

भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
रऊआ सब लोगन के प्रणाम कर तानी। बाबा महेंद्र नाथ, बाबा हंसनाथ, सोहगरा धाम, मां थावे भवानी, मां अंबिका भवानी, प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद अऊरी लोकनायक जयप्रकाश नारायण के पावन भूमि पर रऊआ सब के अभिनंदन कर तानी!
बिहार के राज्यपाल श्रीमान आरिफ मोहम्मद खान जी, यहां की जनता की सेवा में समर्पित मुख्यमंत्री श्रीमान नीतीश कुमार जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरे साथी जीतन राम मांझी जी, गिरिराज सिंह जी, ललन सिंह जी, चिराग पासवान जी, रामनाथ ठाकुर जी, नित्यानंद राय जी, सतीश चंद्र दुबे जी, राजभूषण चौधरी जी, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जी, विजय कुमार सिन्हा जी, संसद के मेरे साथी उपेंद्र कुशवाहा जी, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल जी, अन्य मंत्रीगण, सांसद और विधायक गण और मेरे प्यारे बिहार के भाइयों और बहनों!
सिवान की ये धरती हमारे स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरक स्थली है। यह हमारे लोकतंत्र को, देश को, संविधान को ताकत देने वाली भूमि है। सिवान ने राजेंद्र बाबू जैसी महान संतान देश को दी। संविधान निर्माण से लेकर देश को दिशा दिखाने में राजेंद्र बाबू की बहुत बड़ी भूमिका रही। सिवान ने ब्रज किशोर प्रसाद जी जैसी महान समाज सुधारक भी देश को दिए। ब्रज बाबू ने महिला सशक्तिकरण को अपने जीवन का मकसद बनाया था।
साथियों,
मुझे खुशी है ऐसी ही महान आत्माओं के जीवन मिशन को एनडीए की यह डबल इंजन सरकार दृढ़ निश्चय के साथ आगे बढ़ा रही है। आज का यह कार्यक्रम इन्हीं प्रयासों का हिस्सा है। आज इस मंच से हजारों करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। विकास की ये सारी परियोजनाएं बिहार को उज्ज्वल भविष्य की तरफ ले जाएगी, समृद्ध बिहार बनाएगी। सिवान, सासाराम, बक्सर, मोतिहारी, बेतिया और आरा जैसे बिहार के सारे इलाके फलें-फूलें, इस दिशा में ये प्रोजेक्ट बड़ी भूमिका निभाएंगे। इनसे गरीब, वंचित, दलित, महादलित, पिछड़े, अति पिछड़े, हर समाज का जीवन आसान होगा। मैं बिहार की जनता को, आप सभी को इन प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मैं अभी जब आप लोगों के बीच से आ रहा था, अभी कल ही बारिश हुई। सुबह भी थोड़ा बारिश का लाभ आया, इसके बावजूद भी इतनी बड़ी मात्रा में आपका आना, हमें आशीर्वाद देना, मैं आपका हृदय से जितना धन्यवाद करूं, उतना कम है।
भाइयों और बहनों,
जैसा आप सब जानते हैं, मैं कल ही विदेश से लौटा हूं। इस दौरे में मेरी दुनिया के बड़े-बड़े समृद्ध देशों के नेताओं से बात हुई। सारे नेता भारत की तेज प्रगति से बहुत प्रभावित हैं। वो भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनते देख रहे हैं और निश्चित तौर पर इसमें बिहार की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। बिहार समृद्ध होगा और देश की समृद्धि में भी बड़ी भूमिका निभाएगा।
साथियों,
