The whole world looks upon India as a shining star: PM Modi
Whether it is the economy or defence, India’s capabilities have expanded: PM
India is a supporter of peace, but the country will not hesitate to take any steps required for national security: PM Modi
Corruption cannot be a part of New India. Those indulging in corruption will not be spared: Prime Minister

भारत माता की जय

भारत माता की जय

भारत माता की जय

भारत माता की जय

मंत्रिमंडल की मेरी सहयोगी, देश की प्रथम महिला जो रक्षा मंत्रालय को संभालती हैं। श्रीमती निर्मला सीतारमण जी, डॉ. सुभाष भामरे जी, तीनों सेनाओं के उच्‍च पदाधिकारीगण NCC के महानिदेशक, विदेशों से आए हुए हमारे मेहमान और NCC की महान परंपरा का हिस्‍सा आप सब मेरे युवा साथी। 

National Cadets Corps के गणतंत्र दिवस शिविर में एक बार फिर आपके बीच आना हर बार की तरह आनंदित कर रहा है। जब भी मैं आपके साथ बातचीत करने के लिए आता हूं तो अतीत की अनेक यादें मन मस्तिष्‍क में उभर आती हैं। जोश और अनुशासन ये जो दिन आप जी रहे हैं, मुझे भी इन क्षणों को जीने का अवसर मिला है। एक Cadet के तौर पर बिताए वो दिन आज तक मेरे संकल्‍प को, मेरी प्रेरणा को ऊर्जा दे रहे हैं। 

साथियों, इस कैंप का अपने आप एक गौरवशाली अतीत भी है और भविष्‍य को लेकर इसका बहुत बड़ा महत्‍व भी है। इस कैंप का हिस्‍सा बने आप सभी केडिटस को मैं बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। पिछले वर्ष जब मैं आपके बीच आया था तो मैंने आपसे कुछ आग्रह किया था। देश और समाज से जुड़े महत्‍वपूर्ण विषयों में सक्रिय योगदान के लिए आपसे अपील की थी। 

मुझे खुशी है कि बीते वर्ष NCC के Cadets ने अनेक महत्‍वपूर्ण कदमों के साथ खुद को जोड़ा। स्‍वच्‍छ भारत अभियान हो, digital transaction हो, बेटी बचाओ - बेटी अभियान हो, पर्यावरण से जुड़े मुद्दे हो। जन-जागरण के अनेक ऐसे मुद्दों को लेकर आपके प्रयास प्रशंसनीय हैं।  

विशेष तौर पर केरल में भीषण बाढ़ के बाद राहत और बचाव कार्यों में NCC के केडिटस का योगदान बहुत सराहनीय है। सहयोग और समर्पण का ये पाठ आपने यहां सीखा है उसको आपने केरल में मुश्किल में फसे स्‍वजनों को राहत देने में अमल में लाया। मुझे विश्‍वास है कि आप इसी प्रकार अपने दायित्‍वों को निभाते रहेंगे। 

साथियों, दो दिन पहले ही हमारे गणतंत्र ने 70वें वर्ष में कदम रखा है। पहले राजपथ पर और आज यहां पर आपके चेहरे की चमक और आपके अनुशासन की झलकियां नजर आईं और उन झलकियों में मुझे नए भारत का कदम ताल दिखता है। पूरे आत्‍मविश्‍वास के साथ सीना चौड़ा किए, मस्तिष्‍क को ऊंचा रखे, राष्‍ट्र के गौरव के लिए तत्‍पर ये असीम ऊर्जा उत्‍साह देने वाले होते हैं। आपका ये जोश, आपका ये उत्‍साह ही है जिसके कारण भारत आज नए आत्‍मविश्‍वास से भरा है। आज दुनिया कह रही है कि भारत न सिर्फ संभावनाओं से भरा हुआ देश है बल्कि उनको साकार भी कर रहा है।  

साथियों, देश की अर्थव्‍यवस्‍था हो या फिर दुश्‍मन से निपटने का हमारा सामर्थ्‍य, हर स्‍तर पर हमारी क्षमताओं का विस्‍तार हुआ है। हमारी सेना ने ये स्‍पष्‍ट संदेश दिया है कि हम छेड़ते नहीं हैं लेकिन किसी ने अगर छेड़ा तो हम उसे छोड़ते भी नहीं हैं। हम शांति के प्रबल समर्थक हैं। लेकिन राष्‍ट्र रक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने में हम चूकेगें नहीं। यही कारण है कि बीते साढ़े चार वर्षों में देश की रक्षा और सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए अनेक महत्‍वपूर्ण फैसले लिए गए हैं।

