When the government is strong, the country is strong: PM Modi in Rajampet

Published By : Admin | May 8, 2024 | 16:07 IST
QuoteThe Congress party has lost touch with India's culture and heritage: PM Modi on the opposition
QuoteWhen the government is strong, the country is strong: PM Modi in Rajampet rally
QuoteCongress feels people of West look like Arabs, Congress is now making racist statements: PM Modi
QuotePeople of Andhra Pradesh made the YSRCP govt with a lot of expectation but they betrayed you, says PM Modi

ना आंध्रा कुटुम्ब सभ्युलन्दरिकी नमस्कारालु…

मैं तिरुपति वैंकटेश स्वामी को श्रद्धापूवर्क प्रणाम करता हूं। भक्तिधारा के संत अन्नामैय्या को नमन करता हूं। यहां तिरुपति और चित्तूर से भी अनेक साथी आए हैं। आप सभी का भी अभिनंदन करता हूं।

भाइयो और बहनों,

रायलसीमा में सामर्थ्य की कोई सीमा नहीं, यहां माइन्स हैं, यहां मिनरल्स है, यहां दिव्य- भव्य टेम्पल्स हैं, यहां मेहनती किसान हैं, टैलेंटेड नौजवान हैं और टूरिज्म... टूरिज्म की अपार संभावना है। इसलिए आज मोदी आपके पास आर्शीवाद लेने के लिए आया है। मोदी का लक्ष्य है, रायलसीमा का डवलपमेंट नई ऊंचाई पर पहुंचे। मोदी का लक्ष्य है, आंध्र प्रदेश का विकास। मोदी लक्ष्यम् आन्ध्र प्रदेश विकासम!

साथियों,

आप सभी ने दशकों तक दूसरों पर भरोसा किया है। लेकिन आपको क्या मिला? यहां डेवलपमेंट नहीं हुआ। यहां सिंचाई की सुविधा नहीं है, यहां इंडस्ट्री नहीं है, यहां किसान परेशान हैं, यहां नौजवानों को काम के लिए दूसरे शहरों में जाना पड़ता है। आप मुझे बताइए, ये हालात बदलने चाहिए या नहीं? तो आपको क्या करना पड़ेगा? आंध्र प्रदेश में डबल इंजन सरकार। आन्ध्र प्रदेश लो कूडा, डबल इंजन सरकार रावाली!

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साथियों,

आंध्र प्रदेश की जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ YSR कांग्रेस सरकार बनाई थी। लेकिन इन्होंने आपके साथ विश्वासघात किया। YSR कांग्रेस ने यहां गरीबों का नहीं, माफिया का विकास किया। YSR कांग्रेस के मंत्री कैसे यहां गुंडागर्दी करते हैं, यहां राउडी राज चलाते हैं, वो सबके सामने है। मैं तो हैरान हूं, जिस sand mafia के कारण अन्नामैय्या डैम टूट गया, 25-30 गांवों को नुकसान हुआ, दर्जनों लोगों की जान गई, ऐसे माफिया को यहां की सरकार बढ़ावा देती है। मैं ऐसे हर माफिया को कहूंगा YSR कांग्रेस गवर्मेंट के जाने का काउंट डाउन शुरू हो चुका है। NDA सरकार, यहां के हर माफिया का इलाज करेगी, पक्का ट्रीटमेंट करेगी। आप बताइए, आपके जीवन में साफ पानी जरूरी है या नहीं? मोदी घर-घर, पाइप से पानी पहुंचाना चाहता है। लेकिन यहां की सरकार जल जीवन मिशन में भी ठीक से सहयोग नहीं करती। पोल्लावरम प्रोजेक्ट के साथ इन्होंने क्या किया, ये आप इतने सालों से देख रहे हैं। इन्होंने रायलसीमा के किसानों को भी इरीगेशन की सुविधाएं नहीं दीं। यहां NDA सरकार बनेगी तो सिंचाई के प्रोजेक्ट तेज़ी से पूरे होंगे।

साथियों,

जब स्ट्रांग गवर्मेंट होती है, तो देश भी स्ट्रांग होता है। आज भारत स्ट्रांग है कि नहीं है? यहां से तो बहुत सारे साथी गल्फ के देशों में हैं। गल्फ के देशों में भारतीयों की आज रिस्पेक्ट बढ़ी है कि नहीं बढ़ी है? वहां किसी भी साथी को प्रॉब्लम होती है, तो मोदी सॉल्व करता है। अभी कतर में हमारे साथी फंस गए थे। 10 साल पहले वाली कांग्रेस सरकार होती, तो उनका बचना मुश्किल था। लेकिन हम उन साथियों को सुरक्षित वापस लाए। ऐसा क्यों हुआ? क्योंकि आपने NDA की मज़बूत सरकार बनाई। इसलिए आपका हर वोट NDA को मिलना चाहिए।

