This is an era of 'Internet of Things': PM Modi

Published By : Admin | April 1, 2017 | 22:02 IST
Technology lays foundation for the future: PM Modi
Technology gives us such solutions, which could not be thought about until a few years ago. This is an era of 'Internet of Things': PM
The youth of India wants to find solutions to the nation's problems. They want results that are quick and credible: PM
Everyone has power to dream. But dreams should be turned into resolutions. Never allow any idea to die: PM

मेरे प्‍यारे दोस्तों आप सुबह से बैठे हैं, थक गए होंगे? अभी 36 घंटे और निकालने हैं तो और थक जाओगे क्‍या? लेकिन आप लोगों ने सोचा होगा कि कोई 10 बजे प्रधानमंत्री थोड़े आते हैं, और आपको फिर याद आया होगा आज तो पहली अप्रैल है तो शायद मोदी जी April Fool कर रहे होंगे हमारा। दोस्‍तों आज मुझे आप सभी के साथ जुड़कर वाकई बहुत ही खुशी हो रही है।

Smart India Hackathon भारत में अपनी तरह सबसे बड़ा experiment है। जिस देश की जनसंख्‍या में 65 प्रतिशत लोग 35 वर्ष से कम उम्र के हों, जो देश दुनिया का युवा देश हो, वहां की युवा शक्ति आज; इस वक्‍त अपने समाज, अपने देश की कुछ अहम समस्‍याओं का solution निकालने में जुटी हुई है। अपना innovation दिखाने के लिए, अपनी creativity दिखाने के लिए आप सब; सारे नौजवान, जिस जोश के साथ कार्यक्रम में हिस्‍सा ले रहे हैं, वो प्रशंसा के योग्‍य हैं। 15 घंटे लगातार काम करने के बाद भी इस वक्‍त आपके चेहरों पर शिकन नहीं है। आपके चेहरों पर मुस्‍कान मैं देख रहा हूं। जब ऐसी ऊर्जा, ऐसे जज्‍बे के साथ काम किया जाता है, तभी नतीजे मिलते हैं।

दोस्‍तों, ज्ञान के क्षेत्र में हमारे देश की अपनी एक पहचान रही है; आज से नहीं, हजारों वर्षों से। कहते हैं शून्य का अविष्‍कार भारत में ही हुआ। आज IT Knowledge के क्षेत्र में भारत विश्‍व का नेतृत्‍व कर रहा है। शून्‍य से मंगलयान की मंगल यात्रा का सफर हमें गौरवान्वित करता है। उपनिषद से उपग्रह तक हमारी यात्रा विस्‍तृत हुई है। लेकिन ये भी सच है कि आज भारत को अपन जरूरतों, अपनी समस्‍याओं को सुलझाने के लिए Information Technology के और ज्‍यादा इस्‍तेमाल की आवश्‍यकता है। एक प्रकार से आज का समाज Technology Driven है। Innovation, Technology, ये समाज जीवन को गति दे रहे हैं, ऊर्जा दे रहे हैं। और इसलिए इस Hackathon के लिए MyGov. की मदद से ऐसी लगभग 500 समस्‍याओं को चुना गया है, जिसका समाधान खोजा जाए, युवा मनों के द्वारा खोज जाए, आधुनिक Technology के द्वारा खोज जाए। इन समस्‍याओं को आपके सामने समाधान के लिए रखा गया है। आपके लिए चुनौती भी है, अवसर भी है। और इस काम से मुझे विश्‍वास है कि आप अपनी Exam के लिए कोई Job work करें, उससे जो आनंद मिलता है, उससे ज्‍यादा आनंद आपको आपके इस काम से मिलेगा। क्‍योंकि जब काम पूरा होगा, और आपको लगेगा कि किसी गरीब के काम आने आपकी मेहनत आने वाली है। आप जो solution खोज रहे हैं वो शायद हिन्‍दुस्‍तान की सरकार की नीति-रीति का हिस्‍सा बनने वाला है। तो आपका जीवन अपने-आप में धन्‍यता अनुभव करेगा।