 

साथियों, भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हुआ है जिसके पास जल, थल और नभ से परमाणु हमले और आत्‍मरक्षा करने की क्षमता है। इसके अलावा, दशकों से लटके पड़े लड़ाकू विमानों और आधुनिक तोपों से जुड़े समझौतेों को जमीन पर उतारा गया है। देश में भी मिसाइल से लेकर टैंक, गोला बारूद और हेलीकॉप्‍टर बनाए जा रहे हैं। मैं, आप युवा साथियों को आश्‍वस्‍त करता हूं कि आने वाले समय में हर वो बड़ा और कड़ा फैसला लिया जाएगा जो राष्‍ट्र की सुरक्षा के लिए जरूरी है। अगर राष्‍ट्र सुरक्षित रहेगा, सक्षम रहेगा तभी युवा अपने सपने साकार कर पाएगा। 

साथियों, आप यहां देश के अलग-अलग क्षेत्रों से आए हैं। आप में से अनेक छोटे-छोटे गांवों से और कस्‍बों से अलग-अलग पृष्‍ठभूमि से हैं। मुझे आप सभी के परिश्रम का अहसास है। आपके समर्पण का अहसास है। मैं आपको सिर्फ यही कहूंगा कि यही परिश्रम हम सभी को समृद्ध बनाता है। हमारी नींव को ठोस करता है। परिश्रम का क्‍या परिणाम होता है ये जानने के लिए NCC के आप केडिटस को बहुत दूर जाने की जरूरत नहीं है। आपके भीतर से ही अनेक साथियों ने हाल में ही अदभूत हौसला दिखाते हुए देश को गौरव के पल दिए हैं। 

पर्वतारोहण और ट्रेकिंग जैसी साहसिक गतिविधियां हों या फिर खेल के मैदान पर तिरंगा लहराने का काम, अनेक केडिटस आगे आए हैं। North East Directorate की Cadet हिमा दास को तो आज दुनिया गौरवपूर्ण रूप से जानने लगी है। धान के खेतों में दौड़ते-दौड़ते, खेतों की पगडंडियों पर संतुलन साधने हुए हिमा दास आज इस स्‍तर पर पहुंची है। अभाव को अवसर बनाते हुए हिमा ने पहले जूनियर एथिलेटिक चैपियनशिप में और फिर एशियाई खेलों में देश को गौरवान्वित किया है। ऐसी अनेक युवा प्रतिभाओं को जब मैं देखता हूं, जब उनसे मिलता हूं। मेरा भरोसा तो मजबूत होता ही है। इस भरोसे को और सशक्‍त करने की ऊर्जा भी मिलती है। 

साथियों, सपने देखना और आंकाक्षाओं को उड़ान देना यही युवा की पहचान होती है यही उसकी स्‍वाभाविक प्रवृति होती है। अपने सपनों और आंकाक्षाओं को और ऊंचा उड़ने दीजिए। अपने प्रयासों का पूरा विस्‍तार दीजिए। वर्तमान सरकार देश के हर युवा को हर सपने देखने वालों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर के खड़ी है और कदम से कदम मिलाकर के चलने के लिए तैयार है। नया भारत हर कर्मयोगी को सम्‍मान देगा, अवसर देगा। आप सभी साथी जब देश की work force में जाने के लिए तैयार है। तब मैं आपको ये भरोसा देना चाहता हूं। आपने किस परिवार में जन्‍म लिया, आपकी जान-पहचान किससे है, आपकी आर्थिक स्थिति कैसी है इसके आधार पर आपका भविष्‍य तय नहीं होता। आपका कौशल, आपका आत्‍मविश्‍वास, आपके पैर के छाले ही आपको परिणाम देने वाले हैं।      

साथियों, इस परंपरा को तोड़ने के लिए समाज में हर प्रकार के असंतुलन, असमानता को बांटने के लिए एक सार्थक प्रयास जरूरी है। वीआईपी नहीं ईपीआई यानी every person is important इस संस्‍कार को मजबूत करने का प्रयास लगातार हो रहे हैं। गाड़ी के ऊपर से लाल बत्‍ती हटाई गई है। अब दिमाग से भी इसको हटाने की कोशिश की जा रही है। आप आश्‍वस्‍त रहें आपके सपनों को आपकी आंकाक्षाओं को सिर्फ अभावों और परिस्थितियों के कारण समाप्‍त नहीं होने दिया जाएगा। 