साथियों,

मोदी नेशन बिल्डिंग के मिशन पर निकला है, देश को आगे बढ़ाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है। लेकिन कांग्रेस देश को रिवर्स गियर में ले जाना चाहती है। कांग्रेस लगातार धमकी दे रही है कि जो बड़े काम पिछले 10 साल में हुए हैं, वो उन्हें रद्द कर देगी। कांग्रेस कहती है, आर्टिकल-370 को वो वापस लाएंगे फिर से। कांग्रेस कहती है, CAA के कानून को रद्द कर देंगे। कांग्रेस कहती है गरीबों को जो फ्री राशन मिलता है वो योजना को बंद कर देंगे। कांग्रेस कहती है देश के गरीबों को फ्री मेडिकल ट्रीटमेंट जो मिलता है वो योजना को भी वो बंद कर देंगे। कांग्रेस कहती है, राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी पलट देंगे, राम मंदिर पर ताला लगा देंगे। क्या आपको ये सब मंजूर है क्या?

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साथियों,

पूरी कांग्रेस पार्टी, भारत की संस्कृति और विरासत से कट चुकी है। कांग्रेस जड़ों से एकदम कट चुकी है। कांग्रेस के मन में हमेशा विभाजनकारी सोच रहती है। कांग्रेस का माइंडसेट ही देश को टुकड़ों में देखने का हो गया है। इसलिए ही कांग्रेस के नेता कभी भारत को एक राष्ट्र मानने से इनकार करते हैं, तो कभी देश को बांटने की बात करते हैं। आज कांग्रेस के एक और बड़े नेता ने फिर कांग्रेस की विभाजनकारी सोच का प्रदर्शन किया है। गांधी परिवार के बेहद करीबी और शहजादे के सबसे बड़े सलाहकार ने जो कहा है, वो शर्मनाक है। कांग्रेस को लगता है कि जो लोग नॉर्थ ईस्ट के लोग चाइनीज की तरह लगते हैं, क्या ऐसी बातें देश स्वीकार कर सकता है क्या? कांग्रेस को लगता कि साउथ इंडिया के लोग अफ्रीकन जैसे दिखते हैं। मैं जरा सिद्दारमैया जी से पूछना चाहता हूं क्या कर्नाटका के लोगों पर आरोप आप स्वीकार करेंगे क्या? मैं तेलंगाना के कांग्रेस के मुख्यमंत्री को पूछना चाहता हूं क्या वे इस प्रकार के आरोप को स्वीकार करेंगे क्या? मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को पूछना चाहता हूं जो तमिल संस्कृति की बात करतें हैं, इतना बड़ा गंभीर आरोप लगाया है। क्या तमिलनाडु, DMK कांग्रेस के साथ अपना नाता तोड़ने की घोषणा करेंगे क्या? तमिल स्वाभिमान के लिए, तमिल लोगों के लिए, किया वो हिम्मत है क्या उनमें? कांग्रेस को लगता है कि पश्चिमी भारत के लोग अरब के लोगों जैसे दिखते हैं। मैं जरा बाला साहब ठाकरे के नकली शिव सेना के जो उनके सन्तान बैठे हैं, जरा बाला साहब जी को याद करो। मैं नकली सन्तानों को पूछना चाहता हूं, मैं जरा उनके मेंटर, बुजुर्ग नेता से भी पूछना चाहता हूं, इन्होनें कहा है कि पश्चिम भारत के लोग अरब नेशन के अरबी लगते हैं? क्या महाराष्ट्र के लोगों को ये भाषा मंजूर है क्या? कांग्रेस को लगता है कि उत्तर भारत के लोग गोरों जैसे दिखते हैं। क्या आपको ये बात स्वीकार है? सत्ता के लिए देश का बंटवारा कराने वाली कांग्रेस अब भारतीयों पर नस्लवादी टिप्पणी करने पर उतर आई है। क्या हो गया है कांग्रेस पार्टी को? और ये बात जरा जो उनकी इकोसिस्टम है वो भी समझ ले कि आप इनका बचाव करने की कोशिश मत करो, क्योंकि जो शहजादे के फिलोसोफर एंड गाइड ने अमेरिका में बोला उसके चार दिन पहले खुद शाहजादे ने युवकों के बीच में कहा कि अमेरिका में इस रंग के लोग पेपर सेट करते हैं तो इस रंग के लोग परीक्षा में ना पास होते हैं। इस रंग के लोग पेपर सेट करें तो सब पास होगें। हिंदुस्तान पर भी उन्होनें वही टिप्पणी की थी जिसका विस्तार शाहजादे के गुरू ने किया है। ये दोनोम की बातें मिली हुई बातें हैं। सोच समझ कर के बोली हुई बातें हैं। और मैं पूरी कांग्रेस पार्टी पर, शहजादे पर, इस शाही परिवार पर गंभीर आरोप लगाता हूं। अरे मुद्दे नहीं हैं तो कम से कम हम भारतीयों का माखौल मत उड़ाओ ?
तीसरे फेज में घुटने टेकने की बौखलाहट में ये लोग कुछ भी कहे जा रहे हैं। लेकिन देश, कांग्रेस की एक-एक विभाजनकारी बात को सुन रहा है, समझ रहा है। क्या आप ऐसी सोच वाली कांग्रेस को, देशवासियों से भी मैं ये कहना चाहता हूं, सिर्फ में आंध्र में नहीं कह रहा हूं। मैं देश के जहां-जहां चुनाव बाकी है, सभी देशवासियों को कहना चाहता हूं ऐसा गुनाह करने वाली कांग्रेस को बक्शा नहीं जाना चाहिए, उनको सजा होनी चाहिए।

