Quote2 May, Didi jacche, Ashol Poriborton asche' can be heard across Bengal, says PM Narendra Modi in public rally
QuoteThe development of Bengal is BJP's commitment. We will work very hard for Bengal's future: PM Modi in Kanthi
QuoteBJP's Bengal manifesto made keeping in mind the development and aspirations of people of Bengal, says PM Modi
Quote'Didi' talking about 'Duare Sarkar' but she will be shown door on May 2: PM Narendra Modi in West Bengal
QuoteI see a sea of people everywhere I go in Bengal, the state's women will punish TMC for misgovernance, says PM Modi in Kanthi

भारत माता की... जय!

भारत माता की... जय!

नमोष्कार !!!

शक्तिपीठ, देवी बर्गाभिमा माता के चरणों में मैं प्रणाम करता हूं! क्रांति की धरती मेदिनीपुर, जहां शायद ही कोई गांव हो जहां से स्वतंत्रता सेनानी ना निकला हो, ऐसी धरती को मैं आदरपूर्वक वंदन करता हूं। संथाल आंदोलन हो, चुआड़ आंदोलन हो, ताम्रलिप्त जातीय सरकार का गठन हो, हर क्रांति के समय मेदिनीपुर अग्रणी रहा है, लीडर रहा है। देशप्राण वीरेंद्र नाथ शासमल, मां मातंगिनी हाजरा, शहीद खुदीराम बोस, क्रांतिकारी हेमचन्द्र कानूनगो, सुशील कुमार धारा जैसे अनगिनत-अनेक क्रांतिवीर इस धरती ने दिए हैं। 

भाइयो और बहनो,

आजादी के लिए लड़ने वाले हर नायक-नायिकाओं को सम्मान देने के लिए पूरा देश आजादी के 75 साल, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के 75 साल के उत्सव में पश्चिम बंगाल का विशेष महत्व है। आजादी की लड़ाई में दिए गए हर योगदान को भावी पीढ़ी तक पहुंचाना भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए, पश्चिम बंगाल बीजेपी के संकल्पों का भी अहम केंद्र है। आज जो युवा 25 साल की उमर के हैं, और वो युवा जो आज इस चुनाव में फर्स्ट टाइम वोटर हैं, पहली बार अपने पवित्र मत का योगदान देने वाले हैं, उनके लिए भी ये समय बहुत अहम है। यहां के युवाओं के सामने आने वाले 25 साल के पश्चिम बंगाल के निर्माण का दायित्व है। और इसलिए, आशोल पॉरिबोर्तोन आज पश्चिम बंगाल की जरूरत है। शोनार बांग्ला का शंखनाद होता हुआ हर कोई यहां सुन रहा है। बंगाल के कोने-कोने से अब एक ही आवाज आ रही है, बंगाल के हर घर से एक ही आवाज आ रही है, बंगाल के हर मुख से एक ही आवाज आ रही है- 2 मई, दीदी जाच्छे, आशोल पॉरिबोर्तोन आस्छे!

साथियो,

दीदी आजकल मेदिनीपुर में आकर बार-बार बहाने बना रही हैं। दीदी उन बहनों, उन परिवारों को जवाब नहीं दे पाईं, जिनको पहले अम्फान ने तबाह किया और फिर तृणमूल के टोलाबाजों ने लूट लिया। यहां केंद्र सरकार ने जो राहत भेजी थी, वो भाइपो विंडो में फंस गई! दीदी, ओ दीदी, दीदी- आज पश्चिम बंगाल पूछ रहा है कि अम्फान की राहत किसने लूटी? गरीब का चावल का किसने लूटा? अम्फान के सताए लोग आज भी टूटी हुई छत के नीचे जीने को मजबूर क्यों हैं? जब जरूरत होती है, तब तो दीदी दिखती नहीं हैं, जब चुनाव आता है तो कहती हैं- सरकार दुआरे-दुआरे, सरकार दुआरे-दुआरे। यही इनका खैला है! यही इनका खैला है !  पश्चिम बंगाल, यहां का बच्चा-बच्चा,  दीदी यहां का बच्चा-बच्चा आपका ये खैला समझ गया है। इसलिए, 2 मई को पश्चिम बंगाल दीदी को दुआर दिखाएगा- लोकेरा आपनाके दोरजा देखाबे! लोकेरा आपनाके दोरजा देखाबे! दीदी, ओ दीदी!! अरे दीदी, तृणमूल के पाप का घड़ा भर चुका है। पूरणचंद्र दास, मदन घड़ाई, शेख लियाकत अली, वसुदेव माइली और गोकुलचंद्र जना, मेदिनीपुर की ऐसी अनेक संतानों को तृणमूल ने शहीद किया है। इसकी सजा भाजपा सरकार तो देगी ही, लेकिन उससे पहले पोलिंग बूथ पर हमारी माताएं-बहनें आपके कुशासन को सजा देने का तय करके बैठी हैं। आमादेर मायेरा पाये हेंटे बेरिये आशबे! माताएं-बहनें टीएमसी को इस चुनाव में सजा देने के लिए बहुत बड़ी संख्या में बाहर निकल चुकी हैं। मैं जहां देख रहा हूं, लोग ही लोग नजर आ रहे हैं, मैदान छोटा पड़ गया, मैं हैलीपैड पर देख रहा था, हजारों की तादाद में लोग वहां खड़े हैं। ये तस्वीर, दीदी, आप सुनती भी नहीं हो, अगर देख सकती हो तो देख लो, ये तस्वीर इसकी गवाह है। बंगाल की स्वाभिमानी महिलाओं ने तय कर दिया है- 

