भारत माता की जय, भारत माता की जय।
मंच पर विराजमान यहां के लोकप्रिय मंत्री जी, अन्य सभी मंत्रिपरिषद के साथी, विधायक गण, उम्मीदवार बंधु, मंच पर बैठे हुए सभी वरिष्ठ नेता गण और विशाल संख्या में पधारे हुए मेरे प्यारे भाइयो-बहनो, देवभूमि का ये प्यार, देवभूमि के आप लोगों का ये आशीर्वाद मेरे लिए बहुत बड़ा संबल है, मैं आपका आभारी हूं। चार धाम, हिमकुंड धाम और ये सैन्यधाम की संगम स्थली, उत्तराखण्ड के जन-जन को मेरा प्रणाम। देवभूमि के मेरे प्यारे बहनो-भाइयो, आप सबको हरेले की अग्रिम बधाई, चैत्र नवरात्रि की कल से शुरूआत हो रही है और मेरे पहाड़ के साथियों के घर में हरेला बोया जाएगा। मां शक्ति सभी लोगों को समृद्धी प्रदान करे, यही मैं मां के चरणों में प्रार्थना करता हूं।
भाइयो-बहनो, देवभूमि में बसे सभी देवी-देवताओं को नमन करते हुए, उत्तराखण्ड के आप सभी साथियों का आपके समर्थन और सहयोग के लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं। बाबा केदार के आशीर्वाद से और आपकी सहभागिता से बीते पांच वर्ष मैं देश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने में, आपका ये प्रधानसेवक सफल हो पाया।

साथियो, बड़े-बड़े लक्ष्य और बड़े-बड़े फैसलों के पीछे आपकी आशाएं, आकाक्षाएं मेरी प्रेरणा रही हैं। आप मेरे साथ मजबूती से डटे रहे इसीलिए हमारी सरकार देशहित में अनेक बड़ा फैसले ले पाई और कड़े से कड़े फैसले भी ले पाई। ये आपका ही आशीर्वाद है कि सामान्य वर्ग के गरीबों को दस प्रतिशत का आरक्षण देने में हम सफल हो पाए हैं वरना कांग्रेस तो अपने ढकोसलापत्र से इसको बाहर निकालने की हिम्मत ही नहीं कर पाई। आपकी ही शक्ति और सामर्थ्य से हमारी सरकार अग्रिम मोर्चों पर बेटियों की तैनाती का बड़ा फैसला ले पाई। मेरे साथ आप हमेशा चट्टान की तरह खड़े रहे इसलिए 40 वर्ष से लटका हुआ वन रैंक-वन पेंशन का मुद्दा हम हल कर पाए वरना जिनकी नीयत सिर्फ वोट बटोरने की रही या नोट बटोरने की रही। उन्होंने तो इसके लटकाने और भटकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी, 40 साल सेना के जवान मांग करते रहे, बोलते रहे, मर्यादाओं को कभी तोड़ा नहीं और उनका जो ढकोसलापत्र मैंने देखा, उसमें उन्होंने सेना के प्रति जो रवैया अपनाया है तब मुझे लगता है कि 40 साल तक वन रैंक-वन पेंशन को भी क्यों लटकाए रखा क्योंकि उनके मन के भीतर सेना के जवानों के प्रति कूट-कूट कर नफरत भरी पड़ी है। आप के ही सहयोग से मां गंगा को निर्मल और अविरल बनाने का कार्य आगे बढ़ पाया वरना कांग्रेस ने तो मां गंगा को अपने कारनामों से और मैली करने का ही काम किया था।

भाइयो और बहनो, करप्शन और कांग्रेस का साथ अटूट है, ऐसी जुगलबंदी है कभी अलग हो ही नहीं सकती। करप्शन को कांग्रेस चाहिए, कांग्रेस को करप्शन चाहिए, कांग्रेस और करप्शन मिलकर करप्शन के नए रिकॉर्ड बनाते रहते हैं। कांग्रेस के राज की पहचान है कि उसमें भ्रष्टाचार एक्सीलेटर पर रहता है और विकास वेंटिलेटर पर रहता है। भ्रष्टाचार एक्सीलेटर पर, विकास वेंटिलेटर पर, यही कांग्रेस की पहचान है। कांग्रेस सरकारों में एक होड़ सी मची रहती है कि कौन कितना ज्यादा भ्रष्टाचार करे। 2जी हो, कोयला हो, कॉमनवेल्थ हो, कर्जमाफी घोटाला हो, जमीन के खेल खेले हों, पाताल हो, आकाश हो, जल-थल-नभ, देश का ऐसा कोई संसाधन नहीं है जो इनकी लूट से बच पाया हो। इसमें भी नामदार परिवार का नाम सबसे ऊपर है। आपने हाल ही में मीडिया में देखा होगा कि बड़े-बड़े फार्म हाउस से भी घोटाले किए गए।

