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കർണാടക ബിജെപിയിലെ ഓരോ പ്രവർത്തകരും എന്റെ സഹയാത്രികനും പ്രിയ സുഹൃത്തും സഹോദരനുമാണ്: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി ദാവൻഗരെയിൽ
ധാരണയുടെ രാഷ്ട്രീയത്തെ ബിജെപി പ്രകടനത്തിന്റെ രാഷ്ട്രീയമാക്കി മാറ്റി: കർണാടകയിലെ ദാവൻഗരെയിൽ പ്രധാനമന്ത്രി മോദി
കേവല ഭൂരിപക്ഷമുള്ള ബിജെപി സർക്കാർ കർണാടകയുടെ ദ്രുതഗതിയിലുള്ള വികസനത്തിന് വളരെ പ്രധാനമാണ്: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി

भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!

कर्नाटका के मुख्यमंत्री श्री बासवराज बोम्मई जी, पूर्व मुख्यमंत्री और मेरे पुराने साथी श्री बीएस येद्दयुरप्पा जी, सदानंद गौड़ा जी, जगदीश शट्टार जी, कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष श्री नलिन कुमार जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरे सभी सहयोगी, बीजेपी के सभी वरिष्ठ साथी और विशाल संख्या में आए हुए मेरे प्यारे भाइयों और बहनों!

दावणगेरेया, नन्ना सहोदरा-सहोदरियरिगे, नमस्कारागळु।
कर्नाटकदा, नन्ना भाजपा-BJP कार्यकर्ता, बान्धवरिगे, नमस्कारगळु।

ट्रांसलेशन की जरूरत नहीं, हिंदी चलेगा। अच्छा।

मुझे जब-जब दावणगेरे आने का अवसर मिला हर बार मैंने देखा है, आपके आशीर्वाद बढ़ते ही जाते हैं। बढ़ते ही जाते हैं। मैं कर्नाटका बीजेपी का धन्यवाद करता हूं कि आज उन्होंने कार्यक्रम की ऐसी रचना की, कि मुझे आप सबके दर्शन करने का मौका मिला। और फिर मैं मंच पे आया। आप जैसे पुरुषार्थी, त्याग और तपस्या से भरे हुए, मां भारती के उज्ज्वल भविष्य के लिए जीने वाले, जूझने वाले आप सबके दर्शन करना ये मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य की बात है। ये मूड ये विजय संकल्प रैली, ऐसा लग रहा है, जैसे विजय महोत्सव मनाने की रैली है। और आज देखिए सुखद संयोग, आज विजय संकल्प रैली हो रही है, उसी समय हमारे कर्नाटका में कलबुर्गी में जो कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कर्मभूमि है। आज वहां मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव था और कलबुर्गी में भारतीय जनता पार्टी के मेयर और डिप्टी मेयर जीत गए। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के घर में भाजपा का विजय डंका बज गया। ये एक प्रकार से विजय संकल्प रैली का शुभ संकेत है कि विजय यात्रा आरंभ हो चुकी है। ये दृश्य, ये कलबुर्गी का नतीजा, ये साफ दिखा रहा है कि डबल इंजन सरकार की धमाकेदार वापसी का निर्धार कर्नाटका ने कर लिया है। अब मैं तो, बहुत पहले से मेरा कार्यक्रम बना था, इसलिए मुझे आज आना था। लेकिन इसी समय कलबुर्गी के मेयर का चुनाव आ गया। कल जरूर कांग्रेस के हमारे साथी बयान देंगे कि मोदी आया था। जरूर कुछ किया होगा। इसलिए कलबुर्गी में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के घर में ही उनको मुंह की खानी पड़ी। पता नहीं कैसे-कैसे आरोप लगा देंगे ये।

