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खिलाड़ियों और उनके परिवारों के साथ एक अनौपचारिक, स्वाभाविक सत्र साझा किया
135 करोड़ भारतीयों की शुभकामनाएं आप सभी के लिए देश का आशीर्वाद हैं: प्रधानमंत्री
खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण शिविर, उपकरण व अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्रदान किए गए हैं: प्रधानमंत्री
एथलीट इस बात को अनुभव कर रहे हैं कि कैसे देश, आज उनमें से प्रत्येक के लिए नयी सोच और नयी दृष्टि के साथ खड़ा है: प्रधानमंत्री
पहली बार इतनी बड़ी संख्या में और इतने खेलों के लिए खिलाड़ियों ने ओलंपिक में क्वालीफाई किया है: प्रधानमंत्री
ऐसे कई खेल हैं, जिनमें भारत ने पहली बार क्वालीफाई किया है: प्रधानमंत्री
देशवासियों पर ‘चीयर4इंडिया' की जिम्मेदारी है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से टोक्यो ओलंपिक जाने वाले भारतीय एथलीटों के दल के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री द्वारा किया गया संवाद, एथलीटों को खेलों में भाग लेने से पहले प्रेरित करने का एक प्रयास है। इस अवसर पर केन्द्रीय युवा कार्य और खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर, युवा कार्य और खेल मंत्री राज्य मंत्री श्री निसिथ प्रमाणिक तथा विधि मंत्री श्री किरेन रिजिजू भी उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री ने एक अनौपचारिक एवं अत्‍यंत सहज संवाद के दौरान इस अवसर पर उपस्थित समस्‍त एथलीटों को प्रेरित किया और उनके परिवारों के अमूल्‍य त्‍याग के लिए उनका धन्यवाद किया। प्रधानमंत्री ने दीपिका कुमारी (तीरंदाजी) से बात करते हुए उन्हें विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी अद्भुत यात्रा तीरंदाजी के जरिए आम तोड़ने से शुरू हुई थी। प्रधानमंत्री ने एक खिलाड़ी के रूप में उनकी अब तक की यात्रा के बारे में उनसे जानकारी प्राप्‍त की। प्रधानमंत्री ने अत्‍यंत कठिन हालात के बावजूद अपने पूर्व निर्धारित पथ पर निरंतर अडिग रहने के लिए प्रवीण जाधव (तीरंदाजी) की भूरि-भूरि प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने उनके परिवार से भी बातचीत की और उनके अथक प्रयासों की सराहना की। श्री मोदी ने उनके परिवार के साथ मराठी में बातचीत की।

प्रधानमंत्री ने नीरज चोपड़ा (जैवलिन थ्रो या भाला फेंक) से बात करते हुए भारतीय सेना में काम करने के उनके अनुभवों के साथ-साथ कुछ समय पहले लगी चोट से उबरने के बारे में भी उनसे जानकारी ली। श्री मोदी ने इस एथलीट से चिर-परिचित व्‍यापक अपेक्षाओं के बारे में कुछ भी सोचे बिना अपना सर्वश्रेष्ठ देने को कहा। श्री मोदी ने दुती चंद (स्प्रिंट) के साथ अपने संवाद की शुरुआत उनके नाम के अर्थ के साथ की जो कि दरअसल ‘चमक’ है। इसके साथ ही श्री मोदी ने उनके खेल कौशल के माध्यम से प्रकाश फैलाने के लिए उनकी सराहना की। प्रधानमंत्री ने उनसे निडर होकर आगे बढ़ने को कहा क्योंकि पूरा भारत एथलीटों के साथ है। प्रधानमंत्री ने आशीष कुमार (मुक्केबाजी) से पूछा कि उन्होंने आखिरकार बॉक्सिंग को ही क्यों चुना। प्रधानमंत्री ने उनसे पूछा कि उन्होंने कोविड-19 और अपने प्रशिक्षण को निरंतर जारी रखने दोनों ही लड़ाई किस तरह से लड़ी। पिता का निधन हो जाने के बावजूद अपने लक्ष्य से न डगमगाने के लिए प्रधानमंत्री ने उनकी काफी प्रशंसा की। एथलीट ने इससे उबरने के दौरान अपने परिवार और दोस्तों से मिले व्‍यापक सहयोग को याद किया। श्री मोदी ने उस अवसर को स्‍मरण किया जब क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने इसी तरह की परिस्थितियों में अपने पिता को खो दिया था और फि‍र किस तरह से उन्होंने अपने विशिष्‍ट खेल के माध्यम से अपने पिता को श्रद्धांजलि दी थी।

प्रधानमंत्री ने इस बात को लेकर मैरी कॉम (मुक्केबाजी) की प्रशंसा की कि वे बहुत सारे एथलीटों की आदर्श हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि मैरी कॉम अपना खेल जारी रखने के साथ-साथ परिवार की देखभाल कैसे कर पाईं, खासकर इस महामारी के दौरान। प्रधानमंत्री ने उनसे उनके पसंदीदा पंच और पसंदीदा खिलाड़ी के बारे में भी पूछा और उन्हें शुभकामनाएं दीं। पीवी सिंधु (बैडमिंटन) से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने हैदराबाद के गाचीबोवली में उनकी प्रैक्टिस के बारे में जानकारी ली। उन्होंने उनकी ट्रेनिंग में आहार के महत्व के बारे में भी पूछा। प्रधानमंत्री ने पीवी सिंधु के माता-पिता से पूछा कि वे उन माता-पिता को क्या सलाह और सुझाव देना चाहेंगे जो अपने बच्चों को खिलाड़ी बनाना चाहते हैं। ओलंपिक में सिंधु की सफलता की कामना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वे एथलीटों की वापसी पर उनका स्वागत करेंगे तो वे उनके साथ आइसक्रीम खाएंगे।

