धैर्य, हम भारतीयों की पहचान है, लेकिन अब हम अधीर हैं देश के विकास के लिए, 21वीं सदी में देश को नई ऊँचाई पर ले जाने के लिए: प्रधानमंत्री मोदी
60 साल के बाद ऐसा हुआ जब पूर्ण बहुमत के साथ बनी कोई सरकार, अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करके,पहले से ज्यादा संख्याबल के साथ लौटी है: पीएम मोदी
हमारे लिए जितना Ease of Doing Business का महत्व है, उतना ही Ease of Living का भी है: प्रधानमंत्री
अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए: प्रधानमंत्री मोदी
अब भारत के संविधान ने जो अधिकार बाकी भारतीयों को दिए हैं, वहीं अधिकार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को मिल गए हैं, वहां की महिलाओं-बच्चों-दलितों के साथ हो रहा भेदभाव खत्म हो गया है: पीएम मोदी
भारत आज चुनौतियों को टाल नहीं रहा, उनसे टकरा रहा है: प्रधानमंत्री

Thank You, Thank You President Trump. Thanks a lot. Howdy my friends. ये जो दृश्‍य है, ये जो माहौल है, ये अकल्‍पनीय है, और जब टेक्‍सस की बात आती है तो हर बात भव्‍य होनी, विशाल होनी ये टेक्‍सस के स्‍वभाव में है। आज टेक्‍सस की Spirit यहां भी reflect हो रही है। इस अपार जनसमूह की उपस्थिति केवल Arithmetic तक ही सीमित नहीं है। आज हम यहां एक नई history बनते हुए देख रहे हैं और एक नई chemistry भी।
NRG की energy, भारत और अमेरिका के बीच बढ़़ती synergy की गवाह है। President ट्रंप का यहां आना अमेरिका की महान डेमोक्रेसी के अलग-अलग प्रतिनिधियों का चाहे वो रिपब्लिकन हो डेमोक्रेट हो, उनका यहां आना और भारत के लिए, मेरे लिए इतनी प्रशंसा में काफी कुछ कहना, मुझे बहुत शुभकामनाएं देना, Steny H Hoye,r Senator John Cornyn और अन्‍य साथियों ने जो भारत की प्रगति के बारे में कहा है, जो प्रशंसा की है, वो अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का, उनके सामर्थ्‍य उनके Achievement का सम्‍मान है। 130 करोड़ यानि 1.3 मिलियन भारतीयों का ये सम्‍मान है।

Elected Representatives के अलावा भी बहुत से अमेरिकी मित्र आज यहां इस कार्यक्रम में आए हैं। मैं हर हिन्‍दुस्‍तानी की तरफ से सभी का हृदय से स्‍वागत करता हूं। मैं इस कार्यक्रम के आयोजकों को भी बधाई देता हूं। मुझे बताया गया है कि इसके लिए बड़ी संख्‍या में लोगों ने रजिस्‍ट्रेशन कराया था लेकिन जगह की कमी के कारण हजारों लोग यहां नहीं आ पाए। जो लोग यहां नहीं आ पाए। मैं व्‍यक्तिगत रूप से उनसे क्षमा मांगता हूं।

मैं हिन्‍दुस्‍तान टेक्‍सास प्रशासन को भी उनकी भी भूरि-भूरि प्रशंसा करूंगा जिसने दो दिन पहले अचानक बदले मौसम के बाद, इतने कम समय में हालात को संभाला। व्‍यवस्‍थाओं को चुस्‍त-दुरूस्‍त किया। और जैसा कि प्रेसिडेंट ट्रंप कह रहे थे, ये सिद्ध किया कि Houston strong

साथियों, इस कार्यक्रम का नाम Howdy Modi है .... Howdy Modi लेकिन मोदी अकेले कुछ नहीं। मैं 130 करोड़ भारतीयों के आदेश पर काम करने वाला एक साधारण व्‍यक्ति हूं। और इसलिए जब आपने पूछा है Howdy Modi तो मेरा तो मन कहता है उसका जवाब यही है। भारत में सब अच्‍छा है, सोब खूब भालो (बंगाली),अंता बागुंदी(तेलुगु), येल्‍लाम् सौक्कियम् (तमिल्), येल्‍लाम् सौख्‍यम् (मलयालम), सब चंगा सी (पंजाबी), बधा ज मजामा छे (गुजराती)

साथियों, हमारे अमेरिकी मित्रों मित्रों को ये आश्‍चर्य हो रहा होगा कि मैंने क्‍या बोला है। प्रेसिडेंट ट्रंप और मेरे अमेरिकी मित्रों मैंने इतना ही कहा है कि Everything is fine. लेकिन भारत की कुछ अलग-अलग भाषाओं में हमारी liberal और democratic society की बहुत बड़ी पहचान हैं ये हमारी भाषाएं, सदियों से हमारे देश में सैकड़ों भाषाएं, सैकड़ों बोलियां, सह-अस्तित्व की भावना के साथ आगे बढ़ रही हैं, और आज भी करोड़ों लोगों की मातृभाषा बनी हुई हैं और साथियों सिर्फ भाषा ही नहीं, हमारे देश में अलग-अलग पंथ, दर्जनों संप्रदाय, अलग-अलग पूजा पद्धतियां, सैकड़ों तरह का अलग-अलग क्षेत्रीय खान-पान, अलग-अलग वेशभूषा, अलग-अलग मौसम-ऋतु चक्र इस धरती को अद्भुत बनाते हैं। विविधता में एकता, यही हमारी धरोहर है, यही हमारी विशेषता है।

