Opposition parties have no vision to take the country forward: PM Modi

Published By : Admin | April 16, 2019 | 19:14 IST
QuoteOdisha has pledged to get rid of its ineffective government: PM Modi in Odisha
QuoteThe Opposition parties like Congress and BJD have no vision to lead the country into 21st century: PM Modi
QuoteOnly a BJP government can ensure stability, security and growth for our country in a transparent manner: Prime Minister Modi

जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ।

मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ महानुभाव, मुझे फिर एक बार आपके बीच आने का अवसर मिला है। बक्शी जगबंधु, श्री जय राजगुरू, वीर सुरेंद्र साई समेत ओडिशा के सभी वीर बेटे-बेटियों को मेरा नमन। संबलपुर, देवगढ़ और अंगुल के सभी साथियो का भी बहुत-बहुत अभिनंदन।

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भाइयो-बहनो, इतनी भीषण गर्मी में ये इतना बड़ा जन सैलाब, इतना जोश, ऐसी ही तस्वीरें जब टीवी के माध्यम से देश के दूसरे हिस्से में पहुंच रही है तब कई लोगों के होश उड़ रहा है। बड़े-बड़े महामिलावटियों को इस चौकीदार के लिए आपका स्नेह उनको समझ ही नहीं आ रहा है की देश चौकीदार को इतना प्यार क्यों कर रहा है। और ऊपर से पहले चरण की वोटिंग में ओडिशा से जो संकेत आए हैं, उससे साफ है की दिल्ली में फिर एक बार मोदी सरकार और ओडिशा में भाजपा सरकार। साथियो, ये समर्थन देश इसलिए दे रहा है क्योंकि सभी एक मजबूत और ईमानदार सरकार चाहते हैं।

भाइयो-बहनो, हमारे देश में साधनों और संसाधनों की कमी नहीं रही, कमी रही है जनता के पैसे के सही इस्तेमाल की। पहले की सरकारों ने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया की जितने पैसे दिल्ली से भेजे जा रहे हैं उसका लाभ आप तक पहुंच रहा है की नहीं पहुंच रहा है। आप मुझे बताइए 100 पैसे भेजने पर अगर सिर्फ 15-16 पैसे का ही काम होगा तो यहां विकास हो पाएगा? 100 पैसे में से 85 पैसे कोई दलाल अपनी तिजोरी में भर लेगा तो क्या यहां सड़कें बन पाएंगी, पुल बन पाएंगे, अस्पताल बन पाएंगे? आजादी के इतने साल तक ये भ्रष्टाचार चल रहा था इसे कोई रोकने वाला नहीं था। अब मोदी की सरकार ने, आपके इस चौकीदार की सरकार ने ये व्यवस्था बनाई है की सरकार अगर 100 पैसे भेजे तो पूरे 100 पैसे गरीब पर खर्च हो, 100 के 100 पैसे।

भााइयो-बहनो, इन पांच सालों में अगर आप इस चौकीदार के साथ ना होते तो ये संभव ही नहीं था। आपके इसी आशीर्वाद की वजह से भाजपा की मजबूत सरकार, लोक कल्याण और राष्ट्र कल्याण से जुड़े बड़े-बड़े काम कर पाई है। वरना इससे पहले आपने दिल्ली में एक मजबूर सरकार और भ्रष्ट सरकार भी देखी है। ये वो सरकार थी जो आपकी मिलने वाली चीनी में घोटाला कर जाती थी, ये वो सरकार थी जो आपको मिलने वाले राशन में घोटाला कर जाती थी। ये वो सरकार थी जो किसानों को मिलने वाले यूरिया में घोटाला कर जाती थी, ये वो सरकार थी जो जमीन से निकलने वाले खनिज और कोयले तक में घोटाला कर जाती थी। गरीब के लिए बनी हर योजना पर कुछ लोगों की नजर गिद्धों की तरह रहती थी, जैसे ही पैसा आया ये लोग आपका पैसा लूटने में लग जाते थे। क्या आपका चौकीदार इसे ऐसे ही देखता रहता क्या? मैं तो ठान कर आया था इन दलालों से, इन भ्रष्टाचारियों का मुकाबला करूंगा।

