Published By : Admin |
December 25, 2014 | 17:22 IST
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"PM: Indian Railways will not be privatized
The Prime Minister, Shri Narendra Modi, today declared categorically that the Indian Railways would not be privatized. He was addressing a gathering in Varanasi after the commencement of expansion of the Diesel Locomotive Works. He asserted that his aim was to ensure that the modernization and growth of railways is facilitated through private investment, and not through public funds which are the property of the poor, and should be used to fulfil their basic needs including health and education. He said private investment would be used to modernize Railways and make it service-oriented, so that it could become an engine of growth for the nation.
Shri Narendra Modi said 4 rail universities would be established to ensure proper and well-trained human resource for the Railways. He said the Railways should not be seen as just a means of transport, but should become the backbone of economic development. He exhorted Railway workers to ensure that the best service in India is provided by the Indian Railways.
The Prime Minister, who earlier flagged off the new high horsepower diesel locomotive, described this as an example of India`s indigenous capabilities, and an illustration of his vision of Make in India. He recalled former Prime Minister Lal Bahadur Shastri`s slogan of "Jai Jawan, Jai Kisan" and said the slogan had inspired farmers to make India self-reliant in food production. He expressed hope that "Make in India" would inspire us to become self reliant in all our needs.
The Prime Minister also said the postal and railway networks of India could be leveraged to become drivers of rural development.
The Union Minister for Railways, Shri Suresh Prabhu, was present on the occasion.
His Majesty The Fourth King of Bhutan has played a pivotal role in strengthening India and Bhutan friendship: PM Modi in Thimphu
November 11, 2025
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For centuries, India and Bhutan have shared a very deep spiritual and cultural bond, And so, it was India's commitment and mine to participate in this important occasion: PM
I come to Bhutan with a very heavy heart. The horrific incident that took place in Delhi yesterday evening has disturbed everyone: PM
Our investigating agencies will get to the bottom of the Delhi blast conspiracy. The perpetrators will not be spared, and all those responsible will be brought to justice: PM
India draws inspiration from its ancient ideal ‘Vasudhaiva Kutumbakam’, the whole world is one family, we emphasise on happiness for everyone: PM
The idea proposed by His majesty of Bhutan, "Gross National Happiness," has become an important parameter for defining growth across the world: PM
India and Bhutan are not just connected by borders, they are connected by cultures, Our relationship is one of values, emotions, peace and progress: PM
Today, Bhutan has become the world's first carbon-negative country, This is an extraordinary achievement: PM
Bhutan ranks among the world’s leaders in per-capita renewable energy and generates 100% of its electricity from renewable sources. Today, another major step is being taken to expand this capacity: PM
Connectivity Creates Opportunity, and Opportunity Creates Prosperity, May India and Bhutan continue on the path of Peace, Prosperity and Shared Progress: PM
Your Majesty The King Of Bhutan Your Majesty The Fourth King रॉयल फैमिली के सम्मानित सदस्यगण भूटान के प्रधानमंत्री जी अन्य महानुभाव और भूटान के मेरे भाइयों और बहनों !
कुजूजांगपो ला !
आज का दिन भूटान के लिये, भूटान के राज परिवार के लिए और विश्व शांति में विश्वास रखने वाले सभी लोगो के लिये बहुत अहम है।
सदियों से भारत और भूटान का बहुत ही गहन आत्मीय और सांस्कृतिक नाता है। और इसलिए इस महत्वपूर्ण अवसर पर शामिल होना भारत का और मेरा कमिटमेंट था।
लेकिन आज मैं यहां बहुत भारी मन से आया हूं। कल शाम दिल्ली में हुई भयावह घटना ने सभी के मन को व्यथित कर दिया है। मैं पीड़ित परिवारों का दुख समझता हूं। आज पूरा देश उनके साथ खड़ा है।
मैं कल रात भर इस घटना की जांच में जुटी सभी एजेंसियों के साथ, सभी महत्वपूर्ण लोगों के साथ संपर्क में था। विचार विमर्श चलता था। जानकारियों के तार जोड़े जा रहे थे।
हमारी एजेंसियां इस षड्यंत्र की तह तक जायेंगी। इसके पीछे के षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जायेगा।
All those responsible will be brought to justice.
साथियों,
आज यहां एक तरफ गुरु पद्मसंभव के आशीर्वाद के साथ Global Peace Prayer Festival का आयोजन हो रहा है, दूसरी ओर भगवान बुद्ध के पिपरहवा अवशेषों के दर्शन हो रहे हैं। और इन सबके साथ हम सब His Majesty The Fourth King के सत्तर-वें जन्मदिन समारोह का साक्षी बन रहे हैं।
ये आयोजन, इतने सारे लोगों की गरिमामयी उपस्थिति, इसमें भारत और भूटान के रिश्तों की मजबूती नजर आती है।
साथियों,
भारत में हमारे पुरखों की प्रेरणा है- वसुधैव कुटुंबकम, यानि पूरा विश्व एक परिवार है।
हम कहते हैं- सर्वे भवंतु सुखिन: यानि इस धरती पर सभी सुखी रहें...
