'Speed-breaker' Didi is hindrance to West Bengal's development: PM Modi

Published By : Admin | April 3, 2019 | 15:56 IST
‘Didi’ is the speed-breaker who is hindering rapid, inclusive development in Bengal: PM Modi in Bengal
The recently-launched manifesto of the Congress is not a ‘Ghoshna-Patra’ rather it is a ‘Dhakosala-Patra’ meant to make false promises to the people: Prime Minister Modi
It is high time that people of Bengal exercise their power and give a befitting reply to the ‘Bomb and Gun Culture’ of the TMC-Left combine: PM Modi
The people will never forget those who bowed down to terrorists and removed laws like TADA and POTA: Prime Minister Modi in Bengal

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय।

मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेतागण इस चुनाव में हमारा समर्थन कर रहे हमारे सभी साथी, और विशाल संख्या में पधारे हुए मेरे प्यारे भाइयो और बहनो, आज दिल्ली से बहुत सारे कैमरा कोलकाता पहुंचे हैं। लेकिन एक नजर यहां भी कर लेते तो उन्हें पता चल जाता कि लहर किसको कहते हैं। हम बचपन से सुनते आए जो बंगाल करता है पूरा देश उसको फॉलो करता है। आज भी ये बंगाल जो कर रहा है पूरा हिंदुस्तान इसी कदमों पर चल पड़ा है भाई। बड़े-बड़े पॉलिटिकल पंडित भी, अरे मैं भी अगर यहां आकर के इतना बड़ा विशाल जन सागर न देखता तो मैं अंदाजा नहीं लगा सकता कि दीदी की नैया डूब चुकी है। कमाल कर दिया आपने, कमाल कर दिया आपने। मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मां काली और भवानी, भगवान शिव की धरती को मैं शीश झुका कर के नमन करता हूं।

साथियो, आप सभी एक ऐसी परपंरा के वाहक है जिनका राष्ट्र के लिए त्याग करना इसका एक समृद्ध इतिहास रहा है। अनेक वीर-सपूतों अनेक वीर गोरखाओं ने अपने संस्कारों से इस भूमि को सिंचित किया है, देश को प्रेरित किया है। आज भी नए भारत को दिशा देने के लिए आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रहने वाली है। आपने बीजेपी के इस चौकीदार का हर बार भरपूर साथ दिया है। दार्जिलिंग हो नार्थ बंगाल हो भारतीय जनता पार्टी के प्रति आपका स्नेह, आपका समर्थन अभूतपूर्व है। आपके इस मजबूत विश्वास के कारण आपका ये चौकीदार बड़ों-बड़ों से भी टक्कर ले पा रहा है। आपके साथ के चलते ही मैं पांच वर्षों से मैं देश के विकास को एक नई गति दे पाया हूं। हां मुझे इस बात का मलाल जरूर है कि जिस गति से देश के दूसरे राज्यों में हम काम कर पाए है। उस गति से यहां काम नहीं हो पाया है। इसकी वजह जानते हैं, मैं पूरे देश में तेज गति से काम कर पाया लेकिन बंगाल में उतनी गति से काम नहीं कर पाया। इसका कारण क्या है... मालूम है, इसका कारण मालूम है, इसका कारण क्या है? आपने सही फरमाया। प. बंगाल में एक स्पीड ब्रेकर है स्पीड ब्रेकर.. इस स्पीड ब्रेकर को यहां के लोग दीदी के नाम से जानते हैं। ये दीदी आपके विकास की स्पीड ब्रेकर है।

साथियो, दीदी को गरीबों की चिंता नहीं है। आखिर दीदी गरीबों का पॉलिटिक्स करने में मशगूल है, वो गरीबी को खत्म करने के लिए कैसे काम कर सकती है। अगर गरीबी खत्म हो जाएगी तो दीदी की पॉलिटिक्स भी खत्म हो जाएगी। कांग्रेस का भी यही हाल है, कम्युनिस्टों की भी यहीं आदत है, इनको गरीबी चाहिए गरीब चाहिए, गरीबों को गरीब रखने में उनका राजनीतिक हित भरा पड़ा है। उन्होंने गरीबों के विकास पर ब्रेक लगाया हुआ है, पूरी साजिश करके रोका हुआ है कि किसी भी तरह गरीबों का भला ना हो जाए। वो गरीबी से बाहर न निकल पाए। भाइयो-बहनो, प. बंगाल में चिटफंड घोटाला हुआ। मेरे गरीब भाइयो और बहनो का पैसा चिटफंड के नाम पर, उसको लेकर दीदी के मंत्री, दीदी के विधायक, दीदी के साथी भाग गए। उन्होंने गरीबों को लूट लिया। जिस गरीब ने अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई बहुत विश्वास के साथ चिटफंड वालों को सौंपी थी। उसे अपने साथियों के जरिए तबाह करने काम, बर्बाद करने का काम दीदी ने किया है। 