भाइयों-बहनों,
ये विकसित कर्नाटका के लिए डबल इंजन की सरकार को आप सबका आशीर्वाद है। साथियों, मैं श्रीहरि हरेश्वर, ताई भोरेश्वरी और इस क्षेत्र के सभी पवित्र मठों को आदरपूर्वक नमन करता हूं। आज जहां ये सभा हो रही है, वो दावणगेरे और हरिहर के बीच में हैं। मां तुंगभद्रा का आशीर्वाद इस क्षेत्र को है। हरि हरेश्वर मंदिर के रूप में यहां हरि और हरा का समन्वय होता है। ऐसे स्थान पर कर्नाटका भाजपा की चार विजय संकल्प यात्राओं का आज महासंगम हो रहा है। और हमारे यहां कहा जाता है, जब कोई यात्रा करके आता है, उसके दर्शन करते हैं तो आपको भी उसका पुण्य मिलता है। आज मुझे भी इन सभी यात्रियों का दर्शन करके, आज मुझे भी पुण्य मिला है।

मैं कर्नाटका भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को इन सफल यात्राओं के लिए हृदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। और मैं लगातार इसकी जानकारी लेता रहता था। हर जगह से वीडियो मेरे पास पहुंचते थे और मैं देख रहा था कि इन यात्राओं में जो जन विश्वास मिला है, जो उत्साह और उमंग मिला है, जो समर्थन मिला है, ये अभूतपूर्व है अद्भुत है। लेकिन अब हमारी जिम्मेवारी शुरू होती है, पूरी करोगे? ये जिम्मेवारी पूरी करोगे? दोनों हाथ ऊपर करके बताइये, जिम्मेवारी पूरी करोगे? पक्का करोगे। ये यात्राओं में और इस महासंगम में ये जो उत्साह, उमंग, जनसमर्थन मिला है, इसको अब हमें आने वाले तीन महीने कड़ी मेहनत करके हर बूथ पर पहुंचाना है, पहुंचाओगे? पहुंचाओगे? हर बूथ पर जाओगे? हर बूथ में उत्साह पहुंचाओगे? हर बूथ में एक नई शक्ति नई ऊर्जा भर दोगे? हर बूथ जीतने का संकल्प कर लोगे? जरा जोर से बताइए, हर बूथ को जीतने का संकल्प कर लोगे? शाबाश!

साथियों,
आज यहां इतने सारे समर्पित साथियों को देखकर मन बहुत भावुक भी हो रहा है। मैं कल सोशल मीडिया पर कर्नाटका का ही एक वीडियो देख रहा था। एक पार्टी के बड़े नेता, कर्नाटका के पूर्व मुख्यमंत्री, उनकी ही पार्टी के एक कार्यकर्ता को सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारने का आनंद ले रहे थे।

जो अपने कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं कर सकते, वो जनता-जनार्दन का सम्मान क्या करेंगे? मुझे गर्व है कि भाजपा में कोई छोटा नहीं है- कोई बड़ा नहीं है। हम सभी कार्यकर्ता बिल्कुल बराबर-बराबर हैं। और इसलिए आपका दर्शन करना ये मेरे लिए बड़े सद्भाग्य है, सौभाग्य है। ऐसा भाव मेरे मन में आता है। कर्नाटका भाजपा का हर एक कार्यकर्ता, मेरे लिए मेरा एक मजबूत साथी है। कर्नाटका का हर कार्यकर्ता मेरा परम मित्र है। कर्नाटका का हर कार्यकर्ता मेरा सहोदर है।

