You have given me the opportunity to serve the country many times. Now, I urge you to give me an opportunity to work for Delhi as well: PM Modi
I assure you that as soon as we form the government in Delhi, we will take strict action against AAP-da’s corruption: PM Modi in Dwarka
AAP-da’s dislike for Haryana is evident in their actions, blaming Haryana’s farmers for Delhi’s pollution issues & now accusing it of polluting the Yamuna River: PM
They don’t want to use public money to benefit the people. Instead, they are spending a lot on advertisements, says PM Modi while slamming AAP

भारत माता की, भारत माता की।

साथियों,

दिल्ली में वोटिंग होने में अब बस 5 दिन बचे हैं। आप सभी इतनी बड़ी संख्या में भाजपा के उम्मीदवारों को आशीर्वाद देने आए हैं। हम सभी दिल्ली के लोगों के बहुत-बहुत आभारी हैं। दिलवालों की दिल्ली ने ठान लिया है, आपदा वालों को भगाना है, इस बार भारी बहुमत से भाजपा सरकार बनाना है।

साथियों,

जब भी द्वारका आता हूं, भगवान श्रीकृष्ण की द्वारिका नगरी की याद आना बहुत स्वभाविक है। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे गुजरात में द्वारिका की सेवा का मौका मिला। और यहां दिल्ली में द्वारका की सेवा का भी अवसर मिला है। भाजपा, दिल्ली को जितना आधुनिक बनाना चाहती है, उसकी एक झलक यहां द्वारका में दिखती है। केंद्र सरकार ने यहां भव्य यशोभूमि का निर्माण करवाया। यशोभूमि की वजह से यहां द्वारका के, दिल्ली के हजारों नौजवानों को किसी ना किसी तरह का रोजगार मिला है। इससे यहां लोगों का बिजनेस बढ़ा है। यशोभूमि के बाद यहां रीयल एस्टेट बाजार में भी जबरदस्त उछाल आया है।

साथियों,

आने वाले समय में ये पूरा क्षेत्र, एक प्रकार से स्मार्ट शहर होगा। यहां पूरी दुनिया से लोग आएंगे, टूरिज्म, व्यापार-कारोबार, सबकुछ फलेगा-फूलेगा। यहां केंद्र की भाजपा सरकार जो भारत वंदना पार्क बना रही है, ये भी पूरे देश के लिए एक मॉडल होने वाला है। विकसित भारत की राजधानी ऐसी ही होनी चाहिए। पूरी दिल्ली में ऐसा ही विकास होना चाहिए। दिल्ली शहर ही नहीं, दिल्ली देहात के गांव भी, देश के गांवों के लिए मॉडल बनें, ऐसा विकास भाजपा करेगी। और इसी विश्वास के साथ, आज दिल्ली एक सुर में कह रही है— अबकी बार....भाजपा सरकार। अबकी बार.... अबकी बार....।

साथियों,

दिल्ली को केंद्र और राज्य सरकार की डबल इंजन वाली सरकार चाहिए। आपने पहले कितने ही साल कांग्रेस को देखा। फिर दिल्ली पर आप-दा वालों ने कब्जा कर लिया। आपने मुझे देश की सेवा करने का बार-बार अवसर दिया है। अब आप मुझे डबल इंजन सरकार बनाकर, दिल्ली की सेवा करने का भी मौका दें। मैं गारंटी देता हूं, दिल्ली के विकास में भाजपा सरकार कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।

साथियों,

बीते 11 साल में आप-दा ने सबके साथ सिर्फ लड़ाई-झगड़ा ही किया है। ये आपदा वाले केंद्र सरकार से लड़ते हैं। ये हरियाणा वालों से लड़ते हैं। ये यूपी वालों से लड़ते हैं। ये केंद्र सरकार की योजनाएं यहां लागू नहीं होने देते। दिल्ली में यही आपदा वाले रहे तो दिल्ली विकास में पिछड़ती चली जाएगी। दिल्लीवासियों दिल्ली में तकरार वाली नहीं, तालमेल वाली सरकार चाहिए। ताकि मिलजुल करके दिल्ली की हर बड़ी समस्या का समाधान हो सके।

साथियों,

हमें मिलकर दिल्ली को लूट और झूठ की आप-दा से मुक्त कराना है। आपदा वालों ने दिल्ली को अपनी राजनीति चमकाने का ATM बना दिया है। आपदा वालों ने दिल्ली का पैसा निचोड़ लिया है, लूट लिया है। दिल्ली में घोटाले करके, ये आपदा वाले कालेधन से देश के दूसरे राज्यों में राजनीति चमकाते हैं। जब दूसरे राज्यों में चुनाव लड़ने के लिए इन्हें पैसा चाहिए होता है। ये दिल्ली के लोगों की जेब में डाका डालना शुरू कर देते हैं। इसलिए दिल्ली के लोगों को अब सावधान होने में देर नहीं करनी चाहिए। जितना जल्दी हो सके इससे मुक्ति पा लीजिए। औऱ मैं आज एक बार फिर डंके की चोट पर कह रहा हूं, दिल्ली में भाजपा सरकार बनते ही, आपदा के भ्रष्टाचार पर और कड़ा प्रहार होगा। जिन्होंने दिल्ली को लूटा है, उन्हें लौटाना ही पड़ेगा। विधानसभा के पहले सत्र में ही, CAG की रिपोर्ट टेबल पर रखी जाएगी। इस CAG रिपोर्ट में आपदा सरकार के घोटालों का जिक्र है और वो इसे दबाकर बैठी है।