भारत की यही Diversity हमारी Vibrant Democracy का आधार है। यही हमारी शक्ति है, यही हमारी प्रेरणा है। हम जहां भी जाते हैं Diversity, Democracy के संस्‍कार साथ-साथ लेकर के साथ चले जाते हैं। आज यहां इस स्‍टेडियम में बैठे 50 हजार से ज्‍यादा भारतीय हमारी महान परंपरा के प्रतिनिधि बनकर आज यहां उपस्थित हैं। आपमें से कई तो ऐसे भी हैं जिन्‍होंने भारत में Democracy के सबसे बड़े उत्‍सव 2019 के चुनाव में भी अपना सक्रिय योगदान दिया है।

वाकई ये एक ऐसा चुनाव था जिसने Indian Democracy की शक्ति का परचम पूरी दुनिया में लहरा दिया। इस चुनाव में 61 करोड़ यानि की 6 hundred & 10 million से अधिक वोटरस ने हिस्‍सा लिया। एक तरह से अमेरिका की टोटल पोपुलेशन का लगभग डबल, इसमें भी 8 करोड़ यानि 80 मिलियन युवा तो ऐसे हैं जो first time voters थे। भारत की Democracy के इतिहास में सबसे ज्‍यादा वूमेन voters ने इस बार वोट डाला था। और इस बार सबसे ज्‍यादा संख्‍या में महिलाएं चुनकर भी आई हैं।

साथियों, 2019 के चुनाव ने एक और नया रिकॉर्ड स्‍थापित किया है। 60 साल के बाद ऐसा हुआ जब पूर्ण बहुमत के साथ बनी कोई सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करके पहले से ज्‍यादा संख्‍या बल के साथ लौटी। ये सब आखिर क्‍यों हुआ, किसकी वजह से हुआ। जी नहीं, मोदी की वजह से नहीं हुआ, ये हिन्‍दुस्‍तान वासियों के कारण हुआ है।

साथियों, धैर्य हम भारतीयों की पहचान है लेकिन अब हम अधीर हैं देश के विकास के लिए, 21वीं सदी में देश को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए। आज भारत का सबसे चर्चित शब्‍द है विकास। आज भारत का मंत्र है सबका साथ-सबका विकास, आज भारत की सबसे बड़ी नीति है जन-भागीदारी, पब्लिक पार्टीसिपेशन, आज भारत का सबसे प्रचलित नारा है संकल्‍प से सिद्धि और आज भारत का सबसे बड़ा संकल्‍प है न्‍यू इंडिया।

भारत आज न्‍यू इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर रहा है। और इसमें सबसे खास बात है कि हम किसी दूसरे से नहीं बल्कि खुद अपने-आप से मुकाबला कर रहे हैं। We are challenging ourselves, We are changing ourselves.

साथियों, आज भारत पहले के मुकाबले और तेज गति से आगे बढ़ना चाहता है, आज भारत कुछ लोगों की इस सोच को चैलेंज कर रहा है। जिनकी सोच है, कुछ बदल ही नहीं सकता है।

बीते पाँच सालों में 130 करोड़ भारतीयों ने मिलकर हर क्षेत्र में ऐसे नतीजे हासिल किए हैं, जिनकी पहले कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। We are Aiming High, We are Achieving Higher.

भाईयों और बहनों सात दशकों में देश का Rural Sanitation 38% पहुंचा था। पांच साल में हमने 11 करोड़ यानी 110 मिलियन से ज्‍यादा शौचालय बनवाए हैं। आज Rural Sanitation 99% पर है। देश में कुकिंग गैस कनेक्‍शन भी पहले 55% के करीब था। पांच साल के भीतर-भीतर हमने इसे 95% पहुंचा दिया। सिर्फ पांच साल में हमनें 15 करोड़ यानी 115 मिलियन से ज्‍यादा लोगों को गैस कनेक्‍शन से जोड़ा है। भारत में Rural Road connectivity यह भी पहले 55% थी। पांच साल में हम इसे 97% तक ले गए। सिर्फ पांच साल में हमनें देश के ग्रामीण इलाकों में 2 लाख किलोमीटर यानी 2 hundred thousand किलोमीटर से ज्‍यादा सड़कों का निर्माण किया है। भारत में 50% से भी कम लोगों के बैंक अकांऊट थे, आज पांच साल में लगभग 100% परिवार बैंकिग व्‍यवस्‍था से जुड़ चुके हैं। पांच साल में हमनें 37 करोड़ यानी 317 मिलियन से ज्‍यादा लोगों के नए बैंक अकांऊट खुलवाए हैं।

साथियों, आज जब लोगों की basic necessity की चिंता कम हो रही है तो वो बड़े सपने देख पा रहे हैं। उन्‍हें Achieve करने के लिए सारी energy उस दिशा में लगा रहे हैं।

