पीएम - नमस्ते। दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के सभी साथियों को मेरा नमस्कार। दिल्ली के आप सभी बूथ कार्यकर्ताओं से बात करना मेरे लिए बहुत ही खुशी का अवसर है। क्योंकि सालों तक मुझे इस काम में बड़ा आनंद रहा है और स्वाभाविक है ऐसे कार्यक्रम में हमेशा इंतजार करता रहता हूं। हजारों बूथ कार्यकर्ताओं ने इस कार्यक्रम के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से ढेर सारे सुझाव रखे हैं। नमो ऐप के जरिए भी हजारों सुझाव आए हैं। मेरा बूथ, सबसे मजबूत ये केवल एक कार्यक्रम नहीं है, ये भारतीय जनता पार्टी की जीवंतता, भारतीय जनता पार्टी की जड़ों की ताकत, और जिन जड़ों से भारतीय जनता पार्टी का विस्तार हुआ है। उसके मूल में आप सब कार्यकर्ताओं ने जिसे अपना जीवन मंत्र बनाया है- वो है, मेरा बूथ सबसे मजबूत। 

दिल्ली के बूथ स्तर के भाजपा कार्यकर्ता की क्या ताकत है, ये किसी से छुपा नहीं है। इस बार आपने दिल्ली के हजारों बूथ जीते, तब जाकर सातों सीटों पर भाजपा विजयी हुई है। मुझे पक्का विश्वास है कि दिल्ली में ये जो संगठन की ताकत है। हर बूथ पे तीन-तीन, चार-चार पीढ़ी के कार्यकर्ता हैं, यही ये शक्ति इस बार विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को प्रचंड विजय दिलाएगी। मुझे विश्वास है अपने-अपने बूथ पर आप जो मेहनत कर रहे हैं, इसके चलते आप भारी विजय प्राप्त करने ही वाले हैं। लेकिन एक साथीदार के नाते पूरा देश दिल्ली भाजपा के कार्यकर्ताओं की तरफ जब देख रहा है तब, पूरे देश के कार्यकर्ता आज नहीं, पिछले सात दशक से दिल्ली के कार्यकर्ताओं को देख करके बहुत कुछ सीखते आए हैं। कई चुनाव में सिर्फ विजय काफी नहीं है। हर बूथ दो लक्ष्य तय कर सकता है। एक मतदान के पुराने सारे रिकार्ड तोड़ेंगे। पिछले दस साल में जितना मतदान हुआ है, उससे ज्यादा मतदान हमारे बूथ में होगा। दूसरी बात, मामूली विजय नहीं, हर बूथ पर भाजपा को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट कैसे मिलें, और इसके लिए बूथ में रहने वाले सब नागरिकों का दिल जीतना है। उनकी दुआएं लेनी है। और इसलिए, विजय ही नहीं, लेकिन 50 परसेंट से ज्यादा वोट वाला बूथ वाला विजय है। और ऐसी सरकार हमको बनानी है, मेरे ये विश्वास इसलिए भी बढ़ रहा है, क्योंकि दिल्ली में जहां भी भाजपा कार्यकर्ता जा रहा है, वहां दिल्ली के लोग उनका स्वागत कर रहे हैं। उत्साह से उनके साथ विकसित दिल्ली की चर्चा कर रहे हैं। वहीं, आप ने जो आपदा का संकट ढाया है। उनको लोग पहचान लेते हैं। पहले जो आप वाले लगते थे, वो अब आपदा वाले लगते हैं। और लोग खुल्लमखुल्ला नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। उनको झूठ का नकाब उतार रहे हैं। उनसे सवाल पूछते हैं। वादे याद कराते हैं। दुर्दशा दिखा रहे हैं। दिल्ली की जनता और विशेषकर दिल्ली की हमारी माताएं-बहनें आज भाजपा को चुनाव जिताने के लिए खुद इलेक्शन कैंपेन का नेतृत्व कर रही हैं। खुद सड़कों पर देर रात तक काम कर रही हैं। भाजपा की जीत पक्की करने के लिए दिल्ली की जनता पक्के निर्धार के साथ निकल पड़ी है। 

साथियों,

आपको 5 फरवरी को दिल्ली के लोगों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में पोलिंग बूथ तक पहुंचाना है। ठंड कितनी ही क्यों ना हो, हमें सुबह से ही मतदान की तीव्रता बढ़ाना है। हमें याद रखना है कि सबसे बड़ा लक्ष्य यहां भाजपा बनाने का है। दिल्ली को आपदा ने जो, आप पार्टी ने आपदा से, मुसीबतों से संकट में डाला हुआ है। आपदा से मुक्त कराना है। और जब ऐसा होगा तभी दिल्ली को विकसित भारत की  विकसित दिल्ली बनाने का संकल्प सिद्ध हो पाएगा। पिछले 25 साल में जो लोग जन्मे हैं, या जो आज 35-40 साल के लोग हैं। उनको बर्बादी ही बर्बादी देखने को मिली है। उन्होंने आशा छोड़ दी है निराशा के गर्त में डूब चुके हैं। फिर एक बार दिल्ली में नया विश्वास पैदा करने के लिए इस 25 साल की सारी बुराइयों से बाहर निकल करके, एक नए संकल्प के साथ आगे बढ़ना है। मैं जानता हूं कि दिल्ली का हर बूथ कार्यकर्ता इसके लिए तैयार है। ऊर्जा से भरा हुआ है। मैं भी भाजपा कार्यकर्ताओं से बात करने के लिए बहुत ही उत्सुक हूं। आप में से कौन साथी सबसे पहले बात करेंगे।

सुंदर चौधरी, बूथ पालक, शाहदरा

मैं सुंदर चौधरी, नमस्कार आदरणीय प्रधानमंत्री जी, सुंदर जी नमस्कार। मैं बूथ नंबर 32 बूथ पालक, शहादरा विधानसभा पूर्वी दिल्ली से बात कर रहा हूं। 

पीएम- सुंदर जी आपसे बात करने का मुझे अवसर मिला मुझे अच्छा लगा। एक बूथ का कार्यकर्ता जमीन से जुड़ा हुआ होता है। जमीन की हर बारिकियों को वो जानता है। अच्छा सुंदर जी आप भी जानते हैं, जिनको किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी पूजता है। बीते 10 वर्षों में गरीब से गरीब को भी पक्का घर, मुफ्त अनाज, मुफ्त इलाज ऐसी अनेक सुविधाएं पहली बार मिली हैं। दिल्ली में भी झुग्गी में रहने वाले साथियों को भाजपा सरकार बड़ी संख्या में पक्के घर दे रही है। आप जब झुग्गी बस्तियों में जा रहे हैं और आप बहुत मेहनती कार्यकर्ता हैं। टीम लीडर हैं सबको साथ लेकर चलते हैं। तो जरूर लोगों से बातें होती होंगी। लोग आपको पहचानते हैं तो काफी कुछ कहते होंगे। मैं जरूर जानना चाहूंगा कि क्या अनुभव आ रहे हैं। 

सुंदर चौधरी- आदरणीय प्राधानमंत्री जी जब हम झुग्गी बस्तियों में जाते हैं, तो वहां के निवासी भारतीय जनता पार्टी की तरफ एक उम्मीद भरी नजरों से, एक आशा भरी उम्मीद से देखते हैं कि केवल मोदी जी हैं, जिनके मार्गदर्शन में देश आगे बढ़ रहा है और हमारा जीवन स्तर में  बदलाव आएगा। दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने का उन्होंने मन बना लिया है। आपदा सरकार जो  पिछले 11 वर्षों से जो झूठ बोलती आई है उसे पूरा झुग्गीवासी सभी समझ गए हैं। जहां झुग्गी वहीं मकान, जो ये योजना और इस योजना के तहत सभी झुग्गीवासियों में confidence है एक उम्मीद है, और चाहे पहले भी लगभग 30 हजार दिल्ली में फ्लैट मिले हैं। सभी लोग परिचित हैं उनसे। मैं एक वाकया बताना चाहूंगा कि मैं अराधर नगर झुग्गी कैंप में गया था। वहां पर एक 74-75 साल की महिला उन्होंने मेरे गले में भाजपा का पटका देखा और मुझे बुलाया। अरे भैया आप मोदी जी की पार्टी से हैं। मैंने कहा हां जी अम्मा जी..अरे भैया जो 5 रुपये की कोई थाली…आप बना हुआ भोजन भी देंगे। मैंने कहा अम्मा जी ये हमारा वादा है और मोदी जी की गारंटी ..गारंटी पूरी होने की गारंटी। राशन आपको मिल रहा है, उन्होंने कहा हां भैया 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल प्रति व्यक्ति मिलता है। मैंने कहा अम्मा जी, जहां आप रहते हो यहां पे पक्के मकान मोदी जी बना कर देंगे। तो उन्होंने कहां हां मुझे उम्मीद है। अभी नए साल में भी दिल्ली में बनाए हैं। ये उन महिला को भी मालूम था कि नए साल पे…, मैंने कहा अम्मा जी आपको कैसे मालूम चला…कह रहे बेटा टीवी से मैंने देखा। वो अशोक नगर में। अशोक विहार को अशोक नगर ..वो अम्मा इतना जानती है।  मैंने कहा अम्मा आपकी कितनी उम्र है अम्मा ने कहा बेटा जब मैं 2-3 साल की थी तब देश आजाद हुआ था। मैंने कहा अभी आपकी पेंशन 2500 रुपये मिलती है। मोदी साहब दिल्ली में सरकार आने पर भाजपा की सरकार आने पर, आपको 3000 रुपये देंगे।  तो उनके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आई। मैंने कहा आपके इलाज के लिए जो राष्ट्र में केंद्र की सरकार 5 लाख रूपये का जो इंश्योरेंस दे रही है आयुष्मान भारत योजना, वो अब दिल्ली में सरकार आने पर 5 लाख और बढ़ जाएगा।  उन महिलाओं ने मुझे पुचकारा। आशीर्वाद दिया मुझे नहीं, इस आशीर्वाद के हकदार माननीय प्रधानमंत्री जी आप हैं। उन अम्मा का आशीर्वाद आप तक पहुंच गया है मेरे माध्यम से। मैं उन अम्मा की आंखों में जो विश्वास है भारतीय जनता पार्टी  के प्रति वो देखने लायक था। ये एक-एक झुग्गी वासी को मालूम है सर।  

