خاتون اول، ڈاکٹر جل بائیڈن،

ڈاکٹر پنچ ناتھن،

جناب مہروترا،

ڈاکٹر ولیمس،

خواتین و حضرات،

میرے نوجوان دوستو،

میں بہت خوش ہوں کہ آج واشنگٹن آتے ہی، مجھے اتنے نوجوان اور تخلیقی اذہان کے ساتھ جڑنے کا موقع حاصل ہوا ہے۔ نیشنل سائنس فاؤنڈیشن کے ساتھ مل کر بھارت متعدد پروجیکٹوں پر کام کر رہا ہے۔ اسی لیے یہ مقام بھی خصوصی اہمیت کا حامل ہے۔

ڈاکٹر بائیڈن،

آپ کی زندگی، آپ کی کوششیں، اور آپ کی حصولیابیاں سبھی کے لیے ترغیب کا باعث ہیں۔ ہماری موجودہ اور آنے والی نسلوں کے لیے ایک بہتر مستقبل کو یقینی بنانا – یہ ہم سبھی کی ذمہ داری ہے۔

اس روشن مستقبل کے لیے– تعلیم، ہنرمندی، اور اختراع ضروری ہیں اور بھارت میں ہم نے اس سمت میں متعدد کوششیں کی ہیں۔ ہم نے قومی تعلیمی پالیسی میں تعلیم اور ہنرمندی کو مربوط کیا ہے۔ ہم نے اسکولوں میں تقریباً 10000 اٹل اختراعی تجربہ گاہیں قائم کی ہیں۔ جہاں بچوں کو مختلف اختراعات کرنے کے لیے ہر طرح کی سہولتیں فراہم کی جا رہی ہیں۔ ہم نے نوجوان صنعت کاروں کی حوصلہ افزائی کے لیے اسٹارٹ اپ انڈیا مشن شروع کیا ہے۔ ہمارا ہدف اس دہائی کو  ’’ٹیک ڈیکیڈ‘‘ یا ٹیکیڈبنانے کا ہے۔

دوستو،

بھارت اور امریکہ کے مابین نمو کی رفتار کو برقرار رکھنے کے لیے ٹیلنٹ کی پائپ لائن کی ضرورت ہے۔ جہاں ایک جانب امریکہ کے پاس اعلیٰ معیاری تعلیمی ادارے ہیں، جدید تکنالوجیاں ہیں، وہیں بھارت کے پاس دنیا کی سب سے بڑی نوجوان فیکٹری ہے۔ اور اس لیے مجھے یقین ہے کہ بھارت اور امریکہ کی شراکت داری  ہمہ گیر اور مبنی بر شمولیت عالمی نمو کا انجن ثابت ہوگی۔ امریکہ میں کمیونٹی کالج کے ذریعہ ادا کیے جارہے اہم کردار کے لیے میں تہہ دل سے مبارکباد پیش کرتا ہوں۔

دوستو،

بھارت اور امریکہ کے درمیان تعلیم و تحقیق میں باہمی تعاون کے لیے میں کچھ خیالات ساجھا کرنا چاہوں گا۔ اس مشترکہ کوشش میں ضروری ہے کہ حکومت، صنعت، تعلیمی شعبہ-اساتذہ حضرات اور طلبا- سبھی کو شامل کیا جائے۔ ایک بھارت-امریکہ اساتذہ باہمی تبادلہ پروگرام کی شروعات کے موضوع پر ہم غور کر سکتے ہیں۔

دنیا بھر میں موجود سائنس دانوں اور صنعت کاران کا بھارتی اداروں کے ساتھ رابطہ بڑھانے کے لیے ہم نے 2015 میں تعلیمی نیٹ ورکس کی عالمی پہل قدمی (جی آئی اے این) شروع کی تھی۔ مجھے بتاتے ہوئے خوشی ہے کہ اس کے تحت اب تک امریکہ سے 750 فیکلٹی اراکین بھارت آچکے ہیں۔ میں امریکہ میں تعلیم و تحقیق سے وابستہ مصروف عمل اور سبکدوش افراد سے گذارش کروں گا کہ وہ اپنی تعطیلات خصوصاً موسم سرما کی تعطیلات بھارت میں گزاریں۔ وہ بھارت کو جانیں اور بھارت کی نئی نسل کے ساتھ اپنا علم ساجھا کریں۔