साथियों, हमारे लिए जितना ease of doing business का महत्‍व है, उतना ही ease of living का भी। और उसका रास्‍ता है empowerment, जब देश का सामान्‍य मानवी empower होगा तो देश का social और economic development बहुत तेज गति से आगे बढ़ेगा।

मैं आपको आज एक उदाहरण देता हूं। साथियों आजकल कहा जाता है Data is the new oil आप ह्यूस्‍टन के लोग oil की जब बात आती है तो इसका मतलब भली-भांति जानते हैं, मैं इसमें ये भी जोड़ूगां Data is the new gold. अगर पूरी दुनिया में जरा गौर से सुनिए, अगर पूरी दुनिया में सबसे कम कीमत पर डेटा कहीं उपलब्‍ध है तो वो देश है भारत। आज भारत में 1 GB डेटा की कीमत है सिर्फ 25-30 cents के आसपास यानी 1 डॉलर का भी चौथाई हिस्‍सा। और मैं ये भी बताना चाहूंगा कि 1 GB डेटा की world average की कीमत इससे 25-39 गुना ज्‍यादा है।

ये सस्‍ता डेटा भारत में डिजिटल इंडिया की एक नई पहचान बन रहा है। सस्‍ते डेटा ने भारत में गवर्नेंस को Redefine भी किया है। आज भारत में Central Government और State Government की करीब-करीब 10 thousand Services online उपलब्‍ध है।

साथियों, एक समय था जब पासपोर्ट बनने में दो से तीन महीने लगते थे। अब एक हफ्ते से भी कम समय में पासपोर्ट घर आ जाता है। पहले वीजा को लेकर किस तरह की दिक्‍कतें थी। ये शायद आप ज्‍यादा जानते हैं आज यूएस भारत के ई-वीजा फेसिलिटी के सबसे बड़े यूजर में से एक है।

साथियों, एक समय था जब नई कंपनी के रजिस्‍ट्रेशन में दो-दो तीन-तीन हफ्ते लग जाते थे। अब 24 घंटे में नई कंपनी रजिस्‍टर हो जाती है।

एक समय था जब टैक्‍स रिटर्न भरना बहुत बड़ा सिरर्दद होता था। टैक्‍स रिफंड आने में महीनों लग जाते थे, अब जो बदलाव आया है, वो सुनेंगे तो आप चौंक जाएंगे। इस बार 31 अगस्‍त को एक दिन में, मैं सिर्फ एक दिन की बात कर रहा हूं। एक दिन में करीब 50 लाख यानी 5 मिलियन लोगों ने अपना इनकम टैक्‍स रिटर्न ऑनलाइन भरा है। यानी सिर्फ एक दिन में ही 50 लाख रिटर्न। यानी ह्यूस्‍टन की कुल पॉपुलेशन के भी डबल से ज्‍यादा और दूसरी सबसे बड़ी बात जो टैक्‍स रिफंड महीनों में आता था वो अब हफ्ते-10 दिन में सीधे बैंक में ट्रांसफर हो जाता है।

भाईयो और बहनों, तेज विकास का प्रयास कर रहे किसी भी देश में, अपने नागरिकों के लिए वेलफेयर स्कीम्स आवश्यक होती है। जरूरतमंद नागरिकों के लिए वेलफेयर स्कीम चलाने के साथ-साथ नए भारत के निर्माण के लिए कुछ चीजों का Farewell भी दिया जा रहा है। हमनें जितना महत्‍व Welfare को दिया है उतना ही Farewell को भी दे रहे हैं।

इस 2 अक्‍टूबर को जब देश महात्‍मा गांधी की 150वीं जन्‍म जयंती मनाएगा, तो भारत Open Defecation को Farewell दे देगा। भारत बीते पांच सालों में 1500 से ज्‍यादा बहुत पुरानों कानूनों को भी Farewell दे चुका है। भारत में दर्जनों टैक्‍स का जो जाल था वो भी business friendly माहौल बनाने में रूकावट खड़ी करता था। हमारी सरकार ने टैक्‍स की इस जाल को Farewell दे दिया, और जीएसटी लागू किया।

बरसों बाद देश में one nation-one tax का सपना हमनें साकार कर दिखाया है। साथियों, हम करप्‍शन को भी चैलेंज कर रहे हैं। उसे हर स्‍तर पर Farewell देने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं। बीते दो-तीन साल में भारत ने साढे तीन लाख यानी 350 thousand से ज्‍यादा संदिग्‍ध कंपनियों को भी Farewell दे दिया है। हमनें 8 करोड़ यानी 80 मिलियन से ज्‍यादा ऐसे fake names को भी Farewell दे‍ दिया है। जो सिर्फ कागजों पर थे, और सरकारी सेवाओं का फायदा उठा रहे थे।

साथियों, आप कल्‍पना कर सकते हैं कि इन फर्जी नामों को हटाकर कितने रूपए गलत हाथों में जाने से बचाए गए हैं करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये। यानी तकरीबन 20 बिलियन यूएस डॉलर, एक देश में। हम देश में एक Transparent Ecosystem बना रहे हैं ताकि विकास का लाभ हर भारतीय तक पहुंचे और भाईयो और बहनों एक भी भारतीय विकास से दूर रहे, ये भी भारत को मंजूर नहीं है।

