Congress sidelined interest of people of this country: PM Modi in Shahdol

Published By : Admin | November 16, 2018 | 14:58 IST
QuoteCongress must answer why during the time of Emergency, Rajmata Ji was jailed for a long time: PM Modi
QuoteFor 55 years Congress were in power. During all those years, Madhya Pradesh was termed 'Bimaru': PM Modi
QuoteIn the last 15 years, definition of MP has changed. It has now become 'Maximum Progress': PM Modi
QuoteCongress manufactures lies and spreads it. But now people are more aware. They know about Congress' lies: PM
QuoteEven today, the Congress cries fowl of demonetisation. Why is it so? Because they faced the heat of demonetisation: PM Modi
QuoteOur fight against corruption won't end. Those who have looted the poor must return what they have looted: PM

मंच पर विराजमान मध्य प्रदेश के लोकप्रिय और यशस्वी मुख्यमंत्री, एक प्रकार से जनता के मुख्यमंत्री, ऐसे मेरे मित्र, भाई श्री शिवराज सिंह जी, संसद में मेरे साथी और पार्टी के अध्यक्ष श्रीमान राकेश सिंह जी, संसद में मेरी साथी बहन रीति पाठक जी, श्रीमान ज्ञान सिंह जी, मेरे बहुत पुराने अनन्य साथी सांसद श्रीमान फग्गन सिंह कुलस्ते जी, अनूपपुर के जिला अध्यक्ष श्री आधाराम जी वैश्य, भाई सुनील जैन, श्री मनीष सिंह जी, इंद्रजीत छाबड़ा जी, मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ महानुभाव और विशाल संख्या में पधारे हुए शहडोल के मेरे प्यारे भाइयो और बहनो...

इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता, जनता जनार्दन के हितों को समर्पित ऐसे हमारे ओजस्वी कार्यकर्ताओं को इस बार मैदान में हमने उतारा है। अनूपपुर से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार श्रीमान रामलाल जी, पुष्पराजगढ़ से श्री नरेन्द्र मरावी जी, कोतमा से श्री दिलीप जी, बांधवगढ़ से शिवनारायण सिंह जी, जैतपुर से मनीषा सिंह, मानपुर से मीना सिंह, जयसिंह नगर से श्रीमान जयसिंह मरावी जी, ब्यौहारी से श्रीमान शरद कोल, डिंडोरी से श्रीमान जय सिंह जी। आप सब मेरे साथ भारत माता की जय बोल करके हमारे इन सभी साथियों को आशीर्वाद दीजिए। भारत माता की जय! भारत माता की जय!

आज छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्र का दौरा करने के बाद शहडोल में आपके बीच आने का मुझे सौभाग्य मिला है। ये भारतीय जनता पार्टी के लिए बड़ी प्रसन्नता का विषय है कि हमारे देश में जहां-जहां सर्वाधिक आदिवासी क्षेत्र हैं, ऐसे सभी राज्यों में हमारे आदिवासी भाइयों-बहनों ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने में बहुत बड़ी भूमिका अदा की है। चाहे महाराष्ट्र हो, गुजरात हो, राजस्थान हो, मध्य प्रदेश हो, छत्तीसगढ़ हो, झारखंड हो, सारे क्षेत्र जहां सर्वाधिक आदिवासी समूह रहता है उन सभी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी को बार-बार सेवा करने का मौका आप सबने दिया है। और इसलिए, मैं सबसे पहले हृदय से आपका अभिनंदन करना चाहता हूँ, सर झुकाकर के आपका नमन करना चाहता हूँ।

भाइयो-बहनो, ये चुनाव कौन विधायक बने, कौन विधायक न बने, कौन दल जीते, कौन दल न जीते, किसकी सरकार बने, किसकी सरकार न बने, इतने सीमित हेतु के लिए नहीं है। ये चुनाव है हमारे मध्य प्रदेश का भविष्य क्या हो, उसका फैसला करने के लिए। हम हमारे बच्चों को कैसा मध्य प्रदेश देना चाहते हैं, इसका निर्णय इस चुनाव में आपको करना है। ये मध्य प्रदेश को Centre stage में लाने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है, शिवराज सिंह के नेतृत्व ने किया है, मध्य प्रदेश की सेवा में रत भारतीय जनता पार्टी के लक्षावधि कार्यकर्ताओं ने किया है और मध्य प्रदेश की जनता के भरपूर प्यार का परिणाम है कि ये संभव हुआ है। और इसलिए भाइयो-बहनो, आपके सामने साफ है 15 साल बनाम 55 साल। और भी एक comparison आप करें, जरूर करें। मोदी का भी हिसाब आपको मांगना चाहिए। मांगना चाहिए कि नहीं मांगना चाहिए? संकोच मत कीजिए। मोदी को भी हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए? पल-पल का हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए? पाई-पाई का हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए? उसके लिए भी मैं आपसे आग्रह करता हूँ। उनकी 4 पीढ़ियों की सरकारें, एक ही परिवार की 4 पीढ़ी ने देश को क्या दिया और एक चायवाले ने 4 साल में देश को क्या दिया? आ जाओ हो जाए मुकाबला। इनका हाल ये है कि मुंह में राम बगल में छूरी। ये बोलते हैं, पार्लियामेंट में भी बोलते हैं, बाहर भी बोलते हैं कि हम प्रेम की बात करते हैं, हम प्रेम की बात करते हैं, हम प्रेम की बात करते हैं। और यहाँ मध्य प्रदेश में हमें बताया गया कि वो गुस्से के सिवा कुछ बोल ही नहीं रहे। यानि बोलना एक, करना दूसरा- ये कांग्रेस के चरित्र का हिस्सा है।