मेरे इस विश्वास का कारण बिहार के आप सभी लोगों का सामर्थ्य है। आपने मिलकर बिहार में जंगलराज का सफाया किया है। यहां के हमारे नौजवानों ने तो 20 साल पहले के बिहार की बदहाली सिर्फ किस्सों और कथाओं में ही सुनी है। उन्हें बहुत अंदाजा नहीं है कि जंगलराज वालों ने बिहार की क्या हालत बना दी थी। जिस बिहार ने सदियों तक भारत की प्रगति को नेतृत्व दिया, उसको पंजे और लालटेन के शिकंजे ने पलायन का प्रतीक बना दिया था।
साथियों,
बिहार के रहने वाले हर व्यक्ति के लिए सबसे बड़ी बात होती है, उसका स्वाभिमान। मेरे बिहारी भाई-बहन कठिन से कठिन परिस्थिति में काम करके दिखा देते हैं। वह कभी अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं करते। लेकिन पंजे और लालटेन वालों ने मिलकर बिहार के स्वाभिमान को बहुत ठेस पहुंचाई। इन लोगों ने ऐसी लूट-खसोट मचाई की गरीबी बिहार का दुर्भाग्य बन गई। अनेक चुनौतियों को पार करते हुए नीतीश जी के नेतृत्व में NDA सरकार बिहार को विकास की पटरी पर वापस लाई है और मैं बिहारवासियों को विश्वास देने आया हूं, हमने भले ही बहुत कुछ किया हो, करते रहे हैं, करते रहेंगे, लेकिन इतने से शांत होकर के चुप रहने वाला मोदी नहीं है, अब बहुत हो गया, बहुत कर लिया जी नहीं, मुझे तो बिहार के लिए और भी बहुत कुछ करना है, आपके लिए करना है, यहां के गांव-गांव के लिए करना है, यहां के घर-घर के लिए करना है, यहां के हर नौजवान के लिए करना है। अगर मैं सिर्फ बीते 10-11 साल की बात करूं तो इन 10 वर्षों में बिहार में करीब 55 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कें बनी हैं, डेढ़ करोड़ से ज्यादा घरों को बिजली के कनेक्शन से जोड़ा गया है, डेढ़ करोड़ लोगों को, वहां के घरों को पानी का कनेक्शन दिया गया है, 45 हजार से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर्स बनाए गए हैं, आज बिहार के छोटे-छोटे शहरों में नए-नए स्टार्ट-अप्स खुल रहे हैं।
साथियों,
बिहार की प्रगति की ये गति लगातार बढ़ती है, इसको बढ़ाते रहना है और इसी समय बिहार में जंगलराज लाने वाले मौका देख रहे हैं कि किसी भी तरह फिर से अपने पुराने कारनामे करने का मौका ढूंढ रहे हैं। बिहार के आर्थिक संसाधनों पर कब्जा करें, इसके लिए वो तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं, इसलिए मेरे बिहार के प्यारे भाइयों-बहनों, आप के उज्ज्वल भविष्य के लिए, आपके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए, आपको बहुत ही सतर्क रहना है। समृद्ध बिहार की यात्रा पर ब्रेक लगाने के लिए तैयार बैठे लोगों को कोसों दूर रखना है।
साथियों,
गरीबी हटाओ के नारे हमारे देश ने दशकों तक सुने हैं, आपकी दो-दो, तीन-तीन पीढ़ी ने गरीबी हटाओ! गरीबी हटाओ! हर चुनाव में, ये आकर के बोलते थे। लेकिन जब आपने हमें मौका दिया, एनडीए को मौका दिया, तो NDA सरकार ने दिखाया है कि गरीबी कम भी हो सकती है। बीते एक दशक में रिकॉर्ड 25 करोड़ भारतीयों ने गरीबी को पराजित किया है। वर्ल्ड बैंक जैसी दुनिया की जानी-मानी संस्थाएं, भारत की इस बड़ी उपलब्धि की प्रशंसा कर रही हैं। और भारत ने जो ये कमाल किया है, इसमें बिहार का यहां हमारे नीतीश जी की सरकार का बहुत बड़ा योगदान है। पहले बिहार की आधे से अधिक आबादी, बहुत अधिक गरीब की श्रेणी में आती थी। लेकिन बीते दशक में बिहार के करीब पौने चार करोड़ साथियों ने खुद को गरीबी से मुक्त किया है।