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साथियों,

आज एनडीए सरकार देश में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने पर बल दे रही है। यहां भी देखिए कितने एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं। चारों तरफ फोर लेन, सिक्स लेन हाईवे बन रहे हैं। नंदियाल, तेरागुंतला रेलवे लाइन का काम पूरा हो चुका है। नई कडप्पा बेंगलुरु रेलवे लाइन स्वीकृत हो चुकी है। कडप्पा एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का निर्माण हो रहा है। आने वाले पांच साल में इंफ्रास्ट्रक्चर के ऐसे हर काम का और विस्तार होगा। बीजेपी ने घोषणा की है कि साउथ में भी बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी। आप मुझे बताइए आंध्र प्रदेश में बुलेट ट्रेन चलनी चाहिए कि नहीं चलनी चाहिए?

साथियों,

रायलसीमा के किसानों का जीवन सिर्फ और सिर्फ NDA सरकार ही बदल सकती है। यहां टमाटर बहुत उगाया जाता है। आने वाले 5 साल में हम टमाटर जैसी सब्जियों के लिए स्पेशल स्टोरेज के क्लस्टर बनाने जा रहे हैं। पुलिवेंदुला में Banana प्रोसेसिंग क्लस्टर से किसानों और नौजवानों को बहुत लाभ हो रहा है। आने वाले 5 सालों में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री का विस्तार होगा। इसमें भी FPO यानि फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइज़शन्स को मदद दी जाएगी। NDA के जितने भी हमारे ये कैंडिडेट हैं, एमएलए का चुनाव भी साथ-साथ है हमारे सभी एमएलए के जो उम्मीदवार है। आप सबसे मेरा आग्रह है इस क्षेत्र के कल्याण के इन सबको बनाकर के भेजिए। इनके अलावा राजम पेट लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मेरे मित्र किरन कुमार रेड्डी, चित्तूर लोकसभा सीट से टीडीपी प्रत्याशी प्रसाद राव। तिरुपति लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी बाला प्रसाद राव। कडप्पा लोकसभा सीट से टीडीपी प्रत्याशी भूपेश रेडी। इन मेरे सभी साथियों को जिता करके दिल्ली भेजिए और जब आप इनको वोट देंगे ना तो वोट दिल्ली में सीधा मेरे खाते में जमा होगा।

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साथियों,

ज्यादा से ज्यादा मतदान कराना। कराएंगे? ज्यादा से ज्यादा पोलिंग बूथ जीतने है। जीतेंगे? अच्छा मेरा एक काम करेंगे? मेरा एक काम करेंगे? घर-घर जाइएगा और कहिएगा कि अपने मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आप सबको नमस्कार कहा है। मेरा नमस्कार पहुंचा देंगे? बोलिए भारत माता की...

भारत माता की...

