06.12.2024 : ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀଙ୍କ ଅଧ୍ୟକ୍ଷତାରେ ଅନୁଷ୍ଠିତ ଅର୍ଥନୈତିକ ବ୍ୟାପାର ସଂକ୍ରାନ୍ତ କ୍ୟାବିନେଟ୍ କମିଟି ନବୋଦୟ ବିଦ୍ୟାଳୟ ଯୋଜନା (କେନ୍ଦ୍ରୀୟ କ୍ଷେତ୍ର ଯୋଜନା) ଅଧୀନରେ ଦେଶର ବିଭିନ୍ନ ଜିଲ୍ଲାରେ ୨୮ଟି ନବୋଦୟ ବିଦ୍ୟାଳୟ (ଏନଭି) ପ୍ରତିଷ୍ଠା କରିବାକୁ ମଞ୍ଜୁରୀ ଦେଇଛି। ଏହି ୨୮ଟି ଏନଭିର ତାଲିକା ଅନୁଚ୍ଛେଦରେ ପ୍ରଦାନ କରାଯାଇଛି।

୨୦୨୪-୨୫ରୁ ୨୦୨୮-୨୯ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ପାଞ୍ଚ ବର୍ଷ ମଧ୍ୟରେ ୨୮ଟି ଏନଭି ପ୍ରତିଷ୍ଠା ପାଇଁ ମୋଟ ୨୩୫୯.୮୨ କୋଟି ଟଙ୍କାର ପାଣ୍ଠି ର ଆବଶ୍ୟକତା ରହିଛି। ଏଥିରେ ୧୯୪୪.୧୯ କୋଟି ଟଙ୍କାର ପୁଞ୍ଜି ବ୍ୟୟ ଏବଂ ୪୧୫.୬୩ କୋଟି ଟଙ୍କାର ପରିଚାଳନା ଖର୍ଚ୍ଚ ଅନ୍ତର୍ଭୁକ୍ତ।

ଏହି ପ୍ରକଳ୍ପ କୁ କାର୍ଯ୍ୟକାରୀ କରିବା ପାଇଁ ପ୍ରଶାସନିକ ଢାଞ୍ଚାରେ ୫୬୦ ଜଣ ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀଙ୍କ କ୍ଷମତା ବିଶିଷ୍ଟ ଏକ ପୂର୍ଣ୍ଣାଙ୍ଗ ଏନଭି ଚଳାଇବା ପାଇଁ ସମିତି ଦ୍ୱାରା ନିର୍ଦ୍ଧାରିତ ମାନଦଣ୍ଡ ଅନୁଯାୟୀ ପଦବୀ ସୃଷ୍ଟି ହେବ । ତେଣୁ ୫୬୦ x ୨୮= ୧୫୬୮୦ ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀ ଉପକୃତ ହେବେ। ପ୍ରଚଳିତ ନିୟମ ଅନୁଯାୟୀ, ଏକ ପୂର୍ଣ୍ଣାଙ୍ଗ ଏନଭି ୪୭ ଜଣଙ୍କୁ ନିଯୁକ୍ତି ପ୍ରଦାନ କରିଥାଏ ଏବଂ ସେହି ଅନୁଯାୟୀ, ଅନୁମୋଦିତ ୨୮ଟି ନବୋଦୟ ବିଦ୍ୟାଳୟ ୧୩୧୬ ଜଣଙ୍କୁ ପ୍ରତ୍ୟକ୍ଷ ସ୍ଥାୟୀ ନିଯୁକ୍ତି ପ୍ରଦାନ କରିବ । ବିଦ୍ୟାଳୟ ଭିତ୍ତିଭୂମି ନିର୍ମାଣ ପାଇଁ ନିର୍ମାଣ ଏବଂ ଆନୁଷଙ୍ଗିକ କାର୍ଯ୍ୟକଳାପ ଅନେକ କୁଶଳୀ ଏବଂ ଅଣକୁଶଳୀ ଶ୍ରମିକଙ୍କ ପାଇଁ ନିଯୁକ୍ତି ସୁଯୋଗ ସୃଷ୍ଟି କରିବାର ସମ୍ଭାବନା ରହିଛି । ଏହାର ଆବାସିକ ପ୍ରକୃତି ହେତୁ ପ୍ରତ୍ୟେକ ନବୋଦୟ ବିଦ୍ୟାଳୟ ଅତ୍ୟାବଶ୍ୟକ ସାମଗ୍ରୀ ଯଥା ଖାଦ୍ୟ, ଉପଭୋକ୍ତା ସାମଗ୍ରୀ, ଆସବାବପତ୍ର, ଶିକ୍ଷାଦାନ ସାମଗ୍ରୀ ଇତ୍ୟାଦି ଯୋଗାଣ ଏବଂ ସ୍ଥାନୀୟ ସେବା ପ୍ରଦାନକାରୀ ଯଥା ସେଲୁନ, ଟେଲର, ମୋଚି, ଗୃହରକ୍ଷଣ ଏବଂ ସୁରକ୍ଷା ସେବା ପାଇଁ ମାନବ ସମ୍ବଳ ଇତ୍ୟାଦି ପାଇଁ ସ୍ଥାନୀୟ ବିକ୍ରେତାମାନଙ୍କୁ ସୁଯୋଗ ସୃଷ୍ଟି କରିବ ।