آپ بھی جانتے ہیں کہ نوجوانوں کی خلاقیت اور اخترع کا جذبہ حیرت انگیز ہے۔ مجھے لگتا ہے کہ دونوں ممالک کو مل کر الگ الگ موضوعات پر ہیکاتھون بھی کرنا چاہئے۔ اور اس سے ہمیں آج کے متعدد مسائل کے حل بھی مل سکتے ہیں اور مستقبل کے لیے نئے خیالات بھی۔ ہم پیشہ وارانہ مہارت کی اہلیت کی باہمی پہچان کے بارے میں بھی غور کر سکتے ہیں۔

دوستو،

میں چاہوں گا کہ اسٹوڈنٹ ایکسچینج پروگرام کے تحت امریکہ سے بھی بچے بھارت آئیں اور بھارت کو دیکھیں، بھارت کو جانیں۔ مجھے امید بھی ہے اور یقین بھی ہے کہ وہ دن دور نہیں جب ’’ناواہو نیشن‘‘ کا نوجوان بھارت کے شمال مشرق میں واقع ناگالینڈ میں بیٹھے اپنے دوست کے ساتھ مل کر ایک خیال  ایک پروجیکٹ کو مشترکہ طور پر تیار کرے گا۔آپ لوگوں نے مجھے اتنے سارے آئیڈیاز دیے، اس کے لیے میں یقیناً ان دو نوجوانوں کا مشکور ہوں۔

میں ایک مرتبہ پھر خاتون اول ڈاکٹر جل بائیڈن کے تئیں تہہ دل  سے اظہار تشکر کرتا ہوں۔ میں نیشنل سائنس فاؤنڈیشن اور آپ سبھی کا، یہاں تشریف لانے کے لیے ایک مرتبہ شکریہ ادا کرتا ہوں۔

آپ کا شکریہ۔

 

Explore More
شری رام جنم بھومی مندر دھوجاروہن اتسو کے دوران وزیر اعظم کی تقریر کا متن

Popular Speeches

شری رام جنم بھومی مندر دھوجاروہن اتسو کے دوران وزیر اعظم کی تقریر کا متن
Exclusive: Just two friends in a car, says Putin on viral carpool with PM Modi

Media Coverage

Exclusive: Just two friends in a car, says Putin on viral carpool with PM Modi
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
India–Russia friendship has remained steadfast like the Pole Star: PM Modi during the joint press meet with Russian President Putin
December 05, 2025

Your Excellency, My Friend, राष्ट्रपति पुतिन,
दोनों देशों के delegates,
मीडिया के साथियों,
नमस्कार!
"दोबरी देन"!

आज भारत और रूस के तेईसवें शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। उनकी यात्रा ऐसे समय हो रही है जब हमारे द्विपक्षीय संबंध कई ऐतिहासिक milestones के दौर से गुजर रहे हैं। ठीक 25 वर्ष पहले राष्ट्रपति पुतिन ने हमारी Strategic Partnership की नींव रखी थी। 15 वर्ष पहले 2010 में हमारी साझेदारी को "Special and Privileged Strategic Partnership” का दर्जा मिला।

पिछले ढाई दशक से उन्होंने अपने नेतृत्व और दूरदृष्टि से इन संबंधों को निरंतर सींचा है। हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने आपसी संबंधों को नई ऊंचाई दी है। भारत के प्रति इस गहरी मित्रता और अटूट प्रतिबद्धता के लिए मैं राष्ट्रपति पुतिन का, मेरे मित्र का, हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।

Friends,

पिछले आठ दशकों में विश्व में अनेक उतार चढ़ाव आए हैं। मानवता को अनेक चुनौतियों और संकटों से गुज़रना पड़ा है। और इन सबके बीच भी भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है।परस्पर सम्मान और गहरे विश्वास पर टिके ये संबंध समय की हर कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं। आज हमने इस नींव को और मजबूत करने के लिए सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा की। आर्थिक सहयोग को नई ऊँचाइयों पर ले जाना हमारी साझा प्राथमिकता है। इसे साकार करने के लिए आज हमने 2030 तक के लिए एक Economic Cooperation प्रोग्राम पर सहमति बनाई है। इससे हमारा व्यापार और निवेश diversified, balanced, और sustainable बनेगा, और सहयोग के क्षेत्रों में नए आयाम भी जुड़ेंगे।

आज राष्ट्रपति पुतिन और मुझे India–Russia Business Forum में शामिल होने का अवसर मिलेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि ये मंच हमारे business संबंधों को नई ताकत देगा। इससे export, co-production और co-innovation के नए दरवाजे भी खुलेंगे।