देश के सामने 70 साल से एक और बड़ा Challenge था जिसे कुछ दिन पहले भारत ने Farewell दे दिया है। आप समझ गए, ये विषय है - आर्टिकल 370 का, आर्टिकल 370 ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को विकास से और समान अधिकारों से वंचित रखा था। इस स्थिति का लाभ आतंकवाद और अलगाववाद बढ़ाने वाली ताकतें उठा रही थीं।

अब भारत के संविधान ने जो अधिकार बाकी भारतीयों को दिए हैं, वही अधिकार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को भी मिल गए हैं। वहां की महिलाओं-बच्चों-दलितों के साथ हो रहा भेदभाव खत्म हो गया है।

साथियों, हमारी पार्लियामेंट के Upper House, lower house दोनों में घंटों तक इस पर चर्चा हुई जिसका देश और दुनिया में लाइव टेलीकास्‍ट हुआ. भारत में हमारी पार्टी के पास Upper House यानी राज्‍य सभा में बहुमत नहीं है। बावजूद इसके हमारी पार्लियामेंट के Upper House और lower house दोनों ने इससे जुड़े फैसलों को दो तिहाई बहुमत से पास किया है। मैं आप सबसे आग्रह करता हूं, हिन्‍दुस्‍तान के सभी सांसदों के लिए standing ovation हो जाए। हां, बहुत-बहुत धन्‍यवाद आपका.

भारत अपने यहां जो कर रहा है, उससे कुछ ऐसे लोगों को भी दिक्कत हो रही है, जिनसे खुद अपना देश नहीं संभल रहा। इन लोगों ने भारत के प्रति नफरत को ही अपनी राजनीति का केंद्र बना दिया है। ये वो लोग हैं जो अशांति चाहते हैं, आतंक के समर्थक हैं, आतंक को पालते-पोसते हैं। उनकी पहचान सिर्फ आप नहीं पूरी दुनिया भी अच्‍छी तरह जानती है। अमेरिका में 9/11 हो या मुंबई में 26/11 हो, उसके साजिशकर्ता कहां पाए जाते हैं?

साथियों, अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए। मैं यहां पर जोर देकर कहना चाहूंगा कि इस लड़ाई में प्रेसिडेंट ट्रंप पूरी मजबूती के साथ आतंक के खिलाफ खड़े हुए हैं। एक बार आतंक के खिलाफ लड़ाई का राष्‍ट्रपति ट्रंप का जो मनोबल है, हम सब मिलकर के उनको भी standing ovation देंगे। थैंक्‍यू... थैंक्‍यू.. दोस्‍तों।

भाईयो और बहनों भारत में बहुत कुछ हो रहा है, बहुत कुछ बदल रहा है और बहुत कुछ करने के इरादे लेकर हम चल रहे हैं। हमने नए challenges तय करने की, उन्हें पूरा करने की एक जिद ठान रखी है। देश की इन्हीं भावनाओं पर मैंने कुछ दिन पहले एक कविता लिखी थी। उसकी दो पंक्ति सुना रहा हूं, आज अभी तो समय नहीं है ज्‍यादा नहीं कहूंगा।

“वो जो मुश्किलों का अंबार है,

वही तो मेरे हौसलों की मीनार है।”

साथियों, भारत आज चुनौतियों को टाल नहीं रहा, हम चुनौतियों से टकरा रहे हैं। भारत आज थोड़े-बहुत Incremental Change पर नहीं, समस्‍याओं के संपूर्ण समाधान पर जोर दे रहा है। असंभव सी लगने वाली तमाम बातों को भारत आज संभव करके दिखा रहा है।

साथियों, अब भारत के 5 Trillion Dollar Economy के लिए कमर कसी है। हम Infrastructure, Investment और Export बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं हम People friendly, development friendly or Investment friendly माहौल बनाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। हम Infrastructure सौ लाख करोड़ रुपये करीब-करीब 1.3 ट्रिलियन डॉलर खर्च करने वाले हैं।

साथियों, बीते पांच वर्षों में दुनिया में तमाम अनिश्चिताओं के बावजूद भी भारत की ग्रोथ रेट average 7.5% रही है। और ये भी ध्‍यान रखिए, पहले की किसी सरकार के पूरे कार्यकाल का average देखें तो ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है। पहली बार एक साथ low inflation. low fiscal deficit और high growth का दौर आया है।

आज दुनिया के बेहतरीन FDI destination में से एक है। साल 2014 से 2019 तक FDI inflow में करीब-करीब दो गुनी बढ़ोतरी हुई है। अभी हाल में ही हमने सिंगल ब्रांड रिटेल में एफडीआई के नार्मस को आसान बनाया है।