पीएम- सुंदरजी मुझे खुशी इस बात से हुई कि आप लोगों को सिर्फ पर्चा देकर आगे नहीं निकल रहे हैं। आप उनसे बातें कर रहे हैं। उनके मन को समझने की कोशिश कर रहे हैं। और मुझे पक्का विश्वास है कि आपके साथ जितने लोगों ने उस अम्मा की बातें सुनी होंगी। उनका माथा गर्व से ऊंचा हो गया होगा। देखिए एक झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाली एक बुजुर्ग मां भी हर बारीकी को समझती है। दूध का दूध और पानी का पानी करना, ये हमारे मतदाता की बहुत बड़ी ताकत होती है। और मुझे अच्छा लगा कि आप जमीन पर काम कर रहे हैं, लोगों से मिल रहे हैं।  और आपने बिल्कुल जमीन की बातें बताई हैं। दिल्लीवाले आप वालों की आपदा और उनके झूठ, उनके फरेब, अब ऊब चुके हैं जी। पहले कांग्रेस ने फिर आपदा वालों ने आपदा लाई। दिल्ली के लोगों से बहुत विश्वासघात किया है।  एक बात आपको समझनी है आपकी, ये आपदा वाले जो हैं, आपने देखा होगा हर दिन एक नई घोषणा करते हैं। क्यों करनी पड़ रही है। पहले के चुनाव में तो ऐसा नहीं करना पड़ा था। इसका मतलब है कि रोज उनको पराजय की नई-नई खबरें मिलती जा रही हैं। ये किला गया। ये मोहल्ला गया। ये इलाका गया। ये चाल गई। ये कॉलोनी गई और इतने डरे हैं इतने डरे हैं कि रोज उनको एक नई घोषणा लेकर के सुबह-सुबह आ जाना पड़ता है। नए अनाउंसमेंट लेकर आना पड़ता है। लेकिन दिल्ली की जनता को उनके नर्वेसनेस का पूरा पता चल गया है। और ये खेल भी लोग समझ गए हैं। जब-जब ये आप और उसकी आपदा, आजकल ये नारे बुलवाते हैं। कहते हैं फिर आएंगे ..फिर आएंगे तो लोग कह रहे हैं ये फिर खाएंगे ..ये फिर खाएंगे।  उनका आवाज निकलते ही अंदर ऑडियेंस में से आवाज आती है।  वो तो कहते हैं फिर आएंगे फिर आएंगे, जनता बोलती है फिर खाएंगे..फिर खाएंगे। 

हमारे बूथ के हर कार्यकर्ता के पास ये आपदा वालों की पूरी पोल पट्टी अब छिपी हुई नहीं है। पहले से है। पहले इनकी पोल खोलें और फिर अपनी उपलब्धियां बताएं। हम क्या करने वाले हैं, ये एक-एक घर में बैठ कर समझाएं। ऐसे चलते चलते नहीं। अब जैसे झुग्गी बस्तियों के लिए, इन्होंने क्या क्या बातें नहीं की थीं। उनकी हर बात आपदा बन गई। वो कहते थे कि झुग्गी में मकान बनाएंगे। बार-बार कहते थे। बनाए तो नहीं, उसकी ओर देखा भी नहीं। अब फिर से कहने लगे कि मकान बनाएंगे। अरे भाई 10 साल तुम्हें कुछ करने की फुर्सत नहीं मिली। गरीबों की तरफ देखा नहीं और आज नई-नई बातें कर रहे हो। भाजपा के हर बूथ कार्यकर्ता के पास तो भारत सरकार ने जो घर दिल्ली में बनाए हैं। उसकी तस्वीरें है, जो लोग वहां रहने गए हैं उसके वीडियो हैं। भाजपा की सरकार ने अलग-अलग जगह जो पक्के घर झुग्गीवासियों को दिए हैं। उनकी तस्वीरें आप लोगों को दिखाएं, अपने मोबाइल फोन में रखिए इसको। और वहां जो लोग रहे हैं, जिनकी खुशी है उनके वीडियो उतारकर भी आपको हर एक इलाके में जा कर दिखाना चाहिए। 

साथियों,

बीते सालों में अलग-अलग आवास योजनाओं के तहत और जैसा अभी सुंदरजी ने बताया। दिल्ली में गरीबों के लिए 50 हजार का आंकड़ा पहुंच गया है। और सुंदर जी मैं आपको भी कहूंगा आपने 30 कहा। अब ये आंकड़ा 50 पहुंच चुका है।  और इसलिए हम लोगों के लिए लेटेस्ट जानकारियां होना भी जरूरी हैा। लेकिन मुझे खुशी है कि आपको जानकारी है। आपदा सरकार को ये घर, 50 हजार घर जो बने थे। उनको सिर्फ उनको पहुंचाने थे, कागज देना था। आप मेरे कार्यकर्ता भाई-बहन मुझे तो बहुत पीड़ा होती है कैसे लोग हैं 11 साल में ये लोग कागज देकर भी पुण्य नहीं कमा पाए, भलाई नहीं  ले पाए, क्योंकि उनका पूरा ध्यान एक ही बात पर था कि शीशमहल बनाओ। शीशमहल बनाओ। शीशमहल में नए-नए सपने बुनो।  मौजमस्ती करो, जरा याद करो कैसी-कैसी कस्में खाई थीं। गरीबों को कैसे भ्रमित किया था। आज शीशमहल देखकर के हर दिल्लीवासी उनके झूठ को याद कर रहा है। उनके फरेब को याद कर रहा है। जनता के साथ किए गए धोखा का ये जीता-जागता सबूत है शीशमहल। इनके राज में शीशमहल में एक-एक सामान पानी की तरह पैसा बहाया गया। इसके बाद इन लोगों ने दिल्ली को साफ पानी के लिए तरसा दिया। महात्मा गांधी कहते थे ट्रस्टीशिप का सिद्धांत। ये सरकारी खजाने के पैसे हैं ना, चुने हुए लोग उसके ट्रस्टी हैं। मालिक नहीं हैं। लेकिन वो  मालिक बनकर शीशमहल बना रहे हैं। और दिल्ली की जनता पानी के लिए तरस रही है। साफ पीने के पानी की दिल्ली में कितनी बड़ी समस्या है। आज दिल्ली में पानी माफिया, टैंकर माफिया फलफूल रहे हैं।  और दिल्ली वाले के बाल बच्चे गंदा पानी पीने को मजबूर हैं और बीमारी के शिकार हो रहे हैं। ये सब आप वालों की आपदा नहीं है तो क्या है। भाजपा ने हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर ऊंचे-ऊंचे पर्वतों में रहने वाले लोगों तक, राजस्थान और कच्छ के रेगिस्तान तक पीने का पानी पहुंचाया है। लेकिन दिल्ली में ये आपदा वालों की इसकी परवाह नहीं है। अगर भाजपा वहां शुद्ध पानी पहुंचा सकती है। तो मैं दिल्ली वालों को विश्वास दिलाता हूं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आते ही दिल्ली वालों के घरों में भी साफ पानी पहुंचाने का एक महाअभियान हम चलाएंगे। घर -घर तक पीने का शुद्ध पानी ना मिले, हम चैन से बैठने वाले नहीं है।

साथियों,

आपदा वालों ने दिल्ली की हेल्थ सर्विस को भी बर्बाद कर दिया है, उसमें भी घोटाला किया है। और भूलना नहीं है, इन आपदा वालों ने क्या गुनाह किया था। यूपी, बिहार, राजस्थान, उत्तराखंड के जो साथी कई-कई सालों से यहां सेवा करते रहे हैं। इन लोगों ने झूठ फैलाकर उनको दिल्ली से भगाने की साजिश रची। रातों-रात बस पकड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया। और आपको याद होगा वो सारे चित्र। कितनी भयंकर आपदा, ये आपदा वाले पूर्वांचल के लोगों को कितनी नफरत करते हैं। इतना जहर इनके दिलों में भरा है, वो कोविड के काल में दिल्ली से जो लोगों को भगाया था ना, वो बात कोई दिल्लीवासी भूलने वाला नहीं है। 

साथियों,

भारत सरकार आपदा वालों को कई सालों से आग्रह कर रही है कि आयुष्मान योजना लागू करो। गरीब को, बुजुर्गों को पांच लाख तक मुफ्त इलाज मिलेगा। फ्री इलाज। अब इसमें भी इनके पेट में दर्द हो रहा है। देना नहीं चाहते। अहंकार बीच में आ रहा है। मैं दिल्ली वालों से कहना चाहता हूं कि आयुष्मान योजना से कितना बड़ा फायदा है। अगर मान लीजिए हिंदुस्तान के किसी कौने में बहुत बड़ा चाइल्ड स्पैशियलिस्ट अस्पताल है। बहुत बड़ा, मानो तमिलनाडु में है। और आपके परिवार के किसी बच्चे को ट्रीटमेंट चाहिए। अगर आयुष्मान कार्ड होगा तो आपके बच्चे की ट्रीटमेंट मुफ्त हो जाएगी। लेकिन ये आपदा वाले जो बातें करते हैं। जो अड़ंगा डालकर के, रोक करके बैठे हैं। आपके बच्चे का क्या हाल होगा, ईश्वर जाने। अगर आप व्यापार के काम के लिए गए हैं। पढ़ने के लिए गए हैं। कहीं कोई मुसीबत आ गई। बीमार हो गए। तो वहां की अस्पताल भी आपको मुफ्त में इलाज करेगी। क्योंकि आपके पास कार्ड है। लेकिन यही कार्ड, आयुष्मान कार्ड ये आपदा वाले घुसने नहीं देते, क्यों उनको दिल्ली के लोगों की परवाह नहीं है। 

साथियों,

मुझे पक्का विश्वास है कि अब पूरी शक्ति एक-एक मतदाता पर केंद्रित करिए। हर बूथ में 10 कार्यकर्ता, 15 कार्यकर्ता, 20 कार्यकर्ता की टोली बनाइये। दो-दो कार्यकर्ताओं की एक टीम बनाइये। हर टीम को 10-10 परिवार का जिम्मा दे दीजिए। और आप 5 फरवरी तक उनको 10 परिवार पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अगर पूरे पोलिंग बूथ के हर परिवार को आपने ऐसे काम बांट दिया तो आने वाले 10-15 दिन में उनका परिचय गहरा हो जाएगा तो वो मतदान भी सुबह-सुबह करवा पाएंगे। चलिए काफी बातें कीं आपके साथ। आइए, अगले अपने किसी साथी के साथ बात करते हैं। अब कौन बात करेगा मेरे से... 

रवि कुमार, बूथ अध्यक्ष, मॉडल टाउन

रवि कुमार- नमस्कार प्रधानमंत्री जी। 

पीएम- नमस्ते भैया। 

रवि कुमार- मैं मॉडल टाउन विधानसभा से बूथ नंबर 10 का अध्यक्ष हूं। 

पीएम- करते क्या हैं भैया। 

रवि कुमार- मैं एक ड्राइक्लीन कंपनी है, उसके अंदर व्यवसाय करता हूं। 

पीएम- तो आप सच्चे अर्थ में सफाई का काम कर रहे हैं। 

रवि कुमार- हां जी। हां जी।  

पीएम- तो फिर दिल्ली की सफाई की बारी आई आपके जिम्मे। …जो बर्बादी की है…

रवि कुमार- हां जी। 

पीएम- अच्छा देखिए, रवि जी, आप तो जानते हैं भाजपा ने मध्यम वर्ग को मिडिल क्लास को देश की इकोनॉमी की रीढ़ माना है। हम मिडिल क्लास की एस्पिरेशन को समझते हुए शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक हर आधुनिक सुविधाएं बना रहे हैं। लेकिन ये आप वालों ने, आपदा ने दिल्ली में मिडिल क्लास को सिर्फ मुसीबतें ही मुसीबतें दी हैं। समस्याएं ही समस्याएं दी है। आप जब कालोनियों में जाते हैं। खासकर मध्यमवर्गीय परिवारों से मिलते हैं, तो आपका संवाद क्या होता है, बातें क्या होती हैं। मैं जरा जान सकता हूं आपसे। 

रवि कुमार- हां जी। सर वो संवाद होता है, लोगों से बातचीत होती है। लोगों का रिएक्शन बहुत, बहुत ज्यादा, मतलब इतना खराब है आपदा के खिलाफ बहुत ज्यादा, क्योंकि पीने के पानी की दिक्कतें, घर-घर में पानी नहीं है पीने के लिए, लोग खरीदकर पानी पीते हैं, जिससे वो कहते हैं हम इतने पैसे नहीं कमा सकते जो कि खरीद के पानी पी सकें। और काफी गुहार लगाते हैं कि भाई हमारे गली-मुहल्ले में पानी नहीं है। टूटी नालियां हैं, सड़कें भी टूटी हुई हैं। 

