Congress has not yet arrived in the 21st century: PM Modi in Mandi, HP

Published By : Admin | May 24, 2024 | 10:15 IST
The Congress has not yet arrived in the 21st century: PM Modi in Mandi, HP
The entire Congress is vehemently anti-women: PM Modi in Mandi, HP
Congress is leading Himachal to ruin: PM Modi in Mandi, HP

काशी के सांसद की तरफ से, छोटी काशी में दूर-दूर से आए आप सभी परिवारजनों को प्रणाम। मांडव ऋषि की इस तपोस्थली से मैं सभी देवी-देवताओं को, तीर्थों को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। मंडी आ जाएं तो पुरानी यादें भी आ जाती हैं साथ-साथ। काफी पुराने चेहरे भी नजर आ रहे हैं और पुरानी यादें भी बहुत ताजा हो जाती हैं। मैं आपके बीच में यहां बहुत लंबे समय तक रहा हूं। हमारे सरदार संतोष सिंह जी, अवरिन्द्र सिंह जी, गुरमान सिंह जी, आर के राजू कितने ही साथी, इनके साथ रह करके मैंने काम किया। औऱ उस समय हम लोग दूसरे नेताओं की रैलियों के लिए आय़ोजन करते थे, नीचे बैठ करके प्लानिंग करते थे कि कौन कहां बैठेगा। औऱ उस समय देखता था कि इतनी बड़ी रैली नहीं कर पाते थे, मैं खुद यहां काम देखता था, लेकिन आज जिस प्रकार से आपने माहौल बना दिया है, जो जनसैलाब उमड़ा है और मुझे मालूम है मंडी लोकसभा की रैली अपनेआप में पहाड़ चढ़ने जैसा है। कहां से कहां तक ये क्षेत्र फैला हुआ है। मंडी लोकसभा क्षेत्र, ब्यास औऱ सतलुज को आपस में जोड़ता है। किन्नौर, लाहोल स्पिति, बांगी, भरमौर-ये सारे इलाके तो कितने दुर्गम हैं। देखिए, इतनी बड़ी सभा, आपलोग दूर दूर से आए हैं, इतना उत्साह, इतना जोश, मंडी हो, कूल्लू हो, रामपुर हो, लाहौल स्पिति हो, किन्नौर हो, बांगी हो, भरमौर हो, चप्पे चप्पे से एक ही आवाज आ रही है, एक ही गूंज सुनाई दे रही है। फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार!

भाइयों और बहनों,

पालपपुर यहां से ज्यादा दूर नही है और आज मैं याद दिलाना चाहता हूं, ये भाजपा का पालमपुर बीजेपी की वर्किंग कमेटी थी औऱ पालमपुर बीजेपी वर्किंग कमेटी में, जो निर्णय हुआ इसी हिमांचल की धरती में उससे इतिहास रचा गया। इसी अधिवेशन में भाजपा ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। इस देव भूमि में संकल्प हुआ था, पालमपुर में हुआ था। यानि हिमाचल, राम मंदिर के निर्माण की संकल्प भूमि है। हिमाचल में लिया गया वो ऐतिहासिक संकल्प सिद्ध हो चुका है। 500 साल का ये इंतज़ार किसने खत्म किया? 500 साल तक अविरत संघर्ष चला, कितनी पीढियों ने इंतजार इंतजार करते करते अपना जीवन पूरा कर दिया, लाखों लोगों ने शहादत दी। अब वो 500 साल का इंतजार खत्म हुआ। किसने किया? ये इंतजार खत्म किसने किया? इस इंतजार को खत्म किसने किया? जरा आवाज, दबी हुई लग रही है किसने किया? किसने किया? किसने किया? आपका जवाब शत प्रतिशत गलत है। ये इंतजार खत्म किया है आपके एक वोट ने। ये आपके वोट की ताकत है, जिसने पांच सौ साल का इंतजार खत्म किया। आज अयोध्या में रामलला विराजमान हुए , हिमाचल खुश हुआ है, देवी-देवता खुश हुए हैं लेकिन कांग्रेस इससे खुश नहीं हुई है। अगर आपके एक वोट ने मोदी की ताकत नहीं बढ़ाई होती तो कांग्रेस कभी राम मंदिर नहीं बनने देती। ये आपको एक वोट की ताकत है।