प्रधानमंत्री ने इलावेनिल वलारिवन (निशानेबाज़ी) से पूछा कि उन्हें खेल में दिलचस्पी क्यों है। एक व्यक्तिगत मामले में, श्री मोदी ने उस निशानेबाज़ से बातचीत की, जो अहमदाबाद में, गुजराती में पली-बढ़ी थी और उनके माता-पिता को तमिल में बधाई दी और उसके शुरुआती वर्षों को याद किया क्योंकि श्री मोदी उनके क्षेत्र मणिनगर से विधायक थे। उन्होंने पूछा कि वह अपनी पढ़ाई और खेल प्रशिक्षण दोनों में कैसे संतुलन बना पाती हैं।

प्रधानमंत्री ने सौरभ चौधरी (निशानेबाज़) से एकाग्रता और मानसिक संतुलन में सुधार लाने में योग की भूमिका के बारे में बातचीत की। प्रधानमंत्री ने अनुभवी खिलाड़ी अचंत शरत कमल (टेबल टेनिस) से पिछले और इस ओलंपिक के बीच अंतर के बारे में पूछा और इस अवसर पर महामारी के प्रभाव के बारे में बातचीत की। श्री मोदी ने कहा कि उनका विशाल अनुभव पूरे दल की मदद करेगा। एक अन्य टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा (टेबल टेनिस) के साथ, प्रधानमंत्री ने गरीब बच्चों को खेल में प्रशिक्षण देने के लिए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने खेलते समय हाथ में तिरंगा पहनने की उनकी प्रथा के बारे में बातचीत की। उन्होंने पूछा कि क्या नृत्य के प्रति उनका जुनून उनके खेल में तनाव घटाने का काम करता है।

प्रधानमंत्री ने पूछा कि विनेश फोगाट (कुश्ती) अपनी पारिवारिक विरासत के कारण बढ़ी हुई उम्मीदों का सामना कैसे करती हैं। प्रधानमंत्री ने उनकी चुनौतियों का जिक्र करते हुए पूछा कि वह उनसे कैसे निपटती हैं। उन्होंने विनेश के पिता से भी बातचीत की और ऐसी शानदार बेटियों को संवारने के तरीकों के बारे में पूछा। उन्होंने साजन प्रकाश (तैराकी) से उनकी गंभीर चोट के बारे में पूछा और यह भी पूछा कि वे इससे कैसे ठीक हुए।

प्रधानमंत्री ने मनप्रीत सिंह (हॉकी) से बात करते हुए कहा कि उनके साथ बातचीत करने से उन्हें मेजर ध्यानचंद जैसे हॉकी के दिग्गजों का स्मरण हो रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मनप्रीत सिंह की टीम देश की विरासत को जिंदा रखेगी।

भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा के साथ प्रधानमंत्री ने टेनिस के खेल की बढ़ती लोकप्रियता के बारे में बात की और इस वरिष्ठ खिलाड़ी से उभरते खिलाड़ियों को सलाह देने और अपने अनुभव साझा करने के लिए कहा। उन्होंने टेनिस के खेल में डबल्स मुकाबलों में अपने साथी के साथ तारतम्यता और समीकरण के बारे में भी उत्सुकता से बात की। साथ ही प्रधानमंत्री ने पिछले 5-6 वर्षों के दौरान खेलों में उनके द्वारा देखे गए बदलावों के बारे में भी पूछा। सानिया मिर्जा ने कहा कि भारत में हाल के वर्षों में आत्मविश्वास देखा जा रहा है और यह खिलाड़ियों के प्रदर्शन में भी दिखाई देगा।

भारतीय खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि वह महामारी के चलते टोक्यो ओलंपिक्स में हिस्सा लेने जा रहे खिलाड़ियों की मेजबानी नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि महामारी ने खिलाड़ियों के अभ्यास के तरीके और यहां तक ​​कि ओलंपिक वर्ष को भी बदल दिया है। उन्होंने अपने मन की बात संबोधन को याद किया जब उन्होंने नागरिकों से ओलंपिक में अपने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का आह्वान किया था। उन्होंने #Cheer4India की लोकप्रियता का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहे सभी खिलाड़ियों के पीछे पूरा देश है और सभी देशवासियों का आशीर्वाद उनके साथ है। उन्होंने बताया कि लोग नमो ऐप में लॉग इन कर अपने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा कर सकते हैं। इस ऐप में खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, "135 करोड़ भारतीयों की ये शुभकामनाएं टोक्यो ओलंपिक्स में हिस्सा लेने से पहले आप सभी के लिए देश के आशीर्वाद का रूप हैं।"

प्रधानमंत्री ने सभी एथलीटों में सामान्य लक्षणों यानी साहस, आत्मविश्वास और सकारात्मकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सभी एथलीटों में अनुशासन, समर्पण और दृढ़ संकल्प के समान गुण होते हैं। प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों में प्रतिबद्धता और प्रतिस्पर्धा की भावनाओं का उल्लेख किया। नए भारत में भी यही सारे गुण पाए जाते हैं। सभी एथलीट नए भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं और वे देश के भविष्य का प्रतीक हैं।