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साथियो, जब इस चौकीदार ने इनके भ्रष्टाचार के कारोबार पर प्रहार किया तो इनको इतना कष्ट हुआ है की अब ये मुझे रास्ते से हटा देने पर तुले हुए हैं। भाइयो-बहनो, ये पहले की भ्रष्ट और कमजोर सरकारों का परिणाम है। आजादी के इतने वर्ष बाद भी संपन्न ओडिशा की जनता गरीब ही गरीब होती गई। क्षेत्र के आधार पर भेदभाव, जात-पात के आधार पर भेदभाव यही कांग्रेस और BJD की उपलब्धि रही है। यही कारण है की जहां महानदी और हीराकुंड जैसे बांध हैं वहां का किसान बूंद-बूंद पानी के लिए तरसता है। धान के खेत, किसान के परिश्रम से लहलहाते हैं लेकिन धान को बीमारी से बचाने के लिए सरकार समय पर कार्रवाई नहीं करती। केंद्र सरकार ने तय किया की धान की फसल की लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य किसान को मिले लेकिन यहां की सरकार ने खरीदने के इंतजाम ही नहीं किए। किसानों को बिचौलियों के भरोसे छोड़ दिया गया। 

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साथियो, स्थिति ये है की इस चौकीदार ने जो पीएम किसान सम्मान योजना बनाई है, यहां की सरकार के कारण उसका पूरा लाभ आपको नहीं मिल पा रहा है। वजह ये है क्योंकि यहां की सरकार ने किसानों के नाम की जो लिस्ट भेजी है वो भी आधी-अधूरी है जिसकी वजह से सिर्फ साढ़े आठ लाख किसानों के खाते में ही पहली किश्त जा पाई है बाकी लिस्ट यहां की सरकार नहीं दे पा रही है। इन लोगों ने जो खुद एक योजना बनाई उसमें जो घोटाले और घपले हो रहे हैं वो भी आप जानते हैं। भाइयो-बहनो, देश के किसानों को उनकी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए, बैंक में सीधे पैसा ट्रांसफर करने के लिए ये चौकीदार प्रतिबद्ध है बल्कि हमने तो इसका दायरा बढ़ाने का संकल्प लिया है। 23 मई को जब फिर एक बार मोदी सरकार आएगी तब ओडिशा के सभी किसान परिवारों के बैंक खाते में सीधी मदद की व्यवस्था हम करने वाले हैं। याद रखिए ओडिशा के हर किसान के खाते में सीधे पैसा आएगा। कोई दलाल आपके पैसे पर पंजा नहीं मार पाएगा। साथियो, ऐसा ही एक और संकल्प है जिसका लाभ संबलपुर सहित पूरे ओडिशा को होने वाला है। भाजपा की सरकार बनने पर, दिल्ली में नई सरकार बनने पर अलग से एक जल-शक्ति मंत्रालय बनाया जाएगा, सिर्फ पानी के लिए अलग मिनिस्ट्री। इसके तहत देश भर की नदियों के, समंदर के बारिश के पानी को जरूरतमंद क्षेत्रों तक पहुंचाने का मिशन चलाया जाएगा। इससे, इस क्षेत्र की पानी की समस्या कम हो पाएगी।

भाइयो-बहनो, इस इलाके के लोगों का कल्याण, देश के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों का कल्याण हमारी प्राथमिकताओं में है। जब अटल जी की सरकार थी तब आदिवासियों के लिए अलग से एक मंत्रालय बनाया गया था। अब हमने फैसला किया है की नई सरकार बनने के बाद एक और मंत्रालय बनाएंगे, मछली पालन से जुड़े भाई-बहनों के लिए अलग फिशरीज मंत्रालय बनाया जाएगा। मछुआरों की छोटी-छोटी जरूरत पर ध्यान देने के लिए बीजेपी की सरकार मत्स्य संपदा योजना भी शुरू करेगी, जिस पर 10 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। मछुआरे भाइयों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा का भी विस्तार किया जा चुका है। लेकिन भाइयो और बहनो, जिनकी प्राथमिकता सिर्फ पीसी की रही हो, कट की रही हो, मलाई खाने की रही हो उनको आपकी चिंता कैसे होगी। चिटफंड और खनन माफिया को ही अगर संरक्षण सरकार देती रहेगी तो सामान्य मानवी की चिंता कैसे संभव है। कोल ब्लॉक घोटाले में किस तरह उंगलियां उठी हैं ये भी ओडिशा के लोग भली-भांति जानते हैं।