साथियों,

आपके एक वोट ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 की दीवार को गिरा दिया। आपके एक वोट ने, हिंदू, सिख और बौद्ध शरणार्थियों को नागरिकता देने वाला CAA कानून बनाया। आपके एक वोट ने हमारे पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन दिलवाई। आपके एक वोट ने भारत को दुनिया की 5वीं बड़ी आर्थिक ताकत बनाया। और ये आपका ही वोट है जिसने विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया है।

भाइयों और बहनों,

चौबीस के इस चुनाव में 5 चरणों के चुनाव हो चुके हैं। इन पांच चरणों में BJP-NDA को बहुमत से ज्यादा सीटें मिल चुकी हैं। अब इसमें हिमाचल की चार सीटें जुड़ जाएंगी, तो सोने पर सुहागा हो जाएगा। और मैं देख रहा हूं, फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार! औऱ उसके लिए 4-0 से हैट्रिक बनाने जा रहा है। देश लगातार तीसरी बार कांग्रेस को रिजेक्ट करने जा रहा है।

साथियों,

आपने दशकों तक कांग्रेस का शासन देखा है। कांग्रेस को ऐसा भारत पसंद है जहां गरीबी हो, संकट हो, नागरिक समस्याओं से घिरे हों, इसलिए वो देश में पुराने हालात वापस लाना चाहती है। वो देश के विकास में रिवर्स गीयर लगाना चाहती है। और इसलिए कांग्रेस कह रही है, अगर हम सत्ता में आएगें तो 370 को वापस लाएंगे। कांग्रेस कह रही है, CAA को खत्म करेंगे। कांग्रेस के साथी को यहां तक पागलपन आया है, कह रहे हैं कि हमारे परमाणु हथियार खत्म करेंगे। चुनाव में घोषणा कर रहे हैं।

साथियों,

मोदी ने समान नागरिक संहिता का संकल्प लिया है। भारत का नागरिक, भले ही वो हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो या ईसाई हो, बौद्ध हो, उसके लिए एक समान नागरिक कानून होने चाहिए, लेकिन कांग्रेस समान नागरिक संहिता का विरोध कर रही है। कांग्रेस मुस्लिम पर्सनल लॉ के बहाने शरिया को समर्थन देती है। क्या देश को, हिमाचल को ऐसी कांग्रेस मंजूर है? ऐसी कांग्रेस मंजूर है? भाइयों और बहनों, कांग्रेस घोर सांप्रदायिक है। कांग्रेस घोर जातिवादी है। कांग्रेस घोर परिवारवादी है।

साथियों,

इस देश को वो नहीं बना सकते जो सिर्फ बाप-दादा की विरासत पर ही जीते हैं। इस देश को वो बनाएंगे हैं जो मिट्टी से उठकर पहाड़ जितनी ऊंचाइयां छूते हैं। इसलिए, आज भारत का भविष्य हमारे स्टार्ट अप्स शुरू करने वाले नौजवान हैं।आज भारत का भविष्य, स्पेस में अपनी सैटेलाइट भेजने वाले नौजवान हैं।आज भारत का भविष्य, खेतों में ड्रोन उड़ा रही बेटियां हैं। आज भारत का भविष्य, लड़ाकू विमान उड़ा रही बेटिया हैं। इसलिए, बहन कंगना भी सिर्फ हमारी कैंडिडेट भर नहीं हैं, ये देश के नौजवानों की, हमारी बेटियों की aspirations को represent करती हैं। बेटियां भी एकदम नई फील्ड में जाकर, अपने दम पर successful हो सकती हैं, ये इस विश्वास को रिप्रेज़ेंट करती हैं। लेकिन
साथियों, कांग्रेस उसी दकियानूसी सोच में डूबी हुई है। आपने देखा है, अपने दम पर सफलता हासिल करने वाली बेटियों को कांग्रेस क्या बोलती है? कांग्रेस ने मंडी का नाम लेकर कंगना जी के लिए जो भद्दी बातें कही हैं, वो मंडी का अपमान है, वो छोटी काशी का अपमान है, हिमाचल का अहमान है, हिमाचल की हर बेटी का अपमान है। जिस हिमाचल में शिकारी माता, मां ज्वाला, मां चिंतपूर्णी, मां भीमाकाली की पूजा होती है, वहां की बेटी का ऐसा अपमान आज तक कांग्रेस के शाही परिवार ने इसके लिए माफी नहीं मांगी है। क्या आपको ऐसा अपमान मंजूर है क्या? ऐसा अपमान करने वालों को सजा देंगे क्या ? इस चुनाव में हर पोलिंग बूथ में चुन चुन करके इनको साफ कर दीजिए।

