প্রধানমন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদী সন্ত রবিদাস-এর জন্মজয়ন্তীর প্রাক্কালে তাঁকে স্মরণ করেছেন। প্রধানমন্ত্রী বলেছেন, পূজ্য শ্রী গুরু রবিদাস জী-র চেতনাকে তার সরকার আত্মস্থ করেছে ভেবে তিনি গর্বিত বোধ করেন।
একাধিক ট্যুইট বার্তায় প্রধানমন্ত্রী জানিয়েছেন;
“আগামীকাল মহান সাধক গুরু রবিদাস জী-র জন্মবার্ষিকী। তিনি যেভাবে সমাজ থেকে জাতপাত ও অস্পৃশ্যতার মতো কুপ্রথা নির্মূল করতে তাঁর জীবন উৎসর্গ করেছিলেন, তা আজও আমাদের সকলের জন্য অনুপ্রেরণা।”
“এই উপলক্ষে, আমি সন্ত রবিদাস জী-র পবিত্র স্থান সম্পর্কে কিছু কথা স্মরণ করতে পারি। ২০১৬ এবং ২০১৯ সালে আমি সেখানে গিয়ে প্রণাম এবং নোঙ্গর খানায় উপস্থিত থাকার সৌভাগ্য লাভ করেছি। একজন সাংসদ হয়ে আমি সিদ্ধান্ত নিয়ে ছিলাম যে, সেখানে কোনো অভাব থাকবে না। মাজারের জন্য উন্নয়নের কাজ হবে।”
“আমি বলতে গর্ব অনুভব করছি যে, আমাদের সরকারের প্রতিটি পদক্ষেপে এবং প্রতিটি পরিকল্পনায় শ্রদ্ধেয় শ্রী গুরু রবিদাস জী-র চেতনা প্রতিফলিত হয়েছে ও আগামী দিনেও হবে।”
महान संत गुरु रविदास जी की कल जन्म-जयंती है। उन्होंने जिस प्रकार से अपना जीवन समाज से जात-पात और छुआछूत जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करने के लिए समर्पित कर दिया, वो आज भी हम सबके लिए प्रेरणादायी है।
— Narendra Modi (@narendramodi) February 15, 2022
इस अवसर पर मुझे संत रविदास जी की पवित्र स्थली को लेकर कुछ बातें याद आ रही हैं। साल 2016 और 2019 में मुझे यहां मत्था टेकने और लंगर छकने का सौभाग्य मिला था। एक सांसद होने के नाते मैंने ये तय कर लिया था कि इस तीर्थस्थल के विकास कार्यों में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। pic.twitter.com/xDPsxlZGbO
— Narendra Modi (@narendramodi) February 15, 2022
मुझे यह बताते हुए गर्व का अनुभव हो रहा है कि हमने अपनी सरकार के हर कदम और हर योजना में पूज्य श्री गुरु रविदास जी की भावना को समाहित किया है। यही नहीं, काशी में उनकी स्मृति में निर्माण कार्य पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ आगे बढ़ रहा है। https://t.co/yWPtspWebi
— Narendra Modi (@narendramodi) February 15, 2022