साथियो, जमीन के नीचे की संपदा, यहां के जंगलों की समृद्धि ओडिशा की शक्ति है। ओडिशा की यही शक्ति भारत को ताकत दे रही है लेकिन इन जंगलों में रहने वालों की पूछ नहीं बल्कि उनके साथ लूट हुई लूट। आपके इस चौकीदार ने बरसों पुराना खनन कानून बदला, ये तय किया की जो भी संपदा यहां निकलती है उसका एक निश्चित हिस्सा यहां के विकास के लिए लगना चाहिए। भाइयो-बहनो, इस तरह जो डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बना, उसके तहत ओडिशा को 6 हजार करोड़ रुपए मिले। इससे आपके लिए अस्पताल बनने थे ताकि आपको इलाज के लिए परेशान ना होना पड़े। इससे वनवासियों की बस्तियों में शुद्ध पीने के पानी का इंतजाम होना था ताकि गंदे पानी की वजह से उनके बच्चे बीमार ना पड़ें। इससे स्कूल बनने थे ताकि आदिवासी बच्चों को शिक्षा के लिए भटकना ना पड़े। लेकिन साथियो, ये आप जानकर के हैरान हो जाएंगे की यहां की बीजेडी सरकार ने 6 हजार करोड़ में से सिर्फ एक हजार करोड़ ही खर्च किया है बाकी पैसे पड़े हुए हैं और आप बहुत छोटी-छोटी आवश्यकताओं के लिए परेशान हो रहे हैं। जब सरकारों की नीयत ऐसी हो तो उनको बदलना जरूरी है। 20 साल आपने आंख बंद कर इन पर बहुत भरोसा कर लिया अब ओडिशा की धरती परिवर्तन का मन बना चुकी है। भाइयो-बहनो, यहां की सरकार किस तरह चालाकी से काम कर रही है, ये भी मैं आपको बताता हूं। बताऊं, ये कैसी चालाकी करती है सुनना है आपको? ये गांव के लोगों को पता नहीं है, आपको बताना पड़ेगा, बताएंगे?

देखिए अभी भी जो एक रुपए के चावल गरीबों को यहां मिलता है वो केंद्र की सरकार, ये यहां बताते नहीं हैं। भारत सरकार, दिल्ली में चौकीदार की सरकार 19 रुपया, 30 रुपए में चावल खरीदती है और वो चावल यहां पर पहुंचाती है। यहां की सरकार ज्यादा से ज्यादा, उसमें उसको 2 रुपया डालना पड़ता है, ये चौकीदार की सरकार 25,27,29 रुपए डालती है। ये सिर्फ 2 रुपया डालते हैं और कहते हैं कि यहां पर ओडिशा सरकार ये चावल सस्ते में गरीबों को दे रही है। बताइए झूठ है की नहीं है, ये धोखा है की नहीं है? ये आपके साथ झूठ बोला जाता है की नहीं बोला जाता है? अब मुझे बताइए की अगर आपका बेटा दिल्ली में रहता है और वो आपको मनी ऑर्डर भेजता है और पोस्टमैन आपके घर में आकर के मनी ऑर्डर देता है तो ये पैसा पोस्टमैन देता है की दिल्ली में बैठा आपका बेटा देता है। बताइए कौन देता है? ये पैसा पोस्टमैन देता है की दिल्ली में बैठा आपका बेटा देता है? अब ये कहते है पोस्टमैन देता है, ये आपके गले उतरेगा क्या? मान लीजिए आपका बेटा दिल्ली में बैठा है और पिताजी के लिए एक शर्ट भेजना है, वो कपड़ा खरीद के ले आता है, दर्जी को ढूंढता है नाप देता है, धोबी को देता है प्रेस करवाता है और पैकिंग करके यहां भेजता है और यहां जो लाने वाला एजेंट है उसके जिम्मे है की उसमें बटन लगा दे। और फिर शर्ट आपके यहां पहुंचा देता है, बताइए शर्ट बेटे ने भेजा या बटन लगाने वाले ने भेजा, शर्ट किसने भेजा? ये ऐसा आधा-अधूरा झूठ बोलकर के आपको गुमराह करते हैं।

