प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रवाना होते समय कहा कि मैं शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जापान में ओसाका जा रहा हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वहां विश्व के अन्य नेताओं के साथ विश्व की प्रमुख चुनौतियों और अवसरों के बारे में चर्चा होगी। श्री मोदी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण, डिजीटलीकरण एवं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और आतंकवाद तथा जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए हमारे साझा प्रयास इस शिखर सम्मेलन के प्रमुख मुद्दे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन के माध्यम से हमें एक उन्नत बहुलवाद को दोहराने और मजबूत समर्थन देने का एक महत्वपूर्ण अवसर मिलेगा, जो आज के तेजी से बदलते विश्व में नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह शिखर सम्मेलन भारत के पिछले पांच वर्षों में किए गए जोरदार विकास के अनुभव को साझा करने के लिए भी एक मंच होगा, जिसके परिणामस्वरूप, प्रगति और स्थिरता के मार्ग पर निरंतरता के लिए भारत की जनता द्वारा हमारी सरकार के लिए प्रचंड बहुमत का आधार तैयार हुआ।
श्री मोदी ने बताया कि भारत 2022 में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा और इस नाते ओसाका शिखर सम्मेलन एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ेगा, जब हम नई दिल्ली में अपनी स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ मना रहे होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वे इस शिखर सम्मेलन के साथ-साथ अपने प्रमुख साझेदार देशों के नेताओं के साथ अनेक द्विपक्षीय और विश्व के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
श्री मोदी ने कहा कि वे इस शिखर सम्मेलन के साथ-साथ रूस, भारत और चीन (आरआईसी) के अनौपचारिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे और ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका) तथा जेएआई (जापान, अमरीका और भारत) के नेताओं की आगामी अनौपचारिक बैठकों में भी भाग लेंगे।