Elect a Government That Is Concerned About Security of People in Punjab: PM Modi

Published By : Admin | January 29, 2017 | 13:38 IST
Punjab needs a Government that was committed to welfare of its people and had the vision of development: PM
Shri Parkash Singh Badal is a tall leader who only thinks about developing Punjab: PM
PM: Congress leaders labelled youth of Punjab as terrorists. How can that be accepted?
There can be political differences in thinking but protecting democratic values must be at the core: PM
Centre wants overall development of farmers and is undertaking several measures for their welfare: PM

मंच पर विराजमान पंजाब के  मुख्यमंत्री आदरणीय सरदार प्रकाश सिंह जी बादल, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमान विजय सांपला जी, उप-मुख्यमंत्री सरदार सुखबीर सिंह जी,  केंद्र में मंत्री परिषद की मेरी साथी हरसिमरत जी,  जत्थेदार तोता सिंह जी,  श्री अविनाश राय खन्ना जी, श्रीमान मंतर सिंह बरार जी, श्रीमान स्वरूप सिंह सिंगला जी, श्रीमान एच.आर कलेर जी, श्रीमान तीरथ जी महाला जी, परमभव श्री बंटी रूबाना जी, पूर्व सांसद बीबी गुरुचरण कौर जी, फरीदकोट भाजपा के अध्यक्ष श्रीमति सुनीता जी, मोगा से उम्मीदवार सरदार बरजिंदर सिंह जी, सरदार कंवरजीत सिंह जी, सरदार चरणजीत सिंह जी, सरदार सूबा सिंह जी और विशाल संख्या में पधारे हुए पंजाब के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों

चार तारीख को आप सब पंजाब के भाग्य का फैसला करने वाले हैं, लेकिन मेरे पंजाब के भाइयों-बहनों जब आप पंजाब में सरकार चुनते हैं तब सिर्फ पंजाब के लोगों के भाग्य के लिए नहीं चुनते, पंजाब में जब सरकार चुनी जाती है, तो उसके साथ हिन्दुस्तान का भी भाग्य जुड़ा हुआ होता है। ये सरहदी राज्य है। पाकिस्तान पंजाब की धरती का उपयोग हिन्दुस्तान को तबाह करने के लिए, मौके की तलाश में रहता है, और अगर यहां सरकार ढीली-ढाली आ जाए, सरकार बाहरी लोगों की आ जाए, सरकार ऐशो-आराम करने वालों की आ जाए, तो सिर्फ पंजाब के लोगों का नुकसान होगा ऐसा नहीं, पूरे हिन्दुस्तान को एक संकट के दौर से गुजरना पड़ेगा।

इसलिए मेरे प्यारे भाइयों बहनों।

भारत की सुरक्षा के लिए, भारत की सुरक्षा को कोई चोट ना पंहुचे। इसलिए भी पंजाब में ऐसी सरकार चाहिए, जो सरकार देश की सुरक्षा की भी गारंटी हो

भाइयों बहनों।

अभी मैं हरसिमरत जी को सुन रहा था। वो अपनी पीड़ा व्यक्त कर रही थी, कि बादल साहेब जैसे बुजुर्ग व्यक्ति के लिए, ना जाने कैसी-कैसी भाषा बोली जाती है।

भाइयों बहनों।

मैं सार्वजनिक जीवन में कई वर्षों से मैंने अनेक दलों के राजनेता देखे हैं। अनेक दल के राजनेताओं को सुनने का मुझे अवसर भी मिला है। मेरे इतने जीवन के कालखंड में दो नेता, जिनका मैं ज़िक्र करना चाहता हूं।  एक अटल बिहारी वाजपेयी और दूसरे सरदार प्रकाश सिंह बादल। ये दो ऐसे नेता कि जिनके मुंह से कभी भी हल्का शब्द नहीं निकलता है। किसी की आलोचना करनी है, कितना ही छोटा व्यक्ति क्यूं ना हो लेकिन ये दो नेताओं का उनके मुंह से कभी भी कटुता प्रकट नहीं हुई है।

भाइयों बहनों।

सार्वजनिक जीवन में बोलचाल कैसी हो, भाषा कैसी हो, ये अगर सीखना है, तो अटल बिहारी वाजपेयी से सीखने को मिलता है, प्रकाश सिंह जी बादल से सीखने को मिलता है।

लेकिन भाइयों बहनों।

जब बादल साहेब के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग किया गया। किया जा रहा है। दुख पहुंचना बहुत स्वाभाविक है, लेकिन मैं हरसिमरत जी से कहना चाहता हूं, सुखबीर जी से कहना चाहता हूंआप ऐसे लोगों से अपेक्षा क्यूं करते हो। जो लोग किसी के लिए भी, कुछ भी बोलने के आदि हो गये हैं। जिन्होंने अन्ना हजारे के साथ ऐसा किया, वो बादल साहेब के साथ न्याय करेंगे। ऐसी आशा करते हैं आप, ऐसे लोगों से। मैं हैरान हूं। हम भी कांग्रेस के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ी है। हम ये कहते थे कि हम फलानी बात की जांच कराएंगे। दोषियों को कानून के दायरे में लाएंगे और कानून दोषियों को छोड़े नहीं, इतनी बारीकी से सच्चाई को लाकर रहेंगे। हम कभी ये नहीं कहते, फलाने को जेल में भर देंगे। धिकने को जेल में भर देंगे। अरे देश ने हमें ये सत्ता नहीं दी है। देश ने हमें सत्ता दी है, कानून का पालन करने की, लेकिन आजकल भाषा बोली जा रही है। हम आकर के इसको ...। वो शीला दीक्षित को भी जेल में भेजने वाले थे। अभी शीला दीक्षित उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित हो गई।

अब बताइए।

हम कहते हैं, गुरुग्रंथ साहब का जो अपमान हुआ है। मामला सरकार ने सीबीआई को दिया है। सीबीआई पूरी गहराई से जांच करेगी और मैं कहता हूं। मैं ये नहीं कहता हूं कि उसको जेल में डाल दूंगा। मैं यह कहता हूं कि सीबीआई पूरी बारीकी से जांच करेगी। गुरुग्रंथ साहब का अपमान करने वालों को खोज के निकालेगी, कानून के हवाले करेगी और न्याय तंत्र न्याय करेगा और गुरुग्रंथ साहब का अपमान करने वालों को सजा मिलेगी। हर चीज कानून से ही चलती है, लेकिन ये डिक्टेटर की भाषा है। फलाना को जेल में ठोक देंगे, धिकने को ये कर देंगे। क्या लोकतंत्र इस प्रकार से चलता है?

