नडिय़ाद जिला सेवा सदन का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
गुजरात के साथ विकास की स्पर्धा करे केन्द्र : मुख्यमंत्री
गुजरात को अन्याय का थप्पड़ विज्ञापन से कुछ लोगों को आ रहा है चक्कर
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को नडिय़ाद जिला सेवा सदन के आधुनिक प्रशासनिक भवन का उद्घाटन करते हुए केन्द्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि गुजरात पर जुल्म करने के लिए सीबीआई का खेल बंद कर वह गुजरात के साथ विकास की स्पर्धा करे और गुजरात की जनता को इसका हिसाब कर लेने दे। उन्होंने कहा कि गुजरात को केन्द्र का अन्याय रूपी थप्पड़ का विज्ञापन टीवी पर आने से उन्हें क्यों चक्कर आ रहा है।
भूतकाल की सरकारों के वैचारिक दारिद्रय की भूमिका प्रस्तुत करते हुए श्री मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों के बजट में कार्य और उसके अमलीकरण में कोई तारतम्य ही नहीं था, और वर्ष के अंत में तनावपूर्ण माहौल के बीच हिसाब मिलाने की जद्दोजहद रहती थी। जबकि इस सरकार का खजाना छलक रहा है और धन की कमी की स्थिति बदल गई है। 2001 में सरकार के बजट में 6700 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा था, जबकि आज 700 करोड़ रुपये का अधिशेष बजट में है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें विरासत में समस्याएं ही मिलीं। आज देश में बिजली के क्षेत्र में जो दुर्दशा है वैसी ही स्थिति दस वर्ष पूर्व की सरकार के दौरान गुजरात में थी। गुजरात विद्युत बोर्ड जो दस वर्ष पूर्व वार्षिक 2500 करोड़ रुपये का घाटा कर रहा था, वह आज 400 करोड़ रुपये की आय अर्जित कर रहा है। वजह यह कि पहले सरकार की तिजोरी पर पंजा पड़ता था। आज गांधीनगर की तिजोरी पर किसी का पंजा न पड़े इसलिए यह सरकार जनता के पैसों की हिफाजत के लिए पहरेदार बनकर बैठी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1960 से 2001 तक की पंचवर्षीय योजनाओं के कुल योग से भी ज्यादा इस सरकार की वर्तमान पंचवर्षीय योजना के आयोजन का आवंटन है। यह साबित करता है कि विकास किस तेज गति से हो रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि गुजरात की जनता ने जिन्हें 25 वर्षों से सत्ता से बेदखल कर दिया है ऐसे लोग जल बिन मछली की भांति तड़प रहे हैं। और इसलिए ही सीबीआई और आयकर जैसी केन्द्रीय एजेन्सियां गुजरात के साथ दुशमन देश की तरह व्यवहार कर रही हैं। लेकिन दिल्ली की सल्तनत चाहे जितने भी जुल्म कर ले गुजरात को नहीं झुका सकती। अपने मार्मिक प्रहार में उन्होंने कहा कि केन्द्र सीबीआई जैसे खिलौने छोडक़र हिम्मत के साथ गुजरात से विकास की प्रतिस्पर्धा करे। जनता तय करेगी कि किस दिशा में जाना है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिनकी गाड़ी के इंजिन में कोई ड्राइवर ही नहीं वह गुजरात को क्या दिशा दिखाएंगे। उनकी भूतकाल की दिशा जाति-जाति, कौम-कौम के बीच लड़ाई और दंगों की है। जबकि हमारी दिशा तो शांति और एकता की है। श्री मोदी ने कहा कि अच्छा हुआ गुजरात की जनता ने 25 वर्ष पूर्व इन्हें सत्ता से च्यूत कर दिया, वरना आज देश की जो दुर्दशा की है वही गुजरात की भी होती। प्रधानमंत्री को आह्वान करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यदि उनमें साहस हो तो वे गुजरात की दिशा अपनाएं, देश की दुर्दशा खुद-ब-खुद बदल जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात को केन्द्र के अन्याय का थप्पड़ वाला विज्ञापन टीवी पर आने से इन्हें चक्कर आ रहा है। लेकिन इस थप्पड़ का जवाब चाहिए तो आप यह अन्याय दूर कर दें हम ये विज्ञापन बंद कर देंगे। लेकिन आप तो कोयले में हाथ काला कर रहे हैं। गुजरात को कोयला आवंटित कीजिए, क्यों कर गुजरात के हितों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय करों के पेटे केन्द्र गुजरात की जनता के 60 हजार करोड़ रुपये वसूलता है और महज 6 हजार करोड़ रुपये वापस लौटाता है।
श्री मोदी ने कहा कि गांधीजी के दांडी कूच को हेरिटेज मार्ग बनाने के लिए वचन देकर पलट जाने वाले लोग गांधीजी को धोखा दे रहे हैं तो दूसरी ओर गुजरात की जनता को धोखा देने के लिए किस तरह झूठ का सहारा लेकर पैंतरे कर रहे हैं, इसे पहचानने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात ने सुशासन का मार्ग अपनाया है। विकास एकमात्र मंत्र है।
खेड़ा जिले के मुख्यालय नडिय़ाद में 20 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित जिला सेवा सदन के लोकार्पण अवसर पर राजस्व मंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राजस्व विभाग के 20 कार्यालयों के साथ ही अन्य कार्यालय भी इस भवन में कार्यरत होंगे।
प्रारंभ में विधानसभा के मुख्य दंडक पंकजकुमार ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत भाषण जिला कलक्टर एम.वी. पारगी ने दिया जबकि रेसिडेंशियल अतिरिक्त कलक्टर आर.के. राठोड़ ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर जिला प्रभारी और शिक्षा मंत्री रमणलाल वोरा, संसदीय सचिव सुंदरसिंह चौहान, कठलाल विधायक कनुभाई डाभी, महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती लीलाबेन अंकोलिया, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष इम्तियाजखान पठान, जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश राव, नगरपालिका अध्यक्ष संजय देसाई, तहसील पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मनीषाबेन परमार, दोलतसिंह डाभी, विपुलभाई पटेल, पूर्व विधायक राजेश पाठक, पूर्व मंत्री बिमलभाई शाह, जिला प्रभारी सचिव राजकुमार, जिला विकास अधिकारी संदीपकुमार सांगले, पदाधिकारी, अधिकारी और साक्षरभूमि नडिय़ाद के नगरजन बड़ी संख्या में मौजूद थे।


