Your dreams are my resolve and for this 24/7 for 2047: PM Modi in Saran

Published By : Admin | May 13, 2024 | 11:00 IST
QuotePM Modi says, "Aapka yeh Modi, yeh aapka sevak hain. Your dreams are my resolve and for this 24/7 for 2047”
QuoteINDI Alliance considering 'one year, one PM formula', says PM Modi in Saran as they are now daydreaming like 'Mungerilal’

भारत माता की।

भारत माता की।

भारत माता की।

मां गंगा, आमी माता आ बाबा हरिहरनाथ के इ पवित्र भूमि के हम नमन करतानी। मैं देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद, लोकनायक जयप्रकाश नारायण और भिखारी ठाकुर की इस भूमि को नमन करता हूं। सारण का ये स्नेह मेरे सिर आंखों पर है। आज आपका उत्साह सातवें आसमान पर है। इस आशीर्वाद के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं, मैं आपका कर्जदार हूं। सबसे पहले तो मैं आप सबसे क्षमा मांगना चाहता हूं, हमारे साथियों ने, हमारे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यह जो पंडाल बनाया है यह व्यवस्था बहुत छोटी पड़ गई और मैं देख रहा हूं इससे ज्यादा लोग बाहर धूप में तप रहे हैं। जो धूप में तप रहे हैं जिनको यह असुविधा हुई इसके लिए मैं उनसे क्षमा मांगता हूं लेकिन मैं उनको विश्वास दिलाता हूं मैं उनकी ये तपस्या बेकार नहीं जाने दूंगा। आपका प्यार, आपके आशीर्वाद और आपकी ये तपस्या मैं इस क्षेत्र का विकास करके आपकी तपस्या को जरूर लौटाऊंगा।

साथियों,

ये चुनाव विकसित भारत के संकल्प का चुनाव है। आज दुनिया में भारत की साख भी है और भारत की धाक भी है। भारत की साख और धाक, मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं जब मैं कहता हूं कि भारत की साख भी है और भारत की धाक भी है। आप मुझे बताइए यह साख और धाक है कि नहीं है। सब के सब जरा जवाब देंगे तो मुझे पता चलेगा कि मेरी आवाज पहुंच रही है। साख और धाक है कि नहीं है। दुनिया भर में है नहीं है। भारत का ये रुतबा बढे यह आपको अच्छा लगेगा कि नहीं लगेगा। भारत का रुतबा बढ़े आपको अच्छा लगेगा कि नहीं लगेगा। रुतबा बढ़ाने के लिए यह चुनाव है। यह चुनाव देश की साख देश की धाक और देश का रुतबा बढ़ाने के लिए है। और जिसके लिए हर हिंदुस्तानी को गर्व होता है आपको भी गर्व होता है। साथियों, हमने अभी चंद्रमा पर तिरंगा फहराया है, भारत अन्तरिक्ष में इससे भी आगे जाये, भारत विकास की नई ऊंचाइयों को छुये, ये चौबीस के इस चुनाव से तय होने वाला है और आपने देखा होगा हम तो जमीन से जुड़े इंसान हैं तो चंद्रमा पर भी हमने नाम क्या रख दिया शिव शक्ति रख दिया।

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भाइयों बहनों,

आपका ये मोदी, आपका सेवक है। और सेवक भी मामूली नहीं है यह 24x7 ऐसा सेवक है। और मैं तो कहता हूं आपके सपने ही मेरा संकल्प है और इसके लिए 24x7 फॉर 2047 ये मोदी की गारंटी है। आपने मुझे एक जिम्मेदारी दी और और मैं उस जिम्मेदारी को बहुत ईमानदारी से निभा रहा हूं। उतनी ही ईमानदारी से मैं आज देश के लोगों को अपना रिपोर्ट कार्ड भी दे रहा हूं। आज देश के लोगों को अपना रिपोर्ट कार्ड दे रहा हूं। आज देश भी देख रहा है, मोदी ने अपने 10 साल में, कांग्रेस के 60 साल से ज्यादा विकास करके दिखाया है। मोदी ने 10 साल में ज्यादा एक्स्प्रेसवे और हाइवे बनाए, मोदी ने 10 साल में ज्यादा आधुनिक ट्रेनें चलाईं, ज्यादा रेलवे ट्रैक बिछाए।

साथियों,

हमारे देश में 60 साल में जितने एम्स खुले थे, उससे दोगुने एम्स हमने 10 सालों में खोल दिए हैं। 10 वर्षों में हमने देश में मेडिकल कॉलेज की संख्या डबल कर दी है। यहां छपरा में भी 500 बेड का मेडिकल कॉलेज खुला है। आज देश के हर राज्य से एक्स्प्रेसवेज गुजर रहे हैं। पूरे देश में हाइवे का जाल बिछ रहा है। आप मुझे बताइये, ये आरजेडी का, कांग्रेस का, ये NDA का जो विकास है उसके सामने कोई मुकाबला है क्या? कोई मुकाबला है क्या? ई जनता को बुड़बक समझे हैं का, ई पब्लिक है...सब जानती है !