पीएम- यानि शराब तो मिलता है, पानी नहीं है। 

रवि कुमार- हां जी। हां जी। 

पीएम- भारत सरकार ने जो काम किए हैं, वो उनके ध्यान में होते हैं क्या। 

रवि कुमार- हां जी, उनसे तो काफी प्रसन्नता मिल रही है, आपका नाम सुनकर। और मतलब बोलते हैं तो इतना उत्साहित हो जाते हैं कि बोलते हैं कि मोदी जी को लेकर आओ न। मैं कहता हूं, मोदी जी को आप लेकर आओगे, हम नहीं लेकर आएंगे। आप पार्टी से बहुत ज्यादा दुखी हैं लोग। आपदा ने तो मतलब लोगों का जीना दुश्वार कर रखा है, झूठ में फंसा-फंसाकर, और पेंशन भी नहीं मिल पा रही है। बहुत सारी समस्याएं हैं, जिनसे लोग जूझ रहे हैं। 

पीएम- ये रोज नया-नया झूठ बोलते हैं। हर चीज में फरेब करते हैं इतना लोगों के ध्यान होता है क्या, लोग इसकी बात की चर्चा करते हैं क्या। 

रवि कुमार- हांजी, करते हैं, इसकी चर्चा करते हैं। अभी इन्होंने बहुत जल्दी इन्होंने एक झूठ दिया है  कि भई हम 2100 रुपये देंगे, जीतने के बाद। आप पार्टी ने पंजाब में वादा किया था 1000 रुपये का। आप ने वहां तो पूरा किया नहीं, तो आप दिल्ली में आकर क्या सब कर देंगे। 

पीएम- देखिए, आप अपने मोबाइल से वीडियो वगैरह दिखाते हैं क्या लोगों को। जब मिलने जाते हैं तो इस प्रकार की झूठ की वीडियो। 

रवि कुमार – हां जी, हम बहुत सारी झूठ की वीडियो दिखाते हैं लोगों को। और लोग कहते हैं कि हां ये तो सच बात है। 

पीएम- नहीं तो, उन्होंने पहले देखी होती है वीडियो, या आपके दिखाने के बाद ही देखते हैं। 

रवि कुमार- नहीं, उन्होंने देखी भी होती है और हम लोग दिखाते भी हैं कि देखिए क्या हो रहा है आपके क्षेत्र में। 

पीएम - मेरा आपसे आग्रह है कि आपके पोलिंग बूथ में एक भी ऐसा नागरिक न हो, जिसके मोबाइल में इनके झूठ का सारी वीडियो पहुंची न हो। उन्हीं के मोबाइल में पहुंचाइए, उनके सामने उनको फॉरवर्ड कर दीजिए। और उनको कहिए कि समय निकालकर पूरा परिवार देखिए। और हमारा कुछ नहीं है, उनके ही शब्द हैं। उन्होंने पांच साल पहले बोला क्या, और आज क्या बोल रहे हैं। सात साल पहले बोले क्या, आज क्या बोल रहे हैं। नौ साल पहले क्या बोले, आज क्या बोल रहे हैं। दुनिया तुरंत समझेगी। 

चलिए, रवि जी मुझे लगता है कि बहुत सारे साथियों के साथ एक बूथ को संभालने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए हो। भारत सरकार मध्यम वर्ग का, मिडिल क्लास का ईज आफ लिविंग या ईज आफ ट्रैवल के लिए आज इतना सारा बजट खर्च करती है। हमने दिल्ली के मध्यम वर्ग के एस्पिरेशन को एड्रेस किया है। आज दिल्ली में चप्पे-चप्पे तक मेट्रो पहुंची है। नेशनल हाईवे और एक्सप्रेस-वे का जाल है। ये सब भारत सरकार कर रही है। दिल्ली के टॉप 10 बड़े अस्पतालों में अधिकतर भारत सरकार के जिम्मे है। यहां कॉलेज और यूनिवर्सिटी पर भी केंद्र सरकार बजट खर्च कर रही है, पैसा खर्च करती है। दिल्ली में बड़ी संख्या में जो सरकारी कर्मचारी हैं, उनकी सैलरी भारत सरकार देती है। और दिल्ली में जो आप वाले, आपदा लाकर बैठे हैं, वो क्या करते हैं। उसे अपने हिस्से का पैसा, दिल्ली की गलियों में लगाना चाहिए था, सीवर सिस्टम बनाने में लगाना चाहिए था। पार्क बनाने में लगाना चाहिए था। स्वच्छता के लिए लगाना चाहिए था। पार्किंग की सुविधाएं बनाने में लगाना चाहिए था। लेकिन ये आपदा वालों ने अपना एक भी दायित्व दिल्ली में निभाया नहीं। झूठ बोलने के सहारे उनकी गाड़ी चल जाएगी, इसी भरोसे चलते रहे और इसलिए भाजपा के बूथ कार्यकर्ता पर इनकी पोल खोलने की बड़ी जिम्मेदारी है। और सबूत के साथ खोलना चाहिए। आपके मोबाइल में सब वीडियो होंगे तो आप सबूत के साथ बता सकते हैं। आप अपने बूथ की हर उस गली को, वहां की तस्वीरें खींचे, वीडियो बनाएं। जहां गंदा पानी बह रहा है, नाले टूटे हुए हैं। अपने-अपने बूथ की खुदी हुई सड़कें, गड्ढे , इसके वीडियो, जो गंदगी के ढेर हैं, उनकी तस्वीरें और लोकेशन के साथ लगाकर शेयर करें। आपको मालूम है ये नए-नए जब आए, तब लोगों को कहते थे, वीडियो बनाओ और शीला दीक्षित के कोई भी लोग आते हैं, पैसे देते हैं तो वीडियो बनाओ। आज वो बोलते हैं, वीडियो का नाम नहीं लेते हैं। क्यों, क्योंकि उनको पता है कि उनके पाप खुलकर के मोबाइल में चमक रहे हैं। 

साथियों, 

बिजली के बिल का कितना बड़ा झटका मिडिल क्लास को लगा है, इस पर भी हर बूथ कार्यकर्ता को, आपदा वालों को एक्सपोज करना है। आपदा वालों के चलते दिल्लीवालों के हजारों रुपये के बिजली के बिल बढ़ गए हैं। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी क्या कर रही है। भाजपा सरकार देश के लोगों के लिए पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना लाई है। अभी इस योजना को लागू हुए कुछ दिन हुए हैं। और मैं काशी का एमपी हूं, इतने कम समय में काशी में 10 हजार घरों में ये सोलर पैनल लग चुके हैं। अब ये कहते हैं कि लोगों को हजार रुपया देंगे, दो हजार रुपया देंगे, ढाई हजार रुपया देंगे। लोगों को बताना, मोदी, भारत सरकार, 78 हजार रुपया देती है। हजार-दो हजार नहीं, और आपके घर पर पीएम सू्र्यघर योजना लागू हो सकती है।  इससे आपके बिजली का बिल तो जीरो हो जाता है, लेकिन अतिरिक्त बिजली बेचकर आप कमाई भी कर सकते हैं। देश के संसाधनों का सही उपयोग होता है। लेकिन ये शीशमहल वालों के कारोबार में ये सब चीज आती नहीं है। और दिल्ली में भाजपा सरकार बनने से ही…मैं दिल्ली वालों को विश्वास दिलाता हूं कि मैं स्वयं इस पर ध्यान रखूंगा कि हर परिवार को 80 हजार रुपया, 78 हजार  रुपया, 75 हजाररुपया कैसे मिले और उनके घर पर ये पीएम सूर्यघर योजना कैसे लागू हो, और ये रकम पहली बार भारत सरकार इतनी रकम दे रही है। 

साथियों, 

दिल्ली में एक बड़ा विषय यमुना जी की सफाई का है। यमुना जी के हाल हर इंसान को दुखी कर देता है। और हर साल छठी मैया की पूजा के समय यमुना जी की तस्वीरें देखकर पूरा देश चौंक जाता है कि ये क्या कर रहे हैं। आपदा वालों ने पहले वादा किया था कि पांच साल में यमुना की सफाई नहीं की तो वोट मत देना। और अब कह रहे हैं यमुना जी की सफाई से वोट नहीं मिलता है। इन लोगों के सारे बयान आपके पास मोबाइल पर है। ये वीडियो आपको अपने बूथ के हर घर में जाकर सुनाना है। 

साथियों,

मेरा अनुभव कहता है, यमुना जी पूरे दिल्ली शहर को नई ऊर्जा से भर सकती है। काशी में, प्रयागराज में स्वच्छ जल भी लोग देख रहे हैं। दुनियाभर से करोड़ों श्रद्धालु इन दिनों महाकुंभ आ रहे हैं, स्नान कर रहे हैं। आप आजकल देखते हैं, गुजरात में आपने देखा होगा, साबरमती में नर्मदा का पानी बह रहा है। और पूरे शहर की, पूरे  राज्य की शान बन गई है। आधुनिक रिवर फ्रंट बन गया है। मैं मानता हूं कि आज देश में जहां-जहां भाजपा को सेवा करने का मौका मिला है। सबूत सामने है, कितना बड़ा काम हो रहा है। और उन्होंने कैसी बर्बादी की है, कैसी आपदाएं लाई हैं। ये भी है। चलिए, रवि जी मैं ज्यादा समय आपसे बात नहीं करता हूं, काफी लोग इंतजार कर रहे हैं। आइए अब कौन बात करेगा।  

सुश्री ममता मेहरा, पहाड़गंज मंडल महामंत्री, करोलबाग

जय श्रीराम आदरणीय प्रधानमंत्री जी। मैं ममता मेहरा। पहाड़गंज मंडल। करोलबाग विधानसभा। दीपावली की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं। ये जो आपने हमें भेंट की हैं। 

पीएम- चलिए, मुझे बहुत अच्छा लगा। आप सारी चीजें याद रखते हैं। देखिए ममता जी, आपने तो सुना होगा मुझे कई बार और मैं हर बार मन की गहराई से कहता हूं। और मैं अनुभव भी करता हूं। और आज नहीं। मैं सत्ता के सिंहासन से हजारों मील दूर था। तब भी मैं फील करता था कि मातृशक्ति का मुझे हमेशा आशीर्वाद रहा है। और मैं तो हमेशा मानता हूं कि माताएं-बहनें ही मोदी का सबसे बड़ा सुरक्षा कवच हैं। ये बात सही है।

ममता - जी बिल्कुल सही है।

पीएम - आज कुछ नए-नवेले, फरेबबाज राजनेता ऐसे आए हैं कि जो माताओं-बहनों को कहते हैं कि वो उनका कवच है। मोदी कहता है कि माताएं-बहनें मोदी का कवच है। इतना बड़ा फर्क है सोचने का। और जब माताएं-बहनें इतना बड़ा सुरक्षा कवच मुझे दे रहे हैं तो मुझे भी उनका सेवा करना, दिन-रात उनके लिए नए-नए विचार करना, नई योजनाएं लाना, उनके लिए भलाई के लिए काम करना, ये मुझे मैं अपना पवित्र कार्य मान कर कर रहा हूं। दिल्ली भाजपा ने माताओं-बहनों के लिए हमारे जो दिल्ली भाजपा के लोग हैं। माताओं बहनों की बहुत सारी घोषणाएं की हैं। बहुत सारी योजनाएं रखी हैं। कल संकल्प पत्र आ गया है। उसकी चर्चा भी होती होगी। आप लोग जाते होंगे, बातें भी होती होंगी। ममता जी, आप मैं सुनना चाहता हूं, क्या लोग क्या कहते हैं।

ममता - आदरणीय मोदी जी, जिस तरह से आपने जो घोषणा-पत्र निकाला है। मंडल में महामंत्री होने के नाते मैं डोर टू डोर भी जा रही हूं। मैं एक शक्ति केंद्र भी हूं। मैं जाती हूं लोगों के बीच में सुनती हूं। जो आपने ये जो संकल्प पत्र निकाला है, जिस तरीके से 21 हजार रुपये महिलाओं के लिए, जो गर्भवती महिलाएं हैं, उनके लिए आपने ये घोषणा की है। 25 सौ रुपये की आर्थिक मदद जो आपने महिलाओं के लिए किया है। उससे वो महिलाएं बहुत उत्सुक हैं और बहुत खुश हो रही हैं। मैं मार्शल आर्ट से भी बिलोंग करती हैं। मैं जो लड़कियां हैं उनको फ्री में सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग भी देती हूं। और जो ये आपका घोषणा पत्र है..