उन्होंने कहा कि सभी एथलीट इस बात के गवाह हैं कि आज देश कैसे अपने प्रत्येक खिलाड़ी के साथ नई सोच और नए दृष्टिकोण के साथ खड़ा है। आज आपकी प्रेरणा देश के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एथलीटों को अपनी पूरी क्षमता के साथ खुलकर खेलने और उन्हें अपने खेल एवं तकनीक में सुधार करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों को समर्थन देने के लिए हाल के वर्षों में किए गए विभिन्न बदलावों को भी रेखांकित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए बेहतर प्रशिक्षण शिविर लगाने और उन्हें बेहतर उपकरण देने का प्रयास किया गया। आज खिलाड़ियों को ज्यादा इंटरनेशनल एक्सपोजर भी प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चूंकि खेल से जुड़ी संस्थाओं ने खिलाड़ियों के सुझावों को प्राथमिकता दी है, इसलिए इतने कम समय में काफी सारे बदलाव हुए हैं। उन्होंने इस बात पर भी खुशी व्यक्त कि पहली बार इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। उन्होंने कहा कि 'फिट इंडिया' और 'खेलो इंडिया' जैसे अभियानों ने इसमें योगदान दिया। उन्होंने कहा कि पहली बार भारतीय खिलाड़ी बहुत सारे खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसे कई खेल हैं, जिनमें भारत ने पहली बार क्वालीफाई किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा भारत के आत्मविश्वास और ऊर्जा को देखकर, वे आशान्वित हैं कि वह दिन दूर नहीं, जब जीत ही नए भारत की आदत बन जाएगी। उन्होंने खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ देने की सलाह दी और देशवासियों को ''चीयर4इंडिया'' के लिए कहा।

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आपके हर सपने को साकार करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोडूंगा: बिलासपुर में पीएम मोदी
September 30, 2023
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छत्तीसगढ़ के लोगों ने तय कर लिया है कि अब कांग्रेस के अत्याचार नहीं सहेंगे: बिलासपुर में पीएम मोदी
आपके हर सपने को साकार करने के लिए मोदी कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगा। आपका सपना मोदी का संकल्प है: छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी
अगर छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम कहते हैं कि दिल्ली कोई अन्याय नहीं करती है, तो यह सभी के लिए खुशी की बात होनी चाहिए थी, लेकिन कांग्रेस में तूफान आ गया: बिलासपुर में पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, छत्तीसगढ़ आकंठ भ्रष्टाचार और कुशासन से त्रस्त है।

भारत माता की, भारत माता की।


जम्मो छत्तीसगढ़ के भाई-बहिनी, सियान महतारी मन ल जय जोहार।


बिलासपुर का आह्वान है, छत्तीसगढ़ का ऐलान है- छत्तीसगढ़ में परिवर्तन तय हो गया है। ये जो उत्साह यहां दिख रहा है कि ये परिवर्तन का उद्घोष है। कांग्रेस सरकार के अत्याचारों से त्रस्त छत्तीसगढ़ की जनता कह रही है- अउ नइ सहिबो, बदल के रहिबो ! अउ नइ सहिबो, अउ नइ सहिबो, अउ नइ सहिबो, बदल के रहिबो !

भाइयों-बहनों,
मैं बिलासपुर बहुत बार आया हूं। संगठन का काम करता था तब भी आता था। गुजरात में मुख्यमंत्री था तब भी रमन सिंह मुझे आपसे मिलने के लिए हर मौके पर बुलाते थे। और प्रधानमंत्री बनने के बाद भी हर बार आपके बीच में आया हूं। लेकिन ऐसा उमंग, उत्साह, न भूतो न भविष्यति। मैंने ऐसा उत्साह, ऐसी एनर्जी और पूरी तरह युवाशक्ति और मातृशक्ति, कल्पना से बाहर का दृश्य है। और अच्छा हुआ, पार्टी ने मुझे अंदर से जीप में आने का मुझे अवसर दिया ताकि मैं पुराने-पुराने लोगों के दर्शन तो कर पाया। लेकिन साथ-साथ इस एनर्जी को अनुभव कर पाया। इस उत्साह को अनुभव कर पाया। साथियों, मैं कल्पना कर सकता हूं कि परिवर्तन यात्रा ने कैसी कमाल की है छत्तीसगढ़ में। आज छत्तीसगढ़ आकंठ भ्रष्टाचार और कुशासन से त्रस्त है। रोजगार के नाम पर सिर्फ घोटाले ही घोटाले हैं। हर योजना में भ्रष्टाचार हावी है। इसलिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार को हटाने और भाजपा को लाने के लिए आपलोग पूरी तरह तैयार हैं।

मेरे परिवारजनों,
अटल जी ने छत्तीसगढ़ की आकांक्षाओं को समझते हुए, इस प्रदेश का निर्माण किया था। ये भाजपा है, जिसने छत्तीसगढ़ के लोगों के सामर्थ्य को समझा। छत्तीसगढ़ का हाईकोर्ट हमारे बिलासपुर में है। ये काम भाजपा ने किया है। यहां साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे का मुख्यालय है। ये राजस्व की दृष्टि से भारत के सबसे बड़े रेलवे जोन में से एक है। इसकी स्थापना भी अटल जी की सरकार के दौरान हुई थी। यानि छत्तीसगढ़ के विकास के लिए भाजपा केंद्र में हो या राज्य में पूरी तरह निरंतर समर्पित रही है। आज मैं आपको, आज मैं आपको एक गारंटी देने आया हूं कि आपके हर सपने को साकार करने के लिए मोदी कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगा।

