Quoteमुंबई मेट्रो लाइन 3 फेज - 1 के आरे जेवीएलआर से बीकेसी खंड का उद्घाटन किया
Quoteठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना और एलिवेटेड ईस्टर्न फ्रीवे एक्सटेंशन की आधारशिला रखी
Quoteनवी मुंबई एयरपोर्ट प्रभाव अधिसूचित क्षेत्र (नैना) परियोजना की आधारशिला रखी
Quoteठाणे नगर निगम की आधारशिला रखी
Quoteभारत की प्रगति में महाराष्ट्र की अहम भूमिका अदा करता है, राज्य के विकास को गति देने के लिए, ठाणे से कई परिवर्तनकारी परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं: प्रधानमंत्री
Quoteहमारी सरकार का हर निर्णय, संकल्प और पहल विकसित भारत के लक्ष्य के लिए समर्पित है: प्रधानमंत्री

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

महाराष्ट्र के गवर्नर सी पी राधाकृष्णन जी, यहां के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्रीमान एकनाथ शिंदे जी, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस जी, अजित पवार जी, राज्य सरकार के अन्य मंत्रीगण, सांसद, विधायक अन्य वरिष्ठ महानुभाव और महाराष्ट्र के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों!

महाराष्ट्राच्या देवीशक्तीचे, साडेतीन शक्तीपीठ, तुलजापूरची आई भवानी, कोल्हापूरची महालक्ष्मी देवी, माहुरगडची आई रेणुका, आणि वणीची, सप्तश्रृंगी देवी, यान्ना कोटी कोटी वंदन करतो। मैं ठाणे की धरती पर श्री कोपिनेश्वर के चरणों में प्रणाम करता हूं। मैं छत्रपति शिवाजी महाराज और बाबा साहेब अंबेडकर को भी नमन करता हूँ।

भाइयों बहनों,

आज एक मोठी आनंदाची बातमी घेऊन मी महाराष्ट्रात आलो आहे। केंद्र सरकार ने आमच्या मराठी भाषेला अभिजात भाषेच दर्जा दिला आहे। ये केवल मराठी और महाराष्ट्र का ही सम्मान ऐसा नहीं है। ये उस परंपरा का सम्मान है, जिसने देश को ज्ञान, दर्शन, अध्यात्म और साहित्य की समृद्ध संस्कृति दी है। मैं इसके लिए देश और दुनिया में मराठी बोलने वाले सभी लोगों को बधाई देता हूँ।

साथियों,

नवरात्रि में मुझे एक के बाद एक अनेक विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास का सौभाग्य भी मिल रहा है। ठाणे पहुँचने से पहले मैं वाशिम में था। वहाँ देश के साढ़े 9 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि जारी करने, और कई विकास परियोजनाओं के लोकार्पण का अवसर मुझे मिला। अब, ठाणे में महाराष्ट्र के आधुनिक विकास के कई बड़े कीर्तिमान गढ़े जा रहे हैं। मुंबई-MMR और महाराष्ट्र के विकास की ये सुपरफ़ास्ट स्पीड, आज का दिन महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य की झलक दे रहा है। आज महायुति सरकार ने मुंबई-MMR में 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। आज 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की ठाणे इंटिग्रल रिंग मेट्रो का भी शिलान्यास हुआ है। नवी मुंबई एयरपोर्ट इंफ्लुएंस एरिया, यानी नैना प्रोजेक्ट, छेड़ानगर से आनंदनगर तक एलीवेटेड ईस्टर्न फ्री-वे, ठाणे म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन का नया मुख्यालय, ऐसे कई बड़े विकास कार्यों का भी आज शिलान्यास हुआ है। ये विकास कार्य, मुंबई और ठाणे को आधुनिक पहचान देंगे।

|

साथियों,

आज ही, आरे से BKC, मुंबई की एक्वा लाइन मेट्रो का शुभारंभ भी हो रहा है। इस लाइन का मुंबई के लोग काफी समय से इंतजार कर रहे थे। मैं आज जापान सरकार का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूँ। जापान ने Japanese International Cooperation Agency के जरिए इस प्रोजेक्ट में बहुत सहयोग दिया है। इसलिए, ये मेट्रो एक तरह से भारत-जापान मित्रता का भी प्रतीक है।

