

भारत माता की... जय
भारत माता की... जय
भारत माता की... जय
मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेतागण, हमारे सांसदगण, इस चुनाव में हमारे सभी उम्मीदवारगण और विशाल संख्या में पधारे हुए मेरे प्यारे भाइयो और बहनो, मैं हेलीकॉप्टर से देख रहा था, शायद कोई कैमरा भी इसको कवर नहीं कर सकता इतनी भीड़ मैं देख रहा था।
छत्तीसगढ़ में मैंने पहले भी सभाएं की है और छत्तीसगढ़ के संगठन का काम देखता था, इसीलिए हर इलाके में मुझे जाने का अवसर मिला है, लेकिन आज जो मैं दृश्य देख रहा हूं ऐसा दृश्य मुझे पहले कभी देखने को नहीं मिला था। आप इतनी बड़ी तादाद में हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए, मैं हृदय से आपका आभार व्यक्त करता हूं। नए भारत के निर्माण के लिए आपका नया आदेश। नया आशीर्वाद लेने के लिए छत्तीसगढ़ के भाई बहनों के बीच में आया हूं। मैं सबसे पहले नवरात्रि के प्रारंभ में ही जब यहां आया हूं तब न सिर्फ यहां आए हुए लोगों का, पूरे छत्तीसगढ़ का और यहां से पूरे हिंदुस्तान के मतदाताओं का, नागरिकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं। मैं आपका आभार व्यक्त करने आया हूं , क्योंकि 2014 में आपके आशीर्वाद से प्रधान सेवक के रूप में मुझे सेवा करने का अवसर मिला और गत 5 वर्ष में आपके मजबूत साथ ने ही मुझे एक बहुत बड़ी शक्ति दी है। इसी का परिणाम है की जिसको 5 वर्ष पहले नामुमकिन माना जाता था वो आज मुमकिन हो पाया है।
साथियो, आज लोकसभा चुनाव के समय देश के मन में एक तस्वीर स्पष्ट हैं। ये तस्वीर है नीयत की, ये तस्वीर है नीति की। कांग्रेस चुनाव लड़ रही है अपने दल को जिताने के लिए, हम चुनाव लड़ रहे हैं देश को जिताने के लिए। कांग्रेस के और उनके साथी चुनाव लड़ रहे हैं जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने के लिए, हम चुनाव लड़ रहे हैं एक-एक पाई का सही इस्तेमाल करने के लिए। कांग्रेस और उसके साथी चुनाव लड़ रहे हैं आतंकियों को, अलगाववादियों को खुली छूट देने के लिए, हम चुनाव लड़ रहे हैं आतंकियों को, अलगाववादियों को उनके किए पापों की सजा देने के लिए। कांग्रेस और उसके साथी चुनाव लड़ रहे हैं देश की सेना को कमजोर करने के लिए, हम चुनाव लड़ रहे हैं देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने के लिए। कांग्रेस और उसके साथी चुनाव लड़ रहे हैं मजबूर सरकार बनाने के लिए ,हम चुनाव लड़ रहे हैं मजबूत सरकार बनाने के लिए।
भाइयो-बहनो बीते पांच वर्षों में आपने देखा है कि मजबूत सरकार का मतलब क्या होता है। जब सरकार मजबूत होती है तो, आतंकी हमलों के बाद देश चुप नहीं बैठता है, घर में घुस कर मारता है। आप मुझे बताइए जब भारत ने आतंक के सरपरस्तों को सजा दी तो छत्तीसगढ़ के मेरे प्यारे भाइयो बहनो, आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ? आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ? आपका सीना चौड़ा हुआ कि नहीं हुआ? आपका माथा ऊंचा हुआ कि नहीं हुआ? सहज रूप से मन को आनंद आया कि नहीं आया? आप यही चाहते थे ना ? मैंने सही किया ना? सरकार से सामान्य मानवी की यही अपेक्षा होती है ना, या लोग आए, मारे,चले जाए, ऐसा चाहते हैं क्या? कोई ऐसा चाहेगा क्या ?
भाइयो-बहनो, जब मजबूत सरकार होती हैं तो सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक भी होती है। जब मजबूत सरकार होती हैं, दुनिया भी हमारी बात सुनती हैं और जब मजबूर सरकार होती हैं तो दुनिया भी अपना रौब झाड़ती है हमारे ऊपर। आज आपको डगर-डगर, एक-एक दिन यह अनुभव होता है की नहीं होता हैं? दिल्ली में सच्चे अर्थ में मजबूत सरकार है। क्या हमारे कदमों के कारण आपको मजबूत लगती है कि नहीं लगती हैं? जब मजबूत सरकार होती हैं तो, देशहित में बड़े फैसले लिए जाते हैं और जब मजबूर सरकार होती हैं तो कुछ लोगों के स्वार्थ करने के लिए फैसले होते रहते हैं।
छत्तीसगढ़ के मेरे साथियो, अब निर्णय की घड़ी आ चुकी है, आप इतनी ताकत से बताइए ताकि छत्तीसगढ़ की धरती से पूरे देश को संदेश चला जाए। आपको मजबूत सरकार चाहिए या आपको मजबूर सरकार चाहिए ? पूरी ताकत से सब के सब बताएं, पीछे वाले भी बताएं कैसी सरकार चाहिए? कैसी सरकार चाहिए? अरे! दोनों मुट्ठी बंद कर के पूरी ताकत से बताइए कैसी सरकार चाहिए?
ये छत्तीसगढ़ बोल रहा है, पूरा हिंदुस्तान सुन रहा है और आपकी आवाज, ये आपका जो उत्साह, दिल्ली में बैठे हुए इनके आकाओं को आज नींद नहीं आने देगा। उनको लगेगा अगर छत्तीसगढ़ का ये मिजाज हैं तो फिर तो उनके लिए बचने की कोई जगह ही नहीं रही। भाइयो-बहनो, आपको चौकीदार की सरकार चाहिए या भ्रष्टाचारियों की बारात चाहिए? भाइयो और बहनो, आज कांग्रेस के खिलाफ देश में आक्रोश का एक मजबूत भाव देखने को मिल रहा हैं। इसका कारण भी उनकी नीयत है। भारतीय जनता पार्टी के शासन ने छत्तीसगढ़ से नक्सली और माओवादी हिंसा को खत्म करने का एक सफल प्रयास किया है। छत्तीसगढ़ के और देश के लाखों सपूत बंदूक और बम की बर्बादी से छत्तीसगढ़ को बाहर निकालने में जुटे हैं। कुछ दिन पहले ही कांकेर में हमारे जवान शहीद हुए हैं, लेकिन कांग्रेस को इस बलिदान की परवाह नहीं है। कांग्रेस ने अपने ढकोसला पत्र में कहा है की जो सीमा पर आतंकियों से निपट रहे है, जो नक्सलियों से मुकाबला कर रहे हैं, जो इन्फिल्ट्रेटर से मुकाबला कर रहे हैं। ऐसे जवानों को जो एक विशेष कवच मिला हुआ हैं जिसके कारण वे निश्चिंत हो कर देश की सेवा और सामान्य मानवी की रक्षा कर रहे हैं। कांग्रेस ने अपने ढकोसला पत्र में 3 दिन पहले उसको हटाने का फैसला सुनाया है। उन्होंने कहा है की देश की जनता हमें मौका देगी तो हम ये सारे कानून हटा देंगे। आपको मंजूर है क्या? मैं आपसे जानना चाहता हूं, ये जवानों का जो रक्षा कवच हैं ये हटना चाहिए क्या? ये हट जायेगा तो हमारे लिए काम कर पायेगा क्या? वो हमारे लिए मरने के लिए तैयार होगा क्या?
भाइयो-बहनो, क्या हो गया है इन लोगों को? मैं जरा कांग्रेस वालों को कहता हूं ये सेना के जवानों को ये सुरक्षा बल के जवानों को तुम निहत्थे बना रहे हो। अरे,जरा एक बार खुद तो ये सारी सिक्योरिटी के कवर से बाहर निकल के दिखाओ जरा। भाइयो-बहनो, देशद्रोहियों की मदद होनी चाहिए या राष्ट्रीय रक्षा करने वालों की मदद होनी चाहिए?
साथियो, कांग्रेस की यही सोच हैं जिसके कारण देश के अंदर एक गुस्सा है और मैं देख रहा हूं ये छत्तीसगढ़ में इतनी बड़ी जनसैलाब ये सिर्फ मोदी को प्यार करती है। इतना ही नहीं देश को बर्बाद करने वालों के प्रति गुस्सा दिखाने के लिए भी आई है।
मैं भली-भांति आपका गुस्सा समझ हूं देश का और छत्तीसगढ़ का यही मूड है। जिसके कारण कांग्रेस में भगदड़ मची हैं। मैं अभी-अभी ओडिशा से आया हूं। वहां कांग्रेस के नेता ऐसे भाग रहे है, ऐसे भाग रहे है जगह ढूंढ रहे हैं, अलग-अलग दलों में, तेलंगाना में कांग्रेस के सभी नेता पलायन कर रहे हैं वहां ताला लगने वाला हैं। और तो और, नामदार ने अपनी जिस सीट को वसीयत का हिस्सा मान लिया था, वहां से भी पलायन करने की नौबत आ गई है। आप कल्पना कर सकते हैं कितनी निराशा होगी, अभी तो चुनाव का रंग जम रहा है। उसके पहले ही वो मैदान छोड़ कर के भाग रहे हैं। जब कांग्रेस के नामदार को देश के सबसे सुरक्षित सीट की तलाश करने की नौबत आ गई, तो स्थिति समझना मुश्किल है क्या?
भाइयो और बहनो, ये स्थिति इसलिए आई क्योंकि कांग्रेस की नीयत में खोट है और इसलिए दलालों और बिचौलियों का एक पूरा संसार एक पूरा मायाजाल इन्होंने विकसित किया हुआ हैं। नीयत में खोट है, इस के कारण हेलिकॉप्टर की खरीदारी में भी दलाली खाने से बाज नहीं आए। नीयत में खोट हैं, इसलिए कांग्रेस का नामदार परिवार आज जमानत पर बाहर है, जमानत पर। 5 साल पहले किसी ने सोचा था की अपने शेर बनते हुए घूमते हुए, रिमोट से सरकार चलाने वाले आज जमानत पर घूम रहे हैं। किसी ने सोचा था नीयत में खोट है, इसलिए किसानों से कर्जमाफी का झूठा वायदा किया गया।
मेरे साथियो, बताइए क्या छत्तीसगढ़ में सारे किसानों की कर्जमाफी हो गयी है क्या, कर्ज माफी हुई है क्या? क्या कांग्रेस ने यहां के नौजवानों से किया अपना वादों पूरा कर दिया क्या? हर चुनाव में कांग्रेस ऐसे ही झूठे वायदों का ढकोसलापत्र निकालकर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास करती है। यही दशकों से उसकी राजनीति का तरीका है। यहां छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव में भी कांग्रेस ने यही किया। कांग्रेस की नीयत गरीब का भला करने की नहीं है, किसान का भला करने की नहीं है, गरीब के नाम की योजनाओं से अपनी तिजोरी भरना, यही एकमात्र उनका एजेंडा है। कांग्रेस की नीयत में खोट हैं इसीलिए छत्तीसगढ़ के आदिवासियों से धोखा किया है, इतना ही नहीं अब तो कांग्रेस आपको मिल रही सरकारी सहायता, आपके बैंक में आ रहे सब्सिडी के पैसों से भी बंद करने की तैयारी में जुटी है। ऐसे लोगों को हाथ में देश सलामत रह सकता हैं? भाइयो-बहनो, इनकी नीयत क्या हैं इसका एक और उदाहरण मैं आपको देता हूं। आप मुझे बताइए, गरीब की सबसे बड़ी दुश्मन बीमारी है या नहीं है? बीमारी है की नहीं है, बीमारी का इलाज मिलेगा, बीमारी पर होने वाला इलाज का खर्च कम होगा तो गरीबी कम होगी की नहीं होगी? आपके इस चौकीदार ने छत्तीसगढ़ के लगभग 2 करोड़ गरीबों को बीमारी से बचने के लिए हर वर्ष 5 लाख रूपए तक के मुफ्त इलाज का इंतजाम किया है। दिसंबर के पहले तक, छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य था जहां इस योजना से सबसे अधिक सवा तीन लाख गरीब आदिवासी, दलित, वंचित, पिछले वर्ग के मरीजों ने इलाज पाया। चुनाव के दौरान सैकड़ों लोग अलग-अलग अस्पताल में भर्ती भी थे लेकिन तभी कांग्रेस की सरकार आई और इस योजना से अपने हाथ खींच लिए। इसका कारण जानते हैं आप, कारण ये है की आयुष्मान भारत योजना मोदी ने शुरू की थी।
अरे! मोदी ने शुरू की तो गरीबों की जान क्यों लेते हो? मैं पूछना चाहता हूं कांग्रेस के पास भी तो 6 दशक तक देश का शासन था, तो उसने क्यों नहीं किया ये योजना लागू। साथियो, बीमारी में तो दुश्मन भी साथ देता है लेकिन कांग्रेस ने उन लोगों के इलाज को भी छीन लिया जिन्होंने उसे वोट दिया था। अभी अभी वोट दिया था अगर उनका धोखा कर सकते है तो आपके साथ क्या नहीं कर सकते हैं ये लोग।
साथियो, कांग्रेस ने सिर्फ गरीबों के साथ ऐसा नहीं किया बल्कि किसानों के साथ भी यही किया। खुद इन्होनें जो कर्ज माफी का वादा किया था, वो तो पूरा नहीं हुआ, मुख्यमंत्री बदलने की बात कही थी, वो भी नहीं बदला। आपके इस चौकीदार ने पीएम किसान योजना के तहत देश के करीब 12 करोड़ और छत्तीसगढ़ के करीब 35 लाख किसान परिवारों को सीधे बैंक खाते में 75 हजार करोड़ रुपए जमा कराने की योजना शुरू की। लेकिन आपके बैंक खाते में सीधे पैसे आ रहे हैं, इसलिए कांग्रेस को अब इससे भी दिक्कत है। इसमें भी कांग्रेस सरकार आधे-अधूरे मन से काम कर रही है। यहां की सरकार ने अभी तक आधी-अधूरी किसानों की सूची दी है, जिसके कारण बहुत कम परिवारों को ये पहली किश्त छत्तीसगढ़ में मिल पाई हैं पूरे देश में ऐसा नहीं हैं। क्योंकि उनको डर लगता हैं। अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से पैसे पहुंच गए तो इनकी चलेगी नहीं, इनके बिचौलियों का क्या होगा? हम भी डी.बी.टी के पक्षकार हैं, वो भी डी.बी.टी के पक्षकार हैं। हमारा डी.बी.टी का मतलब हैं डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर, उनका डी.बी.टी का मतलब हैं डायरेक्ट बिचौलिया ट्रांसफर। उनको बिचौलियों के जेब में पैसा भेजना है मुझे हकदार की जेब में पैसा पहुंचना है।
साथियो, देशभर में 3 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को पहली किश्त पहुंच चुकी है लेकिन छत्तीसगढ़ के लाखों किसान इंतजार कर रहे हैं। इसकी गुनहगार यहां की ये नई-नवेली कांग्रेस सरकार है।
भाइयो और बहनो, होना तो ये चाहिए था कि यहां की सरकार आदिवासियों को केंद्र सरकार की योजनाओं से फायदा पहुंचाती और उनको बल देने के लिए काम करती। रमन सिंह जी ने जो काम शुरु किया था उसको विस्तार देती लेकिन यहां की सरकार ने तो आते ही ट्रांसफर-पोस्टिंग का उद्योग शुरू कर दिया हैं। तुम्हे इधर बैठाएंगे इतना लाओ उधर बैठाएंगे उतना लाओ, उसको यहां फेंको उसको वहां फेंको, नीचे वालों को बोल दिया लूटो-लूटो जो लूटना हैं लूटो। भाजपा कार्यकर्ताओं पर भी हमले हो रहे हैं।
साथियो, छत्तीसगढ़ में डेढ़ दशक से भूंखी कांग्रेस सत्ता में आई हैं। आप सभी लोग संभलकर रहिएगा, सतर्क रहिएगा, विधान सभा के चुनाव के समय कांग्रेस झूठ का जाल बिछाने में सफल हुई थी। इस बार लोकसभा के चुनाव हैं, देश के चुनाव हैं बीजेपी उम्मीदवारों को दिया आपका हर एक वोट मुझे मजबूत करेगा केंद्र में भाजपा की सरकार बनवाएगा। आप जब पोलिंग बूथ में जाएंगे कमल के निशान पर बटन दबाएंगे, आपका कमल का वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आप चाहते हैं की हिंदुस्तान मजबूत हो, आप चाहते हैं हिंदुस्तान मजबूत हो? आप चाहते हैं की भारत मजबूत हो, आप चाहते हैं की भारत की सरकार मजबूत हो? आप चाहते हैं देश बड़े और कड़े फैसले ले, आप चाहते हैं देश तेज गति से आगे बढ़े? आप चाहते हैं देश भ्रष्टाचार के खिलाफ सफल लड़ाई लड़े?
अगर ये काम करना है तो कौन कर सकता है, कौन कर सकता है? देश को मुसीबतों से कौन बचा सकता है, देश को आतंकवादियों से कौन बचा सकता है? देश को प्रगति की दिशा में कौन ले जा सकता हैं? मोदी नहीं, आपका एक वोट ले जा सकता हैं। आपके वोट की ताकत हैं और इसीलिए आपका वोट मोदी को पहुंचे इतना कर लीजिए। बाकि 5 साल फिर मेरा हिसाब मांग लेना मैं फिर आ कर के हिसाब दूंगा।
भाईयो-बहनो, इनको भाषा की मर्यादा नहीं रही है, अनाप-शनाप बोल रहे हैं। वो नामदार हैं हम कामदार हैं और हम कामदारों को तो सुनना पड़ता है भाई। मैं बोलूंगा आप मुझे भरी-पूरी ताकत से जवाब दीजिए, देंगे..?
मैं कहूंगा मैं भी, आप बोलिए चौकीदार।
मैं भी...चौकीदार, मैं भी...चौकीदार, गांव-गांव है चौकीदार, गांव-गांव है चौकीदार, शहर-शहर है चौकीदार, बच्चा-बच्चा चौकीदार, हर नौजवान चौकीदार, सीमा पर खड़ा चौकीदार, खेत में खड़ा चौकीदार, व्यापारी चौकीदार, डॉक्टर चौकीदार, इंजीनियर चौकीदार, हर कोई चौकीदार, सवा सौ करोड़ देशवासी चौकीदार।
आइए हम सब चौकीदार बन कर के देश को लूटने वालों को सबक सिखाएं, इसी अपेक्षा के साथ मेरे साथ बोलिए।
भारत माता की....जय
भारत माता की....जय
बहुत-बहुत धन्यवाद।