Published By : Admin |
January 16, 2021 | 14:25 IST
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প্রধানমন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদী বলেছেন, ভারতের কোভিড-১৯ টিকাকরণ অভিযান অত্যন্ত মানবিক এবং গুরুত্বপূর্ণ রীতিনীতির ওপর ভিত্তি করে পরিচালিত হচ্ছে। যাদের টিকার সবথেকে বেশি প্রয়োজন তাদের প্রথমেই টিকাকরণ করা হবে। এমনকি যাদের সংক্রমণের ঝুঁকি সর্বাধিক তাদের প্রথমেই টিকা দেওয়া হবে। তিনি আরও বলেন, আমাদের চিকিৎসক, নার্স, হাসপাতালের স্যানিটেশন কর্মী এবং আধা-চিকিৎসাকর্মীরা প্রথমেই টিকার সুবিধা পাবেন। সরকারি ও বেসরকারি উভয় ক্ষেত্রে হাসপাতালগুলির কর্মীরা টিকাকরণে অগ্রাধিকার পাবে। প্রধানমন্ত্রী আজ ভিডিও কনফারেন্সের মাধ্যমে দেশ ব্যাপি কোভিড-১৯ টিকাকরণ কর্মসূচির সূচনা করে ভাষণ দিচ্ছিলেন।
শ্রী মোদী বলেন, চিকিৎসাকর্মীদের পর অত্যাবশ্যক পরিষেবার সঙ্গে যুক্ত কর্মী এবং দেশের নিরাপত্তা তথা আইন-শৃঙ্খলার সঙ্গে যুক্ত ব্যক্তিদের টিকাকরণ করা হবে। আমাদের নিরাপত্তা বাহিনী, পুলিশ বাহিনী, দমকল বাহিনী, স্যানিটেশন কর্মীদের টিকাকরণে অগ্রাধিকার দেওয়া হবে। চিকিৎসাকর্মীদের পর যাদের টিকাকরণ করা হবে তাদের সংখ্যা প্রায় ৩ কোটি। প্রধানমন্ত্রী বলেন, ভারত সরকার এদের সকলের টিকাকরণ খাতে ব্যয়ভার বহন করবে।
এই টিকাকরণ অভিযানের সুপরিকল্পিত ব্যবস্থা সম্পর্কে প্রধানমন্ত্রী টিকার দুটি ডোজের একটিও হাতছাড়া না করার ব্যাপারে সাধারণ মানুষকে সতর্ক করে দিয়েছেন। তিনি বলেন, প্রথম টিকা নেওয়ার পর দ্বিতীয় টিকার ক্ষেত্রে একমাসের ফারাক থাকবে। প্রধানমন্ত্রী সাধারণ মানুষকে টিকা নেওয়ার প্রক্রিয়া শেষ হওয়ার পরেও নিজেদের সুরক্ষায় সতর্ক থাকার পরামর্শ দিয়ে বলেন, দ্বিতীয় ডোজ নেওয়ার দুই সপ্তাহ পর মানব দেহে করোনার বিরুদ্ধে লড়াইয়ে জরুরি রোগ প্রতিরোধক ক্ষমতা তৈরি হতে থাকে।
প্রধানমন্ত্রী সমস্ত দেশবাসীকে করোনার বিরুদ্ধে লড়াইয়ের সময় যে ধৈর্য্য ও সংযম দেখিয়েছিলেন টিকাকরণের সময়েও তা দেখানোর অনুরোধ জানান।
The #LargestVaccineDrive that started today is guided by humanitarian principles.
That is why the vaccination drive first covers those who need it most, those who are tirelessly working on the frontline. pic.twitter.com/CltWDNdMe0
Prime Minister Narendra Modi PM Andrej Plenković attend joint press meet in Zagreb
June 18, 2025
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Your Excellency प्रधानमंत्रीजी , दोनों देशों के delegates, Media के पूरे साथी, नमस्कार! दोभार दान!