ମୁଖ୍ୟତଃ ଗ୍ରାମାଞ୍ଚଳର ସେମାନଙ୍କ ପରିବାରର ସାମାଜିକ-ଅର୍ଥନୈତିକ ସ୍ଥିତିକୁ ଦୃଷ୍ଟିରେ ନ ରଖି ଏନଭି ଗୁଡ଼ିକ ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ଆବାସିକ, ମିଳିତ ଶିକ୍ଷାନୁଷ୍ଠାନ ଯାହା ପ୍ରତିଭାବାନ ପିଲାମାନଙ୍କୁ ଷଷ୍ଠରୁ ଦ୍ୱାଦଶ ଶ୍ରେଣୀ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଉନ୍ନତମାନର ଆଧୁନିକ ଶିକ୍ଷା ପ୍ରଦାନ କରିଥାଏ। ଏହି ବିଦ୍ୟାଳୟଗୁଡ଼ିକରେ ନାମଲେଖା ଏକ ଚୟନ ପରୀକ୍ଷା ଆଧାରରେ କରାଯାଏ। ପ୍ରତିବର୍ଷ ପ୍ରାୟ ୪୯,୬୪୦ ଜଣ ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀ ଷଷ୍ଠ ଶ୍ରେଣୀରେ ନାମ ଲେଖାଉଛନ୍ତି ।

ବର୍ତ୍ତମାନ ସୁଦ୍ଧା ସମଗ୍ର ଦେଶରେ ୬୬୧ଟି ମଞ୍ଜୁରୀପ୍ରାପ୍ତ ଏନଭି ରହିଛି (ଏସସି/ଏସଟି ଜନସଂଖ୍ୟା ଅଧିକ ଥିବା ୨୦ଟି ଜିଲ୍ଲାରେ ଦ୍ୱିତୀୟ ଏନଭି ଏବଂ ୩ଟି ସ୍ୱତନ୍ତ୍ର ଏନଭି କୁ ମିଶାଇ)। ସେଥିମଧ୍ୟରୁ ୬୫୩ଟି ଏନଭି କାର୍ଯ୍ୟକ୍ଷମ ରହିଛି।

ଜାତୀୟ ଶିକ୍ଷା ନୀତି ୨୦୨୦ ଅନୁଯାୟୀ, ପ୍ରାୟ ସମସ୍ତ ନବୋଦୟ ବିଦ୍ୟାଳୟକୁ ପିଏମ ଶ୍ରୀ ବିଦ୍ୟାଳୟ ଭାବରେ ମନୋନୀତ କରାଯାଇଛି, ଯେଉଁଥିରେ ଏନଇପି ୨୦୨୦ର କାର୍ଯ୍ୟକାରିତା ପ୍ରଦର୍ଶନ କରାଯାଇଛି ଏବଂ ଅନ୍ୟମାନଙ୍କ ପାଇଁ ଉଦାହରଣ ବିଦ୍ୟାଳୟ ଭାବରେ କାର୍ଯ୍ୟ କରୁଛି | ଏହି ଯୋଜନାକୁ ପ୍ରଶଂସା କରାଯାଉଛି ଏବଂ ପ୍ରତିବର୍ଷ ଏନଭିରେ ଷଷ୍ଠ ଶ୍ରେଣୀରେ ନାମଲେଖା ପାଇଁ ଆବେଦନ କରୁଥିବା ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀଙ୍କ ସଂଖ୍ୟା କ୍ରମାଗତ ଭାବରେ ବୃଦ୍ଧି ପାଉଛି। ବିଗତ ବର୍ଷଗୁଡ଼ିକରେ ନବୋଦୟ ବିଦ୍ୟାଳୟରେ ବାଳିକା (୪୨%), ଏସସି (୨୪%), ଏସଟି (୨୦%) ଏବଂ ଓବିସି (୩୯%) ପିଲାଙ୍କ ନାମଲେଖା ବୃଦ୍ଧି ପାଇଛି, ଯାହା ଦ୍ୱାରା ଗୁଣାତ୍ମକ ଶିକ୍ଷା ସମସ୍ତଙ୍କ ପାଇଁ ଉପଲବ୍ଧ ହେବ ।