साथियों, अवसरों की समानता की जब-जब बात आती है तो एक महत्‍वपूर्ण विषय हमारी बेटियों से भी जुड़ा है। मेरे सामने बैठे आप तमाम केडिटस चाहे वो बेटे हों या फिर बेटियां, आपके जोश में और आपके सामर्थ्‍य में कोई अंतर नहीं है। बेटियों को हर प्रकार के अवसर से जोड़ना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। बीते साढ़े चार वर्षों में बेटियों को work force में प्रोत्‍साहन देने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। श्रम, सेवा और उदयम के साथ-साथ देश के defence को भी हमारी नारी सशक्‍त कर रही है। इसके लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। पहली बार हमारी बेटियां fighter pilot बनी हैं। तारिणी के गौरव को पूरी दुनिया ने देखा है। अब सेना में भी बेटियों की भागीदारी को और मजबूत करने के लिए बड़ा फैसला लिया गया है। Military Police की total corps में 20 प्रतिशत की महिलाओं की भर्ती के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।  

साथियों, नारी शक्ति का दम बीते साढ़े चार वर्षों में राजपथ पर भी देखा है। पिछली बार महिला स्‍वॉट दस्‍ता राजपथ पर उतरा था तो इस साल देश के इतिहास में पहली बार महिला जवानों की पूरी टुकड़ी परेड में शामिल हुई है। देश तो ये भी पहली बार देखा कि पुरुष टुकड़ी का नेतृत्‍व एक बेटी ने किया है। बेटियां समाज के हर क्षेत्र में लीड करें, इसके लिए बेहतर माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। बीते साढ़े चार वर्ष की पूरी तस्‍वीर को आप देखेंगे तो आपको आश्‍वासन मिलेगा कि अब नारी सशक्तिकरण बेटियों की उपयुक्‍त भागीदारी पर चर्चा नहीं एक्‍शन हो रहा है। 

साथियों, अवसरों की समानता के रास्‍ते में भ्रष्‍टाचार भी एक बहुत बड़ी बाधा है। घूसखोरी, भाई-भतीजावाद, अपना-पराया हमारी व्‍यवस्‍था में इनके लिए कोई स्‍थान होना नहीं चाहिए।     

भ्रष्‍टाचार, नये भारत का संस्‍कार हो ही नहीं सकता। मेरा और मेरी सरकार की सोच और action दोनों इस बात के साक्षी है कि भ्रष्‍ट आचरण करने वाला, कितना भी बड़ा हो, कितना भी ताकतवर क्‍यों न हो, कोई भी नहीं बचेगा। अपनी पहुंच से प्रक्रियाओं को प्रभावित करने वालों को, दलालों और बिचौलियों के माध्‍यम से हर फैसले, हर फाइल की बोली लगाने वालों को, गरीब से गरीब व्‍यक्ति के हक को लूटने वालों की सफाई करने में मैं पूरी क्षमता और ईमानारी से जुटा हूं। 

साथियों, आज सरकार जो कुछ भी कर पा रही है, उसके पीछे आप सभी युवा साथियों का सक्रिय योगदान है। स्‍वच्‍छ भारत से देश में स्‍वच्‍छता का आंदोलन आपने आगे बढ़ाया। नोटबंदी जैसे कड़े फैसले से भ्रष्‍टाचार के विरूद्ध लड़ाई को आपने समर्थन दिया। डिजिटल इंडिया के माध्‍यम से ईमानदार और पारदर्शिता व्‍यवस्‍था बनाने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका है। यानि हर योजना को आपने सरकार बनने से बचाया है। एक और आग्रह आपसे है, देश की विरासत, देश के राष्‍ट्र नायकों की स्‍मृति से जुड़ा हुआ बीते तीन चार वर्षों में यहां दिल्‍ली में ऐसे अनेक और पवित्र स्‍थल बनाये गये हैं, जहां आप जाएंगे तो बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। हो सकता है आप में से कुछ लोग इन जगहों पर हो आए हों। लेकिन फिर भी आपको इनके बारे में बताना चाहता हूं। जैसे अभी हाल में ही लाल किले में क्रांति मंदिर का लोकार्पण किया गया है। यह क्रांति मंदिर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को समर्पित है। जब आप वहां जाएंगे तो आपको यह भी जानकारी मिलेगी कि आजाद हिन्‍द फौज और लाल किले का क्‍या संबंध है। इसी तरह पिछले साल राष्‍ट्रीय पुलिस स्‍मारक का भी लोकार्पण हुआ है। देश के आंतरिक इलाकों में कानून व्‍यवस्‍था को बनाए रखने के लिए शहीद हुए हजारों पुलिस और सुरक्षाबलों की स्‍मृति में इस स्‍मारक का निर्माण हुआ है। आप सभी अलीपुर रोड पर बने बाबा साहेब भीम राव अम्‍बेडकर के परिनिर्वाण स्‍थल पर भी जा सकते हैं।