भाइयों बहनों,

ठाणे से बाला साहब ठाकरे को विशेष लगाव था। ये स्वर्गीय आनंद दिघे जी का भी शहर है। इस शहर ने देश को आनंदीबाई जोशी जैसी देश की पहली महिला डॉक्टर दी थी। आज हम इन विकास कार्यों के जरिए इन महान विभूतियों के संकल्पों को भी पूरा कर रहे हैं। मैं इन सभी विकास कार्यों के लिए ठाणे-मुंबई के सभी लोगों को, महाराष्ट्र के सभी लोगों को बधाई देता हूँ।

|

साथियों,

आज हर देशवासी का एक ही लक्ष्य है- विकसित भारत! इसलिए हमारी सरकार का हर निर्णय, हर संकल्प, हर सपना विकसित भारत के लिए समर्पित है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें मुंबई-ठाणे जैसे शहरों को फ्यूचर रेडी बनाना है। लेकिन इसके लिए हमें डबल मेहनत करनी पड़ रही है। क्योंकि, हमें विकास भी करना है, और काँग्रेस सरकारों के गड्ढों को भी भरना है। आप याद करिए, काँग्रेस और उसके सहयोगी, मुंबई ठाणे जैसे शहरों को किस तरफ लेकर जा रहे थे? शहर की आबादी बढ़ रही थी, ट्रैफिक बढ़ रहा था। लेकिन, समाधान कोई नहीं था! मुंबई शहर, देश की आर्थिक राजधानी, उसके थमने, ठप्प होने की आशंकाएँ जताई जाने लगी थीं। हमारी सरकार ने इस स्थिति को बदलने का प्रयास किया है। आज मुंबई महानगर में लगभग 300 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क तैयार हो रहा है। आज मरीन ड्राइव से बांद्रा तक का सफर, कोस्टल रोड से 12 मिनट में पूरा हो रहा है। अटल सेतु ने दक्षिण मुंबई और नवी मुंबई के बीच, उस दूरी को भी कम कर दिया है। ऑरेंज गेट से मरीन ड्राइव भूमिगत टनल प्रोजेक्ट में तेजी आई है। ऐसे कितने ही प्रोजेक्ट हैं जो मैं गिनता जाऊं तो लंबा समय निकल जाएगा। वर्सोवा से बांद्रा सी ब्रिज प्रोजेक्ट, ईस्टर्न फ्री-वे, ठाणे-बोरीवली टनल, ठाणे सर्कुलर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट, ऐसे प्रोजेक्ट्स से इन शहरों की तस्वीर बदल रही है। इसका बहुत बड़ा फायदा मुंबई के लोगों को होगा। इनसे मुंबई और आसपास के शहरों में मुश्किलें कम होंगी। यहां रोजगार के नए मौके बनेंगे, यहां उद्योग-धंधे बढ़ेंगे।

साथियों,

आज एक तरफ महायुति सरकार है, जो महाराष्ट्र के विकास को ही अपना लक्ष्य मानती है। दूसरी ओर, काँग्रेस और महाअघाड़ी वाले लोग हैं। उन्हें जब भी मौका मिलता है, वो विकास के काम को ठप्प कर देते हैं। महाअघाड़ी वालों को विकास के कामों को सिर्फ लटकाना-अटकाना और भटकाना ही आता है। मुंबई मेट्रो खुद इसकी सबसे बड़ी गवाह है! मुंबई में मेट्रोलाइन थ्री की शुरुआत देवेन्द्र फडणवीस जी के मुख्यमंत्री रहते हुई थी। इसका 60 प्रतिशत काम उनके कार्यकाल में ही हो गया था। लेकिन, फिर महाअघाड़ी की सरकार आ गई। महाअघाड़ी वालों ने अपने अहंकार में मेट्रो का काम लटका दिया। ढाई साल तक काम अटके रहने से प्रोजेक्ट की कीमत 14 हजार करोड़ रुपए बढ़ गई! ये 14 हजार करोड़ रुपया, ये किसका पैसा था? क्या ये पैसा महाराष्ट्र का नहीं था? क्या ये पैसा महाराष्ट्र के नागरिकों का नहीं था? ये महाराष्ट्र के टैक्सपेयर्स की मेहनत का पैसा था?

|

भाइयों बहनों,

एक ओर काम पूरा करने वाली महायुति सरकार, दूसरी ओर विकास को रोकने वाले महाअघाड़ी के लोग। महाअघाड़ी ने अपने ट्रैक रिकॉर्ड से साबित किया है कि वो महा विकास विरोधी लोग हैं! इन्होंने अटल सेतु का विरोध किया था। इन्होंने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन को ठप्प करने की पूरी साज़िश की। जब तक ये सत्ता में रहे, इन्होंने बुलेट ट्रेन के काम को आगे नहीं बढ़ने दिया। इन्होंने तो महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाकों में पानी से जुड़े प्रोजेक्ट्स तक को नहीं बख्शा! जो काम महाराष्ट्र के लोगों की प्यास बुझाने के लिए शुरू हुये थे, महाअघाड़ी सरकार ने उन्हें भी रोककर रखा था। ये आपका हर काम रोक देते थे। अब आपको इन्हें रोक देना है। महाराष्ट्र में विकास के इन दुश्मनों को सत्ता के बाहर ही रोक देना है, सैकड़ों मील दूर रखना है।