भाइयों और बहनों,

ये कांग्रेस, अभी भी 21वीं सदी में आ ही नहीं पाई। लोग आगे बढ़ते हैं, कांग्रेस उल्टा चलती है। ये 20वीं सदी, 19 वीं सदी, की तरफ जा रही है। कांग्रेस का शाही परिवार घोर बेटी विरोधी है। पूरी कांग्रेस घोर महिला विरोधी है। लेकिन हिमाचल के मेरे परिवारजनों, मेरी बात लिख लीजिए, आप अपनी बेटियों को खूब पढ़ाइए। उनको खुला सुरक्षित माहौल देने और नई बुलंदियां देने की गारंटी, ये मोदी की गारंटी है। मैंने सैनिक स्कूलों और डिफेंस अकेडमी के दरवाज़े बेटियों के लिए खोल दिए हैं। मैंने सेना में बेटियों के लिए जो दरवाजे पहले बंद थे, वो भी खोल दिए हैं।10 साल में केंद्रीय बलों में महिलाओं की संख्या दो गुने से अधिक हो चुकी है। फाइटर पायलट हों या फिर पैसेंजर जहाज़ों की पायलट, बेटियों के लिए आने वाले 5 साल बुलंद उड़ान के होने वाले हैं। और ये, अगर आप लिखते हैं तो लिख लेना, पत्रकार भी मेरी इस बाइट को भी सेव करके रख लेना, बड़ी जिम्मेवारी से कह रहा हूं, यहां जैसी सरकार ने झूठे वादे किए थे न, वो मोदी का काम नहीं। औऱ इसलिए कहता हूं, ये मोदी की गारंटी है। ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस को सिर्फ धोखा देना और ताला लगाना ही आता है। कहां तो हिमाचल में लाखों नौकरियां देने की घोषणा की थी, और कहां सर्विस कमीशन में ही इन्होंने ताला लगा दिया। और इन्होंने सिर्फ सर्विस कमीशन पर सिर्फ ताला नहीं लगाया, उन्होंने हमारे हिमाचल प्रदेश के बेटे बेटियों नवजवानों को भविष्य के उनके ताला लगा दिया है। मेरे मित्र, जयराम जी ने, सरकार के समय में सैकड़ों संस्थान खोले थे, कांग्रेस ने उनमें ताला लगा दिया। मंडी में बड़ा एयरपोर्ट बनाने की प्रक्रिया चल रही थी, कांग्रेस ने उस पर ताला लगा दिया। क्या मंडी में हवाई अड्डा बनना चाहिए की नहीं बनना चाहिए? टूरिज्म के लिए जरूरी है की नहीं है ? उस पर भी ताला लगा दिया। यहां बहनें 1500 रुपए का इंतज़ार कर रही है, 1500 रूपया मिला क्या ? सवाल 1500 रूपए का नहीं है, सवाल आपने हमारे साथ धोखा किया है। आज हिमाचल का एक एक नागरिक, हर्ट फिल कर रहा है। उसको लगता है कि इतना बड़ा धोखा, चुनाव के समय ऐसी ऐसी बातें करके वोट ले गए और अब हाथ ऊपर करके बैठ गए। कोई बातें नहीं होती हैं, समझ सकते हैं। देश, धोखेबाजों को कभी माफ नहीं करता है। और मैं जानता हूं हिमाचल को, हिमाचल के जीवन में कर्मचारी ही एक बहुत बड़ी जिंदगी है। पूरा परिवार उसके भरोसे चलता है, आधे से ज्यादा हिमाचल की जिंदगी उससे जुड़ी हुई है। उस कर्माचरी के साथ कितना बड़ा धोखा किया। वो महंगाई भत्ते का आज भी इंतज़ार कर रहा है। ये कैसी सरकार चला रहे हो तुम ? आपदा के बाद केंद्र ने सैकड़ों करोड़ रुपए भेजे, यहां उसकी भी बंदरबांट कर दी गई। और मेरे शब्द लिख कर रखिए, ये सरकार का कोई भविष्य नहीं है, ये सरकार का जाना तय है। औऱ मैं पहला काम करूंगा, मैंने आपदा के समय जो पैसे भेजे हैं,उस पैसे में कहां कहां बंदरबाट हुई, किस ने उसमें से चोरी की है, मैं सारा खोज करके निकालूंगा और मंडी के लोगो के हाथ में दूंगा। डेढ़ साल में ही हिमाचल इस धोखेबाज़ी से तंग आ चुका है।