भाइयों बहनों।

मतभेद हो सकते हैं। राजनीतिक विरोध हो सकता है लेकिन लोकतंत्र की मर्यादाएं टूट जाएगी तो देश का बहुत नुकसान होने वाला है और उसको संभाल के रखना ये हम सब का दायित्व है।

भाइयों बहनों।

अभी मैं गोवा गया था। गोवा के अखबार में, मैंने एक चीज पढ़ी। कुछ लोगों को जब पता चल जाता है कि पराजय सामने दिख रहा है तो अभी से माहौल बनाने में लग जाते हैं, तरीके ढूंढते हैं। गोवा में क्या भाषण किया, अखबारों को इंटरव्यू दिया? उन्होंने कहा ये इलेक्शन कमीशन जो है मोदी नचाता है वैसे नाचता है, अब बताओ भाई हिन्दुस्तान में कोई इलेक्शन कमीशन पर झूठे आरोप नहीं लगाता है, लेकिन इलेक्शन कमीशन भी बेकार, और गुनाह क्या इलेक्शन कमीशन का। उसका गुनाह ये है कि पंजाब और गोवा के चुनाव की एक ही तारीख क्यूं तय की। दूसरी शिकायत है पंजाब और गोवा के चुनाव सबसे पहले क्यूं करवाए। तीसरी उनकी शिकायत है कि एक ही समय पंजाब और गोवा के चुनाव इसलिए करवाए गये कि हमारा दल चुनाव हार जाए। भाई हारने के लिए तारीख कारण नहीं है हारने का कारण तो दिल्ली के आपके कारनामे हैं, जिन कारनामों के कारण आपका हारना तय है।

भाइयों बहनों।

ये जो तरीका है। ये तरीका कभी देश में लोकतंत्र का भला नहीं कर सकता, और इसलिए भाइयों-बहनों में आप सब से आग्रह करने आया हूं कि चुनाव में पंजाब के भविष्य को फिर एक बार उस अंधेरी गली में घसीटने वालों से पंजाब को बचाइए भाइयों-बहनों।

मैं ये भी बात पंजाब के लोगों को याद कराना चाहता हूं कि सत्ता पाने के गुरूर में इसी पंजाब में भाइयों-बहनों। जब आतंकवाद के दिन थे, कुछ लोग आतंकवादी हरकतें करके, इस पंजाब की धरती, जो हरी भरी धरती थी, उसको खून से रंगने का प्रयास किया था। उस समय, ये कांग्रेस पार्टी, उसके नेता सारी दुनिया में जा-जाकर पंजाब के हर नौजवान को आतंकवादी कह दिया। हिन्दुस्तान के किसी भी कोने में कोई सरदार नजर आए, तो उसको वो सरदार, देश के लिए मरने वाला भगत सिंह का वंश नहीं नजर आता था। उसको लगता था, कहीं ये आतंकवादी तो नहीं होगा? ट्रेन के डिब्बे में कोई सरदार मिल जाए तो बाकी पैसेंजर एक-दूसरे के साथ सुगबुगाहट करते हैं कि पता नहीं यह कौन होगा। ये हर पंजाबी को, हर सरदार को, हर पंजाब के नौजवान को, आतंकवादी पेंट करने का पाप कांग्रेस पार्टी ने करके देश में हमारे दूध में दरार करने का प्रयास इन कांग्रेस वालों ने किया था। दूध में कभी दरार नहीं हो सकती है, लेकिन यह पाप उन लोगों ने किया था। आज दूसरे आये हैं, उन्होंने पंजाब के हर नौजवान को नशेड़ी कह दिया। कल्पना नहीं है हिंदुस्तान में हर व्यक्ति जब पंजाब का नौजवान मिलेगा, नौकरी के लिए आया होगा, व्यापार के लिए आया होगा, तो उसको यह लगेगा कहीं ये नशेड़ी तो नहीं होगा। कितना नुकसान पंजाब का इस भाषा ने किया है। अरे राजनीति अपनी जगह पे है। पंजाब के नौजवानों का भविष्य तो बर्बाद मत करो, वो पाप तो मत करो लेकिन यह पाप इन लोगों ने किया है भाइयों। समाज में नशे के खिलाफ मिलजुल कर के लड़ना होगा, सामाजिक बुराई के खिलाफ हर किसी को एकजुट होना होगा लेकिन हर जवान को, हर नौजवान को नशेड़ी कह कर के हम देश के नौजवानों को बचा नहीं सकते।

भाइयों-बहनों।

आजादी के बाद हमारे देश में महात्मा गांधी को जब भी याद करते हैं। महात्मा गांधी हमेशा कहते थे, हिंदुस्तान गांवों का देश है। हिंदुस्तान कृषि-प्रधान देश है। कृषि हमारी आत्मा है। खेती हमारी जिंदगी है। खेती हमारी आर्थिक उन्नति है। लेकिन भाइयों-बहनों आजादी के बाद जितने नेता हो गए।