साथियो, ये मैं नहीं कहता की ओडिशा सरकार इसको पहुंचाने के लिए मेहनत नहीं करती, करते हैं लेकिन ये भी तो बताओ ये चावल चौकीदार भेजता है तब सस्ते में आता है लेकिन नहीं बताते। साथियो, हमारा ये भी संकल्प है की 23 मई को जब फिर एक बार मोदी सरकार आएगी तब गरीबों को घर देने की स्पीड और बढ़ाई जाएगी। बीते पांच वर्षों में ओडिशा के गांवों में लगभग 12 लाख से अधिक पक्के घर मिल चुके हैं। साल 2022 तक याद रखिए, ये मोदी का वादा है 2022 तक ओडिशा के हर गरीब को, वंचित को, पिछड़े को आदिवासी के पास उसका अपना पक्का घर हो और ये मैं दे कर रहूंगा। और घर भी मामूली नहीं, पक्का घर और घर ऐसा बनेगा जिसमें उज्जवला की गैस हो, सौभाग्य की बिजली हो, उजाला का बल्ब हो और एक शौचालय भी हो। ये कोई वादा नहीं है, ऑलरेडी काम चल रहा है, तेज गति से चल रहा है, ये सभी सुविधाएं गांव-गांव में आज मिल रही हैं। किसी को ये सब-कुछ मिल चुका है और किसी को आने वाले दिनों में मिलने वाला है और ये वादा मैं करने आया हूं। इतना ही नहीं यहां जो नई बीजेपी सरकार बनेगी, ओडिशा में जब नई बीजेपी की सरकार बनेगी, दिल्ली में फिर एक बार भाजपा सरकार बनेगी तो ओडिशा में आयुष्मान भारत योजना भी लागू करेगी। ये योजना लागू होने के बाद यहां के गरीब परिवार को पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज पूरे देश के अस्पतालों में हो सकेगा।

साथियो, आपके आशीर्वाद का ही परिणाम है की पूर्वी भारत को विकास का इंजन बनाने का अभूतपूर्व प्रयास हुआ है। झारसुगुडा में भी वीर सुरेंद्र साई एयरपोर्ट, संबलपुर-तालचेर, संबलपुर-टिटलागढ़, बालांगीर, खोर्धा, राउरकेला, झारसुकरा ऐसे अनेक रेलवे प्रोजेक्ट्स से यहां की कनेक्टिविटी मजबूत हुई है। संबलपुर आईआईएम का परमानेंट कैंपस भी इसी चौकीदार के प्रयास का हिस्सा है। याद करिए, कब से यहां आईआईएम जैसे अच्छे संस्थान की मांग हो रही थी लेकिन यहां की सरकारों ने उन पर ध्यान नहीं दिया। आपके इस चौकीदार ने जनता की आवाज को सुना और आज देश का एक प्रतिष्ठित संस्थान यहां की पहचान से जुड़ा है। इसके पास ही खैरगढ़ में 2जी ऐथेनॉल प्लांट का काम भी चल रहा है और मैं आपको ये भी कहूंगा, ये तो अभी शुरूआत है। आने वाले वर्षों में यहां अनेक संस्थान विकसित करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। साथियो, ये सभी संकल्प तभी पूरे होंगे जब आपका एक-एक वोट कमल के फूल पर पड़ेगा, लोकसभा चुनाव में भी कमल और विधानसभा चुनाव में भी कमल, ऊपर के लिए भी कमल और नीचे के लिए भी कमल। डबल कमल छाप इंजन से भुवनेश्वर में और दिल्ली में विकास के डबल इंजन वाली सरकार बनेगी।

भाइयो-बहनो, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, आप जब कमल पर बटन दबाएंगे ना, जैसे ही कमल पर बटन दबाएंगे, ये आपका वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा।
भारत माता की… जय, भारत माता की… जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

  • Babla sengupta December 30, 2023

    Babla sengupta
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Modi’s India hits back: How Operation Sindoor is the unveiling of a strategic doctrine