साथियो,

मुझपर भरोसा कीजिए, मैंने दिल्ली के मिजाज को देखा है, दिल्ली के मतदाताओं का उत्साह-उमंग देखा है। दिल्लीवासियों के दिल में आपदा वालों के प्रति जो भयंकर नफरत है, वो मैं देख रहा हूं। और इसलिए कहता हूं, बस अब कुछ ही दिन बाकी हैं, आप-दा सरकार का कच्चा चिट्ठा, फ्रॉडबाजी करते हैं, झूठ फैलाते हैं। आजकल ये लोग झुग्गियों में जा-जाकर भांति-भांति के झूठ फैला रहे हैं। और पता नहीं तीन-चार बीच में अभी है, ऐसा कोई झूठ का बम फोड़ देंगे, क्योंकि उनको वही तरीका आता है। सच ये है कि मोदी सरकार जहां झुग्गी है, वहीं पर पक्का मकान बनाकर दे रही है। और सिर्फ चार दीवारें नहीं, ऐसा घर जिसमें अपना टॉयलेट, अपना नल, नल से जल, मुफ्त गैस कनेक्शन सबकुछ होगा। आज दिल्ली में कई क्लस्टर्स में अच्छे घरों का निर्माण चल रहा है। सैकड़ों परिवारों को नए घर मिल चुके हैं। दिल्लीवासी अब तो आप भी मुझे भली भांति जानते हैं। मेरा अपना तो कोई घर नहीं है, लेकिन मेरा सपना है कि मैं हर गरीब पक्का घर दूं। लेकिन यहां की आपदा सरकार, पूरी ताकत से जुटी हुई है कि आपको पक्के घर न मिल पाएं। मैं देश और दिल्ली की युवा पीढ़ी से कहना चाहता हूं आपके मां-बाप ने जिन मुसीबतों को झेला है, मैं नहीं चाहता हूं कि आप अपने बच्चों को भी वही मुसीबतें विरासत में देकर के जाएं। और इसलिए दिन-रात मेहनत करके हम जो घर बनाते भी हैं, वो घर गरीबों को सौंपने की आखिरी प्रक्रिया, जब दिल्ली सरकार को पूरी करनी होती है, लेकिन आप-दा वाले आज भी केंद्र सरकार के बनाए हुए हजारों घर दिल्ली के गरीबों को नहीं सौंपते। गरीबों के प्रति कितनी नफरत है। बने-बनाए घर बर्बाद हो रहे हैं, और दूसरी तरफ अपने लिए करोड़ों का शीशमहल बनवाने वालों को गरीब का ये दर्द कभी समझ नहीं आएगा। गरीबों को घर के लिए यहां भाजपा की सरकार बननी जरूरी है। हमारी सरकार में यहां दिल्ली में गरीबों को घर देने का काम डबल रफ्तार से पूरा किया जाएगा। इसलिए, आज आप भी, इस चुनाव के दरम्यान जहां भी जाएं तो मेरी तरफ से एक बात कह देना, कहीं पर कच्चा घर, झुग्गी-झोपड़ी नजर आ रही है उसको जाकर कह देना, और मेरे लिए तो आप ही मोदी हैं। आप मेरी तरफ से कह देना की मोदी की गारंटी है, दिल्ली में भाजपा सरकार बनी तो मोदी आपका घर भी जरूर पक्का बनाकर देगा।

साथियों,

हार के डर से बौखलाए ये आप-दा वाले, किसी भी हद तक गुज़र सकते हैं। आज दिल्ली में पानी की कमी, गंदा पानी, यमुना की सफाई ये बहुत बड़ा मुद्दा बन चुका है। आप-दा के लोग जहां भी वोट मांगने जा रहे हैं, लोग इनसे पानी का हिसाब मांग रहे हैं। जनता का आक्रोश देखकर, इन आप-दा वालों ने सफेद झूठ बोलना शुरू कर दिया है। ये आप-दा वाले हरियाणा से नफरत करते हैं। ये तो हम सबको पता है और अपनी नफरत में ये लगातार नीचे ही गिरते जा रहे हैं। जब दिल्ली में प्रदूषण होता है, तो ये हरियाणा के किसानों को गालियां देते हैं। अब आप-दा वालों ने हरियाणा के लोगों पर पानी में ज़हर मिलाने का आरोप लगाया है। दुनिया को गीता का ज्ञान देने वाली धरती के लोगों पर आप-दा वालों ने ऐसा घिनौना आरोप लगाया है। इतनी ज़हरीली राजनीति देश ने कभी नहीं देखी। आप-दा वालों को लाज-शर्म कुछ नहीं है। मैं तो दिल्लीवालों से आग्रह करुंगा कि आप सतर्क रहें, ये वोटिंग से पहले अपने झूठ को सिद्ध करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

