Our alliance is with the 'Janata Janardan', says PM Modi in Chandauli, UP

Published By : Admin | March 4, 2022 | 11:44 IST
Policy, Intentions, Loyalty & Leadership: PM Modi on how BJP is winning the hearts of the people of UP
During 2012-17, only 1 house in urban areas of Jaunpur was built, under BJP government since 2017, 30,000 houses have been sanctioned and 15000 have already been built: PM Modi
The aspirations of all people living in UP can only be realised through the efforts of the Double Engine Sarkar: PM Modi in Jaunpur
Opposition remembers Maharaja Suheldev during elections only. We don't do vote bank politics: PM Modi in Chandauli

भारत माता की जय

धान क कटोरा चंदौली के सभी लोगन के परणाम! बाबा कीनाराम, आ लाल बहादुर शास्त्री जी के धरती, चंदौली के सप्रेम नमन! चंदौली की धरती ने आज़ादी से लेकर राष्ट्रनिर्माण तक, हमारी संस्कृति और राष्ट्र की सुरक्षा तक कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिसमें अपना महत्वपूर्ण योगदान न दिया हो। इस योगदान को हमारी सरकार ने सम्मान भी दिया है और उसको रोज़गार की, पर्यटन और तीर्थाटन की संभावनाओं से भी जोड़ा है। आप देखिए, चंदौली में जो मेडिकल कॉलेज बन रहा है, वो मेडिकल कॉलेज बाबा कीनाराम जी के नाम से बन रहा है।

रामगढ़ में बाबा कीनाराम के धाम को सुंदर और भव्य बनाया जा रहा है। ताकि यहां अधिक से अधिक श्रद्धालु आ सकें। वाराणसी-चंदौली सीमा पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की विशाल मूर्ति बाग और संग्रहालय भी टूरिज्म को बहुत बल देने वाले हैं। हमारी सरकार ही है जो महाराजा सुहेलदेव के योगदान को पूरे देश में लेकर गई है। वरना पहले वो भी एक जमाना था, ये घोर परिवारवादियों को महाराजा सुहेलदेव सिर्फ और सिर्फ चुनावों के दौरान ही याद आते थे। घोर परिवारवादियों और घनघोर राष्ट्रभक्तों के बीच यही अंतर होता है। वो अपमान करना उपेक्षा करना बराबर जानते हैं। लेकिन हम आपकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मेहनत करना जानते हैं।

भाइयो और बहनो,

बीते 7 सालों में भाजपा ने देश की राजनीति को बदलने वाले कई महत्वपूर्ण काम किए हैं, लेकिन मैं दो बातों का जिक्र करना चाहता हूं। एक काम, हमने वोटबैंक की पॉलिटिक्स के बजाय, जात-पात के भेदभाव के बजाय, मेरा जिला-तेरा जिला, मेरा क्षेत्र-तेरा क्षेत्र, पश्चिमी यूपी, पूर्व यूपी, मध्य यूपी, ये सारे भेद मिटाकर के सिर्फ और सिर्फ सबका साथ, सबका विकास की राजनीति को हमने केंद्र में रखा है। दूसरा ये कि कोरी घोषणाओं के बजाय हमने सरकारी योजनाओं को उन लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रयास किया है, जिनके वो हकदार हैं।

और जिनको सरकार की योजनाओं की सबसे अधिक ज़रूरत है। हम जानते हैं पहले छोटी-छोटी ज़रूरतों के लिए नेताओं के, सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे। हमने गरीबों के बैंक खातों में सीधे पैसा भेजना शुरू कर दिया। आप देखिए- पीएम किसान का पैसा- सीधे आपके बैंक खाते में। बच्चों के वजीफे का पैसा- सीधा आपके बैंक खाते में। गैस सब्सीडी का पैसा- सीधे आपके बैंक खाते में। पेंशन का पैसा- सीधे आपको बैंक खाते में। यही सुशासन है जो आपके एक-एक वोट ने सुनिश्चित किया है। इस बार भी आपका हर वोट, यूपी में सुशासन वाली सरकार की वापसी कराएगा।

साथियो,

ये घोर परिवारवादी अभी भी, कुछ नेताओं और माफिया से गठबंधन की पुरानी राजनीति में ही अटके पड़े हैं। हमारा गठबंधन जनता से होता है। होता है कि नहीं होता है...होता है कि नहीं होता है। और ये गठबंधन पक्का होता है कि नहीं होता है। दूर-दूर तक पहुंचने वाला होता है कि नहीं होता है। और इसलिए हमारा गठबंधन जनता-जनार्दन से होता है। भाजपा का गठबंधन- चंदौली के उन लाखों लाख गरीब, दलित, पिछड़े भाई-बहनों से है, जिनको इस कोरोना काल में हमने भूखे पेट सोने नहीं दिया। गरीब के घर में चूल्हा जलता रहे..गरीब का बच्चा रात को भूखा न सो जाए..इसलिए पिछले 2 साल से हम मुफ्त राशन सुनिश्चित कर रहे हैं।

भाजपा का गठबंधन- चंदौली के हर नागरिक से है, जिसके जीवन की हमें चिंता थी, जिसे हमने कोरोना का मुफ्त टीका लगाया, सबको लगाया, तेज़ी से लगाया। आपका टीका लगा है क्या..दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बताइये...आपका टीका लगा है क्या आप सबको टीका लगा है। आपको टीका लगाने का पैसा देना पड़ा क्या। पैसा देना पड़ा क्या। जेब से एक रुपया भी देना पड़ा क्या। इसीलिए तो मेरा और आपका गठबंधन है। भाजपा का गठबंधन- चंदौली के उन 14 हज़ार गरीब परिवारों से है, जिनके पक्के घर के सपनों को पूरा करने के लिए हमने दिन रात मेहनत की।

भाइयो और बहनो,

जब 14 हजार गरीब गरीब परिवारों को पक्के घर मिलें। मतलब एक-एक परिवार लखपति हो गया। आज घर की कीमत देखें और जब घर बनता है। भाइयो और बहनो, घर तो गरीब के लिए बनता है, लेकिन जब घर बनता है तो ईंटें किसके यहां से खरीदते हैं...मध्यम वर्ग के परिवार के हाथ से। सीमेंट किसके हाथ से खरीदते हैं..मध्यम वर्ग की दुकान से। लकड़ी के सामान की जरूरत पड़े किससे खरीदते हैं मध्यम वर्ग की दुकान से और जब मकान बनता है मजदूरी भी मिलती है। नौजवानों को काम भी मिलता है। भाइयो और बहनो, सिर्फ गरीब को मकान मिलता है...इतना ही नहीं उस मकान बनाने की पूरी प्रक्रिया में यहां के मध्यम वर्ग के लोगों की रोजी-रोटी को भी ताकत मिलती है।

भाइयो और बहनो

भाजपा का गठबंधन- चंदौली की उन पौने 2 लाख गरीब बहन-बेटियों से है, जिनके चूल्हे से निकलता धूआं हमें तकलीफ देता था, जिनको हमने मुफ्त गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाया। भाजपा का गठबंधन- चंदौली के उन लाखों गरीब, दलित, पिछड़े साथियों से है, जिनकी सेहत की हमें चिंता थी, जिन्हें हमने 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज वाली आयुष्मान योजना की सुविधा दी।

भाइयो और बहनो,

मैं भी आपकी तरह एक बहुत सामान्य परिवार से आता हूं। और जो आप अनुभव करते हैं वो मैं अनुभव करके आया हूं। हमने देखा है..गरीब परिवार में किसी भी परिवार में अगर कोई गंभीर बीमारी आ जाए तो उस परिवार के सारे सपने चूर-चूर हो जाते हैं। और घर में मां अगर बीमार हो गई तो कभी परिवार को बताती नहीं है कि मुझे दर्द हो रहा है...मुझे पीड़ा हो रही है। वो परिवार को नहीं बताती है। पीड़ा झेलती है क्योंकि उसके मन में रहता है कि अगर बीमारी का बच्चों को पता चलेगा तो वो डॉक्टर के पास ले जाएंगे...खर्चा होगा बच्चों के सिर पर कर्ज लग जाएगा।

इसलिए मां जीवनभर पीड़ा सहन करती है। पर बच्चों के सिर पर बोझ नहीं होने देती है। ये मेरे देश की माताएं हैं। ये मेरे देश की बहनें हैं। भाइयो और बहनो, आप मुझे बताइये क्या ऐसी माताओं को पीड़ा में रहने दूं क्या। उनको पीड़ा सहने दूं क्या। मुझे पीड़ा से बाहर निकालना चाहिए कि नहीं निकालना चाहिए। इन परिवारों को आरोग्य की सेवा देनी चाहिए कि नहीं देनी चाहिए। क्या पहले की सरकारों का ये काम था कि नहीं था। क्या तब लोग बीमार नहीं पड़ते थे क्या। उनको परवाह ही नहीं थी। हमने पांच लाख रुपये तक बड़े से बड़े अस्पताल में जाकर भी उपचार कराएं...पांच लाख रुपये तक का खर्चा मोदी करेगा मेरे भाइयो।

भाइयो और बहनो,

भाजपा का गठबंधन- चंदौली के हर गांव के, हर परिवार की बहनों से है, जिनकी गरिमा की रक्षा के लिए हमने पहले शौचालय बनाए और अब नल से जल देने के लिए हम तेज़ गति से काम कर रहे हैं। इस मज़बूत गठबंधन के आगे घोर परिवारवादियों का मिलावटी गठबंधन एक पल भी नहीं ठहर सकता। ठहर सकता है क्या। ठहर सकता है क्या। यूपी चुनाव के हर चरण में लगातार यही दिखाई दे रहा है...जो खबरें आ रही हैं घोर परिवारवादियों का यूपी की जनता ने पत्ता साफ कर दिया है। यहां भी करोगे ना...यहां भी करोगे ना। इस चरण में भी। आज जो मतदान चल रहा है वहां से खबरें यही आ रही हैं और आप तो ये रैली देखकर मैं ये कह सकता हूं कि आपने तो उनका सफाया करना तय कर लिया है।

भाइयो और बहनो,

घोर परिवारवादियों का लक्ष्य सत्ताभोग है, इसलिए वो समाज में बंटवारे की राजनीति करते हैं। हमारा लक्ष्य राष्ट्रनिर्माण का है, इसलिए सबको साथ लेकर, हम सेवाभाव से काम पूरा करते हैं। बीते 5 साल में चंदौली में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया जैसे हर इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेजी से काम हुआ है। एक्सप्रेसवे के काम होने से.. आगे बढ़ाते हुए, इस साल के बजट में काशी-कोलकाता एक्सप्रेसवे के लिए भी बजट का प्रावधान किया गया है। इस एक्सप्रेसवे से यहां अनेकों रोज़गार चंदौली में बनेंगे। जब ये पूरा होगा तो यहां के किसानों के फल-सब्ज़ी तेज़ी से दिल्ली से लेकर कोलकाता तक के अनेक बाज़ारों तक पहुंच पाएंगे।

भाइयो और बहनो,

घोर परिवारवादियों ने सिर्फ अपने परिवार का, अपने नाते-रिश्तेदारों और उनके माफिया दोस्तों का ही ध्यान रखा। इन लोगों ने इतनी समृद्ध विरासत वाले चंदौली को पिछड़े होने का टैग लगा दिया था। भाजपा सरकार, गरीबों-शोषित-पीड़ित-वंचित के लिए काम करती है, उनकी सेवा करती है। इसलिए आज चंदौली जिला विकास के मामले में कई क्षेत्रों से बेहतर कर रहा है।

साथियो,

हम किसानों की आवश्यकताओं का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं। घोर परिवारवादी जब सत्ता में थे तो चंदौली के सिर्फ 12 हज़ार किसानों से गेहूं और धान की खरीद की जाती थी। सिर्फ 12 हजार। लेकिन योगी जी की सरकार ने करीब-करीब 50 हजार किसानों से धान और गेहूं खरीदा गया है। ये जितनी भी खरीद हो रही है, उसका पैसा सीधा किसानों के बैंक खाते में जमा रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि के लगभग 400 करोड़ रुपये...आप कल्पना कीजिए हमारे चंदौली में पीएम किसान सम्मान निधि के 400 करोड़ रुपये सीधे यहां के किसानों के बैंक खाते में गए हैं।

इसका बहुत बड़ा लाभ ये मेरे चंदौली के 2 लाख से अधिक छोटे किसानों को इसका लाभ मिला है। डबल इंजन सरकार विज्ञान से कैसे किसान की समृद्धि के रास्ते बना रही है, इसका बड़ा उदाहरण चंदौली का काला चावल है। सरकार के प्रयासों की वजह से आज चंदौली के किसान को काले चावल के तीन सौ-चार सौ रुपए प्रति किलो तक आज मिल रहे हैं।

भाइयो और बहनो,

कितनी भी सुविधा हो, कितनी भी समृद्धि हो, जहां मान-सम्मान और जीवन खतरे में होगा, वहां विकास संभव ही नहीं होता। आपने 5 साल पहले ऐसे ही दिन झेले हैं। अराजकता, गुंडागर्दी, थानों-स्कूलों-सरकारी विभागों में भाई-भतीजावाद, इसके सबसे बड़े भुग्तभोगी हमारे गरीब, दलित, पिछड़े परिवार होते हैं, बहन-बेटियां होती हैं। जब गरीब की सुनवाई नहीं होती, जब ट्रांस्फर-पोस्टिंग के नाम पर कर्मचारियों का, शिक्षकों का शोषण होता है, तो वो कैसे आगे बढ़ेंगे। इसलिए यूपी आज कानून के राज को, नियमों के राज को ही प्राथमिकता दे रही है। 10 मार्च के बाद यूपी के विकास का ये अभियान और तेज किया जाएगा।

भाइयो और बहनो,

इस बार की होली 10 मार्च से ही शुरु हो जाएगी। पूरा यूपी 10 मार्च को ही रंग वाली होली मनाने वाला है। भाइयो और बहनो, मैं जब आज इतनी बड़ी रैली देख रहा हूं। दूर-दूर मैं देख रहा हूं, कितने दूर मुझे लोग नजर आ रहे हैं। वहां ऊपर भी नजर आ रहे हैं। अब इतनी बड़ी रैली हो गई तो आपको तो बड़ा लगता होगा ना मोदी जी आ गए। केशव जी आ गए। इतनी बढ़िया रैली हो गई। अब तो बस सो जाओ। ऐसा करोगे। कितना बढ़िया हो गया। सो जाओ ऐसा करोगे। क्या करोगे। अच्छा बताइये मेरा एक काम करोगे।

दोनों हाथ ऊपर करके सब के सब लोग बताइये करोगे। मेरा एक काम करोगे। पक्का करोगे। घर-घर जाओगे। लोगों से मिलोगे और मेरी तरफ से...ये मेरी दिली इच्छा है...करोगे ना। और आप चुनाव के काम में हो। बहुत काम रहता है। इसके बीच में आपको काम देने आया हूं करोगे ना। चुनाव के बीच में भी करोगे ना। देखिए मतदान पूरा होने के पहले हर घर जाइये। उनको प्रणाम पहुंचा दीजिए। पहुंचा देंगे। उनको कहेंगे मोदी जी ने प्रणाम भेजा है। कहेंगे...पक्का। देखिए ज्यादा से ज्यादा मतदान करावइये कमल के निशान पर, कप-प्लेट पर और भोजन भरी थाली पर। भारतीय जनता पार्टी के साथियों समेत पूरे एनडीए को विजयी बनाइये।

आपको मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

भारत माता की जय

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PM Modi visits under-construction Bullet Train Station at Surat, Gujarat; reviews Progress of Mumbai–Ahmedabad High-Speed Rail Corridor
November 16, 2025
PM interacts with team of India’s first Bullet train project
PM highlights Importance of Documenting Learnings from Bullet Train Execution
PM emphasises that when the feeling arises of working for the nation and contributing something new, it becomes a source of immense motivation

Prime Minister Shri Narendra Modi visited the under-construction Bullet Train Station at Surat in Gujarat yesterday and reviewed the Progress of Mumbai–Ahmedabad High-Speed Rail Corridor. He also interacted with the team of India’s first Bullet train project and enquired about the progress of the project, including adherence to speed and timetable targets. Workers assured him that the project was advancing smoothly without any difficulties.

An engineer from Kerala shared her experience of working at the Noise Barrier Factory in Navsari, Gujarat, where robotic units are being deployed for welding rebar cages. Shri Modi asked her how she personally perceived the experience of building India’s first Bullet Train, and what they share with their families about this historic achievement. She expressed pride in contributing to the nation’s first Bullet Train, describing it as a “dream project” and a “proud moment” for her family.

Reflecting on the spirit of national service, the Prime Minister emphasised that when the feeling arises of working for the nation and contributing something new, it becomes a source of immense motivation. He drew a parallel with India’s space journey, recalling how the scientists who launched the country’s first satellite must have felt, and how today hundreds of satellites are being launched.

Another employee, Shruti from Bengaluru, serving as Lead Engineering Manager, explained the rigorous design and engineering control processes. She highlighted that at every stage of execution, her team evaluates pros and cons, identifies solutions, and explores alternatives to ensure flawless implementation.

Prime Minister Shri Modi remarked that if the experiences gained here are recorded and compiled like a Blue Book, the country can move decisively towards large-scale implementation of bullet trains. He emphasized that India must avoid repeated experimentation and instead replicate the learnings from existing models. Shri Modi highlighted that replication will only be meaningful if there is a clear understanding of why certain actions were taken. Otherwise, he cautioned, replication may occur without purpose or direction. He suggested that maintaining such records could benefit future students and contribute to nation-building. “We will dedicate our lives here and leave behind something valuable for the country,” the Prime Minister affirmed.

An employee expressed his commitment in heartfelt words through a poem to which the Prime Minister lauded his dedication and responded with appreciation.

Union Minister Shri Ashwini Vaishnaw was present during the visit.

Background

Prime Minister visited the under-construction Bullet Train Station in Surat to review the progress of the Mumbai–Ahmedabad High-Speed Rail Corridor (MAHSR) — one of India’s most ambitious infrastructure projects symbolizing the nation’s leap into the era of high-speed connectivity.

The MAHSR spans approximately 508 kilometres, covering 352 km in Gujarat and Dadra & Nagar Haveli, and 156 km in Maharashtra. The corridor will connect major cities including Sabarmati, Ahmedabad, Anand, Vadodara, Bharuch, Surat, Bilimora, Vapi, Boisar, Virar, Thane, and Mumbai, marking a transformative step in India’s transportation infrastructure.

Built with advanced engineering techniques on par with international standards, the project features 465 km (about 85% of the route) on viaducts, ensuring minimal land disturbance and enhanced safety. So far, 326 km of viaduct work has been completed, and 17 out of 25 river bridges have already been constructed.

Upon completion, the Bullet Train will reduce travel time between Mumbai and Ahmedabad to nearly two hours, revolutionizing inter-city travel by making it faster, easier, and more comfortable. The project is expected to boost business, tourism, and economic activity along the entire corridor, catalyzing regional development.

The Surat–Bilimora section, covering around 47 km, is in an advanced stage of completion, with civil works and track-bed laying fully completed. The design of the Surat station draws inspiration from the city’s world-renowned diamond industry, reflecting both elegance and functionality. The station has been designed with a strong focus on passenger comfort, featuring spacious waiting lounges, restrooms, and retail outlets. It will also offer seamless multi-modal connectivity with the Surat Metro, city buses, and the Indian Railways network.