I urge all the eligible voters in Kerala to turn out and exercise their franchise in support of the BJP: PM Modi
Only the BJP can ensure social justice for every group in Kerala like we did across the country: PM Modi
Everybody has seen how the UDF and LDF are threatening the traditions and religious practices of the people here: Prime Minister Modi

भारत माता की जय, भारत माता की जय।

मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी और हमारे सभी साथी दलों के वरिष्ठ नेतागण और विशाल संख्या में पधारे हुए मेरे प्यारे भाइयो-बहनो, आपने जिस प्रकार से मोबाइल फोन का दीप प्रज्वलन करके इस पूरी जनसभा को रोशन कर दिया, आपके पवित्र वोट से पूरा हिंदुस्तान रोशन होने वाला है। आधुनिक ट्रावनकोर के निर्माता मार्तन्ड वर्मा की इस धरती को मैं नमन करता हूं। स्वाथी थिरूनल, वक्कोम खादर मौलवी, अय्या वैकुंदार स्वामी कल और श्री नारायण गुरु जैसी विभूतियों को मेरा कोटि-कोटि नमन।

 साथियो, आप भली-भांति जानते हैं की भारतीय जनता पार्टी ने इस बार भी तिरुवनंतपुरम में अपना उम्मीदवार श्री कुम्मनम राजशेखरन जी को बनाया है वो आपके बीच मशहूर हैं ही। इनका सादगी ईमानदारी और स्वच्छ छवि की दिल्ली तक बहुत चर्चा होती है। राजशेखरन जी ने कई साल केरला में बीजेपी की कमान भी संभाली है। मेरा आपसे आग्रह होगा की इस बार हमारे सभी भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को भव्य विजय दिलाएं।

साथियो, पिछले पांच वर्षों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर जो भरोसा आपने दिखाया उसके कारण भारत आज तेज गति से आगे बढ़ रहा है और जल में, थल में, नभ में और अंतरिक्ष में भी सुरक्षित है। आज मोबाइल से लेकर मिसाइल तक जीवन का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जो स्पेस से कंट्रोल नहीं होता, कल्पना कीजिए अगर कोई गलत ताकत कभी स्पेस में हमारे संसाधनों पर हमला कर दें तब क्या होगा। साथियो, ये काम पहले भी हो सकता था लेकिन कांग्रेस की सरकार के पास हिम्मत नहीं थी वो फैसले लेने से डरते थे। हां कुछ ऐसा करना हो जिससे देश को नुक्सान होता हो, वैज्ञानिकों का मनोबल टूटता हो तो कांग्रेस का सारा डर खत्म हो जाता है। केरला की धरती के सुपूत वैज्ञानिक नंबी नारायण जी के साथ क्या किया गया ये आपको पता है ना? साथियो, यही अंतर एक राष्ट्रवादी सरकार और एक वंशवादी सरकार के बीच होता है, यही अंतर एक निर्णायक सरकार और एक नारे देने वाली सरकार में होता है।

भाइयो-बहनो, इस बार का चुनाव सिर्फ एक सरकार बनाने के लिए नहीं हैं, ये चुनाव आने वाले वर्षों में भारत विकसित देश कैसे बने, इसके लिए है। भारत, दुनिया की टॉप थ्री इकोनॉमी के क्लब में कितनी जल्द पहुंच सके, आप इस चुनाव में आपके एक वोट से ये तय करने वाले हैं।


साथियो, ऐसे में तिरुवनंतपुरम के, केरल के हर वोटर, विशेष तौर पर फर्स्ट टाइम वोटर पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। साथियो, जब सरकारें विचार और विजन के बजाए राजनीतिक हिंसा से चलती हैं तो केरल जैसे स्वर्ग पर भी आंच आती है। कांग्रेस और कम्यूनिस्टों ने यहां के भाइचारे, आस्था और विश्वास के साथ क्या कर दिया है ये आपके सामने है। सिर्फ सत्ता पाने के लिए अपनों का खून बहाना ये केरल का कल्चर नहीं है, आए दिन हिंसा- आए दिन हत्याएं बच्चों को अनाथ कर देना, मांओं की कोख उजाड़ देना ये केरल का कल्चर नहीं है। ये केरल की महान परंपरा और संस्कृति के खिलाफ है, जब पूरा देश विकास के रास्ते पर चल पड़ा है तो केरल को कम्यूनिस्टों और कांग्रेस के इस कल्चर से मुक्ति दिलाना ये बहुत जरूरी रहेगा। इसी हिंसक कांग्रेस-कम्यूनिस्ट कल्चर ने यहां केरल में सैकड़ों संघ-बीजेपी कार्यकर्ताओं की जान ली है। उनके बलिदान को मैं नमन करता हूं, मैं बीजेपी के प्रत्येक कार्यकर्ता को कहूंगा की उनकी तपस्या एक ना एक दिन अवश्य सफल होगी। केरल को भी हिंसा की राजनीति करने वालों की महामिलावट से मुक्ति मिलेगी।

भाइयो-बहनो, लोकतंत्र में विचारधाराओं पर सरकारें बनती हैं-बिगड़ती हैं। नीतियों के आधार पर विरोध और समर्थन होते हैं लेकिन कांग्रेस और कम्यूनिस्ट की विचारधारा अवसरवाद की है। केरल में एक-दूसरे की नीतियों का विरोध करते हैं, आपस में लड़ते हैं और दिल्ली में सत्ता के लिए एक साथ आ जाते हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष को संसद पहुंचने के लिए यहां वायनाड आना पड़ रहा है, वो कहते हैं की वाम दलों के खिलाफ कुछ नहीं बोलेंगे। केरल में कुश्ती और दिल्ली में दोस्ती ये इनका खेल है। साथियो, अगर ये सोचते हैं की केरल की जनता इसको समझती नहीं है तो ये बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं। साथियो, कांग्रेस के नामदार का कहना है की साउथ को मैंसेज देना था तभी वायनाड गया। अरे तिरुवनंतपुरम से मैसेज नहीं दिया जा सकता था क्या, ये तो राजधानी है।

 

 

भाइयो-बहनो, ये मैसेज साउथ के लिए नहीं बल्कि ये मैसेज अपीजमेंट पॉलीटिक्स का है जिसको कांग्रेस ने अपने विजन का हिस्सा बना लिया है। कांग्रेस अमेठी मॉडल ऑफ डेव्लपमेंट का विजन केरल के लिए लेकर आई है। आज के डिजिटल इंडिया के युग में जब स्मार्ट फोन हर हाथ में है और डेटा सबसे सस्ता दुनिया में हमारे यहां है, तब अमेठी की हालत जानने में केरल को ज्यादा परेशानी नहीं होगी। कम्यूनिस्टों को हमारे पूजा-पाठ और धर्म-कर्म से दिक्कत है ये हम जानते हैं लेकिन वो आस्थावानों के अधिकारों को नहीं कुचल सकते। आज यहां स्थिति ये बना दी गई है की भगवान का नाम तक नहीं ले सकते, भगवान का नाम लेने पर यहां की कम्यूनिस्ट सरकार झूठे केस करती है, लाठियों से पिटवाती है।

भाइयो-बहनो, भारत में हजारों सालों से जो परंपराएं विकसित हुई हैं, उन पर राजनीति के लिए किसी प्रकार का प्रहार हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। केरल का बच्चा-बच्चा इसका विरोध करेगा, आस्था का चौकीदार बनकर खड़ा होगा। भाइयो-बहनो, मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं, 23 मई को जब फिर एक बार मोदी सरकार बनेगी तो कोर्ट से लेकर संसद तक हम आपकी आस्था के लिए लड़ेंगे, आस्था को संविधान संरक्षण दिलाने का काम हम करेंगे। साथियो, केरल में जाति-पंथ के आधार पर भेदभाव और भ्रष्टाचार गवर्नेंस का मॉडल बन चुका है, खुद मुख्यमंत्री पर लवलीन घोटाले के आरोप हैं, मंत्रियों पर गंभीर आरोप हैं, यहां तक की बाढ़ और तूफान से प्रभावित लोगों के लिए जो पैसा आया उसको भी नहीं छोड़ा। अब तो यह भी साबित हो रहा है की केरल की भीषड़ बाढ़ नेचुरल कैलिमिटी से ज्यादा सरकारी लापरवाही का परिणाम ही थी।

साथियो, ये तो भला हो केरल के माछीमार साथियों का जिन्होंने अपनी जान हथेली पर रख कर लोगों की जान बचाई, ये हमारे साथी सच में हमारे समंदर के चौकीदार हैं। मछुआरों को सशक्त करने के लिए, केंद्र की एनडीए की सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। मछुआरों को समय पर खतरे का अलर्ट मिले इसके लिए नए नाविक डिवाइस दिए जा रहे हैं। इसके अलावा फिशरीज के लिए अलग डिपार्टमेंट बनाने का हमने बजट घोषित किया है। वहीं मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी दे दी गई है। इसके अलावा डीप सी फिशिंग के लिए बोट के आधुनिकीकरण के लिए भी मदद दी जा रही है।

साथियो, केरल में भाजपा हर वर्ग को उसका हक दिलाने के लिए खड़ी है। हम केरल के सामान्य मानवी को भी उनका हक दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम पूरे देश में 10 प्रतिशत आरक्षण देकर गरीबों को उनका हक दिला रहे हैं, वो भी किसी का हक छीने बिना। बीजेपी सरकार ने ही पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है।

भाइयो-बहनो, केरल के सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने के लिए भी हम कमटेड हैं। नेशनल हाईवे क प्रोजेक्ट्स हो, बाईपास हो, एयरपोर्ट का विकास हो हर प्रकार से कनेक्टिविटी को सशक्त किया जा रहा है। यहां के टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए प्रसाद योजना के तहत अनेक काम हुए हैं, हेरितेज टूरिज्म पर हमारा विशेष फोकस रहने वाला है, हम केरल में 100 से ज्यादा आस्था से जुड़े स्थानों को आध्यात्मिक सर्किट से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। भाइयो-बहनो, चौकीदार की सरकार ने सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर काम किया है। गरीबों को पांच लाख तक का मुफ्त इलाज हो या फिर गरीब से गरीब घर तक एलपीजी कनेक्शन देने का काम ये हमारी सोच को दिखाता है। इतना ही नहीं मिडिल क्लास के लिए विशेष तौर पर हमारी सरकार ने प्रयास किए हैं, बीते पांच वर्षों में महंगाई की दर 4 प्रतिशत के आस-पास रही है जो कांग्रेस के राज में दस प्रतिशत तक थी। पांच साल में हमने एक बार भी टैक्स नहीं बढ़ाया बल्कि अब तो पांच लाख रुपए तक की टैक्सेबल इनकम को टैक्स के दायरे से ही बाहर कर दिया। इसी तरह पहली बार मिडिल क्लास के घर के लिए भी सरकारी सहायता देने का काम किया, एजुकेशन लोन भी बहुत सस्ता किया गया है।

साथियो, एक तरफ हम आनेस्ट टैक्सपेयर को थैंक्यू कहते हैं तो वहीं कांग्रेस मिडिल क्लास को सेल्फिश कहती है, टैक्स का बोझ लादने की बात करती है। कांग्रेस के ढकोसलापत्र उनके मेनिफेस्टो में मिडिल क्लास का जिक्र तक नहीं किया गया है। वो ये मान चुकी है कि मिडिल क्लास कांग्रेस का करेक्टर पहचान चुका है। भाइयो-बहनो, केरल के विकास में प्रवासी भारतीयों का बहुत बड़ा योगदान रहा है, हमारी सरकार ने प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा और सम्मान के लिए बड़े कदम उठाए हैं। साथियो, आपको इस बार हिसां, अपमान और अवसरवाद को हराना है, केरल के उज्जवल भविष्य के लिए, केरल में शांति का वातावरण मजबूत करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को जिताइए कमल के निशान पर बटन दबाइए।

भाइयो-बहनो, आज-कल कांग्रेस और कम्यूनिस्टों को और उनके महामिलावटी साथियों को भारतीय सेना का मजाक उड़ाने की आदत हो गई है और जब भारत की सेना पाकिस्तान में घुस कर के आतंकवादियों का हिसाब चुकता करती है। सर्जिकल स्ट्राइक करती है, एयर स्ट्राइक करती है, पाकिस्तान में घर में घुसकर मारती है तो ये कम्यूनिस्ट, ये कांग्रेस के महामिलावटी लोग हिंदुस्तान की सेना को भला-बुरा कहने में तुले हुए हैं। भाइयो-बहनो, देश की सेना, उसका सम्मान देश की सुरक्षा से सीधा-सीधा जुड़ा हुआ है लेकिन कांग्रेस को, जो अब तक सरकार में भागीदार रहे हैं उनके लिए देश की सेना और सुरक्षा और डिफेंस मंत्रालय सिर्फ एटीएम बन कर रह गया है, उसमें से रुपए मारना यही उनका काम रहा है। मजबूत भारत ही सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों को सपनों को पूरा कर सकता है। मजबूत भारत बनाने के लिए मजबूत सरकार होना जरूरी है और मजबूत सरकार में एक चौकीदार प्रधानमंत्री का ताकत का बहुत बड़ा महत्व रहता है। आपका एक-एक वोट चौकीदार को मजबूत करेगा, देश में एक मजबूत सरकार बनाएगा। एनडीए और कमल को दिया हुआ आपका वोट वो सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। इतनी बड़ी तादाद में आप हमें आशीर्वाद देने के लिए आए इसके लिए मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय। वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, बहुत-बहुत धन्यवाद।

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“Sugamya Bharat Abhiyaan a Game Changer; Karnataka Congress Rolling Back Dignity and Rights,” Says BJP Minister on Disability Budget Slash
December 03, 2024

On the occasion of the Sugamya Bharat Abhiyan’s anniversary, Dr. Virendra Kumar; Union Minister of Social Justice and Empowerment of India, spotlighted the central government’s unfaltering dedication to building an inclusive and accessible society for all. Reflecting on the progress achieved under Prime Minister Narendra Modi's visionary leadership, Dr. Kumar emphasized the transformative impact of the initiative, marking another significant milestone in India's journey toward true inclusivity.

Dr. Virendra Kumar emphasized the remarkable strides achieved in creating a barrier-free and inclusive India. He spotlighted the flagship initiative promoting universal accessibility in public spaces, transportation, and digital platforms. “The Sugamya Bharat Abhiyan has been a game-changer in promoting universal accessibility in public spaces, transportation, and digital platforms. This initiative reflects the PM Modi government’s belief that true progress can only be achieved when every citizen, regardless of physical ability, is empowered to reach their full potential,” he remarked.

Dr. Kumar highlighted the transformative initiatives under Prime Minister Narendra Modi’s leadership, emphasizing their profound impact on empowering differently-abled individuals. He noted how PM Modi redefined societal attitudes by encouraging the use of the term Divyang(divine-abled) instead of Viklang(disabled), promoting a more socially inclusive, respectful and dignified life for them. He also underscored the landmark Rights of Persons with Disabilities Act 2016, which expanded the definition of disability from 7 to 21 categories, ensuring equal opportunities in education, employment, and social participation. Dr. Kumar commended the government's initiatives to support differently-abled individuals in various fields. He highlighted the remarkable accomplishments of India's para-athletes, who earned 19 medals at the Tokyo 2020 Paralympics and an impressive 29 medals at the Paris 2024 Paralympics. These successes, he said, reflect the inclusive policies and solid support provided by the Modi government.

Turning his attention to recent developments in Karnataka, Dr. Kumar expressed grave concern over the government’s alarming decision to slash funding for differently-abled individuals by an unprecedented 80%. He emphasized that on one hand, while the central government is making all possible efforts to empower the Divyang community, Congress on the other, is once again showing its true colors by disregarding their needs and undermining their dignity.

“Congress has hit a new low, stooping to strip Divyangjans of their dignity and rights, all in the name of cheap vote-bank politics. They prioritize freebies over fundamental human respect,” he said.

Dr. Virendra Kumar stated, “The decision to reduce the budget for differently-abled individuals from ₹53 crore to a paltry ₹10 crore in the year 2024-25 is nothing short of a betrayal which is detrimental to the progress and empowerment of this vital section of society. At a time when the central government is accelerating efforts to build a barrier-free and inclusive India, such a move undermines these collective achievements.”

He added, “Karnataka is home to over 1.3 million differently-abled individuals. Reducing their allocated resources will severely impact their access to education, employment, and essential support services, putting their futures at stake.”

Dr. Kumar highlighted that the budget cut reflects a blatant disregard for marginalized communities, calling it a striking example of indifference. He emphasized Congress's long-standing pattern of prioritizing political interests over public welfare, describing this decision as a new low. The reduction, he stated, directly jeopardizes the lives of thousands of differently-abled individuals who depend on this funding for access to education, employment opportunities, and vital support services.

Dr. Kumar concluded by stating, “As we celebrate the 9th anniversary of the Sugamya Bharat Abhiyan, I urge all state governments to align with the central government’s vision of accessibility and inclusivity. I specifically call on the Karnataka government to reconsider its decision and restore funding to support differently-abled individuals. Only then can we build a truly accessible and inclusive India.”