साथियों,
आज़ादी के इतने दशकों तक भी इतने लोग गरीब थे, नारे गूंजते रहे, गरीबी बढ़ती रही और ये इसलिए नहीं हुआ कि बिहार के लोगों की मेहनत में कोई कमी थी, देशवासियों की मेहनत में कोई कमी थी। बल्कि इसलिए क्योंकि इनके सामने आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं था। लंबे समय तक कांग्रेस के लाइसेंस राज ने देश को गरीब रखा और गरीब को अति गरीबी में धकेल दिया। जब हर चीज के लिए कोटा-परमिट फिक्स था। छोटे-छोटे काम करने के लिए परमिट चाहिए होता था। कांग्रेस-RJD के राज में गरीब को घर नहीं मिलता था, राशन, बिचौलिए खा जाते थे, इलाज गरीब की पहुंच से दूर था, पढ़ाई और कमाई के लिए संघर्ष था, बिजली-पानी का एक कनेक्शन लगाने के लिए ही सरकारी दफ्तरों के अनगिनत चक्कर लगाने पड़ते थे। गैस कनेक्शन के लिए सांसदों की सिफारिश लगानी पड़ती थी। नौकरी बिना घूस, बिना सिफारिश के मिलती ही नहीं थी। और इसके सबसे बड़े भुक्तभोगी कौन थे, इनमें से ज्यादातर साथी मेरे दलित समाज के, महादलित समाज के, पिछड़े समाज के, अति पिछड़े समाज के यही मेरे भाई-बहन इसके शिकार हुए थे। इन्हें गरीबी हटाने का सपना दिखाकर खुद कुछ परिवार करोड़पति-अरबपति हो गए।
साथियों,
बीते 11 वर्षों से हमारी सरकार, गरीब के रास्ते की हर मुश्किल को दूर करने में जुटी है और आगे भी करती रहेगी और इतनी मेहनत करते हैं, तब ऐसे अच्छे परिणाम आज देखने को मिल रहे हैं। अब जैसे गरीबों के लिए आवास हैं, अभी जिन परिवारों को मुझे आवास की चाबी देने का मुझे मौका मिला, वह इतने आशीर्वाद दे रहे थे, उनके चेहरे पर इतना संतोष था, भाव-विभोर थे।
साथियों,
बीते दशक में देशभर में चार करोड़ से अधिक गरीबों को पक्के घर मिल चुके हैं। मैं आपको पूछूं, जवाब देंगे आप लोग? मैं अगर पूछूं, तो आप जवाब देंगे? मैंने अभी कहा, चार करोड़ लोगों को यानी चार करोड़ परिवारों को पक्के घर, कितने लोगों को, जरा जोर से बोलिए कितने लोगों को? चार करोड़! आप कल्पना कीजिए, चार करोड़ लोगों को पक्के घर मिलना, सिर्फ वह चार दीवारें नहीं हैं, उन घरों में सपने सजते हैं, उन घरों में संकल्प पलते हैं। आने वाले समय में तीन करोड़ और पक्के घर तैयार होने जा रहे हैं। मैंने पहले कहा ना, सेवा के काम में मैं रुकने वाला नहीं हूं। जितना हुआ, पहले वालों से बहुत अच्छा हुआ, फिर भी मोदी चैन की नींद नहीं सोएगा, वह दिन-रात काम करता रहेगा, आपके लिए करता रहेगा क्योंकि आप मेरे परिवार के सदस्य हैं और मेरे परिवार का एक भी सदस्य पीछे न रहे, दुखिया न रहे, यह मैं सपना लेकर के चला हूं। इसका बहुत अधिक फायदा बिहार के मेरे गरीब भाई-बहन, दलित भाई-बहन, महादलित भाई-बहन, पिछड़े भाई-बहन, अति पिछड़े भाई-बहन, ये सारी जो योजनाएं चला