टीएमसीर का खैला शेष होबे, बिकाश आरंभो होबे!! बिकाश आरंभो होबे

भाइयो और बहनो,

बंगाल का विकास, यहां के लोगों का विकास, ये बीजेपी का कमिटमेंट है। ये बीजेपी का संकल्प है। बंगाल का उज्ज्वल भविष्य, इसके लिए हम जी-जान से जुट जाएंगे, ये वादा करने मैं आया हूं। 

भाइयो और बहनो,

बांग्ला चाय शिक्खा, शिल्पो, कोर्म-सोस्थान!

बांग्ला चाय नारी शुरोक्खा!

बांग्ला चाय, कृशोक सम्मान!

बांग्ला चाय, कर्मचारी सम्मान !

बांग्ला चाय, बीजेपी सरकार!

बांग्लाय दोरकार, बीजेपी सोरकार!

बीजेपी का संकल्प, बंगाल के गरीब से गरीब तक, हर क्षेत्र तक विकास पहुंचाने का संकल्प है। बीजेपी, हर स्कीम को स्कैम से मुक्त करेगी। कट, कमीशन पर रोक लगाएगी। बीजेपी, लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधा लाभ देने के लिए, डीबीटी देने के लिए कदम उठाएगी। कोई बिचौलिया नहीं, कोई तोलाबाज नहीं।

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साथियो,

ये बीजेपी सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड है कि उसकी हर योजना के केंद्र में नारीशक्ति है- माताएं, बहनें-बेटियां हैं। बीजेपी की केंद्र सरकार ने बहनों के लिए शौचालय-इज्जतघर बनवाए, बीजेपी की सरकार ने बिजली का कनेक्शन दिया, एलपीजी गैस कनेक्शन दिया, पक्के घर की रजिस्ट्री बहनों के नाम की। कोरोना काल में सैकड़ों करोड़ रुपए की सीधी मदद बहनों के जनधन खातों में पहुंचाई। अब बीजेपी की केंद्र सरकार पूरे देश में बहनों की पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए घर-घर जल पहुंचाने की योजना चला रही है। लेकिन तृणमूल की सरकार ने यहां ये भी नहीं होने दिया। टीएमसी सरकार को आपकी परेशानियों की चिंता नहीं है, आपकी मुश्किलों की चिंता नहीं है।

साथियो, 

बहनों-बेटियों के लिए जो काम केंद्र की भाजपा सरकार कर रही है, उसको डबल इंजन की सरकार कई गुणा बढ़ाने वाली है। बंगाल में बीजेपी का संकल्प पत्र भी सामने आ चुका है। मैं बंगाल बीजेपी के सभी नेताओं, बंगाल बीजेपी की टीम को इसके लिए बधाई देता हूं। उन्होंने जो संकल्प पत्र बनाया है, जनता की आवाज को सुनकर के बनाया है, लोगों की मुसीबतों को समझकर के बनाया है, बंगाल के उज्ज्वल भविष्य के लिए बनाया है। बंगाल के लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए, यहां के नौजवानों, यहां की महिलाओं, यहां के किसानों के विकास को ध्यान में रखते हुए ये संकल्प पत्र बंगाल बीजेपी ने तैयार किया है।

भाइयो और बहनो,

मेदिनीपुर, भारत की कृषि आत्मनिर्भरता का भी बहुत बड़ा केंद्र है। खेती में फसलों को लेकर यहां नए-नए प्रयोग हो रहे हैं। यहां अनेक जगह हमारे किसान Prawn Farming में जुटे हैं। लेकिन दीदी की सरकार ने यहां के किसानों को आधुनिक मंडी की सुविधा, कोल्ड स्टोरेज की सुविधा, फूड प्रोसेसिंग उद्योगों की सुविधा से वंचित रखा है। अब ये स्थिति नहीं रहेगी। भाजपा लोकल के लिए वोकल है। लोकल के लिए वोकल- ये हमारा कमिटमेंट है। वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट के तहत हर जिले के अहम उत्पादों को विकसित करने के लिए काम कर रही है।