Coal mining और contract manufacturing विदेशी इनवेस्‍टमेंट अब 100% तक हो सकता है। मैं कल Energy centre के CEO से यहां Houston में मिला। भारत में कारपोरेट टैक्‍स में भारी कमी का जो निर्णय लिया है, उससे वो सारे के सारे लोग बहुत ही उत्‍साहित नजर आए उनका फीडबैक है कि कारपोरेट टैक्‍स कम करने के फैसले से सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि ग्‍लोबल बिजनेस लीडर में बहुत पोजिटिव मैसेज गया है। ये फैसला भारत को और ग्‍लोबल competitive बनाएगा।

साथियों, भारतीयों के लिए अमेरिका, अमेरिका में और अमेरिकियों के लिए भारत में आगे बढ़ने की अपार संभावना है। 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लिए न्‍यू इंडिया का सफर और प्रेसिडेंट ट्रंप के नेतृत्‍व में अमेरिका की मजबूत इकोनॉमी ग्रोथ इन संभावनाओं को नए पंख लगा देंगे।

प्रेसिडेंट ट्रंप ने अपने संबोधन में जिन इकोनॉमी miracles की बात कही वो सोने में सुहागा हो होंगे, आने वाले दो-तीन दिनों में प्रेसिडेट ट्रंप के साथ मेरी बातचीत होने वाली है। मैं उम्‍मीद करता हूं कि उससे भी कुछ पाजिटिव रिजल्‍टस निकलेगा। वैसे तो प्रेसिडेट ट्रंप मुझे Tough negotiator कहते हैं लेकिन वो खुद भी the art of the deal में माहिर हैं और मैं उनसे बहुत कुछ सीख रहा हूं।

साथियों, एक बेहतर भविष्‍य के लिए हमारा ये forward मार्च अब और तेज गति से बढ़ने वाला है आप सभी साथी इसका अहम हिस्‍सा हैं driving force हैं, आप अपने वतन से दूर हैं लेकिन वतन की सरकार आपसे दूर नहीं है।

बीते पांच वर्षों में हमने इंडियन diaspora के संवाद से मायने को और संवाद के तरीके दोनों बदल दिए हैं। अब विदेशों में भारत के दूतावास और Counsels सिर्फ सरकारी कार्यालय नहीं बल्कि आपके पहले साथी की भूमिका में हैं। विदेश में काम करने वाले साथियों के लिए, उनके हितों की सुरक्षा के लिए भी सरकार लगातार काम कर रही है। मदद, ई-माइग्रेट विदेश जाने से पहले प्री-डिपारचर ट्रेनिंग, प्रवासी भारतीयों की बीमा योजना में सुधार सभी पीआइओ कार्ड को ओसीआई कार्ड की सुविधा, ऐसे तमाम कार्य किए गए हैं। जिन्‍होंने प्रवासी भारतीयों को विदेश जाने से पहले और बाद में काफी मदद की है। हमारी सरकार ने Indian community welfare fund मजबूत किया है। विदेश में कई नए शहरों में प्रवासी भारतीय सहायता केंद्र भी खोले गए हैं।

भाईयो और बहनों, आज इस मंच से जो संदेश निकला है उसकी छाप 21वीं सदी ने नई परिभाषाओं को जन्‍म देगी, नई संभावनाओं को जन्‍म देगी। हमारे पास समान लोकतांत्रिक मूल्‍यों की शक्ति है दोनों देशों में नव-निर्माण के समान संकल्‍प हैं और दोनों का साथ हमें एक उज्‍ज्‍वल भविष्‍य की और जरूर ले जाएगा।

मिस्‍टर प्रेसिडेंट मैं चाहूंगा कि आप सपरिवार भारत आएं और आप हमें अपना स्‍वागत करने का अवसर दें। हम दोनों की ये दोस्‍ती भारत अमेरिका के shared dreams और bright future को नई ऊंचाई देगी। मैं राष्‍ट्रपति ट्रंप का, अमेरिका की राजनीतिक, सामाजिक और बिजनेस से जुड़े तमाम leaders को यहां आने के लिए फिर से एक बार हृदय से बहुत-बहुत आभार व्‍यक्‍त करता हूं। टेक्‍सस की government यहां के प्रशासन को भी बहुत-बहुत धन्‍यवाद देता हूं।

Thank you Houston, Thank you America May God Bless You All.

 

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Text of PM’s address at third edition of Kautilya Economic Conclave in New Delhi
October 04, 2024
Today, India is the fastest growing major economy:PM
Government is following the mantra of Reform, Perform and Transform:PM
Government is committed to carrying out structural reforms to make India developed:PM
Inclusion taking place along with growth in India:PM
India has made ‘process reforms’ a part of the government's continuous activities:PM
Today, India's focus is on critical technologies like AI and semiconductors:PM
Special package for skilling and internship of youth:PM

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी, Institute of Economic Growth के प्रेसिडेंट N K Singh जी, Conclave में देश-विदेश से आए अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों,

कौटिल्य कॉन्क्लेव का ये तीसरा एडिशन है। और मेरे लिए खुशी की बात है कि मुझे आप लोगों से मिलने का अवसर मिल रहा है। तीन दिनों तक यहां अनेक सेशन होने वाले हैं, इकॉनॉमी से जुड़े अलग-अलग मुद्दों को लेकर चर्चा होने वाली है, मुझे विश्वास है कि ये चर्चा, भारत की ग्रोथ को गति देने में मददगार सिद्ध होगी।