साथियों,

भारत की नदियां हमारी सभ्यता की जीवनधारा रही हैं। हमारे इतिहास, हमारी अर्थव्यवस्था और हमारी संस्कृति ने सदियों से नदी के तटों पर बड़ी प्रगति की है। यमुना जी केवल एक नदी नहीं हैं, ये भारत की आध्यात्मिक और आर्थिक शक्ति का प्रतीक हैं। लेकिन आज आप-दा पार्टी की वजह से वो घनघोर संकट में हैं। मेरा हमेशा से विश्वास रहा है कि जहां राजनीतिक इच्छाशक्ति होती है, वहां परिवर्तन का रास्ता खुद बनता है। साथियों, मुझे गुजरात में लंबे अर्से तक मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का अवसर मिला। साबरमती नदी की दुर्दशा देखकर मेरा मन बड़ा विचलित हो जाता था। जनता के आशीर्वाद मिले, मैंने ठान लिया। साबरमती नदी को पुनर्जीवित करने का सौभाग्य मिला। एक प्रदूषित और मृतप्राय नदी को पुनर्जीवित कर हमने अमदाबाद में साबरमती के किनारे world-class riverfront बना दिया। आज साबरमती रिवरफ्रंट ने अमदाबाद शहर को भी नया जीवन दे दिया है। दिल्ली में बनने वाली भाजपा की डबल इंजन सरकार, यहां यमुना जी का भी कायाकल्प करके दिखाएगी। और दिल्लीवासियों मुझ पर भरोसा करना मुझे अनुभव है काम का, मैं खुद समय दूंगा दिल्ली सरकार को। दिल्ली में भाजपा सरकार यमुना जी को स्वच्छ बनाकर दिल्ली-एनसीआर का भविष्य बदलेगी। दिल्ली में डबल इंजन भाजपा सरकार के प्रयासों के कई चरण होंगे… पहला- यमुना का पानी स्वच्छ बनाएंगे... दूसरा- युमना के किनारे आधुनिक रीवर फ्रंट बनाएंगे और तीसरा- यमुना किनारे टूरिज्म का ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा। इतना ही नहीं, वाटर मेट्रो की भी संभावना ताकि लोगों को सुविधा हो आने-जाने में। और आप कल्पना कर सकते हैं कि एक बार इस नदी का इस प्रकार से प्लान करके विकास होगा तो आसपास एक खूबसूरत आधुनिक दिल्ली हमें नजर आने लगेगी। आज दिल्लीवासियों को घर में कोई मेहमान भी आ जाए और शाम के समय कहीं जाना है तो इंडिया गेट जाएंगे, कर्तव्यपथ पर जाएंगे, आप हमें मौका दीजिए, आप इंडिया गेट, कर्तव्य पथ को भूल जाएं, ऐसा यमुना का रिवरफ्रंट बनाकर देंगे। आप कल्पना कीजिए, एक ऐसी दिल्ली की जहां यमुना भारत की वैश्विक पहचान का प्रतीक होगी। जहां tourists और युवा एक modern economic hub देखेंगे, जहां clean water, green energy और industries साथ मिलकर एक सुनहरे भविष्य का निर्माण करेंगी। जब हम एक नदी को स्वच्छ बनाते हैं, तो हम भारत के भविष्य को स्वच्छ और समृद्ध बनाते हैं। मैं युवाओं, उद्यमियों और दिल्ली के लोगों को आमंत्रित करता हूं कि दिल्ली भाजपा के इस संकल्प का हिस्सा बनें। सदियों तक 5 फरवरी को वोट देने वालों को लोग याद करेंगे, यमुना जी बनेगी। आपको भरोसा है साथियों, यमुना जी शानदार रिवर फ्रंट बन सकता है, भरोसा है? भरोसा है? कौन करेगा? कौन करेगा? कौन करेगा? मोदी नहीं, ये आपका एक वोट करेगा, 5 तारीख को आपका एक वोट आ जाए, यमुना जी का भाग्य बदल जाएगा।

साथियों,

अन्ना आंदोलन के समय इन लोगों ने कहा था कि देश की राजनीति बदल देंगे। आज देश देख रहा है, कैसे इन लोगों ने अन्ना हजारे जी के साथ विश्वासघात किया। देश के लोगों के साथ विश्वासघात किया। आप-दा कैसे दिल्ली को बर्बाद कर रही है, इसका एक और सबूत आज मैं द्वारका से देना चाहता हूं। आज दिल्ली की सड़कें टूटी-फूटी हैं, सीवर नहीं बन पाए हैं। पानी की पाइपलाइन नहीं पहुंची, अस्पतालों में ब्लड बैंक नहीं बने, ICU की कमी है, साहिबी नदी का जो चैनल है, विकासपुरी का जो नाला है। यहां से लोग कितनी मुश्किल के साथ गुजरते हैं, ये भी हम देख रहे हैं। इन समस्याओं का एक ही कारण है- वो है, आप-दा पार्टी वालों की बदनीयत। ये टीवी पर, अखबारों में, सड़कों के किनारे, अपने चेहरे चमकाने के लिए पानी की तरह पैसा बहा रहे हैं। लेकिन आपकी गली, नाली, सीवर, सड़क, पाइपलाइन, जो उनका कतर्व्य इनको बनाने के लिए आपदा वालों को पैसा देने की फुर्सत नहीं है। अगर दिल्ली का बजट, मैं एक अनुमान लगाता हूं, आंकड़ों में, समझाने के लिए कह रहा हूं। मान लोग अगर दिल्ली का बजट 100 रुपए का है। तो ये सिर्फ 20 रुपए ही विकास के काम पर खर्च करते हैं। पिछले 4 साल में तो इंफ्रास्ट्रक्चर के बजट में इन लोगों ने कोई बढोतरी नहीं की है। इस साल भी दिल्ली में सड़क-सीवर, फ्लाईओवर, अस्पताल के लिए जो बजट था, उस पर ये कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। ये जनता के पैसे को जनता पर खर्च ही नहीं कर रहे, विज्ञापनों पर खर्च कर रहे हैं।