साथियों,

कांग्रेस, भारत की सबसे बेईमान औऱ भ्रष्ट पार्टी है। चाहे कोई भी दौर हो, कोई भी राज्य हो, कॉंग्रेस का चरित्र नहीं बदलता! आप पिछले एक हफ्ते का हाल देख लीजिए। काँग्रेस के एक सीएम का जमीन घोटाले में नाम सामने आया है। उनके एक मंत्री महिलाओं को गालियां दे रहे हैं, उन्हें अपमानित कर रहे हैं। हरियाणा में कांग्रेस नेता ड्रग्स के साथ पकड़े गए हैं। काँग्रेस चुनाव में बड़े-बड़े वादे करती है। लेकिन, सरकार बनने पर ये जनता के शोषण के नए-नए तरीके खोजते हैं। आए दिन नए-नए टैक्स लगाकर अपने घोटालों के लिए पैसा जुटाना, यही इनका एजेंडा होता है। हिमाचल में तो काँग्रेस सरकार ने हद ही कर दी है। हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने एक नया टैक्स लगाया है। आप कल्पना भी नहीं कर सकते। और इन्होंने क्या नया टैक्स लगाया है? उन्होंने नया टैक्स लगाया है - टॉयलेट टैक्स! एक तरफ मोदी कह रहा है टॉयलेट बनाओ, और ये कह रहे हैं हम टॉयलेट में टैक्स लगाएंगे। यानी कांग्रेस लूट और फरेब का एक पूरा पैकेज है। वो आपकी जमीन लूटेंगे। वो युवाओं को ड्रग्स के दलदल में धकेलेंगे। वो आप पर टैक्स का बोझ लादेंगे। और महिलाओं को गालियां देंगे। लूट, झूठ और कुशासन का ये पूरा पैकेज, ये कांग्रेस की पहचान है। औऱ याद रखिए, मैंने तो अभी सिर्फ पिछले कुछ दिनों की तस्वीर आपके सामने रखी है, और वो भी पूरी-पूरी नहीं, क्योंकि समय का अभाव रहता है। कांग्रेस वर्षों से यही करती आई है।

|

भाइयों और बहनों,

महाराष्ट्र में इन्होंने अभी से अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। आप देखिए, महायुति सरकार ने महाराष्ट्र की महिलाओं के लिए ‘लाड़की बहन योजना’ शुरू की। इसमें बहनों को डेढ़ हजार रुपया महीना और 3 LPG सिलिंडर मुफ्त मिल रहे हैं। महा-अघाड़ी वाले इसे हजम नहीं कर पा रहे हैं। वो इंतज़ार में हैं कि उन्हें मौका मिले , महायुति की सरकार को अगर मौका मिला, जो मिलने वाला नहीं है, सबसे पहला काम – ये शिंदे जी पर गुस्सा उतारेंगे, और शिंदे जी ने जितनी योजनाएं बनाई हैं सब पर ताला लगा देंगे। महा अघाड़ी वाले चाहते हैं कि पैसा बहनों के हाथ में न जाए, लेकिन उनके दलालों की जेब में जाए। इसलिए, हमारी माताओं बहनों को काँग्रेस और महा-अघाड़ी वालों से जरा ज्यादा ही सावधान रहने की जरूरत है।

साथियों,

काँग्रेस जब सत्ता में थी, तो अक्सर ये सवाल पूछा जाता था कि काँग्रेस को देश के विकास से क्या तकलीफ है? लेकिन, जब से ये लोग सत्ता से बाहर गए हैं, इस सवाल का जवाब इन्होंने खुद दे दिया है। आज काँग्रेस के असली रंग खुलकर सामने आ गए हैं। काँग्रेस को अब अर्बन नक्सल का गैंग चला रहा है। पूरी दुनिया में जो लोग भारत को आगे बढ़ने से रोकना चाहते हैं, काँग्रेस अब खुलकर उनके साथ खड़ी है। इसलिए, अपनी घोर असफलताओं के बावजूद काँग्रेस सरकार बनाने का सपना देख रही है! कांग्रेस जानती है कि उसका वोटबैंक तो एक रहेगा लेकिन बाकी लोग आसानी से बंट जाएंगे, टुकड़े हो जाएंगे।। इसलिए कांग्रेस और उसके साथियों का एक ही मिशन है - समाज को बांटो, लोगों को बांटों और सत्ता पर कब्जा करो। इसलिए, हमें अतीत से सबक लेना है। हमें हमारी एकता को ही देश की ढाल बनाना है। हमें याद रखना है, अगर हम बंटेंगे, तो बांटने वाले महफिल सजाएंगे। हमें कांग्रेस और महा-अघाड़ी वालों के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देना है।