लोकतंत्र की सफलता जन भागीदार से भागीदारी से ही है। लोकतंत्र का मतलब ये नहीं कि वोट डाल दिया और किसी को 5 साल का Contract दे दिया, लो जाओ भाई मेरी समस्‍या दूर कर दो। और 5 साल में न कर पायें तो कह दिया जाये चलो अब अगला Contractor को पकड़ेंगे; लोकतंत्र ये नहीं है, लोकतंत्र जन-भागीदारी का है। सवा सौ करोड़ देशवासियों ने देश को मिल करके आगे बढ़ाना है। सब कुछ सरकार को ही पता है, सारी समस्‍याओं को हल सरकार ही कर पाएगी, उसके पास सारे उपाय हैं; ये भ्रम है। सरकार में भी तो आप ही की तरह लोग आ करके बैठे हैं। सब समस्‍याओं का समाधान हम सब मिलकर ही कर सकते हैं। जो सरकार में नहीं हैं उनके पास भी अनेक अच्‍छे सुझाव होते हैं, बुद्धि-प्रतिभा होती है, काम करने के लिए एक मूड होता है। और इ‍सलिए मेरी हमेशा कोशिश है कि जन-भागीदारी से कैसे चीजों को आगे चलाया जाये। और आज का ये अवसर, देश के दस हजार नौजवान Engineering Profession होगा, IT Profession होगा, वे जुट करके हमारी रोजमर्रा की 500 समस्‍याओं का समाधान खोज रहे हैं। बिना खाये-पिए, बैठे, लगे हैं; ये एक अपने-आप में एक नई ताकत का परिचय करा देगा। और इसलिए सबसे पहले तो इसमें हिस्‍सा लेने वाले, मैं आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, आप सबका अभिनंदन करता हूं।

आज जब आप अपनी ऊर्जा को Governance के Process में Channelize करेंगे तो निश्चित तौर पर बहुत सकारात्‍मक नतीजे मिलेंगे। मेरा हमेशा से मानना रहा है कि Technology के माध्‍यम से, Information Technology के माध्‍यम से हम आज के समाज में बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं। Technology हमें ऐसे-ऐसे solution देती है, जिसके बारे में कुछ वर्षों पहले तक सोचा भी नहीं जा सकता था। किसने सोचा था कि कभी सड़कों पर driver-less कारें चलने लगेंगी? आने वाले समय में Artificial intelligence का फैलाव और भी बढ़ने जा रहा है। 3D Technology की मदद से 3 Dimension Object की Printing, और उसके ऊपर आने वाले भविष्‍य के निर्माण, 3D Technology उसका एक बहुत बड़ा आधार स्‍तम्‍भ बनने जा रही है।

Manufacturing Sector में, even मकानों के design में इसका बहुत बड़ा उपयोग होने वाला है। अब तो दौर “Internet of things” का है। एक ऐसी व्‍यवस्‍था बन रही है जहां काफी कुछ “Internet of things” से ही तय होगा। आज देश में जो शहर Smart City में परिवर्तन किए जा रहे हैं, वहां इस Technology का जमकर इस्‍तेमाल किया जा रहा है, चाहे Smart Parking हो, Smart Lighting हो, Air Quality की Monitoring हो; इनमें “Internet of things” को apply किया जा रहा है।

दोस्‍तों Technology आज की जिंदगी में बहुत बड़े बदलाव कर रही है। कुछ नई चीजें, नई परम्‍पराएं, पैदा हो रही हैं; कुछ पुरानी चीजें, पुराने तरीके खत्‍म हो रहे हैं। आप खुद देखिए, आपके सामने ही Floppy, Tape Recorder, Walkman, ये सारी चीजें आईं और चली गईं; खत्‍म हो गईं। लम्‍बा, लम्‍बे तक तो वो टिकी नहीं; नई Technology ने जगह ले ली। एक जमाना था जब रेडियो, आज के जो Microwave Oven होते हैं, उतनी size का हुआ करता था। और आज रेडियो, माचिस की डिब्‍बी में भी फिट हो सकता है। Technology ने दुनिया को छोटा करने के साथ ही सुविधाओं का विस्‍तार और बढ़ाने में मदद की है। आपने देखा होगा कि पिछले कुछ महीनों में कैसे हमारे देश में Cashless Transaction का प्रसार तेजी से बढ़ा है। और इस क्षेत्र में भी लगातार नए Innovative Solutions सामने आ रहे हैं।