साथियों,

जिनके खुद के शीशमहल होते हैं। वो गरीब की झुग्गी और मिडिल क्लास के Two BHK की चिंता नहीं करते। दिल्ली में सैकड़ों अनाधिकृत कॉलोनियों को हमारी सरकार ने रेगुलर किया। मकसद ये कि अपना घर बनाने के लिए जो पैसा मिडिल क्लास परिवारों ने लगाया है, वो सुरक्षित रहे। मिडिल क्लास की प्रॉपर्टी की वैल्यू बढ़ती रहे। लेकिन ऐसी आप-दा आई है, कि इन सैकड़ों कॉलोनियों में ये सीवर तक नहीं बिछा रहे। परिणाम ये हुआ कि, जितना पैसा घऱ बनाने में लगाया, कई जगह उस घर की वैल्यू उससे भी कम हो गई है। मिडिल क्लास के इन दुश्मनों ने, ऐसी आप-दा दिल्ली को दी है।


साथियों,

भाजपा, जनता जनार्दन से मिले एक-एक पैसे की अहमियत समझती है। बीते दस साल में केंद्र की भाजपा सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर के बजट में करीब 6 गुणा वृद्धि की है। आज गरीब के पक्के घर, सड़क, बिजली, पानी, कॉलेज, अस्पताल, गैस पाइपलाइन, इंटरनेट ऐसी कई बातों पर केंद्र सरकार, एक साल में 11 लाख करोड़ रुपए खर्च करती है। यही कारण है कि, दिल्ली में भाजपा सरकार ने मेट्रो का नेटवर्क दोगुना कर दिया है। अब तो रिठाला-कुंडली मेट्रो लाइन पर भी काम शुरु हो चुका है। इससे इस क्षेत्र में जाम से बहुत राहत मिलेगी।


साथियों,

चार साल में आपदा वालों ने दिल्ली में विकास के लिए जितना बजट रखा, उतना तो केंद्र की भाजपा सरकार ने दिल्ली में सिर्फ चौड़ी सड़कें बनाने के लिए दिया है। हाईवे-एक्सप्रेसवे बनाने के लिए दे दिया है। 7 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक की लागत से दिल्ली में नई रिंग रोड बन रही है। इससे द्वारका आना-जाना और आसान होगा, ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी। रंगपुरी बाइपास से भी एयरपोर्ट की तरफ आना-जाना आसान होगा। बहुत जल्द ही द्वारका एक्सप्रेस-वे भी पूरी तरह बनकर तैयार होने जा रहा है।


साथियों,

भाजपा, विकास भी करती है और बचत भी करती है। आज देश के करोड़ों परिवारों को मुफ्त राशन मिल रहा है। इसमें दिल्ली के भी लाखों परिवार हैं, जिनका हर महीने राशन पर होने वाला खर्च बच रहा है। अब तो दिल्ली भाजपा ने, झुग्गी-बस्तियों में 5 रुपए में अच्छा और पोषक खाना देने की भी घोषणा की है। इससे भी दिल्ली के हज़ारों परिवारों का खाने पर होने वाला खर्च बचेगा।

साथियों,

भाजपा सरकार एक ऐसी योजना चला रही है, जिससे बिजली का बिल ज़ीरो होगा और बिजली से कमाई भी होगी। ये पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना है। आप अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगा सकते हैं। इसको लगाने के लिए भी 75-80 हज़ार रुपए भाजपा की केंद्र सरकार दे रही है। इससे आपको एक महीने में 300 यूनिट से ज्यादा बिजली फ्री मिलेगी।

साथियों,

गरीब और मिडिल क्लास की बचत हो, इसी संकल्प के साथ दिल्ली भाजपा ने शानदार गारंटियां दी हैं। यहां हर वर्ग को इन गारंटियों को लाभ मिलने वाला है। माताएं-बहनें तो मोदी का सुरक्षा कवच हैं। मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना के तहत हर लाभार्थी बहन को, हज़ारों रुपए मिल चुके हैं। महाराष्ट्र में लाडकी बहना योजना की लाभार्थी हर बहन के खाते में भी हज़ारों रुपए ट्रांसफर हुए हैं। मैं दिल्ली की बहनों से कहूंगा कि आप अपने बैंक से पता कर लें कि आपका फोन नंबर आपके बैंक खाते से लिंक है या नहीं। नहीं है तो लिंक करा लें ताकि आपके फोन पर भाजपा सरकार बनने के बाद मैसेज आएगा कि आपका पैसा जमा हो चुका है। भाजपा सरकार की पहली कैबिनेट में ही, बहनों के खाते में ढाई हज़ार रुपए जमा करने का फैसला क्लीयर हो जाएगा। ये मोदी की गारंटी है। जो बहनें, अन्य घरों में घरेलू काम-काज करती हैं, उनको एक्स्ट्रा मदद भी मिलेगी। उनको 10 लाख तक का बीमा और बच्चों को पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप, भाजपा सरकार देने वाली है। दिल्ली भाजपा ने कहा है कि दिल्ली की बहनों को सस्ता सिलेंडर भी मिलेगा। यानि डबल इंजन की सरकार में दिल्ली की महिलाओं का डबल फायदा होगा।