मैं कह सकता हूं, इस देश ने तीन नेता देखे, जिन नेताओं का जीवन, जिन नेताओं का जहन, किसानी के भरा हुआ हो। एक चौधरी चरण सिंह, दूसरे चौधरी देवी लाल, और तीसरे प्रकाश सिंह बादल। ये तीनों नेता देश ने सच्चे अर्थ में खेत से निकल हुआ, खलिहान से निकला हुआ, किसान की जिंदगी जीने वाला अगर देश ने तीन नेता देखे तो तीसरे नेता हैं और आज सिर्फ एक ही देश में मौजूद हैं वो सरदार प्रकाश सिंह बादल हैं। प्रकाश सिंह बादल ये सिर्फ पंजाब के किसानों के नेता नहीं वो हिंदुस्तान के किसानों के नेता हैं। हिंदुस्तान के किसान का भला कैसे हो, इस सोच के इंसान हैं। मैंने देखा है। मैं भी मुख्यमंत्री था। बादल साहब भी मुख्यमंत्री थे। हम लगातार भारत सरकार जब मीटिंग बुलाती थी तो हम बैठते थे, जब में गुजरात से आता था तो मुझे लगता था कि दिल्ली में कांग्रेस की सरकार है। सरदार प्रधानमंत्री है, तो यह प्रकाश सिंह बादल साहेब को तो बल्ले-बल्ले होगा। उनको तो जो चाहिए मिल जाता होगा लेकिन जब मीटिंग होती थी और बादल साहब जब पंजाब का ब्यौरा देते थे, इतनी पीड़ा होती थी कि दिल्ली में बैठी सरकार ने बादल साहेब को दस साल यहां जनता ने मौका दिया, आठ साल, आठ साल तक दिल्ली में बैठी हुई कांग्रेस सरकार ने बादल साहेब को हर काम में रोड़े अटकाए, रूकावटें डाली, कोई काम करने नहीं दिया। उसके बावजूद भी बादल साहब ने मीटिंग में कभी मर्यादा नहीं तोड़ी, विवेक नहीं तोड़ा, अपनी बात बताते थे किसानों की बात बताते थे, लेकिन ये कांग्रेस सरकार आठ साल तक बादल साहब की बात नहीं सुनती थी। आज दिल्ली में वो सरकार बैठी है, बादल साहब की साथी सरकार है। दो साल में हमने वो काम किये हैं, वो मदद की है, पंजाब के सारे पुराने मसले हमने सुलझा दिए और बादल साहब पंजाब की प्रगति के लिए जो चाहते थे, हमने वो रास्ते खोल दिए। अगर यही बात शुरू से हमारी सरकार होती तो आज पंजाब कहां-कहां पहुंच जाता लेकिन आठ साल तक कांग्रेस सरकार ने रूकावटें डाली और उसका परिणाम ये हुआ कि बादल साहेब को काम नहीं करने दिया। दो साल में भरपूर काम करने का अवसर मिला है। आपको दिखाई देता है, विकास की नयी ऊंचाइयों पर ले जाने में बादल साहब ने कोई कसर नहीं छोड़ी है  और आज भी हर पल मेरा पंजाब, मेरा किसान, मेरे पंजाब का नौजवान, उसका भला कैसे हो, नई-नई चीजें सोचते रहना, नई चीजें करते रहना, ये बादल साहेब की शख्सियत का परिणाम है।

... और इसलिए मेरे भाइयों-बहनों।

इस चुनाव में पंजाब को बर्बाद करना पंजाब का कुछ भी हो जाये, हमारी दुनिया खड़ी हो जाये, ये सपने लेकर जो लोग चल रहे हैं, उनको जिस रास्ते से वो आये, उसी रास्ते से वापस दिल्ली भेज दो और उनको कहो की वहां की पहले जिम्मेवारी पूरी करो, जनता से जो वादे किये थो वो पूरे करो।  

भाइयों-बहनों।

आज दिल्ली में ऐसी सरकार आपने बिठाई है, जो काम आपने मुझे दिया है, मेरा सपना है, हिन्दुस्तान के किसानों को 2022 जब भारत की आजादी के 75 साल होंगे, हम 2022 तक में हिन्दुस्तान के किसान की आय दोगुना करना चाहते हैं, डबल करना चाहते हैं। जो काम 70 साल में नहीं हुआ, वो काम 7 साल में पूरा करने का बीड़ा उठाया है।

... और भाइयों-बहनों।

जिस तरीके से हम आगे बढ़ रहे हैं, हम सफलता प्राप्त करके रहेंगे, ये आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं, हमने ऐसे नए इनिशिएटिव लिए हैं, हमने ऐसे निर्णय लिए हैं, ऐसी नई योजनाएं बनी हैं जिसके कारण किसान का भाग्य सुनिश्चित होगा और किसान अपनी आय दोगुना कर पायेगा।

भाइयों-बहनों।

आप मुझे बताएं। अगर किसान को पानी मिले तो मेरा पंजाब का किसान मिट्टी में से सोना पैदा कर देता है। वो पानी से भी ज्यादा अपना पसीना बहाता है। वो अपने सपने खेत की मिट्टी में मिला मिलाकर हिंदुस्तान के सपने को सजाता है। ये मेरे पंजाब का किसान है। हिंदुस्तान का पेट भरता है, वो मेरा पंजाब का किसान है।

भाइयों-बहनों।

हमने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना बनाई है। हजारों करोड़ों रुपए खर्च करके हर खेत को पानी मिले, उस दिशा में बीड़ा उठाया है। नब्बे ऐसी योजनाएं उसको हाथ में लिया है। लाखों हेक्टर भूमि को तुरंत पानी पहुंचे। इसके लिए चारो तरफ देश में काम चल रहा है। पंजाब में पानी की नहरें बहुत पुरानी हो गई है, अगर उन नहरों की मरम्मत हो जाये तो जो पानी आखिर में पहुंचता नहीं है उसको उठाने के लिए बादल साहब पूरी ताकत से लगे हैं। दिल्ली सरकार पूरी मदद कर रही है। पानी पहुंचाने का काम चल रहा है।

हमने पूरे देश में अभियान चलाया है ‘Per Drop More Crop’, एक-एक बूंद से  ज्यादा फसल कैसे मिले, इसका बीड़ा उठाया है। ... और इसलिए Per Drop More Crop, Micro Irrigation, टपक सिंचाई, बूंद-बूंद पानी से खेती इसका एक बड़ा अभियान और मुझे खुशी है, इतने कम समय में करीब 15 लाख हेक्टेयर धरती आज Micro Irrigation की ओर कवर हुई है, अगर पंजाब में भी हम यह Micro Irrigation को लागू कर पाए, जितने ज्यादा किसानों को लेते हैं, हम पानी भी बचाएंगे, मजदूरी भी बचाएंगे, ज्यादा फसल होगी, अच्छी फसल होगी, उस दिशा में हम काम कर रहे हैं।

भाइयों-बहनों।

आज भारत सरकार पंजाब के किसानों की पैदावार को दाम जो बाजार में चलते हैं, उससे ज्यादा देकर के उस फसल की खरीदी करती है, ताकि कभी किसान को परेशानी के दिन न आये।