|

साथियों,

जहां-जहां काँग्रेस के कदम पड़ते जाते हैं, वहाँ बंटाधार ही होता है। इन्होंने देश को गरीबी के गर्त में धकेला! इन्होंने महाराष्ट्र को तबाह किया, महाराष्ट्र के किसानों को तबाह किया। इन्होंने जिस किसी राज्य में सरकार बनाई, उसे भी तबाह किया। यही नहीं, इनकी संगत में आकर दूसरी पार्टियां भी बर्बाद हो जाती हैं। जो लोग पहले राष्ट्रवाद की बात करते थे, वो अब तुष्टीकरण की राजनीति करने लग गए हैं। आपको भी पता है हमारी सरकार वक़्फ़ बोर्ड के अवैध कब्ज़ों पर बिल लेकर आई है। लेकिन, तुष्टीकरण की राजनीति में काँग्रेस के नए-नए चेले वक़्फ़ बोर्ड के हमारे बिल का विरोध करने का पाप कर रहे हैं। ये कहते हैं, वक़्फ़ के अवैध कब्ज़ों को हटने नहीं देंगे। यहाँ तक कि, काँग्रेस के लोग वीर सावरकर जी के लिए अपशब्द बोलते हैं, उनका अपमान करते हैं। काँग्रेस के चेले तब भी उनके पीछे खड़े रहते हैं। आज कांग्रेस ऐलान कर रही है कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 फिर वापस लागू करेंगे, और कांग्रेस के चेलों की बोलती बंद है। नया वोटबैंक बनाने के लिए विचारधारा का ऐसा पतन, काँग्रेस की ऐसी जी-हुज़ूरी, काँग्रेस का भूत जिसके भी भीतर घुस जाए, उसका यही हाल होता है।

साथियों,

आज देश को, महाराष्ट्र को एक ईमानदार और स्थिर नीतियों वाली सरकार की जरूरत है। ये काम केवल बीजेपी और महायुति सरकार ही कर सकती है, आगे बढ़ा सकती है। ये बीजेपी ही है, जिसने देश में आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर भी खड़ा किया और सामाजिक इनफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत बनाया है। हमने हाइवेज़, एक्सप्रेसवेज, रोडवेज़ और एयरपोर्ट्स के विकास का भी रिकॉर्ड बनाया है, और 25 करोड़ गरीबों को गरीबी से बाहर भी निकाला है। अभी हमें देश को और बहुत आगे लेकर जाना है। मुझे विश्वास है, महाराष्ट्र का एक-एक नागरिक इस संकल्प के साथ खड़ा है, NDA के साथ खड़ा है। हम साथ मिलकर महाराष्ट्र के सपनों को पूरा करेंगे। इसी विश्वास के साथ, मैं फिर एक बार आप सबको, सभी विकास की परियोजनाओं के लिए, विकास के ढेर सारे कामों के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। मेरे साथ बोलिये –

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

बहुत-बहुत धन्यवाद!

  • Jitendra Kumar April 30, 2025

    ❤️🇮🇳🙏
  • krishangopal sharma Bjp December 17, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩,,
  • krishangopal sharma Bjp December 17, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩,
  • krishangopal sharma Bjp December 17, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
  • SUNIL Kumar November 30, 2024

    Jai shree Ram
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • ram Sagar pandey November 06, 2024

    🌹🙏🏻🌹जय श्रीराम🙏💐🌹जय माता दी 🚩🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹
  • Vivek Kumar Gupta November 03, 2024

    Namo Namo #BJPSadasyata2024 #HamaraAppNaMoApp #VivekKumarGuptaMission2024-#विजय✌️
  • Vivek Kumar Gupta November 03, 2024

    नमो ...🙏🙏🙏🙏🙏
  • Vivek Kumar Gupta November 03, 2024

    नमो ............🙏🙏🙏🙏🙏
Explore More
हर भारतीय का खून खौल रहा है: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

हर भारतीय का खून खौल रहा है: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
Chirag Paswan writes: Food processing has become a force for grassroots transformation