बहुत बहुत धन्यवाद

  • Jitendra Kumar May 05, 2025

    ❤️🇮🇳❤️
  • Dheeraj Thakur March 06, 2025

    जय श्री राम जय श्री राम
  • Dheeraj Thakur March 06, 2025

    जय श्री राम
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 18, 2024

    हर हर महादेव
  • Vivek Kumar Gupta July 22, 2024

    नमो .....................🙏🙏🙏🙏🙏
  • Vivek Kumar Gupta July 22, 2024

    नमो ..............................🙏🙏🙏🙏🙏
  • Vimlesh Mishra July 22, 2024

    jai mata di
  • Pradhuman Singh Tomar July 03, 2024

    BJP 181
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India is going to open doors of new possibilities of space for the world: PM Modi
June 28, 2025
QuoteI extend my heartiest congratulations and best wishes to you for hoisting the flag of India in space: PM
QuoteScience and Spirituality, both are our Nation’s strength: PM
QuoteThe success of Chandrayaan mission and your historic journey renew interest in science among the children and youth of the country: PM
QuoteWe have to take Mission Gaganyaan forward, we have to build our own space station and also land Indian astronauts on the Moon: PM
QuoteYour historic journey is the first chapter of success of India's Gaganyaan mission and will give speed and new vigour to our journey of Viksit Bharat: PM
QuoteIndia is going to open doors of new possibilities of space for the world: PM

प्रधानमंत्रीशुभांशु नमस्कार!

शुभांशु शुक्लानमस्कार!

प्रधानमंत्रीआप आज मातृभूमि से, भारत भूमि से, सबसे दूर हैं, लेकिन भारतवासियों के दिलों के सबसे करीब हैं। आपके नाम में भी शुभ है और आपकी यात्रा नए युग का शुभारंभ भी है। इस समय बात हम दोनों कर रहे हैं, लेकिन मेरे साथ 140 करोड़ भारतवासियों की भावनाएं भी हैं। मेरी आवाज में सभी भारतीयों का उत्साह और उमंग शामिल है। अंतरिक्ष में भारत का परचम लहराने के लिए मैं आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। मैं ज्यादा समय नहीं ले रहा हूं, तो सबसे पहले तो यह बताइए वहां सब कुशल मंगल है? आपकी तबीयत ठीक है?

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शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी! बहुत-बहुत धन्यवाद, आपकी wishes का और 140 करोड़ मेरे देशवासियों के wishes का, मैं यहां बिल्कुल ठीक हूं, सुरक्षित हूं। आप सबके आशीर्वाद और प्यार की वजह से… बहुत अच्छा लग रहा है। बहुत नया एक्सपीरियंस है यह और कहीं ना कहीं बहुत सारी चीजें ऐसी हो रही हैं, जो दर्शाती है कि मैं और मेरे जैसे बहुत सारे लोग हमारे देश में और हमारा भारत किस दिशा में जा रहा है। यह जो मेरी यात्रा है, यह पृथ्वी से ऑर्बिट की 400 किलोमीटर तक की जो छोटे सी यात्रा है, यह सिर्फ मेरी नहीं है। मुझे लगता है कहीं ना कहीं यह हमारे देश के भी यात्रा है because जब मैं छोटा था, मैं कभी सोच नहीं पाया कि मैं एस्ट्रोनॉट बन सकता हूं। लेकिन मुझे लगता है कि आपके नेतृत्व में आज का भारत यह मौका देता है और उन सपनों को साकार करने का भी मौका देता है। तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि है मेरे लिए और मैं बहुत गर्व feel कर रहा हूं कि मैं यहां पर अपने देश का प्रतिनिधित्व कर पा रहा हूं। धन्यवाद प्रधानमंत्री जी!

प्रधानमंत्रीशुभ, आप दूर अंतरिक्ष में हैं, जहां ग्रेविटी ना के बराबर है, पर हर भारतीय देख रहा है कि आप कितने डाउन टू अर्थ हैं। आप जो गाजर का हलवा ले गए हैं, क्या उसे अपने साथियों को खिलाया?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी! यह कुछ चीजें मैं अपने देश की खाने की लेकर आया था, जैसे गाजर का हलवा, मूंग दाल का हलवा और आम रस और मैं चाहता था कि यह बाकी भी जो मेरे साथी हैं, बाकी देशों से जो आए हैं, वह भी इसका स्वाद लें और चखें, जो भारत का जो rich culinary हमारा जो हेरिटेज है, उसका एक्सपीरियंस लें, तो हम सभी ने बैठकर इसका स्वाद लिया साथ में और सबको बहुत पसंद आया। कुछ लोग कहे कि कब वह नीचे आएंगे और हमारे देश आएं और इनका स्वाद ले सकें हमारे साथ…