यहां के काजू किसान हों, पान किसान हों, जूट किसान हों, आलू और नारियल किसान हों, हर किसी को आत्मनिर्भर भारत अभियान का लाभ मिलेगा। जूट किसानों के लिए तो केंद्र सरकार निरंतर कदम उठा रही है। हमने जो सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में एक के बाद एक कदम उठाए, इसका सीधा लाभ जूट किसान को होने वाला है। जूट किसान का जयजयकार हिन्दुस्तान के हर कोने में होने वाला है। गेहूं की पैकेजिंग शत-प्रतिशत जूट से हो रही है। प्लास्टिक की पैकेजिंग की जगह अब जूट के पैकेट देश में उपयोग हो रहे हैं। 

भाइयो और बहनो, 

बंगाल का किसान भूल नहीं सकता कि कैसे दीदी ने उसके साथ निर्ममता दिखाई है। दीदी ने आपको पीएम किसान सम्मान निधि से वंचित रखा। ये पैसे टीएमसी सरकार को नहीं देने थे। ये पैसे दिल्ली से भारत सरकार किसानों के खातों में जमा करना चाहती थी, लेकिन दीदी किसानों से दुश्मनी लेकर बैठ गई। किसानों के खाते में भारत सरकार के पैसे नहीं जाने दिए। भाइयो-बहनो, बंगाल के किसान, ये मोदी के शब्द लिखकर रखिए, 2 मई को, बंगाल के विकास के बीच आ रही दीवारें टूट जाएंगी। बीजेपी की सरकार बनेगी, और यहां के किसानों के हक के 3 साल के पैसे भी उन खातों में जमा करके रहूंगा मैं। सरकार बनते ही बंगाल के हर किसान के खाते में पिछले तीन साल के जो पैसे दीदी ने जो नहीं देने दिया, मैं आपको देकर रहूंगा, भाइयो-बहनो, मैं वादा पूरा करके रहूंगा। भूमिहीन किसानों, मछुआरे साथियों के लिए भी बंगाल बीजेपी ने हजापों रुपए की सीधी सहायता तय की है। यही डबल इंजन की सरकार की ताकत है, जो अब बंगाल में दिखेगी भाइयो और बहनो। 

भाइयो और बहनो,

पश्चिम बंगाल की तटीय अर्थव्यवस्था को तृणमूल की तोलाबाज और सिंडिकेट की सरकार ने बर्बाद कर दिया है। हल्दिया की क्या स्थिति बनाकर रख दी है, ये आप बेहतर तरीके से जानते हैं। कहां तो मेदिनीपुर को हल्दिया की तर्ज पर विकसित करना था और कहां हल्दिया के गौरव को सिंडिकेट ने तहस-नहस कर दिया। अब इस समुद्री किनारे को, हमारे मछुआरों को कट, कमीशन और टोलाबाजी के कल्चर से मुक्त करने का समय आ गया है। आपके एक वोट की ताकत है के ये कट-कल्चर, ये कमीशन-कल्चर, ये टोलाबाजी रातों-रात खत्म हो जाएगी। आत्मनिर्भर भारत के लिए भाजपा ब्लू इकॉनॉमी पर बल दे रही है। ऐसा विकास जिसमें समुद्री किनारे बसे, हर परिवार की, हर मछुआरे साथी की भागीदारी हो। इसी सिलसिले में कुछ दिन पहले ही हल्दिया पोर्ट के विकास के लिए अनेक परियोजनाएं शुरू की गई थीं। भाजपा की डबल इंजन की सरकार हल्दिया को नदी जलमार्गों से कनेक्ट कर रही है। पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के स्टील प्लांट्स और अन्य उद्योगों के लिए जो आयात और निर्यात होगा, उसका हल्दिया अहम सेंटर बनने वाला है। सिर्फ हल्दिया ही नहीं, बल्कि डबल इंजन की सरकार इस पूरे क्षेत्र को, मेदिनीपुर को पोर्ट लेड डेवलपमेंट के लाभ से जोड़ रही है। केंद्र सरकार पेटुआघाट फिशिंग हार्बर के आधुनिकीकरण के लिए भी कदम उठा रही है। ये सारे प्रयास यहां के नौजवानों के लिए रोजगार के नए अवसर बनाएंगे।

भाइयो और बहनो, 

आपके पास जो ये विस्तृत समुद्री किनारा है, इसमें टूरिज्म आधारित रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। यहां तीर्थाटन से लेकर क्रूज टूरिज्म तक की बहुत अधिक संभावनाएं हैं। आपके पास दीघा बीच जैसी एक अनमोल प्राकृतिक विरासत है, बहुत बड़ी ताकत है। केंद्र सरकार अलग-अलग सर्किट के माध्यम से देश में टूरिज्म को प्रमोट कर रही है। अब डबल इंजन की सरकार पश्चिम बंगाल में बनेगी, और इसका लाभ मेदिनीपुर को भी होने वाला है, यहां के हर परिवार को होने वाला है, हर मछुआरे को होने वाला है, हर किसान को होने वाला है, हर माता-बहन को होने वाला है, हर नौजवान को होने वाला है।  

भाइयो और बहनो,

जिस बंगाल ने पूरे भारत को बंदे मातरम की भावना में बांधा है, उस बंगाल में ममता दीदी बोहिरागोतो की बात कर रही हैं। एइ भूमी बोंकीम बाबूर, रोबी ठाकूरेर, शुभाश बोशेर, मातोंगिनी हाजरार, श्यामाप्रोशाद मुखार्जीर बोंगो-भूमी आर भारोत-भूमी। 

आमरा शोबाइ एइ भारोत-भूमीर शोन्तान।

एइ भूमीते कोनो भारोतबाशी बोहिरागोतो नोय।

बोलून भारत माता की... जय!