Media Coverage

Chirag Paswan writes: Food processing has become a force for grassroots transformation
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
श्री नारायण गुरु के आदर्श पूरी मानवता के लिए बहुत बड़ी पूंजी हैं: पीएम मोदी
June 24, 2025
Quoteश्री नारायण गुरु के आदर्श पूरी मानवता के लिए बहुत बड़ी पूंजी हैं: प्रधानमंत्री
Quoteभारत को ऐसे असाधारण संतों, ऋषियों और समाज सुधारकों का आशीर्वाद प्राप्त है, जो समाज में परिवर्तनकारी बदलाव लाए: प्रधानमंत्री
Quoteश्री नारायण गुरु ने सभी प्रकार के भेदभाव से मुक्त समाज की कल्पना की थी, आज परिपूर्णता का दृष्टिकोण अपनाकर देश भेदभाव की हर संभावना को खत्म करने के लिए काम कर रहा है: प्रधानमंत्री
Quoteस्किल इंडिया जैसे मिशन युवाओं को सशक्त बना रहे हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बना रहे हैं: प्रधानमंत्री
Quoteभारत को सशक्त बनाने के लिए हमें आर्थिक, सामाजिक और सैन्य हर मोर्चे पर आगे बढ़ना होगा। आज देश इसी राह पर आगे बढ़ रहा है: प्रधानमंत्री

ब्रह्मर्षि स्वामी सच्चिदानंद जी, श्रीमठ स्वामी शुभंगा-नंदा जी, स्वामी शारदानंद जी, सभी पूज्य संतगण, सरकार में मेरे साथी श्री जॉर्ज कुरियन जी, संसद के मेरे साथी श्री अडूर प्रकाश जी, अन्य सभी वरिष्ठ महानुभाव, देवियों और सज्जनों।

पिन्ने एनडे ऐल्ला, प्रियपेट्ट मलयाली सहोदिरि सहोदरन मार्कु, एनडे विनीतमाय नमस्कारम्।

आज ये परिसर देश के इतिहास की एक अभूतपूर्व घटना को याद करने का साक्षी बन रहा है। एक ऐसी ऐतिहासिक घटना, जिसने न केवल हमारे स्वतन्त्रता आंदोलन को नई दिशा दी, बल्कि स्वतन्त्रता के उद्देश्य को, आज़ाद भारत के सपने को ठोस मायने दिये। 100 साल पहले श्रीनारायण गुरु और महात्मा गांधी की वो मुलाकात, आज भी उतनी ही प्रेरक है, उतनी ही प्रासंगिक है। 100 साल पहले हुई वो मुलाकात, सामाजिक समरसता के लिए, विकसित भारत के सामूहिक लक्ष्यों के लिए, आज भी ऊर्जा के बड़े स्रोत की तरह है। इस ऐतिहासिक अवसर पर मैं श्रीनारायण गुरु के चरणों में प्रणाम करता हूं। मैं गांधी जी को भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।

|

भाइयों बहनों,

श्रीनारायण गुरु के आदर्श पूरी मानवता के लिए बहुत बड़ी पूंजी हैं। जो लोग देश और समाज की सेवा के संकल्प पर काम करते हैं, श्रीनारायण गुरु उनके लिए प्रकाश स्तंभ की तरह हैं। आप सभी जानते हैं कि समाज के शोषित-पीड़ित-वंचित वर्ग से मेरा किस तरह का नाता है। और इसलिए आज भी मैं जब समाज के शोषित, वंचित वर्ग के लिए बड़े निर्णय लेता हूँ, तो मैं गुरुदेव को जरूर याद करता हूँ। 100 साल पहले के वो सामाजिक हालात, सदियों की गुलामी के कारण आईं विकृतियाँ, लोग उस दौर में उन बुराइयों के खिलाफ बोलने से डरते थे। लेकिन, श्रीनारायण गुरु ने विरोध की परवाह नहीं की, वो कठिनाइयों से नहीं डरे, क्योंकि उनका विश्वास समरसता और समानता में था। उनका विश्वास सत्य, सेवा और सौहार्द में था। यही प्रेरणा हमें ‘सबका साथ, सबका विकास’ का रास्ता दिखाती है। यही विश्वास हमें उस भारत के निर्माण के लिए ताकत देता है, जहां अंतिम पायदान पर खड़ा व्यक्ति हमारी

पहली प्राथमिकता है।

साथियों,

शिवगिरी मठ से जुड़े लोग और संतजन भी जानते हैं कि श्रीनारायण गुरु में और शिवगिरी मठ में मेरी कितनी अगाध आस्था रही है। मैं भाषा तो नहीं समझ पा रहा था, लेकिन पूज्य सच्चिदानंद जी जो बातें बता रहे थे, वो पुरानी सारी बातें याद कर रहे थे। और मैं भी देख रहा था कि उन सब बातों पर आप बड़े भाव विभोर होकर के उसके साथ जुड़ जाते थे। और मेरा सौभाग्य है कि मठ के पूज्य संतों ने हमेशा मुझे अपना स्नेह दिया है। मुझे याद है, 2013 में, तब तो मैं गुजरात में मुख्यमंत्री था, जब केदारनाथ में प्राकृतिक आपदा आई थी, तब शिवगिरी मठ के कई पूज्य संत वहाँ फंस गए थे, कुछ भक्त जन भी फंस गए थे। शिवगिरी मठ ने वहाँ फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए भारत सरकार का संपर्क नहीं किया था, प्रकाश जी बुरा मत मानना, शिवगिरी मठ ने मैं एक राज्य का मुख्यमंत्री था, मुझे आदेश दिया और इस सेवक पर भरोसा किया, कि भई ये काम तुम करो। और ईश्चर की कृपा से सभी संत सभी भक्तजन को सुरक्षित मैं ला पाया था।

साथियों,

वैसे भी मुश्किल समय में हमारा सबसे पहला ध्यान उसकी ओर जाता है, जिसे हम अपना मानते हैं, जिस पर हम अपना अधिकार समझते हैं। और मुझे खुशी है कि आप अपना अधिकार मुझ पर समझते हैं। शिवगिरी मठ के संतों के इस अपनेपन से ज्यादा आत्मिक सुख की बात मेरे लिए और क्या होगी?

|

साथियों,

मेरा आप सबसे एक रिश्ता काशी का भी है। वर्कला को सदियों से दक्षिण की काशी भी कहा जाता है। और काशी चाहे उत्तर की हो या दक्षिण की, मेरे लिए हर काशी मेरी काशी ही है।

साथियों,

मुझे भारत की आध्यात्मिक परंपरा, ऋषियों-मुनियों की विरासत, उसे करीब से जानने और जीने का सौभाग्य मिला है। भारत की ये विशेषता है कि हमारा देश जब भी मुश्किलों के भंवर में फँसता है, कोई न कोई महान विभूति देश के किसी कोने में जन्म लेकर समाज को नई दिशा दिखाती है। कोई समाज के आध्यात्मिक उत्थान के लिए काम करता है। कोई सामाजिक क्षेत्र में समाज सुधारों को गति देता है। श्रीनारायण गुरु ऐसे ही महान संत थे। निवृत्ति पंचकम्’ और ‘आत्मोपदेश शतकम्’ जैसी उनकी रचनाएँ, ये अद्वैत और आध्यात्म के किसी भी स्टूडेंट के लिए गाइड की तरह हैं।

साथियों,

योग और वेदान्त, साधना और मुक्ति श्रीनारायण गुरु के मुख्य विषय थे। लेकिन, वो जानते थे कि कुरीतियों में फंसे समाज का आध्यात्मिक उत्थान उसके सामाजिक उत्थान से ही संभव होगा। इसलिए उन्होंने आध्यात्म को समाज-सुधार और समाज-कल्याण का एक माध्यम बनाया। और श्रीनारायण गुरु के ऐसे प्रयासों से गांधी जी ने भी प्रेरणा पाई, उनसे मार्गदर्शन लिया। गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर जैसे विद्वानों को भी श्रीनारायण गुरु से चर्चा का लाभ मिला।

|

साथियों,

एक बार किसी ने श्रीनारायण गुरु की आत्मोपदेश शतकम् रमण महर्षि जी को सुनाई थी। उसे सुनकर रमण महर्षि जी ने कहा था- "अवर एल्लाम तेरीन्जवर"। यानी- वो सब कुछ जानते हैं! और उस दौर में, जब विदेशी विचारों के प्रभाव में भारत की सभ्यता, संस्कृति और दर्शन को नीचा दिखाने के षड्यंत्र हो रहे थे, श्रीनारायण गुरु ने हमें ये अहसास कराया कि कमी हमारी मूल परंपरा में नहीं है। हमें अपने आध्यात्म को सही अर्थों में आत्मसात करने की जरूरत है। हम नर में श्रीनारायण को, जीव में शिव को देखने वाले लोग हैं। हम द्वैत में अद्वैत को देखते हैं। हम भेद में भी अभेद देखते हैं। हम विविधता में भी एकता देखते हैं।

साथियों,

आप सभी जानते हैं, श्रीनारायण गुरु का मंत्र था- “ओरु जाति, ओरु मतम्, ओरु दैवम्, मनुष्यनु।” यानी, पूरी मानवता की एकता, जीव मात्र की एकता! ये विचार भारत की जीवन संस्कृति का मूल है, उसका आधार है। आज भारत उस विचार को विश्व कल्याण की भावना से विस्तार दे रहा है। आप देखिए, अभी हाल ही में हमने विश्व योग दिवस मनाया। इस बार योग दिवस की थीम थी- Yoga for