पीएम- ममता जी आप मार्शल आर्ट कहां से सीख के आ गईं।

ममता - सर, एक्चुअली मैं ब्लैक बेल्ट होल्डर हूं। स्पोर्ट्स डीप फर्नोडे से। और जो आपने संकल्प पत्र दिया है भाजपा का, उसे हम हमारी लोकप्रिय पार्षद श्री मनीष चड्डा जी हैं, उनके साथ, उनका हमें पूर्ण सहयोग मिलता है। उनके साथ मिलकर हम लोग हर बूथ पर जा रहे हैं। और आपकी गारंटी, जो मोदी जी की गारंटी है ना, वो पूरी पब्लिक, पूरी महिलाएं उन तक ये चीज पहुंच रही है और वो आगे से हमें खुद जवाब देते हैं कि हां जी मोदी की गारंटी है तो इसका मतलब जो वो कहेंगे, वो करेंगे। जिस तरीके से वो लोग अपने 21 सौ वाले फार्म निकाल रहे हैं। उसपे उनको विश्वास हो ही नहीं रहा। क्योंकि आपने जो ढाई हजार वाला, जो 25 रुपए वाला आपने जो संकल्प पत्र आपने जारी किया है, उससे हमें बहुत मदद मिल रही है। हम आगे जा रहे हैं और जो हमारे यहां की महिलाएं हैं, करोलबाग विधानसभा की, उनको वहां से ज्यादा आप पर विश्वास हो रहा है। कि नहीं मोदी जी की गारंटी है तो सब सही ही होगा। 

पीएम - देखिए, ममता जी, मुझको चुनाव का काफी लंबा अनुभव रहा है। एक बड़ी इंट्रेस्टिंग घटना सुनाता हूं। 2007 में गुजरात में चुनाव थे। तो कांग्रेस वालों ने क्या किया कि एक नमूना के लिए एक मैदान में एक मकान बनाकर के खड़ा किया। कार्ड बोर्ड का मकान बनाया था उन्होंने। और लोगों को उसकी फोटो दिखाकर बताते थे कि हम आपके लिए ऐसा घर बनाएंगे। फिर फार्म भरवाते थे और मीडिया वाले भी लगातार दिखाते थे कि देखो कांग्रेस वाले ऐसे मकान बनाने वाले हैं। गरीबों के लिए मकान बनाने वाले हैं। और सबको लगता था कि ये इतना बढ़िया आइडिया है इनका कि वो चुनाव जीत जाएंगे। लेकिन गुजरात की जनता जानती थी कि ये मकान कार्ड बोर्ड का बना करके, दिखा करके, फार्म भरा करके, योजना का कार्ड दे करके ये जो फरेब करते हो, बाद में मुकर जाते हैं। और कांग्रेस बुरी तरह से हार गई थी। ये दिल्ली में भी ये लोग कांग्रेस की नकल कर रहे हैं। और ये कार्ड दे रहे हैं। फार्म भरवा रहे हैं। और उनकी पंजाब में सरकार है। सबको डुबो दिया उन्होंने। कांग्रेस वाले भी यही करते हैं। ये पूरी तरह, उनके जो कारनामे हैं। अब जनता भली-भांति जानती है। मेरा तो गुजरात का अनुभव है। ऐसा बढ़िया मकान करके दिखाया था। और इतने फार्म भरवाए थे और बाद में तो पता चला कि वो फार्म भरवाने के भी पैसे मार लेते थे, चोरी-छिपे से। खैर, मैं उन बातों में नहीं जाता हूं। लेकिन ममता जी मैं एक बात जरूर कहूंगा कि बूथ के हर कार्यकर्ता को कांग्रेस वाले या आपदा वाले जो घोषणाएं कर रहे हैं। उन पर दिल्ली की जनता का कोई भरोसा नहीं है। हिमाचल की लाखों बहनें आज भी कांग्रेस का वादा पूरा होने का इंतजार कर रही हैं। पहले हरियाणा, फिर महाराष्ट्र की बहनों को भी कांग्रेस ने ऐसी झूठी घोषणाओं से भ्रम में डालने की कोशिश की थी। ये आपदा वाले तो कांग्रेस से भी दो कदम आगे हैं। कांग्रेस में बर्बादी और बुराइयां आने में सात दशक लग गए, उनको तो सात महीने में सारी बुराइयां कांग्रेस की आ गईं और अब तो पिछले नौ साल में उन्होंने उन बुराइयों को भी डबल कर दिया है। आप याद कीजिए, आपदा ने पंजाब की बहनों को 1 हजार रूपया हर महीने देने का वादा किया था, तीन साल हो गए हैं। एक नया पैसा अभी तक दिया नहीं है। दिल्ली में भी बहुत पहले हर महिला को एक हजार रूपये देने की घोषणा की थी। वो पैसा नहीं मिला। अब इंक्रीमेंट की घोषणा कर रहे हैं। ये दुनिया का पहला ऐसा आपदा मॉडल है, जो सिर्फ हवा में ही घोषणाएं करता है। झूठ बोलता है। फरेब करता है।

साथियों,

भाजपा का मॉडल सच्चाई का मॉडल है। हमने चुनाव के समय वादा किया था कि बुजुर्गों को आयुष्मान योजना के दायरे में लाएंगे। आज देश में 70 वर्ष की आयु से ऊपर के हर बुजुर्ग  चाहे वो किसी भी वर्ग को हों, सभी को आयुष्मान योजना का लाभ मिलना शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने लाडली बहना योजना शुरू की और उसका पूरा पैसा बहनों-बेटियों को दिया। महाराष्ट्र की भाजपा सरकार ने भी लाडकी बहना योजना के तहत बहनों को पैसा दे दिया। ओडिशा में हमने चुनाव से पहले सुभद्रा योजना की घोषणा की थी। अभी सरकार बने एक साल भी नहीं हुआ है, सरकार में आते ही हमने सुभद्रा योजना का पैसा महिलाओं के खाते में भेजना शुरू कर दिया है।

साथियों,

आपको कुछ काम और भी करने हैं। अपने संकल्प पत्र में क्या उनके लिए है, नागरिकों के लिए क्या है। माताओं-बहनों के लिए क्या है। युवकों के लिए क्या है। ये बारीकी से बताना चाहिए। आपके बूथ में पाइप के सस्ती गैस का कनेक्शन जहां-जहां आया है, वहां भी लोगों को बताना है कि ये केंद्र की भाजपा सरकार कर रही है। जिन इलाकों में पाइप से गैस कनेक्शन नहीं पहुंचा है। मेरी तरफ से उनको बता दीजिए, गारंटी दे देना कि वहां भी पहुंचने वाला है। आपके बूथ में मुद्रा योजना की लाभार्थी कितनी बहनें हैं। इसकी लिस्ट निकालिए। उनसे मिलिए। और आपने उत्साह से बातें की और आप खेल की दुनिया में भी अच्छा नाम कमा रही हैं मैं आपको बधाई देता हूं। और विश्वास करता हूं…जी ममता जी कुछ कह रही थीं आप

ममता - मैं सिर्फ इतना कह रही थी इस बार हमने आपदा को हटाना है और भाजपा को ही लाना है। ये मैं अपने पूरे विधानसभा की तरफ से आपको एक गारंटी देती हूं। ये भी मोदी जी की ही गारंटी है कि हम लोग आपदा को हटाएं और भाजपा को लाएंगे। 

पीएम - वाह, बहुत बढ़िया। चलिए आपके मुंह में घी-शक्कर। चलिए आगे कौन है...

कमलेश कुमार यादव,  बूथ पालक, संगम विहार

कमलेश कुमार यादव- आदरणीय प्रधानमंत्री जी मेरा आपको सादर नमस्कार।

पीएम मोदी- नमस्कार भैया।

कमलेश कुमार यादव- मेरा नाम कमलेश कुमार यादव है । मैं संगम विहार विधानसभा में दक्षिण दिल्ली लोकसभा में 50 नंबर बूथ का बूथ पालक हूं। जिले में उपाध्यक्ष और झुग्गी विस्तारक योजना का संयोजक के रूप में कार्य कर रहा हूं। 

पीएम मोदी- कमलेश जी नमस्कार,  मुझे बहुत अच्छा लगा और आपने बहुत बढ़िया तरीके से अपना परिचय बताया। मतलब कि आप बिलकुल संगठन के पक्के मजबूती वाले कार्यकर्ता दिखते हो। मेरे अनुभव से मैं कह सकता हूं।

कमलेश कुमार यादव- 1989 से भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं जी। 

पीएम मोदी- वाह, देखिए आपकी बात में ही पता चल जाता है कि आप कितने जड़ों से जुड़े हुए संगठन की हर बारिकी से जुड़े कार्यकर्ता हैं। अच्छा कमलेश जी आप जैसे सीनियर कार्यकर्ता को बहुत सी बातें मालूम होती हैं। अब मैंने लाल किले से कहा था कि भारत की युवा शक्ति विकसित भारत के निर्माण का एक बहुत मजबूत पिलर है। बीते 10 वर्षों में बड़ी-बड़ी कंपनियों के लिए, स्टार्टअप्स के लिए ढेर सारे अवसर बने हैं। लेकिन, दिल्ली में  आपदा वालों की आपदा ऐसी मुसीबतें लाती रही है, कि वो उससे फरेब करती रही है अब ये सब युवा जान गए हैं। कमलेश जी आप जैसे अनुभवी कार्यकर्ता जब जाते हैं तो खुले मन से युवाओं से गप्पे मारते होंगे, बातें करते होंगे मैं सुनना चाहता हूं युवाओं से क्या बातें सुनने को मिलती हैं। 