छत्तीसगढ़ के मेरे भाई-बहन,
छत्तीसगढ़ के मेरे भाई-बहन आप लिख लीजिए, ये मोदी की गारंटी है। आपका सपना, आपका सपना अब मोदी का संकल्प है। छत्तीसगढ़ के हर परिवार का सपना तभी साकार होगा, जब छत्तीसगढ़ में भी भाजपा सरकार होगी। दिल्ली से मैं जितनी कोशिश करूं, यहां की कांग्रेस सरकार उसको फेल करने में जुटी रहती है। पिछले 5 वर्षों में छत्तीसगढ़ को केंद्र सरकार से हजारों करोड़ रूपए मिला है। यहां सड़क हो, रेल हो, बिजली हो, दूसरे ऐसे अनेक विकास के काम हों, हमने छत्तीसगढ़ के लिए, आपके लिए पैसे की कोई कमी नहीं रखी। और ये बात मैं कह रहा हूं ऐसा नहीं है। यहां के उपमुख्यमंत्री जी ने सार्वजनिक सभा में कही थी। और उपमुख्यमंत्री जी ने सच बोला तो ये पार्टी के ऊपर से नीचे तक तूफान खड़ा हो गया। उनको फांसी पर लटकाने के खेल खेलने लग गए। सार्वजनिक जीवन में हकीकतों को छिपाया नहीं जा सकता। अगर कांग्रेस के ये नेता, कांग्रेस सरकार के उपमुख्यमंत्री भरी जनसभा में ये कहते हैं कि दिल्ली कभी अन्याय नहीं करता है तो फिर हरेक को खुशी होनी चाहिए। लेकिन पूरी कांग्रेस में तूफान मच गया।

और भाइयों-बहनों, भारत सरकार ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए, हम कभी ये नहीं कहते कि हम उपकार कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में हजारों करोड़ रुपये के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट हमने मंजूर किए, पैसे भेजे। कांग्रेस सरकार की वजह से या तो वो रुके हुए हैं या बहुत देरी से चल रहे हैं। हर प्रोजेक्ट में रोकटोक करने वाली कांग्रेस सरकार अगर यहां दोबारा आई तो छत्तीसगढ़ भला होगा, जरा जोर से बताइए छत्तीसगढ़ का भला होगा, आपका भला होगा, यहां के युवकों का भला होगा, यहां की माताओं-बहनों का भला होगा।

साथियों,
जब कांग्रेस की सरकार दिल्ली में थी, तब छत्तीसगढ़ के लिए, रेलवे के लिए, ये आंकड़ा याद रखोगे आप, मैं जो आंकड़ा बोलता हूं याद रखोगे आप। ऐसे नहीं, सबलोग बताओ आंकड़ा याद रखोगे। पक्का याद रखोगे। जब दिल्ली में रिमोट कंट्रोल से सरकार चल रही थी कांग्रेस की सरकार थी, और आजकल जो इंडी एलायंस बना है न, उनकी सरकार थी। रेलवे के लिए वर्ष में एवरेज औसतन 300 करोड़ रुपए छत्तीसगढ़ को मिलता था। कितना, जरा फिर से बोलो कितना...किसके समय में। मतलब कि कांग्रेस के समय में रेलवे के लिए 300 करोड़ रुपए मिलता था। लेकिन इस साल भाजपा सरकार ने मैं एक वर्ष की बात बताता हूं। सरकार ने छत्तीसगढ़ में रेलवे के विस्तार के लिए रेलवे के विस्तार के लिए 6 हज़ार करोड़ रुपए दिए हैं। कितने दिए हैं, कितने दिए हैं, किसने दिए हैं, किसने दिए हैं। आप बताइए कहां 300 करोड़ और कहां 6 हज़ार करोड़। ये है मोदी मॉडल। ये है मोदी का छत्तीसगढ़ के प्रति प्रेम। ये है मोदी का छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कमिटमेंट। हमारा प्रयास है कि छत्तीसगढ़ में रेलवे ट्रैक का तेज़ी से बिजलीकरण हो, दोहरीकरण हो। हम चाहते हैं यहां बड़ी संख्या में तेज़ गति से चलने वाली ट्रेनें चल सकें, आप सभी को सुविधा हो। ये भाजपा सरकार ही है जिसने छत्तीसगढ़ को आधुनिक वंदे भारत ट्रेन भी दी है।

मेरे परिवारजनों,
गरीब के साथ जितना अन्याय कांग्रेस ने किया है, उतना किसी ने नहीं किया। कोरोना का इतना बड़ा संकट आया। गरीब के इस बेटे ने ये तय किया कि मैं अपने हर गरीब भाई-बहन को संकट की इस घड़ी में मुफ्त राशन दूंगा। हमने गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की। कोई भी परिवार ऐसा न हो जब इन कोरोना की मुसीबत के समय जिसका घर का चूल्हा न जले। ऐसा कोई बेटा-बेटी न हो जिसको रात को भूखा सोना पड़े। और इसीलिए मोदी ने अन्न के भंडार खोल दिए और देश के गरीबों को मुफ्त में अन्न दिया, आज भी चल रहा है। लेकिन छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने, आप सुनिए, गरीब के पेट जाने वाला अन्न, गरीब का जलने वाला चूल्हा, ये भी कांग्रेस के लोगों के लिए चोरी करने का माध्यम बन गया। कांग्रेस सरकार ने इसमें भी घोटाला कर दिया। आज यहां का हर लाभार्थी कांग्रेस सरकार से पूछ रहा है कि बताओ, हमारे हक का राशन कहां गया? पूछोगे कि नहीं पूछोगे, घर जाकरके बताओगे कि नहीं बताओगे। क्या कांग्रेस ने जवाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए? आप मुझे बताइए साथियों, जो राशन में घोटाला करे, वो वापिस आने चाहिए क्या? उनको दोबारा मौका देना चाहिए क्या? और अगर मौका मिल गया तो ज्यादा घोटाला करेंगे कि नहीं करेंगे? छत्तीसगढ़ पूरी तरह तबाह हो जाएगा कि नहीं हो जाएगा। साथियों, ये तो मैं दिल्ली में बैठा हूं न तो थोड़ा भी डरते हैं। ये दुबारा मौका मिला, दुबारा मौका मिला तो घोटाले करने की इनकी हिम्मत इतनी बढ़ जाएगी, इतनी बढ़ जाएगी कि छत्तीसगढ़ में कोई उनको रोक नहीं पाएगा।