भाइयों-बहनों।

हमने एक और निर्णय किया है कि हमारा किसान जो धान पैदा करता है, उसके बाद जो वेस्ट रहता है, जो जला देता है। हमने उसमें से हम एथेनॉल बनाने के कारखाने पंजाब की धरती पे लगाने वाले हैं, जो आज जला देते हैं आप, उसमें से एथेनॉल निकालेंगे और किसान को उसमें से भी इनकम होगी। एक-एक हेक्टर पर 2 हजार, 5 हजार, 15 हजार तक इनकम हो सकती है। ये नई इनकम किसान की बढाने की दिशा में हम काम कर रहे हैं और देश की उर्जा की आवश्यकता को भी हम पूरा कर रहे हैं। हम किसान को वैल्यू एडिशन, फूड प्रोसेसिंग उसके लिए बल देना चाहते हैं। किसान जो पैदा करता है, उसका अगर वैल्यू एडिशन होता है तो उसकी इनकम बढ़ती है। अगर वो टमाटर पैदा करता है लेकिन टमाटर का कैचप बिकता है तो ज्यादा कमाई होती है। वो दूध पैदा करता है लेकिन अगर दूध में से मिठाई बनाकर के बिकती है, मक्खन या चीज बनाकर बिकती है तो ज्यादा पैसा मिलता है। हम फूड प्रोसेसिंग, वैल्यू एडिशन उस पर ज्यादा बल दे रहे है ताकि हमारे किसान को उसकी ज्यादा इनकम मिले, ज्यादा कमाई हो दुनिया के बाजार में कमाई हो।

भारत सरकार ऑर्गेनिक फार्मिंग उस पर बल दे रही है। आज दुनिया में जो माल यहां एक रुपए में बिकता है, वो अगर ऑर्गेनिक है तो दुनिया में एक डॉलर में बिकता है। कितना गुना इनकम हो सकती है किसान को। हमारे देश में एक राज्य सिक्किम पूरा ऑर्गेनिक स्टेट बना दिया है।

भाइयों-बहनों।

पंजाब भी इस स्पर्धा में आ सकता है। हम पूरे देश में ऑर्गेनिक सर्टिफाई करने के लिए लैब खड़ी करना चाहते हैं और जो भी किसान ऑर्गेनिक फार्मिंग की ओर जाना चाहता है। उसको मदद करना चाहते हैं और उस ऑर्गेनिक खेती से पैदावार जो हो उससे उसको एक रुपए के सामने एक डॉलर की कमाई हो, इस दिशा में हम ले जाना चाहते हैं। हमने किसान को प्राकृतिक आपदाओं से जूझते देखा है। ओले गिर जाए, वर्षा आ जाए, बीमारी आ जाए, किसान की मेहनत पानी में जाती है। हमने किसान को ऐसा फसल बीमा योजना दिया है कि इन सारे संकटों से उसकी रक्षा करता है और पहले कोई संकट आ जाए तो 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान हो तो सरकार देखती थी हमने नियम बदल दिया। अगर नुकसान 30 प्रतिशत भी हो जाये तो सरकार उसको नुकसान मानेगी और किसान को भुगतान करेगी, फैसला इतना बड़ा हमने किया है।

फसल बीमा योजना के द्वारा किसान को खेत में खड़ी फसल हो, काटकर के रखी हुई फसल हो, बाजार जाने की  तैयारी हो, अगर कोई पानी गिर जाये और फसल ख़राब हो गई तो उसके भी पैसे देने का काम फसल बीमा योजना में किया है। कभी मानो पानी नहीं आया, बरसात नहीं गिरी, जून महीने में बोना है, नहीं बो पाया जुलाई महीने में बोना है, नहीं हो पाया अगस्त में बोना है नहीं हो पाया, किसान एक दाना भी नहीं बो पाया तो भी फसल बीमा योजना से उसका पिछले साल का हिसाब देख कर के पैसे देने का प्रबंध फसल बीमा योजना में किया है। कोई सोच सकता है इस देश में किसानों के लिए ऐसी फसल बीमा योजना हो सकती है। ये दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी अकाली दल की सरकार रहती है कि जिसने किसानों को केंद्र में रखते हुए योजनाओं को बनाने का प्रयास किया है।

भाइयों-बहनों।

ये योजना किसानों की भलाई के लिए हैं। हम चाहते हैं कि दूध उत्पादन में भी हमारे पंजाब का किसान पशु पालन के काम में भी आगे आये। आज हमारी गाय और भैंस जो दूध देती है, उसकी सही परवरिश हो, वैज्ञानिक परवरिश हो, आरोग्य की चिंता की जाये, व्यवस्था की जाए तो वो डबल-ट्रिपल दूध दे सकती है। हमारे पशु कम भी हो, तो भी ज्यादा दूध की पैदावार संभव है, उस दिशा में वैज्ञानिक तरीके से काम करने की दिशा में सरकार काम कर रही है।

फिशरीस हो, पोल्ट्री फॉर्म हो ये भी एक प्रकार से कृषि के क्षेत्र को मदद करने वाला कारोबार है। उसको भी हम, हनी, पंजाब में कुछ किसान है जो शहद के काम में लग गए हैं। हम हर खेत में हनी के काम को पहुंचाना चाहते हैं, मधु, शहद पूरी दुनिया में बहुत बड़ा मार्केट है। अगर सच्चा और पक्का हनी दुनिया को हम दे सकते हैं तो दुनिया हिदुस्तान का हनी खरीदने के लिए लालाहित है, हमारे किसान की जेब भर जाएगी उस दिशा में हम काम कर रहे हैं।