साथियों, यह जगह है दिल्‍ली की नई पहचान बन रही है। सरदार पटेल का नया स्‍मारक दिल्‍ली में बना है। डिजिटल म्‍यूजियम बनाया गया है। इन जगहों पर आपको इतिहास से जुड़ी, अनेक महान व्‍यक्तित्‍वों से जुड़ी जानकारियां तो मिलेगी ही देश के लिए काम करने की, समाज के लिए काम करने की एक नई ऊर्जा भी मिलेगी। मुझे विश्‍वास है कि आपकी इस ऊर्जा से New India का नया जोश और बुलंद होगा। आने वाले महीने में एक और नजराना और एक प्रेरणा स्‍थल लम्‍बे इंतजार के बाद देश को सुपुर्द होने वाली है। आजादी के बाद देश के लिए मरने-मिटने वाले हमारे वीर जवान, हमारे सेना के जवान एक राष्‍ट्रीय स्‍तर का War Memorial देश की इसकी प्रतीक्षा कर रहा था, देश के जवान प्रतीक्षा कर रहे थे। वीरों के परिवारजनों की स्‍वाभाविक प्रतीक्षा, लम्‍बे अरसे से वो भी अटका पड़ा था। यह काम सालों पहले होना चाहिए था। लेकिन सरकार में आने के बाद हमने वाले फैसला लिया अब वो पूर्णता पर है और फरवरी महीने में देश के वीर, बलिदानियों जिन्‍होंने उच्‍च बलिदान दिया है, सर्वोच्‍च बलिदान दिया है, ऐसे वीरों की स्‍मृति में भारत के एक राष्‍ट्रीय स्‍तर का war memorial करीब-करीब तैयार हो चुका है। फरवरी के महीने में उसे भी लोकार्पण करने का अवसर मिलेगा और देश के हमारे वीर जवानों को सम्‍मानित करने का सौभाग्‍य मिलेगा। मैं फिर एक बार आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। यह अवसर हमारी सोच को बदलता है, महीने भर का यह वास्‍तव्‍य एक प्रकार की हमारी हर सोच को राष्‍ट्रीय स्‍तर पर ले जाती है। हर सोच में हम हमारे देश के लिए क्‍या सोचते हैं। सिर्फ अपना गांव, अपना मोहल्‍ला, अपनी जाति, अपनी बिरादरी नहीं देश के संदर्भ में सोचने के लिए यह अवसर देता है। किसी भी देश का बड़ा बनना, आगे बढ़ना इस बात पर निर्भर हैं कि वहां के लिए समाज व्‍यवस्‍था में एकता का सूत्र कैसे बंधे हुए लोग हो। उस राष्‍ट्र की प्रगति का दूसरा आधार है वो कितना आशावादी है, कितनी आकांक्षाओं से भरा हुआ है। निराशा की गर्त में डूबा हुआ समाज न कभी खुद को ऊपर ले जा सकता है, न देश को ऊपर ले जा सकता है। आज मैं गर्व के साथ कहता हूं सवा सौ करोड़ हिन्‍दुस्‍तानी नयी आशाओं और आकांक्षाओं से भरे हुए, और इसके कारण मुझे लगता है कि मेरा देश नई ऊंचाईयों को पार करके रहेगा। सपनों को साकार करके रहेगा। और जिन सपनों को ले करके आजादी के दीवानों ने, आजादी की जंग लड़ी थी, उन सपनों को पूरा करने का वक्‍त अब शुरू हो चुका है। आइये, हम सब मिल करके भारत माता की जयकार का गान करते हुए उन सपनों को एक नई ऊर्जा दें, नयी ताकत दें, नया संकल्‍प करे। मेरी साथ बोलें -

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

बहुत-बहुत धन्‍यवाद।

Explore More
శ్రీరామ జన్మభూమి ఆలయ ధ్వజారోహణ ఉత్సవం సందర్భంగా ప్రధానమంత్రి ప్రసంగం

ప్రముఖ ప్రసంగాలు

శ్రీరామ జన్మభూమి ఆలయ ధ్వజారోహణ ఉత్సవం సందర్భంగా ప్రధానమంత్రి ప్రసంగం
Portraits of PVC recipients replace British officers at Rashtrapati Bhavan

Media Coverage

Portraits of PVC recipients replace British officers at Rashtrapati Bhavan
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM’s address to Indian students and the Indian community in Oman
December 18, 2025

नमस्ते!
अहलन व सहलन !!!