बंदे...मातरम!

दीदी,  ओ दीदी, एखाने कोनो भारोतबाशी बोहिरागोतो नोय। शोब भारोत-मातार शोन्तान। साथियो, जिस बंगाल से गुरुदेव ने हर भारतवासी को एक माला में पिरोया और इसी धरती से गुरुदेव ने कहा और जो हम रोज कहते हैं-

पंजाब सिंध गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग

विंध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग

उस बंगाल में, गुरुदेव की धरती से, उस बंगाल में दीदी बोहिरागोतो की बात कर रही हैं। टूरिस्ट कहा जा रहा है, मजाक उड़ाया जा रहा है, अपमान किया जा रहा है। दीदी, गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर की बंग-भूमि के लोग किसी को, ये गुरुदेव की मिट्टी की आवाज है, किसी को बोहिरागोतो नहीं मानते। बंगाल में बीजेपी की जो राज्य सरकार आप बनाने जा रहे हैं, उसमें मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी इसी मिट्टी के संतान की होगी, यही बंगाल की भूमि से होगी।  

साथियो,

लोकतंत्र में हार-जीत जनता के लिए किए गए सेवा कार्यों से तय होती है। आप सभी ने ममता दीदी को 10 साल काम करने का मौका दिया। आपके बीच आकर ममता  दीदी की जिम्मेवारी थी, वो आकर के 10 साल के काम का हिसाब दें, पल-पल का हिसाब दें, पाई-पाई का हिसाब दें। ये चुनाव में उनकी जिम्मेवारी है। लेकिन दीदी आपको हिसाब नहीं दे रही हैं, इतना ही नहीं अगर कोई हिसाब मांगे तो उसको गालियां दे रही हैं, उन पर गुस्सा कर रही हैं। अरे, जरा अपने पड़ोस में देखिए। असम में भी चुनाव चल रहा है। असम में एनडीए की सरकार है। इन 5 वर्षों में वहां तेजी से विकास के काम हुए हैं। पहले असम से लगातार हिंसा की खबरें आती थीं, तनाव की खबरें आती थीं। इन 5 वर्षों में असम में शांति आई है, स्थिरता आई है। जिन्होंने अलगाववाद का रास्ता चुना था, वो मुख्यधारा में लौट आए हैं। जबकि दीदी के राज में यहां हिंसा, बम, बंदूक उसी के  धमाके सुनाई दे रहे हैं। उसी की खबरें आती हैं। पूरे-पूरे घर उड़ जाते हैं धमाकों से घर के घर, छत की छत उड़ रही है और दीदी की सरकार सिर्फ देख रही है। इस स्थिति को हमें मिलकर बदलना होगा।

बंगाल को शांति चाहिए, बंगाल को स्थिरता चाहिए, बंगाल को बम-बंदूकों और हिंसा से मुक्ति चाहिए। और ये काम, ये काम सिर्फ बीजेपी कर सकती है। और बीजीपी कर के दिखाएगी।  दीदी, ओ दीदी, मुझे बार-बार इसलिए कहना पड़ता है कि वो सुनती नहीं हैं किसी की। दीदी, ओ दीदी-   

आपनी खैला खेलेन, आपनी खैला खेलेन, आमरा शेबा कॉरबो, आमरा शेबा कॉरबो

खैला नॉय, शेबा हौबे,

बीजेपीर एकटाई मॉन्त्रो - गरीबेर रोजगार, गरीबेर बाड़ी, गरीबेर शॉम्मान!

साथियो,

दीदी इस बात से बौखलाई हुई हैं कि बंगाल के लोग उनका खैला समझ गए हैं। इसलिए, तृणमूल वाले आजकल झूठ और प्रपंच पर उतर आए हैं। आप भी यहां देख रहे हैं कैसे नंदीग्राम को बदनाम करने के लिए एक के बाद एक झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं, झूठी बातें फैलाई जा रही हैं। दीदी, आपको नंदीग्राम ने बहुत कुछ दिया, मान दिया, सम्मान दिया। अब आप नंदीग्राम के लोगों को बदनाम कर रही हो, नंदीग्राम के लोगों पर झूठे आरोप लगा रही हो, आप नंदीग्राम के लोगों को पूरे हिन्दुस्तान भर में बदनाम कर रही हो, ये नंदीग्राम के लोग, दीदी ये नंदीग्राम के लोग ये अपमान नहीं सहेंगे और दीदी  तुम्हारा जवाब मांगेंगे। नंदीग्राम के स्वाभिमानी लोग, आपको इस अपमान की सजा देंगे और इस चुनाव में जरूर देंगे।

भाइयो और बहनो,

तृणमूल का सरोकार है- कट, कमीशन, तोलाबाजी और सिंडिकेट के ओंधोकार से!