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From the land of Sindoor Khela, India showcased its strength through Operation Sindoor: PM Modi in Alipurduar, West Bengal
May 29, 2025
QuoteThis is a decisive moment for West Bengal’s young generation. You hold the key to transforming the future of Bengal: PM in Alipurduar
QuoteFrom the land of Sindoor Khela, India showcased its strength through Operation Sindoor: PM Modi in West Bengal
QuoteTMC deliberately deny these benefits to Bengal’s poor, SC/ST/OBC communities, and tribal populations: PM’s strike against the TMC governance
QuoteThe voice of Bengal is loud and clear: Banglar chitkar, lagbe na nirmam shorkar! (Bengal’s cry: We reject a ruthless government!): PM Modi
QuoteA BJP-NDA government would bring development, security, and justice to every citizen: PM Modi’s reassurance in Bengal
QuoteTMC’s brutal governance has led to violence, unemployment, and corruption: PM while addressing Alipurduar

भारत माता की जय! जय जोहार
नॉमोश्कार।
बोरोरा आमार प्रोणाम नेबेन, छोटोरा भालोबाशा !
आप इतनी विशाल संख्या में यहां हमें आशीर्वाद देने आए हैं…मैं हृदय से बंगाल की जनता का अभिनंदन करता हूं। आज एवरेस्ट डे भी है। आज के दिन तेनजिंग नॉर्गे जी ने एवरेस्ट पर अपना परचम लहराया था। उनके सम्मान में हम भी अपना तिरंगा फहराएंगे। और आज ही महान स्वतंत्रता सेनानी रामानंद चटर्जी की जयंती भी है। ये महान संतानें, हमें प्रेरित करती हैं…बड़े संकल्पों की सिद्धि के लिए हौसला देती हैं।

साथियों,
21वीं सदी में भारत नए सामर्थ्य के साथ समृद्धि की नई गाथा लिख रहा है। आज देश का हर नागरिक…भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए जुटा है दिन रात जुटा हुआ है। और विकसित भारत बनाने के लिए पश्चिम बंगाल का विकसित होना बहुत ज़रूरी है। इसलिए... पश्चिम बंगाल को भी नई ऊर्जा के साथ जुटना है। बंगाल को फिर उसी भूमिका में आना होगा, जो कभी यहां की पहचान थी। इसके लिए ज़रूरी है कि पश्चिम बंगाल फिर से नॉलेज का...ज्ञान-विज्ञान का केंद्र बने। बंगाल- मेक इन इंडिया का एक बहुत बड़ा सेंटर बने। बंगाल, देश में पोर्ट लेड डवलपमेंट को गति दे। बंगाल अपनी विरासत पर गर्व करते हुए..उसे संरक्षित करते हुए तेज गति से आगे बढ़े।

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साथियों,
केंद्र की भाजपा सरकार...इसी संकल्प के साथ काम कर रही है। भाजपा, पूर्वोदय की नीति पर चल रही है। बीते दशक में बीजेपी सरकार ने यहां के विकास के लिए हजारों करोड़ का निवेश किया है। अब से कुछ देर पहले यहां सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का शुभारंभ भी हुआ है। केंद्र सरकार के प्रयासों से ही..कल्याणी एम्स बना है। न्यू अलीपुरद्वार और न्यू जलपाईगुड़ी जैसे रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। बंगाल की व्यापारिक गतिविधियों को उत्तर भारत से जोड़ने के लिए.....डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बन रहा है। कोलकाता मेट्रो का अभूतपूर्व विस्तार किया गया है। ऐेसे अनेक प्रोजेक्ट हैं जो भारत सरकार यहां पूरे करवाने का प्रयास कर रही है। भाजपा सरकार ईमानदारी से सबका साथ सबका विकास के मंत्र को लेकर बंगाल की प्रगति के लिए समर्पित है।
क्योंकि-
बांग्लार उदय तबेई,
विकशित भारोतेर जॉय!

साथियों,
ये समय पश्चिम बंगाल के लिए बहुत अहम है। ऐसे में, पश्चिम बंगाल के हर नौजवान पर आप सब पर बहुत बड़ा दायित्व है। आप सबने मिलकर के बंगाल का भविष्य तय करना है। आज पश्चिम बंगाल एक साथ कई संकटों से घिरा हुआ है। एक संकट समाज में फैली हिंसा और अराजकता का है। दूसरा संकट- माताओं-बहनों की असुरक्षा का है, उन पर हो रहे जघन्य अपराधों का है। तीसरा संकट- नौजवानों में फैल रही घोर निराशा का है, बेतहाशा बेरोजगारी का है। चौथा संकट, घनघोर करप्शन का है, यहां के सिस्टम पर लगातार कम होते जन विश्वास का है। और पांचवां संकट, गरीबों का हक छीनने वाली सत्ताधारी पार्टी की स्वार्थी राजनीति का है।