कमलेश कुमार यादव- मोदी जी, सबसे ज्यादा आज परेशान हैं इस दिल्ली के अंदर तो मुझे लगता है हमारा युवा परेशान हैं। जो युवा अपने आप को इस देश को आगे बढ़ाने में अपना नाम करना चाहता है। जैसे पढ़ाना चाहता है तो कोई भी जो आईटी सेक्टर में बच्चे हैं, जिन्होंने बीटेक किया है, साइंस से पढ़े हुए बच्चे हैं। उनको किसी भी तरह का दिल्ली के अंदर इन 10 सालों में किसी भी, कोई सहायता नहीं मिली। कोई कॉलेज नहीं खुला। कहीं ऐसा नहीं है जहां हमारा बच्चा यहां दिल्ली में पढ़कर दिल्ली में सर्विस कर सके। हमारे यहां पढ़ने के बाद बच्चा और राज्यों में जा रहा है। सबसे ज्यादा अगर ठगा हुआ महसूस इस आपदा सरकार में कर रहा है तो मुझे लगता है कि युवा कर रहा है। मैं कई कोचिंग सेंटर ऐसे हैं संगम विहार में हमारा जाना होता है तो वो बहुत परेशान हैं क्योंकि हमारे यहां ना तो साउथ दिल्ली के अंदर माननीय प्रधानमंत्री जी जो स्कूल हैं, जो इन्होंने कहा था कि हम स्कूल खोलेंगे, इन्होंने 63 स्कूल खोले, 500 का वादा किया। और उसमें भी सबसे बड़ी परेशानी ये है कि साइंस के स्कूल नहीं हैं। गिनती के स्कूल हैं साइंस के और जिनके अंदर बच्चों का एडमिशन नहीं हो पाता तो वो बच्चे आगे जाकर करेंगे क्या। इसी तरह से कोई भी कॉलेज, इन्होंने कॉलेज का वादा किया इन्होंने 20 कॉलेज बोले एक भी सरकारी कॉलेज स्थापित नहीं किया। उसकी वजह से आज हमारे यहां युवा इस दिल्ली के अंदर इस आपदा सरकार से परेशान है।

पीएम मोदी- कमलेश जी आपने अपनी पीड़ा व्यक्त की और मैं जानता हूं आप तो बहुत प्रगतिशील रहे हैं। अब बेटी विदेश में है कि इन दिनों वापस आ गई। 

कमलेश कुमार यादव- बेटी अभी विदेश में है। PHD किया है मोदी जी उसने। अभी उसका PHD क्लीयर हुआ है। 

पीएम मोदी- कमलेश जी आप तो हमेशा युवा पीढ़ी के बीच रहने के बीच रहने वाले कार्यकर्ता रहे हैं। और दिल्ली के युवा इस बार मन बना चुके हैं। मुझे भी जितनी जानकारी मिलती है यही बात सुनने को मिलती है। इस बार दिल्ली के शत-प्रतिशत युवाओं का वोट भाजपा को एनडीए को ही मिलने वाला है। दिल्ली का युवा चाहता है दिल्ली में रोजगार, स्व-रोजगार के अवसर बढ़ें। दिल्ली स्टार्टअप हब बने। यहां उसकी युवा एस्पिरेशंस के हिसाब से काम करने वाली सरकार हो। इसलिए दिल्ली के युवा की पहली पसंद भाजपा है। दिल्ली का युवा आपदा वालों से नफरत करता है और सजा करने के मूड में है। हमने देखा है कि कैसे आपदा वालों ने दिल्ली से झूठ बोला, घोटाले किए। भाजपा के हर बूथ कार्यकर्ता को दिल्ली के युवा की आवाज बनना है। अपने बूथ के हर फर्स्ट टाइम वोटर से मिलना भी आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। आप संकल्प पत्र में दिल्ली के नौजवानों के लिए जो घोषणा की गई है। वो उनके साथ बैठकर बातें करते-करते, चर्चा करके बताइये और ये आपदा वाले जोर-शोर से दावा करते हैं। दिल्ली में स्कूलों के लिए क्या किया-क्या किया बोलते रहते हैं, लेकिन सच्चाई क्या है वो लोग जानते हैं। लेकिन हमें बार-बार याद कराना होगा। जैसा कि आपने कहा स्कूलों का क्या हाल करके रखा है। घोटाला कितने किए हैं। अब आपदा वालों का ये जो फरेब है। ये सबके सामने लाना बहुत जरूरी है। भाजपा सही मायने में दिल्ली के सरकारी स्कूलों को सुधारेगी। इसलिए केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा की घोषणा संकल्प पत्र में की गई है। इसी तरह नौकरियों को लेकर भी आपदा वाले सिर्फ फर्जी घोषणाएं करते हैं और भाजपा सरकार नौजवानों के लिए कैसे काम करती है ये उदाहरण भी हर भाजपा कार्यकर्ता को पता है। अब हरियाणा में देखिए सरकार बनते ही खर्ची-पर्ची के बिना भाजपा ने परंपरा शुरू की वहां। 10 साल से चल रही है और अभी जब सरकार बनी तुरंत बिना खर्ची-बिना पर्ची लोगो को, हजारों नौजवानों को नौकरी का ऑर्डर मिल गया। आपको ये भी पता है कि अभी-अभी भारत सरकार ने एक बहुत बड़ा निर्णय लिया है। 8वां पे कमिशन बनाने की घोषणा कर दी है। अब दिल्ली में लाखों परिवार हैं ये पेंशन भी पाने वाले लोग हैं, सरकारी नौकरी में जिंदगी गुजारने वाले लोग हैं, रिटायर्ड लोग हैं। इन सबका भाग्य बदलने वाला काम ये 8वां पे कमिशन करने वाला है। ये भी जरूर बताइये लोगों को। अच्छा मेरा एक सुझाव है, कमलेश जी मैं आपके माध्यम से दिल्ली के जितने भी मंडल स्तर के, विधानसभा स्तर के या बूथ स्तर के कार्यकर्ता सुन रहे हैं मैं आपको चुनाव के दरमियान एक कार्यक्रम देना चाहता हूं। ये कार्यक्रम ऐसा है मेरे मन में कि नौजवानों की रजिस्ट्री करिए, जिनको वर्तमान चुनाव के संबंध में संवाद करना है। 5-7 मिनट का भाषण करना है, भाषण कला जानता है और एक विधानसभा में, हमारा जैसा एक शक्ति केंद्र होता है या 10 बार हम इवेंट बनाने का तय कर लें और यूथ पंचायत करें। 50 नौजवान खड़े हों, 200 हो, 500 हो जो भी हो और 5-7 नौजवान अलग-अलग विषयों पर बढ़िया तरीके से बोलें। जो बेस्ट बोलेगा उसका सम्मान किया जाए, सर्टिफिकेट दिया जाए। लेकिन मैं मानता हूं एक अच्छा यूथ पंचायत इस चुनाव में दिल्ली में करके सारी सच्चाई नौजवानों से चर्चा करके उजागर करनी चाहिए। कमलेश जी मुझे बहुत अच्छा लगा और आपकी बेटी को भी मेरा बहुत-बहुत आशीर्वाद है वो बहुत प्रगति कर रही है सुनकर अच्छा लग रहा है PHD कर रही है।

कमलेश कुमार यादव- बहुत-बहुत धन्यवाद मोदी जी। मुझे भी बहुत खुशी हुई आपसे मिलकर इतने सालों में आपसे मुलाकात, बात करने का मौका मिला।

पीएम मोदी- क्या करे भाई आप लोगों ने मुझे ऐसे काम में लगा दिया है  

कमलेश कुमार यादव- आपके लिए विदेशों में भी जो बच्चे पढ़ रहे हैं मोदी जी वो भी वापस आना चाहते हैं। आपकी गारंटी के हिसाब से वो बच्चे भी वापस आना चाहते हैं। बस सिर्फ आप जब तक इस चीज को लेकर आएंगे बच्चे जो विदेशों में गए हुए हैं वो भी यहां आकर काम करना चाहते हैं।

पीएम मोदी- आपकी बात सही है आजकल रिवर्स ट्रेंड चल रहा है। बहुत बड़ी मात्रा में लोग भारत का जो माहौल है उसका फायदा लेना चाहते हैं, अच्छी बात है।  आइए, अब कौन हैं जिनसे बात करेंगे हम

चैतन्य पांडेय, बूथ अध्यक्ष, राजिंदर नगर

चैतन्य पांडेय- नमस्कार प्रधानमंत्री जी। 

पीएम- नमस्ते जी। 

चैतन्य पांडेय- मैं चैतन्य कुमार पांडे, एक ऑटो चालक हूं और बूथ नंबर 132 गैस गोदाम, टोडा झुग्गी, राजिंदरनगर विधानसभा का बूथ अध्यक्ष। 

पीएम- चैतन्य जी आपसे मिलना तो मेरे लिए स्पेशल हो गया है। क्योंकि ये पत्रकार मित्र जब देशभर में जाते हैं चुनाव का आकलन करने के लिए। तो आकर के पूछते हैं तो वो कहते हैं कि हमने ऑटो रिक्शा वाले से बात की थी। टैक्सी ड्राइवर से बात की थी, होटल के अंदर जो सर्विस देता है उससे बात की थी। ये हमेशा कहते हैं। और उनको ऑटो रिक्शा वाले से जो जानकारियां मिलती हैं। वो सबसे परफेक्ट होती है, ये अखबार वाले हमेशा कहते आए हैं। तो मुझे भी खुशी है कि ऑटो चालक हो और मेरा बूथ का नेता हो, ऐसा चैतन्य आपने तो चैतन्य जगा दिया। अच्छा चैतन्य जी बताइए, आजकल आपदा के समर्थक और कार्यकर्ता भी मायूस हो गए हैं। ये मानकर के बैठे हैं कि ये तो कट्टर बेईमान निकले। बहुत बड़ी निराशा भीतर भी आपदा वालों के अंदर और समाज में तो है ही है। और भ्रष्टाचार में नए रिकॉर्ड बनाते गए और शरम नहीं है। सबसे बड़ी बात देखिए,  इतना बड़ा शीशमहल कोई शरम नहीं। इतना बड़ा शराब कांड, कोई शरम नहीं। इतने बड़े घोटाले, शरम नहीं। ये सार्वजनिक जीवन में कोई भी नौजवान, कोई भी नागरिक पसंद नहीं करता है। ये घोटालों को लेकर दिल्ली में गुस्सा भी बहुत भारी है। और आपके साथ ऑटो रिक्शा में लोग बैठते होंगे, बातें करते होंगे, और आप भाजपा के हैं तो सामने से बातें निकालते होंगे। तो आपके पास तो जानकारियों का खजाना होगा। तो चैतन्य जी जरा मुझे भी बताइए, ताकि दिल्ली के जितने भी साथी सुन रहे हैं, उनकी चेतना जग जाएगी। 

चैतन्य पांडेय- ऐसा है प्रधानमंत्री जी, अभी जो ऑटो चालक, टैक्सी चालक जो हमारे संकल्प पत्र आए हैं, उनसे काफी वो लोग खुश हैं। और 10 साल से जो ये आपदा की सरकार ने जो इनको झूठ बोल-बोल के इनका इस्तेमाल करके जो सरकार बनाई, इस बार ये लोग आपदा को हटाके और भाजपा को लाने के लिए एकदम दृढ़संकल्प हैं। और मैं चूंकि झुग्गी से आता हूं, तो झुग्गियों में ये जो अटल कैंटीन की व्यवस्था की, जो हमारा संकल्प पत्र आया है, उससे भी काफी लोग प्रभावित हैं। और मैं ये मुख्य रूप से कहना चाह रहा हूं, कि  जब ये शराब एक के साथ एक फ्री दिया जाता था तो सबसे प्रभावित ऑटो चालक और झुग्गी वाले ही होते थे। 

पीएम -आपकी पीड़ा सही है। 

चैतन्य पांडेय- प्रधानमंत्री जी हमारी झुग्गियों में ऑटो के अलाव ई-रिक्शा वाले भी काफी रहते हैं। और उन लोगों का मुझे बार-बार सुझाव दिया जाता है। जैसे ऑटो और टैक्सी के लिए बीजेपी ने संकल्प पत्र जारी किया तो क्या हम ई-रिक्शा वालों के लिए कुछ नहीं कर सकते हैं। 