तृणमूल का सरोकार है-  अराजकता का ओंधोकार से!

तृणमूल का सरोकार है- हिंसा और अत्याचार के ओंधोकार से!

दीदी की सरकार ने ओंधोकार दिया, डबल इंजन की भाजपा सरकार शोनार बांग्ला देगी ! 

हमारा सपना- शोनार बांग्ला !

हमारा संकल्प- शोनार बांग्ला !

हमारा सिद्धांत- शोनार बांग्ला !

और इसलिए बार-बार बीजेपी सरकार  !

इसलिए इस बार भी बीजेपी सरकार, इस बार जोर से छाप, कमल छाप!

जोर से छाप, कमल छाप !  

आप यहां भारी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए, मैं आपका बहुत आभारी हूं। और मैं देख सकता हूं आपकी आंखों में, 2 मई का चुनाव नतीजा आपकी आंखों में नजर आ रहा है। भाइयो-बहनो, मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए-

भारत माता की... जय!!

भारत माता की... जय!!

बहुत-बहुत धन्यवाद!!

 

  • krishangopal sharma Bjp February 15, 2025

    मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹🙏🌹🙏🌷🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹
  • krishangopal sharma Bjp February 15, 2025

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  • krishangopal sharma Bjp February 15, 2025

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  • Dr Swapna Verma April 27, 2024

    🙏🙏🙏🙏🙏
  • MLA Devyani Pharande February 17, 2024

    जय हिंद 🇮🇳
  • शिवकुमार गुप्ता February 18, 2022

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  • शिवकुमार गुप्ता February 18, 2022

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    जय हिंद
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    जय श्री राम
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August 23, 2025
QuoteIndia is the world's fastest-growing major economy and is soon set to become the third-largest globally: PM
QuoteIndia, with its resilience and strength, stands as a beacon of hope for the world: PM
QuoteOur Government is infusing new energy into India's space sector: PM
QuoteWe are moving ahead with the goal of a quantum jump, not just incremental change: PM
QuoteFor us, reforms are neither a compulsion nor crisis-driven, but a matter of commitment and conviction: PM
QuoteIt is not in my nature to be satisfied with what has already been achieved. The same approach guides our reforms: PM
QuoteA major reform is underway in GST, set to be completed by this Diwali, making GST simpler and bringing down prices: PM
QuoteA Viksit Bharat rests on the foundation of an Aatmanirbhar Bharat: PM
Quote'One Nation, One Subscription' has simplified access to world-class research journals for students: PM
QuoteGuided by the mantra of Reform, Perform, Transform, India today is in a position to help lift the world out of slow growth: PM
QuoteBharat carries the strength to even bend the course of time: PM

नमस्कार!

मैं World Leaders Forum में आए सभी मेहमानों का अभिनंदन करता हूं। इस फोरम की टाइमिंग बहुत perfect है, और इसलिए मैं आपकी सराहना करता हूँ। अभी पिछले हफ्ते ही लाल किले से मैंने नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स की बात कही है, और अब ये फोरम इस स्पिरिट के फोर्स मल्टीप्लायर के रूप में काम कर रहा है।

साथियों,

यहां वैश्विक परिस्थितियों पर, Geo-Economics पर बहुत विस्तार से चर्चाएं हुई हैं, और जब हम ग्लोबल Context में देखते हैं, तो आपको भारत की इकॉनॉमी की मजबूती का एहसास होता है। आज भारत दुनिया की Fastest Growing मेजर इकॉनॉमी है। हम बहुत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनॉमी बनने वाले हैं। एक्सपर्ट कह रहे हैं कि दुनिया की ग्रोथ में भारत का कंट्रीब्यूशन बहुत जल्द, करीब 20 परसेंट होने जा रहा है। ये ग्रोथ, ये रेज़ीलियन्स, जो हम भारत की इकॉनॉमी में देख रहे हैं, इसके पीछे बीते एक दशक में भारत में आई Macro-Economic Stability है। आज हमारा फिस्कल डेफिसिट घटकर Four Point Four परसेंट तक पहुंचने का अनुमान है। और ये तब है, जब हमने कोविड का इतना बड़ा संकट झेला है। आज हमारी कंपनियां, Capital Markets से Record Funds जुटा रही हैं। आज हमारे Banks, पहले से कहीं ज्यादा मज़बूत हैं। Inflation बहुत Low है, Interest Rates कम हैं। आज हमारा Current Account Deficit कंट्रोल में है। Forex Reserves भी बहुत मजबूत हैं। इतना ही नहीं, हर महीने लाखों Domestic Investors, S.I.P’s के ज़रिये हजारों करोड़ रुपए मार्केट में लगा रहे हैं।