साथियों,
यहां मुर्शीदाबाद में जो कुछ हुआ...मालदा में जो कुछ हुआ… वो यहां की सरकार की निर्ममता का उदाहरण हैं। दंगों में गरीब माताओं-बहनों की जीवनभर की पूंजी राख कर दी गई। तुष्टीकरण के नाम पर गुंडागर्दी को खुली छूट दे दी गई है। जब सरकार चलाने वाले एक पार्टी के लोग, विधायक, कॉर्पोरेटर ही लोगों के घरों को चिन्हित करके जलाते हैं… और पुलिस तमाशा देखती है… तो उस भयावह स्थिति की कल्पना की जा सकती है। मैं बंगाल की भद्र जनता से पूछता हूं...क्या सरकारें ऐसे चलती हैं? ऐई भाबे शोरकार चले की ?

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साथियों,
बंगाल की जनता पर हो रहे इन अत्याचारों से यहां की निर्मम सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता। यहां बात-बात पर कोर्ट को दखल देना पड़ता है। बिना कोर्ट के बीच में आए, कोई भी मामला सुलझता ही नहीं है। बंगाल की जनता को अब टीएमसी सरकार के सिस्टम पर भरोसा नहीं है। यहां की जनता के पास अब सिर्फ कोर्ट का आसरा ही है। इसलिए पूरा बंगाल कह रहा है---
बंगाल में मची चीख-पुकार...
नहीं चाहिए निर्मम सरकार
बांग्लार चीत्कार
लागबे ना निर्मम शोरकार

साथियों,
भ्रष्टाचार का सबसे बुरा असर नौजवानों पर पड़ता है, गरीब और मिडिल क्लास परिवारों पर होता है। भ्रष्टाचार कैसे चारों तरफ बर्बादी लाता है, ये हमने टीचर भर्ती घोटाले में देखा है। टीएमसी सरकार ने अपने शासनकाल में हज़ारों टीचर्स का फ्यूचर बर्बाद कर दिया है। उनके परिवारों को तबाह कर दिया, उनके बच्चों को असहाय छोड़ दिया। टीएमसी के घोटालेबाज़ों ने सैकड़ों गरीब परिवार के बेटे-बेटियों को अंधकार में धकेल दिया है। ये सिर्फ कुछ हज़ार टीचर्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं है… बल्कि पश्चिम बंगाल के पूरे एजुकेशन सिस्टम को बर्बाद किया जा रहा है। टीचर्स के अभाव में लाखों बच्चों का भविष्य दांव पर है। इतना बड़ा पाप टीएमसी के नेताओं ने किया है। हद तो ये है कि ये लोग आज भी अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है। उलटा देश की अदालत को न्यायपालिका को, कोर्ट को दोषी ठहराते हैं।

साथियों,
टीएमसी ने चाय बगान में काम करने वाले साथियों को भी नहीं छोड़ा है। यहां सरकार की कुनीतियों के कारण, टी गार्डन लगातार बंद होते जा रहे हैं...मजदूरों के हाथ से काम निकलता जा रहा है। यहां PF को लेकर जो कुछ भी हुआ है, वो बहुत शर्मनाक है। ये गरीब मेहनतकश लोगों की कमाई पर डाका डाला जा रहा है। TMC सरकार इसके दोषी लोगों को बचाने की कोशिश कर रही है। और मैं बंगाल के भाई-बहन आपको विश्वास दिलाने आया हूं कि भाजपा ये नहीं होने देगी।