प्रधानमंत्री: शुभ, परिक्रमा करना भारत की सदियों पुरानी परंपरा है। आपको तो पृथ्वी माता की परिक्रमा का सौभाग्य मिला है। अभी आप पृथ्वी के किस भाग के ऊपर से गुजर रहे होंगे?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी! इस समय तो मेरे पास यह इनफॉरमेशन उपलब्ध नहीं है, लेकिन थोड़ी देर पहले मैं खिड़की से, विंडो से बाहर देख रहा था, तो हम लोग हवाई के ऊपर से गुजर रहे थे और हम दिन में 16 बार परिक्रमा करते हैं। 16 सूर्य उदय और 16 सनराइज और सनसेट हम देखते हैं ऑर्बिट से और बहुत ही अचंभित कर देने वाला यह पूरा प्रोसेस है। इस परिक्रमा में, इस तेज गति में जिस हम इस समय करीब 28000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहे हैं आपसे बात करते वक्त और यह गति पता नहीं चलती क्योंकि हम तो अंदर हैं, लेकिन कहीं ना कहीं यह गति जरूर दिखाती है कि हमारा देश कितनी गति से आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्रीवाह!

शुभांशु शुक्ला: इस समय हम यहां पहुंचे हैं और अब यहां से और आगे जाना है।

प्रधानमंत्री: अच्छा शुभ अंतरिक्ष की विशालता देखकर सबसे पहले विचार क्या आया आपको?

शुभांशु शुक्ला: प्रधानमंत्री जी, सच में बोलूं तो जब पहली बार हम लोग ऑर्बिट में पहुंचे, अंतरिक्ष में पहुंचे, तो पहला जो व्यू था, वह पृथ्वी का था और पृथ्वी को बाहर से देख के जो पहला ख्याल, वो पहला जो thought मन में आया, वह ये था कि पृथ्वी बिल्कुल एक दिखती है, मतलब बाहर से कोई सीमा रेखा नहीं दिखाई देती, कोई बॉर्डर नहीं दिखाई देता। और दूसरी चीज जो बहुत noticeable थी, जब पहली बार भारत को देखा, तो जब हम मैप पर पढ़ते हैं भारत को, हम देखते हैं बाकी देशों का आकार कितना बड़ा है, हमारा आकार कैसा है, वह मैप पर देखते हैं, लेकिन वह सही नहीं होता है क्योंकि वह एक हम 3D ऑब्जेक्ट को 2D यानी पेपर पर हम उतारते हैं। भारत सच में बहुत भव्य दिखता है, बहुत बड़ा दिखता है। जितना हम मैप पर देखते हैं, उससे कहीं ज्यादा बड़ा और जो oneness की फीलिंग है, पृथ्वी की oneness की फीलिंग है, जो हमारा भी मोटो है कि अनेकता में एकता, वह बिल्कुल उसका महत्व ऐसा समझ में आता है बाहर से देखने में कि लगता है कि कोई बॉर्डर एक्जिस्ट ही नहीं करता, कोई राज्य ही नहीं एक्जिस्ट करता, कंट्रीज़ नहीं एक्जिस्ट करती, फाइनली हम सब ह्यूमैनिटी का पार्ट हैं और अर्थ हमारा एक घर है और हम सबके सब उसके सिटीजंस हैं।

प्रधानमंत्रीशुभांशु स्पेस स्टेशन पर जाने वाले आप पहले भारतीय हैं। आपने जबरदस्त मेहनत की है। लंबी ट्रेनिंग करके गए हैं। अब आप रियल सिचुएशन में हैं, सच में अंतरिक्ष में हैं, वहां की परिस्थितियां कितनी अलग हैं? कैसे अडॉप्ट कर रहे हैं?