ये युवा जोश आपकी एनर्जी यहां का पूरा atmosphere चार्ज हो गया है। मैं उन सब भाई बहनों को भी नमस्कार करता हूँ, जो जगह की कमी के कारण, इस हॉल में नहीं हैं, और पास के हॉल में स्क्रीन पर यह प्रोग्राम लाइव देख रहें हैं। अब आप कल्पना कर सकते हैं, कि यहाँ तक आएं और अंदर तक नहीं आ पाएं तोह उनके दिल में क्या होता होगा।

साथियों,

मैं मेरे सामने एक मिनी इंडिया देख रहा हूं, मुझे लगता है यहां बहुत सारे मलयाली भी हैं।

सुखम आणो ?

औऱ सिर्फ मलयालम नहीं, यहां तमिल, तेलुगू, कन्नड़ा और गुजराती बोलने वाले बहुत सारे लोग भी हैं।

नलमा?
बागुन्नारा?
चेन्ना-गिद्दिरा?
केम छो?

साथियों,

आज हम एक फैमिली की तरह इकट्ठा हुए हैं। आज हम अपने देश को, अपनी टीम इंडिया को सेलिब्रेट कर रहे हैं।

साथियों,

भारत में हमारी diversity, हमारी संस्कृति का मजबूत आधार है। हमारे लिए हर दिन एक नया रंग लेकर आता है। हर मौसम एक नया उत्सव बन जाता है। हर परंपरा एक नई सोच के साथ आती है।

और यही कारण है कि हम भारतीय कहीं भी जाएं, कहीं भी रहें, हम diversity का सम्मान करते हैं। हम वहां के कल्चर, वहां के नियम-कायदों के साथ घुलमिल जाते हैं। ओमान में भी मैं आज यही होते हुए अपनी आंखों के सामने देख रहा हूं।

यह भारत का डायस्पोरा co-existence का, co-operation का, एक लिविंग Example बना हुआ है।

साथियों,

भारत की इसी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक और अद्भुत सम्मान हाल ही में मिला है। आपको शायद पता होगा, यूनेस्को ने दिवाली को Intangible Cultural Heritage of Humanity में शामिल किया है।

अब दिवाली का दिया हमारे घर को ही नहीं, पूरी दुनिया को रोशन करेगा। यह दुनिया भर में बसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है। दिवाली की यह वैश्विक पहचान हमारी उस रोशनी की मान्यता है, जो आशा, सद्भाव, और मानवता के संदेश को, उस प्रकाश को फैलाती है।

साथियों,

आज हम सब यहां भारत-ओमान "मैत्री पर्व” भी मना रहे हैं।

मैत्री यानि:
M से maritime heritage
A से Aspirations
I से Innovation
T से Trust and technology
R से Respect
I से Inclusive growth

यानि ये "मैत्री पर्व,” हम दोनों देशों की दोस्ती, हमारी शेयर्ड हिस्ट्री, और prosperous future का उत्सव हैं। भारत और ओमान के बीच शताब्दियों से एक आत्मीय और जीवंत नाता रहा है।

Indian Ocean की Monsoon Winds ने दोनों देशों के बीच ट्रेड को दिशा दी है। हमारे पूर्वज लोथल, मांडवी, और तामरालिप्ति जैसे पोर्ट्स से लकड़ी की नाव लेकर मस्कट, सूर, और सलालाह तक आते थे।

और साथियों,

मुझे खुशी है कि मांडवी टू मस्कट के इन ऐतिहासिक संबंधों को हमारी एंबेसी ने एक किताब में भी समेटा है। मैं चाहूंगा कि यहां रहने वाला हर साथी, हर नौजवान इसको पढ़े, और अपने ओमानी दोस्तों को भी ये गिफ्ट करे।

अब आपको लगेगा की स्कूल में भी मास्टरजी होमवर्क देते हैं, और इधर मोदीजी ने भी होमवर्क दे दिया।

साथियों,

ये किताब बताती है कि भारत और ओमान सिर्फ Geography से नहीं, बल्कि Generations से जुड़े हुए हैं। और आप सभी सैकड़ों वर्षों के इन संबंधों के सबसे बड़े Custodians हैं।

साथियों,

मुझे भारत को जानिए क्विज़ में ओमान के participation बारे में भी पता चला है। ओमान से Ten thousand से अधिक लोगों ने इस क्विज में participate किया। ओमान, ग्लोबली फोर्थ पोज़िशन पर रहा है।