भाइयों और बहनों,

मोदी हिमाचल के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। मुझे याद है कि जब हम पहले चंडीगढ़ से आते थे तो स्वारघाट का सफर मार देता था। मंडी पहुंचते-पहुंचते कमर टूट जाती थी। अब कीरतपुर-मनाली फोर लेन और और अटल टनल ने चंडीगढ़ से लेकर लाहौल तक का सफर सुहाना कर दिया है। अब लाहौल से भी फल-सब्ज़ी तेज़ी से मंडियों तक पहुंच रहे हैं और पर्यटन भी फल-फूल रहा है।

साथियों,

हिमाचल में बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थान हैं। कांग्रेस की सरकार तो इतनी डरपोक थी कि दलाई लामा जी का नाम लेने से भी डरती थी, कांपते थे। मेरी तो दलाई लामा जी से अक्सर बात होती है। वो हमारी समृद्ध विरासत के प्रणेता हैं। भारत, बुद्ध का देश है और मोदी सरकार ने ज़ोर शोर से अपनी इस विरासत का प्रचार प्रसार किया है। इसका लाभ हिमाचल के पर्यटन को भी होगा।

साथियों,

हिमाचल का, देश का गौरव और समृद्धि बढ़ाने के लिए आपका एक-एक वोट ज़रूरी है। कांग्रेस यहां पर हिमाचल को बर्बादी के रास्ते पर ले जा रही है। इसलिए इसे रोकना जरूरी है। हिमाचल को कांग्रेस से शिकंजे से निकालने में मुझे आपका साथ चाहिए। मैं हिमाचल की जनता से आग्रह करूंगा कि यहां विधानसभा उपचुनाव में भी सभी 6 की 6 सीटें बीजेपी को जिताएं। हिमाचल का भविष्य सुनिश्चित करें, लाहौल-स्पिति से बीजेपी उम्मीदवार रवि ठाकुर जी तो मंच पर मौजूद भी हैं। उन्हें और उनके बाकी 5 साथियों को भारी मतों से विजयी बनाना है। इसके अलावा लोकसभा में मंडी सीट से बहन कंगना जी को आफका वोट मिले, वो आपकी आवाज बनेंगी औऱ यहां के विकास के लिए अपने आपको खपा देगी। हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर बीजेपी की बंपर जीत का नया रिकॉर्ड बनाना है। करेंगे? गांव-गांव जाएगें? घर -घर जाएगें? ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएगें? हर पोलिंग बूथ पर विजय दिलाएगें? पक्का? वादा? गारंटी? आपकी भी ? मेरी भी। अच्छा एक और काम करना है। एक काम करना है, मेरा काम करना है, करेंगे? कमाल हो यार, मैं इन लोगों के लिए कह रहा तो , उछल उछल कर बोल रहे थे, मैं जो कह रहा हूं तो ठंडे पड़ गए। मेरा एक काम करोगे? पक्का करोगे? ये चुनाव का काम नहीं है। करोगे? मेरा पर्सनल काम है, करोगे? मेरी भक्ति से जुड़ा हुआ काम है। देखिए, मैंने हिमाचल में बहुत समय निकाला है औऱ मैं, हमारे देवी देवता, उनके आशिर्वाद, ये मेरी बहुत बड़ी शक्ति है। लेकिन मैं, इतना समय निकाल नहीं पाता हूं, मैं जा नहीं पाता हूं। तो मुझे आपकी मदद चाहिए। मेरी तरफ से हर गांव में, जितने भी देवी देवता हैं मेरी तरफ से मत्था टेकना, शीश नवाइएगा और सभी देवी देवाताओँ से आशिर्वाद चाहिए। मोदी के लिए,नहीं। मोदी के परिवार के लिए, नहीं। मोदी की बिरादरी के लिए. नही। मुझे मेरे देश के उज्जवल भविष्य के लिए आशिर्वाद चाहिए। विकसित भारत बनाने के लिए आशिर्वाद चाहिए। विकसित हिमचाल बनान के लिए आशिर्वाद चाहिए।

मेरे साथ बोलिए- भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

बहुत बहुत धन्यवाद !

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December 18, 2025

नमस्ते!
अहलन व सहलन !!!

