" सुदृढ ऊर्जा क्षेत्र राष्ट्र की प्रगति का शुभ संकेत"
"वैश्विक विशेषज्ञ भारत की विकास गाथा से उत्साहित हैं"
"भारत न केवल अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहा है बल्कि वैश्विक विकास की दिशा भी निर्धारित कर रहा है"
"भारत अभूतपूर्व गति से आधारभूत अवसंरचना के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है"
"वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन ने वैश्विक सरकारों, संस्थानों और उद्योगों को एक मंच प्रदान किया "
"हम 'अपशिष्ट से धन प्रबंधन' के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति दे रहे हैं"
"भारत अपने ऊर्जा स्रोतों को बढ़ाने के लिए पर्यावरण के प्रति जागरूक ऊर्जा संसाधनों के विकास पर बल दे रहा है"
"हम सौर ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित कर रहे हैं"
"भारत ऊर्जा सप्ताह कार्यक्रम केवल भारत का कार्यक्रम ही नहीं है बल्कि 'भारत विश्व के साथ और विश्व के लिए' भावना को प्रतिबिंबित करता है"

गोवा के राज्यपाल श्रीमान पीएस श्रीधरन पिल्लई जी, गोवा के युवा मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी हरदीप सिंह पुरी जी, रामेश्वर तेली जी, विभिन्न देशों से आए अतिथि गण, देवियों और सज्जनों।

India Energy Week के इस दूसरे संस्करण में, मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं। हमारे लिए ये बहुत खुशी की बात है कि India Energy Week का ये आयोजन, हमेशा Energy से भरे रहने वाले गोवा में हो रहा है। गोवा अपने आतिथ्य भाव के लिए जाना जाता है। पूरी दुनिया से यहां आने वाले पर्यटक यहां की सुंदरता और संस्कृति से प्रभावित होते हैं। गोवा आज वो राज्य भी है जो विकास के नए प्रतिमानों को छू रहा है। इसलिए आज जब हम पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता की बात करने के लिए एकजुट हुए हैं...Sustainable Future के बारे में बात करने जा रहे हैं...तो इसके लिए गोवा, बहुत ही Perfect Destination है। मुझे विश्वास है, इस समिट में आए सभी विदेशी मेहमान, अपने साथ गोवा की लाइफटाइम मेमोरी लेकर जाएंगे।

साथियों,

India Energy Week का ये आयोजन एक बहुत महत्वपूर्ण कालखंड में हो रहा है। इस वित्तीय वर्ष के पहले 6 महीनों में ही, भारत की GDP दर साढ़े सात फीसदी से अधिक हो गई है। ये दर, Global Growth को लेकर जो अनुमान लगाया गया है, उससे भी बहुत अधिक है। भारत आज विश्व की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था है। और हाल ही में, IMF ने भी ये भविष्यवाणी की है कि हम ऐसे ही तेज गति से आगे बढ़ेंगे। आज पूरी दुनिया के एक्सपर्ट्स ये मान रहे हैं कि भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। भारत की इस ग्रोथ स्टोरी में Energy Sector की बहुत महत्वपूर्ण, स्‍वाभाविक रूप से उसका महात्‍मय बढ़ रहा है।

साथियों,

भारत पहले ही विश्व का तीसरा सबसे बड़ा Energy Consumer है। भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा Oil Consumer और तीसरा सबसे बड़ा LPG Consumer भी है। हम दुनिया के चौथे सबसे बड़े LNG Importer, चौथे सबसे बड़े Refiner, और चौथे सबसे बड़े Automobile Market वाले देश हैं। आज भारत में दो पहिया और चार पहिया वाहनों की बिक्री के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। भारत में EVs की लगातार डिमांड बढ़ रही है। ऐसे अनुमान भी हैं कि भारत की Primary Energy Demand 2045 तक दोगुनी हो जाएगी। यानी आज अगर हमें हर रोज जो 19 मिलियन बैरल्स के आसपास तेल की जरूरत होती है, तो वो 2045 तक 38 मिलियन बैरल्स तक पहुंच जाएगी।

साथियों,

भविष्य की इन जरूरतों को देखते हुए, समझते हुए भारत अभी से तैयारी कर रहा है। बढ़ती हुई Energy Demand के बीच भारत, देश के हर कोने में Affordable Energy को भी Ensure कर रहा है। भारत ऐसा देश है, जहां अनेक Global Factors के बाद भी बीते 2 सालों में पेट्रोल और डीजल के दाम कम हुए हैं। इसके अलावा भारत ने 100 परसेंट इलेक्ट्रिसिटी कवरेज हासिल करते हुए बिजली को करोड़ों घरों तक पहुंचाया है। और ऐसे प्रयासों के कारण ही आज भारत विश्व के मंच पर Energy Sector में इतना आगे बढ़ रहा है। भारत ना सिर्फ अपनी जरूरतों को पूरा कर रहा है, बल्कि विश्व के विकास की दिशा भी तय कर रहा है।