लेकिन में तालियां नहीं बजाऊंगा। ओमान तो नंबर एक पे होना चाहिए। मैं चाहूँगा कि ओमान की भागीदारी और अधिक बढ़े, ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग जुड़ें। भारतीय बच्चे तो इसमें भाग ज़रूर लें। आप ओमान के अपने दोस्तों को भी इस क्विज़ का हिस्सा बनने के लिए मोटिवेट करें।

साथियों,

भारत और ओमान के बीच जो रिश्ता ट्रेड से शुरू हुआ था, आज उसको education सशक्त कर रही है। मुझे बताया गया है कि यहां के भारतीय स्कूलों में करीब फोर्टी सिक्स थाउज़ेंड स्टूड़ेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें ओमान में रहने वाले अन्य समुदायों के भी हज़ारों बच्चे शामिल हैं।

ओमान में भारतीय शिक्षा के पचास वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये हम दोनों देशों के संबंधों का एक बहुत बड़ा पड़ाव है।

साथियों,

भारतीय स्कूलों की ये सफलता His Majesty the Late सुल्तान क़ाबूस के प्रयासों के बिना संभव नहीं थी। उन्होंने Indian School मस्कत सहित अनेक भारतीय स्कूलों के लिए ज़मीन दी हर ज़रूरी मदद की।

इस परंपरा को His Majesty सुल्तान हैथम ने आगे बढ़ाया।

वे जिस प्रकार यहां भारतीयों का सहयोग करते हैं, संरक्षण देते हैं, इसके लिए मैं उनका विशेष तौर पर आभार व्यक्त करता हूं।

साथियों,

आप सभी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से भी परिचित हैं। यहां ओमान से काफी सारे बच्चे भी इस प्रोग्राम से जुड़ते हैं। मुझे यकीन है, कि यह चर्चा आपके काम आती होगी, पैरेंट्स हों या स्टूडेंट्स, सभी को stress-free तरीके से exam देने में हमारी बातचीत बहुत मदद करती है।

साथियों,

ओमान में रहने वाले भारतीय अक्सर भारत आते-जाते रहते हैं। आप भारत की हर घटना से अपडेट रहते हैं। आप सभी देख रहे हैं कि आज हमारा भारत कैसे प्रगति की नई गति से आगे बढ़ रहा है। भारत की गति हमारे इरादों में दिख रही है, हमारी परफॉर्मेंस में नज़र आती है।

कुछ दिन पहले ही इकॉनॉमिक ग्रोथ के आंकड़े आए हैं, और आपको पता होगा, भारत की ग्रोथ 8 परसेंट से अधिक रही है। यानि भारत, लगातार दुनिया की Fastest growing major economy बना हुआ है। ये तब हुआ है, जब पूरी दुनिया चुनौतियों से घिरी हुई है। दुनिया की बड़ी-बड़ी economies, कुछ ही परसेंट ग्रोथ अचीव करने के लिए तरस गई हैं। लेकिन भारत लगातार हाई ग्रोथ के पथ पर चल रहा है। ये दिखाता है कि भारत का सामर्थ्य आज क्या है।

साथियों,

भारत आज हर सेक्टर में हर मोर्चे पर अभूतपूर्व गति के साथ काम कर रहा है। मैं आज आपको बीते 11 साल के आंकड़े देता हूं। आपको भी सुनकर गर्व होगा।

यहां क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में, स्टूडेंट्स और पेरेंट्स आए हैं, तो शुरुआत मैं शिक्षा और कौशल के सेक्टर से ही बात करुंगा। बीते 11 साल में भारत में हज़ारों नए कॉलेज बनाए गए हैं।

I.I.T’s की संख्या सोलह से बढ़कर तेईस हो चुकी है। 11 वर्ष पहले भारत में 13 IIM थे, आज 21 हैं। इसी तरह AIIMs की बात करुं तो 2014 से पहले सिर्फ 7 एम्स ही बने थे। आज भारत में 22 एम्स हैं।

मेडिकल कॉलेज 400 से भी कम थे, आज भारत में करीब 800 मेडिकल कॉलेज हैं।

साथियों,

आज हम विकसित भारत के लिए अपने एजुकेशन और स्किल इकोसिस्टम को तैयार कर रहे हैं। न्यू एजुकेशन पॉलिसी इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभा रही है। इस पॉलिसी के मॉडल के रूप में चौदह हज़ार से अधिक पीएम श्री स्कूल भी खोले जा रहे हैं।

साथियों,

जब स्कूल बढ़ते हैं, कॉलेज बढ़ते हैं, यूनिवर्सिटीज़ बढ़ती हैं तो सिर्फ़ इमारतें नहीं बनतीं देश का भविष्य मज़बूत होता है।