ये युवा जोश आपकी एनर्जी यहां का पूरा atmosphere चार्ज हो गया है। मैं उन सब भाई बहनों को भी नमस्कार करता हूँ, जो जगह की कमी के कारण, इस हॉल में नहीं हैं, और पास के हॉल में स्क्रीन पर यह प्रोग्राम लाइव देख रहें हैं। अब आप कल्पना कर सकते हैं, कि यहाँ तक आएं और अंदर तक नहीं आ पाएं तोह उनके दिल में क्या होता होगा।

साथियों,

मैं मेरे सामने एक मिनी इंडिया देख रहा हूं, मुझे लगता है यहां बहुत सारे मलयाली भी हैं।

सुखम आणो ?

औऱ सिर्फ मलयालम नहीं, यहां तमिल, तेलुगू, कन्नड़ा और गुजराती बोलने वाले बहुत सारे लोग भी हैं।

नलमा?
बागुन्नारा?
चेन्ना-गिद्दिरा?
केम छो?

साथियों,

आज हम एक फैमिली की तरह इकट्ठा हुए हैं। आज हम अपने देश को, अपनी टीम इंडिया को सेलिब्रेट कर रहे हैं।

साथियों,

भारत में हमारी diversity, हमारी संस्कृति का मजबूत आधार है। हमारे लिए हर दिन एक नया रंग लेकर आता है। हर मौसम एक नया उत्सव बन जाता है। हर परंपरा एक नई सोच के साथ आती है।

और यही कारण है कि हम भारतीय कहीं भी जाएं, कहीं भी रहें, हम diversity का सम्मान करते हैं। हम वहां के कल्चर, वहां के नियम-कायदों के साथ घुलमिल जाते हैं। ओमान में भी मैं आज यही होते हुए अपनी आंखों के सामने देख रहा हूं।

यह भारत का डायस्पोरा co-existence का, co-operation का, एक लिविंग Example बना हुआ है।

साथियों,

भारत की इसी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक और अद्भुत सम्मान हाल ही में मिला है। आपको शायद पता होगा, यूनेस्को ने दिवाली को Intangible Cultural Heritage of Humanity में शामिल किया है।

अब दिवाली का दिया हमारे घर को ही नहीं, पूरी दुनिया को रोशन करेगा। यह दुनिया भर में बसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है। दिवाली की यह वैश्विक पहचान हमारी उस रोशनी की मान्यता है, जो आशा, सद्भाव, और मानवता के संदेश को, उस प्रकाश को फैलाती है।

साथियों,

आज हम सब यहां भारत-ओमान "मैत्री पर्व” भी मना रहे हैं।

मैत्री यानि:
M से maritime heritage
A से Aspirations
I से Innovation
T से Trust and technology
R से Respect
I से Inclusive growth

यानि ये "मैत्री पर्व,” हम दोनों देशों की दोस्ती, हमारी शेयर्ड हिस्ट्री, और prosperous future का उत्सव हैं। भारत और ओमान के बीच शताब्दियों से एक आत्मीय और जीवंत नाता रहा है।

Indian Ocean की Monsoon Winds ने दोनों देशों के बीच ट्रेड को दिशा दी है। हमारे पूर्वज लोथल, मांडवी, और तामरालिप्ति जैसे पोर्ट्स से लकड़ी की नाव लेकर मस्कट, सूर, और सलालाह तक आते थे।

और साथियों,

मुझे खुशी है कि मांडवी टू मस्कट के इन ऐतिहासिक संबंधों को हमारी एंबेसी ने एक किताब में भी समेटा है। मैं चाहूंगा कि यहां रहने वाला हर साथी, हर नौजवान इसको पढ़े, और अपने ओमानी दोस्तों को भी ये गिफ्ट करे।

अब आपको लगेगा की स्कूल में भी मास्टरजी होमवर्क देते हैं, और इधर मोदीजी ने भी होमवर्क दे दिया।

साथियों,

ये किताब बताती है कि भारत और ओमान सिर्फ Geography से नहीं, बल्कि Generations से जुड़े हुए हैं। और आप सभी सैकड़ों वर्षों के इन संबंधों के सबसे बड़े Custodians हैं।

साथियों,

मुझे भारत को जानिए क्विज़ में ओमान के participation बारे में भी पता चला है। ओमान से Ten thousand से अधिक लोगों ने इस क्विज में participate किया। ओमान, ग्लोबली फोर्थ पोज़िशन पर रहा है।

लेकिन में तालियां नहीं बजाऊंगा। ओमान तो नंबर एक पे होना चाहिए। मैं चाहूँगा कि ओमान की भागीदारी और अधिक बढ़े, ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग जुड़ें। भारतीय बच्चे तो इसमें भाग ज़रूर लें। आप ओमान के अपने दोस्तों को भी इस क्विज़ का हिस्सा बनने के लिए मोटिवेट करें।

