सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा की। आर्थिक सहयोग को नई ऊँचाइयों पर ले जाना हमारी साझा प्राथमिकता है। इसे साकार करने के लिए आज हमने 2030 तक के लिए एक Economic Cooperation प्रोग्राम पर सहमति बनाई है। इससे हमारा व्यापार और निवेश diversified, balanced, और sustainable बनेगा, और सहयोग के क्षेत्रों में नए आयाम भी जुड़ेंगे।

आज राष्ट्रपति पुतिन और मुझे India–Russia Business Forum में शामिल होने का अवसर मिलेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि ये मंच हमारे business संबंधों को नई ताकत देगा। इससे export, co-production और co-innovation के नए दरवाजे भी खुलेंगे।

दोनों पक्ष यूरेशियन इकॉनॉमिक यूनियन के साथ FTA के शीघ्र समापन के लिए प्रयास कर रहे हैं। कृषि और Fertilisers के क्षेत्र में हमारा करीबी सहयोग,food सिक्युरिटी और किसान कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। मुझे खुशी है कि इसे आगे बढ़ाते हुए अब दोनों पक्ष साथ मिलकर यूरिया उत्पादन के प्रयास कर रहे हैं।

Friends,

दोनों देशों के बीच connectivity बढ़ाना हमारी मुख्य प्राथमिकता है। हम INSTC, Northern Sea Route, चेन्नई - व्लादिवोस्टोक Corridors पर नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे। मुजे खुशी है कि अब हम भारत के seafarersकी polar waters में ट्रेनिंग के लिए सहयोग करेंगे। यह आर्कटिक में हमारे सहयोग को नई ताकत तो देगा ही, साथ ही इससे भारत के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे।

उसी प्रकार से Shipbuilding में हमारा गहरा सहयोग Make in India को सशक्त बनाने का सामर्थ्य रखता है। यह हमारेwin-win सहयोग का एक और उत्तम उदाहरण है, जिससे jobs, skills और regional connectivity – सभी को बल मिलेगा।

ऊर्जा सुरक्षा भारत–रूस साझेदारी का मजबूत और महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है। Civil Nuclear Energy के क्षेत्र में हमारा दशकों पुराना सहयोग, Clean Energy की हमारी साझा प्राथमिकताओं को सार्थक बनाने में महत्वपूर्ण रहा है। हम इस win-win सहयोग को जारी रखेंगे।

Critical Minerals में हमारा सहयोग पूरे विश्व में secure और diversified supply chains सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। इससे clean energy, high-tech manufacturing और new age industries में हमारी साझेदारी को ठोस समर्थन मिलेगा।

Friends,

भारत और रूस के संबंधों में हमारे सांस्कृतिक सहयोग और people-to-people ties का विशेष महत्व रहा है। दशकों से दोनों देशों के लोगों में एक-दूसरे के प्रति स्नेह, सम्मान, और आत्मीयताका भाव रहा है। इन संबंधों को और मजबूत करने के लिए हमने कई नए कदम उठाए हैं।

हाल ही में रूस में भारत के दो नए Consulates खोले गए हैं। इससे दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क और सुगम होगा, और आपसी नज़दीकियाँ बढ़ेंगी। इस वर्ष अक्टूबर में लाखों श्रद्धालुओं को "काल्मिकिया” में International Buddhist Forum मे भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का आशीर्वाद मिला।

मुझे खुशी है कि शीघ्र ही हम रूसी नागरिकों के लिए निशुल्क 30 day e-tourist visa और 30-day Group Tourist Visa की शुरुआत करने जा रहे हैं।

Manpower Mobility हमारे लोगों को जोड़ने के साथ-साथ दोनों देशों के लिए नई ताकत और नए अवसर create करेगी। मुझे खुशी है इसे बढ़ावा देने के लिए आज दो समझौतेकिए गए हैं। हम मिलकर vocational education, skilling और training पर भी काम करेंगे। हम दोनों देशों के students, scholars और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान भी बढ़ाएंगे।

Friends,

आज हमने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। यूक्रेन के संबंध में भारत ने शुरुआत से शांति का पक्ष रखा है। हम इस विषय के शांतिपूर्ण और स्थाई समाधान के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। भारत सदैव अपना योगदान देने के लिए तैयार रहा है और आगे भी रहेगा।

आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में भारत और रूस ने लंबे समय से कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया है। पहलगाम में हुआ आतंकी हमला हो या क्रोकस City Hall पर किया गया कायरतापूर्ण आघात — इन सभी घटनाओं की जड़ एक ही है। भारत का अटल विश्वास है कि आतंकवाद मानवता के मूल्यों पर सीधा प्रहार है और इसके विरुद्ध वैश्विक एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताक़त है।

भारत और रूस के बीच UN, G20, BRICS, SCO तथा अन्य मंचों पर करीबी सहयोग रहा है। करीबी तालमेल के साथ आगे बढ़ते हुए, हम इन सभी मंचों पर अपना संवाद और सहयोग जारी रखेंगे।

Excellency,

मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में हमारी मित्रता हमें global challenges का सामना करने की शक्ति देगी — और यही भरोसा हमारे साझा भविष्य को और समृद्ध करेगा।

मैं एक बार फिर आपको और आपके पूरे delegation को भारत यात्रा के लिए बहुत बहुत धन्यवाद देता हूँ।