साथियों,

इस बार का ये कॉन्कलेव ऐसे समय में हो रहा है, जब दुनिया के दो बड़े रीजन में युद्ध की स्थिति है। ये दोनों रीजन ग्लोबल इकॉनॉमी के लिए, खासतौर पर एनर्जी सिक्योरिटी के लिहाज़ से बहुत अहम हैं। इतनी बड़ी global uncertainty के बीच हम सभी यहां – The Indian Era यानि भारत के युग की चर्चा कर रहे हैं। ये दिखाता है कि आज भारत पर विश्वास कुछ अलग ही है...ये दिखाता है कि आज भारत का आत्मविश्वास कुछ विशेष है।

साथियों,

आज भारत, दुनिया की fastest growing major economy है। आज भारत, GDP के हिसाब से fifth largest economy है। हम ग्लोबल फिनटेक एडॉप्शन रेट के मामले में नंबर-वन हैं। आज हम, smartphone data consumption के मामले में नंबर-वन हैं। हम इंटरनेट यूजर्स के मामले में दुनिया में नंबर- दो हैं। दुनिया की करीब-करीब आधी रियल टाइम डिजिटल ट्रांजेक्शन आज भारत में हो रही है। आज भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट अप इकोसिस्टम है। रीन्युएबल एनर्ज़ी कैपेसिटी के मामले में भारत, नंबर- चार पर है। अगर मैन्युफेक्चरिंग की बात करें, तो भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा mobile manufacturer है। भारत two-wheelers और tractors का सबसे बड़ा manufacturer है। और इतना ही नहीं, भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा scientists और technicians का पूल भारत में है। यानि साइंस हो, टेक्नॉलॉजी हो, इनोवेशन हो, भारत clearly एक स्वीट स्पॉट पर उपस्थित है।

साथियों,

रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र पर चलते हुए, हम लगातार निर्णय ले रहे हैं, देश को तेज गति से आगे बढ़ा रहे हैं। यही वो इंपेक्ट है, जिसके कारण भारत के लोगों ने 60 साल बाद, लगातार तीसरी बार किसी सरकार को चुना है। जब लोगों का जीवन बदलता है, तब लोगों में ये भरोसा आता है कि देश सही रास्ते पर चल रहा है। यही भावना, भारत की जनता के मैंडेट में दिखती है। 140 करोड़ देशवासियों का ये विश्वास इस सरकार की सबसे बड़ी पूंजी है। हमारा कमिटमेंट है कि भारत को विकसित बनाने के लिए लगातार structural reforms करते रहेंगे। हमारा ये कमिटमेंट आप हमारे थर्ड टर्म के पहले तीन महीनों के काम में भी देख सकते हैं। Bold policy changes...Jobs और स्किल्स को लेकर मज़बूत कमिटमेंट, sustainable growth और innovation पर फोकस, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, क्वालिटी ऑफ लाइफ, और तेज़ ग्रोथ की कंटीन्यूटी, ये हमारे पहले तीन महीनों की पॉलिसीज का रिफ्लेक्शन है। इस दौरान 15 ट्रिलियन रुपीज यानि 15 लाख करोड़ रुपए से अधिक के डिसीज़न्स लिए गए हैं। इन्हीं तीन महीनों में भारत में अनेक mega infrastructure projects पर काम शुरू हुआ है। हमने देश में 12 industrial nodes बनाने का भी निर्णय लिया है। हमने देश में 3 करोड़ नए घर बनाने को भी मंजूरी दी है।

साथियों,

भारत की ग्रोथ स्टोरी का एक और notable फैक्टर है और वो है इसकी inclusive spirit, पहले ये सोचा जाता था कि ग्रोथ होती है तो inequality, असमानता भी साथ ही बढ़ती है। लेकिन भारत में इसके विपरीत हो रहा है। भारत में ग्रोथ के साथ inclusion भी हो रहा है। इसी का परिणाम है पिछले 10 साल में Two Fifty million…यानि 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। भारत की तेज प्रगति के साथ हम ये भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि inequality कम हो विकास का लाभ सभी तक पहुंचे।

साथियों,

आज भारत की ग्रोथ को लेकर जो भी predictions हो रही हैं, उनका कॉन्फिडेंस भी बताता है कि भारत किस दिशा में है। ये आप पिछले कुछ हफ्तों और महीनों के आंकड़ों में भी देख सकते हैं। पिछले साल हमारी इकॉनॉमी ने हर prediction से बाहर कहीं बेहतर किया है। वर्ल्ड बैंक हो, IMF हो, मूडीज़ हो, सभी ने भारत से जुड़े फोरकास्ट को upgrade किया है। ये सारे संस्थान कह रहे हैं कि global uncertainty के बावजूद भारत सेवन प्लस रेट के साथ ग्रो करता है । वैसे हम भारतीयों को पूरा कॉन्फिडेंस है कि हम इससे भी कहीं better perform करेंगे।