साथियों,

आज भारत, अपने यहां 21वीं सदी का आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा है। हम Infrastructure Building Mission पर काम कर रहे हैं। इस वित्तीय वर्ष में हम इंफ्रास्ट्रक्चर पर करीब 10 लाख करोड़ रुपये इंवेस्ट कर रहे हैं। अभी एक सप्ताह पहले जो भारत का बजट आया है, उसमें हमने अब इंफ्रास्ट्रक्चर पर 11 लाख करोड़ रुपए से अधिक के खर्च का संकल्प लिया है। इसका एक बड़ा हिस्सा Energy Sector के खाते में जाना तय है। इस बड़ी राशि से रेलवे, रोडवेज, वाटरवेज, एयरवेज या हाउसिंग जो भी इंफ्रास्ट्रक्चर देश में बनेगा, सभी को Energy की जरूरत होगी। और इसी कारण, आप देख रहे होंगे कि भारत कैसे अपनी ऊर्जा क्षमता को, Energy Capacity को लगातार बढ़ा रहा है।

हमारी सरकार ने जो Reforms किए हैं, उससे भारत में घरेलू गैस का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है। हम Primary Energy Mix में Natural Gas को Six Percent से बढ़ाकर Fifteen Percent तक करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए अगले 5-6 वर्षों में करीब Sixty Seven बिलियन डॉलर्स का निवेश होने जा रहा है। हम पहले ही विश्व के सबसे बड़े Refiners में से एक हैं। आज हमारी Refining Capacity, Two Fifty Four MMTPA से अधिक हो गई है। हमने 2030 तक भारत की रिफाइनिंग कैपेसिटी को Four Fifty MMTPA तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। भारत Petrochemical और अन्य Finished Products के क्षेत्र में भी एक बड़ा निर्यातक बनकर उभरा है।

मैं आपको ऐसे कई और उदाहरण दे सकता हूं। लेकिन इन सारी बातों का मूल ये है कि भारत इस समय एनर्जी पर इतना निवेश कर रहा है, जितना पहले कभी नहीं हुआ था। और इसलिए आज दुनिया में Oil, Gas और Energy Sector से जुड़ा करीब-करीब हर लीडर भारत में निवेश करना चाहता है। कितने ही लीडर्स इस समय मेरे सामने बैठे हुए हैं। हम पूरी गर्मजोशी से, आप का भी स्वागत करते हैं।

साथियों,

Circular Economy भारत की प्राचीन परंपरा का हिस्सा रही है। Reusing का Concept भी हमारे जीने के तरीके से जुड़ा हुआ है। और ये बात Energy Sector से भी उतनी ही जुड़ी हुई है। पिछले वर्ष जी-20 समिट में हमने जिस Global Biofuels Alliance को शुरू किया था, वो हमारी इसी भावना का प्रतीक है। इस Alliance ने पूरे विश्व की सरकारों, संस्थाओं और Industries को एक साथ इकट्ठा कर दिया है। जब से ये Alliance बना है, इसे व्यापक समर्थन मिल रहा है। बहुत कम समय में ही, 22 देश और 12 इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन इस Alliance से जुड़ गए हैं। इससे पूरे विश्व में Biofuels के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा। इससे करीब 500 बिलियन डॉलर की आर्थिक संभावनाओं को बनाने में भी मदद मिलेगी।

साथियों,

अपने यहां भी भारत ने इस क्षेत्र में बड़ी प्रगति की है। पिछले कुछ वर्षों में भारत में Biofuels का Adoption तेजी से बढ़ा है। 10 साल पहले हमारे यहां पेट्रोल में Ethanol की Blending डेढ़ प्रतिशत के आसपास थी। 2023 में ये 12 प्रतिशत से अधिक हो गई है। इससे लगभग 42 मिलियन मीट्रिक टन कार्बन Emission घटा है। हम 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत Ethanol Blending करने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं। आप में से कई लोग जानते होंगे...पिछले India Energy Week के दौरान ही भारत ने 80 से ज्यादा रिटेल आउटलेट्स पर 20 प्रतिशत Ethanol Blending की शुरुआत की थी। अब हम देश के 9 हजार आउटलेट्स पर यही काम कर रहे हैं।

साथियों,

सरकार का प्रयास ग्रामीण अर्थव्यवस्था को Waste to Wealth Management के मॉडल पर नई गति देने का भी है। इसके लिए भारत में 5000 Compressed Biogas Plants लगाने की दिशा में काम किया जा रहा है।