साथियों,

आप भी जानते हैं, जब इकॉनॉमी के फंडामेंटल्स मजबूत होते हैं, उसकी बुनियाद मजबूत होती है, तो उसका प्रभाव भी हर तरफ होता है। मैंने अभी 15 अगस्त को ही इस बारे में विस्तार से चर्चा की है। मैं उन बातों को नहीं दोहराउंगा, लेकिन 15 अगस्त के आसपास और उसके बाद एक हफ्ते में जो कुछ हुआ है, वो अपने आप में भारत की ग्रोथ स्टोरी का शानदार उदाहरण है।

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साथियों,

अभी latest आंकड़ा आया है कि अकेले जून महीने में, यानी मैं एक महीने की बात करता हूं, अकेले जून के महीने में E.P.F.O डेटा में 22 लाख फॉर्मल जॉब्स जुड़ी हैं, और ये संख्या अब तक के किसी भी महीने से ज्यादा है। भारत की रिटेल इंफ्लेशन 2017 के बाद सबसे कम स्तर पर है। हमारे Foreign Exchange Reserves अपने रिकार्ड हाई के करीब है। 2014 में हमारी Solar PV Module Manufacturing Capacity करीब ढाई गीगावॉट थी, ताजा आंकड़ा है कि आज ये कैपिसिटी 100 गीगावॉट के ऐतिहासिक पड़ाव तक पहुंच चुकी है। दिल्ली का हमारा एयरपोर्ट भी ग्लोबल एयरपोर्ट्स के elite Hundred-Million-Plus Club में पहुंच गया है। आज इस एयरपोर्ट की एनुअल पैसेंजर हैंडलिंग कैपिसिटी 100 मिलियन Plus की है। दुनिया के सिर्फ 6 एयरपोर्ट्स इस Exclusive Group का हिस्सा हैं।

साथियों,

बीते दिनों एक और खबर चर्चा में रही है। S&P Global Ratings ने भारत की Credit Rating Upgrade की है। और ऐसा करीब 2 दशकों के बाद हुआ है। यानी भारत अपनी Resilience और Strength से बाकी दुनिया की उम्मीद बना हुआ है।

साथियों,

आम बोलचाल में एक लाइन हम बार बार सुनते आए हैं, कभी हम भी बोलते हैं, कभी हम भी सुनते हैं, और कहा जाता है - Missing The Bus. यानी कोई अवसर आए, और वो निकल जाए। हमारे देश में पहले की सरकारों ने टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री के अवसरों की ऐसी कई Buses छोड़ी हैं। मैं आज किसी की आलोचना के इरादे से यहां नहीं आया हूं, लेकिन लोकतंत्र में कई बार तुलनात्मक बात करने से स्थिति और स्पष्ट होती है।

साथियों,

पहले की सरकारों ने देश को वोटबैंक की राजनीति में उलझाकर रखा, उनकी सोच चुनाव से आगे सोचने की ही नहीं थी। वो सोचते थे, जो Cutting Edge Technology है, वो बनाने का काम विकसित देशों का है। हमें कभी ज़रूरत होगी, तो वहां से इंपोर्ट कर लेंगे। यही वजह थी कि सालों तक हमारे देश को दुनिया के बहुत से देशों से पीछे रहना पड़ा, हम Bus Miss करते रहे। मैं कुछ उदाहरण बताता हूं, जैसे हमारा कम्यूनिकेशन सेक्टर है। जब दुनिया में इंटरनेट का दौर शुरु हुआ, तो उस वक्त की सरकार असमंजस में थी। फिर 2G का दौर आया, तो क्या-क्या हुआ, ये हम सबने देखा है। हमने वो Bus मिस कर दी। हम 2G, 3G और 4G के लिए भी विदेशों पर निर्भर रहे। आखिर कब तक ऐसे चलता रहता? इसलिए 2014 के बाद भारत ने अपनी अप्रोच बदली, भारत ने तय कर लिया कि हम कोई भी Bus छोड़ेंगे नहीं, बल्कि ड्राइविंग सीट पर बैठकर आगे बढ़ेंगे। और इसलिए हमने पूरा अपना 5G स्टैक देश में ही विकसित किया। हमने मेड इन इंडिया 5G बनाया भी, और सबसे तेजी से देश भर में पहुंचाया भी। अब हम मेड इन इंडिया 6G पर तेज़ी से काम कर रहे हैं।

और साथियों,

हम सब जानते हैं, भारत में सेमीकंडक्टर बनने की शुरुआत भी 50-60 साल पहले हो सकती थी। लेकिन भारत ने वो Bus भी मिस कर दी, और आने वाले कई बरसों तक ऐसा ही होता रहा। आज हमने ये स्थिति बदली है। भारत में सेमीकंडक्टर से जुड़ी फैक्ट्रियां लगनी शुरु हो चुकी हैं, इस साल के अंत तक पहली मेड इन इंडिया चिप, बाजार में आ जाएगी।