दोस्‍तों Innovation ही बेहतर भविष्‍य का आधार है। इतिहास उन लोगों के द्वारा लिखा जाता है, जो चली आ रही परम्‍पराओं को चुनौती देते हैं, उनमें बदलाव लाते हैं। इसके लिए एक और बात बहुत जरूरी और वो है Perseverance, दृढ़ता, लगातार जुटे रहना। बचपन से हम लोगों को, कई कथाएं आप लोगों ने भी सुनी होंगी; कहते हैं कि वो चींटी अपने खाना ले जा रही थी, Sugar का दाना, और ले जाते, ले जाते कितनी बार उससे छूट गया, नहीं ले जा पा रही थी, ऊपर दीवार चढ़नी थी लेकिन आखिरकार ले जाकर ही वो रुकी। एक चींटी भी लगातार कोशिश करने की प्रेरणा का कारण बन जाती है और इसलिए हमें भी इस बात को याद रखना है कि Innovations के रास्‍ते में कई बार आपको असफलता मिल सकती है। लेकिन आपको हार नहीं माननी और इसलिए जो जीत का संकल्‍प ले करके चलता है वो जूझना भी जानता है और जो जूझना जानता है वो जीत कर को पाने का तक मादा भी रखता है। आप सफल होंगे, उस दिन इसी दुनिया के लोग कहेंगे कि आपका रास्‍ता सही था, आपके Method सही थे। लेकिन इस दौरान एक बात का अवश्‍य ध्‍यान रखिए कि आपके Innovation का End Product है Quality.

Quality से किसी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए, नहीं किया जा सकता। Quality ऐसी चीज है जिसे लोग याद रखते हैं। आपके Innovation से, आपके Product से लोगों की जिंदगी, Quality of Life में जो बदलाव आता है वह महत्‍वपूर्ण है। दोस्‍तों आप सभी जितने Innovative हैं, जितने Energetic हैं; देश की, समाज की समस्‍याओं को सुलझाने के लिए आपकी जो Approach है वो New India को और मजबूत करने वाली है। जैसे तकनीक पहले की अपेक्षा कई गुना तेजी से बदल रही है, वैसे ही आज की Generation पहले की अपेक्षा कई गुना तेजी से सोचती है, काम कर रही है। कुछ लोग कहते हैं कि आज का नौजवान सवाल बहुत पूछता है, ये कोई खराब बात नहीं है, ये तो अच्‍छी बात है। आज का युवा, कोई Baggage लेकर चलता है और हर बात को शुरूआत से समझना चाहता है, अपने नजरिए से देखना चाहता है। कुछ लोग ये भी कहते हैं कि आज के युवा में धैर्य नहीं है। मैं कहता हूं कि यही बात तो आज की पीढ़ी के नौजवानों की और उनके अंदर Innovation के लिए प्रेरणा का कारण बन जाती है। जीवन में धैर्य होना चाहिए, अधीर जीवन नहीं चल सकता है, लेकिन ऐसा भी धैर्य न हो कि जो नया सोचने के लिए प्रेरित न करे; ठहराव ले आए। और इसी वजह से वो ज्‍यादा तेजी से काम कर रहे हैं, और मैंने देखा है ऐसे नौजवान नतीजे भी ला करके रहते हैं। कुछ लोग ये भी कहते हैं कि आज का युवा Monotonous work नहीं चाहता, उसे वो पसंद नहीं है; वो बदलाव चाहता है। मैं मानता हूं कि उसकी यही सोच है जो Automation में नये-नये आइडिया ला रही है। अगर वो भी पुराने ढर्रे में जीरा चाहता तो, तो नया कहां मिलता? जो पुराना तोड़़ करके निकलना चाहता है वो ही तो नया देता है। कुछ लोग ये भी कहते हैं कि आज का युवा एक ही समय पर कई काम एक साथ करना चाहता है। कुछ लोगों को लगता है कि ये कोई ऐसे अपना फालतु समय बर्बाद करता है। लेकिन मैं कभी-कभी जिन युवकों में ऐसी विधा होती है, एक, सात, पांच, दस चीजें अपने-आप एक साथ कर लेते हैं; मैं इसे बुरा नहीं मानता। अब Multitasking के लिए अपने-आप को तैयार करना चाहिए। हर किसी ने कोशिश, और जो करता है उसे प्रोत्‍साहन देना चाहिए। कुछ लोगों को नौजवानों की Ambition से भी Problem हो जाता है। वो कहता है आज का नौजवान बहुत तेजी से आगे बढ़ना चाहता है। दोस्‍तों में आगे बढ़ने के पक्ष में हूं लेकिन कुछ लोग कम समय में धन इकट्ठा करने के लिए आगे दौड़ते हैं, वो शायद ही जीवन में सफल होते हैं। कुछ कर दिखाने के लिए जो आगे दौड़ते हैं, तेजी से दौड़ते हैं, समय से पहले कर लेते हैं, वो खुद को भी कुछ देते हैं, दुनिया को भी कुछ देते हैं। और यही तो New India की जब मैं बात करता हूं, तो इसी spirit को ले करके कर रहा हूं।