साथियो, इन्होंने देश की सेना को नहीं छोड़ा, हमारे सैनिकों को नहीं छोड़ा। बोफोर्स तोप या हेलीकॉप्टर, हथियार का ऐसा सौदा खोजना मुश्किल हो जाता है जिसमें कांग्रेस द्वारा कमिशन की खबरें ना आती हों। साथियो, आपको याद होगा कि आपका ये चौकीदार है हेलीकॉप्टर घोटाले के कुछ दलालों को दुबई से उठा कर ले आया था। याद है ना? इटली के इस मिशेल मामा और दूसरे दलालों से एजेंसियों ने कई हफ्ते पूछताछ की है, जिसके आधार पर कोर्ट में एक चार्जशीट दायर की गई है। मैं देख रहा था कि हेलीकॉप्टर घोटाले के दलालों ने जिन लोगों को घूस देने की बात कही है उनमें से एक ए.पी. है दूसरा एफ.ए.एम है। इसी चार्जशीट में कहा गया है कि एपी का मतलब है अहमद पटेल और एफएएम का मतलब है फैमिली। अब आप मुझे बताइए, आपने अहमद पटेल का नाम सुना है ना, जानते हो ना। यहां जो पहले मुख्यमंत्री थे उनके खासम-खास हैं। अब मुझे बताइए, ये अहमद पटेल किस फैमिली के निकट हैं? आपको पता चल गया। हेलीकॉप्टर की दलाली किसने खाई?

भाइयो-बहनो, चौकीदार का यही कड़ा रवैया इनको बर्दाश्त नहीं हो रहा है। एक जमाना था जिस परिवार की एयरपोर्ट पर भी कोई तलाशी करने की हिम्मत नहीं कर सकता था। गाड़ी, विमान की सीढ़ी तक चली जाती थी और सब के सब लोग सैल्यूट मारते रहते थे आज वे लोग जमानत पर बाहर हैं। जो परिवार खुद को भारत का भाग्य विधाता समझता था वो जेल जाने से बचने के लिए सारी तिगड़में लगा रहा है।
भाइयो-बहनो, करप्शन के साथ-साथ कांग्रेस ने देशद्रोहियों और पाकिस्तान को खुश करने का भी अभियान छेड़ रखा है। और ये कोर्ट में चार्जशीट आई, बाहें चढ़ा-चढ़ा करके सीना तान कर के टोनें मारते रहते थे, पत्रकारों के बीच जाने की हिम्मत का वादा करते थे। आज मैंने सुना कि पत्रकार उनके पास जा कर के नामदार को हेलीकॉप्टर, कोर्ट में चार्जशीट के लिए सवाल पूछने गए तो ऐसी झापड़ मार कर के भाग गए। ये प्रेम का मसीहा जब जमीन पैरों के नीचे से खिसक रही है तो पत्रकारों को भी इस प्रकार से धकेल देने की हिम्मत कर रहे हैं। अगर आप उनके ढकोसलापत्रों को पढ़ेंगे। अभी तीन दिन पहले ढकोसलापत्र आया है ना? अगर आप उनके ढकोसलापत्रों को पढ़ेंगे तो पता चलेगा कि कांग्रेस का हाथ किसके साथ है, कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में आतंकियों, पत्थरबाजों, विभाजनकारी तत्वों, जिसका सामना हमारी सेना कर रही है, अर्धसैनिक बल कर रहे हैं। उनको जो एक विशेष कानूनी व्यवस्था से रक्षा मिली हुई है। जिसके कारण फौज का जवान वहां खड़ा रह पाता है, देश के लिए हिम्मत से कदम उठा पा रहा है। अब वो कह रहे हैं, ढकोसलापत्र में कहा है कि अगर वो सरकार में आएंगे तो हमारे सुरक्षाबलों को, हमारी सेना को जो ये रक्षा कवच मिला है उसको ये हटा लेंगे। इनकी ये बातें आपको मंजूर हैं? कोई सेना का जवान इसको मंजूर करेगा? अगर सेना के जवान की आप रक्षा नहीं करोगे तो कौन मां अपने बेटे को देश के लिए आगे करेगी, क्या होगा देश का? और सिर्फ वोट पाने के लिए ये पाप कर रहे हो आप, अरे लानत है आपकी राजनीति पर।