पीएम- मेरी तरफ से कह दीजिए, जो ऑटो वालों के लिए है, वो ई-रिक्शा वालों को भी मिलेगा। 

चैतन्य पांडेय – इससे हम लाखों घर प्रभावित होंगे और वो एकदम से। 

पीएम - आप मेरी तरफ से बता दीजिए, ये दिल्ली भाजपा के लोगों से मैं बात कर लूंगा। और मैं उनको समझाऊंगा कि ये छूट गए हैं, इनकी चिंता करो। और जरूर दिल्ली भाजपा के लोग मेरी बात जरूर मानेंगे। 

चैतन्य पांडेय- हम जिस झुग्गी से आते हैं, गैस गोदाम झुग्गी से। प्रधानमंत्री जी से पिछले 20 सालों से हम हमेशा यहां से जीतते आ रहे हैं। कभी यहां भाजपा की हार नहीं हुई है। 

पीएम- इसका कारण क्या है मालूम है। चैतन्य जैसे जमीन जुड़े हुए लाखों कार्यकर्ताओं की मेहनत। दिन-रात में देखिए, कैसी बारीकी लाई आपने मेरे सामने। यानि एक जमीन से जुड़ा कार्यकर्ता कितना बारीकी से भाजपा का नेतृत्व करता है। और ये खुशी देखिए, कि झुग्गी में काम करने वाला मेरा चैतन्य, मेरा साथी, जो ऑटो चलाता है। उसको खुद की चिंता तो है ही, लेकिन लेकिन ई-रिक्शा वालों की भी चिंता वो करता है। और वो देश के प्रधानमंत्री को इस बात को समझाने में सफल हो जाता है। और प्रधानमंत्री उसकी बात मान लेता है। ये है भाजपा की ताकत। 

चैतन्य पांडेय- ये जो आपने झुग्गी के बदले मकान बनाके दिया है, इससे भी हमारे झुग्गी वाले काफी खुश हैं और वो चाहते हैं कि ये झुग्गी की ये नारकीय जीवन केजरीवाल सरकार ने आपदा सरकार ने दी है इनको, उससे निकाल करके हमें पक्के मकान देंगे और ये मोदी जी की ही गारंटी है, और मोदी जी ही कर सकते हैं। क्योंकि आपदा सरकार ने तो सिर्फ झूठ बोलना और झूठ बोलना है। और शराब पिलाना है और भविष्य बर्बाद करना है। 

पीएम- चैतन्य जी, मैं तो सब दिल्ली के कार्यकर्ताओं से कहता हूं, आप जहां भी जाएं और लोग झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे हैं तो उनको मेरी तरफ से कह दीजिए कि मोदी ने तय किया है कि इस देश के हर परिवार के पास पक्की छत वाला घर होना चाहिए। और ये मोदी करके रहेगा, पिछले 10 साल से करता रहा है, आगे भी करता रहेगा। और मकान देकर रहेगा, ये आप बता दीजिए, मेरी तरफ से गारंटी दे दीजिए। जिसका भी छूट गया है, उनको मिलेगा।

चैतन्य पांडेय- उनको भरोसा भी है, मोदी जी की गारंटी पे। उनको पता है मोदी जी गारंटी मतलब आपदा जाएगी और भाजपा आएगी। 

पीएम- अच्छा भाई चैतन्य जी, आपने भ्रष्टाचार को लेकर, आप तो जानते ही हैं, कांग्रेस और आपदा दोनों का ट्रैक रिकॉर्ड आप तो ऑटो रिक्शा में बैठने वाले सब लोगों से बात करते होंगे। ऐसा इनका रिकॉर्ड है भ्रष्टाचार का, एक-दूसरे को हराने में लगे हुए हैं, कौन जीतता है। इसमें कौन आगे निकलता है। और आपदा के लिए अन्ना हजारे समय भ्रमित होकर जितने लोगों ने समर्थन किया सब आज दुखी हैं। 

साथियों, 

भाजपा ने राम मंदिर, आर्टिकल 370, यूनिफॉर्म सिविल कोड, ये अपनी विचारधारा के मूल में रखा। इन पर पूरी ईमानदारी से काम किया। और हमारे विचारधारा का एक ही केंद्रबिंदु है- नेशन फर्स्ट।  भारत सबसे ऊपर। लेकिन ये आपदा वाले तो अपनी विचारधारा से ही पलट गए। जनलोकपाल के नाम पर पार्टी बनी। आज न ये दिल्ली में है, न पंजाब में है। और न ही इसके लिए बोलते हैं वो, ताले लग गए। दिल्ली में तो ये बहाने बनाते हैं लेकिन पंजाब में तो उनकी सरकार है, वहां भी नहीं कर रहे। पहले क्या-क्या बातें करते थे और अब क्या हुआ है। यह भेद जो है ना, ये फर्क जो है, ये आपको फरेब को एक-एक नागरिक तक पहुंचाना है। ये आपदा वाले सीएजी की रिपोर्ट दिखा-दिखाकर घोषणा करते थे कि कांग्रेस का फलाना नेता भ्रष्टाचारी, फलाना नेता बेईमान है, कागज हाथ में लेके कहते थे, मेरे पास तो टेलीफोन नंबर है, स्विस बैंक का टेलीफोन नंबर है। क्या-क्या नाटक करते थे। आज सीएजी रिपोर्ट ऑफिशियल आया है। संविधान में कहा गया है कि रिपोर्ट सार्वजनिक करना, असेंबली में रखना। वो चार साल से छुपा रहे हैं, दबा रहे हैं। यानी सच से कितना डरते हैं। अपने पापों का हिसाब जब देश की जनता जानेगी तो क्या होगा, इस भय के कारण। सीएजी की रिपोर्ट को दबा करके बैठ गए। क्योंकि शराब घोटाले का कच्चा चिट्ठा, सीएजी ने खोल के रखा है। शीशमहल में से जो-जो चीजें चौंकाने वाली चीजें आई हाथ में, सीएजी ने बता दिया। देश चौंक गया है। और मैं मानता हूं कि मीडिया में भी काफी चर्चा हुई है। सारा इकट्ठा करके एक-एक घर में मोबाइल फोन में लोगों को दिखाना चाहिए। शराब घोटाले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने इनके नेताओं को लेकर क्या-क्या कहा है और कैसी शर्तें लगाई उनको बेल देने पर। कितने बंधनों में बांध देना पड़ा। हर बूथ को बता देना चाहिए कि कोर्ट ने इन पर कितनी पाबंदियां लगाई हैं। आप दिल्ली की जनता को बताएं कि भाजपा सरकार बनते ही सबसे पहले सीएजी की रिपोर्ट को विधानसभा में पेश किया जाएगा, ताकि लोगों को सत्य का सारा सबूत लोगों के हाथ लग जाए। 

साथियों 

मुझे बात कर के बहुत अच्छा लगा। मैं ज्यादा समय आपका लेना नहीं चाहता हूं क्योंकि चुनाव में आपको भी बहुत सारी जिम्मेवारी है। बहुत सारे घरों तक पहुंचना है, एक-एक मतदाता तक पहुंचना है। 

साथियों,

दिल्ली वाले दो चीजों को लेकर एकदम साफ हैं। मैं दिल्ली के नागरिकों की बात कर रहा हूं। और भाजपा का हर कार्यकर्ता इस बात को महसूस करता होगा, दिल्ली वाले कह रहे हैं कि 14-15 साल की सरकार देखी फिर बीते 11 साल से आपदा को भुगता। और ये 25 साल बहुत बड़ा समय होता है। और इसलिए सामान्य मानवी भी कह रहा आपदा को हटा कर रहेंगे भाजपा को लाकर रहेंगे। आप देखिए, हिंदुस्तान के कई शहर है, उनकी अपनी एक छवि बन रही है। हर एक शहर की पहचान बन रही है, लेकिन दिल्ली आज भी केंद्र सरकार से जानी जाती है। भारत का राजधानी के रूप जानी जाती है। हमें दिल्ली की एक ऐसी पहचान बनानी चाहिए कि दिल्ली को लोग उस बात से लिए याद करें। दिल्ली की वो पहचान होनी चाहिए। दिल्ली में वो सामर्थ्य है, लेकिन इन्होंने सामर्थ्य को बाहर नहीं आने दे रहे। और इसलिए दिल्ली के स्वाभिमान को जगाना है। दिल्ली के अंदर वो चेतना पैदा करनी है। अगर बेंगलरू की पहचान हो, अरे गुड़गांव की पहचान बन गई है, नोएडा की पहचान बन गई है। दिल्ली की नहीं बनी। सोनीपत की बन गई, पानीपत की बन गई। चंडीगढ़ की बन गई। दिल्ली राजधानी है बस यही एक टैग लगा हुआ है। दिल्ली का सामर्थ्य बहुत है। इन्होंने दिल्ली के सामर्थ्य को दबोच के रखा है और इसलिए दिल्ली के स्वाभिमान को मैं जानता हूं। दिल्ली के सामर्थ को मैं जानता हूं। दिल्ली के लोगों के एस्पिरेशन को मैं जानता हूं। हमें लोगों की आशा आकांक्षा की दिली बनाना है और दुनिया भर में दिल्ली की अपनी एक स्वतंत्र पहचान जिससे दिल्ली जाना जाए। 

साथियों, 

दिल्ली में ये आपदा वालों का तो एक ही काम है। हर चीज का आरोप किसी दूसरे पर मढ़ देना। झगड़े करते रहना। सिवाय झगड़े उन्होंने कोई काम नहीं किया। दिल्ली के लोगों का बहुत नुकसान हुआ है। और दिल्ली में अब आवश्यकता है डबल इंजन की सरकार। आस-पड़ोस के राज्यों से भी अच्छा तालमेल रखे, केंद्र के साथ भी मिलकर चले। शक्ति इतनी इकट्ठी करनी है ताकि दिल्ली को हम पिछले 25 साल की जो खोट है, 25 साल का जो गड्ढा है वो हमें पांच साल में भरना है और दिल्ली को आगे ले जाना है। 