साथियों,

विश्व की 17 प्रतिशत जनसंख्या वाला देश होने के बाद भी, विश्व में भारत का Carbon Emission Share सिर्फ 4 प्रतिशत है। इसके बाद भी, हम अपने Energy Mix को और बेहतर करने के लिए, पर्यावरण के प्रति संवेदनशील Energy Sources के विकास पर बल दे रहे हैं। 2070 तक हम Net Zero Emission का लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं। आज भारत Renewable Energy Installed Capacity में विश्व में चौथे स्थान पर है। हमारी Installed Electricity Capacity, इसका 40 प्रतिशत हिस्सा Non Fossil Fuel Sources से आता है। बीते एक दशक में भारत की Solar Energy Installed Capacity 20 गुना से ज्यादा बढ़ी है।

सौर ऊर्जा से जुड़ने का अभियान, भारत में जन-आंदोलन बन रहा है। कुछ दिन पहले ही, भारत में एक और बड़े मिशन की शुरुआत हुई है। भारत में 1 करोड़ घरों में Solar Rooftop लगाने की योजना का ऐलान किया गया है। इससे हमारे एक करोड़ परिवार, ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होंगे। उनके घरों में जो अतिरिक्त बिजली बनेगी, उसे सीधे ग्रिड तक पहुंचाने की भी व्यवस्था की जा रही है। आप कल्पना कर सकते हैं, भारत जैसे देश में इस योजना का कितना बड़ा असर होने जा रहा है। इससे आपके लिए भी इस पूरी Solar Value Chain में निवेश की बहुत बड़ी संभावना बनने वाली है।

साथियों,

आज भारत ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के कारण भारत जल्द ही हाइड्रोजन प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट का केंद्र बनने वाला है। मुझे विश्वास है, भारत का ग्रीन एनर्जी सेक्टर Investors और Industries, दोनों को Sureshot winner बना सकता है।

साथियों,

India Energy Week का ये आयोजन सिर्फ भारत का आयोजन नहीं है। ये आयोजन ‘India with the world and India for the world’ इस भावना का प्रतिबिंब है। और इसलिए ये मंच आज Energy Sector से जुड़े विचार विमर्श और अनुभवों को साझा करने का मंच बन गया है।

आइए, एक दूसरे से सीखने पर, तकनीक की साझेदारी पर, और Sustainable Energy के नए रास्तों को तलाशने पर एक साथ आगे बढ़ते हैं। Let us learn from each other, Let us collaborate on cutting-edge technologies, and Let us explore avenues for sustainable energy development.

हम एक साथ मिलकर एक ऐसा भविष्य बना सकते हैं जो समृद्ध भी हो और जिसमें पर्यावरण का संरक्षण भी हो सके। मुझे विश्वास है कि ये मंच हमारे प्रयासों का प्रतीक बनेगा। एक बार फिर, मैं इस आयोजन के लिए आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है: रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान पीएम मोदी
December 05, 2025

Your Excellency, My Friend, राष्ट्रपति पुतिन,
दोनों देशों के delegates,
मीडिया के साथियों,
नमस्कार!
"दोबरी देन"!

आज भारत और रूस के तेईसवें शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। उनकी यात्रा ऐसे समय हो रही है जब हमारे द्विपक्षीय संबंध कई ऐतिहासिक milestones के दौर से गुजर रहे हैं। ठीक 25 वर्ष पहले राष्ट्रपति पुतिन ने हमारी Strategic Partnership की नींव रखी थी। 15 वर्ष पहले 2010 में हमारी साझेदारी को "Special and Privileged Strategic Partnership” का दर्जा मिला।

पिछले ढाई दशक से उन्होंने अपने नेतृत्व और दूरदृष्टि से इन संबंधों को निरंतर सींचा है। हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने आपसी संबंधों को नई ऊंचाई दी है। भारत के प्रति इस गहरी मित्रता और अटूट प्रतिबद्धता के लिए मैं राष्ट्रपति पुतिन का, मेरे मित्र का, हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।

Friends,

पिछले आठ दशकों में विश्व में अनेक उतार चढ़ाव आए हैं। मानवता को अनेक चुनौतियों और संकटों से गुज़रना पड़ा है। और इन सबके बीच भी भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है।परस्पर सम्मान और गहरे विश्वास पर टिके ये संबंध समय की हर कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं। आज हमने इस नींव को और मजबूत करने के लिए सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा की। आर्थिक सहयोग को नई ऊँचाइयों पर ले जाना हमारी साझा प्राथमिकता है। इसे साकार करने के लिए आज हमने 2030 तक के लिए एक Economic Cooperation प्रोग्राम पर सहमति बनाई है। इससे हमारा व्यापार और निवेश diversified, balanced, और sustainable बनेगा, और सहयोग के क्षेत्रों में नए आयाम भी जुड़ेंगे।