साथियों,

दिल्ली में आप-दा ने नौजवानों, सरकारी कर्मचारियों और दुकानदारों का बहुत नुकसान किया है। आप याद कीजिए, रोजगार को लेकर, नौकरियों को लेकर इन्होंने कितने सारे वादे किए थे। लेकिन आज दिल्ली में बेरोजगारी चरम पर है। आप-दा ने दिल्ली में मिडिल क्लास की कमर तोड़ दी है। दिल्ली सरकार के कर्मचारी, MCD के कर्मचारी परेशान हैं। उनको समय पर सैलरी नहीं मिल पाती। गेस्ट टीचर हों, होम गार्ड के साथी हों, हर कोई परेशान है। हाल ये है कि दिल्ली के कितने ही नौजवानों को नौकरी के लिए नोएडा, गाज़ियाबाद, गुड़गांव, सोनीपत-पानीपत जाना पड़ता है।

युवा साथियों,

हरियाणा में देखिए, भाजपा सरकार ने बिना खर्ची, बिना पर्ची, हज़ारों नौजवानों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। सरकार बनते ही, पहला काम हरियाणा की भाजपा सरकार ने यही किया। दिल्ली भाजपा ने लाखों सरकारी और प्राइवेट नौकरियों की घोषणा की है। ये भी तेज़ी से पूरी होगी। दिल्ली देहात में खिलाड़ियों के लिए अनेक संभावनाएं हैं। आप-दा ने तो आपको स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के नाम पर धोखा दिया है, लेकिन भाजपा सरकार यहां खिलाड़ियों के लिए उत्तम से उत्तम बेस्ट सुविधाएं बनाएगी।

साथियों,

भाजपा, कर्मचारियों, व्यापारी-कारोबारियों, मिडिल क्लास के हर परिवार की हितैषी है। मिडिल क्लास को घर खरीदने के लिए भी भाजपा सरकार मदद दे रही है। अब दिल्ली के लाखों केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशनरों के लिए बहुत बड़ी घोषणा भाजपा सरकार ने की है। केंद्र सरकार ने आठवां वेतन आयोग गठित करने का फैसला लिया है। इससे दिल्ली के हज़ारों परिवारों को सीधा फायदा होगा।

साथियों,

दिल्ली देहात में बड़ी संख्या में हमारे किसान परिवार भी रहते हैं। मैं आप सभी से भी कहूंगा कि आप-दा ने जो योजनाएं रोकी हैं, किसानों के भलाई की योजनाएं रोकी है, उन सबका लाभ आपको, किसानों को भाजपा सरकार बनते ही मिलना शुरू हो जाएगा। ज़मीन से जुड़े जो भी मामले आपके हैं, कोई और समस्याएं हैं, उन सभी का समाधान हम मिलकर निकालेंगे।

साथियों,

कांग्रेस और आप-दा, दोनों अहंकार की पराकाष्ठा के प्रतीक हैं। ये आप-दा वाले खुद को दिल्ली का मालिक बताते हैं। बहनों को कहते हैं कि वो उनका रक्षा कवच है। मोदी कहता है बहनें मेरी रक्षा कवच है। ये फर्क है। और जैसे खुद को दिल्ली का मालिक कहते हैं, वहीं कांग्रेस वाले खुद को देश का मालिक समझते हैं। कांग्रेस के शाही परिवार का अहंकार आज देश ने फिर देखा है। आज सम्मानीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी ने संसद को संबोधित किया। उन्होंने देशवासियों की उपलब्धियों के बारे में बताया। विकसित भारत के विजन के बारे में बताया। और आप सब समझें, द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के जंगलों में आदिवासी परिवार से निकलकर यहां पहुंची हैं। उनकी मातृभाषा हिंदी नहीं है, वो उड़िया भाषा में पली-बढ़ी है। मातृभाषा न होने के बावजूद भी उन्होंने बेहतरीन तरीके से संसद को प्रेरित किया, भाषण दिया। लेकिन कांग्रेस का शाही परिवार उनके अपमान पर उतर आया है। शाही परिवार के एक सदस्य ने कहा कि आदिवासी बेटी ने बोरिंग भाषण दिया। दूसरी सदस्य तो इससे भी एक कदम आगे बढ़ गईं। उन्होंने राष्ट्रपति जी को poor thing कहा, गरीब कहा और चीज कहा, थकी हुई कहा। एक आदिवासी बेटी का बोलना इनको बोरिंग लगता है। ये देश के 10 करोड़ आदिवासी भाई-बहनों का अपमान है। ये देश के हर गरीब का अपमान है। जो ज़मीन से ऊपर उठ कर आते हैं, उनको कांग्रेस का शाही परिवार बिल्कुल पसंद नहीं करता। गरीब, दलित, आदिवासी, ओबीसी समाज से जो भी लोग आगे बढ़ते हैं, उनको ये कदम-कदम पर अपमानित करते हैं। आर्थिक प्रगति, किसानों की समृद्धि, मेट्रो, रोड, एयरपोर्ट, स्टार्ट अप, खिलाड़ियों की प्रशंसा, ये आज उनके भाषण में वर्णन हो रहा था, उनको ये भी बोरिंग लगता है। लोगों को गाली देना, विदेशों में भारत को बदनाम करना और अर्बन नक्सलियों की बातें, ये उनको ज्यादा अच्छा लगता है। साथियों, दिल्ली को बहुत सावधान रहना है- हार के डर से ये दोनों अहंकारी पर्दे के पीछे मिल चुके हैं। और इसलिए मैं दिल्लीवासियों से कहना चाहता हूं, मुझे आपकी सेवा करनी है। मैं आपके लिए समय देना चाहता हूं। और मैं आपसे सिर्फ इतना ही मांगता हूं कि 5 तारीख को घर से निकल के भारी संख्या में पोलिंग बूथ पर जाइए, गाजे-बाजे के साथ जाइए, 20-25 लोग ढोल बजाते जाइए, घंटी बजाते जाइए, ये लोकतंत्र का उत्सव है, पूरे दिल्ली में उत्सव का माहौल दिखना चाहिए। और मुझे जो चाहिए, आप कमल के निशान पर बटन दबाइए। 5 फरवरी को कमल के निशान पर बटन दबाइए। साथियों 5 फरवरी आपका भविष्य तय करने का दिन है। 5 फरवरी आपदा वालों के हिसाब करने का भी दिन है।