ସିବିଏସଇ ଦ୍ୱାରା ପରିଚାଳିତ ବୋର୍ଡ ପରୀକ୍ଷାରେ ନବୋଦୟ ବିଦ୍ୟାଳୟର ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀଙ୍କ ପ୍ରଦର୍ଶନ କ୍ରମାଗତ ଭାବରେ ସମସ୍ତ ଶିକ୍ଷା ବ୍ୟବସ୍ଥା ମଧ୍ୟରେ ଶ୍ରେଷ୍ଠ ରହିଛି । ଇଞ୍ଜିନିୟରିଂ, ମେଡିକାଲ ସାଇନ୍ସ, ସଶସ୍ତ୍ର ବାହିନୀ, ସିଭିଲ ସର୍ଭିସ ଇତ୍ୟାଦି ବିଭିନ୍ନ କ୍ଷେତ୍ରରେ ଏନଭିର ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀମାନେ ସହରାଞ୍ଚଳ ଭାରତର ଶ୍ରେଷ୍ଠ ପ୍ରତିଭାଙ୍କ ସମକକ୍ଷ ହୋଇ ଉତ୍କର୍ଷ ପ୍ରଦର୍ଶନ କରୁଛନ୍ତି।

Annexure

S.No.

Name of the State

Name of the District in which NV is sanctioned

 

 

 

 

Arunachal Pradesh

Upper Subansiri

 

Kradadi

 

Lepa Rada

 

Lower Siang

 

Lohit

 

Pakke-Kessang

 

Shi-Yomi

 

Siang

 

 

 

Assam

Sonitpur

 

Charaideo

 

Hojai

 

Majuli

 

South Salmara Manacachar

 

West Karbianglong

 

 

 

Manipur

Thoubal

 

Kangpoki

 

Noney

 

Karnataka

Bellary

 

Maharashtra

Thane

 

 

 

 

 

 

 

Telangana

Jagityal

 

Nizamabad

 

Kothagudem Bhadradri

 

Medchal Malkajgiri

 

Mahabubnagar

 

Sangareddy

 

Suryapet

 

 

West Bengal

Purba Bardhaman

 

Jhargram

 

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India–Russia friendship has remained steadfast like the Pole Star: PM Modi during the joint press meet with Russian President Putin
December 05, 2025

Your Excellency, My Friend, राष्ट्रपति पुतिन,
दोनों देशों के delegates,
मीडिया के साथियों,
नमस्कार!
"दोबरी देन"!

आज भारत और रूस के तेईसवें शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। उनकी यात्रा ऐसे समय हो रही है जब हमारे द्विपक्षीय संबंध कई ऐतिहासिक milestones के दौर से गुजर रहे हैं। ठीक 25 वर्ष पहले राष्ट्रपति पुतिन ने हमारी Strategic Partnership की नींव रखी थी। 15 वर्ष पहले 2010 में हमारी साझेदारी को "Special and Privileged Strategic Partnership” का दर्जा मिला।

पिछले ढाई दशक से उन्होंने अपने नेतृत्व और दूरदृष्टि से इन संबंधों को निरंतर सींचा है। हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने आपसी संबंधों को नई ऊंचाई दी है। भारत के प्रति इस गहरी मित्रता और अटूट प्रतिबद्धता के लिए मैं राष्ट्रपति पुतिन का, मेरे मित्र का, हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।

Friends,

पिछले आठ दशकों में विश्व में अनेक उतार चढ़ाव आए हैं। मानवता को अनेक चुनौतियों और संकटों से गुज़रना पड़ा है। और इन सबके बीच भी भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है।परस्पर सम्मान और गहरे विश्वास पर टिके ये संबंध समय की हर कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं। आज हमने इस नींव को और मजबूत करने के लिए सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा की। आर्थिक सहयोग को नई ऊँचाइयों पर ले जाना हमारी साझा प्राथमिकता है। इसे साकार करने के लिए आज हमने 2030 तक के लिए एक Economic Cooperation प्रोग्राम पर सहमति बनाई है। इससे हमारा व्यापार और निवेश diversified, balanced, और sustainable बनेगा, और सहयोग के क्षेत्रों में नए आयाम भी जुड़ेंगे।

आज राष्ट्रपति पुतिन और मुझे India–Russia Business Forum में शामिल होने का अवसर मिलेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि ये मंच हमारे business संबंधों को नई ताकत देगा। इससे export, co-production और co-innovation के नए दरवाजे भी खुलेंगे।