रहा हूं, सबसे पहले फायदा इनको मिल रहा है। बिहार में पीएम आवास योजना से 57 लाख से ज्यादा पक्के घर बने हैं। यहां सिवान जिले में भी गरीबों के एक लाख दस हजार से ज्यादा पक्के घर बन चुके हैं, मैं एक जिले की बात बोल रहा हूं और ये काम निरंतर जारी है। आज भी बिहार के 50 हज़ार से अधिक परिवारों के लिए घर की किश्त जारी की गई है। और जानते हैं, मेरे लिए दोहरी खुशी किस बात की है? ये घर ज्यादातर माताओं-बहनों के नाम पर हैं, मेरी जिन बहनों-बेटियों के नाम पर कभी कोई भी संपत्ति नहीं होती थी, अब वो अपने घर की मालकिन बन रही हैं।
साथियों,
हमारी सरकार घर के साथ-साथ मुफ्त राशन, बिजली और पानी की सुविधा भी दे रही है। बीते सालों में देशभर में 12 करोड़ से अधिक नए परिवारों के घर नल पहुंचा है। इसमें सिवान के भी साढ़े चार लाख से अधिक परिवारों को पहली बार नल से जल मिला है। गांवों में हर घर में नल हो, शहरों में पीने के लिए पर्याप्त पानी हो, हम इस लक्ष्य को लेकर काम कर रहे हैं। बीते सालों में बिहार के अनेक शहरों के लिए पानी की पाइप लाइन और सीवेज ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट बनाए गए। अब दर्जनों और शहरों के लिए पाइप लाइन और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स स्वीकृत किए गए हैं। ये सारे प्रोजेक्ट, गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों का जीवन और बेहतर बनाएंगे।
भाइयों और बहनों,
आरजेडी-कांग्रेस की करतूतें, इनके कारनामे, बिहार विरोधी हैं, निवेश विरोधी हैं। जब भी अपने मुंह से ये लोग विकास की बात करते हैं, तो लोगों को दुकान-कारोबार, उद्योग-धंधे, सब में ताले लटकते नजर आते हैं। इसलिए, ये बिहार के नौजवानों के दिल में कभी भी जगह नहीं बना पाए। ये लोग, बेहाल इंफ्रास्ट्रक्चर, माफिया राज, गुंडाराज और भ्रष्टाचार के पोषक रहे हैं।
साथियों,
बिहार का प्रतिभाशाली नौजवान आज जमीन पर होने वाले काम देख रहा है, उसे परख रहा है। NDA, कैसा बिहार बना रही है, इसका उदाहरण मढ़ौरा रेल फैक्ट्री है। आज मढ़ौरा की लोकोमोटिव फैक्ट्री से पहला इंजन, अफ्रीका को एक्सपोर्ट किया जा रहा है। यह आप ही का जाएगा, वहां की गाड़ी को खींचेगा। आप सोचिए, अफ्रीका में भी बिहार की जय-जयकार होने वाली है। ये फैक्ट्री उसी सारण जिले में बनी है, जिसको पंजे और आरजेडी वालों ने पिछड़ा कहकर अपने हाल पर छोड़ दिया था। आज ये जिला दुनिया के मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट मैप पर अपनी जगह बना चुका है। जंगलराज वालों ने तो बिहार का विकास इंजन ही ठप कर दिया था, अब बिहार में बना इंजन, अफ्रीका की रेल चलाएगा। ये बहुत बड़े गर्व की बात है, मुझे पक्का विश्वास है बिहार, मेड इन इंडिया का एक बड़ा सेंटर बनेगा। यहां का मखाना, यहां के फल-सब्जियां तो बाहर जाएंगी ही, बिहार के कारखानों में बनने वाला सामान भी दुनिया के बाज़ारों तक पहुंचेगा। बिहार के नौजवान जो सामान बनाएंगे, वो आत्मनिर्भर भारत को ताकत देगा।
साथियों,