आज राष्ट्रपति पुतिन और मुझे India–Russia Business Forum में शामिल होने का अवसर मिलेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि ये मंच हमारे business संबंधों को नई ताकत देगा। इससे export, co-production और co-innovation के नए दरवाजे भी खुलेंगे।

दोनों पक्ष यूरेशियन इकॉनॉमिक यूनियन के साथ FTA के शीघ्र समापन के लिए प्रयास कर रहे हैं। कृषि और Fertilisers के क्षेत्र में हमारा करीबी सहयोग,food सिक्युरिटी और किसान कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। मुझे खुशी है कि इसे आगे बढ़ाते हुए अब दोनों पक्ष साथ मिलकर यूरिया उत्पादन के प्रयास कर रहे हैं।

Friends,

दोनों देशों के बीच connectivity बढ़ाना हमारी मुख्य प्राथमिकता है। हम INSTC, Northern Sea Route, चेन्नई - व्लादिवोस्टोक Corridors पर नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे। मुजे खुशी है कि अब हम भारत के seafarersकी polar waters में ट्रेनिंग के लिए सहयोग करेंगे। यह आर्कटिक में हमारे सहयोग को नई ताकत तो देगा ही, साथ ही इससे भारत के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे।

उसी प्रकार से Shipbuilding में हमारा गहरा सहयोग Make in India को सशक्त बनाने का सामर्थ्य रखता है। यह हमारेwin-win सहयोग का एक और उत्तम उदाहरण है, जिससे jobs, skills और regional connectivity – सभी को बल मिलेगा।

ऊर्जा सुरक्षा भारत–रूस साझेदारी का मजबूत और महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है। Civil Nuclear Energy के क्षेत्र में हमारा दशकों पुराना सहयोग, Clean Energy की हमारी साझा प्राथमिकताओं को सार्थक बनाने में महत्वपूर्ण रहा है। हम इस win-win सहयोग को जारी रखेंगे।

Critical Minerals में हमारा सहयोग पूरे विश्व में secure और diversified supply chains सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। इससे clean energy, high-tech manufacturing और new age industries में हमारी साझेदारी को ठोस समर्थन मिलेगा।

Friends,

भारत और रूस के संबंधों में हमारे सांस्कृतिक सहयोग और people-to-people ties का विशेष महत्व रहा है। दशकों से दोनों देशों के लोगों में एक-दूसरे के प्रति स्नेह, सम्मान, और आत्मीयताका भाव रहा है। इन संबंधों को और मजबूत करने के लिए हमने कई नए कदम उठाए हैं।

हाल ही में रूस में भारत के दो नए Consulates खोले गए हैं। इससे दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क और सुगम होगा, और आपसी नज़दीकियाँ बढ़ेंगी। इस वर्ष अक्टूबर में लाखों श्रद्धालुओं को "काल्मिकिया” में International Buddhist Forum मे भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का आशीर्वाद मिला।

मुझे खुशी है कि शीघ्र ही हम रूसी नागरिकों के लिए निशुल्क 30 day e-tourist visa और 30-day Group Tourist Visa की शुरुआत करने जा रहे हैं।

Manpower Mobility हमारे लोगों को जोड़ने के साथ-साथ दोनों देशों के लिए नई ताकत और नए अवसर create करेगी। मुझे खुशी है इसे बढ़ावा देने के लिए आज दो समझौतेकिए गए हैं। हम मिलकर vocational education, skilling और training पर भी काम करेंगे। हम दोनों देशों के students, scholars और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान भी बढ़ाएंगे।

Friends,

आज हमने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। यूक्रेन के संबंध में भारत ने शुरुआत से शांति का पक्ष रखा है। हम इस विषय के शांतिपूर्ण और स्थाई समाधान के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। भारत सदैव अपना योगदान देने के लिए तैयार रहा है और आगे भी रहेगा।

आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में भारत और रूस ने लंबे समय से कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया है। पहलगाम में हुआ आतंकी हमला हो या क्रोकस City Hall पर किया गया कायरतापूर्ण आघात — इन सभी घटनाओं की जड़ एक ही है। भारत का अटल विश्वास है कि आतंकवाद मानवता के मूल्यों पर सीधा प्रहार है और इसके विरुद्ध वैश्विक एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताक़त है।

भारत और रूस के बीच UN, G20, BRICS, SCO तथा अन्य मंचों पर करीबी सहयोग रहा है। करीबी तालमेल के साथ आगे बढ़ते हुए, हम इन सभी मंचों पर अपना संवाद और सहयोग जारी रखेंगे।

Excellency,

मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में हमारी मित्रता हमें global challenges का सामना करने की शक्ति देगी — और यही भरोसा हमारे साझा भविष्य को और समृद्ध करेगा।

मैं एक बार फिर आपको और आपके पूरे delegation को भारत यात्रा के लिए बहुत बहुत धन्यवाद देता हूँ।