साथियो, गरीब जब बीमार होता है तो उसकी सबसे बड़ी चिंता होती है इलाज का खर्चा। गरीब की इसी चिंता को समझते हुए भारतीय जनता पार्टी ने एनडीए की सरकार ने गरीबों के लिए गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की। गरीबों को कहा कि बीमारी की स्थिति में पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त होगा। आपको एक भी रुपया अस्पताल में खर्च नहीं करना पडेगा। लेकिन ये स्पीड ब्रेकर दीदी ने क्या किया। दोस्तों आपका प्यार मेरे सर आंखों पर, गरीब का भला करने वाली इस योजना पर प. बंगाल में ब्रेक लगा दिया गया। भाइयो और बहनो, स्पीड ब्रेकर दीदी के करनामों की लिस्ट बहुत लंबी है। दीदी ने प. बंगाल के 70 लाख से ज्यादा किसान परिवारों के लिए उनके विकास के काम पर भी ब्रेक लगा दिया है। देश के तमाम राज्यों में पीएम किसान सम्मान योजना के तहत किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं। लेकिन दीदी तो दीदी है स्पीड ब्रेकर है इसलिए पीएम किसान सम्मान योजना पर भी उहोंने प. बंगाल में ब्रेक लगा दिया है। भाइयो- बहनो,, ये भाजपा एनडीए की सरकार है। आपका प्यार, आपका प्यार मेरे सर आंखों पर, भारत माता की जय... आप थोड़ा-थोड़ा शांत रहेंगे। आपका उत्साह... ये आपकी चेतावनी दीदी तक पहुंच गई है। ये आपका प्यार दीदी की नींद हराम कर देगा।

अगर आप इजाजद दें तो मैं बोलना जारी रखूं। बोलूं क्या.. लेकिन आप इतने नारे बोल रहे हो। आपका उत्साह इतना जबरदस्त है कि मेरे लिए बोलना भी मुश्किल है। ऐसा प्यार बंगाल मुझे दे रहा है। मैं सर झुका कर के नमन करता हूं भाइयो। ये भाजपा एनडीए की सरकार है जिसने गरीब और मध्यम वर्ग के जीवन पर उसकी कमाई को उसको लूटने से बचाने के लिए रेरा का कानून बनाया। इसका मकसद यहीं था कि मध्यमवर्गीय परिवार अपना घर खरीदने जा रहा है। लेकिन परिवार का पैसा कोई बिल्डर लूट कर के भाग न जाए। इसको रोकने के लिए हमने रेरा कानून बनाया। लेकिन दीदी ने ये रेरा कानून को लागू करने से मना कर दिया। भाइयो-बहनो आप सभी गवाह हैं कि पहले यही काम ये लेफ्ट वाले किया करते थे। अब दीदी ने उनके हथियार पर कब्जा कर लिया है। सिर्फ कब्जा ही नहीं किया है उसे और धार दे दी है। मैं प. बंगाल की जनता को कहना चाहता हूं। ये भी चाहे लेफ्ट हो, कांग्रेस हो, या ममता दीदी हो ये एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। इनकी राजनीति प. बंगाल को गरीब करने पर ही टिकी हुई है। लेकिन ये भूल रहे हैं कि इनका मुकाबला एक चौकीदार से है। भाइयो-बहनो, बहुत ईमानदारी से बहुत परिश्रम से ये चौकीदार प. बंगाल के लोगों लिए काम कर रहा है। साथियो इन लोगों की तमाम अड़चनों के बावजूद गांव-गांव में गरीबों को गैस कनेक्शन देने का कम हम तेज गति से आगे बढ़ा रहे हैं। गरीबों को अपना पक्का घर दिया जाए। गांव-गांव में शौचालय बने, बिजली कनेक्शन दिए जाए। बच्चों और गर्ववती महिलाओँ का टिकाकरण किया जाए। भाइयो और बहनो, प. बंगाल के दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी के संसाधनों और सम्मान के प्रति आपका ये चौकीदार पूरी तरह से संवेदनशील है।