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साथियों,

आज नेशनल स्पेस डे भी है, मैं आप सभी को National Space Day की शुभकामनाएं और उसके साथ ही, इस सेक्टर की भी बात करूंगा। 2014 से पहले स्पेस मिशन्स भी सीमित होते थे, और उनका दायरा भी सीमित था। आज 21वीं सदी में जब हर बड़ा देश अंतरिक्ष की संभावनाओं को तलाश रहा है, तो भारत कैसे पीछे रहता? इसलिए हमने स्पेस सेक्टर में रिफॉर्म भी किए और इसे प्राइवेट सेक्टर के लिए ओपन भी कर दिया। मैं आपको एक आंकड़ा देता हूं। Year 1979 से 2014 तक भारत में सिर्फ 42 Missions हुए थे, यानी 35 Years में 42 मिशन्स, आपको ये जानकर खुशी होगी कि पिछले 11 सालों में 60 से ज्यादा Missions पूरे हो चुके हैं। आने वाले समय में कई सारे मिशन लाइन्ड अप हैं। इसी साल हमने, स्पेस डॉकिंग का सामर्थ्य भी हासिल किया है। ये हमारे फ्यूचर के मिशन्स के लिए बहुत बड़ी अचीवमेंट है। अब भारत गगनयान मिशन से अपने Astronauts को Space में भेजने की तैयारी में है। और इसमें हमें ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के अनुभवों से भी बहुत मदद मिलने वाली है।

साथियों,

स्पेस सेक्टर को नई एनर्जी देने के लिए उसे हर बंधन से आजाद करना जरूरी था। इसलिए हमने पहली बार Private Participation के लिए Clear Rules बनाए, पहली बार Spectrum Allocation Transparent हुआ, पहली बार Foreign Investment Liberalise हुआ, और इस साल के बजट में हमने Space Startups के लिए 1,000 करोड़ रुपए का Venture Capital Fund भी दिया है।

साथियों,

आज भारत का स्पेस सेक्टर इन रीफॉर्म्स की सफलता देख रहा है। साल 2014 में भारत में सिर्फ एक Space Startup था, आज 300 से ज्यादा हैं। और वो समय भी दूर नहीं जब अंतरिक्ष में हमारा अपना स्पेस स्टेशन होगा।

साथियों,

हम इंक्रीमेंटल चेंज के लिए नहीं बल्कि क्वांटम जंप का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं। और रिफॉर्म्स हमारे लिए न कंपल्शन हैं, न क्राइसिस ड्रिवेन हैं, ये हमारा कमिटमेंट है, हमारा कन्विक्शन है! हम होलिस्टिक अप्रोच के साथ किसी एक सेक्टर की गहरी समीक्षा करते हैं, और फिर One By One उस सेक्टर में रीफॉर्म्स किए जाते हैं।

Friends,

कुछ ही दिन पहले संसद का मानसून सत्र समाप्त हुआ है। इसी मानसून सत्र में आपको Reforms की निरंतरता दिखेगी। विपक्ष द्वारा अनेक व्यवधान पैदा करने के बावजूद हम पूरे कमिटमेंट के साथ Reforms में जुटे रहे। इसी मानसून सत्र में जन विश्वास 2.0 है, यह ट्रस्ट बेस्ड गवर्नेंस और प्रो पीपल गवर्नेंस से जुड़ा बहुत बड़ा रिफॉर्म हुआ है। जन विश्वास के पहले एडिशन में हमने करीब 200 minor offences को डी-क्रिमिनलाइज किया था। अब इस कानून के दूसरे एडिशन में हमने 300 से ज्यादा minor offences को डी-क्रिमिनलाइज कर दिया है। इसी सेशन में इनकम टैक्स कानून में भी रीफॉर्म किया गया है। 60 साल से चले आ रहे इस कानून को अब और सरल बनाया गया है। और इसमें भी एक खास बात है, पहले इस कानून की भाषा ऐसी थी कि सिर्फ़ वकील या CA ही इसे ठीक से समझ पाते थे। लेकिन अब इनकम टैक्स बिल को देश के सामान्य टैक्सपेयर की भाषा में तैयार किया गया है। यह दिखाता है कि नागरिकों के हितों को लेकर हमारी सरकार कितनी संवेदनशील है।

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साथियों,

इसी मानसून सेशन में माइनिंग से जुड़े कानूनों में भी बहुत संशोधन किया गया है। शिपिंग और पोर्ट्स से जुड़े कानून भी बदले गए हैं। यह कानून भी अंग्रेजों के जमाने से ऐसे ही चले आ रहे थे। अब जो सुधार हुए हैं, वह भारत की ब्लू इकॉनॉमी को, पोर्ट लेड डेवलपमेंट को बढ़ावा देंगे। इसी तरह स्पोर्ट्स सेक्टर में भी नए रीफॉर्म किए गए हैं। हम भारत को बड़े इवेंट्स के लिए तैयार कर रहे हैं। स्पोर्ट्स इकोनॉमी के पूरे इकोसिस्टम का निर्माण कर रहे हैं। इसलिए सरकार, नई नेशनल स्पोर्ट्स पॉलिसी-खेलो भारत नीति लेकर भी आई है।