साथियों,

कांग्रेस सरकारों ने इतने दशकों तक गरीब का पेट नहीं भरने दिया। गरीब और गरीब होता जा रहा था, देश की अर्थव्यवस्था बदहाल होती जा रही थी, लेकिन, सरकार में बैठे लोग कहते थे और बिना शरम कहते थे- हमारे पास क्या जादू की छड़ी है? ये घोटाले करके अपनी तिजोरियां भर रहे थे, लेकिन गरीब का पेट भरने की चिंता उन्हें नहीं थी।

साथियों,

ये मोदी है, जिसने ये गारंटी दी कि कोई गरीब भूखा नहीं सोयेगा। गरीब के घर का चूल्हा जलता रहेगा। ये मोदी है, जिसने गारंटी दी और आज 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त में राशन पहुंच रहा है। यह मोदी है जिसने गारंटी दी कि जिसके पास घर नहीं है जो झुग्गी-झोपड़ी कच्चे मकान में जिंदगी गुजारता है, जो गर्मी में बारिश में ठंड में परेशानी से जीता है, मोदी चैन से नहीं बैठ सकता इसलिए मोदी ने तय किया मैं गरीबों के लिए पक्के घर बनाऊंगा। चार करोड़ के घर बना के गरीबों को दे दिए। अच्छा मेरा एक काम करेंगे आप लोग। मेरा एक काम करेंगे। सबके सब जरा हाथ ऊपर करके बताए तो मैं बताऊं काम। मेरा एक काम करेंगे, पक्का करेंगे। देखिए अभी आप ये राजीव रूडी के लिए गांव- गांव जाते होंगे चुनाव प्रचार करते होंगे, लोगों से मिलते होंगे, कहीं पर भी अगर आपको गांव में कोई ऐसा परिवार नजर आए जो आज भी झोपड़ी में रहता है, घर उसका कच्चा है, अगर उसके यहां शौचालय नहीं है, अगर उसके यहां नल से जल नहीं पहुंचा है, अगर उसके यहां गैस का कनेक्शन नहीं है, तो आप उसका डिटेल लिख करके मुझे भेज दीजिए और उसको कह देना कि मोदी जब तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेगा ना जो रह गए हैं उनका भी काम हो जाएगा। और आप बिना चिंता किए यह मोदी की गारंटी है बता देना, मेरे लिए तो आप ही मोदी हैं। हर घर में साफ पानी पहुंचे, महिलाओं को शौच के लिए बाहर न जाना पड़े, बहनों को चूल्हे के धुएं में सांस न लेनी पड़े, जीवन की ऐसी छोटी-बड़ी जरूरतें, इनकी चिंता मोदी ने की। और यह मैं किताबों में पढ़ के नहीं आया था। इसके लिए मैंने किसी का टीवी वीडियो मंगवा के नहीं देखा था। मैं उस जिंदगी को जी करके आया हूं, मैंने गरीबी को जिया है इसलिए गरीब के दुख दर्द समझने के लिए मुझे किसी डेलिगेशन की जरूरत नहीं पड़ती है। और इसलिए मेरे हर काम में, मेरी हर योजना में मेरा देशवासी उसके मध्य में होता है। और इसका सबसे ज्यादा फायदा किसे हुआ? हमारे बिहार जैसे राज्यों को हुआ। आज बिहार के 8 करोड़ से ज्यादा जरूरतमंदों को मुफ्त राशन मिल रहा है। सवा करोड़ शौचालय बिहार की बहनों के लिए बने हैं। बिहार में 40 लाख परिवारों को पीएम आवास मिला है। और मोदी इतने पर ही नहीं रुका है, मोदी ने तय किया है कि अगले 5 वर्षों में हम गरीबों के लिए 3 करोड़ और घर बनाएंगे। मोदी को ऐहसास है कि हमारे युवाओं को अपने माता-पिता के इलाज की चिंता रहती है। आजकल हर परिवार में माता-पिता दादा-दादी नाना-नानी चाचा-चाची बुजुर्ग होते ही होते हैं, हर परिवार में होते हैं। और 70 साल के बाद कोई न कोई बीमारी भी होती है सब मेरे जैसे थोड़े होते हैं और मुझे तो परमात्मा ने आपकी सेवा के लिए भेजा है इसलिए वही मुझे तो संभाल लेता है। लेकिन आपके परिवार में तो कोई न कोई बीमारी होती है और उसके कारण जो बेटा-बेटी कमाते हैं उन पर डबल चिंता रहती है कि मां-बाप की सेवा करें, उनकी बीमारी में इलाज करें कि बच्चों की पढ़ाई की चिंता करें, बच्चों के सपने पूरा करें, क्या करें यह उसकी चिंता होती है। और इसलिए मैंने तय किया है अब आप अपने माता-पिता की दादा-दादी की, चाचा-चाची की, नाना-नानी की जो 70 साल से ऊपर के हैं बीमारी में उनकी इलाज की चिंता मत कीजिए। दिल्ली में उनका बेटा बैठा है। अब उनके इलाज की चिंताएं मोदी करेगा। 70 साल से ऊपर की आयु के बुजुर्गों के इलाज को मुफ्त करने की हमने व्यवस्था सोची है। और ये मोदी की गारंटी है।