यहां के चाय के बगानों में काम करने वाले साथियों की जरूरतों का मुझे पूरा अहसास है। भाजपा सरकार की नीतियों से उन्हें काफी लाभ भी मिला है। ये और हो सकता था अगर दीदी का स्पीड ब्रेकर बीच में नहीं आता। यहां के आदिवासी बच्चों को शिक्षा, युवाओं को रोजगार के नए अवसर, पाइनएपल पैदा करने वाले किसानों के लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट... मुझे आपकी हर आवश्यकता का पता है। बस मैं ये स्पीड ब्रेकर हटने का इतंजार कर रहा हूं। यहां पर तेज गति से तब तक विकास मुश्किल है जब तक कानून व्यवस्था बदहाल है। इसके अलावा कनेक्टिविटी भी टूरिज्म और उद्योगों के लिए बहुद जरूरी है। इसलिए एशियन वेस्टर्न हाईवे हो या रेलवे का काम हो, अनेक प्रोजक्ट पर काम चल रहा है। हाल में कलकत्ता हाई कोर्ट की सर्किट बेंच भी जलपाइगुड़ी में स्थापित की गई है। आपका ये चायवाला यहां के चाय बगानों के हित के लिए पूरी तरह समर्पित है। इस प्रकार असम में हमारी सरकार चाय बगान वाले लोगों को जीवन के हर चरण पर मदद दे रही है। वही काम हम यहां भी करेंगे। कोच राजबोंग्शी जैसी जनजातीयों की मांगों पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है। भाइयो बहनो, इस बार के चुनाव दो स्पष्ट धाराओं के बीच का चुनाव है। एक तरफ ईमानदार चौकीदार है, और दूसरी तरफ दागदार ही दागदार है। एक तरफ आतंक को करारा जवाब देने वाली सरकार है और दूसरी तरफ पाकिस्तान के पैरोकार यहां दिखते हैं। साथियों जब बालाकोट में हमारे सपूतों ने आतंकियों को घर में घुसकर के मारा। जब आतंकियों को बालाकोट में घर में घुसकर के मारा । आपको खुशी हुई कि नहीं। आपका माथा गर्व से ऊंचा हुआ कि नहीं। आपका सीना चौड़ा हो गया कि नहीं हुआ। लेकिन जैसे ही बालाकोट में घुसकर के हमारे जवान वापस आए, तो रोना किसको चाहिए था? चिल्लाना किसको जरूरी था। लेकिन रोना कौन किया शुरू। हमारे ही लोग चिल्लाने लगे रोने लगे। अरे चोट वहां पहुंची है और दर्द तुम्हें क्यों हो रहा है। जितना दर्द इस्लामाबाद में हुआ लाहौर में हुआ, रावलपिंडी में हुआ। उससे भी ज्यादा दर्द ये कोलकाता में बैठी दीदी को हुआ। मोदी ने ये क्यों किया। मोदी सबूत दें। मोदी को आतंकियों के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए।

भाइयो बहनो, मोदी ने जो वो किया..क्या ठीक किया कि नहीं किया। सही किया कि नहीं किया। चौकीदार ने धुसकर के वहां मारा। आपको अच्छा लगा कि नहीं लगा। आप खुश है कि नहीं है। भारत के सपूतों को खुली छूट दी। ये मेरा निर्णय आपको मंजूर है पसंद है। आपको गर्व हुआ। लेकिन दीदी को ये पसंद नहीं आय़ा और ना ही ये महामिलावट के उनके साथियों को ये रास आया। ये सभी महामिलावटी इतना जोर-जोर से रोए कि पाकिस्तान में हीरो बन गए। वहां के मीडिया में छा गए। साथियों ये कैसा भारत चाहते हैं। इनकी मंशा बिल्कुल साफ होती जा रही है। दिल्ली में जब यूपीए की रिमोर्ट वाली सरकार थी तब आय दिन आतंकवादी हमले होते थे लेकिन इन्होंने कभी भी हमारे वीरों को खुली छूट नहीं दी। अब वो इनकी आतंक परस्त नीति ऐसी हो गई है। कि खुलेआम हमारे सुरक्षा बलों के सैनिकों के खिलाफ अनाब-शनाब बयानबाजी कर रहे हैं।कल कांग्रेस ने एक ढकोसला पत्र जारी किया। इस ढकोसला पत्र में कांग्रेस ने देश के सुरक्षा बलों के मनोबल को तोड़ने के उनके हौसले को चूर-चूर करने का काम किया है। साथियों कांग्रेस ने कहा है कि वो जम्मू-कश्मीर और हिंसा प्रभावित दूसरी जगहों पर हमारे सुरक्षा बलों को जो एक विशेष अधिकार मिला है उसको हटा देंगे। यानी कांग्रेस ने हमारे वीर जवानों को आतंकियों और पत्थरबाजों के सामने लाचार करने उनके हाथ बांधने की साजिश रच दी है। ये कैसी सोच है भाइयो-बहनो दार्जिलिंग के प. बंगाल के तो हजारों सपूत ऐसे क्षेत्रों में राष्ट्र रक्षा के काम में जुटे हैं। AFSPA सुरक्षा बलों के लिए कवच है ताकी वो सही तरीके से आतंकियों से निपट सके लेकिन क्योंकि इनको अपनी सेना पर विश्वास नहीं है सेना के नियम कायदों देश के नियम कानून पर विश्वास नहीं है इ सलिए ऐसा वादा करने की हिम्मत ये लोग कर रहे हैं। हमारे वीर जवानों को खतरे में डालने वाली साजिश को आप सभी को नाकाम करना है। नाकाम करोगे क्या। नाकाम करोगे क्या।

भाइयो बहनो,, इस चुनाव में आपका वोट सिर्फ भाजपा के एमपी बनाने का नहीं है । आपका वोट सिर्फ मोदी को प्रधानमंत्री बनाने वाला नहीं है। बल्कि आपका वोट हमारे देश के सुरक्षाबलों के सम्मान का भी वोट है। साथियों कांग्रेस की टीएमसी की इन सभी महामिलावटियों की यहीं नीति और रीति रही हैं कि देश को दशकों से आतंक झेलना पड़ा है। लेकिन आपका ये चौकीदार इनके सामने अब दीवार बनकर के खड़ा है। जिस तरह आतंकियों और नक्सलियों पर इस चौकीदार ने निर्णायक कार्रवाई की है। आप आश्वस्त रहिए ये मोदी है ये घुसपैठियों को भी छोड़ने वाला नहीं है, और दूसरी तरफ जो हमारे शरणार्थी है जो कांग्रेस की एतिहासिक भूल का शिकार रहे हैं। उनके साथ इंसाफ भी यही चौकीदार करेगा। साथियों मुझे पता चला है कि यहां पर एनआरसी को लेकर अफवाहें फैलाने का काम भी चल रहा है। मैं सभी गोरखा भाइयो-बहनो को इस मंच से आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपमें से किसी को भी इसकी वजह से नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। साथियो, मैं ऐसे-ऐसे हर व्यक्ति को टीएमसी के पेरोल पर घूम रहे हैं। जो टीएमसी के पेरोल पर रहकर आतंक फैला रहे हैं, डरा रहे हैं। ऐसे हर व्यक्ति को चेतावनी देता हूं कि उनके दिन अब गिन चुके हैं। बीजेपी की सरकार आते ही निर्दोष नागरिकों को परेशान करने वालों को हिसाब देना ही पड़ेगा और कानून को जवाब देना ही पड़ेगा। जगाई जगाई मथाई ये जगाई मथाई का गुड़ों और घुसपैठियों का ये गठजोड़ अब प. बंगाल में खत्म होने के दिन आ चुके हैं। साथियो, आपको वोट देने से कोई भी रोक नहीं सकता है। आने वाले चुनाव में आप बिना किसी डर से अपना वोट दीजिएगा। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं भी मैं कहना चाहता हूं कि आप पूरी शक्ति से डटे रहिए। आपका हौसला प. बंगाल के भाग्य को बदलने के लिए बहुद जरूरी है। साथियो, सबका साथ सबका विकास के मंत्र को लेकर चल रही एनडीए सरकार प. बंगाल को दीदी के स्पीड ब्रेकर से मुक्त कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुझे पूरा भरोसा है कि प. बंगाल के हितों की रक्षा के लिए, यहां के गौरव की रक्षा के लिए, यहां की सांस्कृतिक की रक्षा के लिए, और अपने बेहतर भविष्य के लिए आप भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को वोट देंगे, और यहां जो उम्मीदवार है इसमें हमारा एक राजू है। दो दशक से मैं इसको जानता हूं। दो दशक से... ये हमारे तीनों साथी आपके ही संतान हैं। आपके ही साथी हैं। आपकी समस्याओं का इन्हें पता है। ये आपका पूरा ध्यान रखेंगे। मैं इनके साथ खड़ा रहूंगा ये आपको विश्वास दिलाता हूं। भाइयो-बहनो, बोजेपी और उसके साथियों के उम्मीदवारों को दिया हर वोट, आपका हर वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाने वाला है। आपके वोट से ही मोदी जीतने वाला है। इसी विश्वास के साथ इतनी बड़ी तादात में आप आशीर्वाद देने के लिए आए मैं आपका बहुत बहुत आभारी हूं।

मैं एक नारा बोलवाऊंगा बोलेंगे... दोनों हाथ ऊपर कर के बोलेंगे। मुठ्ठी बंद कर के बोलेंगे। पूरी ताकत से बोलेंगे। मैं कहूंगा मैं भी आप कहेंगे चौकीदार हूं। मैं भी... चौकीदार हूं। मैं भी... चौकीदार हूं। मैं भी... चौकीदार हूं। आप बोलेंगे चौकीदार.... गली-गली में चौकीदार... गांव गांव में चौकीदार, शहर शहर में चौकीदार... घर-घर में चौकीदार... युवा नौजवान चौकीदार, माता-बहने चौकीदार..., बड़े –बुजुर्ग चौकीदार..., खेत खलिहान में चौकीदार..., बाग-बगीचे में चौकीदार..., हिंदुस्तान में चौकीदार.., सीमा पर भी चौकीदार..., देश का भविष्य चौकीदार.., देश का भविष्य चौकीदार.., देश का उजला काल चौकीदार... आपका सबका आशीर्वाद... बहुत बहुत धन्यवाद।

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December 18, 2025

नमस्ते!
अहलन व सहलन !!!

ये युवा जोश आपकी एनर्जी यहां का पूरा atmosphere चार्ज हो गया है। मैं उन सब भाई बहनों को भी नमस्कार करता हूँ, जो जगह की कमी के कारण, इस हॉल में नहीं हैं, और पास के हॉल में स्क्रीन पर यह प्रोग्राम लाइव देख रहें हैं। अब आप कल्पना कर सकते हैं, कि यहाँ तक आएं और अंदर तक नहीं आ पाएं तोह उनके दिल में क्या होता होगा।

साथियों,

मैं मेरे सामने एक मिनी इंडिया देख रहा हूं, मुझे लगता है यहां बहुत सारे मलयाली भी हैं।

सुखम आणो ?

औऱ सिर्फ मलयालम नहीं, यहां तमिल, तेलुगू, कन्नड़ा और गुजराती बोलने वाले बहुत सारे लोग भी हैं।

नलमा?
बागुन्नारा?
चेन्ना-गिद्दिरा?
केम छो?

साथियों,

आज हम एक फैमिली की तरह इकट्ठा हुए हैं। आज हम अपने देश को, अपनी टीम इंडिया को सेलिब्रेट कर रहे हैं।

साथियों,

भारत में हमारी diversity, हमारी संस्कृति का मजबूत आधार है। हमारे लिए हर दिन एक नया रंग लेकर आता है। हर मौसम एक नया उत्सव बन जाता है। हर परंपरा एक नई सोच के साथ आती है।

और यही कारण है कि हम भारतीय कहीं भी जाएं, कहीं भी रहें, हम diversity का सम्मान करते हैं। हम वहां के कल्चर, वहां के नियम-कायदों के साथ घुलमिल जाते हैं। ओमान में भी मैं आज यही होते हुए अपनी आंखों के सामने देख रहा हूं।

यह भारत का डायस्पोरा co-existence का, co-operation का, एक लिविंग Example बना हुआ है।

साथियों,

भारत की इसी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक और अद्भुत सम्मान हाल ही में मिला है। आपको शायद पता होगा, यूनेस्को ने दिवाली को Intangible Cultural Heritage of Humanity में शामिल किया है।

अब दिवाली का दिया हमारे घर को ही नहीं, पूरी दुनिया को रोशन करेगा। यह दुनिया भर में बसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है। दिवाली की यह वैश्विक पहचान हमारी उस रोशनी की मान्यता है, जो आशा, सद्भाव, और मानवता के संदेश को, उस प्रकाश को फैलाती है।

साथियों,

आज हम सब यहां भारत-ओमान "मैत्री पर्व” भी मना रहे हैं।

मैत्री यानि:
M से maritime heritage
A से Aspirations
I से Innovation
T से Trust and technology
R से Respect
I से Inclusive growth

यानि ये "मैत्री पर्व,” हम दोनों देशों की दोस्ती, हमारी शेयर्ड हिस्ट्री, और prosperous future का उत्सव हैं। भारत और ओमान के बीच शताब्दियों से एक आत्मीय और जीवंत नाता रहा है।

Indian Ocean की Monsoon Winds ने दोनों देशों के बीच ट्रेड को दिशा दी है। हमारे पूर्वज लोथल, मांडवी, और तामरालिप्ति जैसे पोर्ट्स से लकड़ी की नाव लेकर मस्कट, सूर, और सलालाह तक आते थे।

और साथियों,

मुझे खुशी है कि मांडवी टू मस्कट के इन ऐतिहासिक संबंधों को हमारी एंबेसी ने एक किताब में भी समेटा है। मैं चाहूंगा कि यहां रहने वाला हर साथी, हर नौजवान इसको पढ़े, और अपने ओमानी दोस्तों को भी ये गिफ्ट करे।

अब आपको लगेगा की स्कूल में भी मास्टरजी होमवर्क देते हैं, और इधर मोदीजी ने भी होमवर्क दे दिया।

साथियों,

ये किताब बताती है कि भारत और ओमान सिर्फ Geography से नहीं, बल्कि Generations से जुड़े हुए हैं। और आप सभी सैकड़ों वर्षों के इन संबंधों के सबसे बड़े Custodians हैं।

साथियों,

मुझे भारत को जानिए क्विज़ में ओमान के participation बारे में भी पता चला है। ओमान से Ten thousand से अधिक लोगों ने इस क्विज में participate किया। ओमान, ग्लोबली फोर्थ पोज़िशन पर रहा है।

लेकिन में तालियां नहीं बजाऊंगा। ओमान तो नंबर एक पे होना चाहिए। मैं चाहूँगा कि ओमान की भागीदारी और अधिक बढ़े, ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग जुड़ें। भारतीय बच्चे तो इसमें भाग ज़रूर लें। आप ओमान के अपने दोस्तों को भी इस क्विज़ का हिस्सा बनने के लिए मोटिवेट करें।

साथियों,

भारत और ओमान के बीच जो रिश्ता ट्रेड से शुरू हुआ था, आज उसको education सशक्त कर रही है। मुझे बताया गया है कि यहां के भारतीय स्कूलों में करीब फोर्टी सिक्स थाउज़ेंड स्टूड़ेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें ओमान में रहने वाले अन्य समुदायों के भी हज़ारों बच्चे शामिल हैं।

ओमान में भारतीय शिक्षा के पचास वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये हम दोनों देशों के संबंधों का एक बहुत बड़ा पड़ाव है।

साथियों,

भारतीय स्कूलों की ये सफलता His Majesty the Late सुल्तान क़ाबूस के प्रयासों के बिना संभव नहीं थी। उन्होंने Indian School मस्कत सहित अनेक भारतीय स्कूलों के लिए ज़मीन दी हर ज़रूरी मदद की।

इस परंपरा को His Majesty सुल्तान हैथम ने आगे बढ़ाया।

वे जिस प्रकार यहां भारतीयों का सहयोग करते हैं, संरक्षण देते हैं, इसके लिए मैं उनका विशेष तौर पर आभार व्यक्त करता हूं।

साथियों,

आप सभी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से भी परिचित हैं। यहां ओमान से काफी सारे बच्चे भी इस प्रोग्राम से जुड़ते हैं। मुझे यकीन है, कि यह चर्चा आपके काम आती होगी, पैरेंट्स हों या स्टूडेंट्स, सभी को stress-free तरीके से exam देने में हमारी बातचीत बहुत मदद करती है।

साथियों,

ओमान में रहने वाले भारतीय अक्सर भारत आते-जाते रहते हैं। आप भारत की हर घटना से अपडेट रहते हैं। आप सभी देख रहे हैं कि आज हमारा भारत कैसे प्रगति की नई गति से आगे बढ़ रहा है। भारत की गति हमारे इरादों में दिख रही है, हमारी परफॉर्मेंस में नज़र आती है।

कुछ दिन पहले ही इकॉनॉमिक ग्रोथ के आंकड़े आए हैं, और आपको पता होगा, भारत की ग्रोथ 8 परसेंट से अधिक रही है। यानि भारत, लगातार दुनिया की Fastest growing major economy बना हुआ है। ये तब हुआ है, जब पूरी दुनिया चुनौतियों से घिरी हुई है। दुनिया की बड़ी-बड़ी economies, कुछ ही परसेंट ग्रोथ अचीव करने के लिए तरस गई हैं। लेकिन भारत लगातार हाई ग्रोथ के पथ पर चल रहा है। ये दिखाता है कि भारत का सामर्थ्य आज क्या है।

साथियों,

भारत आज हर सेक्टर में हर मोर्चे पर अभूतपूर्व गति के साथ काम कर रहा है। मैं आज आपको बीते 11 साल के आंकड़े देता हूं। आपको भी सुनकर गर्व होगा।

यहां क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में, स्टूडेंट्स और पेरेंट्स आए हैं, तो शुरुआत मैं शिक्षा और कौशल के सेक्टर से ही बात करुंगा। बीते 11 साल में भारत में हज़ारों नए कॉलेज बनाए गए हैं।

I.I.T’s की संख्या सोलह से बढ़कर तेईस हो चुकी है। 11 वर्ष पहले भारत में 13 IIM थे, आज 21 हैं। इसी तरह AIIMs की बात करुं तो 2014 से पहले सिर्फ 7 एम्स ही बने थे। आज भारत में 22 एम्स हैं।

मेडिकल कॉलेज 400 से भी कम थे, आज भारत में करीब 800 मेडिकल कॉलेज हैं।

साथियों,

आज हम विकसित भारत के लिए अपने एजुकेशन और स्किल इकोसिस्टम को तैयार कर रहे हैं। न्यू एजुकेशन पॉलिसी इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभा रही है। इस पॉलिसी के मॉडल के रूप में चौदह हज़ार से अधिक पीएम श्री स्कूल भी खोले जा रहे हैं।

साथियों,

जब स्कूल बढ़ते हैं, कॉलेज बढ़ते हैं, यूनिवर्सिटीज़ बढ़ती हैं तो सिर्फ़ इमारतें नहीं बनतीं देश का भविष्य मज़बूत होता है।

साथियों,

भारत के विकास की स्पीड और स्केल शिक्षा के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी दिखती है। बीते 11 वर्षों में हमारी Solar Energy Installed Capacity 30 गुना बढ़ी है, Solar module manufacturing 10 गुना बढ़ी है, यानि भारत आज ग्रीन ग्रोथ की तरफ तेजी से कदम आगे बढ़ा रहा है।

आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा फिनटेक इकोसिस्टम है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा Steel Producer है। दूसरा सबसे बड़ा Mobile Manufacturer है।

साथियों,

आज जो भी भारत आता है तो हमारे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को देखकर हैरान रह जाता है। ये इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि बीते 11 वर्षों में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर पांच गुना अधिक निवेश किया है।

Airports की संख्या double हो गई है। आज हर रोज, पहले की तुलना में डबल स्पीड से हाइवे बन रहे हैं, तेज़ गति से रेल लाइन बिछ रही हैं, रेलवे का इलेक्ट्रिफिकेशन हो रहा है।

साथियों,

ये आंकड़े सिर्फ उपलब्धियों के ही नहीं हैं। ये विकसित भारत के संकल्प तक पहुंचने वाली सीढ़ियां हैं। 21वीं सदी का भारत बड़े फैसले लेता है। तेज़ी से निर्णय लेता है, बड़े लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ता है, और एक तय टाइमलाइन पर रिजल्ट लाकर ही दम लेता है।

साथियों,

मैं आपको गर्व की एक और बात बताता हूं। आज भारत, दुनिया का सबसे बड़ा digital public infrastructure बना रहा है।

भारत का UPI यानि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस, दुनिया का सबसे बड़ा रियल टाइम डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। आपको ये बताने के लिए कि इस पेमेंट सिस्टम का स्केल क्या है, मैं एक छोटा सा Example देता हूं।

मुझे यहाँ आ कर के करीब 30 मिनट्स हुए हैं। इन 30 मिनट में भारत में यूपीआई से फोर्टीन मिलियन रियल टाइम डिजिटल पेमेंट्स हुए हैं। इन ट्रांजैक्शन्स की टोटल वैल्यू, ट्वेंटी बिलियन रुपीज़ से ज्यादा है। भारत में बड़े से बड़े शोरूम से लेकर एक छोटे से वेंडर तक सब इस पेमेंट सिस्टम से जुड़े हुए हैं।

साथियों,

यहां इतने सारे स्टूडेंट्स हैं। मैं आपको एक और दिलचस्प उदाहरण दूंगा। भारत ने डिजीलॉकर की आधुनिक व्यवस्था बनाई है। भारत में बोर्ड के एग्ज़ाम होते हैं, तो मार्कशीट सीधे बच्चों के डिजीलॉकर अकाउंट में आती है। जन्म से लेकर बुढ़ापे तक, जो भी डॉक्युमेंट सरकार जेनरेट करती है, वो डिजीलॉकर में रखा जा सकता है। ऐसे बहुत सारे डिजिटल सिस्टम आज भारत में ease of living सुनिश्चित कर रहे हैं।

साथियों,

भारत के चंद्रयान का कमाल भी आप सभी ने देखा है। भारत दुनिया का पहला ऐसा देश है, जो मून के साउथ पोल तक पहुंचा है, सिर्फ इतना ही नहीं, हमने एक बार में 104 सैटेलाइट्स को एक साथ लॉन्च करने का कीर्तिमान भी बनाया है।

अब भारत अपने गगनयान से पहला ह्युमेन स्पेस मिशन भी भेजने जा रहा है। और वो समय भी दूर नहीं जब अंतरिक्ष में भारत का अपना खुद का स्पेस स्टेशन भी होगा।

साथियों,

भारत का स्पेस प्रोग्राम सिर्फ अपने तक सीमित नहीं है, हम ओमान की स्पेस एस्पिरेशन्स को भी सपोर्ट कर रहे हैं। 6-7 साल पहले हमने space cooperation को लेकर एक समझौता किया था। मुझे बताते हुए खुशी है कि, ISRO ने India–Oman Space Portal विकसित किया है। अब हमारा प्रयास है कि ओमान के युवाओं को भी इस स्पेस पार्टनरशिप का लाभ मिले।

मैं यहां बैठे स्टूडेंट्स को एक और जानकारी दूंगा। इसरो, "YUVIKA” नाम से एक स्पेशल प्रोग्राम चलाता है। इसमें भारत के हज़ारों स्टूडेंट्स space science से जुड़े हैं। अब हमारा प्रयास है कि इस प्रोग्राम में ओमानी स्टूडेंट्स को भी मौका मिले।

मैं चाहूंगा कि ओमान के कुछ स्टूडेंट्स, बैंगलुरु में ISRO के सेंटर में आएं, वहां कुछ समय गुज़ारें। ये ओमान के युवाओं की स्पेस एस्पिरेशन्स को नई बुलंदी देने की बेहतरीन शुरुआत हो सकती है।

साथियों,

आज भारत, अपनी समस्याओं के सोल्यूशन्स तो खोज ही रहा है ये सॉल्यूशन्स दुनिया के करोड़ों लोगों का जीवन कैसे बेहतर बना सकते हैं इस पर भी काम कर रहा है।

software development से लेकर payroll management तक, data analysis से लेकर customer support तक अनेक global brands भारत के टैलेंट की ताकत से आगे बढ़ रहे हैं।

दशकों से भारत IT और IT-enabled services का global powerhouse रहा है। अब हम manufacturing को IT की ताक़त के साथ जोड़ रहे हैं। और इसके पीछे की सोच वसुधैव कुटुंबकम से ही प्रेरित है। यानि Make in India, Make for the World.

साथियों,

वैक्सीन्स हों या जेनरिक medicines, दुनिया हमें फार्मेसी of the World कहती है। यानि भारत के affordable और क्वालिटी हेल्थकेयर सोल्यूशन्स दुनिया के करोड़ों लोगों का जीवन बचा रहे हैं।

कोविड के दौरान भारत ने करीब 30 करोड़ vaccines दुनिया को भेजी थीं। मुझे संतोष है कि करीब, one hundred thousand मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन्स ओमान के लोगों के काम आ सकीं।

और साथियों,

याद कीजिए, ये काम भारत ने तब किया, जब हर कोई अपने बारे में सोच रहा था। तब हम दुनिया की चिंता करते थे। भारत ने अपने 140 करोड़ नागरिकों को भी रिकॉर्ड टाइम में वैक्सीन्स लगाईं, और दुनिया की ज़रूरतें भी पूरी कीं।

ये भारत का मॉडल है, ऐसा मॉडल, जो twenty first century की दुनिया को नई उम्मीद देता है। इसलिए आज जब भारत मेड इन इंडिया Chips बना रहा है, AI, क्वांटम कंप्यूटिंग और ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर मिशन मोड पर काम कर रहा है, तब दुनिया के अन्य देशों में भी उम्मीद जगती है, कि भारत की सफलता से उन्हें भी सहयोग मिलेगा।

साथियों,

आप यहां ओमान में पढ़ाई कर रहे हैं, यहां काम कर रहे हैं। आने वाले समय में आप ओमान के विकास में, भारत के विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाएंगे। आप दुनिया को लीडरशिप देने वाली पीढ़ी हैं।

ओमान में रहने वाले भारतीयों को असुविधा न हो, इसके लिए यहां की सरकार हर संभव सहयोग दे रही है।

भारत सरकार भी आपकी सुविधा का पूरा ध्यान रख रही है। पूरे ओमान में 11 काउंसलर सर्विस सेंटर्स खोले हैं।

साथियों,

बीते दशक में जितने भी वैश्विक संकट आए हैं, उनमें हमारी सरकार ने तेज़ी से भारतीयों की मदद की है। दुनिया में जहां भी भारतीय रहते हैं, हमारी सरकार कदम-कदम पर उनके साथ है। इसके लिए Indian Community Welfare Fund, मदद पोर्टल, और प्रवासी भारतीय बीमा योजना जैसे प्रयास किए गए हैं।

साथियों,

भारत के लिए ये पूरा क्षेत्र बहुत ही स्पेशल है, और ओमान हमारे लिए और भी विशेष है। मुझे खुशी है कि भारत-ओमान का रिश्ता अब skill development, digital learning, student exchange और entrepreneurship तक पहुंच रहा है।

मुझे विश्वास है आपके बीच से ऐसे young innovators निकलेंगे जो आने वाले वर्षों में India–Oman relationship को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। अभी यहां भारतीय स्कूलों ने अपने 50 साल celebrate किए हैं। अब हमें अगले 50 साल के लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ना है। इसलिए मैं हर youth से कहना चाहूंगा :

Dream big.
Learn deeply.
Innovate boldly.

क्योंकि आपका future सिर्फ आपका नहीं है, बल्कि पूरी मानवता का भविष्य है।

आप सभी को एक बार फिर उज्जवल भविष्य की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद!
Thank you!