कावेरी नदी के पानी वितरण को लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु में जो स्थिति पैदा हुई है वह काफी दुखद है: प्रधानमंत्री
हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। प्रजातंत्र में संयम और आपसी बातचीत से ही समाधान निकाला जाता हैः प्रधानमंत्री
पिछले दो दिनों से जारी हिंसा और आगजनी से केवल गरीबों और देश की सम्पत्ति का नुकसान हो रहा है: प्रधानमंत्री
मैं कर्नाटक और तमिलनाडु की जनता से संवेदनशीलता दिखाने और अपनी नागरिक जिम्मेदारियों को भी ध्यान में रखने की अपील करता हूंः नरेंद्र मोदी

प्रिय, भाईयों और बहनों

कावेरी नदी के पानी वितरण को लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु में जो स्थिति पैदा हुई है वह काफी दुखद है। मैं पैदा हुई परिस्थितियों से व्यक्तिगत रूप से काफी दुखी हूं। हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकती। प्रजातंत्र में किसी भी समस्या का समाधान संयम और आपसी बातचीत के माध्यम से ही निकाला जा सकता है।

इस समस्या का समाधान केवल कानूनी दायरे के अंतर्गत ही निकाला जा सकता है। कानून तोड़ना इस समस्या का विकल्प नहीं हो सकता। पिछले दो दिनों से जारी हिंसा और आगजनी से केवल गरीबों और देश की सम्पत्ति का नुकसान हो रहा है।

देश में जब भी इस तरह के हालात उत्पन्न हुए हैं, देश के अन्य हिस्सों की जनता की तरह ही कर्नाटक और तमिलनाडु की जनता ने भी ऐसे मामलों को संवेदनशीलता के साथ सामना किया है। मैं दोनों राज्यों की जनता से संवेदनशीलता दिखाने और अपनी नागरिक जिम्मेदारियों को भी ध्यान में रखने की अपील करता हूं।

मुझे विश्वास है कि आप राष्ट्र हित और राष्ट्र निर्माण को किसी भी चीज से ऊपर रखेंगे, और संयम, सद्भाव, समस्या के समाधान, हिंसा को खत्म करने, विनाश और आगजनी को रोकने को प्राथमिकता देंगे।

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पीएम मोदी ने किसानों के महत्व पर जोर देते हुए संस्कृत सुभाषितम साझा किया
December 23, 2025

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक संस्कृत सुभाषितम साझा किया-

“सुवर्ण-रौप्य-माणिक्य-वसनैरपि पूरिताः।

तथापि प्रार्थयन्त्येव किसानान् भक्ततृष्णया।।"

सुभाषितम का तात्पर्य है कि सोना, चांदी, माणिक और उत्तम वस्त्र होने के बावजूद भी लोगों को भोजन के लिए किसानों पर निर्भर रहना पड़ता है।

प्रधानमंत्री ने अपनी एक्स पोस्ट पर लिखा;

“सुवर्ण-रौप्य-माणिक्य-वसनैरपि पूरिताः।

तथापि प्रार्थयन्त्येव किसानान् भक्ततृष्णया।।"