मेरे भारत का युवा समस्‍याओं के समाधान जल्‍दी खोजना चाहता है, उन्‍नति ये जल्‍दी चाहता है और मैं इसे अच्‍छा मानता हूं। आज का युवा किसी की नौकरी करने से ज्‍यादा खुद ऐसा बनना चाहता है, जो दूसरों को रोजगार दे सके। निश्‍चित तौर पर इसमें Capital की जरूरत तो होती है, लेकिन उससे भी अहम है Purpose of Life, Sense of Mission, जिसकी हमारे युवाओं में कोई कमी नहीं है। वो अपने Ideas को, अपने Innovative Solutions को इस तरह जमीन पर उतारना चाहते हैं कि चीजें और efficient और Economically Viable हों। आप जैसे लाखों-करोड़ों नौजवानों की इस अद्भुत क्षमता को ही ध्‍यान में रखते हुए सरकार “Start-up India” अभियान चला रही है। मुद्रा योजना के तहत आप जैसे करोड़ों युवाओं को Bank Guarantee की चिन्‍ता से मुक्‍त करते हुए करोड़ों रुपयों का कर्ज दिया जा रहा है।

दोस्‍तों, सपने देखने की क्षमता हर किसी में होती है। आप इतने लोग यहां बैठे हैं, हर दिन कोई नया सपना देखने वाले लोग होंगे। सपने देखने की क्षमता हर किसी में होती है। सपनों को संकल्‍प में बदलने की क्षमता होनी चाहिए। और संकल्‍प को सिद्ध करने के लिए सारी क्षमताओं को झोंक देना चाहिए। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके सपने, संकल्‍प और सिद्धि अनेक लोगों की प्रेरणा का कारण भी बनते हैं। आपने IT की दुनिया में ही देखा होगा कि कई बड़े-बड़े Innovations की शुरूआत किसी एक छोटे से कमरे में, किसी गैराज में बहुत छोटे स्‍तर पर हुई थी। लोगों ने शुरू में उन्‍हें खारिज कर दिया था, लेकिन ऐसे लोग अपने सपने को, अपने संकल्‍प को, पूरी ताकत से जुट करके सिद्ध करने में जुटे रहे, सफल भी रहे। कभी जिन Ideas को बहुत छोटा समझा गया वो आज Billion Dollar की कम्‍पनी चला रहा है। इसलिए आप सभी को मेरी सलाह है, आपके सामने लम्‍बा समय है, आपको बहुत कुछ करना है। अपनी Journey में किसी Idea को यूं ही खत्‍म मत होने दीजिए। हो सकता है आपको ऐसा ही कोई Idea कल Billion Dollar की कम्‍पनी में बदल जायें और Billion लोगों की जिंदगी में बदलाव का कारण भी बनें।

दोस्‍तों, आपको आज की तेजी से बदलती दुनिया में Knowledge और Skill के बीच का फर्क भी समझना होगा। दोनों में बहुत बड़ा फर्क है। Knowledge है किसी Concept को समझना, Basic चीजों को समझना; जैसे ये जानना कि Electric Circuit कैसे काम करता है, लेकिन Skill है इस Concept को Apply कैसे करना। बहुत से लोग होंगे जिन्‍होंने Electronics या Electrical Engineering पढ़ी होगी, लेकिन घर में अगर Fuse उड़ जाये तो उसे ठीक करने के लिए बाहर से किसी को बुलाता है। Knowledge को Sharpen करके उसे Apply करना ही Skill है। इसलिए आज जितनी तेजी से जानकारी बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से Skill का भी बढ़ना आवश्‍यक है और इसलिए मैं कहता हूं Skill Engagement Optimization (SEO), Internet की दुनिया Search Engine की धूरी पर घूमती है और इसलिए उसमें Search Engine Optimization की बड़ी भूमिका होती है।