साथियों, 

मैं पक्का मानता हूं कि दिल्ली के नागरिक इस बार भाजपा को यह दायित्व देने के लिए कृतसंकल्प है। यह अवसर देने के लिए तैयार हैं। बूथ कार्यकर्ता के नाते हमारा पहला काम यह होना चाहिए कि दिल्ली के हर वोटर तक हमारा मिलना होना चाहिए और एक बार नहीं दो बार नहीं तीन-तीन बार मिलना होना चाहिए। उनके वोटर कार्ड, वोटर लिस्ट में उनके नाम, उनका पोलिंग स्टेशन कहां है, पोलिंग बूथ कहां है, कितने बजे हैं, कब वोटिंग है, सारी बातों की जानकारी। उम्मीदवार है तो उम्मीदवार का मशीन के अंदर कितने नंबर पर नाम है। ईवीएम पर पहले नंबर पर है, तीसरे नंबर है, पांचवें नंबर पर, कहां पर है सारी बातें एक एक मतदाता को बतानी चाहिए। और मैं तो मानता हूं अभी से एक टीम बनाइए जो लास्ट डे के काम के लिए हो। जब 5 बजे प्रचार पूरा हो जाएगा। तीन तारीख शाम को 5 बजे प्रचार पूरा हो जाएगा। तो तीन शाम से लेकर के पांच रात और 8 तारीख को काउंटिंग। यह भी अलग काम होते हैं बहुत सी चीजें बारीकियों से। मतदाता सूची पहुंची है, नहीं पहुंची। पोलिंग बूथ एजेंट बना कि नहीं बना। एजेंट का सर्टिफिकेट मिल गया कि नहीं मिल गया। फोटो पहुंच गया, बहुत काम होते है। अभी से बूथ में पोलिंग के दिन करने के लिए टीम तैयार कर लीजिए। और उनको क्या-क्या काम करने हैं वो करते रहें। और अभी जो संगठन का काम कर रहे हैं मतदान का काम कर रहे हैं वो अभी से काम करना शुरू कर दें। वोटर कार्ड, उनको जाते हैं तो कौन-कौन से आईडी प्रूफ लेकर जाना पड़ता है, उनके पास क्या-क्या होना चाहिए। दिल्ली में मैक्सिमम वोटिंग हो, हर बूथ में, बूथ में वोटिंग का रिकॉर्ड बनाने है। पुराने रिकॉर्ड तोड़ने काम का काम बूथ में होना चाहिए। और ये अगर बूथ के कार्यकर्ता करेंगे तो मुझे पक्का विश्वास है कि 50 प्रतिशत से अधिक वोट से जीतने का जो हमारा बूथ का संकल्प है। अपने बूथ में अलग-अलग काम। एक और काम इस बार दिल्ली भाजपा के लोगों की एक इच्छा थी और मुझे भी लगा मुझे दिल्ली के नागरिकों के मैं 10 साल से दिल्ली में रह रहा हूं दिल्ली के हवा-पानी में ही मेरा गुजारा हो रहा है तो मेरा भी एक नागरिक के नाते भी कर्तव्य बनता है कि दिल्ली के मतदाताओं से बात करूं और इस बार मैंने एक चिट्ठी लिखी है। हर मतदाता के लिए, हर घर के लिए चिट्ठी लिखी है। मेरे बूथ के कार्यकर्ताओं से मेरा आग्रह है कि मेरा पत्र लेकर के हर घर में जाइए और हो सके तो उन सब परिवार के लोगों को बिठा कर के मेरा पत्र उनके सामने पढ़िए और फिर उनके हाथ में दीजिए। तो आप मेरे साथी हैं। मेरा काम इतना जरूर करेंगे कि मेरा पत्र घर-घर में जाकर के खुद पढ़ें और फिर उनको देकर के आएं। इतना आप जरूर करिए। देखिए बूथ में अलग-अलग प्रकार के लोग होते हैं कोई कपड़े सिलने वाला होगा। कोई दिहाड़ी मजदूरी करने वाला, कोई दुकानदार होगा, हर एक का अलग-अलग कंसर्न होता है। हमें उसका जो संबंध वही मैसेज देना चाहिए, उसको लगना चाहिए हां उसके लिए भी कुछ है। ये भाजपा का संकल्प पत्र एक ऐसा गुलदस्ता है उस गुलदस्ते में उसके लिए भी कोई ना कोई अवसर है। और घोषणा पत्र में से ऐसी बातें चुनें जो बूथ के जो महत्त्वपूर्ण लोग हैं उनका ध्यान केंद्रित करें। देखिए हमारे सीनियर सिटीजन हैं उन्हें तो जरूर मिलना चाहिए। उनके पास अनुभव होता है, वह चीजों को चलाने, उनकी बात अड़ोस-पड़ोस के लोग भी मानते हैं। 

साथियों, 

मुझे पूरा भरोसा है कि आप मेहनत करने में कोई कमी नहीं रखेंगे। एक-एक परिवार तक पहुंचने का संकल्प लेकर निकल पड़ेंगे। विकसित भारत बनाने में दिल्ली का बहुत बड़ा योगदान हो, ये मेरे लिए भी बहुत आवश्यक है, देश के लिए भी बहुत आवश्यक है। और इसलिए दिल्ली में ऐसी सरकार चाहिए, जो दिल्लीवासियों के सपने भी पूरे करें और देशवासियों को भी प्रेरणा दे, दिशा दे। देश के लोग दिल्ली से बहुत कुछ सीखना चाहते हैं। वैसा दिल्ली हमें बनाना है तो साथियों आज आप सबसे मुझे बात करके के अच्छा लगा। पोलिंग बूथ के कार्यकर्ताओं से बात करना मतलब कि जमीन में जो भाजपा की जड़े हैं उन जड़ों से एक नए प्रकार की प्राण शक्ति प्राप्त करना। तो मेरे लिए आज का संवाद व्यक्तिगत जीवन में भी प्राण शक्ति भरने वाला संवाद है। तो मैं सुंदर चौधरी जी का, रवि कुमार जी का, ममता जी का, कमलेश यादव का, चैतन्य पांडे जी का भी बहुत आभारी हूं कि आपने बहुत अच्छे ढंग से वहां की जानकारियां मुझे दीं। और दिल्ली के कार्यकर्ताओं ने इतना बड़ा कार्यक्रम किया है जो जानकारी मुझे मिल रही है बहुत ही गर्व होता है आपकी मेहनत पर, आपकी प्लानिंग पर, आपकी मैनेजमेंट पर। बहुत-बहुत बधाई बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 

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December 18, 2025

नमस्ते!
अहलन व सहलन !!!

ये युवा जोश आपकी एनर्जी यहां का पूरा atmosphere चार्ज हो गया है। मैं उन सब भाई बहनों को भी नमस्कार करता हूँ, जो जगह की कमी के कारण, इस हॉल में नहीं हैं, और पास के हॉल में स्क्रीन पर यह प्रोग्राम लाइव देख रहें हैं। अब आप कल्पना कर सकते हैं, कि यहाँ तक आएं और अंदर तक नहीं आ पाएं तोह उनके दिल में क्या होता होगा।

साथियों,

मैं मेरे सामने एक मिनी इंडिया देख रहा हूं, मुझे लगता है यहां बहुत सारे मलयाली भी हैं।

सुखम आणो ?

औऱ सिर्फ मलयालम नहीं, यहां तमिल, तेलुगू, कन्नड़ा और गुजराती बोलने वाले बहुत सारे लोग भी हैं।

नलमा?
बागुन्नारा?
चेन्ना-गिद्दिरा?
केम छो?

साथियों,

आज हम एक फैमिली की तरह इकट्ठा हुए हैं। आज हम अपने देश को, अपनी टीम इंडिया को सेलिब्रेट कर रहे हैं।

साथियों,

भारत में हमारी diversity, हमारी संस्कृति का मजबूत आधार है। हमारे लिए हर दिन एक नया रंग लेकर आता है। हर मौसम एक नया उत्सव बन जाता है। हर परंपरा एक नई सोच के साथ आती है।

और यही कारण है कि हम भारतीय कहीं भी जाएं, कहीं भी रहें, हम diversity का सम्मान करते हैं। हम वहां के कल्चर, वहां के नियम-कायदों के साथ घुलमिल जाते हैं। ओमान में भी मैं आज यही होते हुए अपनी आंखों के सामने देख रहा हूं।

यह भारत का डायस्पोरा co-existence का, co-operation का, एक लिविंग Example बना हुआ है।

साथियों,

भारत की इसी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक और अद्भुत सम्मान हाल ही में मिला है। आपको शायद पता होगा, यूनेस्को ने दिवाली को Intangible Cultural Heritage of Humanity में शामिल किया है।

अब दिवाली का दिया हमारे घर को ही नहीं, पूरी दुनिया को रोशन करेगा। यह दुनिया भर में बसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है। दिवाली की यह वैश्विक पहचान हमारी उस रोशनी की मान्यता है, जो आशा, सद्भाव, और मानवता के संदेश को, उस प्रकाश को फैलाती है।

साथियों,

आज हम सब यहां भारत-ओमान "मैत्री पर्व” भी मना रहे हैं।

मैत्री यानि:
M से maritime heritage
A से Aspirations
I से Innovation
T से Trust and technology
R से Respect
I से Inclusive growth

यानि ये "मैत्री पर्व,” हम दोनों देशों की दोस्ती, हमारी शेयर्ड हिस्ट्री, और prosperous future का उत्सव हैं। भारत और ओमान के बीच शताब्दियों से एक आत्मीय और जीवंत नाता रहा है।

Indian Ocean की Monsoon Winds ने दोनों देशों के बीच ट्रेड को दिशा दी है। हमारे पूर्वज लोथल, मांडवी, और तामरालिप्ति जैसे पोर्ट्स से लकड़ी की नाव लेकर मस्कट, सूर, और सलालाह तक आते थे।

और साथियों,

मुझे खुशी है कि मांडवी टू मस्कट के इन ऐतिहासिक संबंधों को हमारी एंबेसी ने एक किताब में भी समेटा है। मैं चाहूंगा कि यहां रहने वाला हर साथी, हर नौजवान इसको पढ़े, और अपने ओमानी दोस्तों को भी ये गिफ्ट करे।

अब आपको लगेगा की स्कूल में भी मास्टरजी होमवर्क देते हैं, और इधर मोदीजी ने भी होमवर्क दे दिया।

साथियों,

ये किताब बताती है कि भारत और ओमान सिर्फ Geography से नहीं, बल्कि Generations से जुड़े हुए हैं। और आप सभी सैकड़ों वर्षों के इन संबंधों के सबसे बड़े Custodians हैं।

साथियों,

मुझे भारत को जानिए क्विज़ में ओमान के participation बारे में भी पता चला है। ओमान से Ten thousand से अधिक लोगों ने इस क्विज में participate किया। ओमान, ग्लोबली फोर्थ पोज़िशन पर रहा है।

लेकिन में तालियां नहीं बजाऊंगा। ओमान तो नंबर एक पे होना चाहिए। मैं चाहूँगा कि ओमान की भागीदारी और अधिक बढ़े, ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग जुड़ें। भारतीय बच्चे तो इसमें भाग ज़रूर लें। आप ओमान के अपने दोस्तों को भी इस क्विज़ का हिस्सा बनने के लिए मोटिवेट करें।

साथियों,

भारत और ओमान के बीच जो रिश्ता ट्रेड से शुरू हुआ था, आज उसको education सशक्त कर रही है। मुझे बताया गया है कि यहां के भारतीय स्कूलों में करीब फोर्टी सिक्स थाउज़ेंड स्टूड़ेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें ओमान में रहने वाले अन्य समुदायों के भी हज़ारों बच्चे शामिल हैं।

ओमान में भारतीय शिक्षा के पचास वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये हम दोनों देशों के संबंधों का एक बहुत बड़ा पड़ाव है।

साथियों,

भारतीय स्कूलों की ये सफलता His Majesty the Late सुल्तान क़ाबूस के प्रयासों के बिना संभव नहीं थी। उन्होंने Indian School मस्कत सहित अनेक भारतीय स्कूलों के लिए ज़मीन दी हर ज़रूरी मदद की।

इस परंपरा को His Majesty सुल्तान हैथम ने आगे बढ़ाया।

वे जिस प्रकार यहां भारतीयों का सहयोग करते हैं, संरक्षण देते हैं, इसके लिए मैं उनका विशेष तौर पर आभार व्यक्त करता हूं।

साथियों,

आप सभी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से भी परिचित हैं। यहां ओमान से काफी सारे बच्चे भी इस प्रोग्राम से जुड़ते हैं। मुझे यकीन है, कि यह चर्चा आपके काम आती होगी, पैरेंट्स हों या स्टूडेंट्स, सभी को stress-free तरीके से exam देने में हमारी बातचीत बहुत मदद करती है।