साथियों,
कांग्रेस शासन में अनेकों छोटे-छोटे बच्चों की कुपोषण से मौत की खबरें आई हैं। ये कितनी पीड़ादायक स्थिति है। किसी सरकार की इससे बड़ी असफलता भला क्या हो सकती है? कांग्रेस सरकार ने इस खौफनाक सच्चाई को दबाकर रखा है, छिपाकर रखा है। कांग्रेस नेताओं को अपने बच्चों के जीवन से बहुत सरोकार है, लेकिन आपके बच्चों से, आपके बच्चों के जीवन से कांग्रेस वालों को कोई लेना-देना नहीं है, उनको तो अपने बच्चों की जिंदगी बनानी है।

साथियों,
केंद्र की भाजपा सरकार का प्रयास है कि यहां से जो खनिज संपदा निकलती है, उसका एक हिस्सा यहीं के विकास में लगना चाहिए। इसके लिए भाजपा सरकार ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बनाया है। इसके तहत छत्तीसगढ़ को भी करोड़ों रुपए दिए गए हैं। और जब हमने नियम बनाया तब रमन सिंह जी मुख्यमंत्री थे। वो मुझे स्पेशियली मुझसे मिलने आए थे। और रमन सिंह जी ने कहा कि साहब आपने ऐसा निर्णय किया है कि आपने हिसाब लगाया है कि क्या होगा। मैंने कहा बताइए। बोले मेरे कुछ जिले ऐसे हैं जिनको सिर्फ इस फंड से इतना पैसा मिलेगा, इतना पैसा मिलेगा जितना पहले बजट से नहीं मिला है और अब तो शायद इन जिलों के लिए हमें अतिरिक्त बजट भी नहीं बाटना पड़े और ये जिले आगे निकल जाएंगे। ये शब्द रमन सिंह जी ने आकरके मुझसे कहे थे। लेकिन कांग्रेस ने आते ही उसका भी बंटाधार कर दिया। हमारे छत्तीसगढ़ के दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के इन पैसों पर भी डाका डाल दिया। कांग्रेस ने यहां शराब घोटाला करके क्या कुछ नहीं कमाया है। अरे ये लोग तो ऐसे हैं गोबर को भी नहीं छोड़ा, गोबर को भी। कांग्रेस ने गौमाता के नाम पर भी घोटाला किया है।

साथियों,
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के नौजवानों को क्या-क्या सपने दिखाए थे। और उन्हें क्या मिला- सिर्फ धोखा ! और छत्तीसगढ़ के नौजवान तो छह महीने में ही समझ गए थे मर गए। और जब लोकसभा का चुनाव आया तो सबकी सब सीटों पर भाजपा को विजयी बना दिया था। क्योंकि सब समझ गए थे कि ये धोखा है। भाइयों-बहनों PSC घोटाला, ये PSC घोटाला तो यहां के युवाओं के साथ बहुत बड़ा धोखा है। कांग्रेस की कुनीति को छत्तीसगढ़ के नौजवान भुगत रहे हैं। जिनकी नौकरी लगी- उनके सामने भी अनिश्चितता और जिनको बाहर किया गया, उनके साथ अन्याय। मैं छत्तीसगढ़ के युवाओं को आश्वस्त करता हूं कि जो भी इसके दोषी हैं, मेरे नौजवान लिखकर रखो, जो भी इसके दोषी हैं, भाजपा सरकार बनते ही उन पर कठोर कार्रवाई होगी।

मेरे परिवारजनों,
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के धान किसानों को भी हमेशा धोखा दिया है, उनसे झूठ बोला है। यहां के धान किसानों का दाना-दाना, याद रखोगे, मैं बहुत जिम्मेवारी से बोल रहा हूं। याद रखोगे, यहां के धान किसानों का दाना-दाना, केंद्र की भाजपा सरकार खरीदती है। मोदी सरकार खरीदती है। छत्तीसगढ़ के किसानों का धान खरीदकर केंद्र सरकार ने एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा दिए हैं। कितने, फिर से बोलिए कितने, फिर से बोलिए कितने, घर-घर जाकर बताओगे, किसानों को जाकर बताओगे। यहां के धान किसानों को पैसे केंद्र की भाजपा सरकार देती है और दावे यहां कांग्रेस सरकार करती है। अब आपको बोलना चाहिए कि नहीं बोलना चाहिए, जोरों से बोलना चाहिए कि नहीं बोलना चाहिए, बार-बार बोलना चाहिए कि नहीं बोलना चाहिए, सच्चाई लोगों को पहुंचानी चाहिए कि नहीं पहुंचानी चाहिए। उनको बेनकाब करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। करोगे, ढीला मत बोलो, करोगे, करोगे, आप करोगे, पीछे वाले करेंगे, इधर वाले करेंगे, उधर वाले करेंगे। मैं फिर आपको विश्वास दिलाता हूं। भाजपा धान किसानों के प्रति समर्पित है। इसलिए यहां जब भाजपा सरकार बनेगी तो धान किसानों के हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। और पाई-पाई किसान के पास पहुंचेगी।