साथियों,
राजनीति अपनी जगह पर है...लेकिन गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी और महिलाओं से TMC क्यों दुश्मनी निकाल रही है? पश्चिम बंगाल के गरीब, SC/ST/OBC के लिए जो भी योजनाएं देश में चल रही हैं... उनमें से बहुत सारी योजनाएं यहां लागू ही नहीं होने दी जा रही है। पूरे देश में करोड़ों लोगों को आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज मिल चुका है। लेकिन मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि इसका फायदा पश्चिम बंगाल के मेरे भाइयो-बहनों को नहीं मिल रहा है। पश्चिम बंगााल का कोई साथी अगर दिल्ली, बेंगलुरू, चेन्नई गया है...उसको वहां मुफ्त इलाज नहीं मिल पाता है। क्योंकि निर्मम सरकार ने बंगाल के अपने लोगों को आयुष्मान कार्ड देने ही नही दिया। आज देशभर में 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। मैं तो चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल में भी 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिले। लेकिन टीएमसी सरकार ये नहीं करने दे रही है। केंद्र की बीजेपी सरकार, देशभर में गरीब परिवारों को पक्के घर बनाकर दे रही है। लेकिन पश्चिम बंगाल में लाखों परिवारों का घर नहीं बन पा रहा है। क्योंकि टीएमसी के लोग इसमें कट-कमीशन की मांग कर रहे हैं। आखिर TMC सरकार आप लोगों को लेकर इतनी निर्मम क्यों हैं?

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साथियों,
यहां की निर्मम सरकार के जितने उदाहरण दूं...वो कम हैं। पश्चिम बंगाल में बहुत बड़ी संख्या में हमारे विश्वकर्मा भाई-बहन है। ये लोग हाथ के हुनर से अनेक प्रकार के काम करते हैं। इनके लिए पहली बार भाजपा सरकार विश्वकर्मा योजना लाई है। इसके तहत देश के लाखों लोगों को ट्रेनिंग मिली है, पैसा मिला है, नए टूल मिले हैं, आसान ऋण मिला है। लेकिन पश्चिम बंगाल में 8 लाख एप्लीकेशन अभी लटकी पडी है। निर्मम सरकार उसपर बैठ गई है क्योंकि टीएममसी सरकार इस योजना को भी लागू नहीं कर रही है।

साथियों,
टीएमसी सरकार की मेरे आदिवासी भाई-बहनों से भी दुश्मनी कुछ कम नहीं है। देश में पहली बार जनजातियों में भी सबसे पिछड़ी जनजातियों के लिए पीएम जनमन योजना बनाई गई है। पश्चिम बंगाल में बहुत बड़ा आदिवासी समाज है। TMC सरकार, गरीब आदिवासियों का विकास भी नहीं होने दे रही है। उसने पीएम जनमन योजना को यहां लागू नहीं किया। टीएमसी हमारे आदिवासी समाज को भी वंचित ही रखना चाहती है।

साथियों,
TMC को आदिवासी समाज के सम्मान की परवाह नहीं है। 2022 में जब NDA ने एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया,
तो सबसे पहले विरोध करने वाली पार्टी TMC थी। बंगाल के आदिवासी इलाकों की उपेक्षा भी यही दिखाती है... कि इन्हें आदिवासी समाज से टीएमसी वालों कोई लगाव नहीं है, कोई लेनादेना नहीं है।

साथियों,
कुछ दिन पहले दिल्ली में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बहुत महत्वपूर्ण बैठक हुई। ये एक अहम मंच होता है, जहां देशभर के मुख्यमंत्री मिलकर विकास पर चर्चा करते हैं। लेकिन अफसोस की बात है कि इस बार बंगाल सरकार इस बैठक में मौजूद ही नहीं रही। दूसरे गैर-भाजपा शासित राज्य आए, सभी दल के नेता आए। हमने साथ बैठकर चर्चा की। लेकिन TMC को तो सिर्फ और सिर्फ 24 घंटा पॉलिटिक्स करना है और कुछ करना ही नहीं है। पश्चिम बंगाल का विकास, देश की प्रगति...उनकी प्राथमिकता में है ही नहीं।

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साथियों,
केंद्र सरकार की जिन योजनाओं को यहां लागू किया भी है, उनको पूरा नहीं किया जा रहा। पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत पश्चिम बंगाल के गांवों के लिए 4 हजार किलोमीटर की सड़कें स्वीकृत की गई हैं। इनको पिछले साल तक पूरा हो जाना था। चार हज़ार किलोमीटर तो छोड़िए...यहां चार सौ किलोमीटर सड़कें भी नहीं बन पाई हैं।

