"औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के 9 लाख से अधिक छात्रों के कौशल दीक्षांत समारोह के अवसर पर आज इतिहास रचा गया"
"विश्वकर्मा जयंती हर उस व्यक्ति का सम्मान है जो सही मायने में कड़ी मेहनत करता है, यह श्रमिक का दिन है"
"भारत में, हमने हमेशा श्रमिक के कौशल में भगवान का रूप देखा है, उन्हें विश्वकर्मा के रूप में देखा जाता है"
"इसे भारत की सदी बनाने के लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि भारत के युवा शिक्षा के साथ-साथ कौशल में भी समान रूप से दक्ष हों"
"आईटीआई से तकनीकी प्रशिक्षण लेकर निकले युवाओं की सेना में भर्ती के लिए विशेष प्रावधान"
"इसमें आईटीआई की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है, हमारे युवाओं को इन संभावनाओं का अधिकतम लाभ उठाना चाहिए"
"भारत के कौशल में गुणवत्ता है, और विविधता भी है"
"जब एक युवा में शिक्षा की शक्ति के साथ-साथ कौशल की शक्ति भी होती है, तो उसका आत्मविश्वास अपने आप बढ़ जाता है"
"बदलती वैश्विक परिस्थितियों में, भारत के प्रति दुनिया का विश्वास है"

नमस्कार!

आज मेरा सौभाग्य है कि मुझे देश के लाखों ITI's के छात्र-छात्राओं से बातचीत करने का अवसर मिला है। स्किल डेवलपमेंट से जुड़े विभिन्न संस्थानों के विद्यार्थीगण, शिक्षक गण, शिक्षा जगत के अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों!

21वीं सदी में आगे बढ़ रहे हमारे देश में आज एक नया इतिहास रचा गया है। पहली बार ITI के 9 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं का कौशल दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया है। 40 लाख से ज्यादा Students हमारे साथ वर्चुअल माध्यम से भी जुड़े हुए हैं। मैं आप सभी को कौशल दीक्षांत समारोह की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं और आज सोने में सुहागा है। आज भगवान विश्वकर्मा की जयंती भी है। ये कौशल दीक्षांत समारोह, अपने कौशल से नव-निर्माण के पथ पर आपका पहला कदम, और विश्वकर्मा जयंती का पुण्य अवसर! कितना अद्भुत संयोग है। मैं विश्वास से कह सकता हूँ कि आपकी ये शुरुआत जितनी सुखद है, आपके आने वाले कल की यात्रा भी उतनी ही सृजनात्मक होगी। आपको और सभी देशवासियों को भगवान विश्वकर्मा जयंती की भी हार्दिक शुभकामनाएं।

साथियों,

विश्वकर्मा जयंती, ये कौशल की प्राण प्रतिष्ठा का पर्व है। जैसे मूर्तिकार कोई मूर्ति बनाता है, लेकिन जब तक उसकी प्राण प्रतिष्ठा नहीं होती, वो मूर्ति भगवान का रूप नहीं कहलाती। आज हम सभी के लिए गर्व की बात है कि आज विश्वकर्मा जयंती के दिन, आपके कौशल की प्राण-प्रतिष्ठा हो रही है, आपके कौशल को मान्यता मिल रही है। विश्वकर्मा जयंती सच्चे अर्थ में श्रम करने वाले व्यक्ति का सम्मान है, श्रमिक का दिन है। हमारे यहां श्रमिक के कौशल में ईश्वर का अंश देखा गया है, उसे विश्वकर्मा के रूप में देखा गया है। यानि आपके पास आज जो कौशल है, स्किल है, उसमें भी कहीं ना कहीं ईश्वर का अंश है। मैं समझता हूं कि ये आयोजन भगवान विश्वकर्मा को हमारी एक भावभीनि कौशलांजलि की तरह है। कौशलांजलि कहो या कर्मांजलि कहो, विश्वकर्मा की जयंती से अद्भुत दिवस क्या हो सकता है।

साथियों,

बीते 8 वर्षों में देश ने भगवान विश्वकर्मा की प्रेरणा से अनेक नई योजनाएँ शुरू की हैं, 'श्रम एव जयते' की इस हमारी परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए प्रयास है। आज देश एक बार फिर स्किल को सम्मान दे रहा है, स्किल डेवलपमेंट पर भी उतना ही जोर दे रहा है। इस सदी को भारत की सदी बनाने के लिए बहुत जरूरी है कि भारत के युवा पढ़ाई के साथ ही Skill में भी उतने ही दक्ष हों। इसी सोच के साथ हमारी सरकार ने युवाओं के कौशल विकास और नए संस्थानों के निर्माण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। हमारे देश में पहला ITI, 1950 में बना था। इसके बाद के सात दशकों में करीब-करीब 10 हजार ITI's बने। हमारी सरकार के 8 वर्षों में देश में करीब-करीब 5 हजार नए ITI's बनाए गए हैं। बीते 8 वर्षों में ITI's में 4 लाख से ज्यादा नई सीटें भी जोड़ी गई हैं। इसके अलावा देशभर में National Skill Training Institutes, Indian Institute of Skills, और हजारों स्किल डेवलपमेंट सेंटर्स भी खोले गए हैं। स्कूल स्तर पर स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार, 5 हजार से ज्यादा Skill Hubs भी खोलने जा रही है। देश में जो नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है, उसमें भी Experienced Based Learning को बढ़ावा दिया जा रहा है, स्कूलों में skill courses, introduce किए जा रहे हैं।

ITIs के आप सभी Students के लिए सरकार ने एक और फैसला किया है, जिसका लाभ आप सभी को हो रहा है। 10वीं पास करके ITI's में आने वाले छात्र-छात्राओं को नेशनल ओपन स्कूल के माध्यम से आसानी से 12वीं पास का सर्टिफिकेट भी मिल रहा है। इससे आपको आगे की पढ़ाई में और ज्यादा आसानी होगी। आपके लिए एक और महत्वपूर्ण निर्णय कुछ महीने पहले ही लिया गया है। अब हमारी सेना में ITI's से टेक्नीकल ट्रेनिंग लेकर निकले युवाओं की भर्ती के लिए विशेष प्रावधान है। यानि अब ITI's से निकले युवाओं को सेना में भी उनको मौका मिलेगा।

साथियों,

चौथी औद्योगिक क्रांति, 'इंडस्ट्री 4.0' के इस दौर में, भारत की सफलता में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों- ITI's की भी बड़ी भूमिका है। बदलते हुए समय में Nature of Job भी बदल रहा है इसलिए, सरकार ने इस बात का विशेष ध्यान रखा है कि हमारी ITI's में पढ़ने वाले Students को हर आधुनिक कोर्स की सुविधा भी मिले। आज कोडिंग से लेकर, Artificial Intelligence, रोबोटिक्स, 3D प्रिटिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी, टेली-मेडिसीन से जुड़े अनेक कोर्स ITI's में शुरू किए गए हैं। आप ये भी देख रहे हैं कि आज भारत किस तरह renewable energy के क्षेत्र में, solar power के क्षेत्र में, electric vehicles के क्षेत्र में लीड ले रहा है। हमारी अनेकों ITI's में इनसे जुड़े कोर्सेस शुरू होने से आप जैसे विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर मिलने में और ज्यादा आसानी होगी।

साथियों,

आज देश में जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे Job Opportunities भी बढ़ रही हैं। जैसे आज जब देश हर गांव तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंचा रहा है, लाखों कॉमन सर्विस सेंटर खोल रहा है, तो ITI's से पढ़कर निकले छात्र-छात्राओं के लिए गांवों में भी ज्यादा से ज्यादा अवसर बन रहे हैं। गांव-गांव में मोबाइल के रिपेयर का काम हो, खेती में नई टेक्नोलॉजी से जुड़े काम हों, ड्रोन से फर्टिलाइजर या दवा छिड़कने का काम हो, ऐसे अनेक नए तरह के रोजगार ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़ रहे हैं। इन संभावनाओं का हमारे युवाओं को पूरा लाभ मिले, इसमें ITI's का रोल बहुत अहम है। सरकार इसी सोच के साथ लगातार ITI's को अपग्रेड करने का भी काम कर रही है, समयानुकूल परिवर्तन का प्रयास कर रही है।

साथियों,

स्किल डेवलपमेंट के साथ ही, युवाओं में सॉफ्ट स्किल्स का होना भी उतना ही जरूरी है। ITI's में अब इस पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है। बिजनेस प्लान कैसे बनाते हैं, बैंकों से लोन पाने की कौन सी योजनाएं हैं, कैसे जरूरी फॉर्म भरते हैं, कैसे नई कंपनी रजिस्टर करते हैं, इससे जुड़ी जानकारियों को भी आपके कोर्स के साथ ही देने का काम किया जा रहा है। सरकार के इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि आज भारत के पास skill में quality भी आ रही है, और diversity भी है। बीते कुछ समय में हमारे ITI पास-आउट्स को World Skills Competitions में कई बड़े पुरस्कार मिले हैं।

साथियों,

स्किल डेवलपमेंट से जुड़ा एक और पक्ष है, जिसकी चर्चा की जानी उतनी ही आवश्यक है। जब किसी युवा के पास पढ़ाई की शक्ति के साथ ही स्किल की शक्ति भी होती है तो उसका आत्मविश्वास अपने आप बढ़ जाता है। युवा जब स्किल के साथ सशक्त होकर निकलता है, तो उसके मन में ये विचार भी होता है कि कैसे वो अपना काम शुरू करें। स्वरोजगार की इस भावना को सहयोग देने के लिए, आज आपके पास बिना गारंटी लोन दिलाने वाली मुद्रा योजना, स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया जैसी योजनाओं की ताकत भी है। लक्ष्य सामने है, आपको उस दिशा में आगे बढ़ना है। आज देश ने आपका हाथ थामा है, कल आपको देश को आगे लेकर जाना है। जिस तरह आपके जीवन के अगले 25 वर्ष बहुत महत्वपूर्ण हैं, वैसे ही देश के लिए भी अमृतकाल के 25 वर्ष उतने ही महत्वपूर्ण हैं। आप सभी युवा, मेक इन इंडिया और वोकल फॉर लोकल अभियान के कर्णधार हैं। आप भारत के उद्योग जगत की backbone की तरह हैं और इसलिए विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने में, आपकी बहुत बड़ी भूमिका है।

साथियों,

आपको एक और बात याद रखनी है। आज दुनिया के कई बड़े देशों को अपने सपने पूरे करने के लिए, अपनी गति को बनाए रखने के लिए skilled workforce की जरूरत है। आपके लिए देश के साथ ही, विदेश में भी अनेक अवसर इंतजार कर रहे हैं। बदलती हुई वैश्विक परिस्थितियों में, भारत के प्रति दुनिया का विश्वास भी निरंतर बढ़ रहा है। कोरोनाकाल में भी भारत ने साबित किया है कि उसका skilled workforce, उसके युवा, किस तरह बड़ी से बड़ी चुनौतियों के समाधान देने में सक्षम हैं। आज चाहे हेल्थ सर्विसेस हों या होटल-हॉस्पिटल मैनेजमेंट हो, डिजिटल सोल्यूशंस हों, या disaster management का क्षेत्र हो, भारत के युवा अपने स्किल की वजह से, अपने टैलेंट की वजह से हर देश में छा रहे हैं। मुझे याद है, विदेश यात्राओं के दौरान मुझे कितनी ही बार अलग-अलग बड़े नेताओं ने कहा है कि हमारे देश में ये इमारत भारत के लोगों ने बनाई है, ये प्रोजेक्ट भारत के लोगों ने पूरा किया है। आपको इस विश्वास का भी पूरा लाभ उठाना है।

साथियों,

आज मैं आपसे एक और आग्रह करूंगा। आपने आज जो सीखा है, वो आपके भविष्य का आधार जरूर बनेगा, लेकिन आपको भविष्य के हिसाब से अपने कौशल को upgrade भी करना ही पड़ेगा। इसीलिए, बात जब स्किल की होती है, तो आपका मंत्र होना चाहिए- 'स्किलिंग, 'रीस्किलिंग' और 'अपस्किलिंग'। आप जिस किसी भी क्षेत्र में हैं, उसमें क्या कुछ नया हो रहा है, इस पर जरूर नज़र रखें। जैसे अगर किसी ने ऑटोमोबाइल का सामान्य कोर्स किया है तो उसे अब Electric Vehicle के हिसाब से खुद को Re-Skill करना होगा। ऐसे ही हर क्षेत्र में चीजें तेजी से बदल रही हैं। इसलिए आप अपनी स्किल को बदलते समय के हिसाब से upgrade करते रहें, innovate करते रहें। अपने क्षेत्र में कौन सी नई स्किल सीखने से आपके काम की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी, ये जानना भी बहुत जरूरी होता है। इसलिए, नई स्किल भी जरूर सीखें, और अपने ज्ञान को साझा भी करें। मुझे विश्वास है, आप इसी गति से आगे बढ़ेंगे, और अपनी स्किल से, अपने कौशल से, नए भारत के बेहतर भविष्य को दिशा देंगे।