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अब मुझे बताइए, जो ये कांग्रेस के नेता जा-जा करके भड़का रहे हैं कि शिवराज जी ने ये नहीं किया, मोदी जी ने ये नहीं किया, शिवराज जी ने ये नहीं किया, मोदी जी ने ये नहीं किया…ये कांग्रेस वालों को एक सवाल पूछोगे आप? मुझे पूरा जवाब चाहिए आपलोगों से। कांग्रेस वाले जब आएंगे तो सवाल पूछोगे? पक्का पूछोगे? प्रेम से पूछोगे? आँख में आँख मिलाकर के  पूछोगे? अगर वो कहते है कि सड़क क्यूँ नहीं बनी, तो आप उनको इतना पूछ लीजिए कि 55 साल सरकार आपने चलाई थी, तो आप सड़क बना के गए थे और शिवराज जी ने उखाड़ के फेंकी है क्या? ना-ना जरा बताओ ना? ना-ना ये रोड आप बना के गए थे और शिवराज जी ने आकर के बुलडोज लगाया क्या उसपे? जरा बताओ ना ये स्कूल क्या आप 55 साल में बना के गए थे, क्या शिवराज जी ने आकर के उसकी दीवारें तोड़ दीं? क्या ये अस्पताल आप बना के गए थे? जो काम उन्होंने नहीं किया, हमें पूछ रहे हैं क्यूँ नहीं हुआ? अरे 55 साल में तुम जो नहीं कर पाए, पहले उसका जवाब दो। क्या तुम्हारे दिमाग को तब ताला लग गया था? ये पहली बार तुम्हें पता चला कि विकास का मतलब ये होता है, ये-ये करना होता है?

और इसलिए भाइयो-बहनो, कांग्रेस पार्टी... मैं तो हैरान हूँ और अब मुझे समझ आया है कि इतने सालों तक वो चुनाव में जीतते कैसे थे? क्यूंकि उस समय विरोधी दल की ताकत भी बहुत कम थी, मीडिया भी उतना vibrant नहीं था और इतने चैनल भी नहीं थे, इतने अखबार भी नहीं थे, सोशल मीडिया तो था ही नहीं। इसलिए, वो जो झूठ परोसते थे वो नीचे तक पहुँच जाता था और लोगों को झूठ भी सच लगने लगता था। अब पता चल गया है कि झूठ के कारोबारी, ये झूठ के शहंशाह कितना झूठ बोल सकते हैं, कितनी बार झूठ बोल सकते हैं, कैसा-कैसा झूठ बोल सकते हैं, कहाँ-कहाँ झूठ बोल सकते हैं। शायद रात में बड़बड़ाते होंगे तो उसमें भी झूठ बोलते होंगे, ऐसी झूठ बोलने की आदत हो गई है। लेकिन अब मीडिया जागरूक है, सोशल मीडिया ज्यादा एक्टिव हो गया है, अखबारों की भी संख्या बढ़ गई है और इसलिए, उनका झूठ 1 घंटे, 2 घंटे से ज्यादा जी नहीं सकता, उसका मरना तय हो जाता है और इसलिए उनको नया झूठ गढ़ना पड़ता है।

अब भाइयो-बहनो, हमने वादा किया है कि 2022 तक जब भारत की आजादी के 75 साल होंगे, तब तक हम हिंदुस्तान में एक भी परिवार को बिना घर का रहने नहीं देंगे, हर परिवार को उसका अपना घर होगा। मुझे बताइए, हमारे इस वादे पर किसी को शक है क्या? पूरी ताकत से बताइए, उनके कान फट जाएं ऐसे बोलो। क्या किसी को शक है? हमारे इस वादे पर जरा भी शक है क्या आपको? ये शक क्यूँ नहीं है? इसलिए नहीं कि ये मोदी बोल रहा है, इसलिए नहीं कि ये शिवराज जी बोल रहे हैं। ये इसलिए है कि भाइयो-बहनो, इस प्रधानमंत्री आवास योजना में इतने कम समय में अकेले मध्य प्रदेश में 12 लाख पक्के घर की चाबी हम सुपुर्द कर चुके हैं, तब लोगों को विश्वास पैदा हुआ है कि भई ये जो वादे करते हैं, ये गुमराह करने के लिए नहीं करते हैं। भाइयो-बहनो, जनता-जनार्दन को विश्वास तब होता है।  समाज के अंदर सरकार कानून बना करके दोषियों को सजा दिलाती है लेकिन परिवार के संस्कार बच्चों को गुनहगार बनने से रोकते हैं। और इसलिए, हमारी कोशिश रही है कि एक तरफ परिवारों में संस्कारों का वातावरण फले-फूले तो दूसरी तरफ सरकार का कानून तेज गति से काम करे। चुप हैं, ये झूठ बोलने वाले लोगों के मुंह पर कभी ताले लग जाते हैं। यही मध्य प्रदेश की सरकार है...बलात्कारियों को 5 दिन में, 15 दिन में, महीने में सारी कार्रवाई करके फांसी की सजा दिलाने में ये मध्य प्रदेश की सरकार सफल हुई। तभी खोट पैदा होता है। माँ-बेटियों की रक्षा करने के लिए इस चुस्ती से काम करना होता है...और मैं बधाई देता हूँ, शिवराज जी को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ कि उन्होंने कानून का सही तरीके से उपयोग करके माताओं-बहनों की इज्जत को बचाने के लिए भरसक काम किया है। लेकिन ऐसी बातें नहीं बोलेंगे क्यूंकि उनके काल-खंड में तंदूरी कांड हुआ करते थे। इसको कोई देश में भूल नहीं सकता है भाइयो-बहनो। और इसीलिए, मैं कहता हूँ कि काम करने वाली सरकार चाहे सामान्य मानवी के सपनों को पूरा करना हो या सामान्य मानवी की सुरक्षा की चिंता करनी हो, वो जब तेज गति से काम करती है तो परिणाम मिलते हैं।