भाइयों-बहनों।

किसान के जिंदगी को बदलना एक वैज्ञानिक तरीका हमने आज पूरे देश में एक कॉमन मार्केट का बीड़ा उठाया, e-NAM  नाम की योजना लगाई है। कोई भी किसान मोबाइल फोन पे तय कर सकता है किस बाजार में ज्यादा दाम है वो मोबाइल फ़ोन पे माल बेच सकता है और वो कमाई कर सकता है। जहां सबसे ज्यादा दाम मिलेगा वहां किसान माल बेचने के लिए उसको माहौल मिलेगा,। ये टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए किसान को e-NAM नाम की मार्केटिंग की सुविधा देने का काम हमारी सरकार ने किया है। मेरे कहने का तात्पर्य यह है कि हम कृषि को आधुनिक बनाना चाहते हैं, हम कृषि को वैज्ञानिक बनाना चाहते हैं, हम कृषि में टेक्नोलॉजी लाना चाहते हैं, हम कृषि से रोजगार के नए अवसर पैदा करना चाहते हैं, हम कृषि से किसान की आय दोगुना करना चाहते हैं। हम गांव के जीवन को बदलना चाहते हैं और इसलिए भाइयों-बहनों।

प्रकाश सिंह बादल आज जितने नेता पंजाब में दिखाई देते हैं कोई कह सकता है कि कांग्रेस को कोई नेता है जिसको किसान नेता कहेंगे और छोटे मोटे लोग जो खड़े हो गए उनमें भी कोई किसान है, एक अकेला अकाली दल है, एक अकेला अकाली दल है जो किसानों का दल है जो किसानों के लिए काम करने वाला दल है और इसलिए मेरे भाइयों-बहनों हिंदुस्तान का पेट भरने वाला किसान पंजाब का किसान सुरक्षित रहे तो वो ही रख सकते हैं जो खुद किसानी से जुड़े हुए हैं और वो सिर्फ और सिर्फ बादल साहब हैं।  

और इसलिए भाइयों-बहनों में आपसे आग्रह करने आया हूं कि चार तारीख को चुनाव है। बहुत बड़ी मात्रा में मतदान करके फिर एक बार इसी क्षेत्र से मुख्यमंत्री बनाइये। बादल साहब को फिर से मुख्यमंत्री बनाइये किसानों का भाग्य बदलने का दिल्ली सरकार का जो सपना है उसको पूरा करने के लिए बादल साहब को ताकत मिलनी चाहिए और इसलिए में आप सब से आग्रह करता हूं (आने वाली चार फरवरी नु तकरी के कमल दा बटन नब के अकाली भाजपा नु एक बार फिर सेवा दा मौका दे) बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Congress and RJD only do politics of insult and abuse: PM Modi in Bhabua, Bihar
November 07, 2025
In Bhabua, PM Modi urges voters: One vote for the NDA can stop infiltrators; one vote can protect your identity
They will shake you down, drag people from their homes and run a reign of terror as their own songs glorify violence: PM Modi takes a dig at opposition
Congress leaders never talk about the RJD’s manifesto, calling it ‘a bunch of lies’: PM Modi at Bhabua rally

भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की...
मां मुंडेश्वरी के ई पावन भूमि पर रऊआ सब के अभिनंदन करअ तानी।

कैमूर की इस पावन भूमि पर चारों दिशाओं से आशीर्वाद बरसता है। मां बिंध्यवासिनी, मां ताराचंडी, मां तुतला भवानी, मां छेरवारी, सब यहीं आसपास विराजती हैं। चारों ओर शक्ति ही शक्ति का साम्राज्य है। और मेरे सामने...विशाल मातृशक्ति है...जिनका आशीर्वाद हमेशा हम सभी पर रहा है... NDA पर रहा है। और मैं बिहार की मातृशक्ति का आभारी हूं। पहले चरण में NDA के उम्मीदवारों के पक्ष में जबरदस्त मतदान हुआ है। अब कैमूर की बारी है...अब रोहतास की बारी है...मैं इस मंच पर NDA के इन सभी उम्मीदवारों के लिए...आप सभी का साथ और समर्थन मांगने आया हूं। आपके आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं.. तो मेरे साथ बोलिए... फिर एक बार...फिर एक बार...NDA सरकार! फिर एक बार... फिर एक बार... फिर एक बार... बिहार में फिर से...सुशासन सरकार !

साथियों,
जब ये चुनाव शुरू हुआ था...तो RJD और कांग्रेस के लोग फूल-फूल के गुब्बारा हुए जा रहे थे।और RJD और कांग्रेस के नामदार आसमान पर पहुंचे हुए थे। लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान RJD-कांग्रेस के गुब्बारे की हवा निकलनी शुरू हुई...और पहले चरण के बाद इनका गुब्बारा पूरी तरह फूट गया है। अब तो आरजेडी-कांग्रेस का इकोसिस्टम...उनके समर्थक भी कह रहे हैं...फिर एक बार... फिर एक बार...NDA सरकार!

साथियों,
आरजेडी-कांग्रेस ने बिहार के युवाओं को भ्रमित करने की बहुत कोशिश की..लेकिन उनकी सारी प्लानिंग फेल हो गई...इसका एक बहुत बड़ा कारण है...बिहार का जागरूक नौजवान... बिहार का नौजवान ये देख रहा है कि आरजेडी-कांग्रेस वालों के इरादे क्या हैं।

साथियों,
जंगलराज के युवराज से जब भी पूछा जाता है कि जो बड़े-बडे झूठ उन्होंने बोले हैं...वो पूरे कैसे करेंगे...तो वो कहते हैं...उनके पास प्लान है... और जब पूछा जाता है कि भाई बताओ कि प्लान क्या है.. तो उनके मुंह में दही जम जाता है, मुंह में ताला लग जाता है.. उत्तर ही नहीं दे पाते।

साथियों,
आरजेडी वालों का जो प्लान है...उससे मैं आज आप सब को, बिहार को और देश को भी सतर्क कर रहा हूं। आप देखिए....आरजेडी के नेताओं के किस तरह के गाने वायरल हो रहे हैं। चुनाव प्रचार के जो गाने हैं कैसे गाने वायरल हो रहे हैं। आरजेडी वालों का एक गाना है...आपने भी सुना होगा आपने भी वीडियों में देखा होगा। आरजेडी वालों का एक गाना है। आएगी भइया की सरकार... क्या बोलते हैं आएगी भइया की सरकार, बनेंगे रंगदार! आप सोचिए...ये RJD वाले इंतजार कर रहे हैं कि कब उनकी सरकार आए और कब अपहरण-रंगदारी ये पुराना गोरखधंधा फिर से शुरू हो जाए। RJD वाले आपको रोजगार नहीं देंगे...ये तो आपसे रंगदारी वसूलेंगे.. रंगदारी ।