साथियों,

दिल्ली को दुनिया का सबसे सुंदर शहर बनाने के लिए आपको वोट जरूर डालना है। अगर ठंड स्थिति हो तो भी पहले मतदान होना चाहिए। पहले मतदान फिर जलपान। जब तक मतदान नहीं करेंगे, जलपान नहीं करेंगे। इस मिजाज से काम करना चाहिए। दिल्ली में बदलाव लाना है तो वोटिंग के सारे रिकॉर्ड टूटने चाहिए। कमल निशान पर ज्यादा से ज्यादा वोट पड़ने चाहिए। याद रखिएगा, आप-दा नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे। आप-दा नहीं सहेंगे... आप-दा नहीं सहेंगे... आप-दा नहीं सहेंगे...। मेरा एक काम करेंगे आपलोग। जरा हाथ ऊपर करके बताइए, करेंगे। आप जब लोगों को मिलने जाएं, घर-घर जाएं और जरूर जाएं और जाएं तो मेरी तरफ से कहना कि मोदी जी द्वारका आए थे, हर जगह पे तो जा नहीं सकते। लेकिन मोदी जी ने आपको प्रणाम कहा है। मेरा प्रणाम हर घर में पहुंचा देंगे। मेरा प्रणाम हर घर में पहुंचा देंगे। हर परिवार से मुझे आशीर्वाद मिलेगा, देश के लिए दौड़ने की नई ताकत मिलेगी। इतनी बड़ी तादाद में इतने उत्साह और उमंग से भरे इतने जोश से भरे आप सबका मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।

मेरे साथ दोनों मुट्ठी बंद करके बोलिए...

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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‘Restoring Balance’ is a global urgency: PM Modi highlights global health challenges at WHO Global Summit on Traditional Medicine
December 19, 2025
It is India’s privilege and a matter of pride that the WHO Global Centre for Traditional Medicine has been established in Jamnagar: PM
Yoga has guided humanity across the world towards a life of health, balance, and harmony: PM
Through India’s initiative and the support of over 175 nations, the UN proclaimed 21 June as International Yoga Day; over the years, yoga has spread worldwide, touching lives across the globe: PM
The inauguration of the WHO South-East Asia Regional Office in Delhi marks another milestone. This global hub will advance research, strengthen regulation & foster capacity building: PM
Ayurveda teaches that balance is the very essence of health, only when the body sustains this equilibrium can one be considered truly healthy: PM
Restoring balance is no longer just a global cause-it is a global urgency, demanding accelerated action and resolute commitment: PM
The growing ease of resources and facilities without physical exertion is giving rise to unexpected challenges for human health: PM
Traditional healthcare must look beyond immediate needs, it is our collective responsibility to prepare for the future as well: PM

WHO के डायरेक्टर जनरल हमारे तुलसी भाई, डॉक्टर टेड्रोस़, केंद्रीय स्वास्थ्य में मेरे साथी मंत्री जे.पी. नड्डा जी, आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव जी, इस आयोजन से जुड़े अन्य देशों के सभी मंत्रीगण, विभिन्न देशों के राजदूत, सभी सम्मानित प्रतिनिधि, Traditional Medicine क्षेत्र में काम करने वाले सभी महानुभाव, देवियों और सज्जनों !

आज दूसरी WHO Global Summit on Traditional Medicine का समापन दिन है। पिछले तीन दिनों में यहां पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े दुनिया भर के एक्सपर्ट्स ने गंभीर और सार्थक चर्चा की है। मुझे खुशी है कि भारत इसके लिए एक मजबूत प्लेटफार्म का काम कर रहा है। और इसमें WHO की भी सक्रिय भूमिका रही है। मैं इस सफल आयोजन के लिए WHO का, भारत सरकार के आयुष मंत्रालय का और यहां उपस्थित सभी प्रतिभागियों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।

साथियों,

ये हमारा सौभाग्य है और भारत के लिए गौरव की बात है कि WHO Global Centre for Traditional Medicine भारत के जामनगर में स्थापित हुआ है। 2022 में Traditional Medicine की पहली समिट में विश्व ने बड़े भरोसे के साथ हमें ये दायित्व सौंपा था। हम सभी के लिए खुशी की बात है कि इस ग्लोबल सेंटर का यश और प्रभाव locally से लेकर के globally expand कर रहा है। इस समिट की सफलता इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इस समिट में Traditional knowledge और modern practices का कॉन्फ्लूएंस हो रहा है। यहां कई नए initiatives भी शुरू हुए हैं, जो medical science और holistic health के future को transform कर सकते हैं। समिट में विभिन्न देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों और प्रतिनिधियों के बीच विस्तार से संवाद भी हुआ है। इस संवाद ने ज्वाइंट रिसर्च को बढ़ावा देने, नियमों को सरल बनाने और ट्रेनिंग और नॉलेज शेयरिंग के लिए नए रास्ते खोले हैं। ये सहयोग आगे चलकर Traditional Medicine को अधिक सुरक्षित, अधिक भरोसेमंद बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