भाइयो-बहनो, पहले पूरे देश में जितने घर बनते थे, ये सरकार उतने मकान अकेले मध्य प्रदेश में बना देती है, ये कैसे होता होगा। पहले गैस का कूपन लेने के लिए MPs को दिल्ली में ये राज दरबारों के अंदर जाकर ये request करनी पड़ती थी कि एमपी के 25 कूपन को 30 कर दीजिए, हमारे इलाके में 25 परिवारों को हम गैस का कनेक्शन देना चाहते हैं। एक एमपी 25 घर में साल में गैस का कनेक्शन दे पाता था और वो भी ये राज दरबार की कृपा से! ये 4 पीढ़ी तक जिन्होंने राज किया, वे कृपा करें तब होता था। हमने तय किया कि मेरी गरीब माताओं को चूल्हे के धुएँ से मुझे मुक्त कराना है। अगर इस देश के अमीर के घर में गैस का चूल्हा जल सकता है तो मेरे गरीब के घर में भी गैस का चूल्हा जलेगा और देश में ये समानता हम लाकर रहेंगे। भाइयो-बहनो, मुझे खुशी है कि आज हमारे यहाँ मध्य प्रदेश के अंदर हजारों परिवारों को गैस का कनेक्शन मिला। देश में 8 करोड़ परिवारों को पहुंचाना है…हमने वादा किया और हमारे वादे पर भरोसा इसलिए है कि साढ़े पाँच करोड़ परिवारों में गैस के चूल्हे मुफ्त में और गैस का कनेक्शन पहुँच चुका है। तब जाकर के लोगों को भरोसा होता है कि मोदी और शिवराज मिलकर के काम कर सकते हैं।

और इसलिए भाइयो-बहनो, लोगों को बिजली का कनेक्शन....लोग बेचारे 18वीं सदी में जीने के लिए मजबूर थे। 20वीं सदी का उत्तरार्ध, 21वीं सदी का प्रारम्भ। अगर आज भी लोगों को अंधेरी जिंदगी जीनी पड़े तो जिन्होंने 4-4 पीढ़ी तक राज किया, जिन्होंने 55 साल तक मध्य प्रदेश में राज किया, उन लोगों को जवाब देना चाहिए कि आपने लोगों को अंधेरे में क्यूँ रखा था? हमने सौभाग्य योजना के तहत इस देश में जिस भी परिवार में बिजली नहीं है, लट्टू नहीं लग रहा है, उन सभी परिवारों में बिजली पहुँचने का काम प्रारम्भ किया है। भाइयो-बहनो, हमारे मध्य प्रदेश में हजारों परिवारों को गया है, अकेले शहडोल इलाके में 40 हजार परिवार जो अंधेरे की जिंदगी जीते थे, हमारी सरकार ने लट्टू पहुंचा दिया, बिजली भी चालू हो गई और उनके घर में से अंधेरे को भागना पड़ा। और उजाला आया है तो जिंदगी में भी नया उजाला आने वाला है, ऐसा मुझे विश्वास है।

भाइयो-बहनो, जिन्होंने आजादी के बाद, सरकारों ने शौचालय बनाने का काम शुरू किया। इतनी सरकारें, जितने शौचालय बनाए, इनकी 4 पीढ़ी ने जितने शौचालय बनाए, उतने ही शौचालय हमने 4 सालों में बना दिए…भाइयो-बहनो, 4 साल में बना दिए। अगर उनकी गति से हम चलते तो आज भी आधा हिंदुस्तान...मेरी माताओं-बहनों को खुले में शौच जाने के लिए मजबूर होना पड़ता लेकिन इस कलंक को मिटाने के लिए हमने गति बढ़ा दी, धन आवंटन बढ़ा दिया, परिणाम लाकर के रहे और माताएँ-बहनें इज्जत के साथ जिंदगी जी सकें, ये काम हमने करके दिया।