शुभांशु शुक्ला: यहां पर तो सब कुछ ही अलग है प्रधानमंत्री जी, ट्रेनिंग की हमने पिछले पूरे 1 साल में, सारे systems के बारे में मुझे पता था, सारे प्रोसेस के बारे में मुझे पता था, एक्सपेरिमेंट्स के बारे में मुझे पता था। लेकिन यहां आते ही suddenly सब चेंज हो गया, because हमारे शरीर को ग्रेविटी में रहने की इतनी आदत हो जाती है कि हर एक चीज उससे डिसाइड होती है, पर यहां आने के बाद चूंकि ग्रेविटी माइक्रोग्रेविटी है absent है, तो छोटी-छोटी चीजें भी बहुत मुश्किल हो जाती हैं। अभी आपसे बात करते वक्त मैंने अपने पैरों को बांध रखा है, नहीं तो मैं ऊपर चला जाऊंगा और माइक को भी ऐसे जैसे यह छोटी-छोटी चीजें हैं, यानी ऐसे छोड़ भी दूं, तो भी यह ऐसे float करता रहा है। पानी पीना, पैदल चलना, सोना बहुत बड़ा चैलेंज है, आप छत पर सो सकते हैं, आप दीवारों पर सो सकते हैं, आप जमीन पर सो सकते हैं। तो पता सब कुछ होता है प्रधानमंत्री जी, ट्रेनिंग अच्छी है, लेकिन वातावरण चेंज होता है, तो थोड़ा सा used to होने में एक-दो दिन लगते हैं but फिर ठीक हो जाता है, फिर normal हो जाता है।

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प्रधानमंत्री: शुभ भारत की ताकत साइंस और स्पिरिचुअलिटी दोनों हैं। आप अंतरिक्ष यात्रा पर हैं, लेकिन भारत की यात्रा भी चल रही होगी। भीतर में भारत दौड़ता होगा। क्या उस माहौल में मेडिटेशन और माइंडफूलनेस का लाभ भी मिलता है क्या?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी, मैं बिल्कुल सहमत हूं। मैं कहीं ना कहीं यह मानता हूं कि भारत already दौड़ रहा है और यह मिशन तो केवल एक पहली सीढ़ी है उस एक बड़ी दौड़ का और हम जरूर आगे पहुंच रहे हैं और अंतरिक्ष में हमारे खुद के स्टेशन भी होंगे और बहुत सारे लोग पहुंचेंगे और माइंडफूलनेस का भी बहुत फर्क पड़ता है। बहुत सारी सिचुएशंस ऐसी होती हैं नॉर्मल ट्रेनिंग के दौरान भी या फिर लॉन्च के दौरान भी, जो बहुत स्ट्रेसफुल होती हैं और माइंडफूलनेस से आप अपने आप को उन सिचुएशंस में शांत रख पाते हैं और अपने आप को calm रखते हैं, अपने आप को शांत रखते हैं, तो आप अच्छे डिसीजंस ले पाते हैं। कहते हैं कि दौड़ते हो भोजन कोई भी नहीं कर सकता, तो जितना आप शांत रहेंगे उतना ही आप अच्छे से आप डिसीजन ले पाएंगे। तो I think माइंडफूलनेस का बहुत ही इंपॉर्टेंट रोल होता है इन चीजों में, तो दोनों चीजें अगर साथ में एक प्रैक्टिस की जाएं, तो ऐसे एक चैलेंजिंग एनवायरमेंट में या चैलेंजिंग वातावरण में मुझे लगता है यह बहुत ही यूज़फुल होंगी और बहुत जल्दी लोगों को adapt करने में मदद करेंगी।

प्रधानमंत्री: आप अंतरिक्ष में कई एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं। क्या कोई ऐसा एक्सपेरिमेंट है, जो आने वाले समय में एग्रीकल्चर या हेल्थ सेक्टर को फायदा पहुंचाएगा?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी, मैं बहुत गर्व से कह सकता हूं कि पहली बार भारतीय वैज्ञानिकों ने 7 यूनिक एक्सपेरिमेंट्स डिजाइन किए हैं, जो कि मैं अपने साथ स्टेशन पर लेकर आया हूं और पहला एक्सपेरिमेंट जो मैं करने वाला हूं, जो कि आज ही के दिन में शेड्यूल्ड है, वह है Stem Cells के ऊपर, so अंतरिक्ष में आने से क्या होता है कि ग्रेविटी क्योंकि एब्सेंट होती है, तो लोड खत्म हो जाता है, तो मसल लॉस होता है, तो जो मेरा एक्सपेरिमेंट है, वह यह देख रहा है कि क्या कोई सप्लीमेंट देकर हम इस मसल लॉस को रोक सकते हैं या फिर डिले कर सकते हैं। इसका डायरेक्ट इंप्लीकेशन धरती पर भी है कि जिन लोगों का मसल लॉस होता है, ओल्ड एज की वजह से, उनके ऊपर यह सप्लीमेंट्स यूज़ किए जा सकते हैं। तो मुझे लगता है कि यह डेफिनेटली वहां यूज़ हो सकता है। साथ ही साथ जो दूसरा एक्सपेरिमेंट है, वह Microalgae की ग्रोथ के ऊपर। यह Microalgae बहुत छोटे होते हैं, लेकिन बहुत Nutritious होते हैं, तो अगर हम इनकी ग्रोथ देख सकते हैं यहां पर और ऐसा प्रोसेस ईजाद करें कि यह ज्यादा तादाद में हम इन्हें उगा सके और न्यूट्रिशन हम प्रोवाइड कर सकें, तो कहीं ना कहीं यह फूड सिक्योरिटी के लिए भी बहुत काम आएगा धरती के ऊपर। सबसे बड़ा एडवांटेज जो है स्पेस का, वह यह है कि यह जो प्रोसेस है यहां पर, यह बहुत जल्दी होते हैं। तो हमें महीनों तक या सालों तक वेट करने की जरूरत नहीं होती, तो जो यहां के जो रिजल्‍ट्स होते हैं वो हम और…

प्रधानमंत्री: शुभांशु चंद्रयान की सफलता के बाद देश के बच्चों में, युवाओं में विज्ञान को लेकर एक नई रूचि पैदा हुई, अंतरिक्ष को explore करने का जज्बा बढ़ा। अब आपकी ये ऐतिहासिक यात्रा उस संकल्प को और मजबूती दे रही है। आज बच्चे सिर्फ आसमान नहीं देखते, वो यह सोचते हैं, मैं भी वहां पहुंच सकता हूं। यही सोच, यही भावना हमारे भविष्य के स्पेस मिशंस की असली बुनियाद है। आप भारत की युवा पीढ़ी को क्या मैसेज देंगे?

शुभांशु शुक्ला: प्रधानमंत्री जी, मैं अगर मैं अपनी युवा पीढ़ी को आज कोई मैसेज देना चाहूंगा, तो पहले यह बताऊंगा कि भारत जिस दिशा में जा रहा है, हमने बहुत बोल्ड और बहुत ऊंचे सपने देखे हैं और उन सपनों को पूरा करने के लिए, हमें आप सबकी जरूरत है, तो उस जरूरत को पूरा करने के लिए, मैं ये कहूंगा कि सक्सेस का कोई एक रास्ता नहीं होता कि आप कभी कोई एक रास्ता लेता है, कोई दूसरा रास्ता लेता है, लेकिन एक चीज जो हर रास्ते में कॉमन होती है, वो ये होती है कि आप कभी कोशिश मत छोड़िए, Never Stop Trying. अगर आपने ये मूल मंत्र अपना लिया कि आप किसी भी रास्ते पर हों, कहीं पर भी हों, लेकिन आप कभी गिव अप नहीं करेंगे, तो सक्सेस चाहे आज आए या कल आए, पर आएगी जरूर।

प्रधानमंत्री: मुझे पक्का विश्वास है कि आपकी ये बातें देश के युवाओं को बहुत ही अच्छी लगेंगी और आप तो मुझे भली-भांति जानते हैं, जब भी किसी से बात होती हैं, तो मैं होमवर्क जरूर देता हूं। हमें मिशन गगनयान को आगे बढ़ाना है, हमें अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाना है, और चंद्रमा पर भारतीय एस्ट्रोनॉट की लैंडिंग भी करानी है। इन सारे मिशंस में आपके अनुभव बहुत काम आने वाले हैं। मुझे विश्वास है, आप वहां अपने अनुभवों को जरूर रिकॉर्ड कर रहे होंगे।

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी, बिल्कुल ये पूरे मिशन की ट्रेनिंग लेने के दौरान और एक्सपीरियंस करने के दौरान, जो मुझे lessons मिले हैं, जो मेरी मुझे सीख मिली है, वो सब एक स्पंज की तरह में absorb कर रहा हूं और मुझे यकीन है कि यह सारी चीजें बहुत वैल्युएबल प्रूव होंगी, बहुत इंपॉर्टेंट होगी हमारे लिए जब मैं वापस आऊंगा और हम इन्हें इफेक्टिवली अपने मिशंस में, इनके lessons अप्लाई कर सकेंगे और जल्दी से जल्दी उन्हें पूरा कर सकेंगे। Because मेरे साथी जो मेरे साथ आए थे, कहीं ना कहीं उन्होंने भी मुझसे पूछा कि हम कब गगनयान पर जा सकते हैं, जो सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा और मैंने बोला कि जल्द ही। तो मुझे लगता है कि यह सपना बहुत जल्दी पूरा होगा और मेरी तो सीख मुझे यहां मिल रही है, वह मैं वापस आकर, उसको अपने मिशन में पूरी तरह से 100 परसेंट अप्लाई करके उनको जल्दी से जल्दी पूरा करने की कोशिश करेंगे।

प्रधानमंत्री: शुभांशु, मुझे पक्का विश्वास है कि आपका ये संदेश एक प्रेरणा देगा और जब हम आपके जाने से पहले मिले थे, आपके परिवारजन के भी दर्शन करने का अवसर मिला था और मैं देख रहा हूं कि आपके परिवारजन भी सभी उतने ही भावुक हैं, उत्साह से भरे हुए हैं। शुभांशु आज मुझे आपसे बात करके बहुत आनंद आया, मैं जानता हूं आपकी जिम्मे बहुत काम है और 28000 किलोमीटर की स्पीड से काम करने हैं आपको, तो मैं ज्यादा समय आपका नहीं लूंगा। आज मैं विश्वास से कह सकता हूं कि ये भारत के गगनयान मिशन की सफलता का पहला अध्याय है। आपकी यह ऐतिहासिक यात्रा सिर्फ अंतरिक्ष तक सीमित नहीं है, ये हमारी विकसित भारत की यात्रा को तेज गति और नई मजबूती देगी। भारत दुनिया के लिए स्पेस की नई संभावनाओं के द्वार खोलने जा रहा है। अब भारत सिर्फ उड़ान नहीं भरेगा, भविष्य में नई उड़ानों के लिए मंच तैयार करेगा। मैं चाहता हूं, कुछ और भी सुनने की इच्छा है, आपके मन में क्योंकि मैं सवाल नहीं पूछना चाहता, आपके मन में जो भाव है, अगर वो आप प्रकट करेंगे, देशवासी सुनेंगे, देश की युवा पीढ़ी सुनेगी, तो मैं भी खुद बहुत आतुर हूं, कुछ और बातें आपसे सुनने के लिए।

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शुभांशु शुक्ला: धन्यवाद प्रधानमंत्री जी! यहां यह पूरी जर्नी जो है, यह अंतरिक्ष तक आने की और यहां ट्रेनिंग की और यहां तक पहुंचने की, इसमें बहुत कुछ सीखा है प्रधानमंत्री जी मैंने लेकिन यहां पहुंचने के बाद मुझे पर्सनल accomplishment तो एक है ही, लेकिन कहीं ना कहीं मुझे ये लगता है कि यह हमारे देश के लिए एक बहुत बड़ा कलेक्टिव अचीवमेंट है। और मैं हर एक बच्चे को जो यह देख रहा है, हर एक युवा को जो यह देख रहा है, एक मैसेज देना चाहता हूं और वो यह है कि अगर आप कोशिश करते हैं और आप अपना भविष्य बनाते हैं अच्छे से, तो आपका भविष्य अच्छा बनेगा और हमारे देश का भविष्य अच्छा बनेगा और केवल एक बात अपने मन में रखिए, that sky has never the limits ना आपके लिए, ना मेरे लिए और ना भारत के लिए और यह बात हमेशा अगर अपने मन में रखी, तो आप आगे बढ़ेंगे, आप अपना भविष्य उजागर करेंगे और आप हमारे देश का भविष्य उजागर करेंगे और बस मेरा यही मैसेज है प्रधानमंत्री जी और मैं बहुत-बहुत ही भावुक और बहुत ही खुश हूं कि मुझे मौका मिला आज आपसे बात करने का और आप के थ्रू 140 करोड़ देशवासियों से बात करने का, जो यह देख पा रहे हैं, यह जो तिरंगा आप मेरे पीछे देख रहे हैं, यह यहां नहीं था, कल के पहले जब मैं यहां पर आया हूं, तब हमने यह यहां पर पहली बार लगाया है। तो यह बहुत भावुक करता है मुझे और बहुत अच्छा लगता है देखकर कि भारत आज इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंच चुका है।

प्रधानमंत्रीशुभांशु, मैं आपको और आपके सभी साथियों को आपके मिशन की सफलता के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। शुभांशु, हम सबको आपकी वापसी का इंतजार है। अपना ध्यान रखिए, मां भारती का सम्मान बढ़ाते रहिए। अनेक-अनेक शुभकामनाएं, 140 करोड़ देशवासियों की शुभकामनाएं और आपको इस कठोर परिश्रम करके, इस ऊंचाई तक पहुंचने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। भारत माता की जय!

शुभांशु शुक्ला: धन्यवाद प्रधानमंत्री जी, धन्यवाद और सारे 140 करोड़ देशवासियों को धन्यवाद और स्पेस से सबके लिए भारत माता की जय!