साथियों,

भारत और ओमान के बीच जो रिश्ता ट्रेड से शुरू हुआ था, आज उसको education सशक्त कर रही है। मुझे बताया गया है कि यहां के भारतीय स्कूलों में करीब फोर्टी सिक्स थाउज़ेंड स्टूड़ेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें ओमान में रहने वाले अन्य समुदायों के भी हज़ारों बच्चे शामिल हैं।

ओमान में भारतीय शिक्षा के पचास वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये हम दोनों देशों के संबंधों का एक बहुत बड़ा पड़ाव है।

साथियों,

भारतीय स्कूलों की ये सफलता His Majesty the Late सुल्तान क़ाबूस के प्रयासों के बिना संभव नहीं थी। उन्होंने Indian School मस्कत सहित अनेक भारतीय स्कूलों के लिए ज़मीन दी हर ज़रूरी मदद की।

इस परंपरा को His Majesty सुल्तान हैथम ने आगे बढ़ाया।

वे जिस प्रकार यहां भारतीयों का सहयोग करते हैं, संरक्षण देते हैं, इसके लिए मैं उनका विशेष तौर पर आभार व्यक्त करता हूं।

साथियों,

आप सभी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से भी परिचित हैं। यहां ओमान से काफी सारे बच्चे भी इस प्रोग्राम से जुड़ते हैं। मुझे यकीन है, कि यह चर्चा आपके काम आती होगी, पैरेंट्स हों या स्टूडेंट्स, सभी को stress-free तरीके से exam देने में हमारी बातचीत बहुत मदद करती है।

साथियों,

ओमान में रहने वाले भारतीय अक्सर भारत आते-जाते रहते हैं। आप भारत की हर घटना से अपडेट रहते हैं। आप सभी देख रहे हैं कि आज हमारा भारत कैसे प्रगति की नई गति से आगे बढ़ रहा है। भारत की गति हमारे इरादों में दिख रही है, हमारी परफॉर्मेंस में नज़र आती है।

कुछ दिन पहले ही इकॉनॉमिक ग्रोथ के आंकड़े आए हैं, और आपको पता होगा, भारत की ग्रोथ 8 परसेंट से अधिक रही है। यानि भारत, लगातार दुनिया की Fastest growing major economy बना हुआ है। ये तब हुआ है, जब पूरी दुनिया चुनौतियों से घिरी हुई है। दुनिया की बड़ी-बड़ी economies, कुछ ही परसेंट ग्रोथ अचीव करने के लिए तरस गई हैं। लेकिन भारत लगातार हाई ग्रोथ के पथ पर चल रहा है। ये दिखाता है कि भारत का सामर्थ्य आज क्या है।

साथियों,

भारत आज हर सेक्टर में हर मोर्चे पर अभूतपूर्व गति के साथ काम कर रहा है। मैं आज आपको बीते 11 साल के आंकड़े देता हूं। आपको भी सुनकर गर्व होगा।

यहां क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में, स्टूडेंट्स और पेरेंट्स आए हैं, तो शुरुआत मैं शिक्षा और कौशल के सेक्टर से ही बात करुंगा। बीते 11 साल में भारत में हज़ारों नए कॉलेज बनाए गए हैं।

I.I.T’s की संख्या सोलह से बढ़कर तेईस हो चुकी है। 11 वर्ष पहले भारत में 13 IIM थे, आज 21 हैं। इसी तरह AIIMs की बात करुं तो 2014 से पहले सिर्फ 7 एम्स ही बने थे। आज भारत में 22 एम्स हैं।

मेडिकल कॉलेज 400 से भी कम थे, आज भारत में करीब 800 मेडिकल कॉलेज हैं।

साथियों,

आज हम विकसित भारत के लिए अपने एजुकेशन और स्किल इकोसिस्टम को तैयार कर रहे हैं। न्यू एजुकेशन पॉलिसी इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभा रही है। इस पॉलिसी के मॉडल के रूप में चौदह हज़ार से अधिक पीएम श्री स्कूल भी खोले जा रहे हैं।

साथियों,

जब स्कूल बढ़ते हैं, कॉलेज बढ़ते हैं, यूनिवर्सिटीज़ बढ़ती हैं तो सिर्फ़ इमारतें नहीं बनतीं देश का भविष्य मज़बूत होता है।