अब लोगों में चर्चा है कि सरकार तो पहले भी थी, 4-4 पीढ़ी से एक ही परिवार राज कर रहा था, ये चायवाला प्रधानमंत्री बन गया, ये इतने पैसे लाता कहाँ से है? लोगों के मन में सवाल है कि मोदी के पास इतने पैसे आए कहाँ से? जहां देखो कहीं गाँव की सड़क बन रही है, कहीं कुआं खुद रहा है, कहीं तालाब खुद रहा है, कहीं नदी-नाले बन रहे हैं, कहीं रेल का चौड़ीकरण हो रहा है, कहीं रेल का इलेक्ट्रिफिकेशन हो रहा है, कहीं पर नए स्कूल खोल रहे हैं, कहीं नए एम्स खुल रहे हैं, आईआईटी खुल रहे हैं। ये मोदी इतने कम समय में पैसे लाया कहाँ से? इनकी पीड़ा का कारण भी यही है। ये 4 पीढ़ी से जो जमा किया हुआ है, किसी के बिस्तर के नीचे रुपये की नोटें पड़ी हुई थीं, किसी के बोरे भर-भर के पड़ी थी, किसी की आलमारियों में नोटों के थक्के लगे थे, ये मोदी ने नोटबंदी करके सब के सब बैंक में ले आया। ये पैसे हैं आपके, इसलिए, शौचालय बन रहे हैं, घर बन रहे हैं, गाँव की सड़क बन रही है, किसान को पानी पहुँच रहा है, और इसलिए उनको परेशानी है। यहाँ बैठा हुआ एक भी व्यक्ति नोटबंदी को लेकर के आज रो रहा है क्या भाई? कोई रो रहा है क्या? उस समय तकलीफ हुई तो मैंने publicly कहा था कि थोड़ी तकलीफ होगी, मैंने publicly कहा था। आज कोई रो रहा है क्या? अकेली कांग्रेस रो रही है, ये परिवार रो रहा है। क्यूँ? उनका 4 पीढ़ी का जमा कराया चला गया, इसलिए रो रहे हैं, आँसू नहीं सूख रहे हैं। अरे जवान बेटा मर जाता है तो भी बूढ़ा बाप साल भर में संभल जाता है। इनका कितना लुट गया होगा कि 2-3 साल के बाद भी अभी संभल नहीं पा रहे हैं। आप कल्पना कर सकते हैं। आप मुझे बताइए कि इन लुटेरों ने जो लूटा है उसे वापस लाना चाहिए या नहीं लाना चाहिए? हिंदुस्तान के सामान्य मानवी का पैसा इनके पास से वापस निकालना चाहिए कि नहीं निकालना चाहिए? ये काम जारी रहना चाहिए कि नहीं रहना चाहिए था? आपका आशीर्वाद है? आपका आशीर्वाद है? दोनों मुट्ठी बांध करके हाथ ऊपर करके मुझे आशीर्वाद दीजिए क्यूंकि ये लड़ाई मैं छोड़ने वाला नहीं हूँ। भ्रष्टाचार के खिलाफ मैं लड़ाई छोड़ने वाला नहीं हूँ भाइयो-बहनो। ये मलाई खाने वालों के खिलाफ मेरी लड़ाई है।

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भाइयो-बहनो, जाति-बिरादरी के नाम पर चुनाव बहुत हो चुके हैं, संप्रदायवाद के नाम पर चुनाव बहुत हो चुके हैं, मेरे-तेरे का खेल बहुत हो चुका है, अपने-परायों के रंग बहुत रंगे गए हैं, अब देश को ये मंजूर नहीं है। अब देश को विकास के लिए वोट चाहिए, देश को विकास के लिए दल चाहिए, देश को विकास के लिए राजनीति चाहिए। अगर जो भी जवाब देगा तो विकास का देगा, जो भी वादे करेगा विकास के वादे करेगा। और कांग्रेस के वादों में कितना दम है भई? मैंने बताया। मेरे वादों में दम इसलिए है कि लोग देख रहे हैं यहाँ-यहाँ तक पहुंचा, अब यहाँ पहुंचेगा, ये लोग देख रहे हैं। हिसाब लगातार देता रहता हूँ। जरा उनको पूछिए, भारतीय जनता पार्टी की मध्य प्रदेश में सरकार बनी उसके पहले यहाँ कौन सरकार चलाता था भई? किसकी सरकार थी? किसकी सरकार थी? दिग्गी राजा। हाँ?  और क्या खेल खेले? आप जरा उनके चुनाव का मैनिफेस्टो निकाल दीजिए। 5 साल तक उनको सरकार चलाने का मौका मिला था और उसमें 2 साल पूरा मध्य प्रदेश एक था, 3 साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ अलग काम कर रहे थे, लेकिन मैनिफेस्टो कांग्रेस का था, सरकारें दोनों कांग्रेस की थीं। आप हिसाब निकाल के देख लीजिए, उस समय जो आपकी आँखों में धूल झोंकी गई, जो वादे किए गए, जो बड़ी लोक-लुभावनी बातें की गईं, उसमें से 62 प्रतिशत...बड़ी गंभीर बात है...62 प्रतिशत वादे उस किताब में वैसे के वैसे बंद पड़े रहे, कोई काम 5 साल उन्होंने किया नहीं। न मध्य प्रदेश के हिस्से का किया, न छत्तीसगढ़ के हिस्से का किया। क्या आप उनपे भरोसा करोगे भाई? आप जोर से बताइए, भरोसा करोगे?