One Earth, One Health. यानी, एक धरती, एक स्वास्थ्य! इसके पहले भी भारत ने विश्व कल्याण के लिए One World, One Health जैसा initiative शुरू किया है। आज भारत sustainable development की दिशा में One Sun, One Earth, One grid जैसे ग्लोबल मूवमेंट को भी लीड कर रहा है। आपको याद होगा, 2023 में भारत ने जब G-20 समिट को होस्ट किया था, हमने उसकी भी थीम रखी थी- "One Earth, One Family, One Future". हमारे इन प्रयासों में ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना जुड़ी हुई है। श्रीनारायण गुरु जैसे संतों की प्रेरणा जुड़ी हुई है।

साथियों,

श्रीनारायण गुरु ने एक ऐसे समाज की परिकल्पना की थी- जो भेदभाव से मुक्त हो! मुझे संतोष है कि आज देश सैचुरेशन अप्रोच पर चलते हुए भेदभाव की हर गुंजाइश को खत्म कर रहा है। लेकिन आप 10-11 साल पहले के हालात को याद करिए, आज़ादी के इतने दशक बाद भी करोड़ों देशवासी कैसा जीवन जीने को मजबूर थे? करोड़ों परिवारों के सिर पर छत तक नहीं थी! लाखों गांवों में पीने का साफ पानी नहीं था, छोटी-छोटी बीमारी में भी इलाज कराने का विकल्प नहीं, गंभीर बीमारी हो जाए, तो जीवन बचाने का कोई रास्ता नहीं, करोड़ों गरीब, दलित, आदिवासी, महिलाएं मूलभूत मानवीय गरिमा से वंचित थे! और, ये करोड़ों लोग, इतनी पीढ़ियों से इन कठिनाइयों में जीते चले आ रहे थे, कि उनके मन में बेहतर जिंदगी की उम्मीद तक मर चुकी थी। जब देश की इतनी बड़ी आबादी ऐसी पीड़ा और निराशा में थी, तब देश कैसे प्रगति कर सकता था? और इसलिए, हमने सबसे पहले संवेदनशीलता को सरकार की सोच में ढाला! हमने सेवा को संकल्प बनाया! इसी का परिणाम है कि, हम पीएम आवास योजना के तहत, करोड़ों गरीब-दलित-पीड़ित-शोषित-वंचित परिवारों को पक्के घर दे पाये हैं। हमारा लक्ष्य हर गरीब को उसका पक्का घर देने का है। और, ये घर केवल ईंट सीमेंट का ढांचा नहीं होता, उसमें घर की संकल्पना साकार होती है, तमाम जरूरी सुविधाएं होती हैं। हम चार दीवारों वाली ईमारत नहीं देते, हम सपनों को संकल्प में बदलने वाला घर देते हैं।

|

इसीलिए, पीएम आवास योजना के घरों में गैस, बिजली, शौचालय जैसी हर सुविधा सुनिश्चित की जा रही है। जलजीवन मिशन के तहत हर घर तक पानी पहुंचाया जा रहा है। ऐसे आदिवासी इलाकों में, जहां कभी सरकार पहुंची ही नहीं, आज वहाँ विकास की गारंटी पहुँच रही है। आदिवासियों में, उसमें भी जो अतिपिछड़े आदिवासी हैं, हमने उनके लिए पीएम जनमन योजना शुरू की है। उससे आज कितने ही इलाकों की तस्वीर बदल रही है। इसका परिणाम ये है कि, समाज में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति में भी नई उम्मीद जगी है। वो न केवल अपना जीवन बदल रहा है, बल्कि वो राष्ट्रनिर्माण में भी अपनी मजबूत भूमिका देख रहा है।

साथियों,

श्रीनारायण गुरु ने हमेशा महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया था। हमारी सरकार भी Women Led Development के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है। हमारे देश में आज़ादी के इतने साल बाद भी ऐसे कई क्षेत्र थे, जिनमें महिलाओं की एंट्री ही बैन थी। हमने इन प्रतिबंधों को हटाया, नए-नए क्षेत्रों में महिलाओं को अधिकार मिले, आज स्पोर्ट्स से लेकर स्पेस तक हर फील्ड में बेटियाँ देश का नाम रोशन कर रही हैं। आज समाज का हर वर्ग, हर तबका, एक आत्मविश्वास के साथ विकसित भारत के सपने को, उसमें अपना योगदान कर रहा है। स्वच्छ भारत मिशन, पर्यावरण से जुड़े अभियान, अमृतसरोवर का निर्माण, मिलेट्स को लेकर जागरूकता जैसे अभियान, हम जनभागीदारी की भावना से आगे बढ़ रहे हैं, 140 करोड़ देशवासियों की ताकत से आगे बढ़ रहे हैं।