साथियों,

ओमान में रहने वाले भारतीय अक्सर भारत आते-जाते रहते हैं। आप भारत की हर घटना से अपडेट रहते हैं। आप सभी देख रहे हैं कि आज हमारा भारत कैसे प्रगति की नई गति से आगे बढ़ रहा है। भारत की गति हमारे इरादों में दिख रही है, हमारी परफॉर्मेंस में नज़र आती है।

कुछ दिन पहले ही इकॉनॉमिक ग्रोथ के आंकड़े आए हैं, और आपको पता होगा, भारत की ग्रोथ 8 परसेंट से अधिक रही है। यानि भारत, लगातार दुनिया की Fastest growing major economy बना हुआ है। ये तब हुआ है, जब पूरी दुनिया चुनौतियों से घिरी हुई है। दुनिया की बड़ी-बड़ी economies, कुछ ही परसेंट ग्रोथ अचीव करने के लिए तरस गई हैं। लेकिन भारत लगातार हाई ग्रोथ के पथ पर चल रहा है। ये दिखाता है कि भारत का सामर्थ्य आज क्या है।

साथियों,

भारत आज हर सेक्टर में हर मोर्चे पर अभूतपूर्व गति के साथ काम कर रहा है। मैं आज आपको बीते 11 साल के आंकड़े देता हूं। आपको भी सुनकर गर्व होगा।

यहां क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में, स्टूडेंट्स और पेरेंट्स आए हैं, तो शुरुआत मैं शिक्षा और कौशल के सेक्टर से ही बात करुंगा। बीते 11 साल में भारत में हज़ारों नए कॉलेज बनाए गए हैं।

I.I.T’s की संख्या सोलह से बढ़कर तेईस हो चुकी है। 11 वर्ष पहले भारत में 13 IIM थे, आज 21 हैं। इसी तरह AIIMs की बात करुं तो 2014 से पहले सिर्फ 7 एम्स ही बने थे। आज भारत में 22 एम्स हैं।

मेडिकल कॉलेज 400 से भी कम थे, आज भारत में करीब 800 मेडिकल कॉलेज हैं।

साथियों,

आज हम विकसित भारत के लिए अपने एजुकेशन और स्किल इकोसिस्टम को तैयार कर रहे हैं। न्यू एजुकेशन पॉलिसी इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभा रही है। इस पॉलिसी के मॉडल के रूप में चौदह हज़ार से अधिक पीएम श्री स्कूल भी खोले जा रहे हैं।

साथियों,

जब स्कूल बढ़ते हैं, कॉलेज बढ़ते हैं, यूनिवर्सिटीज़ बढ़ती हैं तो सिर्फ़ इमारतें नहीं बनतीं देश का भविष्य मज़बूत होता है।

साथियों,

भारत के विकास की स्पीड और स्केल शिक्षा के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी दिखती है। बीते 11 वर्षों में हमारी Solar Energy Installed Capacity 30 गुना बढ़ी है, Solar module manufacturing 10 गुना बढ़ी है, यानि भारत आज ग्रीन ग्रोथ की तरफ तेजी से कदम आगे बढ़ा रहा है।

आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा फिनटेक इकोसिस्टम है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा Steel Producer है। दूसरा सबसे बड़ा Mobile Manufacturer है।

साथियों,

आज जो भी भारत आता है तो हमारे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को देखकर हैरान रह जाता है। ये इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि बीते 11 वर्षों में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर पांच गुना अधिक निवेश किया है।

Airports की संख्या double हो गई है। आज हर रोज, पहले की तुलना में डबल स्पीड से हाइवे बन रहे हैं, तेज़ गति से रेल लाइन बिछ रही हैं, रेलवे का इलेक्ट्रिफिकेशन हो रहा है।

साथियों,

ये आंकड़े सिर्फ उपलब्धियों के ही नहीं हैं। ये विकसित भारत के संकल्प तक पहुंचने वाली सीढ़ियां हैं। 21वीं सदी का भारत बड़े फैसले लेता है। तेज़ी से निर्णय लेता है, बड़े लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ता है, और एक तय टाइमलाइन पर रिजल्ट लाकर ही दम लेता है।

साथियों,

मैं आपको गर्व की एक और बात बताता हूं। आज भारत, दुनिया का सबसे बड़ा digital public infrastructure बना रहा है।

भारत का UPI यानि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस, दुनिया का सबसे बड़ा रियल टाइम डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। आपको ये बताने के लिए कि इस पेमेंट सिस्टम का स्केल क्या है, मैं एक छोटा सा Example देता हूं।

मुझे यहाँ आ कर के करीब 30 मिनट्स हुए हैं। इन 30 मिनट में भारत में यूपीआई से फोर्टीन मिलियन रियल टाइम डिजिटल पेमेंट्स हुए हैं। इन ट्रांजैक्शन्स की टोटल वैल्यू, ट्वेंटी बिलियन रुपीज़ से ज्यादा है। भारत में बड़े से बड़े शोरूम से लेकर एक छोटे से वेंडर तक सब इस पेमेंट सिस्टम से जुड़े हुए हैं।

साथियों,

यहां इतने सारे स्टूडेंट्स हैं। मैं आपको एक और दिलचस्प उदाहरण दूंगा। भारत ने डिजीलॉकर की आधुनिक व्यवस्था बनाई है। भारत में बोर्ड के एग्ज़ाम होते हैं, तो मार्कशीट सीधे बच्चों के डिजीलॉकर अकाउंट में आती है। जन्म से लेकर बुढ़ापे तक, जो भी डॉक्युमेंट सरकार जेनरेट करती है, वो डिजीलॉकर में रखा जा सकता है। ऐसे बहुत सारे डिजिटल सिस्टम आज भारत में ease of living सुनिश्चित कर रहे हैं।

साथियों,

भारत के चंद्रयान का कमाल भी आप सभी ने देखा है। भारत दुनिया का पहला ऐसा देश है, जो मून के साउथ पोल तक पहुंचा है, सिर्फ इतना ही नहीं, हमने एक बार में 104 सैटेलाइट्स को एक साथ लॉन्च करने का कीर्तिमान भी बनाया है।

अब भारत अपने गगनयान से पहला ह्युमेन स्पेस मिशन भी भेजने जा रहा है। और वो समय भी दूर नहीं जब अंतरिक्ष में भारत का अपना खुद का स्पेस स्टेशन भी होगा।

साथियों,

भारत का स्पेस प्रोग्राम सिर्फ अपने तक सीमित नहीं है, हम ओमान की स्पेस एस्पिरेशन्स को भी सपोर्ट कर रहे हैं। 6-7 साल पहले हमने space cooperation को लेकर एक समझौता किया था। मुझे बताते हुए खुशी है कि, ISRO ने India–Oman Space Portal विकसित किया है। अब हमारा प्रयास है कि ओमान के युवाओं को भी इस स्पेस पार्टनरशिप का लाभ मिले।

मैं यहां बैठे स्टूडेंट्स को एक और जानकारी दूंगा। इसरो, "YUVIKA” नाम से एक स्पेशल प्रोग्राम चलाता है। इसमें भारत के हज़ारों स्टूडेंट्स space science से जुड़े हैं। अब हमारा प्रयास है कि इस प्रोग्राम में ओमानी स्टूडेंट्स को भी मौका मिले।

मैं चाहूंगा कि ओमान के कुछ स्टूडेंट्स, बैंगलुरु में ISRO के सेंटर में आएं, वहां कुछ समय गुज़ारें। ये ओमान के युवाओं की स्पेस एस्पिरेशन्स को नई बुलंदी देने की बेहतरीन शुरुआत हो सकती है।

साथियों,

आज भारत, अपनी समस्याओं के सोल्यूशन्स तो खोज ही रहा है ये सॉल्यूशन्स दुनिया के करोड़ों लोगों का जीवन कैसे बेहतर बना सकते हैं इस पर भी काम कर रहा है।

software development से लेकर payroll management तक, data analysis से लेकर customer support तक अनेक global brands भारत के टैलेंट की ताकत से आगे बढ़ रहे हैं।

दशकों से भारत IT और IT-enabled services का global powerhouse रहा है। अब हम manufacturing को IT की ताक़त के साथ जोड़ रहे हैं। और इसके पीछे की सोच वसुधैव कुटुंबकम से ही प्रेरित है। यानि Make in India, Make for the World.

साथियों,

वैक्सीन्स हों या जेनरिक medicines, दुनिया हमें फार्मेसी of the World कहती है। यानि भारत के affordable और क्वालिटी हेल्थकेयर सोल्यूशन्स दुनिया के करोड़ों लोगों का जीवन बचा रहे हैं।

कोविड के दौरान भारत ने करीब 30 करोड़ vaccines दुनिया को भेजी थीं। मुझे संतोष है कि करीब, one hundred thousand मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन्स ओमान के लोगों के काम आ सकीं।

और साथियों,

याद कीजिए, ये काम भारत ने तब किया, जब हर कोई अपने बारे में सोच रहा था। तब हम दुनिया की चिंता करते थे। भारत ने अपने 140 करोड़ नागरिकों को भी रिकॉर्ड टाइम में वैक्सीन्स लगाईं, और दुनिया की ज़रूरतें भी पूरी कीं।

ये भारत का मॉडल है, ऐसा मॉडल, जो twenty first century की दुनिया को नई उम्मीद देता है। इसलिए आज जब भारत मेड इन इंडिया Chips बना रहा है, AI, क्वांटम कंप्यूटिंग और ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर मिशन मोड पर काम कर रहा है, तब दुनिया के अन्य देशों में भी उम्मीद जगती है, कि भारत की सफलता से उन्हें भी सहयोग मिलेगा।

साथियों,

आप यहां ओमान में पढ़ाई कर रहे हैं, यहां काम कर रहे हैं। आने वाले समय में आप ओमान के विकास में, भारत के विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाएंगे। आप दुनिया को लीडरशिप देने वाली पीढ़ी हैं।

ओमान में रहने वाले भारतीयों को असुविधा न हो, इसके लिए यहां की सरकार हर संभव सहयोग दे रही है।

भारत सरकार भी आपकी सुविधा का पूरा ध्यान रख रही है। पूरे ओमान में 11 काउंसलर सर्विस सेंटर्स खोले हैं।

साथियों,

बीते दशक में जितने भी वैश्विक संकट आए हैं, उनमें हमारी सरकार ने तेज़ी से भारतीयों की मदद की है। दुनिया में जहां भी भारतीय रहते हैं, हमारी सरकार कदम-कदम पर उनके साथ है। इसके लिए Indian Community Welfare Fund, मदद पोर्टल, और प्रवासी भारतीय बीमा योजना जैसे प्रयास किए गए हैं।

साथियों,

भारत के लिए ये पूरा क्षेत्र बहुत ही स्पेशल है, और ओमान हमारे लिए और भी विशेष है। मुझे खुशी है कि भारत-ओमान का रिश्ता अब skill development, digital learning, student exchange और entrepreneurship तक पहुंच रहा है।

मुझे विश्वास है आपके बीच से ऐसे young innovators निकलेंगे जो आने वाले वर्षों में India–Oman relationship को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। अभी यहां भारतीय स्कूलों ने अपने 50 साल celebrate किए हैं। अब हमें अगले 50 साल के लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ना है। इसलिए मैं हर youth से कहना चाहूंगा :

Dream big.
Learn deeply.
Innovate boldly.

क्योंकि आपका future सिर्फ आपका नहीं है, बल्कि पूरी मानवता का भविष्य है।

आप सभी को एक बार फिर उज्जवल भविष्य की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद!
Thank you!