दोनों पक्ष यूरेशियन इकॉनॉमिक यूनियन के साथ FTA के शीघ्र समापन के लिए प्रयास कर रहे हैं। कृषि और Fertilisers के क्षेत्र में हमारा करीबी सहयोग,food सिक्युरिटी और किसान कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। मुझे खुशी है कि इसे आगे बढ़ाते हुए अब दोनों पक्ष साथ मिलकर यूरिया उत्पादन के प्रयास कर रहे हैं।

Friends,

दोनों देशों के बीच connectivity बढ़ाना हमारी मुख्य प्राथमिकता है। हम INSTC, Northern Sea Route, चेन्नई - व्लादिवोस्टोक Corridors पर नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे। मुजे खुशी है कि अब हम भारत के seafarersकी polar waters में ट्रेनिंग के लिए सहयोग करेंगे। यह आर्कटिक में हमारे सहयोग को नई ताकत तो देगा ही, साथ ही इससे भारत के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे।

उसी प्रकार से Shipbuilding में हमारा गहरा सहयोग Make in India को सशक्त बनाने का सामर्थ्य रखता है। यह हमारेwin-win सहयोग का एक और उत्तम उदाहरण है, जिससे jobs, skills और regional connectivity – सभी को बल मिलेगा।

ऊर्जा सुरक्षा भारत–रूस साझेदारी का मजबूत और महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है। Civil Nuclear Energy के क्षेत्र में हमारा दशकों पुराना सहयोग, Clean Energy की हमारी साझा प्राथमिकताओं को सार्थक बनाने में महत्वपूर्ण रहा है। हम इस win-win सहयोग को जारी रखेंगे।

Critical Minerals में हमारा सहयोग पूरे विश्व में secure और diversified supply chains सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। इससे clean energy, high-tech manufacturing और new age industries में हमारी साझेदारी को ठोस समर्थन मिलेगा।

Friends,

भारत और रूस के संबंधों में हमारे सांस्कृतिक सहयोग और people-to-people ties का विशेष महत्व रहा है। दशकों से दोनों देशों के लोगों में एक-दूसरे के प्रति स्नेह, सम्मान, और आत्मीयताका भाव रहा है। इन संबंधों को और मजबूत करने के लिए हमने कई नए कदम उठाए हैं।

हाल ही में रूस में भारत के दो नए Consulates खोले गए हैं। इससे दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क और सुगम होगा, और आपसी नज़दीकियाँ बढ़ेंगी। इस वर्ष अक्टूबर में लाखों श्रद्धालुओं को "काल्मिकिया” में International Buddhist Forum मे भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का आशीर्वाद मिला।

मुझे खुशी है कि शीघ्र ही हम रूसी नागरिकों के लिए निशुल्क 30 day e-tourist visa और 30-day Group Tourist Visa की शुरुआत करने जा रहे हैं।

Manpower Mobility हमारे लोगों को जोड़ने के साथ-साथ दोनों देशों के लिए नई ताकत और नए अवसर create करेगी। मुझे खुशी है इसे बढ़ावा देने के लिए आज दो समझौतेकिए गए हैं। हम मिलकर vocational education, skilling और training पर भी काम करेंगे। हम दोनों देशों के students, scholars और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान भी बढ़ाएंगे।

Friends,

आज हमने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। यूक्रेन के संबंध में भारत ने शुरुआत से शांति का पक्ष रखा है। हम इस विषय के शांतिपूर्ण और स्थाई समाधान के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। भारत सदैव अपना योगदान देने के लिए तैयार रहा है और आगे भी रहेगा।

आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में भारत और रूस ने लंबे समय से कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया है। पहलगाम में हुआ आतंकी हमला हो या क्रोकस City Hall पर किया गया कायरतापूर्ण आघात — इन सभी घटनाओं की जड़ एक ही है। भारत का अटल विश्वास है कि आतंकवाद मानवता के मूल्यों पर सीधा प्रहार है और इसके विरुद्ध वैश्विक एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताक़त है।

भारत और रूस के बीच UN, G20, BRICS, SCO तथा अन्य मंचों पर करीबी सहयोग रहा है। करीबी तालमेल के साथ आगे बढ़ते हुए, हम इन सभी मंचों पर अपना संवाद और सहयोग जारी रखेंगे।

Excellency,

मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में हमारी मित्रता हमें global challenges का सामना करने की शक्ति देगी — और यही भरोसा हमारे साझा भविष्य को और समृद्ध करेगा।

मैं एक बार फिर आपको और आपके पूरे delegation को भारत यात्रा के लिए बहुत बहुत धन्यवाद देता हूँ।