भाइयो-बहनो, कोई ऐसा पाप नहीं कर सकता लेकिन कांग्रेस पार्टी क्या कर रही है। जान दांव पर लगाने वाले हमारे सैनिक, फर्जी मुकदमों के कुचक्र में फंसे रहें, ये व्यवस्था करना चाहती है। उनका मॉरल टूट जाए, उनका हौसला टूट जाए, कोई भी उन पर आरोप मढ़ता है, कोई भी आतंकवादी किसी भी प्रकार का आरोप मढ़ सकता है, बंदूक की नोक पर करवा सकता है तब देश के जवानों का क्या होगा? पाकिस्तान से पैसा लेकर जो पत्थरबाजों को भड़काते है, ऐसे लोगों से कांग्रेस खुलेआम कहती है कि हम उनसे बात-चीत करेंगे। क्या आप में से कोई ऐसे लोगों का मुंह भी देखना भी पसंद करेंगे क्या? अरे बात-चीत की बात छोड़ो, को उनका मुंह भी देखना नहीं पसंद करेगा। जो भारत के खिलाफ साजिश रचता है उस पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए कि नहीं चलना चाहिए?
हिंदुस्तान की खबरें देश के दुश्मनों को देता है उस पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए कि नहीं चलना चाहिए? कोई ऐसा सोचेगा कि ऐसे लोगों को माफ किया जाए? ये कांग्रेस पार्टी, 60 साल तक देश पर जिसने राज किया, वो कहती है खुलेआम, टुकड़े-टुकड़े गैंग, देश के टुकड़े करने की बात करे, अब देशद्रोह का कानून हटा दिया जाएगा। क्या देशद्रोह का कानून हटना चाहिए? देशद्रोहियों पर मुकदमे चलने चाहिए कि नहीं चलने चाहिए, देशद्रोहियों को सजा होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए? कांग्रेस पार्टी को हो क्या गया है?
चौकीदार चलेगा कि आतंकियों के मददगार चलेंगे, चौकीदार चलेगा कि आतंकियों को बचाने वाले चलेंगे?
साथियो, कांग्रेस के ढकोसलापत्र से टुकड़े-टुकड़े गैंग खुश है, पाकिस्तान में बैठे लोग भी खुश हैं। कुछ लोग यहां ऐसी भाषा बोलते हैं कि पाकिस्तान में लोग तालियां बजाते हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर में इनके साथी रोज कश्मीर को अलग करने की धमकी दे रहे हैं, वो कश्मीर का अलग प्रधानमंत्री चाहते हैं। भाइयो-बहनो, क्या इस देश में दो अलग प्रधानमंत्री होंगे क्या? जम्मू-कश्मीर के लिए देश के वीर-जवानों ने अपनी जान दी है, सर्वोच्च बलिदान दिया है। हिंदुस्तान के गरीब से गरीब लोगों ने जम्मू-कश्मीर की भलाई के लिए अपना पेट काट कर के पैसे दिए हैं। उस जम्मू-कश्मीर में ये भाषा बोली जा रही है। ये हिंदुस्तान के दो प्रधानमंत्री होंगे, जम्मू-कश्मीर का अलग प्रधानमंत्री होगा और ये कौन लोग हैं। कांग्रेस पार्टी के गठबंधन के साथी हैं, कांग्रेस पार्टी के गठबंधन के साथी अगर ये भाषा बोलते हैं और कांग्रेस चुप है। फिर तो सजा कांग्रेस को भी मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? मैं हैरान हूं कि क्या कांग्रेस इन साथियों की मदद करने के लिए ही ये देशद्रोह का कानून हटाना चाहती है क्या?