साथियों,

भारत के विकास की स्पीड और स्केल शिक्षा के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी दिखती है। बीते 11 वर्षों में हमारी Solar Energy Installed Capacity 30 गुना बढ़ी है, Solar module manufacturing 10 गुना बढ़ी है, यानि भारत आज ग्रीन ग्रोथ की तरफ तेजी से कदम आगे बढ़ा रहा है।

आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा फिनटेक इकोसिस्टम है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा Steel Producer है। दूसरा सबसे बड़ा Mobile Manufacturer है।

साथियों,

आज जो भी भारत आता है तो हमारे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को देखकर हैरान रह जाता है। ये इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि बीते 11 वर्षों में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर पांच गुना अधिक निवेश किया है।

Airports की संख्या double हो गई है। आज हर रोज, पहले की तुलना में डबल स्पीड से हाइवे बन रहे हैं, तेज़ गति से रेल लाइन बिछ रही हैं, रेलवे का इलेक्ट्रिफिकेशन हो रहा है।

साथियों,

ये आंकड़े सिर्फ उपलब्धियों के ही नहीं हैं। ये विकसित भारत के संकल्प तक पहुंचने वाली सीढ़ियां हैं। 21वीं सदी का भारत बड़े फैसले लेता है। तेज़ी से निर्णय लेता है, बड़े लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ता है, और एक तय टाइमलाइन पर रिजल्ट लाकर ही दम लेता है।

साथियों,

मैं आपको गर्व की एक और बात बताता हूं। आज भारत, दुनिया का सबसे बड़ा digital public infrastructure बना रहा है।

भारत का UPI यानि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस, दुनिया का सबसे बड़ा रियल टाइम डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। आपको ये बताने के लिए कि इस पेमेंट सिस्टम का स्केल क्या है, मैं एक छोटा सा Example देता हूं।

मुझे यहाँ आ कर के करीब 30 मिनट्स हुए हैं। इन 30 मिनट में भारत में यूपीआई से फोर्टीन मिलियन रियल टाइम डिजिटल पेमेंट्स हुए हैं। इन ट्रांजैक्शन्स की टोटल वैल्यू, ट्वेंटी बिलियन रुपीज़ से ज्यादा है। भारत में बड़े से बड़े शोरूम से लेकर एक छोटे से वेंडर तक सब इस पेमेंट सिस्टम से जुड़े हुए हैं।

साथियों,

यहां इतने सारे स्टूडेंट्स हैं। मैं आपको एक और दिलचस्प उदाहरण दूंगा। भारत ने डिजीलॉकर की आधुनिक व्यवस्था बनाई है। भारत में बोर्ड के एग्ज़ाम होते हैं, तो मार्कशीट सीधे बच्चों के डिजीलॉकर अकाउंट में आती है। जन्म से लेकर बुढ़ापे तक, जो भी डॉक्युमेंट सरकार जेनरेट करती है, वो डिजीलॉकर में रखा जा सकता है। ऐसे बहुत सारे डिजिटल सिस्टम आज भारत में ease of living सुनिश्चित कर रहे हैं।

साथियों,

भारत के चंद्रयान का कमाल भी आप सभी ने देखा है। भारत दुनिया का पहला ऐसा देश है, जो मून के साउथ पोल तक पहुंचा है, सिर्फ इतना ही नहीं, हमने एक बार में 104 सैटेलाइट्स को एक साथ लॉन्च करने का कीर्तिमान भी बनाया है।

अब भारत अपने गगनयान से पहला ह्युमेन स्पेस मिशन भी भेजने जा रहा है। और वो समय भी दूर नहीं जब अंतरिक्ष में भारत का अपना खुद का स्पेस स्टेशन भी होगा।

साथियों,

भारत का स्पेस प्रोग्राम सिर्फ अपने तक सीमित नहीं है, हम ओमान की स्पेस एस्पिरेशन्स को भी सपोर्ट कर रहे हैं। 6-7 साल पहले हमने space cooperation को लेकर एक समझौता किया था। मुझे बताते हुए खुशी है कि, ISRO ने India–Oman Space Portal विकसित किया है। अब हमारा प्रयास है कि ओमान के युवाओं को भी इस स्पेस पार्टनरशिप का लाभ मिले।

मैं यहां बैठे स्टूडेंट्स को एक और जानकारी दूंगा। इसरो, "YUVIKA” नाम से एक स्पेशल प्रोग्राम चलाता है। इसमें भारत के हज़ारों स्टूडेंट्स space science से जुड़े हैं। अब हमारा प्रयास है कि इस प्रोग्राम में ओमानी स्टूडेंट्स को भी मौका मिले।

