उन्होंने कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल का भी शुभारंभ किया, जो सभी नए भर्ती किए गए उम्मीदवारों के लिए एक ऑनलाइन ओरिएंटेशन कोर्स है
"रोजगार मेला युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें राष्ट्रीय विकास में उत्प्रेरक बनाने वाला हमारा प्रयास है"
“सरकारी नौकरियां उपलब्ध कराने के लिए सरकार मिशन मोड में काम कर रही है”
"केंद्र सरकार राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा का सदुपयोग करने के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है"
"'कर्मयोगी भारत' प्रौद्योगिकी मंच कौशल उन्नयन में बहुत मदद करेगा"
"दुनिया भर के विशेषज्ञ भारत के विकास पथ के बारे में आशावादी हैं"
“सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में ही नई नौकरियों की संभावनाएं लगातार बढ़ गई हैं। यह भी महत्वपूर्ण बात यह है कि रोजगार के ये अवसर युवाओं के लिए उनके अपने शहरों और गांवों में ही उभर रहे हैं"
"हम भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के मार्ग के साथी और सह-यात्री हैं"

नमस्‍कार।

रोजगार मेले में जुड़े मेरे युवा साथियों,

आप सबको बहुत-बहुत बधाई। आज देश के 45 शहरों में 71 हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं। यानी, आज एक साथ हजारों घरों में खुशहाली के नए दौर की शुरुआत हुई है। पिछले महीने आज के ही दिन धनतेरस पर केंद्र सरकार की तरफ से 75 हजार नौजवानों को नियुक्ति पत्र बांटे गए थे। अब आज का ये विशाल रोजगार मेला दिखाता है कि सरकार किस तरह government job देने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है।

साथियों,

पिछले महीने जब रोजगार मेले की शुरुआत हुई थी, तो मैंने एक और बात कही थी। मैंने कहा था कि विभिन्न केंद्र शासित प्रदेश, NDA और भाजपा शासित राज्य भी इसी तरह रोजगार मेले का आयोजन करते रहेंगे। मुझे खुशी है कि पिछले एक महीने में ही महाराष्ट्र और गुजरात में भी राज्य सरकारों की तरफ से हजारों युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं। कुछ दिन पहले ही यूपी सरकार ने भी अनेकों युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए हैं। पिछले एक महीने में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, लक्ष्यद्वीप, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव और चंडीगढ़ में भी रोजगार मेले आयोजित करके हजारों युवाओं को नौकरी दी गई है। मुझे बताया गया है कि परसो यानि 24 नवंबर को गोवा सरकार भी इसी तरह के रोजगार मेले का आयोजन करने जा रही है। 28 नवंबर को त्रिपुरा सरकार भी रोजगार मेले का आयोजन कर रही है। यही डबल इंजन की सरकार का डबल फायदा है। देश के युवाओं को रोजगार मेले के माध्यम से नियुक्त पत्र देने का ये अभियान ऐसे ही अनवरत जारी रहेगा।

साथियों,

भारत जैसे युवा देश में, हमारे करोड़ों नौजवान इस राष्ट्र की सबसे बड़ी ताकत हैं। अपने युवाओं की प्रतिभा और उनकी ऊर्जा राष्ट्र निर्माण में ज्यादा से ज्यादा उपयोग में आए, इसे केंद्र सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। आज राष्ट्र निर्माण के कर्तव्य पथ से जुड़ रहे अपने 71 हजार से ज्यादा नए सहयोगियों का मैं स्वागत करता हूं, अभिनंदन करता हूं। जिन पदों पर आपकी नियुक्ति होने जा रही है, उसे आपने कठिन परिश्रम से, कड़ी प्रतियोगिता में सफल होकर हासिल किया है। इसके लिए आपको और आपके परिवार को भी उतना ही हक है बधाई प्राप्‍त करने का।

