"Shri Modi also inaugurated Department of Women and Child Development’s SMS Gateway application to check the progress all Anganwadis across the State"
"The book highlighting the State’s Initiative for women ‘Gujarat Sarkare kari pehel, Nari Sashaktikaran Banyu Sehel’ was launched by Shri Modi"

अहमदाबाद में विशाल महिला सम्मेलन आयोजित

गुजरात का कुपोषण उन्मूलन अभियान सही दिशा में- मुख्यमंत्री

गुजरात में सात साल में कुपोषण की दर में ३२ फीसदी की गिरावट

मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद में आयोजित विशाल महिला सम्मेलन में कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं को आर्थिक तौर पर सक्षम बनाने के लिए मिशन मंगलम् और कुपोषण के खिलाफ जंग को गति देने के लिए मिशन बलम्-सुखम् जैसे दो अभियान शुरू किए हैं। उन्होंने कहा कि कैग संस्था की रिपोर्ट के मुताबिक कुपोषण की समस्या से निजात के लिए गुजरात सही दिशा में अग्रसर है। श्री मोदी ने कहा कि गरीबी और कुपोषण के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए गुजरात ने मिशन मोड पर पहल की है। कुपोषण निवारण और महिला सशक्तिकरण के अनोखे अभियान के तौर पर आज अहमदाबाद में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में महिला सम्मेलन आयोजित हुआ। कार्यक्रम में राज्य स्तरीय माता यशोदा अवार्ड के अंतर्गत ८७० आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बहनों को १.४७ करोड़ रुपये के पुरस्कार, १५८४ महिला खिलाड़ियों को ६८.५७ लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि और ८१७ कन्याओं को उच्च अभ्यास के लिए मुख्यमंत्री कन्या केळवणी निधि में से १.४० लाख रुपये की प्रोत्साहक सहायता मुख्यमंत्री श्री मोदी एवं राजस्व मंत्री तथा अहमदाबाद जिला प्रभारी श्रीमती आनंदीबेन पटेल के हाथों प्रदान की गई।

इसी तर्ज पर राज्य के प्रत्येक जिला मुख्यालयों में जिला प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में महिला सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें जिला स्तरीय पुरस्कार अर्पित किए गए। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए श्री नरेन्द्र मोदी के प्रेरक भाषण का सभी जिला महिला सम्मेलनों में सीधा प्रसारण किया गया। समूचे राज्य में तकरीबन एक लाख से अधिक महिलाओं ने मुख्यमंत्री के कुपोषण उन्मूलन, कन्या केळवणी और खेलकूद के क्षेत्र में महिलाओं को प्रोत्साहित करने का संदेश प्राप्त किया। इस अवसर पर कुपोषण निवारण अभियान के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार अर्जित करने वाली अहमदाबाद जिला पंचायत की टीम को मुख्यमंत्री ने बधाई दी और आंगनवाड़ी प्रवृत्तियों की देखरेख के लिए बनी वेबसाइट को लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि कुपोषण के खिलाफ जंग में गुजरात में पिछले सात वर्ष के दौरान कुपोषित बालकों की संख्या में ३२ फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।

श्री मोदी ने कहा कि समग्र देश में कैग संस्था के संकलित बालविकास कार्यक्रम की रिपोर्ट में कहा गया है कि, कुपोषण की समस्या से तेजी से मुक्ति के लिए गुजरात सही दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि कुपोषण उन्मूलन के लिए सरकार नहीं बल्कि समाज की मातृशक्ति की जागृति ही कामयाब बनेगी। ब्रितानिया शासनकाल से भारत माता को मुक्त कराने के लिए संघर्षरत क्रांतिकारियों के शहीद दिवस के अवसर पर आयोजित महिला सम्मेलन की भूमिका पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने आजाद भारत में अब शहादत नहीं बल्कि भारत माता के काज के लिए जीने का दायित्व निभाने का प्रेरक आह्वान किया। एक समाज के रूप में विकास की इस यात्रा में महिला शक्ति की भागीदारी सुनिश्चित करने की बात रखते हुए मुख्यमंत्री ने यह संकल्प करने का अनुरोध किया कि आने वाले कल के समाज में आज के तंदुरुस्त बच्चों की पीढ़ी का स्वास्थ्य बरकरार रहे, कोई गर्भवती माता कुपोषण से पीड़ित न हो और स्वस्थ बच्चों की बदौलत स्वस्थ समाज की नींव ऱखी जाए।

उन्होंने कहा कि वर्ष २००१ की मतगणना से देश में कुपोषण की समस्या की गंभीरता का अहसास हुआ और स्वयं प्रधानमंत्री ने कुपोषण को देश के लिए शर्मनाक बताया, लेकिन गुजरात ने तो अनोखी पहल करते हुए जनभागीदारी से कुपोषण के खिलाफ जंग छेड़ी है। अहमदाबाद की जिला पंचायत की टीम ने तो कुपोषण से मुक्ति की प्रक्रिया के उत्तम कार्य का अवार्ड हासिल किया है। उन्होंने कहा कि कुपोषण की समस्या से गुजरात को मुक्ति दिलाने के लिए मिशन बलम् सुखम् प्रोजेक्ट शुरू किया है। मिशन मंगलम् प्रोजेक्ट के जरिए महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और मिशन बलम् सुखम् के माध्यम से महिला-बालकों के स्वास्थ्य सशक्तिकरण का अभियान गुजरात ने शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्या केळवणी अभियान की मदद से गुजरात की बेटियां अब सार्वजनिक परीक्षा और उच्च शिक्षा में बेटों से ज्यादा तेजस्वी बनकर मैदान मार रहीं हैं।खेल महाकूंभ के पश्चात गुजरात की कन्याओं ने खेलकूद स्पर्धाओं में राष्ट्रीय स्तर पर गुजरात का गौरव बढ़ाया है। घरेलू काम और अध्ययन-परीक्षा की व्यस्तता के बीच खेलकूद की स्पर्धा में यशस्वी बनीं कन्याओं को परिवार की गृहिणी और माताएं प्रोत्साहन दे रहीं हैं। लिहाजा, खेलकूद स्पर्धाओं में भी गुजरात की कन्याएं अवार्ड हासिल कर रहीं हैं और यही गुजरात की कन्याओं के सशक्तिकरण की प्रतीति कराता है।

आंगनवाड़ी बहनों के मान-सम्मान और किसी भी माता द्वारा अपने बच्चे को संस्कारी बनाने के लिए उन पर किए जाने वाले भरोसे का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी के नंद घऱ को गांव के मंदिर और कार्यकर्ता बहनों को ममतामयी माता यशोदा के रूप में सम्मानित किया। श्री मोदी ने कहा कि दुनिया की प्रथम आंगनवाड़ी माता यशोदा के आंगन में नंदबाल कन्हैया के लालन-पालन में सृजित हुई थी। आज हजारों वर्ष के बाद गुजरात की आंगनवाड़ी के नंद घर में संस्कार और स्वास्थ्य का पालना बंधने का दर्शन गुजरात करवाएगा। राजस्व मंत्री और अहमदाबाद जिला प्रभारी श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि इस सरकार ने आंगनवाड़ी बहनों को नई पहचान दी है। इतना ही नहीं राज्य की महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलंबी बने, इसके लिए अनेक योजनाएं अमलीकृत की हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य में ५० हजार जितनी आंगनवाड़ियों में पक्के मकान और अन्य सुविधाएं १००० करोड़ रुपये के खर्च से खड़ी की गई हैं।इस मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्री अंजू शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर कुपोषण से मुक्त हुए बच्चों का सम्मान तथा मुख्यमंत्री के हाथों वेबसाइट का लोकार्पण और पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर विधायक सर्वश्री बाबूभाई जमनादास पटेल, डॉ.नर्मिलाबेन नथवाणी, भूषण भट्ट, महापौर असित वोरा, उप महापौर श्रीमती दर्शनाबेन वाघेला, स्थायी समिति के चेयरमैन भूपेन्द्रभाई पटेल तथा पूर्व विधायक कमाभाई राठोड़ के साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती संगीता सिहं, युवक सेवा एवं सांस्कृतिक प्रवृत्ति विभाग के सचिव भाग्येश झा, मनपा आयुक्त गुरुप्रसाद महापात्र, जिला कलक्टर विजय नेहरा, जिला विकास अधिकारी बंछानिधी पानी तथा अन्य अधिकारी, पदाधिकारी तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बहनें उपस्थित थीं।

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PM Modi to inaugurate Ashtalakshmi Mahotsav on 6th December
December 05, 2024
Mahotsav will highlight vast cultural tapestry of Northeast India, bringing together an array of traditional arts, crafts, and cultural practices
The Festival will promote economic opportunities in traditional handicrafts, handlooms, agricultural products, and tourism

In line with his commitment to showcase the cultural vibrancy of Northeast India, Prime Minister Shri Narendra Modi will inaugurate Ashtalakshmi Mahotsav on 6th December at around 3 PM at Bharat Mandapam, New Delhi.

The three-day cultural festival, being celebrated for the first time, will be held from 6th to 8th December. It will highlight the vast cultural tapestry of Northeast India, bringing together an array of traditional arts, crafts, and cultural practices.

To promote economic opportunities in areas such as traditional handicrafts, handlooms, agricultural products, and tourism, the Mahotsav will feature a variety of events. The festival will have artisan exhibitions, Grameen haats, state specific pavilions and technical sessions on key areas crucial to the development of the northeastern region. Key events will include Investors Roundtable and buyer-seller meets designed to be a unique opportunity to build and strengthen networks, partnerships, and joint initiatives boosting economic growth of the region.

The Mahotsav will have Design conclave and Fashion shows displaying the rich handloom and handicraft traditions of Northeast India at the national stage. Highlighting the region's rich cultural heritage, the festival will also showcase vibrant musical performances and indigenous cuisines of Northeast India.