मैं चाहूंगा कि ओमान के कुछ स्टूडेंट्स, बैंगलुरु में ISRO के सेंटर में आएं, वहां कुछ समय गुज़ारें। ये ओमान के युवाओं की स्पेस एस्पिरेशन्स को नई बुलंदी देने की बेहतरीन शुरुआत हो सकती है।

साथियों,

आज भारत, अपनी समस्याओं के सोल्यूशन्स तो खोज ही रहा है ये सॉल्यूशन्स दुनिया के करोड़ों लोगों का जीवन कैसे बेहतर बना सकते हैं इस पर भी काम कर रहा है।

software development से लेकर payroll management तक, data analysis से लेकर customer support तक अनेक global brands भारत के टैलेंट की ताकत से आगे बढ़ रहे हैं।

दशकों से भारत IT और IT-enabled services का global powerhouse रहा है। अब हम manufacturing को IT की ताक़त के साथ जोड़ रहे हैं। और इसके पीछे की सोच वसुधैव कुटुंबकम से ही प्रेरित है। यानि Make in India, Make for the World.

साथियों,

वैक्सीन्स हों या जेनरिक medicines, दुनिया हमें फार्मेसी of the World कहती है। यानि भारत के affordable और क्वालिटी हेल्थकेयर सोल्यूशन्स दुनिया के करोड़ों लोगों का जीवन बचा रहे हैं।

कोविड के दौरान भारत ने करीब 30 करोड़ vaccines दुनिया को भेजी थीं। मुझे संतोष है कि करीब, one hundred thousand मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन्स ओमान के लोगों के काम आ सकीं।

और साथियों,

याद कीजिए, ये काम भारत ने तब किया, जब हर कोई अपने बारे में सोच रहा था। तब हम दुनिया की चिंता करते थे। भारत ने अपने 140 करोड़ नागरिकों को भी रिकॉर्ड टाइम में वैक्सीन्स लगाईं, और दुनिया की ज़रूरतें भी पूरी कीं।

ये भारत का मॉडल है, ऐसा मॉडल, जो twenty first century की दुनिया को नई उम्मीद देता है। इसलिए आज जब भारत मेड इन इंडिया Chips बना रहा है, AI, क्वांटम कंप्यूटिंग और ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर मिशन मोड पर काम कर रहा है, तब दुनिया के अन्य देशों में भी उम्मीद जगती है, कि भारत की सफलता से उन्हें भी सहयोग मिलेगा।

साथियों,

आप यहां ओमान में पढ़ाई कर रहे हैं, यहां काम कर रहे हैं। आने वाले समय में आप ओमान के विकास में, भारत के विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाएंगे। आप दुनिया को लीडरशिप देने वाली पीढ़ी हैं।

ओमान में रहने वाले भारतीयों को असुविधा न हो, इसके लिए यहां की सरकार हर संभव सहयोग दे रही है।

भारत सरकार भी आपकी सुविधा का पूरा ध्यान रख रही है। पूरे ओमान में 11 काउंसलर सर्विस सेंटर्स खोले हैं।

साथियों,

बीते दशक में जितने भी वैश्विक संकट आए हैं, उनमें हमारी सरकार ने तेज़ी से भारतीयों की मदद की है। दुनिया में जहां भी भारतीय रहते हैं, हमारी सरकार कदम-कदम पर उनके साथ है। इसके लिए Indian Community Welfare Fund, मदद पोर्टल, और प्रवासी भारतीय बीमा योजना जैसे प्रयास किए गए हैं।

साथियों,

भारत के लिए ये पूरा क्षेत्र बहुत ही स्पेशल है, और ओमान हमारे लिए और भी विशेष है। मुझे खुशी है कि भारत-ओमान का रिश्ता अब skill development, digital learning, student exchange और entrepreneurship तक पहुंच रहा है।

मुझे विश्वास है आपके बीच से ऐसे young innovators निकलेंगे जो आने वाले वर्षों में India–Oman relationship को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। अभी यहां भारतीय स्कूलों ने अपने 50 साल celebrate किए हैं। अब हमें अगले 50 साल के लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ना है। इसलिए मैं हर youth से कहना चाहूंगा :

Dream big.
Learn deeply.
Innovate boldly.

क्योंकि आपका future सिर्फ आपका नहीं है, बल्कि पूरी मानवता का भविष्य है।

आप सभी को एक बार फिर उज्जवल भविष्य की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद!
Thank you!