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साथियों,

मैं जब भी बिहार आता हूं, RJD को कहता हूं कि वो अपने काम पर बिहार के लोगों वोट मांगे। जैसे RJD ने कितने अपहरण करा, कितने मर्डर कराए, जैसे RJD ने बिहार में कितने उद्योगों को चौपट किया, कितने तरह के घोटाले कराए RJD वालों ने इसी के पोस्टर लगानी चाहिए और इसी पोस्टर के आधार पर वोट मांगना चाहिए। ये सब पोस्टर पर बड़ा-बड़ा छपवाकर RJD को कहना चाहिए कि हमें वोट दो। बिहार में जंगलराज लाने वालों का यही एकमात्र रिपोर्ट कार्ड है। और मैं इन जंगलराज वालों से ये भी कहूंगा, नीतीश जी के नेतृत्व में जो काम हुए, कृपा करके झूठ बोल करके उन पर वोट मत मांगिए। RJD के पास अपराध, अत्याचार की इतनी बड़ी विरासत है, उसी से आधार पर वोट मांगिए। और आपके पास आरजेडी के लोग वोट मांगने के लिए आए तो पल भर के लिए सोचना कि जंगल राज में क्या क्या होता था और जो पहली बार वोट देने जा रहे हैं जब जंगल राज की मुसीबतें थी तब उनका जन्म भी नहीं हुआ था। जरा उन फर्स्ट टाइम वोटर को मैं कहता हूं आप अपने माता-पिता, दादा-दादी से पूछिए उन्होंने कैसी मुसीबतों में दिन काटे थे। शाम को घर के बाहर नहीं निकल पाते थे। मेरे फर्स्ट टाइम वोटर मुझे नहीं, राजीव जी को नहीं, अपने परिवार के लोगों को पूछे कि कैसे मुसीबत के वो दिन थे।

साथियों,

इंडी गठबंधन वाले आजकल मुंगेरी लाल के सपने भी देख रहे हैं। ये सपना देख रहे हैं कि केंद्र में इनकी सरकार बन जाएगी। और इन लोगों ने एक और बात तय कर ली है। ये लोग…( भाई मेरी आवाज आपके जैसी मजबूत आवाज नहीं है। अगर आप मुझे अवसर दें तो मैं बोलूं। इतने प्यारे नौजवान हो आप, इतने उत्साह से भरे हुए हो, लेकिन आपकी ये जो आवाज है उसको संभाल के रखना कभी काम आएगी बहुत।) इन लोगों ने सोचा है कि पांच साल में पांच प्रधानमंत्री। अब देखिए मुंगेरी लाल सपने कैसे देखते हैं। क्योंकि वो भानु बहन का कुनबा कट्ठा होने वाला नहीं है जी। ये भानुमति का कुनबा इकट्ठा होने की संभावना नहीं है इसलिए नई फार्मूला लाए कि हर साल एक प्रधानमंत्री पांच साल में पांच प्रधानमंत्री। अब मुझे बताइए भाई 5 साल में पांच प्रधानमंत्री होंगे तो इस देश का भला होगा क्या। भला होगा क्या मुझे बताइए। भला होगा क्या। अरे आपके स्कूल में बच्चा पढ़ता है ना, और अगर हर दो महीने में टीचर बदल जाए तो आप जाकर के शिकायत करोगे कि ये हर दो महीने में टीचर बदल जाता है, मेरे बच्चे का क्या होगा। ये कहते हैं पांच साल में पांच प्रधानमंत्री। अब मैंने सुना था एक बार 10 किसान इकट्ठे हुए और उन्होंने सोचा कि थोड़ा पैसा निकाल कर के हम ट्यूबवेल करें और पानी निकाल कर के खेती अच्छी करें। तो उन्होंने पानी की जानकारी वालों को बुलाया तो उन्होंने कहा देखिए 100 मीटर नीचे जाओगे तो पानी मिलेगा और आपके दसों खेतों में पानी से खेती हो सकती है। इन्होंने कहा बहुत अच्छी बात है अगर 100 मीटर नीचे जाते हैं तो अपना तो काम हो जाएगा। तो इन दसों लोगों ने कहा कि ऐसा करो भाई 10 मीटर मेरे खेत में गड्ढा करो, दूसरे ने कहा 10 मीटर मेरे गड्ढा करो, तीसरे ने कहा 10 मीटर मेरे यहां करो, तो दसों लोगों ने कहा कि देखिए 100 मीटर तो हो गया। अब मुझे बताइए ये दसों खेत में 10-10 मीटर के गड्ढे करेंगे तो पानी निकलेगा क्या? पानी निकलेगा क्या? भई एक जगह पर 100 मीटर निकल जाओगे तब पानी आएगा। यह पांच साल में पांच प्रधानमंत्री हमारा सर फोड़ेंगे, क्या करेंगे।

साथियों,

अपना वजूद बचाने के लिए RJD-कांग्रेस तुष्टिकरण की जिद पर अड़े हैं। अब आरजेडी-कांग्रेस ने दलितों पिछड़ों के आरक्षण का हक छीनने का ऐलान कर दिया है। आपसे आरक्षण छीनकर ये धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं। बिहार में जंगलराज लाने वाले नेता ने तो यहां तक कह दिया है कि पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को ही दे देना चाहिए, आप कल्पना कर सकते हैं, RJD जिसे सब कुछ पिछड़ों ने दिया वही RJD पिछड़ों के साथ विश्वासघात करने वाली सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।

साथियों,

इसी मुद्दे पर मैंने कांग्रेस को भी चुनौती दी थी। मैंने कहा था, कांग्रेस लिखकर दे कि वो देश में SC, ST, OBC का आरक्षण मुस्लिमों में नहीं बांटेंगे। वो धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं लगाएंगे। आज तीन हफ्ता हो गया। कांग्रेस और उसके साथियों के मुंह पर ताला लगा हुआ है। RJD वाले भी इधर-उधर की बातें कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के वादों-इरादों को खारिज नहीं कर रहे। इसलिए मैं आज बिहार के हर पिछड़े, हर दलित, हर आदिवासी को गारंटी देता हूं, ये जंगलराज वाले, कांग्रेस वाले चाहें जितनी कोशिश कर लें, मोदी दलितों, पिछड़ों के आरक्षण की लूट नहीं होने देगा। नहीं होने देगा। नहीं होने देगा। और आप याद रखना, वंचितों का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है!