साथियों,
RJD वालों का एक और गाना है... अब देखिए, ये क्या-क्या कर रहे हैं, क्या-क्या सोच रहे हैं...और मैं तो देशवासियों से कहूंगा। देखिए, ये बिहार में जमानत पर जो लोग हैं वो कैसे लोग है.. उनका क्या गाना है भइया के आबे दे सत्ता... भइया के आबे दे सत्ता...कट्टा सटा के उठा लेब घरवा से, आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये जंगलराज वाले सरकार में वापसी के लिए क्यों इतना बेचैन हैं। इन्हें जनता की सेवा नहीं करनी...इन्हें जनता को कट्टा दिखाकर लूटना है...उन्हें घर से उठवा लेना है। साथियों, आरजेडी का एक और गाना चल रहा है...बताऊं... बताऊं.. कैसा गाना चल रहा है.. मारब सिक्सर के 6 गोली छाती में...यही इनका तौर-तरीका है...यही इनका प्लान है...इनसे कोई भी सवाल पूछेगा तो यही जवाब मिलेगा...मारब सिक्सर के 6 गोली छाती में...

साथियों,
यही जंगलराज की आहट है। ये बहनों-बेटियों को गरीब, दलित-महादलित, पिछड़े, अतिपिछड़े समाज के लोगों को डराने का प्रयास है। भय पैदा करने का खेल है इनका। साथियों, जंगलराज वाले कभी कोई निर्माण कर ही नहीं सकते वे तो बर्बादी और बदहाली के प्रतीक हैं। इनकी करतूतें देखनी हों तो डालमिया नगर में दिखती हैं। रोहतास के लोग इस बात को अच्छी तरह जानते हैं।
((साथी आप तस्वीर लाए हैं, मैं अपनी टीम को कहता हूं वे ले लेते हैं, लेकिन आप तस्वीर ऊपर करते हैं तो पीछे दिखता नहीं है। मैं आपका आभारी हूं। आप ले आए हैं... मैं मेरे टीम को कहता हूं, जरा ले लीजिए भाई। और आप बैठिए नीचे। वे ले लेंगे। बैठिए, पीछे औरों को रुकावट होती है.. ठीक है भैया ))

साथियों,
अंग्रेज़ों के जमाने में डालमिया नगर की नींव पड़ी थी। दशकों के परिश्रम के बाद। एक फलता-फूलता औद्योगिक नगर बनता जा रहा था। लेकिन फिर कुशासन की राजनीति आ गई। कुशासन की राजनीति आ गई, जंगलराज आ गया। फिरौती, रंगदारी, करप्शन, कट-कमीशन, हत्या, अपहरण, धमकी, हड़ताल यही सब होने लगा। देखते ही देखते जंगलराज ने सबकुछ तबाह कर दिया।

साथियों,
जंगलराज ने बिहार में विकास की हर संभावना की भ्रूण हत्या करने का काम किया था। मैं आपको एक और उदाहरण याद दिलाता हूं। आप कैमूर में देखिए, प्रकृति ने क्या कुछ नहीं दिया है। ये आकर्षक पर्यटक स्थलों में से एक हो सकता था। लेकिन जंगलराज ने ये कभी होने नहीं दिया। जहां कानून का राज ना हो...जहां माओवादी आतंक हो बढ़ रहा हो.. क्या वहां पर कोई टूरिज्म जाएगा क्या? जरा बताइए ना जाएगा क्या? नहीं जाएगा ना.. नीतीश जी ने आपके इस क्षेत्र को उस भयानक स्थिति से बाहर निकाला है। मुझे खुशी है कि अब धीरे-धीरे यहा पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। जिस कर्कटगढ़ वॉटरफॉल... उस वाटरफॉल के आसपास माओवादी आतंक का खौफ होता था। आज वहां पर्यटकों की रौनक रहती है... यहां जो हमारे धाम हैं...वहां तीर्थ यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जागृत देवता हरषू ब्रह्म के दर्शन करने लोग आते हैं। आज यहां नक्सलवाद...माओवादी आतंक दम तोड़ रहा है....

साथियों,
यहां उद्योगों और पर्यटन की जो संभावनाएं बनी हैं... इसका हमें और तेजी से विस्तार करना है...देश-विदेश से लोग यहां बिहार में पूंजी लगाने के लिए तैयार हैं...बस उन्हें लालटेन, पंजे और लाल झंडे की तस्वीर भी नहीं दिखनी चाहिए। अगर दिख गई.. तो वे दरवाजे से ही लौट जाएंगे इसलिए हमें संकल्प लेना है...हमें बिहार को जंगलराज से दूर रखना है।

साथियों,
बिहार के इस चुनाव में एक बहुत ही खास बात हुई है। इस चुनाव ने कांग्रेस-आरजेडी के बीच लड़ाई को सबके सामने ला दिया है। कांग्रेस-आरजेडी की जो दीवार है ना वो टूट चुकी है कांग्रेस-आरजेडी की टूटी दीवार पर ये लोग चाहे जितना ‘पलस्तर’ कर लें... अब दोनों पार्टियों के बीच खाई गहरी होती जा रही है। पलस्तर से काम चलने वाला नहीं है। आप देखिए, इस क्षेत्र में भी कांग्रेस के नामदार ने रैलियां कीं। लेकिन पटना के नामदार का नाम नहीं लिया। कितनी छुआछूत है देखिए, वो पटना के नामदार का नाम लेने को तैयार नहीं है। कांग्रेस के नामदार दुनिया-जहां की कहानियां कहते हैं, लेकिन आरजेडी के घोषणापत्र पर, कोई सवाल पूछे कि भाई आरजेडी ने बड़े-बड़े वादे किए हैं इस पर क्या कहना है तो कांग्रेस के नामदार के मुंह पर ताला लग जाता है। ये कांग्रेस के नामदार अपने घोषणापत्र की झूठी तारीफ तक नहीं कर पा रहे हैं। एक दूसरे को गिराने में जुटे ये लोग बिहार के विकास को कभी गति नहीं दे सकते।