आप मुझे बताइए, इन्दिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण गरीबों के नाम पर किया था कि नहीं किया था? उन्होंने कहा था कि बैंक गरीबों के लिए होनी चाहिए, इसलिए राष्ट्रीयकरण किया था। किया था कि नहीं किया था? जरा पूरी ताकत से बताइए, किया था कि नहीं किया था? क्या गरीबों को बैंक के अंदर एंट्री थी? क्या गरीब कभी बैंक में जा पाया था? आपने जो वादा किया था, जिस बहाने बैंकों को आपने कब्जा कर लिया था, इस देश की आधी जनसंख्या बैंक के दरवाजे तक पहुँच नहीं पाई थी, आपने वादाखिलाफी की थी। हमने 4 साल के भीतर-भीतर हिंदुस्तान के हर परिवार को बैंक खाते से जोड़ दिया। आज गरीब भी बैंक के दरवाजे पर जा करके खड़ा हो सकता है, ये स्थिति हमने पैदा की है। आप उनके वादों पर भरोसा करोगे? आप उनके वादों पर भरोसा करोगे? आप उनके वादों पर भरोसा करोगे? अरे आपकी दादीमाँ श्रीमती इन्दिरा गांधी ने देश को कहा था गरीबी हटाओ...कहा था कि नहीं कहा था? जरा मुझे पूरे विश्वास से बताइए, कहा था कि नहीं कहा था? इन्दिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था कि नहीं दिया था? उन्होंने कहा था कि गरीबी हटाने के लिए मेरी सरकार बनाइए, कहा था कि नहीं कहा था? उस बात को 4 साल हो गए, क्या गरीबी हटी? गरीबी हटी क्या? उन्होंने वादाखिलाफी की या नहीं की? वादाखिलाफी की या नहीं की? जो ऐसे झूठे वादे करते हैं उनपे भरोसा करोगे क्या? ऐसे झूठे वादे करने वालों पर भरोसा करोगे क्या?

ये लोगों की आंख में धूल झोंकने वालों पर भरोसा करोगे क्या? और इसलिए भाइयो–बहनो, हमारे काम पर विश्वास करके वोट दीजिए। जात-पात पर वोट मत दीजिए। हमारे वादों पर भी वोट मत दीजिए। हमने जो किया है, उस पर विश्वास करके वोट दीजिए। और मैं कहता हूं कि उनकी चार पीढ़ी के खिलाफ मेरे चार साल, उनके पचपन साल के खिलाफ शिवराज जी के पन्द्रह साल, हम सिद्ध करके देंगे कि हम उनसे ज्यादा अच्छा करते हैं, सबके लिए करते हैं और मध्यप्रदेश का भविष्य उसी में है। तो इसी विश्वास के साथ मेरे भाइयो–बहनो, विकास के मंत्र को लेकर के मध्य प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के लिए आप सब भारी मतदान करें। मध्य प्रदेश में फिर एक बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाइए और दिल्ली से मुझे मध्य प्रदेश की सेवा करने का मौका दीजिए। और मध्य प्रदेश में शिवराज जी को भोपाल से सेवा करने का मौका दीजिए। ये डबल इंजन किस ताकत से आगे बढ़ता है, ये चार साल में आपने देखा है। आने वाले पांच साल में आप देखेँगे कि हम मध्य प्रदेश को कितनी ऊंचाइयों पर ले जाते हैं।

मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय! भारत माता की जय!  

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Today, North East is emerging as the ‘Front-Runner of Growth’: PM Modi at Rising North East Investors Summit
May 23, 2025
QuoteThe Northeast is the most diverse region of our diverse nation: PM
QuoteFor us, EAST means - Empower, Act, Strengthen and Transform: PM
QuoteThere was a time when the North East was merely called a Frontier Region.. Today, it is emerging as the ‘Front-Runner of Growth’: PM
QuoteThe North East is a complete package for tourism: PM
QuoteBe it terrorism or Maoist elements spreading unrest, our government follows a policy of zero tolerance: PM
QuoteThe North East is becoming a key destination for sectors like energy and semiconductors: PM

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, सुकांता मजूमदार जी, मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला जी, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व शर्मा जी, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू जी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा जी, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा जी, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग जी, नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो जी, मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा जी, सभी इंडस्ट्री लीडर्स, इन्वेस्टर्स, देवियों और सज्जनों!

आज जब मैं राइज़िंग नॉर्थईस्ट के इस भव्य मंच पर हूँ, तो मन में गर्व है, आत्मीयता है, अपनापन है, और सबसे बड़ी बात है, भविष्य को लेकर अपार विश्वास है। अभी कुछ ही महीने पहले, यहां भारत मंडपम् में हमने अष्टलक्ष्मी महोत्सव मनाया था, आज हम यहां नॉर्थ ईस्ट में इन्वेस्टमेंट का उत्सव मना रहे हैं। यहां इतनी बड़ी संख्या में इंडस्ट्री लीडर्स आए हैं। ये दिखाता है कि नॉर्थ ईस्ट को लेकर सभी में उत्साह है, उमंग है और नए-नए सपने हैं। मैं सभी मंत्रालयों और सभी राज्यों की सरकारों को इस काम के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आपके प्रयासों से, वहां इन्वेस्टमेंट के लिए एक शानदार माहौल बना है। नॉर्थ ईस्ट राइजिंग समिट, इसकी सफलता के लिए मेरी तरफ से, भारत सरकार की तरफ से आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

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साथियों,

भारत को दुनिया का सबसे Diverse Nation कहा जाता है, और हमारा नॉर्थ ईस्ट, इस Diverse Nation का सबसे Diverse हिस्सा है। ट्रेड से ट्रेडिशन तक, टेक्सटाइल से टूरिज्म तक, Northeast की Diversity, ये उसकी बहुत बड़ी Strength है। नॉर्थ ईस्ट यानि Bio Economy और Bamboo, नॉर्थ ईस्ट यानि टी प्रोडक्शन एंड पेट्रोलियम, नॉर्थ ईस्ट यानि Sports और Skill, नॉर्थ ईस्ट यानि Eco-Tourism का Emerging हब, नॉर्थ ईस्ट यानि Organic Products की नई दुनिया, नॉर्थ ईस्ट यानि एनर्जी का पावर हाउस, इसलिए नॉर्थ ईस्ट हमारे लिए ‘अष्टलक्ष्मी’ हैं। ‘अष्टलक्ष्मी’ के इस आशीर्वाद से नॉर्थ ईस्ट का हर राज्य कह रहा है, हम निवेश के लिए तैयार हैं, हम नेतृत्व के लिए तैयार हैं।