भाइयों और बहनों,
भारतीय राजनीति में लंबे समय तक आरोपों की, आक्षेपों की राजनीति चली है। बीते वर्षों में भाजपा ने इस गंदी राजनीति को बदला है। पॉलिटिक्स, पॉलिटिक्स ऑफ परसेप्शन को भाजपा ने पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस में बदल दिया है।
इस बात की गवाही इस साल के शुरुआती तीन महीने में भी दे रहे हैं। अभी-अभी मैं बैंगलुरु से Whitefield metro line का उद्घाटन करके आ रहा हूं। इससे पहले, तुमकुरू को एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर बनाने की फैक्ट्री मिली। शिवमोगा एयरपोर्ट का लोकार्पण हुआ। दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म में से एक कर्नाटका को मिला। बैंगलुरु-मैसुरू एक्सप्रेसवे का लोकार्पण हुआ। नारायणपुर लेफ्ट बैंक कैनाल के प्रोजेक्ट का लोकार्पण हुआ। IIT धारवाड़ के परमानेंट कैंपस का लोकार्पण हुआ। जल जीवन मिशन के तहत दर्जनों प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण किया।

साथियों,
गिनते ही रह जाएंगे लोग, क्योंकि ये दिन-रात काम करने वाली डबल इंजन की सरकार है। डबल इंजन सरकार मुफ्त राशन से लेकर मुफ्त इलाज तक, गरीब की हर जरूरत का ध्यान रख रही है। सिर्फ साढ़े 3 वर्षों में ही लगभग 40 लाख नए नल कनेक्शन कर्नाटका में दिए गए हैं। इससे माताओं-बहनों का जीवन बहुत आसान हुआ है।
इस साल के बजट में केंद्र सरकार ने अपर भद्रा प्रोजेक्ट के लिए 5300 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इसका भी बहुत बड़ा लाभ इस क्षेत्र के लोगों को, मेरे किसान भाइयों-बहनों को होने वाला है।

साथियों,
जब डबल इंजन सरकार नहीं होती है, तब क्या होता है। इसका उदाहरण पीएम किसान सम्मान योजना में है। साल 2019 में जब केंद्र की भाजपा सरकार ने योजना शुरू की, तब यहां कांग्रेस-जेडीएस की सरकार थी। बार-बार कहने के बाद भी कांग्रेस-जेडीएस ने बहुत कम किसानों के नाम केंद्र सरकार को भेजे थे।

जब कर्नाटका में डबल इंजन सरकार बनी तो उसने कांग्रेस और जेडीएस की गलतियों में सुधार किया। आज कर्नाटका के करीब-करीब 60 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ मिल रहा है। अब तक दावणगेरे के भी डेढ़ लाख से ज्यादा किसानों को भी लगभग साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं।
मुझे खुशी है कि केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि के जो पैसे भेजती है, कर्नाटका की भाजपा सरकार उसमें और पैसे जोड़कर हमारे किसान भाइयों की ज्यादा मदद कर रही है। यही है डबल इंजन की सरकार का डबल फायदा।

साथियों,
दावणगेरे जिले में तो संत सेवालाल महाराज जी की जन्मस्थली है। संत सेवालाल महाराज जी ने बंजारा समुदाय की लड़ाई लड़ी। इसी वर्ष बोम्मई जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने बंजारा समुदाय के परिवारों को हक्कु पत्र देने की शुरुआत की है। हमारा जो मंत्र है, दलित हो, आदिवासी हो, वनवासी हो, महिलाएं हो, बुजुर्ग हो, जो वंचित है, उन वंचितों को वरीयता, वंचितों को प्राथमिकता ये हमारे हर कदम में नजर आती है। ये हमारे संकल्प को दिखाता है।