साथियों,
ये लोग अपने परिवार के अलावा किसी को नहीं मानते। कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर की राजनीति खत्म की...क्योंकि बाब साहेब का कद दिल्ली में बैठे शाही रिवार से ऊंचा था। इन्होंने बाबू जगजीवन राम को भी सहन नहीं किया। सीताराम केसरी...उनके साथ भी ऐसा ही किया. बिहार के एक से बढ़कर एक दिग्गज नेता को अपमानित करना यही शाही परिवार का खेल रहा है। जबकि साथियों, भाजपा के, NDA के संस्कार...सबको सम्मान देने के हैं...सबको साथ लेकर चलने के हैं।

हमें लाल मुनी चौबे जी जैसे वरिष्ठों ने सिखाया है...संस्कार दिए हैं। यहां भभुआ में भाजपा परिवार के पूर्व विधायक, आदरणीय चंद्रमौली मिश्रा जी भी हमारी प्रेरणा हैं...अब तो वो सौ के निकट जा रहे हैं.. 96 साल के हो चुके हैं... और जब कोरोना का संकट आया तब हम हमारे सभी सीनियर को फोन कर रहा था। तो मैंने मिश्राजी को भी फोन किया। चंद्रमौली जी से मैंने हालचाल पूछे। और मैं हैरान था कि ये उमर, लेकिन फोन पर वो मेरा हाल पूछ रहे थे, वो मेरा हौसला बढ़ा रहे थे। ये इस धरती में आदरणीय चंद्रमौली मिश्रा जी जैसे व्यक्तित्वों से सीखते हुए हम भाजपा के कार्यकर्ता आगे बढ़ रहे हैं।

साथियों,
ऐसे वरिष्ठों से मिले संस्कारों ने हमें राष्ट्रभक्तों का देश के लिए जीने-मरने वालों का सम्मान करना सिखाया है। इसलिए, हमने बाबा साहेब आंबेडकर से जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया। और मैं तो काशी का सांसद हूं, मेरे लिए बड़े गर्व की बात है कि बनारस संत रविदास जी की जन्मभूमि है। संत रविदास की जयंति पर...मुझे कई बार वहां जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। 10-11 साल पहले वहां क्या स्थिति थी...और आज वहां कितनी सुविधाएं श्रद्धालुओं के लिए बनी हैं... इसकी चर्चा बनारस में, और बनारस के बाहर भी सभी समाजों में होती है।

साथियों,
बनारस ही नहीं...भाजपा सरकार मध्य प्रदेश के सागर में भी संत रविदास का भव्य मंदिर और स्मारक बना रही है। हाल ही में...मुझे कर्पूरी ग्राम जाने का अवसर मिला था..वहां पिछले कुछ वर्षों में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं का विस्तार हुआ है। कर्पूरीग्राम रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाया जा रहा है। साथियों, ये हमारी ही सरकार है...जो देशभर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के स्मारक बना रही है। भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को...हमने जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। 1857 के क्रांतिवीर...वीर कुंवर सिंह जी की विरासत से भावी पीढ़ियां प्रेरित हों...इसके लिए हर वर्ष व्यापक तौर पर विजय दिवस का आयोजन किया जा रहा है।

साथियों,
कैमूर को धान का कटोरा कहा जाता है। और हमारे भभुआ के मोकरी चावल की मांग दुनियाभर में हो रही है। प्रभु श्रीराम को भोग में यही मोकरी का चावल अर्पित किया जाता है। राम रसोई में भी यही चावल मिलता है। आप मुझे बताइए साथियों, आप अयोध्या का राम मंदिर देखते हैं। या उसके विषय में सुनते हैं। यहां पर बैठा हर कोई मुझे जवाब दे, जब राममंदिर आप देखते हैं या उसके बारे में सुनते हैं तो आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? माताओं-बहनों आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? भव्य राम मंदिर का आपको आनंद आता है कि नहीं आता है? आप काशी में बाबा विश्वनाथ का धाम देखते हैं, आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? आपका हृदय गर्व से भर जाता है कि नहीं भर जाता है? आपका माथा ऊंचा होता है कि नहीं होता है? आपको तो गर्व होता है। हर हिंदुस्तानी को गर्व होता है, लेकिन कांग्रेस-RJD के नेताओं को नहीं होता। ये लोग दुनियाभर में घूमते-फिरते हैं, लेकिन अयोध्या नहीं जाते। राम जी में इनकी आस्था नहीं है और रामजी के खिलाफ अनाप-शनाप बोल चुके हैं। उनको लगता है कि अगर अयोध्या जाएंगे, प्रभु राम के दर्शन करेंगे तो उनके वोट ही चले जाएंगे, डरते हैं। उनकी आस्था नाम की कोई चीज ही नहीं है। लेकिन मैं इनलोगों से जरा पूछना चाहता हूं.. ठीक है भाई चलो भगवान राम से आपको जरा भय लगता होगा लेकिन राम मंदिर परिसर में ही, आप मे से तो लोग गए होंगे। उसी राम मंदिर परिसर में भगवान राम विराजमान हैं, वहीं पर माता शबरी का मंदिर बना है। महर्षि वाल्मीकि का मंदिर बना है। वहीं पर निषादराज का मंदिर बना है। आरजेडी और कांग्रेस के लोग अगर रामजी के पास नहीं जाना है तो तुम्हारा नसीब, लेकिन वाल्मीकि जी के मंदिर में माथा टेकने में तुम्हारा क्या जाता है। शबरी माता के सामने सर झुकाने में तुम्हारा क्या जाता है। अरे निषादराज के चरणों में कुछ पल बैठने में तुम्हारा क्या जाता है। ये इसलिए क्योंकि वे समाज के ऐसे दिव्य पुरुषों को नफरत करते हैं। अपने-आपको ही शहंशाह मानते हैं। और इनका इरादा देखिए, अभी छठ मैया, छठी मैया, पूरी दुनिया छठी मैया के प्रति सर झुका रही है। हिंदुस्तान के कोने-कोने में छठी मैया की पूजा होने लगी है। और मेरे बिहार में तो ये मेरी माताएं-बहनें तीन दिन तक इतना कठिन व्रत करती है और आखिर में तो पानी तक छोड़ देती हैं। ऐसी तपस्या करती है। ऐसा महत्वपूर्ण हमारा त्योहार, छठी मैया की पूजा ये कांग्रेस के नामदार छठी मैया की इस पूजा को, छटी मैया की इस साधना को, छठी मैया की इस तपस्या को ये ड्रामा कहते हैं.. नौटंकी कहते हैं.. मेरी माताएं आप बताइए.. ये छठी मैया का अपमान है कि नहीं है? ये छठी मैया का घोर अपमान करते हैं कि नहीं करते हैं? ये छठी मैया के व्रत रखने वाली माताओ-बहनों का अपमान करते हैं कि नहीं करते हैं? मुझे बताइए मेरी छठी मैया का अपमान करे उसको सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? पूरी ताकत से बताइए उसे सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? अब मैं आपसे आग्रह करता हूं। अभी आपके पास मौका है उनको सजा करने का। 11 नवंबर को आपके एक वोट से उन्हें सजा मिल सकती है। सजा दोगे? सब लोग सजा दोगे?