भाइयो-बहनो, जब तक देश का बच्चा-बच्चा चौकीदार बना रहेगा तब तक भारत की एक इंच जमीन पर भी आंच नहीं आएगी। भाइयो-बहनो, मैं शहीद मोहनलाल रातुरी, शहीद विरेंद्र सिंह राणा, शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट, शहीद मेजर विभूति डौंडियाल समेत देश के हर शहीद परिवार को विश्वास दिलाता हूं कि टुकड़े-टुकड़े गैंग की इस साजिश के सामने, ये चौकीदार दीवार बन के खड़ा है।
भाइयो-बहनो, कांग्रेस देश की सुरक्षा पर ही नहीं हमारे गरीबों और मध्यम वर्ग पर प्रहार करने के सपने भी पाल रही है। दो दिन पहले ही ये नामदारों के गुरू, इनके मार्गदर्शक, जो विशेष रूप से उनको जिताने के लिए अमेरिका से आए हैं, आने के बाद उनको पता चल गया है जिताने की बात छोड़ो, जमानत बच पाएगी कि नहीं बच पाएगी। और इन्होंने बड़ी हिम्मत के साथ और बड़े अहंकार के साथ टीवी के सामने ऐसी बातें कीं। इससे पता चलता है कि कांग्रेस के दिमाग में कौन सी साजिश चल रही है। आप सब जाग जाइए, इनके गुरू ने जो कहा है, इसको लाइट मत लीजिए। उन्होंने मिडिल क्लास को धमकाया है, उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि मिडिल क्लास स्वार्थी है, मिडिल क्लास लालची है और कांग्रेस सोचती है कि आप अगर देश के लिए कुछ भी नहीं करते और देश का मिडिल क्लास खुद का ही भला सोचता है। कांग्रेस के मुखिया टीवी के सामने बोल रहे हैं और इसलिए आप पर देश के मध्यम वर्ग पर टैक्स बढ़ाना, टैक्स लगाना ये कोई गुनाह नहीं बनता है। ऐसी सोच से आप सहमत हैं क्या? ईमानदार मध्यम वर्ग को इस तरह कुचलने की बातें आपको मंजूर हैं क्या? क्या देश के मध्यम वर्गीय समाज को खत्म करके देश चला सकते हैं क्या? अरे भाइयो-बहनो, हमारा मध्यम वर्ग का व्यक्ति होता है जो कानून को मानता है ईमानदारी से सरकार को जो देना पड़ता है वो देने में कभी चोरी नहीं करता है।
भाइयो-बहनो, आज करीब 50 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है तो उसके पीछे ये हमारा ईमानदार करदाता है, हमारा मध्यम वर्ग का परिवार है। देश के करीब 12 करोड़ किसान परिवारों को हर वर्ष 75 हजार करोड़ रुपए बैंक खाते में पहुंचने शुरू हो गए हैं तो वो भी ईमानदार करदाताओं के कारण मेरे मध्यम वर्गीय करदाताओं के कारण। 7 करोड़ से अधिक गरीब बहनों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन मिला है तो वो भी ईमानदार करदाताओं के कारण मिला है, मेरे मध्यम वर्गीय परिवारों की उदारता के कारण मिला है। डेढ़ करोड़ से अधिक परिवारों को अपना पक्का घर, 10 करोड़ से अधिक परिवारों को अपना शौचालय, ये ईमानदार करदाताओं के कारण संभव हुआ है। करोड़ों गरीब परिवारों को सस्ता राशन मिल पाता है, दो टाइम वो पेट भर के खाना खा सकता है ये इन्हीं ईमानदार करदाताओं के कारण संभव है। चार धाम को जोड़ने वाली ऑल-वेदर रोड हो, बाबा केदार के धाम का पुनर्निर्माण हो, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निर्माण हो ऐसे हर काम इसलिए हो पा रहे हैं कि ईमानदार करदाता देश के खजाने में पैसा डालता है। लेकिन कांग्रेस को यही ईमानदारी तो मुसीबत कर रही है, यही ईमानदारी से उनको नफरत है जिसका शीर्ष नेतृत्व ही टैक्स चुराने का आरोपी है उसको टैक्स देने वाले ईमानदार, मध्यम वर्ग के लोग स्वार्थी लगेंगे और ये भाषा हिंदुस्तान का मध्यम वर्ग कभी स्वीकार नहीं करेगा। ऐसी बातें स्वीकार करेंगे क्या आप? ये आपका अपमान है कि नहीं है?