भाइयों और बहनों,
कर्नाटका ने अवसरवादी औ स्वार्थी गठबंधन की सरकारों का लंबा दौर देखा है। ऐसी सरकारों से कर्नाटका को हमेशा नुकसान हुआ है। इसलिए कर्नाटका के तेज विकास के लिए भाजपा की पूर्ण बहुमत की स्थिर सरकार बहुत जरूरी है। आप बताइये भाइयों, जब किसी को बहुमत नहीं मिलता है तो हमारे कर्नाटका का हाल बुरा होता है कि नहीं होता है? होता है कि नहीं होता है? होता है कि नहीं होता है? अब कर्नाटका को मजबूत स्थिर सरकार चाहिए कि नहीं चाहिए? पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए कि नहीं चाहिए? मजबूत बहुमत वाली सरकार चाहिए कि नहीं चाहिए?
भाइयों और बहनों, अब पहला काम कर्नाटका को इस जोड़-तोड़ की राजनीति से बाहर लाना है। हमारे कर्नाटका को तेज गति से आगे ले जाना है। और इसलिए भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली, मजबूत स्थिर सरकार ये कर्नाटका के लिए आज समय की मांग है। कर्नाटका के उज्ज्वल भविष्य के लिए ये बहुत आवश्यक है। जरा मेरे कर्नाटका के भाई-बहन बताइये, क्या कर्नाटका चाहता है कि मैं भी आपकी सेवा करूं। क्या आप चाहते हैं कि मैं भी आपकी सेवा करूं। जरा जोर से जवाब दीजिए, क्या मैं भी आपकी सेवा करूं। जितनी ज्यादा हो सके, उतनी सेवा करूं। हर कर्नाटकावासी की सेवा करूं। हर गांव की सेवा करूं। अब मुझे बताइये, अगर मुझे सेवा करनी है, आपके लिए मुझे कुछ करना है, तो मुझे कर्नाटका में भाजपा की मजबूत सरकार चाहिए कि नहीं चाहिए? चाहिए कि नहीं चाहिए? आप सबको जिताकर के लानी चाहिए कि नहीं लानी चाहिए? पक्का लाएंगे। घर-घर जाएंगे।
भाजपा कर्नाटका को विकसित भारत का ड्राइविंग फोर्स बनाना चाहती है। जबकि कांग्रेस कर्नाटका को नेताओं की तिजोरियां भरने वाले ATM के रूप में देखती है।

साथियों,
कांग्रेस वाले हर चुनाव से पहले झूठी गारंटी की एक पोटली लेकर घूमने लगते हैं। इनकी गारंटियां कैसी होती हैं, इसका ताजा-ताजा उदाहरण हिमाचल प्रदेश में हम देख रहे हैं। वहां अभी-अभी चुनाव हुए थे। उस चुनाव के पहले ये कांग्रेस के लोग ऐसे बड़े-बड़े वादे करते थे। ऐसी बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते थे। ऐसी बड़ी-बड़ी पोटलियां खोल देते थे। उन्होंने वादा किया था रोजगार का। उन्होंने वादा किया था भत्ते का। ये मुफ्त की गारंटियों का पिटारा लेकर गए थे। लोगों को भ्रमित कर रहे थे।
कुछ दिन पहले हिमाचल सरकार का बजट आया तो चुनाव के पहले उन्होंने जो गारंटियां दीं थीं, उसका कहीं नामो-निशान नहीं दिख रहा है। क्या ऐसी कांग्रेस पर भरोसा कर सकते हैं। ऐसी कांग्रेस पर भरोसा कर सकते हैं। जोर से बोलिए- ऐसी कांग्रेस पर भरोसा कर सकते हैं। झूठे वादे करने वाली कांग्रेस पर भरोसा कर सकते हैं। क्या ऐसी कांग्रेस को कर्नाटका में पैर रखने की जगह देनी चाहिए क्या? पूरी तरह उनको निकालना चाहिए कि नहीं निकालना चाहिए? आज हिमाचल की जनता कांग्रेस को बार-बार पूछ रही है कि चुनाव के समय जो वादे लेकर के आए थे, जो गारंटियां लेकर के आए थे, अभी तो तीन महीने नहीं हुए हैं, उन गारंटियों का क्या हुआ? ये सब हवा में उड़ गईं। कर्नाटका के लोग भी जागते रहें। ये ऐसे ही खेल खेलने वाले के लिए कर्नाटका एक मौका न देना। कांग्रेस ऐसे ही जनता को धोखा देने में माहिर है।