ज़ाग्रेब की इस ऐतिहासिक और मनमोहक धरती पर जिस उत्साह, आत्मीयता और स्नेह से मेरा स्वागत हुआ है, उसके लिए मैं प्रधानमंत्री और क्रोएशिया सरकार का हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहूंगा ।
किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की यह पहली यात्रा है। और इसका सौभाग्य मुझे मिला है।
Friends,
भारत और क्रोएशिया लोकतंत्र, rule of law, Pluralism, और Equality जैसे साझा मूल्यों से जुड़े हैं। यह सुखद संयोग है कि पिछले वर्ष भारत के लोगों ने मुझे, और क्रोएशिया के लोगों ने प्रधानमंत्री आंद्रेजी को, लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर दिया है। इस जनविश्वास के साथ, हमने अपने तीसरे कार्यकाल में, अपने द्विपक्षीय संबंधों को तीन गुना गति देने का निर्णय लिया है।
रक्षा क्षेत्र में long-term सहयोग के लिए एक ‘रक्षा सहयोग प्लान’ बनाया जाएगा, जिसमें ट्रेनिंग और मिलिट्री exchange के साथ-साथ रक्षा उद्योग पर भी फोकस किया जाएगा। ऐसे बहुत से क्षेत्र हैं जहां हमारी अर्थव्यवस्थाएँ एक दूसरे के पूरक हो सकती है। हमारे इन क्षेत्रों को चिन्हित किया गया।
हमने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने और विश्वसनीय supply chain तैयार करने के लिए कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया है। हम फार्मा, agriculture, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, क्लीन टेक्नोलॉजी, डिजिटल टेक्नोलॉजी, रिन्यूएबल energy, सेमीकंडक्टर ऐसे कई महत्वपूर्ण विषयों में सहयोग को बढ़ावा देंगे।
शिपबिल्डिंग और साइबर सिक्योरिटी में सहयोग बढ़ाया जायेगा। भारत की सागरमाला परियोजना के तहत हो रहे port modernisation, कोस्टल-ज़ोन के विकास और मल्टीमोडल कनेक्टिविटी में क्रोएशिया की कंपनियों के लिए भी व्यापक अवसर हैं। हमने अपने academic institutions और centers के बीच joint research और collaboration पर बल दिया है। भारत अपने स्पेस अनुभव को क्रोएशिया के साथ साझा करेगा।
Friends,
हमारे सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंध, आपसी स्नेह और सद्भाव का मूल हैं। ‘इवान फिलिप वेज़दिन’ ने 18वीं शताब्दी में, पहली बार यूरोप में संस्कृत व्याकरण प्रकाशित किया। 50 वर्षों से ज़ाग्रेब यूनिवर्सिटी में इंडोलोजी विभाग सक्रिय है।
आज हमने अपने सांस्कृतिक और people to people संबंधों को और बल देने का निश्चय किया है। ज़ाग्रेब यूनिवर्सिटी में हिन्दी chair के MoU की अवधि 2030 तक बढ़ाई गई है। आने वाले पांच वर्षों के लिए cultural exchange प्रोग्राम तैयार किया गया है।
लोगों के आवागमन को सरल बनाने के लिए मोबिलिटी एग्रीमेंट को जल्द पूर्ण किया जाएगा। क्रोएशियाई कंपनियाँ भारत की आईटी मैनपावर का लाभ उठा सकेंगी। हमने दोनों देशों के बीच टूरिज्म को बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया।
यहाँ पर योग की लोकप्रियता को मैंने स्पष्ट रूप से अनुभव किया है। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है, और मुझे विश्वास है कि हमेशा की तरह क्रोएशिया के लोग इसे धूम-धाम से मनाएंगे।
Friends,
हम सहमत हैं कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। लोकतंत्र में विश्वास रखने वाली शक्तियों का विरोधी है। 22 अप्रैल को भारत में हुए आतंकी हमले पर संवेदनाओं के लिए, हम प्रधानमंत्रीजी और क्रोएशिया सरकार के हार्दिक आभारी हैं। ऐसे कठिन समय में, हमारे मित्र देशों का साथ हमारे लिए बहुत मूल्यवान था।
हम दोनों सहमत हैं कि आज के वैश्विक वातावरण में भारत और यूरोप की साझेदारी बहुत महत्व रखती है। EU के साथ हमारी स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को मजबूत करने में क्रोएशिया का समर्थन और सहयोग बहुत ही महत्वपूर्ण है।
हम दोनों इस बात का समर्थन करते हैं कि यूरोप हो या एशिया, समस्याओं का समाधान रणभूमि से नहीं निकलता । डायलॉग और डिप्लोमेसी ही एकमात्र रास्ता है। किसी भी देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान आवश्यक है।
Friends,
आज यहाँ ‘बाँसकि द्वोरी’ में होना मेरे लिए एक विशेष पल है। जहाँ ‘साकसिनस्की’ ने क्रोएशियन भाषा में अपना ऐतिहासिक भाषण दिया था, मुझे हिन्दी में अपनी बात रखने में एक गर्व और सुकून का अनुभव हो रहा है। उन्होंने सही कहा था, "भाषा एक पुल है”, और आज हम उसे मज़बूती दे रहे हैं।
एक बार फिर, क्रोएशिया में हमारी आवभगत के लिए मैं प्रधानमंत्रीजी का हार्दिक धन्यवाद करता हूँ। और, प्रधानमंत्रीजी, मैं यह भी आशा करता हूँ कि आप हमें भारत में जल्द से जल्द स्वागत करने का अवसर प्रदान करेंगे।
आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद।
भारत और क्रोएशिया लोकतंत्र, rule of law, Pluralism, और Equality जैसे साझा मूल्यों से जुड़े हैं: PM @narendramodi
रक्षा क्षेत्र में long-term सहयोग के लिए एक ‘रक्षा सहयोग प्लान’ बनाया जाएगा, जिसमें ट्रेनिंग और मिलिट्री exchange के साथ-साथ रक्षा उद्योग पर भी फोकस किया जाएगा: PM @narendramodi