साथियों,

विकसित भारत के निर्माण के लिए पूर्वी भारत का विकसित होना बहुत जरूरी है। और नॉर्थ ईस्ट, पूर्वी भारत का सबसे अहम अंग है। हमारे लिए, EAST का मतलब सिर्फ एक दिशा नहीं है, हमारे लिए EAST का मतलब है – Empower, Act, Strengthen, and Transform. पूर्वी भारत के लिए यही हमारी सरकार की नीति है। यही Policy, यही Priority, आज पूर्वी भारत को, हमारे नॉर्थ ईस्ट को ग्रोथ के सेंटर स्टेज पर लेकर आई है।

साथियों,

पिछले 11 वर्षों में, जो परिवर्तन नॉर्थ ईस्ट में आया है, वो केवल आंकड़ों की बात नहीं है, ये ज़मीन पर महसूस होने वाला बदलाव है। हमने नॉर्थ ईस्ट के साथ केवल योजनाओं के माध्यम से रिश्ता नहीं जोड़ा, हमने दिल से रिश्ता बनाया है। ये आंकड़ा जो मैं बता रहा हूं ना, सुनकर के आश्चर्य होगा, Seven Hundred Time, 700 से ज़्यादा बार हमारे केंद्र सरकार के मंत्री नॉर्थ ईस्ट गए हैं। और मेरा नियम जाकर के आने वाला नहीं था, नाइट स्टे करना कंपलसरी था। उन्होंने उस मिट्टी को महसूस किया, लोगों की आंखों में उम्मीद देखी, और उस भरोसे को विकास की नीति में बदला, हमने इंफ्रास्ट्रक्चर को सिर्फ़ ईंट और सीमेंट से नहीं देखा, हमने उसे इमोशनल कनेक्ट का माध्यम बनाया है। हम लुक ईस्ट से आगे बढ़कर एक्ट ईस्ट के मंत्र पर चले, और इसी का परिणाम आज हम देख रहे हैं। एक समय था, जब Northeast को सिर्फ Frontier Region कहा जाता था। आज ये Growth का Front-Runner बन रहा है।

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साथियों,

अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर, टूरिज्म को attractive बनाता है। जहां इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा होता है, वहां Investors को भी एक अलग Confidence आता है। बेहतर रोड्स, अच्छा पावर इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक नेटवर्क, किसी भी इंडस्ट्री की backbone है। Trade भी वहीं Grow करता है, जहाँ Seamless Connectivity हो, यानि बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, हर Development की पहली शर्त है, उसका Foundation है। इसलिए हमने नॉर्थ ईस्ट में Infrastructure Revolution शुरू किया है। लंबे समय तक नॉर्थ ईस्ट अभाव में रहा। लेकिन अब, नॉर्थ ईस्ट Land of Opportunities बन रहा है। हमने नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर पर लाखों करोड़ रुपए खर्च किए हैं। आप अरुणाचल जाएंगे, तो सेला टनल जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर आपको मिलेगा। आप असम जाएंगे, तो भूपेन हज़ारिका ब्रिज जैसे कई मेगा प्रोजेक्ट्स देखेंगे, सिर्फ एक दशक में नॉर्थ ईस्ट में 11 Thousand किलोमीटर के नए हाईवे बनाए गए हैं। सैकड़ों किलोमीटर की नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं, नॉर्थ ईस्ट में एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी हो चुकी है। ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों पर वॉटरवेज़ बन रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में मोबाइल टावर्स लगाए गए हैं, और इतना ही नहीं, 1600 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन का नॉर्थ ईस्ट गैस ग्रिड भी बनाया गया है। ये इंडस्ट्री को ज़रूरी गैस सप्लाई का भरोसा देता है। यानि हाईवेज, रेलवेज, वॉटरवेज, आईवेज, हर प्रकार से नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी सशक्त हो रही है। नॉर्थ ईस्ट में जमीन तैयार हो चुकी है, हमारी इंड़स्ट्रीज को आगे बढ़कर, इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहिए। आपको First Mover Advantage से चूकना नहीं है।

साथियों,

आने वाले दशक में नॉर्थ ईस्ट का ट्रेड पोटेंशियल कई गुना बढ़ने वाला है। आज भारत और आसियान के बीच का ट्रेड वॉल्यूम लगभग सवा सौ बिलियन डॉलर है। आने वाले वर्षों में ये 200 बिलियन डॉलर को पार कर जाएगा, नॉर्थ ईस्ट इस ट्रेड का एक मजबूत ब्रिज बनेगा, आसियान के लिए ट्रेड का गेटवे बनेगा। और इसके लिए भी हम ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेज़ी से काम कर रहे हैं। भारत-म्यांमार-थाईलैंड ट्रायलेटरल हाईवे से म्यांमार होते हुए थाईलैंड तक सीधा संपर्क होगा। इससे भारत की कनेक्टिविटी थाईलैंड, वियतनाम, लाओस जैसे देशों से और आसान हो जाएगी। हमारी सरकार, कलादान मल्टीमोडल ट्रांजिट प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने में जुटी है। ये प्रोजेक्ट, कोलकाता पोर्ट को म्यांमार के सित्तवे पोर्ट से जोड़ेगा, और मिज़ोरम होते हुए बाकी नॉर्थ ईस्ट को कनेक्ट करेगा। इससे पश्चिम बंगाल और मिज़ोरम की दूरी बहुत कम हो जाएगी। ये इंडस्ट्री के लिए, ट्रेड के लिए भी बहुत बड़ा वरदान साबित होगा।

