AAP-da's sinking ship will drown in Yamuna Ji: PM Modi in Kartar Nagar, Delhi

Published By : Admin | January 29, 2025 | 13:16 IST
'BJP will come to Delhi, AAP-da's loot will end', says PM Modi at a rally in Kartar Nagar
In 25 years, Congress, AAP have ruined two of your generations, says PM Modi in Kartar Nagar
After February 8th, following the establishment of the BJP government in Delhi, we will deliver on all the promises made, within the specified timeframe: PM
People of AAP-da say that people of Haryana mix poison in water sent to Delhi. This is not just an insult to Haryana but to all Indians: PM Modi

भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!

साथियों,

आज की चुनाव सभा को संबोधन करने से पहले मैं महाकुंभ में जो दुखद हादसा हुआ है, उस हादसे में हमें कुछ पुण्यात्माओं को खोना पड़ा है। कई लोगों को चोटें भी आई हैं। मैं प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैं यूपी सरकार के साथ निरंतर संपर्क में हूं। मौनी अमावस्या की वजह से करोड़ों श्रद्धालु आज वहां पहुंचे हुए हैं। कुछ समय के लिए स्नान की प्रक्रिया में रूकावटें आईं थीं। लेकिन अब कई घंटों से सुचारू रूप से यात्री स्नान कर रहे हैं। मैं फिर एक बार उन परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।

साथियों,

दिल्ली का ये क्षेत्र यमुना जी के तट पर बसा है। और इस इलाके में तो बाबा श्यामगिरी भी विराजते हैं। मैं उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए, आप सभी जनता-जनार्दन को भी प्रणाम करता हूं। आप यहां वर्किंग डे होने के बावजूद भी इतनी विशाल संख्या में, और वो भी दोपहर के समय हम सबको आशीर्वाद देने आए हैं। मैं आप का हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। लेकिन ये जो दृश्य है, ये दिल्ली का मूड बता रहा है। ये दिल्ली के जनादेश के दर्शन करा रहा है।

दिल्ली कह रही है- अब ‘आप’दा के बहाने नहीं चलेंगे।
दिल्ली कह रही है- अब ‘आप’दा के फर्जी वादे नहीं चलेंगे।
दिल्ली कह रही है- अब ‘आप’दा की लूट और झूठ नहीं चलेगा।

दिल्ली भाजपा की यहां के लोग भाजपा की ऐसी डबल इंजन सरकार चाहते है- जो गरीबों के कल्याण और दिल्ली के विकास, दोनों पर एक साथ काम करे। दिल्ली एक ऐसी सरकार चाहती है, जो गरीबों के लिए घर बनाए, जो दिल्ली को आधुनिक बनाए। दिल्ली एक ऐसी सरकार चाहती है, जो हर घर नल से जल पहुंचाए। टैंकर माफिया से मुक्ति दिलाए! इसलिए, पूरी दिल्ली आज कह रही है- 5 फरवरी आएगी.... ‘आप’दा जाएगी— भाजपा आएगी।

मैं दिल्ली भाजपा को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। दिल्ली भाजपा ने एक शानदार संकल्प पत्र दिल्ली की जनता के चरणों में समर्पित किया है। इस संकल्प पत्र में दिल्ली की महिलाओं के लिए, युवाओं के लिए, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए, दिल्ली के मध्यम वर्ग के लिए, ऑटो चलाने वालों के लिए, दुकानदारों के लिए, झुग्गी-झौपड़ी में रहने वालों के लिए...हर वर्ग के लिए अच्छी योजनाएं लाने का दिल्ली की जनता को सार्वजनिक रूप से वादा किया है। दिल्ली में बनने वाली भाजपा सरकार अपने वायदे पूरे करेगी। मैं फिर दोहराता हूं, 8 तारीख के बाद जब दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी, जो भी वादे आपको किये गए हैं, वो सारे के सारे वादे समय सीमा में पूरे किए जाएंगे। ये मोदी की गारंटी है। और मोदी की गारंटी मतलब, गारंटी पूरा होने की गारंटी।

साथियों,

भारत के करोड़ों नागरिक, विकसित भारत के संकल्प को लेकर के दिन-रात जुटे हुए हैं। ये बहुत जरूरी है कि विकसित भारत की राजधानी भी, एक विकसित देश का मॉडल शहर बने। क्या आज हमारी दिल्ली को लेकर जो बदहाली देखने को मिल रही है। क्या हम ये कह सकते हैं क्या? क्या दिल्ली, एक आधुनिक देश की राजधानी, क्या उसका रंग-रूप ऐसा नजर आ रहा है क्या?

साथियों,

मुझे जवाब देने की जरूरत नहीं है। दिल्ली के करोड़ों नागरिक सुबह-शाम अपनी पीड़ा व्यक्त करते हैं और उसमें सब कुछ आ जाता है।

साथियों,

ये 21वीं सदी है। 21वीं सदी के 25 साल बीत चुके। आपने 21वीं सदी के पहले 14 साल देखे हैं। उसमें कांग्रेस का कार्यकाल भी देखा है। फिर 11 साल इस ‘आप’दा सरकार को दिए। लेकिन दिल्ली की समस्या तो वहीं की वहीं है। 25 साल इन दोनों ने आप की दो-दो पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है। जब दिल्ली की बात आती है तो किसी ने 14 साल राज किया, किसी ने 11 साल राज किया। फिर भी वही जाम, वही गंदगी, वही टूटी-फूटी सड़कें, गलियों में बहता गंदा पानी, वही जलभराव, वही प्रदूषण, पीने के पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। हाहाकार हो रहा है। कुछ नहीं बदला। इन हालातों से दिल्ली को बाहर निकालना है कि नहीं निकालना है। इन हालातों से दिल्ली को बाहर निकालना है कि नहीं निकालना है। कौन निकाल सकता है? कौन निकाल सकता है? कौन निकाल सकता है? मोदी नहीं, आपका एक वोट इन मुसीबतों से मुक्ति दिला सकता है। आपके वोट की ताकत है। हमें 11 साल के पेंडिंग काम भी पूरे करने हैं और आने वाले 25-30 साल की तैयारियां भी करनी हैं। और इसलिए, मैं दिल्लीवासियों से आग्रहपूर्वक कहना चाहता हूं, मोदी को दिल्ली की सेवा करने का कुछ मौका दीजिए। देशभर में मैं बहुत कुछ कर पाया हूं। दिल्ली में आपने मुझे सेवा करने का अवसर नहीं दिया है। आपने 25 साल कांग्रेस भी देखी, ‘आप’दा भी देखी। अब एक बार कमल को भी देख लीजिए। मुझे सेवा करने का अवसर दीजिए। और मैं दिल्लीवासियों को कहता हूं जैसे परिवार का मुखिया अपने परिवार का ख्याल रखता है। मैं दिल्लीवासियों एक परिवार के सदस्य के नाते आपका ख्याल रखूंगा। आपके सपने मेरे सपने होंगे। आपके सपनों को पूरा करने के लिए मैं अपना समय, शक्ति, बुद्धि जो कुछ भी है, आपके लिए खपा दूंगा।