हम कहते हैं- द्यौः शान्तिः अन्तरिक्षम् शान्तिः पृथिवी शान्तिः आपः शान्तिः ओषधयः शान्तिः
अर्थात संपूर्ण ब्रह्मांड, आकाश, अंतरिक्ष, पृथ्वी, जल, औषधियां, वनस्पतियां, और सभी जीवित प्राणियों में शांति व्याप्त हो। अपनी इन्हीं भावनाओं के साथ भारत भी आज भूटान के इस Global Peace Prayer Festival में शामिल हुआ है।
आज दुनिया भर से आए संत, एक साथ, विश्व शांति की प्रार्थना कर रहे हैं। और इसमें 140 करोड़ भारतीयों की प्रार्थनाएं भी शामिल हैं।
वैसे यहां बहुत लोगों को पता नहीं होगा, वडनगर, जहां मेरा जन्म हुआ, बौद्ध परंपरा से जुड़ी एक पुण्यभूमि रही है। और वाराणसी, जो मेरी कर्मस्थली है, वो भी बौद्ध श्रद्धा का शिखर स्थल है। इसलिए इस समारोह में आना विशेष है। मेरी प्रार्थना है कि शांति का ये दीप, भूटान के, विश्व के हर घर को आलोकित करे।
साथियों,
भूटान के His Majesty The Fourth King का, उनका जीवन, Wisdom, Simplicity, Courage, और राष्ट्र के प्रति सेल्फलेस सर्विस का संगम है।
उन्होंने 16 वर्ष की बहुत छोटी आयु में ही बड़ी जिम्मेदारी संभाली। अपने देश को एक पिता जैसा स्नेह दिया। और अपने देश को एक विजन के साथ आगे बढ़ाया। 34 वर्षों के अपने शासन काल में, उन्होंने भूटान की विरासत और विकास दोनों को साथ लेकर चले।
भूटान में लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की स्थापना से लेकर, बॉर्डर एरिया में शांति स्थापना कराने तक His Majesty ने एक निर्णायक भूमिका निभाई।
आपने, "Gross National Happiness” का जो विचार दिया है वो आज पूरी दुनिया में Growth को डिफाइन करने का एक अहम पैरामीटर बन चुका है। आपने दिखाया है कि नेशन बिल्डिंग केवल GDP से नहीं, बल्कि मानवता की भलाई से होती है।
साथियों,
भारत और भूटान की Friendship को मज़बूती देने में भी उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। आपने जो नींव रखी है, उस पर हम दोनों देशों की मित्रता निरंतर फल-फूल रही है।
मैं सभी भारतीयों की तरफ से His Majesty को शुभकामनाएं देता हूं, और उनके बेहतर स्वास्थ्य और दीर्घायु होने की कामना करता हूं।
साथियों,
भारत और भूटान, सिर्फ सीमाओं से नहीं, संस्कृतियों से भी जुड़े हैं। हमारा रिश्ता वैल्यूज़ का है, इमोशन्स का है Peace का है, Progress का है।
2014 में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद, मुझे अपनी पहली विदेश यात्रा में, भूटान आने का अवसर मिला था। मैं आज भी, उस यात्रा को याद करता हूं तो मन भावनाओं से भर जाता है। भारत और भूटान के संबंध इतने सशक्त और समृद्ध हैं। हम मुश्किलों में भी साथ थे, हमने चुनौतियों का सामना भी मिलकर किया, और आज जब हम प्रोग्रेस की, प्रॉस्पैरिटी की तरफ चल पड़े हैं, तब भी हमारा साथ और मज़बूत हो रहा है।
His Majesty, the King भूटान को नई ऊंचाइयों की ओर ले जा रहे हैं। भारत और भूटान के बीच विश्वास और विकास की जो साझेदारी है, वो इस पूरे रीजन के लिए बहुत बड़ा मॉडल है।
साथियों,
आज जब हम दोनों देश तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं, तो इस ग्रोथ को, हमारी एनर्जी पार्टनरशिप और गति दे रही है। भारत-भूटान हाइड्रो-पावर साझेदारी की नीव भी His Majesty the fourth king के नेतृत्व में रखी गई थी।
His Majesty Fourth King, और His Majesty Fifth king दोनों ने ही भूटान में Sustainable Development और Environment First का विजन आगे बढ़ाया है। आपके इसी विजन की नींव पर, आज भूटान विश्व का पहला कार्बन नेगटिव देश बना है। ये एक असाधारण उपलब्धि है। आज Per-capita री-न्यूएबल एनर्जी जनरेशन में भी, भूटान विश्व के सर्वोच्च देशों में से एक है।
साथियों,
भूटान आज अपनी इलेक्ट्रिसिटी सौ प्रतिशत renewable स्रोत से उत्पन्न करता है। इस क्षमता का विस्तार करते हुए, आज एक और बड़ा कदम उठाया जा रहा है। आज भूटान में एक हज़ार मेगावॉट से अधिक का एक नया Hydroelectric Project लॉन्च कर रहें हैं। जिससे भूटान की Hydropower Capacity में फोर्टी परसेंट की बढ़ोतरी हुई है। इतना ही नहीं लंबे समय से रुके हुए एक और Hydroelectric Project पर भी फिर से काम शुरु होने जा रहा है।
और हमारी ये पार्टनरशिप सिर्फ हाइड्रो-इलेक्ट्रिक तक सीमित नहीं है।
अब हम सोलर एनर्जी में भी एक साथ बड़े कदम उठा रहे हैं। आज इससे जुड़े अहम समझौते भी हुए हैं।
साथियों,
आज एनर्जी को-ऑपरेशन के साथ-साथ, भारत और भूटान की कनेक्टिविटी बढ़ाने पर भी हमारा फोकस है।
हम सभी जानते हैं
Connectivity Creates Opportunity
And Opportunity Creates Prosperity.