साथियों,

इस समिट में कई अहम विषयों पर सहमति बनना हमारी मजबूत साझेदारी का प्रतिबिंब है। रिसर्च को मजबूत करना, Traditional Medicine के क्षेत्र में डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ाना, ऐसे रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार करना जिन पर पूरी दुनिया भरोसा कर सके। ऐसे मुद्दे Traditional Medicine को बहुत सशक्त करेंगे। यहां आयोजित Expo में डिजिटल हेल्थ टेक्नोलॉजी, AI आधारित टूल्स, रिसर्च इनोवेशन, और आधुनिक वेलनेस इंफ्रास्ट्रक्चर, इन सबके जरिए हमें ट्रेडिशन और टेक्नोलॉजी का एक नया collaboration भी देखने को मिला है। जब ये साथ आती हैं, तो ग्लोबल हेल्थ को अधिक प्रभावी बनाने की क्षमता और बढ़ जाती है। इसलिए, इस समिट की सफलता ग्लोबल दृष्टि से बहुत ही अहम है।

साथियों,

पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली का एक अहम हिस्सा योग भी है। योग ने पूरी दुनिया को स्वास्थ्य, संतुलन और सामंजस्य का रास्ता दिखाया है। भारत के प्रयासों और 175 से ज्यादा देशों के सहयोग से संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को योग दिवस घोषित किया गया था। बीते वर्षों में हमने योग को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचते देखा है। मैं योग के प्रचार और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले हर व्यक्ति की सराहना करता हूं। आज ऐसे कुछ चुनींदा महानुभावों को पीएम पुरस्कार दिया गया है। प्रतिष्ठित जूरी सदस्यों ने एक गहन चयन प्रक्रिया के माध्यम से इन पुरस्कार विजेताओं का चयन किया है। ये सभी विजेता योग के प्रति समर्पण, अनुशासन और आजीवन प्रतिबद्धता के प्रतीक हैं। उनका जीवन हर किसी के लिए प्रेरणा है। मैं सभी सम्मानित विजेताओं को हार्दिक बधाई देता हूं, अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

साथियों,

मुझे ये जानकर भी अच्छा लगा कि इस समिट के आउटकम को स्थायी रूप देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया हैं। Traditional Medicine Global Library के रूप में एक ऐसा ग्लोबल प्लेटफॉर्म शुरू किया गया है, जो ट्रेडिशनल मेडिसिन से जुड़े वैज्ञानिक डेटा और पॉलिसी डॉक्यूमेंट्स को एक जगह सुरक्षित करेगा। इससे उपयोगी जानकारी हर देश तक समान रूप से पहुंचने का रास्ता आसान होगा। इस Library की घोषणा भारत की G20 Presidency के दौरान पहली WHO Global Summit में की गई थी। आज ये संकल्प साकार हो गया है।

साथियों,

यहां अलग-अलग देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने ग्लोबल पार्टनरशिप का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है। एक साझेदार के रूप में आपने Standards, safety, investment जैसे मुद्दों पर चर्चा की है। इस संवाद से जो Delhi Declaration इसका रास्ता बना है, वो आने वाले वर्षों के लिए एक साझा रोडमैप की तरह काम करेगा। मैं इस joint effort के लिए विभिन्न देशों के माननीय मंत्रियों की सराहना करता हूं, उनके सहयोग के लिए मैं आभार जताता हूं।

साथियों,

आज दिल्ली में WHO के South-East Asia Regional Office का उद्घाटन भी किया गया है। ये भारत की तरफ से एक विनम्र उपहार है। ये एक ऐसा ग्लोबल हब है, जहां से रिसर्च, रेगुलेशन और कैपेसिटी बिल्डिंग को बढ़ावा मिलेगा।

साथियों,

भारत दुनिया भर में partnerships of healing पर भी जोर दे रहा है। मैं आपके साथ दो महत्वपूर्ण सहयोग साझा करना चाहता हूं। पहला, हम बिमस्टेक देशों, यानी दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में हमारे पड़ोसी देशों के लिए एक Centre of Excellence स्थापित कर रहे हैं। दूसरा, हमने जापान के साथ एक collaboration शुरू किया है। ये विज्ञान, पारंपरिक पद्धितियों और स्वास्थ्य को एक साथ जोड़ने का प्रयास है।