साथियों,

श्रीनारायण गुरु कहते थे- विद्या कोंड प्रब्बुद्धर आवुका संगठना कोंड शक्तर आवुका, प्रयत्नम कोंड संपन्नार आवुका"। यानि, “Enlightenment through education, Strength through organization, Prosperity through industry.” उन्होंने खुद भी इस विज़न को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण संस्थाओं की नींव रखी थी। शिवगिरी में ही गुरुजी ने शारदा मठ की स्थापना की थी। माँ सरस्वती को समर्पित ये मठ, इसका संदेश है कि शिक्षा ही वंचितों के लिए उत्थान और मुक्ति का माध्यम बनेगी। मुझे खुशी है कि गुरुदेव के उन प्रयासों का आज भी लगातार विस्तार हो रहा है। देश के कितने ही शहरों में गुरुदेव सेंटर्स और श्रीनारायण कल्चरल मिशन मानव हित में काम कर रहे हैं।

|

साथियों,

शिक्षा, संगठन और औद्योगिक प्रगति से समाज कल्याण के इस विज़न की स्पष्ट छाप, आज हम देश की नीतियों और निर्णयों में भी देख सकते हैं। हमने इतने दशक बाद देश में नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी लागू की है। नई एजुकेशन पॉलिसी न केवल शिक्षा को आधुनिक और समावेशी बनाती है, बल्कि मातृभाषा में पढ़ाई को भी बढ़ावा देती है। इसका सबसे बड़ा लाभ पिछड़े और वंचित तबके को ही हो रहा है।

साथियों,

हमने पिछले एक दशक में देश में इतनी बड़ी संख्या में नई IIT, IIM, AIIMS जैसे संस्थान खोले हैं, जितने आज़ादी के बाद 60 वर्षों में नहीं खुले थे। इसके कारण आज उच्च शिक्षा में गरीब और वंचित युवाओं के लिए नए अवसर खुले हैं। बीते 10 साल में आदिवासी इलाकों में 400 से ज्यादा एकलव्य आवासीय स्कूल खोले गए हैं। जो जनजातीय समाज कई पीढ़ियों से शिक्षा से वंचित थे, उनके बच्चे अब आगे बढ़ रहे हैं।

भाइयों बहनों,

हमने शिक्षा को सीधे स्किल और अवसरों से जोड़ा है। स्किल इंडिया जैसे मिशन देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। देश की औद्योगिक प्रगति, प्राइवेट सेक्टर में हो रहे बड़े reforms, मुद्रा योजना, स्टैंडअप योजना, इन सबका भी सबसे बड़ा लाभ दलित, पिछड़ा और आदिवासी समाज को हो रहा है।

साथियों,

श्री नारायण गुरु एक सशक्त भारत चाहते थे। भारत के सशक्तिकरण के लिए हमें आर्थिक, सामाजिक और सैन्य, हर पहलू में आगे रहना है। आज देश इसी रास्ते पर चल रहा है। भारत तेज़ी से दुनिया की

तीसरे नंबर की इकॉनॉमी बनने की तरफ बढ़ रहा है। हाल में दुनिया ने ये भी देखा है कि भारत का सामर्थ्य क्या है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर नीति को दुनिया के सामने एकदम स्पष्ट कर दिया है। हमने दिखा दिया है कि भारतीयों का खून बहाने वाले आतंकियों के लिए कोई भी ठिकाना सुरक्षित नहीं है।

|

साथियों,

आज का भारत देशहित में जो भी हो सकता है और जो भी सही है, उसके हिसाब से कदम उठाता है। आज सैन्य ज़रूरतों के लिए भी भारत की विदेशों पर निर्भरता लगातार कम हो रही है। हम डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर हो रहे हैं। और इसका प्रभाव हमने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी देखा है। हमारी सेनाओं ने भारत में बने हथियारों से दुश्मन को 22 मिनट में घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया। मुझे विश्वास है, आने वाले समय में मेड इन इंडिया हथियारों का डंका पूरी दुनिया में बजेगा।

साथियों,

देश के संकल्पों को पूरा करने के लिए हमें श्रीनारायण गुरु की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाना है। हमारी सरकार भी इस दिशा में सक्रियता के साथ काम कर रही है। हम शिवगिरी सर्किट का निर्माण करके श्रीनारायण गुरु के जीवन से जुड़े तीर्थ स्थानों को जोड़ रहे हैं। मुझे विश्वास है, उनके आशीर्वाद, उनकी शिक्षाएँ अमृतकाल की हमारी यात्रा में देश को रास्ता दिखाती रहेंगी। हम सब एक साथ मिलकर

विकसित भारत के सपने को पूरा करेंगे। श्रीनारायण गुरू का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे, इसी कामना के साथ, मैं शिवगिरी मठ के सभी संतों को फिर से नमन करता हूं। आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद! नमस्कारम्!