Friends,

भारत के इस कॉन्फिडेंस के पीछे कुछ ठोस कारण हैं। मैन्युफेक्चरिंग हो या फिर सर्विस सेक्टर आज दुनिया भारत को इन्वेस्टमेंट के लिए पसंदीदा जगह मान रही है। ये कोई co-incidence नहीं है, बल्कि ये बीते 10 साल में हुए बड़े रिफॉर्म्स का ही नतीजा है। इन रिफॉर्म्स ने भारत के macroeconomic fundamentals को ट्रांसफॉर्म कर दिया है। जैसे एक उदाहरण भारत के बैंकिंग रिफॉर्म्स का है। हमारे बैंकिंग रिफॉर्म्स ने बैंकों की financial conditions को तो मज़बूत किया ही है, उनकी lending capacity को भी बढ़ाया है। इसी तरह, GST ने अलग-अलग सेंट्रल और स्टेट Indirect taxes को integrate किया है। इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड यानि IBC ने responsibility, recovery और resolution का नया क्रेडिट कल्चर डेवलप किया है। भारत ने माइनिंग, डिफेंस, स्पेस जैसे अनेक सेक्टर्स को प्राइवेट प्लेयर्स के लिए, हमारे young entrepreneurs के लिए खोला है। हमने FDI policy को liberalise किया, ताकि दुनियाभर के इन्वेस्टर्स के लिए यहां ज्यादा से ज्यादा अवसर बन सकें। हम अपनी logistics cost और time को कम करने के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस कर रहे हैं। हमने बीते दशक में Infrastructure पर investments को अभूतपूर्व स्केल पर बढ़ाया है।

साथियों,

भारत ने Process Reforms को सरकार की Continuous Activities का हिस्सा बनाया है। हमने 40 हजार से ज्यादा Compliances को खत्म किया, Companies Act को Decriminalize किया। ऐसे दर्जनों provisions थे, जिनके कारण पहले बिजनेस मुश्किल था, हमने उनमें बदलाव किया। कंपनी स्टार्ट करने, बंद करने, क्लियरेंस को आसान बनाने के लिए नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया गया। अब हम राज्य स्तर पर प्रोसेस रिफॉर्म को गति देने के लिए राज्य सरकारों को प्रोत्साहित कर रहे हैं।

साथियों,

भारत में मैन्युफेक्चरिंग को गति देने के लिए हम Production linked Incentives लेकर आए हैं। इसका इंपेक्ट आज बहुत सारे सेक्टर्स में दिख रहा है। अगर मैं बीते 3 साल में ही PLI के impact की बात करुं, तो करीब 1.25 ट्रिलियन यानि सवा लाख करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट आया है। इससे करीब Eleven Trillion यानि 11 लाख करोड़ रुपए का प्रोडक्शन और सेल्स हुई है। स्पेस और डिफेंस सेक्टर में भी आज भारत की ग्रोथ शानदार है। इन दोनों सेक्टर्स को open किए अभी ज्यादा टाइम नहीं हुआ है। स्पेस सेक्टर में 200 से ज्यादा स्टार्ट अप्स आ चुके हैं। आज हमारी टोटल डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग का 20 परसेंट कंट्रीब्यूशन हमारी प्राइवेट डिफेंस कंपनियों का है।

साथियों,

इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर की ग्रोथ स्टोरी तो और भी अद्भुत है। 10 साल पहले तक भारत ज्यादातर मोबाइल फोन का बड़ा इंपोर्टर था। आज Three Hundred thirty million यानि 33 करोड़ से ज्यादा मोबाइल फोन भारत में बन रहे हैं। यानि आप कोई भी सेक्टर देख लें, आज भारत में Investors के लिए investments और investment पर ज्यादा रिटर्न के बेहतरीन मौके हैं।

साथियों,

आज भारत का फोकस AI और सेमीकंडक्टर जैसी critical technologies पर भी है। इनमें हम काफी ज्यादा इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं। हमारे AI mission से AI के क्षेत्र में research और skills, दोनों में वृद्धि होगी। India semiconductor mission के कारण 1.5 ट्रिलियन रुपए यानि डेढ़ लाख करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट हो रहा है। बहुत जल्द ही भारत के 5 सेमीकंडक्टर प्लांट्स, दुनिया के कोने-कोने में मेड इन इंडिया चिप्स पहुंचाने लगेंगे।

Friends,

आप सभी जानते ही हैं कि भारत affordable intellectual power का सबसे बड़ा सोर्स है। इसकी गवाही, दुनियाभर की कंपनियों के 1700 से अधिक global capability centres हैं, जो आज भारत में काम कर रहे हैं। इनमें 2 मिलियन यानि 20 लाख से ज्यादा भारतीय नौजवान दुनिया को highly skilled services दे रहे हैं। आज भारत अपने इस demographic dividend पर अभूतपूर्व रूप से फोकस कर रहा है। और इसके लिए Education, Innovation, Skills और Research पर खास ध्यान दिया जा रहा है। हमने न्यू नेशनल एजुकेशन पॉलिसी बनाकर इस क्षेत्र में बहुत बड़ा रिफॉर्म किया है। बीते 10 साल में हर हफ्ते एक नई यूनिवर्सिटी और हर दिन दो नए कॉलेज खोले गए हैं। इन 10 सालों में हमारे यहां मेडिकल कॉलेजों की संख्या दो गुनी हो गई है।