साथियों,

RJD औऱ कांग्रेस को मैं यही बताना चाहता हूं कि हमारे देश में एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसा है जिसको आरक्षण का कोई फायदा नहीं मिला लेकिन उन समाजों में भी गरीब लोग हैं। राजपूत समाज में भी गरीब लोग है, ब्राह्मण समाज में भी है, बनिया समाज में भी है और इसलिए मैंने कहा कि समाज के जो अन्य वर्ग है उनके जो गरीब बच्चे हैं उनके लिए मैं 10 परसेंट आरक्षण करूंगा और आप देखिए 10 परसेंट आरक्षण किया किसी का लूट करके नहीं किया। किसी को गाली गलोज करके नहीं किया, सबको साथ लेकर के किया और पूरी संसद को साथ लेकर के मैंने सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण दिया और देश में कोई तनाव नहीं हुआ कोई झगड़ा नहीं हुआ आराम से काम चल रहा है लेकिन ये मुसलमानों को दे कर के आग लगाना चाहते हैं। RJD औऱ कांग्रेस दोनों ही पार्टियां, तुष्टिकरण की गुलाम हैं। आप भी देखिए, इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी के मुद्दे क्या हैं! कांग्रेस पार्टी का मुद्दा है- वो आपकी संपत्ति का एक्सरे करवाएंगे। आपके लॉकर में क्या पड़ा है आपके खेत कहां हैं, कितनी जमीन है घर में सोना है, चांदी है मंगलसूत्र है, क्या-क्या है आपके पास यह सारा एक्सरे करवाएंगे। आपकी जो कमाई है, घर जमीन है, कांग्रेस कहती है कि आप जरूरत से ज्यादा अगर होगा तो ले लेंगे छीन लेंगे और अपनी वोट बैंक को मजबूत करने के लिए उसको बांट देंगे। भाइयों बहनों कांग्रेस के नेता कहते हैं कि संपत्ति पर पहला हक मुस्लिमों का है यही नहीं ये आपकी जीवन भर की पूंजी भी हड़पना चाहते हैं। कांग्रेस कह रही है आपकी संपत्ति आपके बच्चों को नहीं मिलेगी। हिंदुस्तान के हर मां-बाप गरीब से गरीब भी तकलीफ झेल करके भी बच्चों के लिए कुछ न कुछ जमा करता है। उसके मन में रहता है कि मरने के बाद बच्चों को कुछ देकर के जाऊं। जो भी हो घर दूं, खेत दूं, कुछ ना कुछ दे कर के जाऊं। यह कांग्रेस वाले कहते हैं अब आप अपने बच्चों को नहीं दे पाएंगे मतलब आपके माता-पिता की जो संपत्ति है उनकी मेहनत की संपत्ति है वह अब आपको नहीं मिलेगी आधे से अधिक यह विरासत कर लगा कर के छीन लेने वाले हैं। मोदी इसके सामने दीवार बनके खड़ा है, मोदी ये नहीं करने देगा। आप मुझे बताइए, क्या क्या ये विरासत कर देने के लिए कोई तैयार है क्या? आप दे सकते हैं क्या? भाइयों बहनों हम यह लूट होने नहीं देंगे।

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साथियों,

देशविरोधी और बिहार विरोधी ताकतों को जवाब आपका वोट देगा। मेरा अनुरोध है 20 मई को सारण से राजीव प्रताप रूडी जी के पक्ष में बड़ी संख्या में कमल का बटन दबाएं उनको विजयी बनाएं। जब आप राजीव प्रताप रूडी को वोट देंगे ना तो वह सीधा सधा मोदी के खाते में जाएगा। ये मोदी के खाते में जाएगा और राजीव प्रताप रूडी की एक बात मुझे बहुत अच्छी लगती है जो उनके पास वो मेरे पास नहीं है। आप उनको कभी भी देखिए व हमेशा मुस्कुराते हैं तो आपको ऐसा सांसद जो हर पल आपके साथ रहे आपके सुख दुख का साथी रहे ऐसा सांसद मुझे भी मजबूती देगा। तो आप और राजीव का मतलब ही कमल होता है भाई। और इसलिए कमल पर बटन दबाइए राजीव को भेजिए और ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे। पहले मतदान फिर जलपान पहले मतदान फिर जलपान, हर पोलिंग बूथ जीतेंगे, सारे पोलिंग बूथ जीतेंगे। अच्छा मेरा एक काम करेंगे, मेरा काम करेंगे। भाई क्या कमाल है यार राजीव के लिए तो सब करते हैं। हां मेरे लिए कोई बोलता ही नहीं है। मेरा एक काम करेंगे, हाथ ऊपर करके बताइए करेंगे, करेंगे। एक काम करना यहां से ज्यादा से ज्यादा परिवारों को मिलना जाकर के। ज्यादा से ज्यादा घरों में जाना और कहना कि मोदी जी छपरा आए थे और मोदी जी ने आप सबको जय श्री राम कहा है। मेरा जय श्री राम पहुंचा देंगे। मेरा जय श्री राम पहुंचा देंगे।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की।

जय भारत माता की।

जय भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

  • Jitendra Kumar May 05, 2025

    ❤️🙏🙏
  • Dheeraj Thakur March 05, 2025

    जय श्री राम
  • Dheeraj Thakur March 05, 2025

    जय श्री राम जय श्री राम
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 18, 2024