साथियों,

आज गुवाहाटी, इम्फाल, अगरतला ऐसे शहरों को Multi-Modal Logistics Hubs के रूप में भी विकसित किया जा रहा है। मेघालय और मिज़ोरम में Land Custom Stations, अब इंटरनेशनल ट्रेड को नया विस्तार दे रहे हैं। इन सारे प्रयासों से नॉर्थ ईस्ट, इंडो पेसिफिक देशों में ट्रेड का नया नाम बनने जा रहा है। यानि आपके लिए नॉर्थ ईस्ट में संभावनाओं का नया आकाश खुलने जा रहा है।

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साथियों,

आज हम भारत को, एक ग्लोबल Health And Wellness Solution Provider के रुप में स्थापित कर रहे हैं। Heal In India, Heal In India का मंत्र, ग्लोबल मंत्र बने, ये हमारा प्रयास है। नॉर्थ ईस्ट में नेचर भी है, और ऑर्गोनिक लाइफस्टाइल के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन भी है। वहां की बायोडायवर्सिटी, वहां का मौसम, वेलनेस के लिए मेडिसिन की तरह है। इसलिए, Heal In India के मिशन में इन्वेस्ट करने के, मैं समझता हूं उसके लिए आप नॉर्थ ईस्ट को ज़रूर एक्सप्लोर करें।

साथियों,

नॉर्थ ईस्ट के तो कल्चर में ही म्यूज़िक है, डांस है, सेलिब्रेशन है। इसलिए ग्लोबल कॉन्फ्रेंसेस हों, Concerts हों, या फिर Destination Weddings, इसके लिए भी नॉर्थ ईस्ट बेहतरीन जगह है। एक तरह से नॉर्थ ईस्ट, टूरिज्म के लिए एक कंप्लीट पैकेज है। अब नॉर्थ ईस्ट में विकास का लाभ कोने-कोने तक पहुंच रहा है, तो इसका भी पॉजिटिव असर टूरिज्म पर पड़ रहा है। वहां पर्यटकों की संख्या दोगुनी हुई है। और ये सिर्फ़ आंकड़े नहीं हैं, इससे गांव-गांव में होम स्टे बन रहे हैं, गाइड्स के रूप में नौजवानों को नए मौके मिल रहे हैं। टूर एंड ट्रैवल का पूरा इकोसिस्टम डेवलप हो रहा है। अब हमें इसे और ऊंचाई तक ले जाना है। Eco-Tourism में, Cultural-Tourism में, आप सभी के लिए निवेश के बहुत सारे नए मौके हैं।

साथियों,

किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सबसे जरूरी है- शांति और कानून व्यवस्था। आतंकवाद हो या अशांति फैलाने वाले माओवादी, हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलती है। एक समय था, जब नॉर्थ ईस्ट के साथ बम-बंदूक और ब्लॉकेड का नाम जुड़ा हुआ था, नॉर्थ ईस्ट कहते ही बम-बंदूक और ब्लॉकेड यही याद आता था। इसका बहुत बड़ा नुकसान वहां के युवाओं को उठाना पड़ा। उनके हाथों से अनगिनत मौके निकल गए। हमारा फोकस नॉर्थ ईस्ट के युवाओं के भविष्य पर है। इसलिए हमने एक के बाद एक शांति समझौते किए, युवाओं को विकास की मुख्य धारा में आने का अवसर दिया। पिछले 10-11 साल में, 10 thousand से ज्यादा युवाओं ने हथियार छोड़कर शांति का रास्ता चुना है, 10 हजार नौजवानों ने। आज नॉ़र्थ ईस्ट के युवाओं को अपने ही क्षेत्र में रोजगार के लिए, स्वरोजगार के लिए नए मौके मिल रहे हैं। मुद्रा योजना ने नॉर्थ ईस्ट के लाखों युवाओं को हजारों करोड़ रुपए की मदद दी है। एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स की बढ़ती संख्या, नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को स्किल बढ़ाने में मदद कर रही है। आज हमारे नॉर्थ ईस्ट के युवा, अब सिर्फ़ इंटरनेट यूज़र नहीं, डिजिटल इनोवेटर बन रहे हैं। 13 हजार किलोमीटर से ज्यादा ऑप्टिकल फाइबर, 4जी, 5जी कवरेज, टेक्नोलॉजी में उभरती संभावनाएं, नॉर्थ ईस्ट का युवा अब अपने शहर में ही बड़े-बडे स्टार्टअप्स शुरू कर रहा है। नॉर्थ ईस्ट भारत का डिजिटल गेटवे बन रहा है।