औऱ साथियों,

Quantity ही नहीं बल्कि हम, quality education पर भी उतना ही बल दे रहे हैं। इसलिए ही बीते 10 साल में QS World University Rankings में भारतीय इंस्टीट्यूशन्स की संख्या तीन गुना से ज्यादा हो चुकी है। इस साल के बजट में हमने करोड़ों युवाओं की स्किलिंग और इंटर्नशिप के लिए स्पेशल पैकेज अनाउंस किया है। पीएम इंटर्नशिप स्कीम के तहत पहले दिन ही 111 कंपनियों ने पोर्टल पर रजिस्टर किया है। इस स्कीम के तहत हम एक करोड़ युवाओं को बड़ी कंपनियों में इंटर्नशिप में मदद कर रहे हैं।

साथियों,

बीते 10 सालों में भारत का रिसर्च आउटपुट और पेटेंट्स भी तेजी से बढ़े हैं। 10 साल से भी कम समय में, भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स की रैंकिग में Eighty First (81) से Thirty Ninth (39) स्थान तक पहुंचा है। यहां से हमें और आगे जाना है। अपने रिसर्च इकोसिस्टम को मज़बूत करने के लिए भारत ने One Trillion रुपये का रिसर्च फंड भी बनाया है।

साथियों,

आज ग्रीन फ्यूचर, ग्रीन जॉब्स के मामले में भी भारत में और भारत से बहुत उम्मीदें हैं। और उतनी ही आपके लिए इस सेक्टर में opportunities भी हैं। आप सभी ने भारत की प्रेसीडेंसी में हुई G20 Summit को फॉलो किया है। इस समिट की अनेक success story में से एक, ग्रीन ट्रांज़िशन को लेकर नया उत्साह भी रहा। G-20 समिट के दौरान ही भारत की पहल पर ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस लॉन्च किया गया। G-20 के सदस्य देशों ने भारत के green hydrogen energy development को मज़बूती से समर्थन दिया। भारत में हमने इस दशक के अंत तक 5 Million टन Green Hydrogen के production का टारगेट रखा है। भारत में हम सोलर पावर प्रोडक्शन को भी माइक्रो लेवल पर ले जा रहे हैं।

भारत सरकार ने PM सूर्यघर मुफ्त बिजली स्कीम शुरु की है। ये एक Rooftop Solar स्कीम है, लेकिन इसका स्केल बहुत बड़ा है। रूफटॉप सोलर सेटअप के लिए हम हर फैमिली को फंड कर रहे हैं, सोलर इंफ्रा install करने में भी सपोर्ट कर रहे हैं। अब तक 13 मिलियन यानि 1 करोड़ 30 लाख से ज्यादा Families इसमें रजिस्टर हो चुकी हैं। यानि इतने लोग सोलर पावर प्रोड्यूसर बन चुके हैं। इससे हर फैमिली को on an average, twenty five thousand रुपए की बचत होने वाली है। हर तीन किलोवॉट सोलर बिजली पैदा करने पर, 50-60 टन कार्बन डाई-ऑक्साइड का एमिशन भी रुकेगा। इस स्कीम से करीब 17 लाख Jobs पैदा होंगी, स्किल्ड युवाओं की भी एक बड़ी फौज तैयार होगी। यानि आपके लिए इस सेक्टर में भी इंवेस्टमेंट करने के लिए नए मौके बन रहे हैं।

साथियों,

आज Indian economy एक बहुत बड़े transformational change से गुजर रही है। मजबूत economic fundamentals के आधार पर Indian economy, sustained high growth के रास्ते पर है। भारत आज सिर्फ टॉप पर पहुंचने के लिए ही तैयारी नहीं कर रहा है, बल्कि टॉप पर बने रहने के लिए मेहनत कर रहा है। हर सेक्टर में आज दुनिया की अपार opportunities हैं। मुझे विश्वास है कि आने वाले दिनों में आपकी चर्चा से अनेक valuable inputs आएंगे। मैं इस प्रयास को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ देता हूँ। और मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि ये हमारे लिए debating club नहीं है। यहाँ जो चर्चाएँ होती हैं, जो बातें उभर करके आती हैं, Do’s and Don’ts के लिए उसमें से जो हमारे लिए उपयोगी होते हैं, हम इसको religiously सरकार के सिस्टम में फॉलो करते हैं। हम इसको हमारी पॉलिसी का हिस्सा बनाते हैं, वो हमारे governance का हिस्सा बनाते हैं, और इसलिए आप जो समय दे करके ये जो मंथन में जुड़ते हैं, वो अमृत हैं। हमारे देश में हम हमारे भविष्य को और अधिक उज्ज्वल बनाने के लिए काम में लेते हैं, और इसलिए आपका योगदान हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आपका एक-एक शब्द हमारे लिए मूल्यवान है। आपके विचार आपका अनुभव ये हमारी पूंजी है। मैं फिर एक बार आप सबके इस योगदान के लिए आपका धन्यवाद करता हूँ, मैं इस प्रयास के लिए एन के सिंह और उनकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। बहुत-बहुत शुभकामनाएँ, धन्यवाद !