    हर हर महादेव
  • Vimlesh Mishra July 22, 2024

    jai mata di
  • Dr Mukesh Ludanan July 02, 2024

    Jai ho
  • Pradhuman Singh Tomar July 02, 2024

    BJP 77
  • Madhusmita Baliarsingh June 23, 2024

    Thank you Modi ji for your unwavering commitment to the nation. Your efforts are greatly appreciated.
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India is going to open doors of new possibilities of space for the world: PM Modi
June 28, 2025
QuoteI extend my heartiest congratulations and best wishes to you for hoisting the flag of India in space: PM
QuoteScience and Spirituality, both are our Nation’s strength: PM
QuoteThe success of Chandrayaan mission and your historic journey renew interest in science among the children and youth of the country: PM
QuoteWe have to take Mission Gaganyaan forward, we have to build our own space station and also land Indian astronauts on the Moon: PM
QuoteYour historic journey is the first chapter of success of India's Gaganyaan mission and will give speed and new vigour to our journey of Viksit Bharat: PM
QuoteIndia is going to open doors of new possibilities of space for the world: PM

प्रधानमंत्रीशुभांशु नमस्कार!

शुभांशु शुक्लानमस्कार!

प्रधानमंत्रीआप आज मातृभूमि से, भारत भूमि से, सबसे दूर हैं, लेकिन भारतवासियों के दिलों के सबसे करीब हैं। आपके नाम में भी शुभ है और आपकी यात्रा नए युग का शुभारंभ भी है। इस समय बात हम दोनों कर रहे हैं, लेकिन मेरे साथ 140 करोड़ भारतवासियों की भावनाएं भी हैं। मेरी आवाज में सभी भारतीयों का उत्साह और उमंग शामिल है। अंतरिक्ष में भारत का परचम लहराने के लिए मैं आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। मैं ज्यादा समय नहीं ले रहा हूं, तो सबसे पहले तो यह बताइए वहां सब कुशल मंगल है? आपकी तबीयत ठीक है?

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शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी! बहुत-बहुत धन्यवाद, आपकी wishes का और 140 करोड़ मेरे देशवासियों के wishes का, मैं यहां बिल्कुल ठीक हूं, सुरक्षित हूं। आप सबके आशीर्वाद और प्यार की वजह से… बहुत अच्छा लग रहा है। बहुत नया एक्सपीरियंस है यह और कहीं ना कहीं बहुत सारी चीजें ऐसी हो रही हैं, जो दर्शाती है कि मैं और मेरे जैसे बहुत सारे लोग हमारे देश में और हमारा भारत किस दिशा में जा रहा है। यह जो मेरी यात्रा है, यह पृथ्वी से ऑर्बिट की 400 किलोमीटर तक की जो छोटे सी यात्रा है, यह सिर्फ मेरी नहीं है। मुझे लगता है कहीं ना कहीं यह हमारे देश के भी यात्रा है because जब मैं छोटा था, मैं कभी सोच नहीं पाया कि मैं एस्ट्रोनॉट बन सकता हूं। लेकिन मुझे लगता है कि आपके नेतृत्व में आज का भारत यह मौका देता है और उन सपनों को साकार करने का भी मौका देता है। तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि है मेरे लिए और मैं बहुत गर्व feel कर रहा हूं कि मैं यहां पर अपने देश का प्रतिनिधित्व कर पा रहा हूं। धन्यवाद प्रधानमंत्री जी!

प्रधानमंत्रीशुभ, आप दूर अंतरिक्ष में हैं, जहां ग्रेविटी ना के बराबर है, पर हर भारतीय देख रहा है कि आप कितने डाउन टू अर्थ हैं। आप जो गाजर का हलवा ले गए हैं, क्या उसे अपने साथियों को खिलाया?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी! यह कुछ चीजें मैं अपने देश की खाने की लेकर आया था, जैसे गाजर का हलवा, मूंग दाल का हलवा और आम रस और मैं चाहता था कि यह बाकी भी जो मेरे साथी हैं, बाकी देशों से जो आए हैं, वह भी इसका स्वाद लें और चखें, जो भारत का जो rich culinary हमारा जो हेरिटेज है, उसका एक्सपीरियंस लें, तो हम सभी ने बैठकर इसका स्वाद लिया साथ में और सबको बहुत पसंद आया। कुछ लोग कहे कि कब वह नीचे आएंगे और हमारे देश आएं और इनका स्वाद ले सकें हमारे साथ…

प्रधानमंत्री: शुभ, परिक्रमा करना भारत की सदियों पुरानी परंपरा है। आपको तो पृथ्वी माता की परिक्रमा का सौभाग्य मिला है। अभी आप पृथ्वी के किस भाग के ऊपर से गुजर रहे होंगे?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी! इस समय तो मेरे पास यह इनफॉरमेशन उपलब्ध नहीं है, लेकिन थोड़ी देर पहले मैं खिड़की से, विंडो से बाहर देख रहा था, तो हम लोग हवाई के ऊपर से गुजर रहे थे और हम दिन में 16 बार परिक्रमा करते हैं। 16 सूर्य उदय और 16 सनराइज और सनसेट हम देखते हैं ऑर्बिट से और बहुत ही अचंभित कर देने वाला यह पूरा प्रोसेस है। इस परिक्रमा में, इस तेज गति में जिस हम इस समय करीब 28000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहे हैं आपसे बात करते वक्त और यह गति पता नहीं चलती क्योंकि हम तो अंदर हैं, लेकिन कहीं ना कहीं यह गति जरूर दिखाती है कि हमारा देश कितनी गति से आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्रीवाह!

शुभांशु शुक्ला: इस समय हम यहां पहुंचे हैं और अब यहां से और आगे जाना है।

प्रधानमंत्री: अच्छा शुभ अंतरिक्ष की विशालता देखकर सबसे पहले विचार क्या आया आपको?