भाइयो-बहनो, आपका ये चौकीदार, भाजपा और एनडीए की सरकार, एक-एक ईमानदार करदाता की हृदयपूर्वक आभारी है। इसलिए हमने पांच लाख रुपए तक की टैक्सेबल इनकम को पूरी तरह जीरो कर दिया है। भाइयो-बहनो, अगर जरा सी भी चूक हुई तो ये लोग छूट तो जाएंगे ही और आप पर भी बोझ पड़ना तय है। भाइयो-बहनो, भारतीय जनता पार्टी की और आपके इस सेवक की सोच बिल्कुल स्पष्ट है। कांग्रेस ने पहाड़ को पलायन से जोड़ा, हम पहाड़ को पर्यटन से जोड़ने का काम कर रहे हैं। जब यहां के गेस्ट हाउस और होम-स्टे उद्योग को, किराना समेत दूसरी दुकानों को मुद्रा योजना से मिले लाभ की खबर पढ़ता हूं तो मन को एक संतोष होता है।
साथियो, 2021 में तो हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन होना है, प्रयागराज में बीजेपी के डबल इंजन से किस तरह दिव्य और भव्य कुंभ का आयोजन हुआ, कैसे लाखों युवा साथियों को रोजगार मिला ये आपने देखा है। अब इससे भी बेहतर आयोजन हमें दुनिया को 2021 में कर के दिखाना है। इसके लिए भी आपका आशीर्वाद जरूरी है।
साथियो, पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी, पहाड़ के भी काम आए ये इस चौकीदार की, हम सबकी प्रतिबध्ता है। मेरे प्यारे भाइयो-बहनो, पांच साल आपने मुझे सेवा करने का काम दिया, आपको संतोष है, आप खुश है, मुझे ऐसे ही काम करने चाहिए ना? मैं आपकी इजाजत लेने आया हूं, करने चाहिए ना? हिम्मत के साथ करने चाहिए ना, कड़े से कड़े फैसले लेने चाहिए ना? आपके आशीर्वाद बने रहेंगे, पूरे उत्तराखण्ड के आशीर्वाद बने रहेंगे, देवभूमि के हर एक व्यक्ति का आशीर्वाद बना रहेगा ना? मेरे साथ बोलिए… मैं कहूंगा मैं भी, आप कहेंगे चौकीदार।
मैं भी…चौकीदार, मैं भी…चौकीदार, मैं भी…चौकीदार, गांव-गांव में चौकीदार, चौक-चौक पर चौकीदार, शहर-शहर है चौकीदार, गली-गली में चौकीदार, बच्चा-बच्चा चौकीदार, बड़े-बुजुर्ग भी चौकीदार, माता-बहनें भी चौकीदार, घर-घर में है चौकीदार, खेत-खलिहान में है चौकीदार, बाग-बगान में चौकीदार, देश के अंदर चौकीदार, सरहद पर भी चौकीदार, डाक्टर-इंजीनियर चौकीदार, शिक्षक-प्रोफेसर चौकीदार, लेखक पत्रकार… चौकीदार, कलाकार भी चौकीदार, किसान-कामगार भी चौकीदार, दुकानदार भी चौकीदार, वकील-व्यापारी भी चौकीदार, स्टूडेंट्स भी चौकीदार, पूरा देश चौकीदार।
मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय। बहुत-बहुत धन्यवाद।