साथियों,
मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि का इंतज़ाम ऐसा किया है कि सीधे पैसा किसान के बैंक अकाउंट में पहुंचता है। बीच में कोई बिचौलिया नहीं है, कोई कटकी कंपनी नहीं है। वरना कांग्रेस के एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि दिल्ली से एक रूपया भेजते हैं, 15 पैसा पहुंचता है। अगर मेरे समय भी ऐसा हुआ होता तो आपको भला होता क्या। ये मोदी एक रुपया भेजता है तो 100 के 100 पैसे पहुंच जाते हैं भाइयों। कोई पंजा, कोई पंजा इस रुपये को घिस नहीं सकता है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत छत्तीसगढ़ के हर लाभार्थी किसान के खाते में 28 हजार रुपए तक पहुंचे हैं। हम आपकी हर जरूरत का ध्यान रख रहे हैं। केंद्र की भाजपा सरकार ने ये सुनिश्चित किया कि मुश्किल से मुश्किल समय में भी देश में खाद की कमी ना हो। आप भी जानते हैं कि दुनिया में ये कोरोना, ये लड़ाई इसके कारण खाद की कीमत बहुत बढ़ गई है। पिछले 100 साल में इतनी कीमत नहीं रही। इतनी कीमत बढ़ गई है। यूरिया की एक बोरी दुनिया में करीब-करीब 3 हज़ार रुपए तक बिकती है। कितने, कितने, जरा जोर से बोलो कितने में बिकती है। याद रखोगे और भारत में भारत के किसानों को ये बोरी 300 रुपए से भी कम कीमत में मिलती है। 300 रुपए से भी कम। कितने में रुपये में मिलती है, कितने में रुपये में मिलती है, दुनिया में कितने में मिलती है, दुनिया में कितने में मिलती है। कहां तीन हजार और कहां मेरे किसान को 300 रुपये हम यूरिया की बोरी देते हैं भाइयों। और इसके लिए भारत सरकार की तिजोरी में से केंद्र सरकार हज़ारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है ताकि किसानों पर बोझ न बने।

मेरे परिवारजनों,
भाजपा सरकार का प्रयास है, गरीबों का जीवन आसान बने, उनका जीवन स्तर सुधरे। आपका जीवन स्तर ऊपर उठना है, तो मुझे लगता है कि जब आपको संतोष होता है, आपके सपने पूरे होते हैं न, तो मेरा संतोष भी बढ़ जाता है, मेरी ऊर्जा भी बढ़ जाती है। मेरा जीवन धन्य हो जाता है जब मेरे देश के गरीबों का कल्याण होता है। हमने शौचालय बनाया, तो दलित, पिछड़े और आदिवासी परिवारों की बहनों की मुश्किलें कम हुईं। हमने सौभाग्य योजना से मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया, तो दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों के घर रौशन हुए। उज्जवला का मुफ्त कनेक्शन दिया तो दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों की बहनों को धुएं से मुक्ति मिली। हाल में ही उज्जवला की लाभार्थी बहनों के लिए गैस सिलेंडर को 400 रुपए सस्ता किया गया है। और मैंने देखा जब उज्ज्वला योजना शुरू हुई तब जितने परिवार थे। अब कुछ परिवारों में विभाजन होता है, बेटा अलग घर में रहने जाता है तो कुछ परिवार बढ़ गए हैं, तो हमारे कार्यकर्ता बताते थे कि साहब उज्जवला को थोड़ा नया शुरू करना पड़ेगा। पहले राउंड में तो सबको मिल गया लेकिन अब नए परिवार बस गए हैं। आपकी बात को ध्यान में रखकरके 75 लाख नए परिवार के लिए हमने प्रबंध कर दिया है। आने वाले दिनों जैसी-जैसी जरूरत होगी उनको भी उज्जवला गैस कनेक्शन मिल जाएगा। इससे छत्तीसगढ़ के भी अनेक परिवारों को लाभ होगा। हमने आयुष्मान भारत योजना से 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया है। इसका लाभ भी छत्तीसगढ़ के लाखों दलित, पिछड़े और आदिवासी परिवार उठा रहे हैं। और भाइयों-बहनों 5 लाख रुपए वाली आयुष्मान योजना ये दुनिया में सबसे बड़ी योजना है। दुनिया में सबसे बड़ी। और हमारे यहां तो आपने देखा होगा परिवार में हमारी माताएं-बहनें कितनी ही बीमारी हो, कितनी ही पीड़ा हो, काम करना भी मुश्किल हो, लेकिन माताएं-बहनें परिवार में किसी को पता नहीं चलने देती कि उसको बीमारी है। क्यों, क्योंकि मां-बहनों को लगता है कि अगर बच्चों पता चल गया कि बीमारी है, तो अस्पताल ले जाएंगे, खर्चा हो जाएगा, पैसे तो हैं नहीं, बच्चे कर्ज में डूब जाएंगे, और इसीलिए मां कहती है मैं पीड़ा सहन करूंगी लेकिन बेटे को कर्ज में डूबने नहीं दूंगी। हमारे देश में माताएं-बहनें पीड़ा सहती है लेकिन परिवार पर बोझ नहीं होने देती। ये पीड़ा, ये गरीब मां का बेटा समझता है। और इसीलिए आपके इस बेटे ने गारंटी दी है कि मेरी मां अब तेरा पांच लाख रुपये तक बिल ये तेरा बेटा दे देगा, तेरा बेटा। साथियों मोदी यानि मोदी यानि गारंटी पूरी होने की गारंटी है।