साथियों,
इंफ्रास्ट्रक्चर के काम से सुविधाएं भी बनती हैं, और रोजगार भी बनते हैं। लेकिन हालत ये है कि पश्चिम बंगाल में 16 बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट यहां की सरकार ने अटकाए हुए हैं। ये 90 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट हैं। कहीं रेल लाइन आनी थी, रुकी पड़ी है कहीं मेट्रो बननी थी रुकी पड़ी है, कहीं हाईवे बनना था, बंद पड़ा है , कहीं अस्पताल बनना था..कोई पूछने वाला नहीं। ऐसे प्रोजेक्ट्स को ये टीएमसी ने लटका कर रखा है। ये पश्चिम बंगाल के आप लोगों के साथ बहुत बड़ा धोखा है।

साथियों,
आज जब सिंदूर खेला की इस धरती पर आया हूं...तो आतंकवाद को लेकर भारत के नए संकल्प की चर्चा स्वभाविक है। 22 अप्रैल को पहलगाम में जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने जो बर्बरता की, उसके बाद पश्चिम बंगाल में भी बहुत गुस्सा था। आपके भीतर जो आक्रोश था...आपका जो गुस्सा था...उसको मैं भलीभांति समझता था। आतंकवादियों ने हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने का दुस्साहस किया...हमारी सेना ने उनको सिंदूर की शक्ति का अहसास करा दिया... हमने आतंक के उन ठिकानों को तबाह किया...जिनकी पाकिस्तान ने कल्पना तक नहीं की थी।

साथियों,
आतंक को पालने वाले पाकिस्तान के पास दुनिया को देने के लिए कुछ भी पॉजिटिव नहीं है। जबसे वो अस्तित्व में आया है...तबसे ही उसने सिर्फ आतंक को पाला है। 1947 में बंटवारे के बाद से ही उसने भारत पर आतंकी हमला किया। कुछ सालों के बाद, उसने यहां पड़ोस में...आज के बांग्लादेश में जो आतंक फैलाया...पाकिस्तान की सेनाओं ने जिस प्रकार बांग्लादेश में रेप किए, मर्डर किए....वो कोई भूल नहीं सकता। आतंक और नरसंहार...ये पाकिस्तानी सेना की सबसे बड़ी expertise है। जब सीधा युद्ध लड़ा जाता है, तो उसकी हार तय होती है। उसका पराजय निश्चित होता है, उसको मुंह की खानी पड़ती है। यही कारण है कि – पाकिस्तान की सेना आतंकियों का सहारा लेती है। लेकिन पहलगाम हमले के बाद अब भारत ने दुनिया को बता दिया है...भारत पर अब आतंकी हमला हुआ...तो दुश्मन को उसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। और पाकिस्तान समझ ले, तीन बार घर में घुसकर मारा है तुमको। हम शक्ति को पूजने वाले लोग हैं...हम महिषासुरमर्दिनी को पूजते हैं... बंगाल टाइगर की इस धरती से ये 140 करोड़ भारतीयों का ऐलान है...ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।

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साथियों,
पश्चिम बंगाल को, अब हिंसा की, तुष्टिकरण की, दंगों की, महिला अत्याचार की, घोटालों की राजनीति से मुक्ति चाहिए। अब पश्चिम बंगाल के सामने भाजपा का विकास मॉडल है। आज भाजपा, देश के कई राज्यों में सरकारें चला रही है। देश के लोग बार-बार भाजपा को अवसर दे रहे हैं। पड़ोस में असम हो..त्रिपुरा हो या फिर ओडिशा...यहां भाजपा सरकारें, तेजी से विकास कार्यों में जुटी हैं। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ता साथियों से कहूंगा...हमें कमर कसकर तैयार रहना है। हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है...कि लोकतंत्र पर पश्चिम बंगाल की जनता के विश्वास को फिर से कैसे बहाल करें। हमें पश्चिम बंगाल के हर परिवार को सुरक्षा की, सुशासन की और समृद्धि की गारंटी देनी है। इसके लिए आने वाले दिनों में अपने प्रयासों को हमें और तेज़ करना होगा।

साथियों,
विकसित भारत बनाने के लिए, पश्चिम बंगाल का तेज़ विकास बहुत ज़रूरी है। हमें पश्चिम बंगाल को उसका पुराना गौरव लौटाना है। ये हम सभी मिलकर करेंगे...और करके रहेंगे।
एक बार फिर आप सभी को इतनी बड़ी संख्या में यहां आने के लिए बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं!
मेरे साथ तिरंगा ऊंचा कर के बोलिए...
भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

बहुत-बहुत धन्यवाद