इसमें बिहार में बन रहा आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत काम आएगा। आज बिहार में रोड, रेल, हवाई यात्रा और जलमार्ग, हर प्रकार के इंफ्रास्ट्रक्चर पर अभूतपूर्व निवेश हो रहा है। बिहार को लगातार नई ट्रेनें मिल रही हैं। यहां वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें चल रही हैं। आज हम एक और बड़ी शुरुआत करने जा रहे हैं। सावन शुरु होने से पहले आज बाबा हरिहरनाथ की धरती, वंदे भारत ट्रेन से बाबा गोरखनाथ की धरती से जुड़ गई है। पटना से गोरखपुर की नई वंदे भारत ट्रेन, पूर्वांचल के शिव भक्तों को मिली नई सवारी है। ये ट्रेन भगवान बुद्ध की तपोभूमि को, उनकी महापरिनिर्वाण भूमि कुशीनगर से जोड़ने का भी माध्यम है।
साथियों,
ऐसे प्रयासों से बिहार में उद्योग-धंधों को तो बल मिलेगा ही, इससे पर्यटन को सबसे अधिक फायदा होगा। इससे दुनिया के टूरिज्म मैप में भी बिहार और अधिक निखर कर सामने आएगा। यानी बिहार के नौजवानों के लिए रोजगार के अनगिनत अवसर बनने वाले हैं।
साथियों,
देश में सबको आगे बढ़ने के अवसर मिले, किसी के साथ भी भेदभाव न हो, ये हमारे संविधान की भावना है। हम भी इसी भाव से कहते हैं- सबका साथ, सबका विकास। लेकिन ये लालटेन और पंजे वाले कहते हैं- परिवार का साथ, परिवार का विकास। हम कहते हैं- सबका साथ, सबका विकास। वह कहते हैं- परिवार का साथ, परिवार का विकास। इनकी राजनीति का कुल जमा निचोड़ यही है। अपने-अपने परिवारों के हित के लिए ये देश के, बिहार के करोड़ों परिवारों का अहित करने से भी नहीं चूकते हैं। खुद बाबा साहेब अंबेडकर भी इस प्रकार की राजनीति के बिल्कुल खिलाफ थे। इसलिए ये लोग कदम-कदम पर बाबा साहेब का अपमान करते हैं। अभी पूरे देश ने देखा है कि RJD वालों ने बाबा साहेब की तस्वीर के साथ क्या व्यवहार किया हैं। मैं देख रहा था, बिहार में पोस्टर लगे हैं कि बाबा साहेब के अपमान पर माफी मांगो, लेकिन मैं जानता हूं, ये लोग कभी माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि इन लोगों के मन में दलित, महादलित, पिछड़े, अति पिछड़े के प्रति कोई सम्मान नहीं है। आरजेडी और कांग्रेस बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर को पैरों में रखती है, जबकि मोदी बाबा साहेब अंबेडकर को अपने दिल में रखता है। बाबा साहेब का अपमान करके ये लोग खुद को बाबा साहेब से भी बड़ा दिखाना चाहते हैं। बिहार के लोग बाबा साहेब का ये अपमान कभी नहीं भूलेंगे।
साथियों,
बिहार की तेज प्रगति के लिए जो लॉन्चिंग पैड चाहिए, वो नीतीश जी के प्रयासों से तैयार हो चुका है। अब एनडीए को मिलकर, बिहार को तरक्की की नई बुलंदी देनी है। मुझे बिहार के नौजवानों पर भरोसा है। हम सभी मिलकर बिहार का प्राचीन गौरव फिर लौटाएंगे, बिहार को विकसित भारत का मजबूत इंजन बनाएंगे, इसी विश्वास के साथ, आप सभी को विकास कार्यों की फिर से अनेक-अनेक शुभकामनाएं। मेरे साथ दोनों मुट्ठी बंद करके हाथ ऊपर करके बोलिए, भारत माता की जय! जिसके पास तिरंगा है, वह तिरंगा लहराएंगे।
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
बहुत-बहुत धन्यवाद!