साथियों,
आज कांग्रेस के पास देश के लिए, कर्नाटका के लिए कोई भी पॉजिटिव एजेंडा नहीं है। इसलिए कांग्रेस सपना देख रही है। और आपने सुना होगा, क्या सपना देख रही है। जो लोग हिंदी समझते हैं, उनको बराबर समझ आएगा। मैं बताता हूं कि कांग्रेस वाले क्या सपना देखते हैं और कभी-कभी पब्लिकली बोलते भी हैं। कांग्रेस वाले कहते हैं- मोदी तेरी कब्र खुदेगी। ये कांग्रेस वाले कहते हैं- मोदी तेरी कब्र खुदेगी। लेकिन ये कांग्रेस के लोगों को पता नहीं कि कर्नाटका के लोगों ने संकल्प ले लिया है। अगर उनका संकल्प है मोदी तेरी कब्र खुदेगी तो कर्नाटका का सपना है मोदी तेरा कमल खिलेगा। मोदी तेरा कमल खिलेगा। मोदी तेरा कमल खिलेगा।

 देश की जनता का, कर्नाटका की जनता का कमल के खिलने में ही विश्वास है। मेरे कर्नाटका के भाइयों-बहनों कमल में समृद्धि का, संपन्नता का, निवेश का, आगे बढ़ने का एक जबरदस्त विश्वास है। दुनिया आज भारत की तरफ देख रही है। और भारत हमारे कर्नाटका की तरफ देख रहा है।


कर्नाटका में वैश्विक निवेश को आकर्षित करने वाले बैंगलुरु जैसे अनेक HUB बनें, ये भाजपा का विजन है। इसलिए कोरोनाकाल में भी विदेशी निवेश के मामले में ये हमारा कर्नाटका प्रांत अग्रणी रहा है। और इसके लिए मैं मुख्यमंत्री जी और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं।


भाइयो और बहनों, ये दावणगेरे टेक्सटाइल का हब है। केंद्र सरकार देशभर में 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क बनाने वाली है। और इन सात में से एक ये हमारे कर्नाटका में बनने जा रहा है। कल ही हुबली-धारवाड़ में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफेक्चरिंग कलस्टर प्रोजेक्ट के लिए भी केंद्र सरकार ने स्वीकृति दी है। इससे भी हजारों नए रोजगार बनेंगे।
अब जब कर्नाटका का इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक हो रहा है, तो खेती से लेकर सर्विस सेक्टर और मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर तक हर इंडस्ट्री का विस्तार होने वाला है। ट्रेडिशन और टेक्नॉलॉजी से समृद्ध कर्नाटका में भाजपा सरकार की वजह से युवाओं के लिए अनंत अवसर बन रहे हैं।


विकसित कर्नाटका के लिए यहां पूर्ण बहुमत वाली भाजपा सरकार बहुत जरूरी है। ये संदेश हमें कर्नाटका के बूथ-बूथ तक पहुंचाना है। मुझे भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता पर बहुत पूरा भरोसा है।
आप इतनी बड़ी संख्या में यहां आए। ये अपने-आप कर्नाटका के मिजाज को दिखाता है। भाइयो और बहनों, मैं जरा आपसे कुछ पूछना चाहता हूं। जवाब देंगे आप लोग? जवाब देंगे। जरा जोर से बोलिए- जवाब देंगे। आप मुझे बताइये, आज पूरी दुनिया में हिंदुस्तान के नाम की गूंज है कि नहीं है।


