प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज हूल दिवस के पावन अवसर पर भारत के जनजातीय समुदायों के अदम्य साहस और असाधारण वीरता को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। ऐतिहासिक संथाल क्रांति का स्‍मरण करते हुए प्रधानमंत्री ने सम्मानित स्वतंत्रता सेनानियों- सिदो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो के साथ-साथ अनगिनत वीर जनजातीय शहीदों की चिरस्थायी विरासत को नमन किया, जिन्होंने औपनिवेशिक उत्पीड़न के खिलाफ़ अपने प्राणों की आहुति दी।

एक्स पर अपनी एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने लिखा:

“हूल दिवस हमें अपने आदिवासी समाज के अदम्य साहस और अद्भुत पराक्रम की याद दिलाता है। ऐतिहासिक संथाल क्रांति से जुड़े इस विशेष अवसर पर सिदो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो के साथ ही उन सभी वीर-वीरांगनाओं का हृदय से नमन और वंदन, जिन्होंने विदेशी हुकूमत के अत्याचार के खिलाफ लड़ते हुए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। उनकी शौर्यगाथा देश की हर पीढ़ी को मातृभूमि के स्वाभिमान की रक्षा के लिए प्रेरित करती रहेगी।”

“ᱦᱩᱞ ᱢᱟᱦᱟ ᱫᱚ ᱟᱵᱚ ᱟᱹᱫᱤᱵᱟ.ᱥᱤ ᱥᱟᱶᱛᱟ ᱨᱮᱭᱟᱜ ᱫᱤᱞ ᱫᱟᱲᱮ ᱟᱨ ᱦᱟᱦᱟᱲᱟᱜ ᱵᱤᱨᱚᱛᱛᱚ ᱨᱮᱭᱟᱜ ᱠᱟᱛᱷᱟᱭ ᱩᱭᱦᱟᱹᱨ ᱟᱵᱚᱱᱟ ᱾ ᱱᱟᱜᱟᱢᱟᱱᱟᱜ ᱥᱟᱱᱛᱟᱞ ᱦᱩᱞ ᱥᱟᱶᱛᱮ ᱥᱟᱹᱜᱟᱹᱭ ᱟᱱ ᱱᱚᱣᱟ ᱟᱠᱷᱲᱟ ᱨᱮ ᱟᱞᱮ ᱥᱤᱫᱩ,ᱠᱟᱱᱦᱩ,ᱪᱟᱸᱫᱽ ᱵᱷᱟᱭᱨᱳ ᱟᱨ ᱯᱷᱩᱞᱳᱼᱡᱷᱟᱱᱳ ᱛᱮᱠᱚ ᱤᱝᱨᱮᱡᱽ ᱵᱤᱨᱩᱫᱷ ᱨᱮ ᱡᱤᱣᱤ ᱠᱚ ᱟᱞᱟᱭ ᱞᱮᱫ ᱥᱟᱱᱟᱢ ᱥᱟᱦᱚᱥᱟᱱ ᱵᱤᱨᱵᱟᱱᱴᱟ ᱟᱨ ᱦᱩᱞᱜᱟᱹᱨᱤᱭᱟᱹ ᱠᱚ ᱜᱩᱱᱢᱟᱱ ᱥᱟᱞᱟᱜ ᱜᱚᱰ ᱟᱨ ᱡᱚᱦᱟᱨ ᱞᱮ ᱪᱟᱞ ᱟᱠᱚ ᱠᱟᱱᱟ ᱾ ᱩᱱᱠᱩ ᱠᱚᱣᱟᱜ ᱠᱟ.ᱦᱱᱤ ᱛᱟᱭᱚᱢ ᱫᱟᱨᱟᱢ ᱫᱤᱥᱚᱢᱨᱮᱱ ᱥᱟᱱᱟᱢ ᱯᱚᱯᱚᱝᱲᱟ ᱜᱮ ᱫᱤᱥᱚᱢ ᱨᱮᱭᱟᱜ ᱢᱟᱹᱱ ᱨᱩᱠᱷᱤᱭᱟᱹ ᱞᱟᱜᱤᱫ ᱵᱷᱚᱨᱥᱟᱭ ᱡᱚᱜᱟᱣ ᱟᱠᱚᱣᱟ ᱾”

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प्रधानमंत्री ने योद्धाओं की विनम्रता और निस्वार्थ साहस को दर्शाते हुए संस्कृत सुभाषितम साझा किया
December 16, 2025

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक संस्कृत सुभाषितम साझा किया-

“न मर्षयन्ति चात्मानं
सम्भावयितुमात्मना।

अदर्शयित्वा शूरास्तु
कर्म कुर्वन्ति दुष्करम्।”

यह संस्कृत सुभाषितम् दर्शाता है कि सच्चे योद्धा अपनी प्रशंसा करना उचित नहीं समझते और बिना कुछ कहे कठिन व चुनौतीपूर्ण कार्यों को पूरा करते रहते हैं।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा:

“न मर्षयन्ति चात्मानं
सम्भावयितुमात्मना।

अदर्शयित्वा शूरास्तु
कर्म कुर्वन्ति दुष्करम्।।”