और साथियों एक बात मैं कहना चाहता हूँ कि आप कभी भी अपने आपको कम मत आंकना। भारत के उज्जवल भविष्य के लिए आपका कौशल, आपका सामर्थ्य, आपका संकल्प, आपका समर्पण देश की बहुत बड़ी पूँजी है। मेरे लिए गर्व की बात है कि आज विश्वकर्मा जयंती पर मुझे आप जैसे नौजवानों के साथ, जिनके हाथ में हुनर है, कौशल है और बहुत बड़े सपने हैं, उनसे बात करने का अवसर मिला है। भगवान् विश्वकर्मा का आप पर निरन्तर आशीर्वाद बना रहे, आपका स्किल निरंतर विकसित होता रहे, विस्तारित होता रहे, इसी भावना के साथ, आप सबको अनेक-अनेक शुभकामनाएं।

बहुत बहुत धन्यवाद!

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अब पश्चिम बंगाल में महा-जंगलराज से मुक्ति की बारी: नदिया की वर्चुअल रैली में पीएम मोदी
December 20, 2025
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आमार शोकोल बांगाली भायों ओ बोनेदेर के…
आमार आंतोरिक शुभेच्छा

साथियो,

सर्वप्रथम मैं आपसे क्षमाप्रार्थी हूं कि मौसम खराब होने की वजह से मैं वहां आपके बीच उपस्थित नहीं हो सका। कोहरे की वजह से वहां हेलीकॉप्टर उतरने की स्थिति नहीं थी इसलिए मैं आपको टेलीफोन के माध्यम से संबोधित कर रहा हूं। मुझे ये भी जानकारी मिली है कि रैली स्थल पर पहुंचते समय खराब मौसम की वजह से भाजपा परिवार के कुछ कार्यकर्ता, रेल हादसे का शिकार हो गए हैं। जिन बीजेपी कार्यकर्ताओं की दुखद मृत्यु हुई है, उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। जो लोग इस हादसे में घायल हुए हैं, मैं उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। दुख की इस घड़ी में हम सभी पीड़ित परिवार के साथ हैं।

साथियों,

मैं पश्चिम बंगाल बीजेपी से आग्रह करूंगा कि पीड़ित परिवारों की हर तरह से मदद की जाए। दुख की इस घड़ी में हम सभी पीड़ित परिवारों के साथ हैं। साथियों, हमारी सरकार का निरंतर प्रयास है कि पश्चिम बंगाल के उन हिंस्सों को भी आधुनिक कनेक्टिविटी मिले जो लंबे समय तक वंचित रहे हैं। बराजगुड़ी से कृष्णानगर तक फोर लेन बनने से नॉर्थ चौबीस परगना, नदिया, कृष्णानगर और अन्य क्षेत्र के लोगों को बहुत लाभ होगा। इससे कोलकाता से सिलीगुडी की यात्रा का समय करीब दो घंटे तक कम हो गया है आज बारासात से बराजगुड़ी तक भी फोर लेन सड़क पर भी काम शुरू हुआ है इन दोनों ही प्रोजेक्ट से इस पूरे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों और पर्यटन का विस्तार होगा।

साथियों,

नादिया वो भूमि है जहाँ प्रेम, करुणा और भक्ति का जीवंत स्वरूप...श्री चैतन्य महाप्रभु प्रकट हुए। नदिया के गाँव-गाँव में... गंगा के तट-तट पर...जब हरिनाम संकीर्तन की गूंज उठती थी तो वह केवल भक्ति नहीं होती थी...वह सामाजिक एकता का आह्वान होती थी। होरिनाम दिये जोगोत माताले...आमार एकला निताई!! यह भावना...आज भी यहां की मिट्टी में, यहां के हवा-पानी में... और यहाँ के जन-मन में जीवित है।

साथियों,

समाज कल्याण के इस भाव को...हमारे मतुआ समाज ने भी हमेशा आगे बढ़ाया है। श्री हरीचांद ठाकुर ने हमें 'कर्म' का मर्म सिखाया...श्री गुरुचांद ठाकुर ने 'कलम' थमाई...और बॉरो माँ ने अपना मातृत्व बरसाया...इन सभी महान संतानों को भी मैं नमन करता हूं।