मेरे परिवारजनों,
मोदी ने आपको दी हुई एक और गारंटी पूरी कर दी है। अब लोकसभा और विधानसभा में बहनों के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित हो जाएगी। भाजपा सरकार में नारीशक्ति वंदन अधिनियम अब सच्चाई बन चुका है। और कल ही हमारी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी जो आदिवासी महिला कल उस पर हस्ताक्षर करके अब उसको कानून भी बना दिया है। लेकिन भाइयों-बहनों मोदी तो करेगा, मोदी जो गारंटी देता है न वो पूरी करता है। लेकिन आपको खासकर माताओं-बहनों को बहुत सतर्क रहना होगा। बहुत मुश्किल से इतना बड़ा पड़ाव हमने पार किया है। 30 साल से लटका हुआ था। आप सोचिए, 30 साल। सरकारें आ गई, बोलती रही, नाटक करती रही, काम नहीं किया। कांग्रेस और इसके घमंडिया साथी, उनको लग रहा कि मोदी ने क्या कर दिया। वो गुस्से से भरे हुए हैं। उनको लगता है कि ये सारी माताएं-बहनें अब मोदी को ही आर्शीवाद देगी, उनकी नींद हराम हो गई है। और इसके कारण, डर के कारण अब वो नए-नए खेल रहे हैं। आपको मालूम है, न चाहते हुए भी उनको संसद में समर्थन क्यों करना पड़ा। क्यों करना पड़ा। माताएं-बहनें अब आपकी जो एकता और जागरूकता आई है न, इससे वो डर गए थे, इसीलिए उनको माताओं-बहनों के चरण में आना पड़ा है। लेकिन अब उन्होंने नया खेल शुरू किया है। अब वो बहनों में भी फूट डालना चाहते हैं। उनको लगता है बहनें संगठित हो गई तो इनका तो खेल पूरा। इसीलिए ये माताएं-बहनें संगठित न हो, जातिवाद में उनको तोड़ा जाए, भांति-भांति के तर्क देकरके उनमें विभाजन कर दिया जाए। भांति-भांति के झूठ फैला दिए जाएं। मैं छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों को कहना चाहता हूं ये आने वाले हजारों साल तक प्रभाव पैदा करने वाला निर्णय है। ये परिवार में माताओं-बहनों को नई शक्ति देने वाला काम हुआ है। आपकी बेटी का भविष्य उज्जवल बनाने का काम हुआ है। कृपा करें मेरी माताएं-बहनें ये झूठ बोलने वालों के झूठ में न फंस जाएं। ये आपको तोड़ने की कोशिश करे, मत करना। आपकी एकता बनी रहनी चाहिए। आपके आर्शीवाद बने रहने चाहिए ताकि आपके सपने ये मोदी पूरा कर पाएगा।

साथियों,
मोदी ने बहनों को उनके घर पानी से पाइप पहुंचाने की भी गारंटी दी है। सिर्फ 4 साल के भीतर ही, देश में 10 करोड़ ऐसे परिवारों के घर पाइप से पानी पहुंचाया गया है। लेकिन मुझे एक तकलीफ भी है। नल से जल के लिए छत्तीसगढ़ में जितनी तेज़ी से काम होना चाहिए था, वो नहीं हुआ है। यहां की सरकार को लगता है कि अगर माताओं-बहनों को पानी का जो कष्ट है वो चला जाएगा, माताओं-बहनों को रसोई तक नल से जल आएगा तो ये तो मोदी-मोदी करने लग जाएगी, और इसीलिए, इसीलिए वो माताओं-बहनों को नल से जल मिले नहीं, इसीलिए उस काम को धीरे-धीरे कर रहे हैं, पूरा नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस की सरकार को मोदी और मोदी की योजनाएं, दोनों ही पसंद नहीं हैं। इसका एक और बड़ा उदाहरण गरीबों के घर की योजना है। अभी तक देशभर में 4 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पक्के घर दिए जा चुके हैं। कितने, ऐसे नहीं, जरा जोर से बोलिए, कितने, कितने, कितने, किसको दिया है, चार करोड़ क्या, चार करोड़ क्या, चार करोड़ क्या, किसको दिया है। इस देश के गरीब परिवारों को चार करोड़ पक्का घर, आप कल्पना कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ में जब तक रमन सिंह की सरकार थी, तो यहां भी हम तेज़ी से गरीबों के घर बना रहे थे। लेकिन जैसे ही यहां कांग्रेस की सरकार आई, तो उसमें घोटाले तलाशने लगे, कटकी कैसे करें, खोजने लगे। लेकिन मोदी ने ऐसा पक्का कर दिया है सीधा पैसा उस घर में जाता है। तो उनको बड़ी मुश्किल हो रही है, कुछ मिलता नहीं है तो काम क्यों करें। और ये क्या कर रहे हैं, मैं आपको बताना चाहता हूं। ये नहीं कर रहे हैं। मैं आज आपको एक वायदा करना चाहता हूं। यहां भाजपा सरकार बनने के बाद कैबिनेट का पहला फैसला, ये लिखकर रख लीजिए। भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ में बनने के बाद पहला फैसला गरीबों के पक्के घर, जो भी बाकी है, सारे के सारे तेज गति से पूरे करके हर गरीब को पक्का घर दिया जाएगा।