हिंदुस्तान का जय-जयकार हो रहा है कि नहीं हो रहा है। अमेरिका में भी हो रहा है कि नहीं हो रहा है। जर्मनी में भी हो रहा है कि नहीं हो रहा है। फ्रांस में भी हो रहा है कि नहीं हो रहा है। अफ्रीका में भी हो रहा है कि नहीं हो रहा है। सिंगापुर में भी हो रहा है कि नहीं हो रहा है। इंडोनेशिया में हो रहा है कि नहीं हो रहा है। जापान में हो रहा है कि नहीं हो रहा है। चारों तरफ हो रहा है ना। क्या कारण है? क्या कारण है? ये दुनिया में डंका बज रहा है, क्या कारण है? जरा सब बताइये क्या कारण है। आपका जवाब गलत निकला। आपका जवाब गलत निकला। ये दुनिया में हिंदुस्तान का डंका मोदी के कारण नहीं, ये आपने एक वोट दिया था ना, उसके कारण बज रहा है। ये आपके एक वोट की ताकत है, जो दुनिया में हिंदुस्तान का डंका बज रहा है।


भाइयों और बहनों, हमें कर्नाटका का जो डंका है ना, वो भी अब जोरों से बजाना है। और इसलिए आपके वोट की ताकत कर्नाटका को दुनियाभर में मशहूर कर देगी। भाइयों और बहनों, इतना बड़ा उत्साह, इतना उमंग, इतना जोश। अब ज्यादा मेहनत का काम शुरू हो रहा है। अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में मेरा कर्नाटका फिर से आना होने वाला है। वर्ल्ड टाइगर डे के लिए मैं कर्नाटका के टाइगरों के बीच आने वाला हूं। और कर्नाटका के टाइगर टूरिज्म का भी बहुत बड़ा आकर्षण बनें, उसके लिए भारत सरकार एक बहुत बड़ा आयोजन अप्रैल महीने के प्रथम सप्ताह में कर्नाटका में करेगी। और मैं भी आने वाला हूं। फिर से आपके दर्शन करूंगा। और इन दस दिन में आपने क्या काम किया है, उसकी भी जरा पूछताछ करूंगा।


साथियों, ये कर्नाटका का प्यार, मैं जहां गया, करीब-करीब हर इलाके में जाना हुआ, आपने जो प्यार दिया है। आपने जो आशीर्वाद दिए हैं। उसने हमें एक नई शक्ति दी है। नया विश्वास दिया है। नई ऊर्जा दी है। और मैं इसके लिए दावणगेरे की धरती से कर्नाटका के हर नागरिक का सिर झुकाकर के धन्यवाद करता हूं। मैं उनका अभिनंदन करता हूं। आप सबके मेहनत, देश के लिए जीने का आपका संकल्प, इसके लिए मैं आप सभी मेरे साथियों को भी आज सिर झुकाकर के नमन करता हूं। प्रणाम करता हूं। मेरे साथ बोलिए-भारत माता की जय! आवाज पूरे कर्नाटका में गूंजनी चाहिए।
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
अब आपके मोबाइल की ये फ्लैश लाइट चालू कीजिए। और विजय संकल्प का प्रकाश, विजय संकल्प का प्रकाश सब दूर पहुंचाइये। ये विजय संकल्प का प्रकाश हर बूथ में पहुंचाना है। ये विजय संकल्प का संदेश हर बूथ में पहुंचाना है। हर परिवार में पहुंचाना है। फिर से बोलिए- भारत माता की जय। भारत माता की जय। भारत माता की जय। बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Cabinet approves constitution of world’s largest grain storage plan in cooperative sector
May 31, 2023
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The Union Cabinet chaired by the Prime Minister Shri Narendra Modi, today approved the constitution and empowerment of an Inter Ministerial Committee (IMC) for facilitation of the “World’s Largest Grain Storage Plan in Cooperative Sector” by convergence of various schemes of the Ministry of Agriculture and Farmers Welfare, Ministry of Consumer Affairs, Food and Public Distribution and Ministry of Food Processing Industries.

In order to ensure time bound and uniform implementation of the Plan in a professional manner, Ministry of Cooperation will implement a pilot project in at least 10 selected Districts of different States/ UTs in the country. The Pilot would provide valuable insights into the various regional requirements of the project, the learnings from which will be suitably incorporated for the country-wide implementation of the Plan.