शुभांशु शुक्ला: प्रधानमंत्री जी, सच में बोलूं तो जब पहली बार हम लोग ऑर्बिट में पहुंचे, अंतरिक्ष में पहुंचे, तो पहला जो व्यू था, वह पृथ्वी का था और पृथ्वी को बाहर से देख के जो पहला ख्याल, वो पहला जो thought मन में आया, वह ये था कि पृथ्वी बिल्कुल एक दिखती है, मतलब बाहर से कोई सीमा रेखा नहीं दिखाई देती, कोई बॉर्डर नहीं दिखाई देता। और दूसरी चीज जो बहुत noticeable थी, जब पहली बार भारत को देखा, तो जब हम मैप पर पढ़ते हैं भारत को, हम देखते हैं बाकी देशों का आकार कितना बड़ा है, हमारा आकार कैसा है, वह मैप पर देखते हैं, लेकिन वह सही नहीं होता है क्योंकि वह एक हम 3D ऑब्जेक्ट को 2D यानी पेपर पर हम उतारते हैं। भारत सच में बहुत भव्य दिखता है, बहुत बड़ा दिखता है। जितना हम मैप पर देखते हैं, उससे कहीं ज्यादा बड़ा और जो oneness की फीलिंग है, पृथ्वी की oneness की फीलिंग है, जो हमारा भी मोटो है कि अनेकता में एकता, वह बिल्कुल उसका महत्व ऐसा समझ में आता है बाहर से देखने में कि लगता है कि कोई बॉर्डर एक्जिस्ट ही नहीं करता, कोई राज्य ही नहीं एक्जिस्ट करता, कंट्रीज़ नहीं एक्जिस्ट करती, फाइनली हम सब ह्यूमैनिटी का पार्ट हैं और अर्थ हमारा एक घर है और हम सबके सब उसके सिटीजंस हैं।

प्रधानमंत्रीशुभांशु स्पेस स्टेशन पर जाने वाले आप पहले भारतीय हैं। आपने जबरदस्त मेहनत की है। लंबी ट्रेनिंग करके गए हैं। अब आप रियल सिचुएशन में हैं, सच में अंतरिक्ष में हैं, वहां की परिस्थितियां कितनी अलग हैं? कैसे अडॉप्ट कर रहे हैं?

शुभांशु शुक्ला: यहां पर तो सब कुछ ही अलग है प्रधानमंत्री जी, ट्रेनिंग की हमने पिछले पूरे 1 साल में, सारे systems के बारे में मुझे पता था, सारे प्रोसेस के बारे में मुझे पता था, एक्सपेरिमेंट्स के बारे में मुझे पता था। लेकिन यहां आते ही suddenly सब चेंज हो गया, because हमारे शरीर को ग्रेविटी में रहने की इतनी आदत हो जाती है कि हर एक चीज उससे डिसाइड होती है, पर यहां आने के बाद चूंकि ग्रेविटी माइक्रोग्रेविटी है absent है, तो छोटी-छोटी चीजें भी बहुत मुश्किल हो जाती हैं। अभी आपसे बात करते वक्त मैंने अपने पैरों को बांध रखा है, नहीं तो मैं ऊपर चला जाऊंगा और माइक को भी ऐसे जैसे यह छोटी-छोटी चीजें हैं, यानी ऐसे छोड़ भी दूं, तो भी यह ऐसे float करता रहा है। पानी पीना, पैदल चलना, सोना बहुत बड़ा चैलेंज है, आप छत पर सो सकते हैं, आप दीवारों पर सो सकते हैं, आप जमीन पर सो सकते हैं। तो पता सब कुछ होता है प्रधानमंत्री जी, ट्रेनिंग अच्छी है, लेकिन वातावरण चेंज होता है, तो थोड़ा सा used to होने में एक-दो दिन लगते हैं but फिर ठीक हो जाता है, फिर normal हो जाता है।

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प्रधानमंत्री: शुभ भारत की ताकत साइंस और स्पिरिचुअलिटी दोनों हैं। आप अंतरिक्ष यात्रा पर हैं, लेकिन भारत की यात्रा भी चल रही होगी। भीतर में भारत दौड़ता होगा। क्या उस माहौल में मेडिटेशन और माइंडफूलनेस का लाभ भी मिलता है क्या?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी, मैं बिल्कुल सहमत हूं। मैं कहीं ना कहीं यह मानता हूं कि भारत already दौड़ रहा है और यह मिशन तो केवल एक पहली सीढ़ी है उस एक बड़ी दौड़ का और हम जरूर आगे पहुंच रहे हैं और अंतरिक्ष में हमारे खुद के स्टेशन भी होंगे और बहुत सारे लोग पहुंचेंगे और माइंडफूलनेस का भी बहुत फर्क पड़ता है। बहुत सारी सिचुएशंस ऐसी होती हैं नॉर्मल ट्रेनिंग के दौरान भी या फिर लॉन्च के दौरान भी, जो बहुत स्ट्रेसफुल होती हैं और माइंडफूलनेस से आप अपने आप को उन सिचुएशंस में शांत रख पाते हैं और अपने आप को calm रखते हैं, अपने आप को शांत रखते हैं, तो आप अच्छे डिसीजंस ले पाते हैं। कहते हैं कि दौड़ते हो भोजन कोई भी नहीं कर सकता, तो जितना आप शांत रहेंगे उतना ही आप अच्छे से आप डिसीजन ले पाएंगे। तो I think माइंडफूलनेस का बहुत ही इंपॉर्टेंट रोल होता है इन चीजों में, तो दोनों चीजें अगर साथ में एक प्रैक्टिस की जाएं, तो ऐसे एक चैलेंजिंग एनवायरमेंट में या चैलेंजिंग वातावरण में मुझे लगता है यह बहुत ही यूज़फुल होंगी और बहुत जल्दी लोगों को adapt करने में मदद करेंगी।

प्रधानमंत्री: आप अंतरिक्ष में कई एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं। क्या कोई ऐसा एक्सपेरिमेंट है, जो आने वाले समय में एग्रीकल्चर या हेल्थ सेक्टर को फायदा पहुंचाएगा?

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी, मैं बहुत गर्व से कह सकता हूं कि पहली बार भारतीय वैज्ञानिकों ने 7 यूनिक एक्सपेरिमेंट्स डिजाइन किए हैं, जो कि मैं अपने साथ स्टेशन पर लेकर आया हूं और पहला एक्सपेरिमेंट जो मैं करने वाला हूं, जो कि आज ही के दिन में शेड्यूल्ड है, वह है Stem Cells के ऊपर, so अंतरिक्ष में आने से क्या होता है कि ग्रेविटी क्योंकि एब्सेंट होती है, तो लोड खत्म हो जाता है, तो मसल लॉस होता है, तो जो मेरा एक्सपेरिमेंट है, वह यह देख रहा है कि क्या कोई सप्लीमेंट देकर हम इस मसल लॉस को रोक सकते हैं या फिर डिले कर सकते हैं। इसका डायरेक्ट इंप्लीकेशन धरती पर भी है कि जिन लोगों का मसल लॉस होता है, ओल्ड एज की वजह से, उनके ऊपर यह सप्लीमेंट्स यूज़ किए जा सकते हैं। तो मुझे लगता है कि यह डेफिनेटली वहां यूज़ हो सकता है। साथ ही साथ जो दूसरा एक्सपेरिमेंट है, वह Microalgae की ग्रोथ के ऊपर। यह Microalgae बहुत छोटे होते हैं, लेकिन बहुत Nutritious होते हैं, तो अगर हम इनकी ग्रोथ देख सकते हैं यहां पर और ऐसा प्रोसेस ईजाद करें कि यह ज्यादा तादाद में हम इन्हें उगा सके और न्यूट्रिशन हम प्रोवाइड कर सकें, तो कहीं ना कहीं यह फूड सिक्योरिटी के लिए भी बहुत काम आएगा धरती के ऊपर। सबसे बड़ा एडवांटेज जो है स्पेस का, वह यह है कि यह जो प्रोसेस है यहां पर, यह बहुत जल्दी होते हैं। तो हमें महीनों तक या सालों तक वेट करने की जरूरत नहीं होती, तो जो यहां के जो रिजल्‍ट्स होते हैं वो हम और…

प्रधानमंत्री: शुभांशु चंद्रयान की सफलता के बाद देश के बच्चों में, युवाओं में विज्ञान को लेकर एक नई रूचि पैदा हुई, अंतरिक्ष को explore करने का जज्बा बढ़ा। अब आपकी ये ऐतिहासिक यात्रा उस संकल्प को और मजबूती दे रही है। आज बच्चे सिर्फ आसमान नहीं देखते, वो यह सोचते हैं, मैं भी वहां पहुंच सकता हूं। यही सोच, यही भावना हमारे भविष्य के स्पेस मिशंस की असली बुनियाद है। आप भारत की युवा पीढ़ी को क्या मैसेज देंगे?

शुभांशु शुक्ला: प्रधानमंत्री जी, मैं अगर मैं अपनी युवा पीढ़ी को आज कोई मैसेज देना चाहूंगा, तो पहले यह बताऊंगा कि भारत जिस दिशा में जा रहा है, हमने बहुत बोल्ड और बहुत ऊंचे सपने देखे हैं और उन सपनों को पूरा करने के लिए, हमें आप सबकी जरूरत है, तो उस जरूरत को पूरा करने के लिए, मैं ये कहूंगा कि सक्सेस का कोई एक रास्ता नहीं होता कि आप कभी कोई एक रास्ता लेता है, कोई दूसरा रास्ता लेता है, लेकिन एक चीज जो हर रास्ते में कॉमन होती है, वो ये होती है कि आप कभी कोशिश मत छोड़िए, Never Stop Trying. अगर आपने ये मूल मंत्र अपना लिया कि आप किसी भी रास्ते पर हों, कहीं पर भी हों, लेकिन आप कभी गिव अप नहीं करेंगे, तो सक्सेस चाहे आज आए या कल आए, पर आएगी जरूर।

प्रधानमंत्री: मुझे पक्का विश्वास है कि आपकी ये बातें देश के युवाओं को बहुत ही अच्छी लगेंगी और आप तो मुझे भली-भांति जानते हैं, जब भी किसी से बात होती हैं, तो मैं होमवर्क जरूर देता हूं। हमें मिशन गगनयान को आगे बढ़ाना है, हमें अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाना है, और चंद्रमा पर भारतीय एस्ट्रोनॉट की लैंडिंग भी करानी है। इन सारे मिशंस में आपके अनुभव बहुत काम आने वाले हैं। मुझे विश्वास है, आप वहां अपने अनुभवों को जरूर रिकॉर्ड कर रहे होंगे।

शुभांशु शुक्ला: जी प्रधानमंत्री जी, बिल्कुल ये पूरे मिशन की ट्रेनिंग लेने के दौरान और एक्सपीरियंस करने के दौरान, जो मुझे lessons मिले हैं, जो मेरी मुझे सीख मिली है, वो सब एक स्पंज की तरह में absorb कर रहा हूं और मुझे यकीन है कि यह सारी चीजें बहुत वैल्युएबल प्रूव होंगी, बहुत इंपॉर्टेंट होगी हमारे लिए जब मैं वापस आऊंगा और हम इन्हें इफेक्टिवली अपने मिशंस में, इनके lessons अप्लाई कर सकेंगे और जल्दी से जल्दी उन्हें पूरा कर सकेंगे। Because मेरे साथी जो मेरे साथ आए थे, कहीं ना कहीं उन्होंने भी मुझसे पूछा कि हम कब गगनयान पर जा सकते हैं, जो सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा और मैंने बोला कि जल्द ही। तो मुझे लगता है कि यह सपना बहुत जल्दी पूरा होगा और मेरी तो सीख मुझे यहां मिल रही है, वह मैं वापस आकर, उसको अपने मिशन में पूरी तरह से 100 परसेंट अप्लाई करके उनको जल्दी से जल्दी पूरा करने की कोशिश करेंगे।

प्रधानमंत्री: शुभांशु, मुझे पक्का विश्वास है कि आपका ये संदेश एक प्रेरणा देगा और जब हम आपके जाने से पहले मिले थे, आपके परिवारजन के भी दर्शन करने का अवसर मिला था और मैं देख रहा हूं कि आपके परिवारजन भी सभी उतने ही भावुक हैं, उत्साह से भरे हुए हैं। शुभांशु आज मुझे आपसे बात करके बहुत आनंद आया, मैं जानता हूं आपकी जिम्मे बहुत काम है और 28000 किलोमीटर की स्पीड से काम करने हैं आपको, तो मैं ज्यादा समय आपका नहीं लूंगा। आज मैं विश्वास से कह सकता हूं कि ये भारत के गगनयान मिशन की सफलता का पहला अध्याय है। आपकी यह ऐतिहासिक यात्रा सिर्फ अंतरिक्ष तक सीमित नहीं है, ये हमारी विकसित भारत की यात्रा को तेज गति और नई मजबूती देगी। भारत दुनिया के लिए स्पेस की नई संभावनाओं के द्वार खोलने जा रहा है। अब भारत सिर्फ उड़ान नहीं भरेगा, भविष्य में नई उड़ानों के लिए मंच तैयार करेगा। मैं चाहता हूं, कुछ और भी सुनने की इच्छा है, आपके मन में क्योंकि मैं सवाल नहीं पूछना चाहता, आपके मन में जो भाव है, अगर वो आप प्रकट करेंगे, देशवासी सुनेंगे, देश की युवा पीढ़ी सुनेगी, तो मैं भी खुद बहुत आतुर हूं, कुछ और बातें आपसे सुनने के लिए।

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शुभांशु शुक्ला: धन्यवाद प्रधानमंत्री जी! यहां यह पूरी जर्नी जो है, यह अंतरिक्ष तक आने की और यहां ट्रेनिंग की और यहां तक पहुंचने की, इसमें बहुत कुछ सीखा है प्रधानमंत्री जी मैंने लेकिन यहां पहुंचने के बाद मुझे पर्सनल accomplishment तो एक है ही, लेकिन कहीं ना कहीं मुझे ये लगता है कि यह हमारे देश के लिए एक बहुत बड़ा कलेक्टिव अचीवमेंट है। और मैं हर एक बच्चे को जो यह देख रहा है, हर एक युवा को जो यह देख रहा है, एक मैसेज देना चाहता हूं और वो यह है कि अगर आप कोशिश करते हैं और आप अपना भविष्य बनाते हैं अच्छे से, तो आपका भविष्य अच्छा बनेगा और हमारे देश का भविष्य अच्छा बनेगा और केवल एक बात अपने मन में रखिए, that sky has never the limits ना आपके लिए, ना मेरे लिए और ना भारत के लिए और यह बात हमेशा अगर अपने मन में रखी, तो आप आगे बढ़ेंगे, आप अपना भविष्य उजागर करेंगे और आप हमारे देश का भविष्य उजागर करेंगे और बस मेरा यही मैसेज है प्रधानमंत्री जी और मैं बहुत-बहुत ही भावुक और बहुत ही खुश हूं कि मुझे मौका मिला आज आपसे बात करने का और आप के थ्रू 140 करोड़ देशवासियों से बात करने का, जो यह देख पा रहे हैं, यह जो तिरंगा आप मेरे पीछे देख रहे हैं, यह यहां नहीं था, कल के पहले जब मैं यहां पर आया हूं, तब हमने यह यहां पर पहली बार लगाया है। तो यह बहुत भावुक करता है मुझे और बहुत अच्छा लगता है देखकर कि भारत आज इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंच चुका है।

प्रधानमंत्रीशुभांशु, मैं आपको और आपके सभी साथियों को आपके मिशन की सफलता के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। शुभांशु, हम सबको आपकी वापसी का इंतजार है। अपना ध्यान रखिए, मां भारती का सम्मान बढ़ाते रहिए। अनेक-अनेक शुभकामनाएं, 140 करोड़ देशवासियों की शुभकामनाएं और आपको इस कठोर परिश्रम करके, इस ऊंचाई तक पहुंचने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। भारत माता की जय!

शुभांशु शुक्ला: धन्यवाद प्रधानमंत्री जी, धन्यवाद और सारे 140 करोड़ देशवासियों को धन्यवाद और स्पेस से सबके लिए भारत माता की जय!