मेरे परिवारजनों,
मोदी से कांग्रेस की ये नफरत इसलिए है क्योंकि उनको तकलीफ हो रही है कि पिछड़े समाज से आया हुआ ये इंसान प्रधानमंत्री कैसे बन गया। उनका तो आरक्षण था पीएम की कुर्सी पे। इसलिए वो मोदी के बहाने वो पूरे समाज को गाली देने से भी नहीं चूकते। कांग्रेस के नेताओं को लगता है कि इस समाज को गाली भी देंगे तो कुछ नहीं होगा। गरीब, दलित, आदिवासी, OBC सभी से कांग्रेस, नफरत करती है। कोर्ट सजा देती है, OBC को गाली देने के लिए सजा देती है। फिर भी सुधरने को तैयार नहीं है। OBC के लिए कितनी नफरत होगी इसका ये उदाहरण है। केंद्र में भाजपा सरकार बनी तो, दलित समाज से श्री रामनाथ कोविंद जी को हमने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया। कांग्रेस ने उनका भी विरोध किया। दूसरी बार सरकार बनी तो हमने भारत को पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति देने का फैसला किया। कांग्रेस ने आदिवासी बेटी का भी विरोध किया। ये विरोध वैचारिक नहीं था। अगर वैचारिक होता तो कांग्रेस अपनी विचारधारा के किसी नेता को मैदान में उतारती। लेकिन कांग्रेस ने बीजेपी के ही एक पुराने नेता को आदिवासी बेटी के विरोध में उम्मीदवार बनाया।

साथियों,
कांग्रेस, एससी समाज को कैसे अपमानित करती है, इसके बारे में गुरु बालदास जी प्रमुखता से आवाज़ उठाते रहे हैं। सतनामी समाज के साथ यहां कैसा बर्ताव हुआ है, ये भी सबने देखा है। ये कांग्रेस की पुरानी मानसिकता है। ये किसी भी दलित, पिछड़े या आदिवासी को आगे बढ़ता देख ही नहीं सकते। जो एक विशेष परिवार के दरबार में हाज़िरी लगाता है, इनके यहां वही आगे बढ़ पाता है।

मेरे परिवारजनों,
भाजपा के लिए सामाजिक न्याय, सबकी भागीदारी का, विकसित भारत के निर्माण का रास्ता है, हमारे पास पक्का रास्ता है। हाल में ही प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना शुरु की गई है। 13 हज़ार करोड़ की ये योजना हमने अपने विश्वकर्मा परिवारों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए बनाई है। इससे छत्तीसगढ़ के हमारे हज़ारों विश्वकर्मा साथियों को भी लाभ होगा। इस योजना से हमारे कुम्हार भाई-बहन, लोहार भाई-बहन, सुत्तार भाई-बहन, सुनार भाई-बहन, फूल की माला बनाने वाले मालाकार भाई-बहन, कपड़े धोने वाले परिवार, बाल काटने वाले परिवार, दर्जी परिवार, खिलौने बनाने वाले परिवार, राजमिस्त्री परिवार, ऐसे जो हमारे तमाम कारीगर हैं, शिल्पकार हैं, उनके लिए हजारों करोड़ की विश्वकर्मा योजना हमने बनाई है। इसके तहत सरकार ट्रेनिंग भी देगी। आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए 15 हज़ार रुपए भी देगी। साथ ही, काम शुरु करने और आगे बढ़ाने के लिए लाखों रुपए का सस्ता ऋण भी उपलब्ध होगा। और हां, मैं अपने विश्वकर्मा साथियों को बता दूं कि आपसे बैंक गारंटी नहीं मांगेगा, मेरे विश्वकर्मा भाई मेरे शब्द सुन लीजिए, कोई बैंक आपसे गारंटी नहीं मांगेगा क्योंकि आपकी गारंटी मोदी ने पहले से ही लेके रखी हुई है।

साथियों,
छत्तीसगढ़, कांग्रेस के कुशासन को हटाने के लिए तैयार है। अब भाजपा कार्यकर्ताओं पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। हमारा संगठन बहुत मजबूत है। छत्तीसगढ़ के बूथ-बूथ में हमारा नेटवर्क है। हमें अपना हर बूथ जीतना है, बूथ पर हर वोटर का दिल जीतना है। जब तक हर बूथ पर कमल नहीं खिलेगा, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे। घर-घर जाएंगे, एक-एक मतदाता को मिलेंगे। हमारा एक ही नेता है कमल। हमारा एक ही उम्मीदवार है कमल। हमारा एक ही लक्ष्य है कमल को जिताना। इसी जोश के साथ हमें जुटना है और जन-जन को जोड़ना है। मैं फिर एक बार छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी बधाई देता हूं। मैं आप सबका धन्यवाद करता हूं। मैंने ऐसी सभा, ऐसी ऊर्जावान सभा, आज मेरा मन गदगद हो गया दोस्तों। बहुत-बहुत धन्यवाद। मेरे साथ बोलिए-
भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय !


भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! वंदे ! वंदे ! वंदे ! वंदे ! वंदे ! वंदे ! वंदे ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! बहुत-बहुत धन्यवाद।