मेरे युवा साथियों,

आपको ये नई जिम्मेदारी एक विशेष कालखंड में मिल रही है। देश अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है। हम देशवासियों ने मिलकर इस अमृतकाल में भारत को विकसित बनाने का प्रण लिया है। इस प्रण की प्राप्ति में आप सभी देश के सारथी बनने जा रहे हैं। आप सभी जो नई जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं, उसमें आप, अन्य देशवासियों के सामने केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्‍त होंगे एक प्रकार से। ऐसे में आपको एक और बात याद जरूर रखनी चाहिए, अपना कर्तव्य निभाने के लिए आपको अपनी भूमिका अच्छी तरह समझनी होगी। एक जनसेवक के तौर पर अपनी सेवाएं देने के लिए आपको अपनी क्षमता बढ़ाने, Capacity Building पर भी लगातार फोकस करना चाहिए। आज सरकार का प्रयास टेक्नोलॉजी की मदद से हर सरकारी कर्मचारी को बेहतर ट्रेनिंग की सुविधा देने का है। हाल ही में जो 'कर्मयोगी भारत' टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म लॉन्च हुआ है, उसमें कई तरह के ऑनलाइन कोर्सेस उपलब्ध हैं। आज ही, आप जैसे नए सरकारी कर्मचारियों के लिए एक विशेष कोर्स की शुरुआत भी की जा रही है। इसको नाम दिया गया है- कर्मयोगी प्रारंभ। आप 'कर्मयोगी भारत' प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध ऑनलाइन कोर्सेस का जरूर ज्‍यादा फायदा उठाऐंगे ही। इससे आपकी स्किल भी अपग्रेड होगी और भविष्य में आपको अपने करियर में भी काफी लाभ होगा।

साथियों,

आज आप ये भी देख रहे हैं कि वैश्विक महामारी और युद्ध के संकट के बीच, पूरे विश्व में युवाओं के सामने नए अवसरों का संकट है। बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स, विकसित देशों में भी बड़े संकट की आशंका जता रहे हैं। ऐसे समय में economists और experts ये कह रहे हैं कि भारत के पास अपना आर्थिक सामर्थ्य दिखाने और नए अवसरों को बढ़ाने का एक स्‍वर्णीम मौका है। भारत आज service exports के मामले में विश्व की एक बड़ी शक्ति बन गया है। अब एक्सपर्ट भरोसा जता रहे हैं कि भारत विश्व का manufacturing house भी बनने वाला है। इसमें हमारी Production Linked Incentive Scheme, ऐसी योजनाओं की बड़ी भूमिका होगी लेकिन इसका मुख्य आधार भारत का skilled manpower, भारत का skilled युवा ही होगा। आप कल्पना कर सकते हैं, सिर्फ PLI स्कीम में ही देश में 60 लाख नए रोजगार का सृजन होने की उम्मीद है। मेक इन इंडिया अभियान हो, वोकल फॉर लोकल हो, लोकल को ग्लोबल ले जाने का अभियान हो, ये सभी योजनाएं देश में रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर बना रही हैं। यानि सरकारी और गैर-सरकारी, दोनों ही क्षेत्रों में नई नौकरियों की संभावना लगातार बढ़ रही है। और बड़ी बात ये कि ये कि नए अवसर युवाओं के लिए उनके अपने शहर, अपने गांवों में बन रहे हैं। इससे युवाओं के सामने अब पलायन की मजबूरी कम हुई है और वो अपने क्षेत्र के विकास में पूरा सहयोग भी कर पा रहे हैं।

स्टार्ट-अप्स से लेकर स्वरोजगार तक, स्पेस से लेकर ड्रोन तक, आज भारत में युवाओं के लिए चौतरफा नए अवसरों का निर्माण हो रहा है। आज भारत के 80 हजार से ज्यादा स्टार्ट-अप्स, युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में अपना सामर्थ्य दिखाने का मौका दे रहे हैं। दवाइयों की सप्लाई हो या पेस्टिसाइड का छिड़काव, स्वामित्व योजना में ड्रोन से मैपिंग हो या फिर रक्षा क्षेत्र में इस्तेमाल, ड्रोन्स का उपयोग देश में लगातार बढ़ रहा है। और ड्रोन्स का ये बढ़ता हुआ उपयोग, युवाओं को नई नौकरियां दे रहा है। हमारी सरकार ने स्पेस सेक्टर को खोलने का जो निर्णय लिया, उसका भी बड़ा लाभ युवाओं को मिला है। हमने 2-3 दिन पहले ही देखा है कि कैसे भारत के प्राइवेट सेक्टर ने अपना पहला स्पेस रॉकेट सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। आज जो अपना बिजनेस करना चाहते हैं, उन्हें मुद्रा लोन से भी बड़ी मदद मिल रही है। अब तक देश में 35 करोड़ से ज्यादा मुद्रा लोन दिए जा चुके हैं। देश में Innovation को बढ़ावा देने से, Research को बढ़ावा देने से भी रोजगार के मौके बढ़ रहे हैं। मैं देश के सभी युवाओं से आग्रह करूंगा कि इन नए अवसरों का भी पूरा लाभ उठाएं। आज जिन 71 हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र मिला है, मैं उन्हें एक बार फिर बधाई देता हूं, अपनी शुभकामनाएं देता हूं। मुझे विश्‍वास है कि आप अपनी capacity बढ़ाने के लिए प्रयास करने में कभी कोई कमी नहीं रखेंगे आज जो नियुक्‍त पत्र है वो आपका entry point है। इसका मतलब हुआ कि प्रगति का एक नया विश्‍व आपने सामने अब खुल चुका है। आप अपने आप को अधिक से अधिक योग्‍य बनाइए, काम करते- करते योग्‍यता बढ़ाइए, ज्ञान अर्जित करते-करते योग्‍यता बढ़ाइए। अपने seniors से जो अच्‍छी चिजें हैं वो सिखकर के योग्‍यता बढ़ाइए।

साथियों,

मैं भी आपकी तरह निरंतर सिखने का प्रयास करता हूं मेरे भीतर के विद्यार्थी को कभी मरने नही देता हूं। हर किसी से मैं सिखता हूं, हर छोटी चीज से सिखने का प्रयास करता हूं और उसका कारण आज मुझे एक साथ अनेक काम करने का मुझे कभी संकोच नहीं होता है, झिझक नहीं होती है, कर पाता हूं। आप भी कर सकते है और इसलिए ये जो नया विषय प्रांरभ हुआ है कर्मयोगी आरंभ का मैं आपसे चाहूंगा दोस्‍तों की आप उससे जुड़िए। क्‍या आप एक महीने के बाद मुझे आपका इस online training का क्‍या अनुभव रहा। इस online training में आपको क्‍या कमीं लग रही है, इसे और अच्‍छा कैसे बनाया जा सकता है। आप स्‍वंय भी उस कर्मयोगी training को upgrade करने में कुछ सुझाव दे सकते है क्‍या? मैं आपके response को इंतजार करूंगा। देखिए हम सब एक साथी है, एक colleague है, हम co-traveller है। भारत को विकसित राष्‍ट्र बनाने के लिए एक राह पर हम चल पड़े है। आइए अनेक-अनेक शुभकामनाओं के साथ हम सब आगे बढ़ने का संकल्‍प करे।

बहुत-बहुत धन्‍यवाद!

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January 23, 2025

प्रधानमंत्री : 2047 तक का क्या लक्ष्य है देश का?

विद्यार्थी: विकसित बनाना है अपने देश को।

प्रधानमंत्री: पक्का?

विद्यार्थी: यस सर।

प्रधानमंत्री: 2047 क्यों तय किया?

विद्यार्थी: तब तक हमारी जो पीढ़ी है वह तैयार हो जाएगी।

प्रधानमंत्री: एक, दूसरा?

विद्यार्थी: आजादी को 100 साल हो जाएंगे।

प्रधानमंत्री: शाबाश!

प्रधानमंत्री: नॉर्मली कितने बजे घर से निकलते हैं?

विद्यार्थी: 7:00 बजे।

प्रधानमंत्री: तो क्या खाने का डब्बा साथ रखते हैं?

विद्यार्थी: नहीं सर, नहीं सर।

प्रधानमंत्री: अरे मैं खाऊंगा नहीं, बताओ तो सही।

विद्यार्थी: सर खाकर कर आए हैं।

प्रधानमंत्री: खाकर आ गए, लेकर नहीं आए? अच्छा आपको लगा होगा प्रधानमंत्री वो ही खा लेंगे।

विद्यार्थी: नहीं सर।

प्रधानमंत्री: अच्छा आज का क्या दिवस है?

विद्यार्थी: सर आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी का जन्म दिन है।

प्रधानमंत्री : हां।

प्रधानमंत्री: उनका जन्म कहां हुआ था?

विद्यार्थी: ओडिशा।

प्रधानमंत्री: ओडिशा में कहां?

विद्यार्थी: कटक।

प्रधानमंत्री: तो आज कटक में बहुत बड़ा समारोह है।

प्रधानमंत्री: नेताजी का वो कौन सा नारा है, जो आपको मोटिवेट करता है?

विद्यार्थी: मैं तुम्हें आजादी दूंगा।

प्रधानमंत्री: देखो आजादी मिल गई अब तो खून देना नहीं, तो क्या देंगे?

विद्यार्थी: सर फिर भी वह दिखाता है कैसे वो लीडर थे, और कैसे वो अपने देश को अपने ऊपर सबसे उनकी प्रायोरिटी थी, तो उससे बहुत प्रेरणा मिलती है हमें।

प्रधानमंत्री: प्रेरणा मिलती है लेकिन क्या-क्या?

विद्यार्थी: सर हम SDG कोर्स जो हैं हमारे, हम उनके माध्यम से जो कार्बन फुटप्रिंट है हम उसे रिड्यूस करना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री: अच्छा क्या-क्या, भारत में क्या-क्या होता है.......कार्बन फुटप्रिंट कम करने के लिए क्या-क्या होता है?

विद्यार्थी: सर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स तो आ ही गए हैं।

प्रधानमंत्री: इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, शाबाश! फिर?

विद्यार्थी: सर buses भी अब इलेक्ट्रिक ही है।

प्रधानमंत्री: इलेक्ट्रिक बस आ गई है फिर?

विद्यार्थी: हां जी सर और अब...

प्रधानमंत्री: आपको मालूम है दिल्ली में भारत सरकार ने कितनी इलेक्ट्रिक बसे दी हैं?

विद्यार्थी: सर है बहुत।

प्रधानमंत्री: 1200, और भी देने वाले हैं। देश भर में करीब 10 हजार बसें, अलग-अलग शहरों में।

प्रधानमंत्री: अच्छा पीएम सूर्यघर योजना मालूम है? कार्बन फुटप्रिंट कम करने की दिशा में। आप सबको बताएंगे, मैं बताऊ आपको?

विद्यार्थी: हां जी, आराम से।

प्रधानमंत्री: देखिए पीएम सूर्यघर योजना ऐसी है कि ये क्लाइमेट चेंज के खिलाफ जो लड़ाई है, उसका एक हिस्सा है, तो हर घर पर सोलर पैनल है।

विद्यार्थी: यस सर, यस सर।

प्रधानमंत्री: और सूर्य की ताकत से जो बिजली मिलती है घर पर, उसके कारण क्या होगा? परिवार में बिजली बिल जीरो आएगा। अगर आपने चार्जर लगा दिया है तो इलेक्ट्रिक व्हीकल होगा, चार्जिंग वहीं से हो जाएगा सोलर से, तो वो इलेक्ट्रिक व्हीकल का खर्चा भी, पेट्रोल-डीजल का जो खर्चा होता है वह नहीं होगा, पॉल्यूशन नहीं होगा।

विद्यार्थी: यस सर, यस सर।

प्रधानमंत्री: और अगर उपयोग करने के बाद भी बिजली बची, तो सरकार खरीद करके आपको पैसे देगी। मतलब आप घर में बिजली बना करके अपनी कमाई भी कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री: जय हिंद।

विद्यार्थी: जय हिंद।

प्रधानमंत्री: जय हिंद।

विद्यार्थी: जय हिंद।

प्रधानमंत्री: जय हिंद।

विद्यार्थी: जय हिंद।