साथियों,
ये आरजेडी-कांग्रेस वाले हमारी आस्था का अपमान इसलिए करते हैं, हमारी छठी मैया का अपमान इसलिए करते हैं। हमारे भगवान राम का अपमान इसलिए करते हैं ताकि कट्टरपंथी खुश रहें। इनका वोटबैंक नाराज ना हो।

साथियों,
ये जंगलराज वाले, तुष्टिकरण की राजनीति में एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। ये अब घुसपैठियों का सुरक्षा कवच बन रहे हैं। हमारी सरकार गरीबों को मुफ्त अनाज-मुफ्त इलाज की सुविधा देती है। RJD-कांग्रेस के नेता कहते हैं ये सुविधा घुसपैठियों को भी देना चाहिए। गरीब को जो पक्का आवास हम दे रहे हैं, वो घुसपैठियों को भी देना चाहिए ऐसा कह रहे हैं। मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं, क्या आपके हक का अनाज घुसपैठिये को मिलना चाहिए क्या? आपके हक का आवास घुसपैठिये को मिलना चाहिए क्या? आपके बच्चों का रोजगार घुसपैठियों को जाना चाहिए क्या? भाइयों-बहनों मैं आज कहना नहीं चाहता लेकिन तेलंगाना में उनके एक मुख्यमंत्री के भाषण की बड़ी चर्चा चल रही है। लेकिन दिल्ली में एयरकंडीसन कमरों में जो सेक्युलर बैठे हैं ना उनके मुंह में ताला लग गया है। उनका भाषण चौंकाने वाला है। मैं उसकी चर्चा जरा चुनाव के बाद करने वाला हूं। अभी मुझे करनी नहीं है। लेकिन मैं आपसे कहना चाहता हूं मैं आपको जगाने आया हूं। मैं आपको चेताने आया हूं। इनको, कांग्रेस आरजेडी इन जंगलराज वालों को अगर गलती से भी वोट गया तो ये पिछले दरवाज़े से घुसपैठियों को भारत की नागरिकता दे देंगे। फिर आदिवासियों के खेतों में महादलितों-अतिपिछड़ों के टोलों में घुसपैठियों का ही बोलबाला होगा। इसलिए मेरी एक बात गांठ बांध लीजिए। आपका एक वोट घुसपैठियों को रोकेगा। आपका एक वोट आपकी पहचान की रक्षा करेगा।

साथियों,
नरेंद्र और नीतीश की जोड़ी ने बीते वर्षों में यहां रोड, रेल, बिजली, पानी हर प्रकार की सुविधाएं पहुंचाई हैं। अब इस जोड़ी को और मजबूत करना है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत...किसानों को अभी छह हज़ार रुपए मिलते हैं।बिहार में फिर से सरकार बनने पर...तीन हजार रुपए अतिरिक्त मिलेंगे। यानी कुल नौ हज़ार रुपए मिलेंगे। मछली पालकों के लिए अभी पीएम मत्स्य संपदा योजना चल रही है। केंद्र सरकार...मछली पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड दे रही है। अब NDA ने..मछुआरे साथियों के लिए जुब्बा सहनी जी के नाम पर नई योजना बनाने का फैसला लिया है। इसके तहत मछली के काम से जुड़े परिवारों को भी नौ हज़ार रुपए दिए जाएंगे।

साथियों,
डबल इंजन सरकार का बहुत अधिक फायदा...हमारी बहनों-बेटियों को हो रहा है। हमारी सरकार ने..बेटियों के लिए सेना में नए अवसरों के दरवाज़े खोले हैं...सैनिक स्कूलों में अब बेटियां भी पढ़ाई कर रही हैं। यहां नीतीश जी की सरकार ने...बेटियों को नौकरियों में आरक्षण दिया है। मोदी का मिशन है कि बिहार की लाखों बहनें...लखपति दीदी बनें। नीतीश जी की सरकार ने भी जीविका दीदियों के रूप में, बहनों को और सशक्त किया है।

साथियों,
आजकल चारों ओर मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की चर्चा है। अभी तक एक करोड़ 40 लाख बहनों के बैंक-खाते में दस-दस हज़ार रुपए जमा हो चुके हैं। NDA ने घोषणा की है कि फिर से सरकार बनने के बाद...इस योजना का और विस्तार किया जाएगा।

साथियों,
बिहार आज विकास की नई गाथा लिख रहा है। अब ये रफ्तार रुकनी नहीं चाहिए। आपको खुद भी मतदान करना है...और जो साथी त्योहार मनाने के लिए गांव आए हैं... उनको भी कहना है कि वोट डालकर ही वापस लौटें...याद रखिएगा...जब हम एक-एक बूथ जीतेंगे...तभी चुनाव जीतेंगे। जो बूथ जीतेगा वह चुनाव जीतेगा। एक बार फिर...मैं अपने इन साथियों के लिए, मेरे सभी उम्मीदवारों से मैं आग्रह करता हूं कि आप आगे आ जाइए.. बस-बस.. यहीं रहेंगे तो चलेगा.. मैं मेरे इन सभी साथियों से उनके लिए आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। आप सभी इन सब को विजयी बनाइए।

मेरे साथ बोलिए...
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
वंदे... वंदे... वंदे... वंदे...
बहुत-बहुत धन्यवाद।