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साथियों,

हम सभी जानते हैं कि ग्रोथ के लिए, बेहतर फ्यूचर के लिए स्किल्स कितनी बड़ी requirement होती है। नॉर्थ ईस्ट, इसमें भी आपके लिए एक favourable environment देता है। नॉर्थ ईस्ट में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट इकोसिस्टम पर केंद्र सरकार बहुत बड़ा निवेश कर रही है। बीते दशक में, Twenty One Thousand करोड़ रुपये से ज्यादा नॉर्थ ईस्ट के एजुकेशन सेक्टर पर इन्वेस्ट किए गए हैं। करीब साढ़े 800 नए स्कूल बनाए गए हैं। नॉर्थ ईस्ट का पहला एम्स बन चुका है। 9 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। दो नए ट्रिपल आईटी नॉर्थ ईस्ट में बने हैं। मिज़ोरम में Indian Institute of Mass Communication का कैंपस बनाया गया है। करीब 200 नए स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में स्थापित किए गए हैं। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी नॉर्थ ईस्ट में बन रही है। खेलो इंडिया प्रोग्राम के तहत नॉर्थ ईस्ट में सैकड़ों करोड़ रुपए के काम हो रहे हैं। 8 खेलो इंडिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, और ढाई सौ से ज्यादा खेलो इंडिया सेंटर अकेले नॉर्थ ईस्ट में बने हैं। यानि हर सेक्टर का बेहतरीन टेलेंट आपको नॉर्थ ईस्ट में उपलब्ध होगा। आप इसका जरूर फायदा उठाएं।

साथियों,

आज दुनिया में ऑर्गेनिक फूड की डिमांड भी बढ़ रही है, हॉलिस्टिक हेल्थ केयर का मिजाज बना है, और मेरा तो सपना है कि दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर कोई न कोई भारतीय फूड ब्रैंड होनी ही चाहिए। इस सपने को पूरा करने में नॉर्थ ईस्ट का रोल बहुत महत्वपूर्ण है। बीते दशक में नॉर्थ ईस्ट में ऑर्गेनिक खेती का दायरा दोगुना हो चुका है। यहां की हमारी टी, पाइन एप्पल, संतरे, नींबू, हल्दी, अदरक, ऐसी अनेक चीजें, इनका स्वाद और क्वालिटी, वाकई अद्भुत है। इनकी डिमांड दुनिया में बढ़ती ही जा रही है। इस डिमांड में भी आपके लिए संभावनाएं हैं।

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साथियों,

सरकार का प्रयास है कि नॉर्थ ईस्ट में फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स लगाना आसान हो। बेहतर कनेक्टिविटी तो इसमें मदद कर ही रही है, इसके अलावा हम मेगा फूड पार्क्स बना रहे हैं, कोल्ड स्टोरेज नेटवर्क को बढ़ा रहे हैं, टेस्टिंग लैब्स की सुविधाएं बना रहे हैं। सरकार ने ऑयल पाम मिशन भी शुरु किया है। पाम ऑयल के लिए नॉर्थ ईस्ट की मिट्टी और क्लाइमेट बहुत ही उत्तम है। ये किसानों के लिए आय का एक बड़ा अच्छा माध्यम है। ये एडिबल ऑयल के इंपोर्ट पर भारत की निर्भरता को भी कम करेगा। पाम ऑयल के लिए फॉर्मिंग हमारी इंडस्ट्री के लिए भी बड़ा अवसर है।

साथियों,

हमारा नॉर्थ ईस्ट, दो और सेक्टर्स के लिए महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन बन रहा है। ये सेक्टर हैं- एनर्जी और सेमीकंडक्टर। हाइड्रोपावर हो या फिर सोलर पावर, नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य में सरकार बहुत निवेश कर रही है। हज़ारों करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स स्वीकृत किए जा चुके हैं। आपके सामने प्लांट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश का अवसर तो है ही, मैन्युफेक्चरिंग का भी सुनहरा मौका है। सोलर मॉड्यूल्स हों, सेल्स हों, स्टोरेज हो, रिसर्च हो, इसमें ज्यादा से ज्यादा निवेश ज़रूरी है। ये हमारा फ्यूचर है, हम फ्यूचर पर जितना निवेश आज करेंगे, उतना ही विदेशों पर निर्भरता कम होगी। आज देश में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूत करने में भी नॉर्थ ईस्ट, असम की भूमिका बड़ी हो रही है। बहुत जल्द नॉर्थ ईस्ट के सेमीकंडक्टर प्लांट से पहली मेड इन इंडिया चिप देश को मिलने वाली है। इस प्लांट ने, नॉर्थ ईस्ट में सेमीकंडक्टर सेक्टर के लिए, अन्य cutting edge tech के लिए संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं।

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साथियों,

राइज़िंग नॉर्थ ईस्ट, सिर्फ़ इन्वेस्टर्स समिट नहीं है, ये एक मूवमेंट है। ये एक कॉल टू एक्शन है, भारत का भविष्य, नॉर्थ ईस्ट के उज्ज्वल भविष्य से ही नई उंचाई पर पहुंचेगा। मुझे आप सभी बिजनेस लीडर्स पर पूरा भरोसा है। आइए, एक साथ मिलकर भारत की अष्टलक्ष्मी को विकसित भारत की प्रेरणा बनाएं। और मुझे पूरा विश्वास है, आज का ये सामूहिक प्रयास और आप सबका इससे जुड़ना, आपका उमंग, आपका कमिटमेंट, आशा को विश्वास में बदल रहा है, और मुझे पक्का विश्वास है कि जब हम सेकेंड राइजिंग समिट करेंगे, तब तक हम बहुत आगे निकल चुके होंगे। बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद !