Today, the youth of my village are social media heroes: PM Modi in Lohardaga
Congress’ policy gave rise to Naxalism's bloody violence in the country: PM Modi in Lohardaga

सब आयो बाबा, भाई-बहिन, दीदी, बुचु आउर बॉक्साइट नगरी लोहरदगा कर परिवारजन के मोर झारखंडी जोहार! भाई मैं यह तय नहीं कर पा रहा हूँ, कि यह चुनाव सभा है या विजय सभा है। सबसे पहले जितने लोग पंडाल में है, उससे ज्यादा लोग वहां धूप में खड़े हैं, और उससे भी ज्यादा वहां आ रहे हैं। मैंने हेलिकॉप्टर में से देखा, शायद मेरी सभा पूरी होने के बाद भी, लोग आते होंगे।

भाइयों, बहनों,

यह दृश्य, यह जागरूकता, यह अदभूत है। लेकिन जो इतनी बड़ा तादात में पीछे धूप में तप रहे हैं, शायद वो मुझे देख नहीं पाते होंगे, शायद मेरी आवाज भी पहुंचती होगी की नहीं पहुंचती होगी लेकिन वो तपस्या कर रहे हैं। मैं सबसे पहले, उनको जो ये असुविधा हो रही है, इसके लिए क्षमा मांगता हूँ। औऱ दूसरा मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ, कि आप जो ताप में तप रहे हैं, मोदी आपकी इस तपस्या को बेकार नहीं जाने देगा। मैं विकास करके, ये प्यार को सवाया करके लौटाऊंगा। मैं भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। पिछले वर्ष उनके जन्म दिवस पर ही, मुझे उनके गांव जाने का सौभाग्य मिला था। और मुझे वहां की मिट्टी, माथे पर चढ़ाने का गौरव प्राप्त हुआ था। मैं देश का पहला प्रधानमंत्री हूं, जिसे उनके गांव जाकर, उस मिट्टी को श्रद्धा पूर्वक नमन किया औऱ मुझे वो सौभाग्य मिला। भाइयों और बहनों, भगवान बिरसा मुंडा मेरे लिए सिर्फ एक नाम नहीं हैं। वे मेरे लिए प्रेरणा हैं। भगवान बिरसा मुंडा के जीवन ने, उनके जीवन को जब याद करते हैं, तब मुझे हर चुनौती से जीतना सिखाया है। चुनौती से जीतने की प्ररेणा दी है। आप देखते हैं, मैं गरीबों के लिए, आदिवासियों के लिए काम करता हूं तो मुझे कितनी ही गालियां पड़ती हैं, लेकिन मैं सिर्फ आपकी सेवा में जुटा रहता हूं। आपको याद होगा, मैंने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया, तो कांग्रेस और इंडी गठबंधन वाले कहने लगे, झाड़ू लगाने से क्या होगा? शौचालय बनाने से क्या होगा? आज गांव-गांव में देखिए, हालात बदले हैं। मैंने जब मोबाइल का डेटा सस्ता किया। गांव-गांव में कॉमन सर्विस सेंटर खोले। जब हर गांव तक इंटरनेट पहुंचाने की ठानी, तो झामुमो वाले और कांग्रेस वाले कहते थे गांव वालों को क्या इसका फायदा? गांव वाला तो अनपढ़ है! आज मेरे गांव का युवा सोशल मीडिया का हीरो है। कांग्रेस वालों ने इंटरनेट को अमीरों की चीज बना दिया था। मैंने इंटरनेट को गरीबों के घर पहुंचा दिया है। गरीबों की ऊंगलियों पर नाच रहा है इंटरनेट।

साथियों,

आज देश में गरीब की चिंता, आपका ये गरीब का बेटा मोदी वही कर रहा है। कांग्रेस के राज में राशन सड़ता रहता था। आदिवासी क्षेत्रों में बच्चे भूख से मरते थे। और कांग्रेस अनाज गोदामों पर ताला लगाकर बैठ गई थी। और उस समय सोनिया जी के सरकार के डॉ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से प्रेस वालों ने पूछा कि अनाज भींग रहा है, सड़ रहा है। गरीबों को बांट दीजिए न, उन्होंने कहा इतने बड़े देश में ऐसा संभव नही है, नहीं दे सकते हैं। ये मोदी का कमाल देखिए, आपने मोदी को वोट दिया, मोदी को बिठाया, अनाज के सारे गोदाम खोल दिए, औऱ आज देश में मुफ्त राशन की योजना चल रही है। और मैंने गारंटी दी है आने वाले पांच साल औऱ बढाऊंगा, औऱ हैरानी देखिए ये कांग्रेस के शाही परिवार को, जो ये गरीब का चूल्हा जलता रहे, गरीब का बच्चा भूखा न रहे, इसलिए मुफ्त में आनाज दे रहा हूँ, तो उनको तकलीफ हो रही है। चिल्ला रहे हैं औऱ पूछ रहे हैं कि मोदी अपने आपको समझता क्या है? ये आदिवासियों को, गरीबों को मुफ्त में आनाज देता क्यों है? अरे! तुम कौन होते हो भाई? इस देश के मालिक यही हैं, इस देश का खजाना इन्हीं लोगों के लिए है। ये नहीं खाएगें तो कौन खाएगा? शाही परिवार कुछ भी कहे, लेकिन मोदी ने आपको मुफ्त राशन देने की गारंटी दे कर रखी है। धरती इधर की उधर हो जाए, आपको मुफ्त राशन मिलने से कोई रोक नहीं सकता। क्योंकि ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

कांग्रेस के पाप की लिस्ट बनाएं, तो कई दिन निकल जाएंगे। ये कांग्रेस ही है जिसने लोहरदग्गा, खूंटी, गुमला जैसे जिलों को पिछड़ा कहकर बदहाल छोड़ दिया था। ये ज्यादातर मेरे आदिवासी जिले हैं। यहां बिजली, पानी, सड़क, स्कूल, अस्पताल, ऐसा कोई भी काम ठीक से नहीं हुआ था। आपने मोदी को वोट दिया। मोदी ने इन जिलों को विकास को अपना मिशन बनाया। मैंने इनको पिछड़े नहीं, बैकवर्ड नहीं, मैंने इनको आकांक्षी जिले घोषित किया। यहां क्या-क्या काम चल रहा है, कौन सी सुविधा पहुंची? कौन सी सुविधा अभी नहीं मिली है? अफसर काम करते हैं कि नहीं करते हैं? मैं मेरे दिल्ली के कमरे में, स्क्रिन पर लगातार उसे देखता रहता हूँ, क्या चलता है। मॉनिटर करता हूं। आज ये आकंक्षी जिले, देश के बाकी जिलों से भी कहीं तेज़ी से विकास करने की राह पर आ गए हैं।

साथियों,

आदिवासियों में भी जो अतिपिछड़े हैं, उनको कोई पूछता ही नहीं था। मोदी उनके लिए पीएम जनमन योजना ले कर आया, इस योजना पर 24 हजार करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं। इससे आदिवासियों में भी अति पिछड़े साथियों के लिए भी, विशेषतौर पर घर, बिजली पानी जैसे काम किए जा रहे हैं। औऱ जानते हैं, इन योजना के लिए, मुझे सबसे ज्यादा सुझाव किसने दिया, इस पूरे विषय को विस्तार से मेरे सामने किसने रखा? हमारी आदरणीय राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू जी ने, ये योजना शुरू होने के पीछे राष्ट्रपति जी ने जो उड़ीसा में झारखंड में जो समय बिताया, उसकी बड़ी भूमिका रही है। लेकिन झारखंड के मेरे भाई औऱ बहनों, आपको याद रखना है, कि द्रौपदी मूर्मू जी को, एक आदिवासी बेटी को, राष्ट्रपति बनाने का सबसे ज्यादा विरोध इंडी गठबंधन ने किया था।

भाइयों और बहनों,

मोदी को आपकी भावनाओं की कद्र है, आपकी जरूरतों की चिंता है, इसका एक उदाहरण डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड भी है। ये क्षेत्र तो बॉक्साइट का बहुत बड़ा उत्पादक है। पहले खनिज निकलता था और जहां से निकला उस क्षेत्र को कोई नहीं पूछता था। मोदी ने कांग्रेस के जमाने की ये नीति भी बदल डाली। मोदी ने तय किया कि इस संपदा का एक हिस्सा स्थानीय विकास के लिए लगना चाहिए। इसके लिए हमने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बनाया। इससे झारखंड को भी 12 हजार करोड़ रुपए मिले हैं, जो पहले एक पाई नहीं मिलती थी। भाइयों और बहनों, जहां सरकारें भ्रष्ट हो, वहां बजट कितना भी हो, विकास संभव ही नहीं है। जिस बाल्टी में छेद किया हो, उसमें कितना ही पानी भरो, बाल्टी भरेगी क्या? बाल्टी भरेगी क्या? यहां भ्रष्टाचार का छेद ऐसा लगा हुआ है कि सीधा पाइप उनके घर में जाता है। ऊपर से रूपया डालो, नीचे से पाइप से उनके घर में पहुंच जाता है। झारखंड इन्हीं मुसीबतों से गुजरा है। आप देखिए, पेपर लीक का मामला। इस राज्य में कोई ऐसा एक्जाम नहीं है, कोई ऐसा पेपर नहीं है,जो लीक नहीं होता हो। मेरे नौजवानों का क्या होगा भाई, और मैंने देखा कि झारखंड सरकार में बैठे लोग सुधरने वाले नहीं है, तो मुझे दिल्ली से ही डंडा चलाना पड़ेगा। और इसलिए मोदी ने, ये जो पेपर लीक वाले माफिया हैं न, उनके विरुद्ध में एक बहुत कड़ा कानून बना दिया है। ये बच्चों के, नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को अब जिंदगी जेल में गुजारनी पड़ेगी।

भाइयों-बहनों,

अगर हमारे पास, सौ रूपया, दो सौ रूपया, हजार रूपया हो, तो हम ऐसे बाँध करके रखते हैं, इतना संभाल करके रखते हैं, कि जरूरत पड़ेगी तो काम आएगा। हमारी माताएं, बहनें घर के अनाज के अंदर कपड़े में पैसे सोना, चांदी बांध करके रख देती हैं, ताकि जरूरत पड़े तो काम आ जाए। एक-एक रूपए की कीमत होती है लेकिन झारखंड में देखिए, कांग्रेस के सांसद के घर से नोटों के ढेर निकले, नोटों के ढेर। और नोटों के ढेर इतने बड़े थे कि बैंकों से मशीन लाए गिनने के लिए, तो ये मशीन भी हांफने लगे। मुझे बताइए, भाई बहन ये पैसा किसका है, ये आपका है कि नहीं है? ये पैसा आपका है कि नहीं है? ये पैसा आपके पसीने का है कि नहीं है? ये पैसा आपके हक का है कि नहीं है? किसने उनको चोरी करने का अधिकार दिया भाई। एक मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में जेल में बंद है। अब आप मुझे बताइए, कोई आपके घर में चोरी कर जाए, तो आप उसको सजा चाहेंगे की नहीं चाहेंगे? अगर आपके घर में कोई चोर घुस जाए, और आपका कुछ ले करके चला जाए तो आप उसको पकड़ना चाहते हैं कि नहीं चाहते हैं? आप चाहते हैं कि नहीं चाहते हैं कि उसे सजा मिले? चाहते हैं कि नहीं चाहते हैं? अगर आपके घर में कोई चोरी कर जाए, उसको जेल भेजना चाहते हैं तो ये झारखंड भी तो आपका घर ही है न, ये झारखंड आप ही का है न, उसमें कोई चोरी कर जाए, तो वो जेल जाना चाहिए की नहीं चाहिए? सजा होनी चाहिए की नहीं होनी चाहिए?

साथियों,

जिसने झारखंड को लूटा, उस पर कानून के तहत कार्रवाई हो रही है। और अदालत इस काम पर ठप्पे पर ठप्पा मार करके, अदालत डंके की चोट पर कह रहा है, हां चोरी की है। भाइयों-बहनों, मोदी का एक ही संकल्प है, भ्रष्टाचार हटाओ और ये इंडी अलायंस वाले कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ। वे रैलियां करते हैं, वे किस के लिए करते हैं, नौ जवानों को रोजगार मिलेगा, इसके लिए रैली नहीं। कारखाना खुलेगा, इसके लिए रैली नहीं।किसानों का भला होगा उसके लिए रैली नहीं। महिलाओं का भला होगा, इसके लिए रैली नहीं। रैली करते हैं, कभी दिल्ली में करते हैं, कभी रांची में करते हैं, सारे इक्ट्ठे होते हैं हाथ ऊंचा करते हैं, क्यों भ्रष्टाचारी बचाओ, भ्रष्टाचारी बचाओ। अरे चुनाव के समय भी भ्रष्टाचारी बचाओं की रैलियां कर रहे हो, मतलब तुम्हें इस देश में कुछ लेना देना नहीं है। भाईयों-बहनों, मैं आपको गारंटी देता हूं-आने वाले 5 साल में ऐसे सभी भ्रष्टाचारियों पर कानून का डंडा चलेगा, चलेगा, चलेगा।

साथियों,

आपको भी पता है कि जब गरीब आगे बढ़ता है, तो उसके लाख दुश्मन हो जाते हैं। कांग्रेस-झामुमो और इंडी गठबंधन वालों को आज भी ये बर्दाश्त नहीं हो रहा है कि एक गरीब मां का बेटा कैसे पीएम बन गया? और इसलिए ये लोग मोदी के खिलाफ नए-नए झूठ फैलाते रहते हैं। आजकल इनका नया झूठ है, मोदी आएगा तो आरक्षण खत्म कर देगा, दी आएगा संविधान बदल देगा। अरे!मुर्खों के सरदार, ये मोदी तो दस साल से आय़ा हुआ है भाई, ये दस साल से प्रधानमंत्री है। और शान से सरकार चला रहा है। औऱ दस साल में मैंने ये पाप नहीं किया है। क्योंकि मैं भारत के संविधान की भक्ति करता हूँ, मैं बाबा साहेब अंबेडकरकी पूजा करने वाले लोगों में से हूँ। सच्चाई ये है कि खुद इनके चेहरे से मोदी ने नकाब उतार दिया है। साथियों,अपने 60 साल के शासन में कांग्रेस ने देश को परिवारवाद दिया, भ्रष्टाचार दिया। इसके अलावा एक और रास्ते पर कांग्रेस चली, और रास्ता है तुष्टिकरण, appeasement, वोट बैंक पोलिटिक्स। कांग्रेस जो चश्मा पहनती है, उसमें एक ही वोटबैंक दिखता है, औऱ वो है मुस्लिम वोटबैंक। कांग्रेस की इस नीति का बहुत बड़ा नुकसान हर किसी ने उठाया है। जबकि भाजपा, सबका साथ-सबका विकास की बात करती है। भाजपा सरकार की नीतियों में किसी के साथ भेदभाव नहीं होता। लेकिन कांग्रेस को ये करना ही नहीं है, समझने का तो सवाल ही नहीं उठता। आप देखिए,कैसे-कैसे खेल खेल रही है कांग्रेस। इंडी गठबंधन वाले खुद SC/ST/OBC को आरक्षण का जो हक मिला है न, उसमें डाका डालने का प्लान कर रहे हैं। उसमें से चोरी करने का खेल चल रहा है। जब संविधान बना था, 75 साल पहले तब सबने मिलकर यह तय किया, तब तो हमारे में से बहुत लोग हैं जो पैदा भी नहीं हुए थे, उस समय तय हुआ था, बाबा साहेब अंबेडकर ने तय किया था कि हमारे देश में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। दलितों को, आदिवासियों को, पिछड़ों को संविधान के तहत आरक्षण मिलेगा। लेकिन कांग्रेस आपका हक छीनकर, संविधान को तोड़ मरोड़ कर, मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है। आपका हक लूटना चाहती है, इसलिए आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। साथियों, मैं आपके बीच आया हूँ तो एक गारंटी दे रहा हूँ। ये मोदी की गारंटी है। जब तक मोदी जिंदा है, जब तक मोदी जिंदा है, मैं दलित आदिवासी ओबीसी इस आरक्षण में से रत्ती भर भी उनको चोरी नहीं करने दूंगा, ये मेरी आपको गारंटी है।

साथियों,

कांग्रेस की कुनीतियों ने ही देश को नक्सलवाद की खूनी हिंसा दी। माओवाद ने हमारी कितनी ही माताओं के लाड़लों का जीवन बरबाद कर दिया, 10 सालों में मोदी ने माओवादी हिंसा के देश के एक बड़े हिस्से को मुक्त कराया है। लेकिन कांग्रेस आज भी माओवादी, नक्सलियों का समर्थन कर रही है। अपना वोटबैंक बचाने के लिए कांग्रेस आतंकवादियों पर भी कार्रवाई नहीं करती। बहुत मेहनत के बाद आतंकवादियों के स्लीपर सेल को हम तोड़े पाए हैं। लेकिन झारखंड में जो किया जा रहा है, वो खतरनाक है। यहां घुसपैठियों को बढ़ावा देने का और आदिवासी परिवारों की ज़मीन हड़पने का खेल हो रहा है। संथाल में PFI जैसे प्रतिबंधित संगठन कैसे अपना रैकेट चला रहे हैं? कैसे आदिवासियों के साथ ठगी कर रहे हैं? कैसे आदिवासी बेटियों के साथ अत्याचार कर रहे हैं। जमीन के लिए आदिवासी बेटियों के साथ क्या क्या नहीं किया जा रहा है। आदिवासी बेटियों को विशेष तौर पर टारगेट किया जा रहा है। जब लोग इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो इंडी-गठबंधन वाले कहते हैं- मोदी के खिलाफ वोट जिहाद करो, वोट जिहाद। पहले हमने लव जिहाद सुना था, फिर हमने लैंड जिहाद सुना था, अब वोट जिहाद,ये अब कुछ भी कर लें, कितनी जिहाद कर लें, अब ये देश पीछे हटने वाला नही है। और मोदी डरने वाला नहीं है। मोदी के रहते कोई मेरे आदिवासी भाई-बहनों के जीवन से खिलवाड़ नहीं कर पाएगा। और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

ये चुनाव एक मज़बूत देश के लिए मजबूत सरकार बनाने के लिए है। इसलिए, लोहरदगा से हमारे समीर ओरान जी और खूंटी के कुछ लोग भी यहां आए हैं, वहां हमारे अर्जुन मुंडा जी चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी औऱ एनडीए, हमारे महतो जी हम साथ मिल करके झारखंड का भविष्य बना रहे हैं। साथियों, 13 मई को इनको मिला, एक-एक वोट सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आपका वोट जैसा ही कमल दबाया, तो समझ लिजिए मोदी को मिल गया। अच्छा मेरा एक काम करेंगे? मेरा एक काम करेंगे? जरा हाथ ऊपर कर के बताइए, मेरा काम करेंगे? देखिए, घर-घर जाइएगा और हर घर में जा कर कहना कि मोदी जी आए थे, मोदी जी ने जोहार कहा है, जय श्री राम कहा है। बोलिए! भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय,
बहुत बहुत धन्यवाद।

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December 18, 2025

नमस्ते!
अहलन व सहलन !!!

ये युवा जोश आपकी एनर्जी यहां का पूरा atmosphere चार्ज हो गया है। मैं उन सब भाई बहनों को भी नमस्कार करता हूँ, जो जगह की कमी के कारण, इस हॉल में नहीं हैं, और पास के हॉल में स्क्रीन पर यह प्रोग्राम लाइव देख रहें हैं। अब आप कल्पना कर सकते हैं, कि यहाँ तक आएं और अंदर तक नहीं आ पाएं तोह उनके दिल में क्या होता होगा।

साथियों,

मैं मेरे सामने एक मिनी इंडिया देख रहा हूं, मुझे लगता है यहां बहुत सारे मलयाली भी हैं।

सुखम आणो ?

औऱ सिर्फ मलयालम नहीं, यहां तमिल, तेलुगू, कन्नड़ा और गुजराती बोलने वाले बहुत सारे लोग भी हैं।

नलमा?
बागुन्नारा?
चेन्ना-गिद्दिरा?
केम छो?

साथियों,

आज हम एक फैमिली की तरह इकट्ठा हुए हैं। आज हम अपने देश को, अपनी टीम इंडिया को सेलिब्रेट कर रहे हैं।

साथियों,

भारत में हमारी diversity, हमारी संस्कृति का मजबूत आधार है। हमारे लिए हर दिन एक नया रंग लेकर आता है। हर मौसम एक नया उत्सव बन जाता है। हर परंपरा एक नई सोच के साथ आती है।

और यही कारण है कि हम भारतीय कहीं भी जाएं, कहीं भी रहें, हम diversity का सम्मान करते हैं। हम वहां के कल्चर, वहां के नियम-कायदों के साथ घुलमिल जाते हैं। ओमान में भी मैं आज यही होते हुए अपनी आंखों के सामने देख रहा हूं।

यह भारत का डायस्पोरा co-existence का, co-operation का, एक लिविंग Example बना हुआ है।

साथियों,

भारत की इसी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक और अद्भुत सम्मान हाल ही में मिला है। आपको शायद पता होगा, यूनेस्को ने दिवाली को Intangible Cultural Heritage of Humanity में शामिल किया है।

अब दिवाली का दिया हमारे घर को ही नहीं, पूरी दुनिया को रोशन करेगा। यह दुनिया भर में बसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है। दिवाली की यह वैश्विक पहचान हमारी उस रोशनी की मान्यता है, जो आशा, सद्भाव, और मानवता के संदेश को, उस प्रकाश को फैलाती है।

साथियों,

आज हम सब यहां भारत-ओमान "मैत्री पर्व” भी मना रहे हैं।

मैत्री यानि:
M से maritime heritage
A से Aspirations
I से Innovation
T से Trust and technology
R से Respect
I से Inclusive growth

यानि ये "मैत्री पर्व,” हम दोनों देशों की दोस्ती, हमारी शेयर्ड हिस्ट्री, और prosperous future का उत्सव हैं। भारत और ओमान के बीच शताब्दियों से एक आत्मीय और जीवंत नाता रहा है।

Indian Ocean की Monsoon Winds ने दोनों देशों के बीच ट्रेड को दिशा दी है। हमारे पूर्वज लोथल, मांडवी, और तामरालिप्ति जैसे पोर्ट्स से लकड़ी की नाव लेकर मस्कट, सूर, और सलालाह तक आते थे।

और साथियों,

मुझे खुशी है कि मांडवी टू मस्कट के इन ऐतिहासिक संबंधों को हमारी एंबेसी ने एक किताब में भी समेटा है। मैं चाहूंगा कि यहां रहने वाला हर साथी, हर नौजवान इसको पढ़े, और अपने ओमानी दोस्तों को भी ये गिफ्ट करे।

अब आपको लगेगा की स्कूल में भी मास्टरजी होमवर्क देते हैं, और इधर मोदीजी ने भी होमवर्क दे दिया।

साथियों,

ये किताब बताती है कि भारत और ओमान सिर्फ Geography से नहीं, बल्कि Generations से जुड़े हुए हैं। और आप सभी सैकड़ों वर्षों के इन संबंधों के सबसे बड़े Custodians हैं।

साथियों,

मुझे भारत को जानिए क्विज़ में ओमान के participation बारे में भी पता चला है। ओमान से Ten thousand से अधिक लोगों ने इस क्विज में participate किया। ओमान, ग्लोबली फोर्थ पोज़िशन पर रहा है।

लेकिन में तालियां नहीं बजाऊंगा। ओमान तो नंबर एक पे होना चाहिए। मैं चाहूँगा कि ओमान की भागीदारी और अधिक बढ़े, ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग जुड़ें। भारतीय बच्चे तो इसमें भाग ज़रूर लें। आप ओमान के अपने दोस्तों को भी इस क्विज़ का हिस्सा बनने के लिए मोटिवेट करें।

साथियों,

भारत और ओमान के बीच जो रिश्ता ट्रेड से शुरू हुआ था, आज उसको education सशक्त कर रही है। मुझे बताया गया है कि यहां के भारतीय स्कूलों में करीब फोर्टी सिक्स थाउज़ेंड स्टूड़ेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें ओमान में रहने वाले अन्य समुदायों के भी हज़ारों बच्चे शामिल हैं।

ओमान में भारतीय शिक्षा के पचास वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये हम दोनों देशों के संबंधों का एक बहुत बड़ा पड़ाव है।

साथियों,

भारतीय स्कूलों की ये सफलता His Majesty the Late सुल्तान क़ाबूस के प्रयासों के बिना संभव नहीं थी। उन्होंने Indian School मस्कत सहित अनेक भारतीय स्कूलों के लिए ज़मीन दी हर ज़रूरी मदद की।

इस परंपरा को His Majesty सुल्तान हैथम ने आगे बढ़ाया।

वे जिस प्रकार यहां भारतीयों का सहयोग करते हैं, संरक्षण देते हैं, इसके लिए मैं उनका विशेष तौर पर आभार व्यक्त करता हूं।

साथियों,

आप सभी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से भी परिचित हैं। यहां ओमान से काफी सारे बच्चे भी इस प्रोग्राम से जुड़ते हैं। मुझे यकीन है, कि यह चर्चा आपके काम आती होगी, पैरेंट्स हों या स्टूडेंट्स, सभी को stress-free तरीके से exam देने में हमारी बातचीत बहुत मदद करती है।

साथियों,

ओमान में रहने वाले भारतीय अक्सर भारत आते-जाते रहते हैं। आप भारत की हर घटना से अपडेट रहते हैं। आप सभी देख रहे हैं कि आज हमारा भारत कैसे प्रगति की नई गति से आगे बढ़ रहा है। भारत की गति हमारे इरादों में दिख रही है, हमारी परफॉर्मेंस में नज़र आती है।

कुछ दिन पहले ही इकॉनॉमिक ग्रोथ के आंकड़े आए हैं, और आपको पता होगा, भारत की ग्रोथ 8 परसेंट से अधिक रही है। यानि भारत, लगातार दुनिया की Fastest growing major economy बना हुआ है। ये तब हुआ है, जब पूरी दुनिया चुनौतियों से घिरी हुई है। दुनिया की बड़ी-बड़ी economies, कुछ ही परसेंट ग्रोथ अचीव करने के लिए तरस गई हैं। लेकिन भारत लगातार हाई ग्रोथ के पथ पर चल रहा है। ये दिखाता है कि भारत का सामर्थ्य आज क्या है।

साथियों,

भारत आज हर सेक्टर में हर मोर्चे पर अभूतपूर्व गति के साथ काम कर रहा है। मैं आज आपको बीते 11 साल के आंकड़े देता हूं। आपको भी सुनकर गर्व होगा।

यहां क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में, स्टूडेंट्स और पेरेंट्स आए हैं, तो शुरुआत मैं शिक्षा और कौशल के सेक्टर से ही बात करुंगा। बीते 11 साल में भारत में हज़ारों नए कॉलेज बनाए गए हैं।

I.I.T’s की संख्या सोलह से बढ़कर तेईस हो चुकी है। 11 वर्ष पहले भारत में 13 IIM थे, आज 21 हैं। इसी तरह AIIMs की बात करुं तो 2014 से पहले सिर्फ 7 एम्स ही बने थे। आज भारत में 22 एम्स हैं।

मेडिकल कॉलेज 400 से भी कम थे, आज भारत में करीब 800 मेडिकल कॉलेज हैं।

साथियों,

आज हम विकसित भारत के लिए अपने एजुकेशन और स्किल इकोसिस्टम को तैयार कर रहे हैं। न्यू एजुकेशन पॉलिसी इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभा रही है। इस पॉलिसी के मॉडल के रूप में चौदह हज़ार से अधिक पीएम श्री स्कूल भी खोले जा रहे हैं।

साथियों,

जब स्कूल बढ़ते हैं, कॉलेज बढ़ते हैं, यूनिवर्सिटीज़ बढ़ती हैं तो सिर्फ़ इमारतें नहीं बनतीं देश का भविष्य मज़बूत होता है।

साथियों,

भारत के विकास की स्पीड और स्केल शिक्षा के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी दिखती है। बीते 11 वर्षों में हमारी Solar Energy Installed Capacity 30 गुना बढ़ी है, Solar module manufacturing 10 गुना बढ़ी है, यानि भारत आज ग्रीन ग्रोथ की तरफ तेजी से कदम आगे बढ़ा रहा है।

आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा फिनटेक इकोसिस्टम है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा Steel Producer है। दूसरा सबसे बड़ा Mobile Manufacturer है।

साथियों,

आज जो भी भारत आता है तो हमारे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को देखकर हैरान रह जाता है। ये इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि बीते 11 वर्षों में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर पांच गुना अधिक निवेश किया है।

Airports की संख्या double हो गई है। आज हर रोज, पहले की तुलना में डबल स्पीड से हाइवे बन रहे हैं, तेज़ गति से रेल लाइन बिछ रही हैं, रेलवे का इलेक्ट्रिफिकेशन हो रहा है।

साथियों,

ये आंकड़े सिर्फ उपलब्धियों के ही नहीं हैं। ये विकसित भारत के संकल्प तक पहुंचने वाली सीढ़ियां हैं। 21वीं सदी का भारत बड़े फैसले लेता है। तेज़ी से निर्णय लेता है, बड़े लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ता है, और एक तय टाइमलाइन पर रिजल्ट लाकर ही दम लेता है।

साथियों,

मैं आपको गर्व की एक और बात बताता हूं। आज भारत, दुनिया का सबसे बड़ा digital public infrastructure बना रहा है।

भारत का UPI यानि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस, दुनिया का सबसे बड़ा रियल टाइम डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। आपको ये बताने के लिए कि इस पेमेंट सिस्टम का स्केल क्या है, मैं एक छोटा सा Example देता हूं।

मुझे यहाँ आ कर के करीब 30 मिनट्स हुए हैं। इन 30 मिनट में भारत में यूपीआई से फोर्टीन मिलियन रियल टाइम डिजिटल पेमेंट्स हुए हैं। इन ट्रांजैक्शन्स की टोटल वैल्यू, ट्वेंटी बिलियन रुपीज़ से ज्यादा है। भारत में बड़े से बड़े शोरूम से लेकर एक छोटे से वेंडर तक सब इस पेमेंट सिस्टम से जुड़े हुए हैं।

साथियों,

यहां इतने सारे स्टूडेंट्स हैं। मैं आपको एक और दिलचस्प उदाहरण दूंगा। भारत ने डिजीलॉकर की आधुनिक व्यवस्था बनाई है। भारत में बोर्ड के एग्ज़ाम होते हैं, तो मार्कशीट सीधे बच्चों के डिजीलॉकर अकाउंट में आती है। जन्म से लेकर बुढ़ापे तक, जो भी डॉक्युमेंट सरकार जेनरेट करती है, वो डिजीलॉकर में रखा जा सकता है। ऐसे बहुत सारे डिजिटल सिस्टम आज भारत में ease of living सुनिश्चित कर रहे हैं।

साथियों,

भारत के चंद्रयान का कमाल भी आप सभी ने देखा है। भारत दुनिया का पहला ऐसा देश है, जो मून के साउथ पोल तक पहुंचा है, सिर्फ इतना ही नहीं, हमने एक बार में 104 सैटेलाइट्स को एक साथ लॉन्च करने का कीर्तिमान भी बनाया है।

अब भारत अपने गगनयान से पहला ह्युमेन स्पेस मिशन भी भेजने जा रहा है। और वो समय भी दूर नहीं जब अंतरिक्ष में भारत का अपना खुद का स्पेस स्टेशन भी होगा।

साथियों,

भारत का स्पेस प्रोग्राम सिर्फ अपने तक सीमित नहीं है, हम ओमान की स्पेस एस्पिरेशन्स को भी सपोर्ट कर रहे हैं। 6-7 साल पहले हमने space cooperation को लेकर एक समझौता किया था। मुझे बताते हुए खुशी है कि, ISRO ने India–Oman Space Portal विकसित किया है। अब हमारा प्रयास है कि ओमान के युवाओं को भी इस स्पेस पार्टनरशिप का लाभ मिले।

मैं यहां बैठे स्टूडेंट्स को एक और जानकारी दूंगा। इसरो, "YUVIKA” नाम से एक स्पेशल प्रोग्राम चलाता है। इसमें भारत के हज़ारों स्टूडेंट्स space science से जुड़े हैं। अब हमारा प्रयास है कि इस प्रोग्राम में ओमानी स्टूडेंट्स को भी मौका मिले।

मैं चाहूंगा कि ओमान के कुछ स्टूडेंट्स, बैंगलुरु में ISRO के सेंटर में आएं, वहां कुछ समय गुज़ारें। ये ओमान के युवाओं की स्पेस एस्पिरेशन्स को नई बुलंदी देने की बेहतरीन शुरुआत हो सकती है।

साथियों,

आज भारत, अपनी समस्याओं के सोल्यूशन्स तो खोज ही रहा है ये सॉल्यूशन्स दुनिया के करोड़ों लोगों का जीवन कैसे बेहतर बना सकते हैं इस पर भी काम कर रहा है।

software development से लेकर payroll management तक, data analysis से लेकर customer support तक अनेक global brands भारत के टैलेंट की ताकत से आगे बढ़ रहे हैं।

दशकों से भारत IT और IT-enabled services का global powerhouse रहा है। अब हम manufacturing को IT की ताक़त के साथ जोड़ रहे हैं। और इसके पीछे की सोच वसुधैव कुटुंबकम से ही प्रेरित है। यानि Make in India, Make for the World.

साथियों,

वैक्सीन्स हों या जेनरिक medicines, दुनिया हमें फार्मेसी of the World कहती है। यानि भारत के affordable और क्वालिटी हेल्थकेयर सोल्यूशन्स दुनिया के करोड़ों लोगों का जीवन बचा रहे हैं।

कोविड के दौरान भारत ने करीब 30 करोड़ vaccines दुनिया को भेजी थीं। मुझे संतोष है कि करीब, one hundred thousand मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन्स ओमान के लोगों के काम आ सकीं।

और साथियों,

याद कीजिए, ये काम भारत ने तब किया, जब हर कोई अपने बारे में सोच रहा था। तब हम दुनिया की चिंता करते थे। भारत ने अपने 140 करोड़ नागरिकों को भी रिकॉर्ड टाइम में वैक्सीन्स लगाईं, और दुनिया की ज़रूरतें भी पूरी कीं।

ये भारत का मॉडल है, ऐसा मॉडल, जो twenty first century की दुनिया को नई उम्मीद देता है। इसलिए आज जब भारत मेड इन इंडिया Chips बना रहा है, AI, क्वांटम कंप्यूटिंग और ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर मिशन मोड पर काम कर रहा है, तब दुनिया के अन्य देशों में भी उम्मीद जगती है, कि भारत की सफलता से उन्हें भी सहयोग मिलेगा।

साथियों,

आप यहां ओमान में पढ़ाई कर रहे हैं, यहां काम कर रहे हैं। आने वाले समय में आप ओमान के विकास में, भारत के विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाएंगे। आप दुनिया को लीडरशिप देने वाली पीढ़ी हैं।

ओमान में रहने वाले भारतीयों को असुविधा न हो, इसके लिए यहां की सरकार हर संभव सहयोग दे रही है।

भारत सरकार भी आपकी सुविधा का पूरा ध्यान रख रही है। पूरे ओमान में 11 काउंसलर सर्विस सेंटर्स खोले हैं।

साथियों,

बीते दशक में जितने भी वैश्विक संकट आए हैं, उनमें हमारी सरकार ने तेज़ी से भारतीयों की मदद की है। दुनिया में जहां भी भारतीय रहते हैं, हमारी सरकार कदम-कदम पर उनके साथ है। इसके लिए Indian Community Welfare Fund, मदद पोर्टल, और प्रवासी भारतीय बीमा योजना जैसे प्रयास किए गए हैं।

साथियों,

भारत के लिए ये पूरा क्षेत्र बहुत ही स्पेशल है, और ओमान हमारे लिए और भी विशेष है। मुझे खुशी है कि भारत-ओमान का रिश्ता अब skill development, digital learning, student exchange और entrepreneurship तक पहुंच रहा है।

मुझे विश्वास है आपके बीच से ऐसे young innovators निकलेंगे जो आने वाले वर्षों में India–Oman relationship को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। अभी यहां भारतीय स्कूलों ने अपने 50 साल celebrate किए हैं। अब हमें अगले 50 साल के लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ना है। इसलिए मैं हर youth से कहना चाहूंगा :

Dream big.
Learn deeply.
Innovate boldly.

क्योंकि आपका future सिर्फ आपका नहीं है, बल्कि पूरी मानवता का भविष्य है।

आप सभी को एक बार फिर उज्जवल भविष्य की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद!
Thank you!