साथियों,

भारत के विकास की स्पीड और स्केल शिक्षा के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी दिखती है। बीते 11 वर्षों में हमारी Solar Energy Installed Capacity 30 गुना बढ़ी है, Solar module manufacturing 10 गुना बढ़ी है, यानि भारत आज ग्रीन ग्रोथ की तरफ तेजी से कदम आगे बढ़ा रहा है।

आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा फिनटेक इकोसिस्टम है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा Steel Producer है। दूसरा सबसे बड़ा Mobile Manufacturer है।

साथियों,

आज जो भी भारत आता है तो हमारे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को देखकर हैरान रह जाता है। ये इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि बीते 11 वर्षों में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर पांच गुना अधिक निवेश किया है।

Airports की संख्या double हो गई है। आज हर रोज, पहले की तुलना में डबल स्पीड से हाइवे बन रहे हैं, तेज़ गति से रेल लाइन बिछ रही हैं, रेलवे का इलेक्ट्रिफिकेशन हो रहा है।

साथियों,

ये आंकड़े सिर्फ उपलब्धियों के ही नहीं हैं। ये विकसित भारत के संकल्प तक पहुंचने वाली सीढ़ियां हैं। 21वीं सदी का भारत बड़े फैसले लेता है। तेज़ी से निर्णय लेता है, बड़े लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ता है, और एक तय टाइमलाइन पर रिजल्ट लाकर ही दम लेता है।

साथियों,

मैं आपको गर्व की एक और बात बताता हूं। आज भारत, दुनिया का सबसे बड़ा digital public infrastructure बना रहा है।

भारत का UPI यानि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस, दुनिया का सबसे बड़ा रियल टाइम डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। आपको ये बताने के लिए कि इस पेमेंट सिस्टम का स्केल क्या है, मैं एक छोटा सा Example देता हूं।

मुझे यहाँ आ कर के करीब 30 मिनट्स हुए हैं। इन 30 मिनट में भारत में यूपीआई से फोर्टीन मिलियन रियल टाइम डिजिटल पेमेंट्स हुए हैं। इन ट्रांजैक्शन्स की टोटल वैल्यू, ट्वेंटी बिलियन रुपीज़ से ज्यादा है। भारत में बड़े से बड़े शोरूम से लेकर एक छोटे से वेंडर तक सब इस पेमेंट सिस्टम से जुड़े हुए हैं।

साथियों,

यहां इतने सारे स्टूडेंट्स हैं। मैं आपको एक और दिलचस्प उदाहरण दूंगा। भारत ने डिजीलॉकर की आधुनिक व्यवस्था बनाई है। भारत में बोर्ड के एग्ज़ाम होते हैं, तो मार्कशीट सीधे बच्चों के डिजीलॉकर अकाउंट में आती है। जन्म से लेकर बुढ़ापे तक, जो भी डॉक्युमेंट सरकार जेनरेट करती है, वो डिजीलॉकर में रखा जा सकता है। ऐसे बहुत सारे डिजिटल सिस्टम आज भारत में ease of living सुनिश्चित कर रहे हैं।

साथियों,

भारत के चंद्रयान का कमाल भी आप सभी ने देखा है। भारत दुनिया का पहला ऐसा देश है, जो मून के साउथ पोल तक पहुंचा है, सिर्फ इतना ही नहीं, हमने एक बार में 104 सैटेलाइट्स को एक साथ लॉन्च करने का कीर्तिमान भी बनाया है।

अब भारत अपने गगनयान से पहला ह्युमेन स्पेस मिशन भी भेजने जा रहा है। और वो समय भी दूर नहीं जब अंतरिक्ष में भारत का अपना खुद का स्पेस स्टेशन भी होगा।

साथियों,

भारत का स्पेस प्रोग्राम सिर्फ अपने तक सीमित नहीं है, हम ओमान की स्पेस एस्पिरेशन्स को भी सपोर्ट कर रहे हैं। 6-7 साल पहले हमने space cooperation को लेकर एक समझौता किया था। मुझे बताते हुए खुशी है कि, ISRO ने India–Oman Space Portal विकसित किया है। अब हमारा प्रयास है कि ओमान के युवाओं को भी इस स्पेस पार्टनरशिप का लाभ मिले।

मैं यहां बैठे स्टूडेंट्स को एक और जानकारी दूंगा। इसरो, "YUVIKA” नाम से एक स्पेशल प्रोग्राम चलाता है। इसमें भारत के हज़ारों स्टूडेंट्स space science से जुड़े हैं। अब हमारा प्रयास है कि इस प्रोग्राम में ओमानी स्टूडेंट्स को भी मौका मिले।

मैं चाहूंगा कि ओमान के कुछ स्टूडेंट्स, बैंगलुरु में ISRO के सेंटर में आएं, वहां कुछ समय गुज़ारें। ये ओमान के युवाओं की स्पेस एस्पिरेशन्स को नई बुलंदी देने की बेहतरीन शुरुआत हो सकती है।

साथियों,

आज भारत, अपनी समस्याओं के सोल्यूशन्स तो खोज ही रहा है ये सॉल्यूशन्स दुनिया के करोड़ों लोगों का जीवन कैसे बेहतर बना सकते हैं इस पर भी काम कर रहा है।

software development से लेकर payroll management तक, data analysis से लेकर customer support तक अनेक global brands भारत के टैलेंट की ताकत से आगे बढ़ रहे हैं।

दशकों से भारत IT और IT-enabled services का global powerhouse रहा है। अब हम manufacturing को IT की ताक़त के साथ जोड़ रहे हैं। और इसके पीछे की सोच वसुधैव कुटुंबकम से ही प्रेरित है। यानि Make in India, Make for the World.

साथियों,

वैक्सीन्स हों या जेनरिक medicines, दुनिया हमें फार्मेसी of the World कहती है। यानि भारत के affordable और क्वालिटी हेल्थकेयर सोल्यूशन्स दुनिया के करोड़ों लोगों का जीवन बचा रहे हैं।

कोविड के दौरान भारत ने करीब 30 करोड़ vaccines दुनिया को भेजी थीं। मुझे संतोष है कि करीब, one hundred thousand मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन्स ओमान के लोगों के काम आ सकीं।

और साथियों,

याद कीजिए, ये काम भारत ने तब किया, जब हर कोई अपने बारे में सोच रहा था। तब हम दुनिया की चिंता करते थे। भारत ने अपने 140 करोड़ नागरिकों को भी रिकॉर्ड टाइम में वैक्सीन्स लगाईं, और दुनिया की ज़रूरतें भी पूरी कीं।

ये भारत का मॉडल है, ऐसा मॉडल, जो twenty first century की दुनिया को नई उम्मीद देता है। इसलिए आज जब भारत मेड इन इंडिया Chips बना रहा है, AI, क्वांटम कंप्यूटिंग और ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर मिशन मोड पर काम कर रहा है, तब दुनिया के अन्य देशों में भी उम्मीद जगती है, कि भारत की सफलता से उन्हें भी सहयोग मिलेगा।

साथियों,

आप यहां ओमान में पढ़ाई कर रहे हैं, यहां काम कर रहे हैं। आने वाले समय में आप ओमान के विकास में, भारत के विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाएंगे। आप दुनिया को लीडरशिप देने वाली पीढ़ी हैं।

ओमान में रहने वाले भारतीयों को असुविधा न हो, इसके लिए यहां की सरकार हर संभव सहयोग दे रही है।

भारत सरकार भी आपकी सुविधा का पूरा ध्यान रख रही है। पूरे ओमान में 11 काउंसलर सर्विस सेंटर्स खोले हैं।

साथियों,

बीते दशक में जितने भी वैश्विक संकट आए हैं, उनमें हमारी सरकार ने तेज़ी से भारतीयों की मदद की है। दुनिया में जहां भी भारतीय रहते हैं, हमारी सरकार कदम-कदम पर उनके साथ है। इसके लिए Indian Community Welfare Fund, मदद पोर्टल, और प्रवासी भारतीय बीमा योजना जैसे प्रयास किए गए हैं।

साथियों,

भारत के लिए ये पूरा क्षेत्र बहुत ही स्पेशल है, और ओमान हमारे लिए और भी विशेष है। मुझे खुशी है कि भारत-ओमान का रिश्ता अब skill development, digital learning, student exchange और entrepreneurship तक पहुंच रहा है।

मुझे विश्वास है आपके बीच से ऐसे young innovators निकलेंगे जो आने वाले वर्षों में India–Oman relationship को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। अभी यहां भारतीय स्कूलों ने अपने 50 साल celebrate किए हैं। अब हमें अगले 50 साल के लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ना है। इसलिए मैं हर youth से कहना चाहूंगा :

Dream big.
Learn deeply.
Innovate boldly.

क्योंकि आपका future सिर्फ आपका नहीं है, बल्कि पूरी मानवता का भविष्य है।

आप सभी को एक बार फिर उज्जवल भविष्य की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद!
Thank you!