साथियों,

इस बार इस समिट की थीम है- ‘Restoring Balance: The Science and Practice of Health and Well-being’, Restoring Balance, ये holistic health का फाउंडेशनल थॉट रहा है। आप सब एक्स्पर्ट्स अच्छी तरह जानते हैं, आयुर्वेद में बैलेन्स, अर्थात् संतुलन को स्वास्थ्य का पर्याय कहा गया है। जिसके शरीर में ये बैलेन्स बना रहता है, वही स्वस्थ है, वही हेल्दी है। आजकल हम देख रहे हैं, डायबिटीज़, हार्ट अटैक, डिप्रेशन से लेकर कैंसर तक अधिकांश बीमारियों के background में lifestyle और imbalances एक प्रमुख कारण नजर आ रहा है। Work-life imbalance, Diet imbalance, Sleep imbalance, Gut Microbiome Imbalance, Calorie imbalance, Emotional Imbalance, आज कितने ही global health challenges, इन्हीं imbalances से पैदा हो रहे हैं। स्टडीज़ भी यही प्रूव कर रही हैं, डेटा भी यही बता रहा है कि आप सब हेल्थ एक्स्पर्ट्स कहीं बेहतर इन बातों को समझते हैं। लेकिन, मैं इस बात पर जरूर ज़ोर दूँगा कि ‘Restoring Balance, आज ये केवल एक ग्लोबल कॉज़ ही नहीं है, बल्कि, ये एक ग्लोबल अर्जेंसी भी है। इसे एड्रैस करने के लिए हमें और तेज गति से कदम उठाने होंगे।

साथियों,

21वीं सदी के इस कालखंड में जीवन के संतुलन को बनाए रखने की चुनौती और भी बड़ी होने वाली है। टेक्नोलॉजी के नए युग की दस्तक AI और Robotics के रूप में ह्यूमन हिस्ट्री का सबसे बड़ा बदलाव आने वाले वर्षों में जिंदगी जीने के हमारे तरीके, अभूतपूर्व तरीके से बदलने वाले हैं। इसलिए हमें ये भी ध्यान रखना होगा, जीवनशैली में अचानक से आ रहे इतने बड़े बदलाव शारीरिक श्रम के बिना संसाधनों और सुविधाओं की सहूलियत, इससे human bodies के लिए अप्रत्याशित चुनौतियां पैदा होने जा रही हैं। इसलिए, traditional healthcare में हमें केवल वर्तमान की जरूरतों पर ही फोकस नहीं करना है। हमारी साझा responsibility आने वाले future को लेकर के भी है।

साथियों,

जब पारंपरिक चिकित्सा की बात होती है, तो एक सवाल स्वाभाविक रूप से सामने आता है। ये सवाल सुरक्षा और प्रमाण से जुड़ा है। भारत आज इस दिशा में भी लगातार काम कर रहा है। यहां इस समिट में आप सभी ने अश्वगंधा का उदाहरण देखा है। सदियों से इसका उपयोग हमारी पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में होता रहा है। COVID-19 के दौरान इसकी ग्लोबल डिमांड तेजी से बढ़ी और कई देशों में इसका उपयोग होने लगा। भारत अपनी रिसर्च और evidence-based validation के माध्यम से अश्वगंधा को प्रमाणिक रूप से आगे बढ़ा रहा है। इस समिट के दौरान भी अश्वगंधा पर एक विशेष ग्लोबल डिस्कशन का आयोजन किया गया। इसमें international experts ने इसकी सुरक्षा, गुणवत्ता और उपयोग पर गहराई से चर्चा की। भारत ऐसी time-tested herbs को global public health का हिस्सा बनाने के लिए पूरी तरह कमिटेड होकर काम कर रहा है।

साथियों,

ट्रेडिशनल मेडिसिन को लेकर एक धारणा थी कि इसकी भूमिका केवल वेलनेस या जीवन-शैली तक सीमित है। लेकिन आज ये धारणा तेजी से बदल रही है। क्रिटिकल सिचुएशन में भी ट्रेडिशनल मेडिसिन प्रभावी भूमिका निभा सकती है। इसी सोच के साथ भारत इस क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि आयुष मंत्रालय और WHO-Traditional Medicine Center ने नई पहल की है। दोनों ने, भारत में integrative cancer care को मजबूत करने के लिए एक joint effort किया है। इसके तहत पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को आधुनिक कैंसर उपचार के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। इस पहल से evidence-based guidelines तैयार करने में भी मदद मिलेगी। भारत में कई अहम संस्थान स्वास्थ्य से जुड़े ऐसे ही गंभीर विषयों पर क्लिनिकल स्टडीज़ कर रहे हैं। इनमें अनीमिया, आर्थराइटिस और डायबिटीज़ जैसे विषय भी शामिल हैं। भारत में कई सारे स्टार्ट-अप्स भी इस क्षेत्र में आगे आए हैं। प्राचीन परंपरा के साथ युवाशक्ति जुड़ रही है। इन सभी प्रयासों से ट्रेडिशनल मेडिसिन एक नई ऊंचाई की तरफ बढ़ती दिख रही है।

साथियों,

आज पारंपरिक चिकित्सा एक निर्णायक मोड़ पर खड़ी है। दुनिया की बड़ी आबादी लंबे समय से इसका सहयोग लेती आई है। लेकिन फिर भी पारंपरिक चिकित्सा को वो स्थान नहीं मिल पाया था, जितना उसमें सामर्थ्य है। इसलिए, हमें विज्ञान के माध्यम से भरोसा जीतना होगा। हमें इसकी पहुंच को और व्यापक बनाना होगा। ये जिम्मेदारी किसी एक देश की नहीं है, ये हम सबका साझा दायित्व है। पिछले तीन दिनों में इस समिट में जो सहभागिता, जो संवाद और जो प्रतिबद्धता देखने को मिली है, उससे ये विश्वास गहरा हुआ है कि दुनिया इस दिशा में एक साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है। आइए, हम संकल्प लें कि पारंपरिक चिकित्सा को विश्वास, सम्मान और जिम्मेदारी के साथ मिलकर के आगे बढ़ाएंगे। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद।