भारतीय जनता पार्टी के शासन ने छत्तीसगढ़ से नक्सली-माओवादी हिंसा को खत्म करने का एक सफल प्रयास किया है: प्रधानमंत्री मोदी
छत्तीसगढ़ के और देश के लाखों सपूत बंदूक और बम की बर्बादी से छत्तीसगढ़ को बाहर निकालने में जुटे हैं: पीएम मोदी
नीयत में खोट है, इसलिए दलालों और बिचौलियों का एक पूरा संसार इन्होंने विकसित किया, नीयत में खोट है, इसलिए हेलिकॉप्टर की खरीदारी में भी दलाली खाने से बाज़ नहीं आए: प्रधानमंत्री

भारत माता की... जय

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मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेतागण, हमारे सांसदगण, इस चुनाव में हमारे सभी उम्मीदवारगण और विशाल संख्या में पधारे हुए मेरे प्यारे भाइयो और बहनो, मैं हेलीकॉप्टर से देख रहा था, शायद कोई कैमरा भी इसको कवर नहीं कर सकता इतनी भीड़ मैं देख रहा था।   

छत्तीसगढ़ में मैंने पहले भी सभाएं की है और छत्तीसगढ़ के संगठन का काम देखता था, इसीलिए हर इलाके में मुझे जाने का अवसर मिला है, लेकिन आज जो मैं दृश्य देख रहा हूं ऐसा दृश्य मुझे पहले कभी देखने को नहीं मिला था। आप इतनी बड़ी तादाद में हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए, मैं हृदय से आपका आभार व्यक्त करता हूं। नए भारत के निर्माण के लिए आपका नया आदेश।  नया आशीर्वाद लेने के लिए छत्तीसगढ़ के भाई बहनों के बीच में आया हूं। मैं सबसे पहले नवरात्रि के प्रारंभ में ही जब यहां आया हूं तब न सिर्फ यहां आए हुए लोगों का, पूरे छत्तीसगढ़ का और यहां से पूरे हिंदुस्तान के मतदाताओं का, नागरिकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं। मैं आपका आभार व्यक्त करने आया हूं , क्योंकि 2014 में आपके आशीर्वाद से प्रधान सेवक के रूप में मुझे सेवा करने का अवसर मिला और गत 5 वर्ष में आपके मजबूत साथ ने ही मुझे एक बहुत बड़ी शक्ति दी है। इसी का परिणाम है की जिसको 5 वर्ष पहले नामुमकिन माना जाता था वो आज मुमकिन हो पाया है।

साथियो, आज लोकसभा चुनाव के समय देश के मन में एक तस्वीर स्पष्ट हैं। ये तस्वीर है नीयत की, ये तस्वीर है नीति की। कांग्रेस चुनाव लड़ रही है अपने दल को जिताने के लिए, हम चुनाव लड़ रहे हैं देश को जिताने के लिए। कांग्रेस के और उनके साथी चुनाव लड़ रहे हैं जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने के लिए, हम चुनाव लड़ रहे हैं एक-एक पाई का सही इस्तेमाल करने के लिए। कांग्रेस और उसके साथी चुनाव लड़ रहे हैं आतंकियों को, अलगाववादियों को खुली छूट देने के लिए, हम चुनाव लड़ रहे हैं आतंकियों को, अलगाववादियों को उनके किए पापों  की सजा देने के लिए। कांग्रेस और उसके साथी चुनाव लड़ रहे हैं देश की सेना को कमजोर करने के लिए, हम चुनाव लड़ रहे हैं देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने के लिए। कांग्रेस और उसके साथी चुनाव लड़ रहे हैं मजबूर सरकार बनाने के लिए ,हम चुनाव लड़ रहे हैं मजबूत सरकार बनाने के लिए।

भाइयो-बहनो बीते पांच वर्षों में आपने देखा है कि मजबूत सरकार का मतलब क्या होता है। जब सरकार मजबूत होती है तो, आतंकी हमलों के बाद देश चुप नहीं बैठता है, घर में घुस कर मारता है। आप मुझे बताइए जब भारत ने आतंक के सरपरस्तों को सजा दी तो छत्तीसगढ़ के मेरे प्यारे भाइयो बहनो, आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ? आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ? आपका सीना चौड़ा हुआ कि नहीं हुआ? आपका माथा ऊंचा हुआ कि नहीं हुआ?  सहज रूप से मन को आनंद आया कि नहीं आया? आप यही चाहते थे ना ? मैंने सही किया ना? सरकार से सामान्य मानवी की यही अपेक्षा होती है ना, या लोग आए, मारे,चले जाए, ऐसा चाहते हैं क्या? कोई ऐसा चाहेगा क्या ?

भाइयो-बहनो, जब मजबूत सरकार होती हैं तो सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक भी होती है। जब मजबूत सरकार होती हैं, दुनिया भी हमारी बात सुनती हैं और जब मजबूर सरकार होती हैं तो दुनिया भी अपना रौब झाड़ती है हमारे ऊपर। आज आपको डगर-डगर, एक-एक दिन यह अनुभव होता  है की नहीं होता हैं? दिल्ली में सच्चे अर्थ में मजबूत सरकार है। क्या हमारे कदमों के कारण आपको मजबूत लगती है कि नहीं लगती हैं?  जब मजबूत सरकार होती हैं तो, देशहित में बड़े फैसले लिए जाते हैं और जब मजबूर सरकार होती हैं तो कुछ लोगों के स्वार्थ करने के लिए फैसले होते रहते हैं।

छत्तीसगढ़ के मेरे साथियो, अब निर्णय की घड़ी आ चुकी है, आप इतनी ताकत से बताइए ताकि छत्तीसगढ़ की धरती से पूरे देश को संदेश चला जाए। आपको मजबूत सरकार चाहिए या आपको मजबूर सरकार चाहिए ?  पूरी ताकत से सब के सब बताएं, पीछे वाले भी बताएं कैसी सरकार चाहिए?  कैसी सरकार चाहिए? अरे! दोनों मुट्ठी बंद कर के पूरी ताकत से बताइए कैसी सरकार चाहिए?

ये छत्तीसगढ़ बोल रहा है, पूरा हिंदुस्तान सुन रहा है और आपकी आवाज, ये आपका जो उत्साह, दिल्ली में बैठे हुए इनके आकाओं को आज नींद नहीं आने देगा। उनको लगेगा अगर छत्तीसगढ़ का ये मिजाज हैं तो फिर तो उनके लिए बचने की कोई जगह ही नहीं रही। भाइयो-बहनो, आपको चौकीदार की सरकार चाहिए या भ्रष्टाचारियों की बारात चाहिए? भाइयो और बहनो, आज कांग्रेस के खिलाफ देश में आक्रोश का एक मजबूत भाव देखने को मिल रहा हैं। इसका कारण भी उनकी नीयत है। भारतीय जनता पार्टी के शासन ने छत्तीसगढ़ से नक्सली और माओवादी हिंसा को खत्म करने का एक सफल प्रयास किया है। छत्तीसगढ़ के और देश के लाखों सपूत बंदूक और बम की बर्बादी से छत्तीसगढ़ को बाहर निकालने में जुटे हैं। कुछ दिन पहले ही कांकेर में हमारे जवान शहीद हुए हैं, लेकिन कांग्रेस को इस बलिदान की परवाह नहीं है। कांग्रेस ने अपने ढकोसला पत्र में कहा है की जो सीमा पर आतंकियों से निपट रहे है, जो नक्सलियों से मुकाबला कर रहे हैं, जो इन्फिल्ट्रेटर से मुकाबला कर रहे हैं। ऐसे जवानों को जो एक विशेष कवच मिला हुआ हैं जिसके कारण वे निश्चिंत हो कर देश की सेवा और सामान्य मानवी की रक्षा कर रहे हैं। कांग्रेस ने अपने ढकोसला पत्र में 3 दिन पहले उसको हटाने का फैसला सुनाया है। उन्होंने कहा है की देश की जनता हमें मौका देगी तो हम ये सारे कानून हटा देंगे। आपको मंजूर है क्या? मैं आपसे जानना चाहता हूं, ये जवानों का जो रक्षा कवच हैं ये हटना चाहिए क्या?  ये हट जायेगा तो हमारे लिए काम कर पायेगा क्या? वो हमारे लिए मरने के लिए तैयार होगा क्या?  

भाइयो-बहनो, क्या हो गया है इन लोगों को?  मैं  जरा कांग्रेस वालों को कहता हूं ये सेना के जवानों को ये सुरक्षा बल के जवानों को तुम निहत्थे बना रहे हो। अरे,जरा एक बार खुद तो ये सारी सिक्योरिटी के कवर से बाहर निकल के दिखाओ जरा। भाइयो-बहनो, देशद्रोहियों की मदद होनी चाहिए या राष्ट्रीय रक्षा करने वालों की मदद होनी चाहिए

साथियो, कांग्रेस की यही सोच हैं जिसके कारण देश के अंदर एक गुस्सा है और मैं देख रहा हूं ये छत्तीसगढ़ में इतनी बड़ी जनसैलाब ये सिर्फ मोदी को प्यार करती है। इतना ही नहीं देश को बर्बाद करने वालों के प्रति गुस्सा दिखाने के लिए भी आई है। 

मैं भली-भांति आपका गुस्सा समझ हूं देश का और छत्तीसगढ़ का यही मूड है। जिसके कारण कांग्रेस में भगदड़ मची हैं। मैं अभी-अभी ओडिशा से आया हूं। वहां कांग्रेस के नेता ऐसे भाग रहे है, ऐसे भाग रहे है जगह ढूंढ रहे हैं, अलग-अलग दलों में, तेलंगाना में कांग्रेस के सभी नेता पलायन कर रहे हैं वहां ताला लगने वाला हैं। और तो और, नामदार ने अपनी जिस सीट को वसीयत का हिस्सा मान लिया था, वहां से भी पलायन करने की नौबत आ गई है। आप कल्पना कर सकते हैं कितनी निराशा होगी, अभी तो चुनाव का रंग जम रहा है। उसके पहले ही वो मैदान छोड़ कर के भाग रहे हैं। जब कांग्रेस के नामदार को देश के सबसे सुरक्षित सीट की तलाश करने की नौबत आ गई, तो स्थिति समझना मुश्किल है क्या?

भाइयो और बहनो, ये स्थिति इसलिए आई क्योंकि कांग्रेस की नीयत में खोट है और इसलिए दलालों और बिचौलियों का एक पूरा संसार एक पूरा मायाजाल इन्होंने विकसित किया हुआ हैं। नीयत में खोट है, इस के कारण हेलिकॉप्टर की खरीदारी में भी दलाली खाने से बाज नहीं आएनीयत में खोट हैं, इसलिए कांग्रेस का नामदार परिवार आज जमानत पर बाहर है, जमानत पर। 5 साल पहले किसी ने सोचा था की अपने शेर बनते हुए घूमते हुए, रिमोट से सरकार चलाने वाले आज जमानत पर घूम रहे हैं। किसी ने सोचा था नीयत में खोट है,  इसलिए किसानों से कर्जमाफी का झूठा वायदा किया गया।  

मेरे साथियो, बताइए क्या छत्तीसगढ़ में सारे किसानों  की कर्जमाफी हो गयी है क्या, कर्ज माफी हुई है क्या? क्या कांग्रेस ने यहां के नौजवानों से किया अपना वादों पूरा कर दिया क्या? हर चुनाव में कांग्रेस ऐसे ही झूठे वायदों का ढकोसलापत्र निकालकर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास करती है। यही दशकों से उसकी राजनीति का तरीका है। यहां छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव में भी कांग्रेस ने यही किया। कांग्रेस की नीयत गरीब का भला करने की नहीं है, किसान का भला करने की नहीं है, गरीब के नाम की योजनाओं से अपनी तिजोरी भरना, यही एकमात्र उनका एजेंडा है। कांग्रेस की नीयत में खोट हैं इसीलिए छत्तीसगढ़ के आदिवासियों से धोखा किया है, इतना ही नहीं अब तो कांग्रेस आपको मिल रही सरकारी सहायता, आपके बैंक में आ रहे सब्सिडी के पैसों से भी बंद करने की तैयारी में जुटी है। ऐसे लोगों को हाथ में देश सलामत रह सकता हैं?  भाइयो-बहनो,  इनकी नीयत क्या हैं इसका एक और उदाहरण मैं आपको देता हूं। आप मुझे बताइए, गरीब की सबसे बड़ी दुश्मन बीमारी है या नहीं है? बीमारी है की नहीं है, बीमारी का इलाज मिलेगा, बीमारी पर होने वाला इलाज का खर्च कम होगा तो गरीबी कम होगी की नहीं होगी? आपके इस चौकीदार ने छत्तीसगढ़ के लगभग 2 करोड़ गरीबों को बीमारी से बचने के लिए हर वर्ष 5 लाख रूपए तक के मुफ्त इलाज का इंतजाम किया है।  दिसंबर के पहले तक,  छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य था जहां इस योजना से सबसे अधिक सवा तीन लाख गरीब आदिवासी, दलित, वंचित, पिछले वर्ग के मरीजों ने इलाज पायाचुनाव के दौरान सैकड़ों लोग अलग-अलग अस्पताल में भर्ती भी थे लेकिन तभी कांग्रेस की सरकार आई और इस योजना से अपने हाथ खींच लिए। इसका कारण जानते हैं आप, कारण ये है की आयुष्मान भारत योजना मोदी ने शुरू की थी।

अरे! मोदी ने शुरू की तो गरीबों की जान क्यों लेते हो? मैं पूछना चाहता हूं कांग्रेस के पास भी तो 6 दशक तक देश का शासन था, तो उसने क्यों नहीं किया ये योजना लागू। साथियो, बीमारी में तो दुश्मन भी साथ देता है लेकिन कांग्रेस ने उन लोगों के इलाज को भी छीन लिया जिन्होंने उसे वोट दिया था। अभी अभी वोट दिया था अगर उनका धोखा कर सकते है तो आपके साथ क्या नहीं कर सकते हैं ये लोग।

साथियो,  कांग्रेस ने सिर्फ गरीबों के साथ ऐसा नहीं किया बल्कि किसानों के साथ भी यही किया। खुद इन्होनें जो कर्ज माफी का वादा किया था, वो तो पूरा नहीं हुआ, मुख्यमंत्री बदलने की बात कही थी, वो भी नहीं बदला। आपके इस चौकीदार ने पीएम किसान योजना के तहत देश के करीब 12 करोड़ और छत्तीसगढ़ के करीब 35 लाख किसान परिवारों को सीधे बैंक खाते में 75 हजार करोड़ रुपए जमा कराने की योजना शुरू की। लेकिन आपके बैंक खाते में सीधे पैसे आ रहे हैं, इसलिए कांग्रेस को अब इससे भी दिक्कत है। इसमें भी कांग्रेस सरकार आधे-अधूरे मन से काम कर रही है। यहां की सरकार ने अभी तक आधी-अधूरी किसानों की सूची दी है, जिसके कारण बहुत कम परिवारों को ये पहली किश्त छत्तीसगढ़ में मिल पाई हैं पूरे देश में ऐसा नहीं हैं। क्योंकि उनको डर लगता हैं। अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से पैसे पहुंच गए तो इनकी चलेगी नहीं, इनके बिचौलियों का क्या होगा? हम भी डी.बी.टी के पक्षकार हैं, वो भी डी.बी.टी के पक्षकार हैं। हमारा डी.बी.टी का मतलब हैं डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर, उनका डी.बी.टी का मतलब हैं डायरेक्ट बिचौलिया ट्रांसफर। उनको बिचौलियों के जेब में पैसा भेजना है मुझे हकदार की जेब में पैसा पहुंचना है।

साथियो, देशभर में 3 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को पहली किश्त पहुंच चुकी है लेकिन छत्तीसगढ़ के लाखों किसान इंतजार कर रहे हैं। इसकी गुनहगार यहां की ये नई-नवेली कांग्रेस सरकार है।

भाइयो और बहनो, होना तो ये चाहिए था कि यहां की सरकार आदिवासियों को केंद्र सरकार की योजनाओं से फायदा पहुंचाती  और उनको बल देने के लिए काम करती। रमन सिंह जी ने जो काम शुरु किया था उसको विस्तार देती लेकिन यहां की सरकार ने तो आते ही ट्रांसफर-पोस्टिंग का उद्योग शुरू कर दिया हैं। तुम्हे इधर बैठाएंगे इतना लाओ उधर बैठाएंगे उतना लाओ, उसको यहां फेंको उसको वहां फेंको, नीचे वालों को बोल दिया लूटो-लूटो जो लूटना हैं लूटो। भाजपा कार्यकर्ताओं पर भी हमले हो रहे हैं।

साथियो, छत्तीसगढ़ में डेढ़ दशक से भूंखी कांग्रेस सत्ता में आई हैं। आप सभी लोग संभलकर रहिएगा, सतर्क रहिएगा, विधान सभा के चुनाव के समय कांग्रेस झूठ का जाल बिछाने में सफल हुई थी। इस बार लोकसभा के चुनाव हैं, देश के चुनाव हैं बीजेपी  उम्मीदवारों को दिया आपका हर एक वोट मुझे मजबूत करेगा केंद्र में भाजपा की सरकार बनवाएगा।  आप जब पोलिंग बूथ में जाएंगे कमल के निशान पर बटन दबाएंगे, आपका कमल का वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आप चाहते हैं की हिंदुस्तान मजबूत हो,  आप चाहते हैं हिंदुस्तान मजबूत हो?  आप चाहते हैं की भारत मजबूत हो, आप चाहते हैं की भारत की सरकार मजबूत हो?  आप चाहते हैं देश बड़े और कड़े फैसले ले, आप चाहते हैं देश तेज गति से आगे बढ़े? आप चाहते हैं देश भ्रष्टाचार के खिलाफ सफल लड़ाई लड़े?

अगर ये काम करना है तो कौन कर सकता है, कौन कर सकता है?  देश को मुसीबतों से कौन बचा सकता है, देश को आतंकवादियों से कौन बचा सकता है? देश को प्रगति की दिशा में कौन ले जा सकता हैं? मोदी नहीं, आपका एक वोट ले जा सकता हैं। आपके वोट की ताकत हैं और इसीलिए आपका वोट मोदी को पहुंचे इतना कर लीजिए। बाकि 5 साल फिर मेरा हिसाब मांग लेना मैं फिर आ कर के हिसाब दूंगा।

भाईयो-बहनो, इनको भाषा की मर्यादा नहीं रही है, अनाप-शनाप बोल रहे हैं। वो नामदार हैं हम कामदार हैं और हम कामदारों को तो सुनना पड़ता है भाई। मैं बोलूंगा आप मुझे भरी-पूरी ताकत से जवाब दीजिए, देंगे..?

मैं कहूंगा मैं भी, आप बोलिए चौकीदार।

मैं भी...चौकीदार, मैं भी...चौकीदार, गांव-गांव है चौकीदार, गांव-गांव है चौकीदार,  शहर-शहर है चौकीदार, बच्चा-बच्चा चौकीदार,  हर नौजवान चौकीदार, सीमा पर खड़ा चौकीदार, खेत में खड़ा चौकीदार, व्यापारी चौकीदार, डॉक्टर चौकीदार, इंजीनियर चौकीदार, हर कोई चौकीदार, सवा सौ करोड़ देशवासी चौकीदार।

आइए हम सब चौकीदार बन कर के देश को लूटने वालों को सबक सिखाएं, इसी अपेक्षा के साथ मेरे साथ बोलिए।

भारत माता की....जय

भारत माता की....जय

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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कैबिनेट ने दिल्ली मेट्रो के फेज V (A) प्रोजेक्ट के अंतर्गत तीन नए कॉरिडोर्स को स्वीकृति दी
December 24, 2025

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो के फेज-V (ए) परियोजना के हिस्से के रूप में तीन नए कॉरिडोर को मंजूरी दी है: 1. आर.के. आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ (9.913 किमी), 2. एरोसिटी से आई.जी.डी. एयरपोर्ट टी-1 (2.263 किमी) और 3. तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज (3.9 किमी)। यह 16.076 किलोमीटर लंबी परियोजना राष्ट्रीय राजधानी के भीतर कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगी। दिल्ली मेट्रो के फेज-V (ए) की कुल लागत 12014.91 करोड़ रुपये है, जिसे भारत सरकार, दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय वित्त पोषण एजेंसियों द्वारा वित्तपोषित किया जाएगा।

सेंट्रल विस्टा कॉरिडोर सभी कर्तव्य भवनों को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे इस क्षेत्र के कार्यालय जाने वालों और आगंतुकों को सीधे ऑफिस तक पहुंचने में आसानी होगी। इस कनेक्टिविटी से दैनिक आधार पर लगभग 60,000 कार्यालय जाने वाले कर्मचारियों और 2 लाख आगंतुकों को लाभ होगा। ये कॉरिडोर प्रदूषण और जीवाश्म ईंधन के उपयोग को और कम करेंगे, जिससे जीवन जीने की सुगमता में वृद्धि होगी।

विवरण:

आर.के. आश्रम मार्ग – इंद्रप्रस्थ सेक्शन, बॉटनिकल गार्डन - आर.के. आश्रम मार्ग कॉरिडोर का विस्तार होगा। यह सेंट्रल विस्टा क्षेत्र को मेट्रो कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिसका वर्तमान में पुनर्विकास किया जा रहा है। एयरोसिटी – आईजीडी एयरपोर्ट टर्मिनल 1 और तुगलकाबाद – कालिंदी कुंज सेक्शन, एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर का विस्तार होंगे। यह विस्तार हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी को राष्ट्रीय राजधानी के दक्षिणी हिस्सों जैसे तुगलकाबाद, साकेत, कालिंदी कुंज आदि क्षेत्रों के साथ मजबूत करेगा। इन विस्तारों में कुल 13 स्टेशन शामिल होंगे, जिनमें से 10 स्टेशन भूमिगत और 03 स्टेशन एलिवेटेड होंगे।

पूरा होने के बाद, कॉरिडोर-1 यानी आर.के. आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ (9.913 किमी) पश्चिमी, उत्तरी और पुरानी दिल्ली की सेंट्रल दिल्ली के साथ कनेक्टिविटी में सुधार करेगा। वहीं अन्य दो कॉरिडोर— एयरोसिटी से आईजीडी एयरपोर्ट टी-1 (2.263 किमी) और तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज (3.9 किमी)— दक्षिण दिल्ली को साकेत, छतरपुर आदि के माध्यम से घरेलू हवाई अड्डे टर्मिनल-1 से जोड़ेंगे, जिससे राष्ट्रीय राजधानी के भीतर कनेक्टिविटी में जबरदस्त वृद्धि होगी।

फेज-V (ए) परियोजना के ये मेट्रो विस्तार मध्य दिल्ली और घरेलू हवाई अड्डे तक दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की पहुंच बढ़ाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूती मिलेगी। मजेंटा लाइन और गोल्डन लाइन के ये विस्तार सड़कों पर भीड़भाड़ को कम करेंगे। इस प्रकार, मोटर वाहनों के कारण होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

आरके आश्रम मार्ग - इंद्रप्रस्थ सेक्शन पर जो स्टेशन बनेंगे, वे हैं: आर.के. आश्रम मार्ग, शिवाजी स्टेडियम, सेंट्रल सेक्रेटेरिएट, कर्तव्य भवन, इंडिया गेट, वॉर मेमोरियल - हाई कोर्ट, बड़ौदा हाउस, भारत मंडपम, और इंद्रप्रस्थ।

तुगलकाबाद – कालिंदी कुंज सेक्शन के स्टेशन सरिता विहार डिपो, मदनपुर खादर और कालिंदी कुंज होंगे, जबकि एयरोसिटी स्टेशन को आगे आईजीडी टी-1 स्टेशन से जोड़ा जाएगा।

फेज-IV का निर्माण कार्य, जिसमें 111 किमी लंबाई और 83 स्टेशन शामिल हैं, वर्तमान में प्रगति पर है। आज की स्थिति के अनुसार, फेज-IV के (3 प्राथमिकता वाले) कॉरिडोर का लगभग 80.43 प्रतिशत सिविल निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। फेज-IV के इन तीनों प्राथमिकता वाले कॉरिडोर के दिसंबर 2026 तक चरणों में पूरा होने की संभावना है।

आज, दिल्ली मेट्रो प्रतिदिन औसतन 65 लाख यात्रियों को सर्विस देती है। अब तक की सर्वाधिक यात्रा का रिकॉर्ड 8 अगस्त 2025 को 81.87 लाख दर्ज किया गया है। दिल्ली मेट्रो समयपालन, विश्वसनीयता और सुरक्षा जैसे एमआरटीएस के मुख्य मानकों में उत्कृष्टता का प्रतीक बनकर शहर की जीवनरेखा बन गई है।

वर्तमान में दिल्ली और एनसीआर में डीएमआरसी द्वारा लगभग 395 किमी लंबाई वाली कुल 12 मेट्रो लाइनों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें 289 स्टेशन शामिल हैं। आज, दिल्ली मेट्रो भारत का सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है और दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्कों में से भी एक है।