इसी लक्ष्य के साथ आने वाले समय में गेलेफु और साम्त्से शहरों को भारत के विशाल रेल नेटवर्क से जोड़ने का फैसला लिया गया है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से यहां की इंडस्ट्री का भूटान के किसानों का भारत के विशाल मार्केट तक एक्सेस और आसान हो जाएगा।
साथियों,
रेल और रोड कनेक्टिविटी के साथ साथ, हम बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
His Majesty ने जिस गेलेफु Mindfulness City के विजन पर काम शुरू किया है, भारत उसके लिए भी, हर संभव सहयोग कर रहा है। मैं आज इस मंच से एक और महत्वपूर्ण घोषणा कर रहा हूं। आने वाले समय में, भारत गेलेफु के पास Immigration Checkpoint भी बनाने जा रहा है, ताकि यहां आने वाले विजिटर्स और इन्वेस्टर्स को इससे और सुविधा मिल सके।
साथियों,
भारत और भूटान की प्रगति और समृद्धि एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। और इसी भावना से भारत सरकार ने पिछले वर्ष भूटान के Five Year Plan के लिए, Ten Thousand Crore रुपीज के सहयोग की घोषणा की थी। ये फंड, रोड से लेकर एग्रीकल्चर तक, फाइनेंसिंग से लेकर हेल्थकेयर तक, ऐसे हर सेक्टर में उपयोग हो रहा है, जिससे भूटान के नागरिकों की Ease Of Living बढ़ रही है।
बीते समय में भारत ने ऐसे कई Measures लिए हैं, जिससे भूटान के लोगों को Essential Items की निरंतर सप्लाई मिलती रहे।
और अब तो यहां UPI Payments की सुविधा का भी विस्तार हो रहा है। हम इस दिशा में भी काम कर रहे हैं कि भूटान के नागरिकों को भी भारत आने पर UPI सुविधा मिले।
साथियों,
भारत और भूटान के बीच की इस मजबूत पार्टनरशिप का सबसे ज्यादा फायदा हमारे यूथ को हो रहा है। His Majesty नेशनल सर्विस, वॉलंटरी सर्विस और इनोवेशन को लेकर बेहतरीन काम कर रहे हैं। और His Majesty का यूथ को Empower करने का जो विजन है, उन्हें Tech Enabled बनाने की जो सोच है, उससे भूटान का युवा बहुत बड़े Level पर Inspire हो रहा है।
एजुकेशन, इनोवेशन, स्किल डवलपमेंट, स्पोर्ट्स, स्पेस, कल्चर, ऐसे अनेक सेक्टर्स में भारत-भूटान के युवाओं के बीच सहयोग बढ़ रहा है। आज हमारे युवा, साथ मिलकर, एक सैटलाइट भी बना रहे हैं। भारत और भूटान दोनों के लिए ये बहुत महत्वपूर्ण अचीवमेंट है।
साथियों,
भारत और भूटान के संबंधों की एक बड़ी शक्ति हमारे लोगों के बीच का आत्मिक संबंध है। दो महीने पहले भारत के राजगीर में Royal Bhutanese Temple का उद्घाटन हुआ है। अब इस प्रयास का भारत के अन्य हिस्सों में भी विस्तार हो रहा है।
भूटान के लोगों की इच्छा थी कि वाराणसी में भूटानीज़ टेंपल और गेस्ट हाउस बने। इसके लिए भारत सरकार आवश्यक Land उपलब्ध करा रही है। इन temples के द्वारा हम अपने बहुमूल्य और ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों को और सुदृढ़ बना रहें हैं।
साथियों,
मेरी कामना है, भारत और भूटान Peace, Prosperity और Shared Progress के रास्ते पर ऐसे ही चलते रहें। भगवान बुद्ध और गुरु रिनपोछे का आशीर्वाद हम दोनों देशों पर बना रहे।