साथियों,

भाजपा सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड है कि वो जो कहती है, वो करके दिखाती है। आजादी के अनेक दशकों बाद भी, देश में करोड़ों लोग टॉयलेट, बिजली, गैस कनेक्शन, बैंक खाते ऐसी सुविधाओं से वंचित थे। यहां उत्तराखंड से आए काफी सारे परिवार बसे हुए हैं। उत्तराखंड, हिमालय की गोद, पहाड़ी इलाका, पैदल जाना हो तो भी दम उखड़ जाए। वहां भाजपा सरकार है। हमने दूर-दराज के गांवों पर सड़कें पहुंचाई हैं। नौजवान अब वापस गांव की तरफ रुख कर रहे हैं। 2014 में देश में सिर्फ, ये आंकड़ा चौंकाने वाला है, 2014 आपने मुझे बैठाया, उसके पहले, 2014 के पहले 3 करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास नल का कनेक्शन था। कितने 3 करोड़, कितने 3 करोड़, कितने 3 करोड़, ये मैं इसलिए कह रहा हूं कि ये याद रहे आपको। कितने घरों के पास 3 करोड़। बीते 5 साल में 12 करोड़ नए परिवारों को नल से जल की सुविधा पहुंचाई है। आप मुझे बताइये, पहले की सरकार में नल से जल की योजना थी कि नहीं। थी...कांग्रेस के जमाने में ये योजना थी। क्या हमने आकर के बंद कर दी क्या? नहीं बंद कर दी। हमने ऊपर से उसको मजबूत किया। उनका काम तो नहीं होता था। वो तो 3 करोड़ घरों पर अटक चुके थे। जो काम देश की आजादी के बाद इतने दिनों नहीं कर पाए। हमने पांच साल में करके दिखाया कि नहीं। हम योजनाओं को बंद करने वालों में से नहीं है, हम योजनाओं को बल देने वाले लोगों में से हैं। और आज इन घरों में नल से साफ पानी आता है। अगर हिंदुस्तान के दूरदराज के गांवों में, गरीब से गरीब घर में, नल से जल पहुंच सकता है, तो मेरे दिल्ली के भाई-बहन मुझे बताएं देश की राजधानी दिल्ली में ना नल से जल आता है और जहां आता भी है...वो बताने लायक भी नहीं है, पीने की तो बात छोड़ो, साफ नहीं होता है। अगर भाजपा, दुर्गम गांवों में पानी का नल पहुंचा सकती है। नल से जल पहुंचा सकती है, तो दिल्ली के हर घर को भी नल से साफ-साफ जल ये भाजपा दे सकती है।

साथियों,

‘आप’दा वालों ने दिल्ली को पानी माफिया के भरोसे छोड़ दिया है। इन लोगों ने तीन चुनावों में यमुना जी की सफाई के नाम पर वोट मांगे। आज कह रहे हैं, और बेशर्मी देखिए, अब कहां तक पहुंच गए हैं। अरे भई यमुना जी वोट थोड़े मिलता है। हम यमुना जी की सफाई नहीं करेंगे। बेशर्मी से ये कहने की इनकी हिम्मत। ये चौंकाने वाला चरित्र है जी। बेशर्मी है, बेईमानी है, बदनीयती है। ये दिल्ली वालों को पानी के लिए तरसाना चाहते हैं। ये चाहते हैं कि हमारे पूर्वांचली साथी हर साल गंदगी में ही छठी मैया की पूजा करें।

साथियों,

अपने राजनीतिक स्वार्थ में ‘आप’दा वालों ने एक और घोर पाप किया है। और ये पाप कभी भी माफ नहीं हो सकता है। इतिहास भी कभी माफ नहीं करेगा। आज भले आपके चेले-चपाटे बात को दबा देने की कोशिश करते हों, भले आज आप की इकोसिस्टम आप के इस पाप पर कपड़ा ढकने की कोशिश कर रही हो। लेकिन देश नहीं भूल सकता, दिल्ली नहीं भूल सकता, हरियाणा का एक-एक बच्चा नहीं भूल सकता। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने हरियाणा के लोगों पर घिनौने आरोप लगा दिए हैं। हार के डर से ‘आप’दा वाले बौखला गए हैं। आप बताइए, हरियाणा के लोग दिल्ली से अलग हैं क्या। क्या हरियाणा वालों के परिवार बाल-बच्चे नाते-रिश्तेदार दिल्ली में नहीं रहते क्या। क्या हरियाणा के लोग अपने ही बच्चों के पानी में जहर मिला सकते हैं क्या। हरियाणा का भेजा यही पानी दिल्ली में रहने वाला हर कोई पीता है। पिछले 11 साल से ये प्रधानमंत्री भी वो ही पानी पीता है। हरियाणा का भेजा यही पानी दिल्ली में रहने वाले हमारे सारे न्यायाधीश, सारे न्यायमूर्ति, सभी हमारे सम्मानित सदस्य भी पीते हैं। जो विदेश की एंबेसिया हैं, दुनियाभर की एंबेसियां हैं वो भी वही पानी पीते हैं। गरीब के घर के आसपास भी वो ही पानी होता है। क्या कोई ये सोच सकता है क्या...कि मोदी को जहर देने के लिए हरियाणा बीजेपी की सरकार ने पानी में जहर डाल दिया। क्या बोल रहे हो। क्या देश के न्यायाधीशों को जहर पिला करके मारने का षडयंत्र कर रहा था क्या, क्या बोल रहे हो। मेरे दिल्लीवासियों, गलती माफ करना वो भारत के नागरिकों का उदार चरित्र है। लेकिन जानबूझ करके, बद इरादे से पाप करने वालों को ना दिल्ली कभी माफ करता है ना देश कभी माफ करता है।

साथियों,
मैंने हरियाणा की रोटी खाई है। हरियाणा ने मुझे राजनीति में ऊंगली पकड़कर के चलाया है। मैं हरियाणा को भली-भांति जानता हूं। वहां का एक-एक नागरिक धर्म परायण है। अनेक घरों में सुबह यज्ञ होता है, ऐसा सात्विक जीवन मैंने हरियाणा में देखा है। ये देशभक्ति से भरे हुए लोग हैं, कोई परिवार ऐसा नहीं होगा, जिसका बेटा सीमा पर मां भारती की रक्षा ना करता हो। क्या ऐसे लोगों को जहर पिलाने वाले, ऐसा आरोप लगा दो आप। और ये देश तो ऐसा है पशु-पक्षियों तक को पानी पिलाता है। कभी उनको नुकसान नहीं पहुंचाता है। और ये ‘आप’दा वाले कह रहे हैं कि हरियाणा वाले दिल्ली के पानी में जहर मिलाते हैं। ये सिर्फ हरियाणा का अपमान नहीं है, ये भारतीयों का अपमान है। हमारे संस्कारों का अपमान है हमारे चरित्र का अपमान है। ये वो देश है, जो पानी पिलाना धर्म माना जाता है...जहां पियाऊ रखने की परंपरा है। इस देश में ऐसे लोग हो गए, जिन्होंने खुद का घर नहीं बनवाया. लेकिन गांववालों के लिए कुंआ खोदा या बावड़ी बना दी। इस देश में देशवासियों को ऐसा झूठा आरोप लगाते हो। चुनाव हारने का ऐसा डर कि कुछ भी बोलो। मुझे पक्का विश्वास है...ऐसी ओछी बातें करने वालों को दिल्ली इस बार जरूर सबक सिखाएगी। इन ‘आप’दा वालों की लुटिया...यमुना जी में ही डूबेगी।

साथियों,

‘आप’दा वालों की नीयत ही काम करने की नहीं है। पिछले 5 साल में दिल्ली विधानसभा सिर्फ 70-75 दिन चली है। ये दिल्ली विधानसभा के इतिहास का सबसे कम कामकाज रहा। इस दौरान दिल्ली में समस्याएं बढ़ीं, लेकिन कानून सिर्फ 14 पास हुए। 5 साल में 14 कानून इनमें से भी पांच कानून उनके जो विधायक हैं ना, उनकी सैलरी और पेंशन तो तय करने के लिए रहे पांच। यानी ‘आप’दा वालों को दिल्ली की आम जनता की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है। दिल्ली की समस्याओं के समाधान ढूंढने के बजाय इन्होंने विधानसभा के पवित्र मंच को, लोकतंत्र के मंदिर को गाली-गलोज के लिए इस्तेमाल किया।

साथियों

भारतीय गणतंत्र के 75 साल पूरे होने का जोश पूरे देश में है। 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर देशभक्ति की झांकी देश ने देखी। भारतीय सेना की दहाड़ आसमान तक गूंज रही थी। आज भी शाम को बीटिंग रिट्रीट में हमारी सेनाओं का कौशल दिखाई देगा। लेकिन हमें नहीं भूलना है, इसी दिल्ली में ‘आप’दा पार्टी ने सेना के पराक्रम पर सवाल उठाए थे। इन लोगों ने विधानसभा सत्र बुलाकर हमारी बहादुर सेना से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। ‘आप’दा वालों ने हमारे सैनिकों की वीरता का अपमान किया था। आज दिल्ली के लोगों से मैं कहना चाहता हूं। मां भारती से विश्वासघात करने वाले ऐसे लोगों को सजा देने का मौका है- 5 फरवरी। आपका एक वोट उनको सजा दे सकता है। ‘आप’दा वालों को इस चुनाव में जरूर सबक सिखाना है।

साथियों,

आज अगर कोई दिल्ली का नाम लेता है, तो सिर्फ यही कहता है कि ये देश की राजधानी है। दिल्ली शहर की अपनी कोई विशेष पहचान नहीं बन पाई। आप पड़ोस में देखिए...गुड़गांव और नोएडा। आज इनकी पहचान आईटी सेक्टर से है। स्टार्ट अप्स से है। मैन्यूफैक्चरिंग से है। बेंगलुरु की आईटी से पहचान है। मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री से पहचान है। साफ-सफाई की बात आती है, तो देश के 5 टॉप शहरों में इंदौर, सूरत, नवी मुंबई, विशाखापट्टनम और भोपाल के नाम लिए जाते हैं।

साथियों,

21वीं सदी की दिल्ली को भी हमें एक अलग, विशेष पहचान दिलवानी है। दुनिया, दिल्ली को सिर्फ भारत की राजधानी के रूप में जाने, इतना नहीं है, बल्कि विकसित भारत के मॉडल सिटी के रूप में भी जाने। भाजपा ये लक्ष्य लेकर काम कर रही है। जो दिल्ली को दुनिया का सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्क वाला शहर बना रही है- वो और कोई नहीं, भाजपा है। जो दिल्ली को- देश का पहला नमो रेल कनेक्टिविटी वाला शहर बना रही है- वो है भाजपा। जो दिल्ली को सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे से कनेक्टेड शहर बना रही है- तो वो है भाजपा। वो है भाजपा। वो है भाजपा। और जिसने सूरजमल विहार में डीयू के पूर्वी कैंपस पर काम शुरू किया है- वो है भाजपा। वो है भाजपा।

साथियों,

भाजपा का संकल्प दिल्ली को एक ऐसा शहर बनाने का है, जो रहने के लिए बेस्ट हो, कारोबार के लिए बेस्ट हो। ये जो दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे है। ईस्टर्न पेरीफरल एक्सप्रेसवे है। ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित दिल्ली की पहचान बनेगा।

साथियों,

दिल्ली को शानदार शहर बनाने के लिए ही, हमने दिल्ली की सैकड़ों अनाधिकृत कॉलोनियों को रेगुलर करने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए स्पेशल कैंप चल रहे हैं। लेकिन ‘आप’दा सरकार, इन कॉलोनियों को भी पानी और सीवर के लिए तरसा रही है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं भाजपा सरकार आते ही, पाइपलाइन और सीवर बिछाने का काम तेजी से पूरा होगा।

साथियों,

जब तक झुग्गियों में रहने वालों का जीवन बेहतर नहीं होगा, तब तक भाजपा चैन से नहीं बैठ सकती। और इसलिए भाजपा सरकार, हजारों झुग्गीवासियों के लिए पक्के घर बना रही है। जहां झुग्गी है, वहां अच्छे घर दे रही है। हजारों झुग्गीवासियों को उनके घर की चाबी मिल चुकी है। और आज आप मेरा एक काम और करना। जो झुग्गियों में रहने वाले लोग हैं...उनसे कहना आप जब मिलने के लिए जाइए ना, झुग्गी वालों से, तो उनको कहना कि अब तक आपका घर नहीं बना है, ये हमने नोट कर लिया है। और मेरी तरफ से एक काम करना आप लोग, करोगे...जरा हाथ ऊपर करके बताइए, मेरा काम करोगे। आप उन सब झुग्गी-झोंपड़ी वालों को बता देना। देखिए मेरे लिए आप ही मोदी हैं। आप उनको बता देना, मेरी तरफ से बता देना, हिम्मत के साथ। जो भी झुग्गी-झोंपड़ी वाले हैं, उनको बता देना। मोदी की गारंटी है, आपका पक्का घर बनके रहेगा। ये बताएंगे, बताएंगे।

साथियों,

मोदी के पास अपना कोई घर नहीं है। लेकिन मोदी का सपना है, हर गरीब के पास अपना पक्का घर हो। ये शीशमहल बनाने वाले, जनता के करोड़ों रुपए लुटाने वाले, ऐशो-आराम करने वाले, कभी गरीब के घर के बारे में नहीं सोच सकते। इसलिए ये ‘आप’दा वाले झुग्गियों में जाकर के झूठी बातें फैला रहे हैं।

साथियों,

इनकी झूठ बोलने की ताकत इतनी है कि आपको मेहनत जरा ज्यादा करनी होगी। क्योंकि चेहरा इतना भोला-भाला करके झूठ बोलते हैं। आपने वो चार्ल्स शोभराज का नाम सुना होगा। वो जाना-माना ठगी था, लेकिन ठगी करने में ऐसा एक्सपर्ट था कि हर बार लोग गलती कर बैठते थे। हर बार लोग फंस जाते थे। और इसलिए ऐसे लोगों से संभलके रहना बहुत जरूरी होता है।

साथियों,

घरों में साफ-सफाई, खाना बनाना, बच्चों की देखभाल, ड्राइविंग का काम करना ऐसे अनेक कामों से जुड़े हजारों लोग दिल्ली में रहते हैं। इनके लिए भी दिल्ली भाजपा ने कल्याण बोर्ड बनाने और 10 लाख तक का बीमा देने की घोषणा की है। हर परिवार में ऐसे जो काम करने वाले हैं, उनको बताने की जिम्मेवारी हम सबकी है। उनको पता होना चाहिए कि मोदी गारंटी क्या है। आपको बच्चों की पढ़ाई की फीस की चिंता भी नहीं करनी है। दिल्ली भाजपा ने केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा देने का संकल्प लिया है।

साथियों,

ये एक और अफवाह फैला रहे हैं कि भाजपा योजनाएं बंद करेगी। ये कुछ लोगों की ऐसी आदत होती है झूठ बोलने की। 2014 में जब में चुनाव लड़ रहा था लोकसभा का। तो ये कांग्रेस वाले गांव-गांव, गली-गली जाकर कहते थे कि मोदी आएगा, भाजपा आएगी तो मनरेगा बंद हो जाएगा। आपकी रोजी-रोटी खत्म हो जाएगी। भड़का रहे थे। आज 11 साल हो गए। मैंने उस दिन भी कहा था, मैं योजनाओं को बंद नहीं करूंगा, मैं योजनाओं को बल दूंगा और हमने बल दिया। उसमें जो बेइमानी थी। मनरेगा में से बेइमानी को हटाया और मजबूती देने का काम किया। हमारे देश में परंपरा है, किसी भी सरकार कितनी ही बुरी क्यों ना हो, कितने ही बदनाम क्यों ना हो। लेकिन अगर उसके कार्यकाल में कोई अच्छी चीज शुरू हुई हो, तो हर सरकार उसको आगे चलाती है। अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू की थी। उसके बाद कांग्रेस आई। तो अखबार वाले लिखते थे कि अटल जी की ये पीएम ग्राम सड़क योजना चालू रहेगी क्या। मनमोहन सिंह जी के समय भी चालू रही और बाद में मोदी के आने के बाद भी चालू रही। इतना ही नहीं गति बढ़ा दी गई। सरकारें, ये झूठ बोलने वालों को पता नहीं है कि सरकारें ऐसे नहीं चलती हैं। और इसलिए जो भी अच्छा है, जो दिल्ली के कल्याण के लिए है। दिल्लीवासियों की भलाई के लिए है। उसको आगे चलाया जाएगा। उसे और मजबूती दी जाएगी। उसे बल दिया जाएगा। हां, बेइमानों को जाना पड़ेगा। जिस काम के लिए पैसे हैं, टैक्सपेयर के पैसे, गरीब के लिए जो काम हो रहा हैं, उनके लिए ही जाएंगे। भाजपा सरकार इन योजनाओं में पारदर्शिता लाएगी। इनमें भ्रष्टाचार को बंद किया जाएगा।

साथियों,

आप याद कीजिए, CAG की रिपोर्ट...1860 से ये व्यवस्था चल रही है। CAG का जन्म हुआ, अंग्रेज गए, योजना चलती रही। अनेक सरकारें आईं, CAG योजना चलती रही। ये पहला ऐसा व्यक्ति आया, जिसने इतनी पुरानी CAG जैसी संस्था, इतनी क्रेडिबल इंस्टीट्यूट और सरकार में चैक और बैलेंस के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण व्यवस्था, उसको उसने कागज का टुकड़ा बनाकर के फेंक दिया।

साथियों,

‘आप’दा सरकार CAG की रिपोर्ट को दबाकर बैठ गई है। इन्हें शराब घोटाले, शीशमहल घोटाले, शिक्षा घोटाले, अस्पताल घोटाले...ऐसी हर चीज से पर्दा उठने का डर है। आप भाजपा-NDA के उम्मीदवारों को जिताइए। विधानसभा के ये दूसरी मोदी की गारंटी भी लिख लीजिए, विधानसभा के पहले सत्र में ही CAG रिपोर्ट टेबल पे कर दी जाएगी।

साथियों,

ये ‘आप’दा वाले इतने अहंकार में डूबे हैं कि खुद को दिल्ली के मालिक समझ बैठे हैं। इनका ये अहंकार दिल्ली की जनता इस चुनाव में तोड़ने वाली है। ये लोग खुद को दिल्ली की माताओं-बहनों का सुरक्षा कवच कहते हैं। बेशर्मी तो देखो, खुद को। दिल्ली की माताओं-बहनों का सुरक्षा कवच कहने की हिम्मत। मेरे प्यारे देशवासियों, मेरे प्यारे दिल्लीवासियों, नेता कितना ही बड़ा क्यों ना हो। नेता किसी का सुरक्षा कवच नहीं होता है। नेता तो सिर्फ और सिर्फ सेवक होता है। ये मेरा सौभाग्य है कि देशभर की माताएं-बहनें मोदी का सुरक्षा कवच हैं। माताएं-बहनें-बेटियां मोदी का सुरक्षा कवच इसलिए बनी हैं, क्योंकि मोदी मन से, समर्पण भाव से उनकी सेवा कर रहा है। जिनको पहली बार टॉयलेट मिला, गैस कनेक्शन मिला, पीने का पानी नल से मिला, कोविड के कठिन कालखंड से आज तक मुफ्त अनाज मिला, वो सारी बहनें मोदी का सुरक्षा कवच हैं। बहनें कह रही हैं कि भाजपा सरकार ने मुफ्त गैस कनेक्शन दिया, तो सस्ता गैस सिलेंडर भी वही देगी। सामान्य मानवी कहता है भाजपा सरकार ने बैंक खाता खोला, तो पैसा भी उसमें वही भेजेगी।

साथियों,

दिल्ली की महिलाओं का ‘आप’दा पार्टी से भरोसा उठ चुका है। ‘आप’दा की बड़ी-बड़ी घोषणाओं पर दिल्ली की बहनें भरोसा ही नहीं कर रहीं। वो पूछ रही हैं कि 11 साल राज करने के बाद आज घोषणा क्यों कर रहे हो। ये घोषणाएं पहले लागू क्यों नहीं कीं। दिल्ली में महिलाओं के लिए जो 11 सौ रूपये देने की घोषणा की थी, वो पैसे किसके जेब में गए। महिलाओं के खाते में तो नहीं गए। पंजाब में तीन साल पहले 11 सौ रुपये देने का वादा किया था। आज तक वो पूरा क्यों नहीं किया। दिल्ली की बहनें भाजपा की राज्य सरकारों का भी काम देख रही हैं। दिल्ली में हर राज्य के लोग रहते हैं। वो अपने-अपने राज्य की बातें बताते हैं। मध्य प्रदेश हो, महाराष्ट्र हो, छत्तीसगढ़ हो, ओडिशा हो, जहां भी बीते एक-डेढ़ साल में चुनाव हुए हैं, वहां सरकार बनते ही बहनों के खाते में पैसा भेजना शुरू हो गया। दिल्ली भाजपा ने भी घोषणा की है कि सरकार बनते ही हर महीने ढाई हजार रुपये, कितने, कितने, कितने ढाई हजार रुपए बहनों के खातों में जमा किए जाएंगे। गर्भावस्था के दौरान 21000 रुपए बहनों को दिए जाएंगे। ताकि वे अच्छा और पोषक खाना खा सकें। और उसके पेट में जो बच्चा है, वो भी तंदुरुस्त बच्चा देश को मिले।

साथियों,

आप सभी को इनकी, ‘आप’दा वालों की एक और चाल से सावधान रहना है। ‘आप’दा को हार का अहसास हो चुका है। इनके हर विधायक को लेकर जनता में बहुत गुस्सा है। इसलिए ‘आप’दा और कांग्रेस ने पर्दे के पीछे एक-दूसरे से गठबंधन कर लिया है। ‘आप’दा वाले कोशिश कर रहे हैं कि उसका नहीं तो कांग्रेस का विधायक जीत जाए। ताकि बाद में मिलकर के सत्ता हथियाने का काम हो जाए। ऐसे तो दिल्ली पर डबल आपदा आ जाएगी। इसलिए आपको घर-घर जाना है। सबको कहना है कि कमल निशान पर ही वोट दें। और बुराड़ी वाले तीर निशान पर वोट डालें। पांच फरवरी को दिल्ली में वोटिंग के सारे रिकॉर्ड टूटने चाहिए। आप याद रखना, ‘आप’दा नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे। ‘आप’दा नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे। ‘आप’दा नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे। ‘आप’दा नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे। आप इतनी विशाल संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए, मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं।

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Congress and RJD only do politics of insult and abuse: PM Modi in Bhabua, Bihar
November 07, 2025
In Bhabua, PM Modi urges voters: One vote for the NDA can stop infiltrators; one vote can protect your identity
They will shake you down, drag people from their homes and run a reign of terror as their own songs glorify violence: PM Modi takes a dig at opposition
Congress leaders never talk about the RJD’s manifesto, calling it ‘a bunch of lies’: PM Modi at Bhabua rally

भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की...
मां मुंडेश्वरी के ई पावन भूमि पर रऊआ सब के अभिनंदन करअ तानी।

कैमूर की इस पावन भूमि पर चारों दिशाओं से आशीर्वाद बरसता है। मां बिंध्यवासिनी, मां ताराचंडी, मां तुतला भवानी, मां छेरवारी, सब यहीं आसपास विराजती हैं। चारों ओर शक्ति ही शक्ति का साम्राज्य है। और मेरे सामने...विशाल मातृशक्ति है...जिनका आशीर्वाद हमेशा हम सभी पर रहा है... NDA पर रहा है। और मैं बिहार की मातृशक्ति का आभारी हूं। पहले चरण में NDA के उम्मीदवारों के पक्ष में जबरदस्त मतदान हुआ है। अब कैमूर की बारी है...अब रोहतास की बारी है...मैं इस मंच पर NDA के इन सभी उम्मीदवारों के लिए...आप सभी का साथ और समर्थन मांगने आया हूं। आपके आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं.. तो मेरे साथ बोलिए... फिर एक बार...फिर एक बार...NDA सरकार! फिर एक बार... फिर एक बार... फिर एक बार... बिहार में फिर से...सुशासन सरकार !

साथियों,
जब ये चुनाव शुरू हुआ था...तो RJD और कांग्रेस के लोग फूल-फूल के गुब्बारा हुए जा रहे थे।और RJD और कांग्रेस के नामदार आसमान पर पहुंचे हुए थे। लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान RJD-कांग्रेस के गुब्बारे की हवा निकलनी शुरू हुई...और पहले चरण के बाद इनका गुब्बारा पूरी तरह फूट गया है। अब तो आरजेडी-कांग्रेस का इकोसिस्टम...उनके समर्थक भी कह रहे हैं...फिर एक बार... फिर एक बार...NDA सरकार!

साथियों,
आरजेडी-कांग्रेस ने बिहार के युवाओं को भ्रमित करने की बहुत कोशिश की..लेकिन उनकी सारी प्लानिंग फेल हो गई...इसका एक बहुत बड़ा कारण है...बिहार का जागरूक नौजवान... बिहार का नौजवान ये देख रहा है कि आरजेडी-कांग्रेस वालों के इरादे क्या हैं।

साथियों,
जंगलराज के युवराज से जब भी पूछा जाता है कि जो बड़े-बडे झूठ उन्होंने बोले हैं...वो पूरे कैसे करेंगे...तो वो कहते हैं...उनके पास प्लान है... और जब पूछा जाता है कि भाई बताओ कि प्लान क्या है.. तो उनके मुंह में दही जम जाता है, मुंह में ताला लग जाता है.. उत्तर ही नहीं दे पाते।

साथियों,
आरजेडी वालों का जो प्लान है...उससे मैं आज आप सब को, बिहार को और देश को भी सतर्क कर रहा हूं। आप देखिए....आरजेडी के नेताओं के किस तरह के गाने वायरल हो रहे हैं। चुनाव प्रचार के जो गाने हैं कैसे गाने वायरल हो रहे हैं। आरजेडी वालों का एक गाना है...आपने भी सुना होगा आपने भी वीडियों में देखा होगा। आरजेडी वालों का एक गाना है। आएगी भइया की सरकार... क्या बोलते हैं आएगी भइया की सरकार, बनेंगे रंगदार! आप सोचिए...ये RJD वाले इंतजार कर रहे हैं कि कब उनकी सरकार आए और कब अपहरण-रंगदारी ये पुराना गोरखधंधा फिर से शुरू हो जाए। RJD वाले आपको रोजगार नहीं देंगे...ये तो आपसे रंगदारी वसूलेंगे.. रंगदारी ।

साथियों,
RJD वालों का एक और गाना है... अब देखिए, ये क्या-क्या कर रहे हैं, क्या-क्या सोच रहे हैं...और मैं तो देशवासियों से कहूंगा। देखिए, ये बिहार में जमानत पर जो लोग हैं वो कैसे लोग है.. उनका क्या गाना है भइया के आबे दे सत्ता... भइया के आबे दे सत्ता...कट्टा सटा के उठा लेब घरवा से, आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये जंगलराज वाले सरकार में वापसी के लिए क्यों इतना बेचैन हैं। इन्हें जनता की सेवा नहीं करनी...इन्हें जनता को कट्टा दिखाकर लूटना है...उन्हें घर से उठवा लेना है। साथियों, आरजेडी का एक और गाना चल रहा है...बताऊं... बताऊं.. कैसा गाना चल रहा है.. मारब सिक्सर के 6 गोली छाती में...यही इनका तौर-तरीका है...यही इनका प्लान है...इनसे कोई भी सवाल पूछेगा तो यही जवाब मिलेगा...मारब सिक्सर के 6 गोली छाती में...

साथियों,
यही जंगलराज की आहट है। ये बहनों-बेटियों को गरीब, दलित-महादलित, पिछड़े, अतिपिछड़े समाज के लोगों को डराने का प्रयास है। भय पैदा करने का खेल है इनका। साथियों, जंगलराज वाले कभी कोई निर्माण कर ही नहीं सकते वे तो बर्बादी और बदहाली के प्रतीक हैं। इनकी करतूतें देखनी हों तो डालमिया नगर में दिखती हैं। रोहतास के लोग इस बात को अच्छी तरह जानते हैं।
((साथी आप तस्वीर लाए हैं, मैं अपनी टीम को कहता हूं वे ले लेते हैं, लेकिन आप तस्वीर ऊपर करते हैं तो पीछे दिखता नहीं है। मैं आपका आभारी हूं। आप ले आए हैं... मैं मेरे टीम को कहता हूं, जरा ले लीजिए भाई। और आप बैठिए नीचे। वे ले लेंगे। बैठिए, पीछे औरों को रुकावट होती है.. ठीक है भैया ))

साथियों,
अंग्रेज़ों के जमाने में डालमिया नगर की नींव पड़ी थी। दशकों के परिश्रम के बाद। एक फलता-फूलता औद्योगिक नगर बनता जा रहा था। लेकिन फिर कुशासन की राजनीति आ गई। कुशासन की राजनीति आ गई, जंगलराज आ गया। फिरौती, रंगदारी, करप्शन, कट-कमीशन, हत्या, अपहरण, धमकी, हड़ताल यही सब होने लगा। देखते ही देखते जंगलराज ने सबकुछ तबाह कर दिया।

साथियों,
जंगलराज ने बिहार में विकास की हर संभावना की भ्रूण हत्या करने का काम किया था। मैं आपको एक और उदाहरण याद दिलाता हूं। आप कैमूर में देखिए, प्रकृति ने क्या कुछ नहीं दिया है। ये आकर्षक पर्यटक स्थलों में से एक हो सकता था। लेकिन जंगलराज ने ये कभी होने नहीं दिया। जहां कानून का राज ना हो...जहां माओवादी आतंक हो बढ़ रहा हो.. क्या वहां पर कोई टूरिज्म जाएगा क्या? जरा बताइए ना जाएगा क्या? नहीं जाएगा ना.. नीतीश जी ने आपके इस क्षेत्र को उस भयानक स्थिति से बाहर निकाला है। मुझे खुशी है कि अब धीरे-धीरे यहा पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। जिस कर्कटगढ़ वॉटरफॉल... उस वाटरफॉल के आसपास माओवादी आतंक का खौफ होता था। आज वहां पर्यटकों की रौनक रहती है... यहां जो हमारे धाम हैं...वहां तीर्थ यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जागृत देवता हरषू ब्रह्म के दर्शन करने लोग आते हैं। आज यहां नक्सलवाद...माओवादी आतंक दम तोड़ रहा है....

साथियों,
यहां उद्योगों और पर्यटन की जो संभावनाएं बनी हैं... इसका हमें और तेजी से विस्तार करना है...देश-विदेश से लोग यहां बिहार में पूंजी लगाने के लिए तैयार हैं...बस उन्हें लालटेन, पंजे और लाल झंडे की तस्वीर भी नहीं दिखनी चाहिए। अगर दिख गई.. तो वे दरवाजे से ही लौट जाएंगे इसलिए हमें संकल्प लेना है...हमें बिहार को जंगलराज से दूर रखना है।

साथियों,
बिहार के इस चुनाव में एक बहुत ही खास बात हुई है। इस चुनाव ने कांग्रेस-आरजेडी के बीच लड़ाई को सबके सामने ला दिया है। कांग्रेस-आरजेडी की जो दीवार है ना वो टूट चुकी है कांग्रेस-आरजेडी की टूटी दीवार पर ये लोग चाहे जितना ‘पलस्तर’ कर लें... अब दोनों पार्टियों के बीच खाई गहरी होती जा रही है। पलस्तर से काम चलने वाला नहीं है। आप देखिए, इस क्षेत्र में भी कांग्रेस के नामदार ने रैलियां कीं। लेकिन पटना के नामदार का नाम नहीं लिया। कितनी छुआछूत है देखिए, वो पटना के नामदार का नाम लेने को तैयार नहीं है। कांग्रेस के नामदार दुनिया-जहां की कहानियां कहते हैं, लेकिन आरजेडी के घोषणापत्र पर, कोई सवाल पूछे कि भाई आरजेडी ने बड़े-बड़े वादे किए हैं इस पर क्या कहना है तो कांग्रेस के नामदार के मुंह पर ताला लग जाता है। ये कांग्रेस के नामदार अपने घोषणापत्र की झूठी तारीफ तक नहीं कर पा रहे हैं। एक दूसरे को गिराने में जुटे ये लोग बिहार के विकास को कभी गति नहीं दे सकते।

साथियों,
ये लोग अपने परिवार के अलावा किसी को नहीं मानते। कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर की राजनीति खत्म की...क्योंकि बाब साहेब का कद दिल्ली में बैठे शाही रिवार से ऊंचा था। इन्होंने बाबू जगजीवन राम को भी सहन नहीं किया। सीताराम केसरी...उनके साथ भी ऐसा ही किया. बिहार के एक से बढ़कर एक दिग्गज नेता को अपमानित करना यही शाही परिवार का खेल रहा है। जबकि साथियों, भाजपा के, NDA के संस्कार...सबको सम्मान देने के हैं...सबको साथ लेकर चलने के हैं।

हमें लाल मुनी चौबे जी जैसे वरिष्ठों ने सिखाया है...संस्कार दिए हैं। यहां भभुआ में भाजपा परिवार के पूर्व विधायक, आदरणीय चंद्रमौली मिश्रा जी भी हमारी प्रेरणा हैं...अब तो वो सौ के निकट जा रहे हैं.. 96 साल के हो चुके हैं... और जब कोरोना का संकट आया तब हम हमारे सभी सीनियर को फोन कर रहा था। तो मैंने मिश्राजी को भी फोन किया। चंद्रमौली जी से मैंने हालचाल पूछे। और मैं हैरान था कि ये उमर, लेकिन फोन पर वो मेरा हाल पूछ रहे थे, वो मेरा हौसला बढ़ा रहे थे। ये इस धरती में आदरणीय चंद्रमौली मिश्रा जी जैसे व्यक्तित्वों से सीखते हुए हम भाजपा के कार्यकर्ता आगे बढ़ रहे हैं।

साथियों,
ऐसे वरिष्ठों से मिले संस्कारों ने हमें राष्ट्रभक्तों का देश के लिए जीने-मरने वालों का सम्मान करना सिखाया है। इसलिए, हमने बाबा साहेब आंबेडकर से जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया। और मैं तो काशी का सांसद हूं, मेरे लिए बड़े गर्व की बात है कि बनारस संत रविदास जी की जन्मभूमि है। संत रविदास की जयंति पर...मुझे कई बार वहां जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। 10-11 साल पहले वहां क्या स्थिति थी...और आज वहां कितनी सुविधाएं श्रद्धालुओं के लिए बनी हैं... इसकी चर्चा बनारस में, और बनारस के बाहर भी सभी समाजों में होती है।

साथियों,
बनारस ही नहीं...भाजपा सरकार मध्य प्रदेश के सागर में भी संत रविदास का भव्य मंदिर और स्मारक बना रही है। हाल ही में...मुझे कर्पूरी ग्राम जाने का अवसर मिला था..वहां पिछले कुछ वर्षों में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं का विस्तार हुआ है। कर्पूरीग्राम रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाया जा रहा है। साथियों, ये हमारी ही सरकार है...जो देशभर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के स्मारक बना रही है। भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को...हमने जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। 1857 के क्रांतिवीर...वीर कुंवर सिंह जी की विरासत से भावी पीढ़ियां प्रेरित हों...इसके लिए हर वर्ष व्यापक तौर पर विजय दिवस का आयोजन किया जा रहा है।

साथियों,
कैमूर को धान का कटोरा कहा जाता है। और हमारे भभुआ के मोकरी चावल की मांग दुनियाभर में हो रही है। प्रभु श्रीराम को भोग में यही मोकरी का चावल अर्पित किया जाता है। राम रसोई में भी यही चावल मिलता है। आप मुझे बताइए साथियों, आप अयोध्या का राम मंदिर देखते हैं। या उसके विषय में सुनते हैं। यहां पर बैठा हर कोई मुझे जवाब दे, जब राममंदिर आप देखते हैं या उसके बारे में सुनते हैं तो आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? माताओं-बहनों आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? भव्य राम मंदिर का आपको आनंद आता है कि नहीं आता है? आप काशी में बाबा विश्वनाथ का धाम देखते हैं, आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? आपका हृदय गर्व से भर जाता है कि नहीं भर जाता है? आपका माथा ऊंचा होता है कि नहीं होता है? आपको तो गर्व होता है। हर हिंदुस्तानी को गर्व होता है, लेकिन कांग्रेस-RJD के नेताओं को नहीं होता। ये लोग दुनियाभर में घूमते-फिरते हैं, लेकिन अयोध्या नहीं जाते। राम जी में इनकी आस्था नहीं है और रामजी के खिलाफ अनाप-शनाप बोल चुके हैं। उनको लगता है कि अगर अयोध्या जाएंगे, प्रभु राम के दर्शन करेंगे तो उनके वोट ही चले जाएंगे, डरते हैं। उनकी आस्था नाम की कोई चीज ही नहीं है। लेकिन मैं इनलोगों से जरा पूछना चाहता हूं.. ठीक है भाई चलो भगवान राम से आपको जरा भय लगता होगा लेकिन राम मंदिर परिसर में ही, आप मे से तो लोग गए होंगे। उसी राम मंदिर परिसर में भगवान राम विराजमान हैं, वहीं पर माता शबरी का मंदिर बना है। महर्षि वाल्मीकि का मंदिर बना है। वहीं पर निषादराज का मंदिर बना है। आरजेडी और कांग्रेस के लोग अगर रामजी के पास नहीं जाना है तो तुम्हारा नसीब, लेकिन वाल्मीकि जी के मंदिर में माथा टेकने में तुम्हारा क्या जाता है। शबरी माता के सामने सर झुकाने में तुम्हारा क्या जाता है। अरे निषादराज के चरणों में कुछ पल बैठने में तुम्हारा क्या जाता है। ये इसलिए क्योंकि वे समाज के ऐसे दिव्य पुरुषों को नफरत करते हैं। अपने-आपको ही शहंशाह मानते हैं। और इनका इरादा देखिए, अभी छठ मैया, छठी मैया, पूरी दुनिया छठी मैया के प्रति सर झुका रही है। हिंदुस्तान के कोने-कोने में छठी मैया की पूजा होने लगी है। और मेरे बिहार में तो ये मेरी माताएं-बहनें तीन दिन तक इतना कठिन व्रत करती है और आखिर में तो पानी तक छोड़ देती हैं। ऐसी तपस्या करती है। ऐसा महत्वपूर्ण हमारा त्योहार, छठी मैया की पूजा ये कांग्रेस के नामदार छठी मैया की इस पूजा को, छटी मैया की इस साधना को, छठी मैया की इस तपस्या को ये ड्रामा कहते हैं.. नौटंकी कहते हैं.. मेरी माताएं आप बताइए.. ये छठी मैया का अपमान है कि नहीं है? ये छठी मैया का घोर अपमान करते हैं कि नहीं करते हैं? ये छठी मैया के व्रत रखने वाली माताओ-बहनों का अपमान करते हैं कि नहीं करते हैं? मुझे बताइए मेरी छठी मैया का अपमान करे उसको सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? पूरी ताकत से बताइए उसे सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? अब मैं आपसे आग्रह करता हूं। अभी आपके पास मौका है उनको सजा करने का। 11 नवंबर को आपके एक वोट से उन्हें सजा मिल सकती है। सजा दोगे? सब लोग सजा दोगे?

साथियों,
ये आरजेडी-कांग्रेस वाले हमारी आस्था का अपमान इसलिए करते हैं, हमारी छठी मैया का अपमान इसलिए करते हैं। हमारे भगवान राम का अपमान इसलिए करते हैं ताकि कट्टरपंथी खुश रहें। इनका वोटबैंक नाराज ना हो।

साथियों,
ये जंगलराज वाले, तुष्टिकरण की राजनीति में एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। ये अब घुसपैठियों का सुरक्षा कवच बन रहे हैं। हमारी सरकार गरीबों को मुफ्त अनाज-मुफ्त इलाज की सुविधा देती है। RJD-कांग्रेस के नेता कहते हैं ये सुविधा घुसपैठियों को भी देना चाहिए। गरीब को जो पक्का आवास हम दे रहे हैं, वो घुसपैठियों को भी देना चाहिए ऐसा कह रहे हैं। मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं, क्या आपके हक का अनाज घुसपैठिये को मिलना चाहिए क्या? आपके हक का आवास घुसपैठिये को मिलना चाहिए क्या? आपके बच्चों का रोजगार घुसपैठियों को जाना चाहिए क्या? भाइयों-बहनों मैं आज कहना नहीं चाहता लेकिन तेलंगाना में उनके एक मुख्यमंत्री के भाषण की बड़ी चर्चा चल रही है। लेकिन दिल्ली में एयरकंडीसन कमरों में जो सेक्युलर बैठे हैं ना उनके मुंह में ताला लग गया है। उनका भाषण चौंकाने वाला है। मैं उसकी चर्चा जरा चुनाव के बाद करने वाला हूं। अभी मुझे करनी नहीं है। लेकिन मैं आपसे कहना चाहता हूं मैं आपको जगाने आया हूं। मैं आपको चेताने आया हूं। इनको, कांग्रेस आरजेडी इन जंगलराज वालों को अगर गलती से भी वोट गया तो ये पिछले दरवाज़े से घुसपैठियों को भारत की नागरिकता दे देंगे। फिर आदिवासियों के खेतों में महादलितों-अतिपिछड़ों के टोलों में घुसपैठियों का ही बोलबाला होगा। इसलिए मेरी एक बात गांठ बांध लीजिए। आपका एक वोट घुसपैठियों को रोकेगा। आपका एक वोट आपकी पहचान की रक्षा करेगा।

साथियों,
नरेंद्र और नीतीश की जोड़ी ने बीते वर्षों में यहां रोड, रेल, बिजली, पानी हर प्रकार की सुविधाएं पहुंचाई हैं। अब इस जोड़ी को और मजबूत करना है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत...किसानों को अभी छह हज़ार रुपए मिलते हैं।बिहार में फिर से सरकार बनने पर...तीन हजार रुपए अतिरिक्त मिलेंगे। यानी कुल नौ हज़ार रुपए मिलेंगे। मछली पालकों के लिए अभी पीएम मत्स्य संपदा योजना चल रही है। केंद्र सरकार...मछली पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड दे रही है। अब NDA ने..मछुआरे साथियों के लिए जुब्बा सहनी जी के नाम पर नई योजना बनाने का फैसला लिया है। इसके तहत मछली के काम से जुड़े परिवारों को भी नौ हज़ार रुपए दिए जाएंगे।

साथियों,
डबल इंजन सरकार का बहुत अधिक फायदा...हमारी बहनों-बेटियों को हो रहा है। हमारी सरकार ने..बेटियों के लिए सेना में नए अवसरों के दरवाज़े खोले हैं...सैनिक स्कूलों में अब बेटियां भी पढ़ाई कर रही हैं। यहां नीतीश जी की सरकार ने...बेटियों को नौकरियों में आरक्षण दिया है। मोदी का मिशन है कि बिहार की लाखों बहनें...लखपति दीदी बनें। नीतीश जी की सरकार ने भी जीविका दीदियों के रूप में, बहनों को और सशक्त किया है।

साथियों,
आजकल चारों ओर मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की चर्चा है। अभी तक एक करोड़ 40 लाख बहनों के बैंक-खाते में दस-दस हज़ार रुपए जमा हो चुके हैं। NDA ने घोषणा की है कि फिर से सरकार बनने के बाद...इस योजना का और विस्तार किया जाएगा।

साथियों,
बिहार आज विकास की नई गाथा लिख रहा है। अब ये रफ्तार रुकनी नहीं चाहिए। आपको खुद भी मतदान करना है...और जो साथी त्योहार मनाने के लिए गांव आए हैं... उनको भी कहना है कि वोट डालकर ही वापस लौटें...याद रखिएगा...जब हम एक-एक बूथ जीतेंगे...तभी चुनाव जीतेंगे। जो बूथ जीतेगा वह चुनाव जीतेगा। एक बार फिर...मैं अपने इन साथियों के लिए, मेरे सभी उम्मीदवारों से मैं आग्रह करता हूं कि आप आगे आ जाइए.. बस-बस.. यहीं रहेंगे तो चलेगा.. मैं मेरे इन सभी साथियों से उनके लिए आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। आप सभी इन सब को विजयी बनाइए।

मेरे साथ बोलिए...
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
वंदे... वंदे... वंदे... वंदे...
बहुत-बहुत धन्यवाद।