साथियों,

बंगाल ने, बांग्ला भाषा ने...भारत के इतिहास, भारत की संस्कृति को निरंतर समृद्ध किया है। वंदे मातरम्...ऐसा ही एक श्रेष्ठ योगदान है। वंदे मातरम् का 150 वर्ष पूरे होने का उत्सव पूरा देश मना रहा है हाल में ही, भारत की संसद ने वंदे मातरम् का गौरवगान किया। पश्चिम बंगाल की ये धरती...वंदे मातरम् के अमरगान की भूमि है। इस धरती ने बंकिम बाबू जैसा महान ऋषि देश को दिया... ऋषि बंकिम बाबू ने गुलाम भारत में वंदे मातरम् के ज़रिए, नई चेतना पैदा की। साथियों, वंदे मातरम्…19वीं सदी में गुलामी से मुक्ति का मंत्र बना...21वीं सदी में वंदे मातरम् को हमें राष्ट्र निर्माण का मंत्र बनाना है। अब वंदे मातरम् को हमें विकसित भारत की प्रेरणा बनाना है...इस गीत से हमें विकसित पश्चिम बंगाल की चेतना जगानी है। साथियों, वंदे मातरम् की पावन भावना ही...पश्चिम बंगाल के लिए बीजेपी का रोडमैप है।

साथियों,

विकसित भारत के इस लक्ष्य की प्राप्ति में केंद्र सरकार हर देशवासी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। भाजपा सरकार ऐसी नीतियां बना रही है, ऐसे निर्णय ले रही है जिससे हर देशवासी का सामर्थ्य बढ़े आप सब भाई-बहनों का सामर्थ्य बढ़े। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। कुछ समय पहले...हमने GST बचत उत्सव मनाया। देशवासियों को कम से कम कीमत में ज़रूरी सामान मिले...भाजपा सरकार ने ये सुनिश्चित किया। इससे दुर्गापूजा के दौरान... अन्य त्योहारों के दौरान…पश्चिम बंगाल के लोगों ने खूब खरीदारी की।

साथियों,

हमारी सरकार यहां आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी काफी निवेश कर रही है। और जैसा मैंने पहले बताया पश्चिम बंगाल को दो बड़े हाईवे प्रोजेक्ट्स मिले हैं। जिससे इस क्षेत्र की कोलकाता और सिलीगुड़ी से कनेक्टिविटी और बेहतर होने वाली है। साथियों, आज देश...तेज़ विकास चाहता है...आपने देखा है... पिछले महीने ही...बिहार ने विकास के लिए फिर से एनडीए सरकार को प्रचंड जनादेश दिया है। बिहार में भाजपा-NDA की प्रचंड विजय के बाद... मैंने एक बात कही थी...मैंने कहा था... गंगा जी बिहार से बहते हुए ही बंगाल तक पहुंचती है। तो बिहार ने बंगाल में भाजपा की विजय का रास्ता भी बना दिया है। बिहार ने जंगलराज को एक सुर से एक स्वर से नकार दिया है... 20 साल बाद भी भाजपा-NDA को पहले से भी अधिक सीटें दी हैं... अब पश्चिम बंगाल में जो महा-जंगलराज चल रहा है...उससे हमें मुक्ति पानी है। और इसलिए... पश्चिम बंगाल कह रहा है... पश्चिम बंगाल का बच्चा-बच्चा कह रहा है, पश्चिम बंगाल का हर गांव, हर शहर, हर गली, हर मोहल्ला कह रहा है... बाचते चाई….बीजेपी ताई! बाचते चाई बीजेपी ताई

साथियो,

मोदी आपके लिए बहुत कुछ करना चाहता है...पश्चिम बंगाल के विकास के लिए न पैसे की कमी है, न इरादों की और न ही योजनाओं की...लेकिन यहां ऐसी सरकार है जो सिर्फ कट और कमीशन में लगी रहती है। आज भी पश्चिम बंगाल में विकास से जुड़े...हज़ारों करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स अटके हुए हैं। मैं आज बंगाल की महान जनता जनार्दन के सामने अपनी पीड़ा रखना चाहता हूं, और मैं हृदय की गहराई से कहना चाहता हूं। आप सबकों ध्यान में रखते हुए कहना चाहता हूं और मैं साफ-साफ कहना चाहता हूं। टीएमसी को मोदी का विरोध करना है करे सौ बार करे हजार बार करे। टीएमसी को बीजेपी का विरोध करना है जमकर करे बार-बार करे पूरी ताकत से करे लेकिन बंगाल के मेरे भाइयों बहनों मैं ये नहीं समझ पा रहा हूं कि पश्चिम बंगाल के विकास को क्यों रोका जा रहा है? और इसलिए मैं बार-बार कहता हूं कि मोदी का विरोध भले करे लेकिन बंगाल की जनता को दुखी ना करे, उनको उनके अधिकारों से वंचित ना करे उनके सपनों को चूर-चूर करने का पाप ना करे। और इसलिए मैं पश्चिम बंगाल की प्रभुत्व जनता से हाथ जोड़कर आग्रह कर रहा हूं, आप बीजेपी को मौका देकर देखिए, एक बार यहां बीजेपी की डबल इंजन सरकार बनाकर देखिए। देखिए, हम कितनी तेजी से बंगाल का विकास करते हैं।

साथियों,

बीजेपी के ईमानदार प्रयास के बीच आपको टीएमसी की साजिशों से भी उसके कारनामों से भी सावधान रहना होगा टीएमसी घुसपैठियों को बचाने के लिए पूरा जोर लगा रही है बीजेपी जब घुसपैठियों का सवाल उठाती है तो टीएमसी के नेता हमें गालियां देते हैं। मैंने अभी सोशल मीडिया में देखा कुछ जगह पर कुछ लोगों ने बोर्ड लगाया है गो-बैक मोदी अच्छा होता बंगाल की हर गली में हर खंबे पर ये लिखा जाता कि गो-बैक घुसपैठिए... गो-बैक घुसपैठिए, लेकिन दुर्भाग्य देखिए गो-बैक मोदी के लिए बंगाल की जनता के विरोधी नारे लगा रहे हैं लेकिन गो-बैक घुसपैठियों के लिए वे चुप हो जाते हैं। जिन घुसपैठियों ने बंगाल पर कब्जा करने की ठान रखी है...वो TMC को सबसे ज्यादा प्यारे लगते हैं। यही TMC का असली चेहरा है। TMC घुसपैठियों को बचाने के लिए ही… बंगाल में SIR का भी विरोध कर रही है।

साथियों,

हमारे बगल में त्रिपुरा को देखिए कम्युनिस्टों ने लाल झंडे वालों ने लेफ्टिस्टों ने तीस साल तक त्रिपुरा को बर्बाद कर दिया था, त्रिपुरा की जनता ने हमें मौका दिया हमने त्रिपुरा की जनता के सपनों के अनुरूप त्रिपुरा को आगे बढ़ाने का प्रयास किया बंगाल में भी लाल झंडेवालों से मुक्ति मिली। आशा थी कि लेफ्टवालों के जाने के बाद कुछ अच्छा होगा लेकिन दुर्भाग्य से टीएमसी ने लेफ्ट वालों की जितनी बुराइयां थीं उन सारी बुराइयों को और उन सारे लोगों को भी अपने में समा लिया और इसलिए अनेक गुणा बुराइयां बढ़ गई और इसी का परिणाम है कि त्रिपुरा तेज गते से बढ़ रहा है और बंगाल टीएमसी के कारण तेज गति से तबाह हो रहा है।

साथियो,

बंगाल को बीजेपी की एक ऐसी सरकार चाहिए जो डबल इंजन की गति से बंगाल के गौरव को फिर से लौटाने के लिए काम करे। मैं आपसे बीजेपी के विजन के बारे में विस्तार से बात करूंगा जब मैं वहां खुद आऊंगा, जब आपका दर्शन करूंगा, आपके उत्साह और उमंग को नमन करूंगा। लेकिन आज मौसम ने कुछ कठिनाइंया पैदा की है। और मैं उन नेताओं में से नहीं हूं कि मौसम की मूसीबत को भी मैं राजनीति के रंग से रंग दूं। पहले बहुत बार हुआ है।

मैं जानता हूं कि कभी-कभी मौसम परेशान करता है लेकिन मैं जल्द ही आपके बीच आऊंगा, बार-बार आऊंगा, आपके उत्साह और उमंग को नमन करूंगा। मैं आपके लिए आपके सपनों को पूरा करने के लिए, बंगाल के उज्ज्वल भविष्य के लिए पूरी शक्ति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर के आपके साथ काम करूंगा। आप सभी को मेरा बहुत-बहुत धन्यवाद।

मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए...

वंदे मातरम्..

वंदे मातरम्..

वंदे मातरम्

बहुत-बहुत धन्यवाद