आपकी हमारी दुनिया Public Welfare और Public Participation की धुरी पर घूमती है, इसलिए उसमें Skill Engagement Optimization की बड़ी भूमिका होती है। और दुनिया ऐसे लोगों को चाहती है जो Knowledge करे Apply करना जानते हैं, जो अपनी Skill के जरिए लोगों से, Client से Engage हो सके। जब आप लोग Skill Engagement Optimization पर ध्‍यान शुरू कर देंगे, देश को Demographic Dividend भी Development Dividend में बदलेगा। New India के लिए रास्‍ता और मजबूत करेगा।

दोस्‍तों, आपको जो Task दिया गया है, अगले कुछ घंटों में आप उसका कोई न कोई Solution सजाने जा रहे हैं, लेकिन हमें सिर्फ इतने पर ही नहीं रुकना है। इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार के 29 Ministries हिस्‍सा ले रहे हैं। और उन सभी को जिम्‍मेदारी है कि इस Hackathon से जो Solution निकलेंगे, उसे आखिरी Stage तक, Logical End तक पहुंचाया जाये। कुछ सुधार की गुंजाइश हो तो उसमें सुधार करके उसे system में उतारा जाये। आज के प्रयास में आप सफल हों, कुछ नया Solution दें, इसके लिए सभी को मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं।

Explore More
প্রধান মন্ত্রীনা শ্রী রাম জন্মভুমি মন্দির দ্বাজরোহন উৎসবতা পীখিবা ৱারোলগী মৈতৈলোন্দা হন্দোকপা

Popular Speeches

প্রধান মন্ত্রীনা শ্রী রাম জন্মভুমি মন্দির দ্বাজরোহন উৎসবতা পীখিবা ৱারোলগী মৈতৈলোন্দা হন্দোকপা
India’s years? Amazon to pour Rs 3 lakh cr into India…and there’s more

Media Coverage

India’s years? Amazon to pour Rs 3 lakh cr into India…and there’s more
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Prime Minister Condoles the Demise of Shri Shivraj Patil
December 12, 2025

Prime Minister Shri Narendra Modi today condoled the passing of Shri Shivraj Patil, describing him as an experienced leader who devoted his life to public service.

In his message, the Prime Minister said he was saddened by the demise of Shri Patil, who served the nation in various capacities—including as MLA, MP, Union Minister, Speaker of the Maharashtra Legislative Assembly, and Speaker of the Lok Sabha—during his long and distinguished public life. Shri Patil was known for his commitment to societal welfare and his steadfast dedication to democratic values.

The Prime Minister recalled his many interactions with Shri Patil over the years, noting that their most recent meeting took place a few months ago when Shri Patil visited his residence.

In separate posts on X, Shri Modi wrote:

“Saddened by the passing of Shri Shivraj Patil Ji. He was an experienced leader, having served as MLA, MP, Union Minister, Speaker of the Maharashtra Assembly as well as the Lok Sabha during his long years in public life. He was passionate about contributing to the welfare of society. I have had many interactions with him over the years, the most recent one being when he came to my residence a few months ago. My thoughts are with his family in this sad hour. Om Shanti.”

“श्री शिवराज पाटील जी यांच्या निधनाने दुःख झाले आहे. ते एक अनुभवी नेते होते. सार्वजनिक जीवनातील आपल्या प्रदीर्घ कारकिर्दीत त्यांनी आमदार, खासदार, केंद्रीय मंत्री, महाराष्ट्र विधानसभेचे तसेच लोकसभेचे अध्यक्ष म्हणून काम केले. समाजाच्या कल्याणासाठी योगदान देण्याच्या ध्येयाने ते झपाटले होते. ​गेल्या काही वर्षांत त्यांच्यासोबत माझे अनेक वेळा संवाद झाले, त्यापैकी सर्वात अलीकडील भेट काही महिन्यांपूर्वीच जेव्हा ते माझ्या निवासस्थानी आले होते तेव्हा झाली होती. या दुःखद प्रसंगी माझ्या संवेदना त्यांच्या कुटुंबीयांसोबत आहेत. ओम शांती.”