Implementation

An Inter-Ministerial Committee (IMC) will be constituted under the Chairmanship of Minister of Cooperation, with Minister of Agriculture and Farmers Welfare, Minister of Consumer Affairs, Food and Public Distribution, Minister of Food Processing Industries and Secretaries concerned as members to modify guidelines/ implementation methodologies of the schemes of the respective Ministries as and when need arises, within the approved outlays and prescribed goals, for facilitation of the ‘World’s Largest Grain Storage Plan in Cooperative Sector’ by creation of infrastructure such as godowns, etc. for Agriculture and Allied purposes, at selected ‘viable’ Primary Agricultural Credit Societies (PACS).

The Plan would be implemented by utilizing the available outlays provided under the identified schemes of the respective Ministries. Following schemes have been identified for convergence under the Plan:

(a) Ministry of Agriculture and Farmers Welfare:

Agriculture Infrastructure Fund (AIF),
Agricultural Marketing Infrastructure Scheme (AMI),
Mission for Integrated Development of Horticulture (MIDH),
Sub Mission on Agricultural Mechanization (SMAM)
(b) Ministry of Food Processing Industries:

Pradhan Mantri Formalization of Micro Food Processing Enterprises Scheme (PMFME),
Pradhan Mantri Kisan Sampada Yojana (PMKSY)
(c) Ministry of Consumer Affairs, Food and Public Distribution:

Allocation of food grains under the National Food Security Act,
Procurement operations at Minimum Support Price
Benefits of the Plan

The plan is multi-pronged – it aims to address not just the shortage of agricultural storage infrastructure in the country by facilitating establishment of godowns at the level of PACS, but would also enable PACS to undertake various other activities, viz:
Functioning as Procurement centres for State Agencies/ Food Corporation of India (FCI);
Serving as Fair Price Shops (FPS);
Setting up custom hiring centers;
Setting up common processing units, including assaying, sorting, grading units for agricultural produce, etc.
Further, creation of decentralized storage capacity at the local level would reduce food grain wastage and strengthening food security of the country.
By providing various options to the farmers, it would prevent distress sale of crops, thus enabling the farmers to realise better prices for their produce.
It would hugely reduce the cost incurred in transportation of food grains to procurement centres and again transporting the stocks back from warehouses to FPS.
Through ‘whole-of-Government’ approach, the Plan would strengthen PACS by enabling them to diversify their business activities, thus enhancing the incomes of the farmer members as well.
Time-frame and manner of implementation

National Level Coordination Committee will be formed within one week of the Cabinet approval.
Implementation guidelines will be issued within 15 days of the Cabinet approval.
A portal for the linkage of PACS with Govt. of India and State Governments will be rolled out within 45 days of the Cabinet approval.
Implementation of proposal will start within 45 days of the Cabinet approval.
Background

The Prime Minister of India has observed that all out efforts should be made to leverage the strength of the cooperatives and transform them into successful and vibrant business enterprises to realize the vision of “Sahakar-se-Samriddhi”. To take this vision forward, the Ministry of Cooperation has brought out the ‘World’s Largest Grain Storage Plan in Cooperative Sector’. The plan entails setting up various types of agri-infrastructure, including warehouse, custom hiring center, processing units, etc. at the level of PACS, thus transforming them into multipurpose societies. Creation and modernization of infrastructure at the level of PACS will reduce food grain wastage by creating sufficient storage capacity, strengthen food security of the country and enable farmers to realise better prices for their crops.

There are more than 1,00,000 Primary Agricultural Credit Societies (PACS) in the country with a huge member base of more than 13 crore farmers. In view of the important role played by PACS at the grass root level in transforming the agricultural and rural landscape of Indian economy and to leverage their deep reach up to the last mile, this initiative has been undertaken to set up decentralized storage capacity at the level of PACS along with other agri infrastructure, which would not only strengthen the food security of the country, but would also enable PACS to transform themselves into vibrant economic entities.