प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज ओडिशा के बारीपदा का दौरा किया। उन्होंने प्राचीन किले हरिपुरगढ़ में रसिका रे मंदिर के संरक्षण और विकास एवं उत्कीर्ण कार्य का शुभांरभ करने के लिए एक डिजिटल पट्टिका का अनावरण किया। प्रधानमंत्री ने तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी।

उन्होंने आईओसीएल की पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन के बालासोर-हल्दिया-दुर्गापुर खंड को राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने बालासोर में बहु आयामी लॉजिस्टिक पार्क और छह पासपोर्ट सेवा केंद्रों का भी उद्घाटन किया।

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प्रधानमंत्री ने टाटानगर से बादामपहाड़ तक दूसरी पैसेंजर ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई।

इस अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज कुल 4000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई और इनका उद्घाटन किया गया।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ऐसी आधारभूत संरचना के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है जिससे आम आदमी के जीवन में बुनियादी बदलाव लाया जा सकेगा।

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उन्होंने कहा कि बालासोर-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में एलपीजी की आसान आपूर्ति सुनिश्चित करेगी और इससे परिवहन लागत और समय की भी बचत होगी।

उन्होंने 21वीं सदी में संपर्क के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि भारत में आधुनिक बुनियादी ढांचे और संपर्क की दिशा में अभूतपूर्व निवेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ओडिशा में भी सड़क, रेल और हवाई संपर्क पर जोर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रेल संपर्क बढ़ाने से न सिर्फ लोगों को आवागमन की सुविधा मिलेगी बल्कि खनिज संसाधनों की अपूर्ति उद्योगों के लिए अधिक सुलभ होंगी।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्नत बुनियादी ढांचे का अधिकतम लाभ मध्यम वर्ग और देश के मध्यम उद्यमों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक सड़कें, स्वच्छ रेल और किफायती हवाई यात्रा, ये सभी मध्यम वर्ग के जीवन-यापन में महत्वपूर्ण रूप से योगदान देते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में, केंद्र सरकार ने पासपोर्ट प्राप्त करने में लोगों को होने वाली कठिनाई को कम करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि आज छह पासपोर्ट सेवा केंद्रों का उद्घाटन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री ने इसे "सुगम्य जीवन" की दिशा में एक और प्रयास बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए भी प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आस्था, आध्यात्मिकता और इतिहास से संबंधित स्थलों को योग और आयुर्वेद के ज्ञान के साथ सक्रिय रूप से प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा है। इस संदर्भ में, प्रधानमंत्री ने प्राचीन किले हरिपुरगढ़ में रसिका रे मंदिर के संरक्षण और विकास और उत्कीर्ण ढ़ाचे के विकास कार्यों के शुभांरभ का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार के इन प्रयासों से पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिल रही है।

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पीएम 2 जून को नई दिल्ली में इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की 81वीं AGM में भाग लेंगे
June 01, 2025
Quote42 वर्षों के अंतराल के बाद भारत में आयोजित की जा रही आईएटीए एजीएम
Quoteप्रधानमंत्री वैश्विक विमानन सीईओ को संबोधित करेंगे

विश्व स्तरीय हवाई अवसंरचना विकसित करने और कनेक्टिविटी बढ़ाने की प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 2 जून को नई दिल्ली के भारत मंडपम में शाम लगभग 5 बजे अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) की 81वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में भाग लेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे।

आईएटीए की 81वीं वार्षिक आम बैठक और विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन (डब्ल्यूएटीएस) 1 से 3 जून तक आयोजित किया जाएगा। भारत में पिछली वार्षिक आम बैठक 42 साल पहले 1983 में आयोजित की गई थी। इसमें शीर्ष वैश्विक विमानन उद्योग के प्रतिनिधियों, सरकारी अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय मीडिया प्रतिनिधियों सहित 1,600 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए थे।

विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन विमानन उद्योग के समक्ष आने वाले प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा। इनमें एयरलाइन उद्योग की अर्थव्यवस्था, हवाई संपर्क, ऊर्जा सुरक्षा, सतत विमानन ईंधन उत्पादन, वित्तपोषण डीकार्बोनाइजेशन, नवाचार आदि शामिल हैं। दुनिया भर के विमानन प्रतिनिधि और मीडिया प्रतिनिधि विमानन परिदृश्य में भारत के उल्लेखनीय परिवर्तन और देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में इसके योगदान के भी साक्षी बनेंगे।