दोनों पक्ष यूरेशियन इकॉनॉमिक यूनियन के साथ FTA के शीघ्र समापन के लिए प्रयास कर रहे हैं। कृषि और Fertilisers के क्षेत्र में हमारा करीबी सहयोग,food सिक्युरिटी और किसान कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। मुझे खुशी है कि इसे आगे बढ़ाते हुए अब दोनों पक्ष साथ मिलकर यूरिया उत्पादन के प्रयास कर रहे हैं।

Friends,

दोनों देशों के बीच connectivity बढ़ाना हमारी मुख्य प्राथमिकता है। हम INSTC, Northern Sea Route, चेन्नई - व्लादिवोस्टोक Corridors पर नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे। मुजे खुशी है कि अब हम भारत के seafarersकी polar waters में ट्रेनिंग के लिए सहयोग करेंगे। यह आर्कटिक में हमारे सहयोग को नई ताकत तो देगा ही, साथ ही इससे भारत के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे।

उसी प्रकार से Shipbuilding में हमारा गहरा सहयोग Make in India को सशक्त बनाने का सामर्थ्य रखता है। यह हमारेwin-win सहयोग का एक और उत्तम उदाहरण है, जिससे jobs, skills और regional connectivity – सभी को बल मिलेगा।

ऊर्जा सुरक्षा भारत–रूस साझेदारी का मजबूत और महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है। Civil Nuclear Energy के क्षेत्र में हमारा दशकों पुराना सहयोग, Clean Energy की हमारी साझा प्राथमिकताओं को सार्थक बनाने में महत्वपूर्ण रहा है। हम इस win-win सहयोग को जारी रखेंगे।

Critical Minerals में हमारा सहयोग पूरे विश्व में secure और diversified supply chains सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। इससे clean energy, high-tech manufacturing और new age industries में हमारी साझेदारी को ठोस समर्थन मिलेगा।

Friends,

भारत और रूस के संबंधों में हमारे सांस्कृतिक सहयोग और people-to-people ties का विशेष महत्व रहा है। दशकों से दोनों देशों के लोगों में एक-दूसरे के प्रति स्नेह, सम्मान, और आत्मीयताका भाव रहा है। इन संबंधों को और मजबूत करने के लिए हमने कई नए कदम उठाए हैं।

हाल ही में रूस में भारत के दो नए Consulates खोले गए हैं। इससे दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क और सुगम होगा, और आपसी नज़दीकियाँ बढ़ेंगी। इस वर्ष अक्टूबर में लाखों श्रद्धालुओं को "काल्मिकिया” में International Buddhist Forum मे भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का आशीर्वाद मिला।

मुझे खुशी है कि शीघ्र ही हम रूसी नागरिकों के लिए निशुल्क 30 day e-tourist visa और 30-day Group Tourist Visa की शुरुआत करने जा रहे हैं।

Manpower Mobility हमारे लोगों को जोड़ने के साथ-साथ दोनों देशों के लिए नई ताकत और नए अवसर create करेगी। मुझे खुशी है इसे बढ़ावा देने के लिए आज दो समझौतेकिए गए हैं। हम मिलकर vocational education, skilling और training पर भी काम करेंगे। हम दोनों देशों के students, scholars और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान भी बढ़ाएंगे।

Friends,

आज हमने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। यूक्रेन के संबंध में भारत ने शुरुआत से शांति का पक्ष रखा है। हम इस विषय के शांतिपूर्ण और स्थाई समाधान के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। भारत सदैव अपना योगदान देने के लिए तैयार रहा है और आगे भी रहेगा।

आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में भारत और रूस ने लंबे समय से कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया है। पहलगाम में हुआ आतंकी हमला हो या क्रोकस City Hall पर किया गया कायरतापूर्ण आघात — इन सभी घटनाओं की जड़ एक ही है। भारत का अटल विश्वास है कि आतंकवाद मानवता के मूल्यों पर सीधा प्रहार है और इसके विरुद्ध वैश्विक एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताक़त है।

भारत और रूस के बीच UN, G20, BRICS, SCO तथा अन्य मंचों पर करीबी सहयोग रहा है। करीबी तालमेल के साथ आगे बढ़ते हुए, हम इन सभी मंचों पर अपना संवाद और सहयोग जारी रखेंगे।

Excellency,

मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में हमारी मित्रता हमें global challenges का सामना करने की शक्ति देगी — और यही भरोसा हमारे साझा भविष्य को और समृद्ध करेगा।

मैं एक बार फिर आपको और आपके पूरे delegation को भारत यात्रा के लिए बहुत बहुत धन्यवाद देता हूँ।