साथियों,

जो लक्ष्य हासिल कर लिया, उसी में संतुष्ट हो जाऊं, वो इतना करके बहुत हो गया, मोदी आराम कर लेगा! यह मेरे स्वभाव में नहीं है। रिफॉर्म्स को लेकर भी हमारी यही सोच हैं। हम आगे के लिए तैयारी करते रहते हैं, हमें और आगे बढ़ना हैं। अब रिफॉर्म्स का एक और पूरा आर्सेनल लेकर आने वाले हूं। इसके लिए हम कई मोर्चों पर काम कर रहे हैं। हम बेवजह के कानूनों को खत्म कर रहे हैं। नियमों और प्रक्रियाओं को सरल बना रहे हैं। प्रोसीजर्स और अप्रूवल्स को डिजिटल कर रहे हैं। अनेक प्रावधानों को डिक्रिमनलाइज कर रहे हैं। इसी कड़ी में GST में भी बहुत बड़ा रिफॉर्म किया जा रहा है। इस दीवाली तक ये प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इससे GST और आसान बनेगा और कीमतें भी कम होंगी।

साथियों,

नेक्स्ट जनरेशन रिफॉर्म्स के लिए इसके इस आर्सनल से भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ेगी, मार्केट में डिमांड बढ़ेगी, इंडस्ट्री को नई एनर्जी मिलेगी, Employment के नए अवसर बनेंगे और Ease Of Living, Ease Of Doing Business दोनों इंप्रूव होंगे।

साथियों,

आज भारत 2047 तक विकसित होने के लिए पूरी शक्ति से जुटा है और विकसित भारत का आधार आत्मनिर्भर भारत है। आत्मनिर्भर भारत को भी हमें तीन पैरामीटर्स पर देखने की जरूरत है। यह पैरामीटर हैं–स्पीड, स्केल और स्कोप। आपने ग्लोबल पेंडेमिक के दौरान भारत की स्पीड भी देखी है, स्केल भी देखा है और स्कोप भी महसूस किया है। आपको याद होगा, उस समय कैसे एकदम बहुत सारी चीजों की जरूरत पड़ गई थी और दूसरी तरफ ग्लोबल सप्लाई चेन भी एकदम ठप हो गई थी। तब हमने देश में ही जरूरी चीज़ें बनाने के लिए कदम उठाए। देखते ही देखते, हमने बहुत बड़ी मात्रा में टेस्टिंग किट्स बनाए, वेंटिलेटर्स बनाए, देशभर के अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट्स लगाए। इन सारे कामों में भारत की स्पीड दिखाई दी। हमने देश के कोने-कोने में जाकर, अपने नागरिकों को 220 करोड़ से ज्यादा मेड इन इंडिया वैक्सीन लगाईं और वो भी बिल्कुल मुफ्त। इसमें भारत का स्केल दिखाई देता है। हमने करोड़ों लोगों को तेज़ी से वैक्सीन लगाने के लिए कोविन जैसा प्लेटफॉर्म बनाया। इसमें भारत का स्कोप नजर आता है। यह दुनिया का सबसे अनूठा सिस्टम था, जिसके चलते रिकॉर्ड समय में हमने वैक्सीनेशन भी पूरा कर लिया।

साथियों,

ऐसे ही, एनर्जी के क्षेत्र में भारत की स्पीड, स्केल और स्कोप को दुनिया देख रही है। हमने तय किया था कि 2030 तक हम अपनी टोटल पावर कैपेसिटी का फिफ्टी परसेंट, नॉन फॉसिल फ्यूल से जनरेट करेंगे, यह 2030 तक का लक्ष्य था। यह टारगेट हमने पांच साल पहले इसी साल 2025 में ही अचीव कर लिया।

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साथियों,

पहले के समय जो नीतियां थीं, उसमें इंपोर्ट पर बहुत जोर रहा। लोगों के अपने फायदे थे, अपने खेल थे। लेकिन आज आत्मनिर्भर होता भारत, एक्सपोर्ट में भी नए रिकॉर्ड बना रहा है। पिछले एक साल में हमने चार लाख करोड़ रुपए के एग्रीकल्चर प्रॉडक्ट एक्सपोर्ट किए हैं। पिछले एक साल में पूरी दुनिया में 800 करोड़ वैक्सीन डोज बनी है। इसमें 400 करोड़ भारत में ही बनी हैं। आजादी के साढ़े छह दशक में हमारा इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट, 35 हज़ार करोड़ रुपए के आस-पास पहुंच पाया था। आज ये करीब सवा तीन लाख करोड़ रुपए तक पहुंच रहा है।

साथिय़ों,

2014 तक भारत 50 हजार करोड़ रुपए के आसपास के ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट करता था। आज भारत एक साल में एक लाख बीस हज़ार करोड़ रुपए के ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट कर रहा है। आज हम मेट्रो कोच, रेल कोच से लेकर रेल लोकोमोटिव तक एक्सपोर्ट करने लगे हैं। वैसे आपके बीच आया हूं, तो भारत की एक और सफलता के बारे में आपको बता दूं, भारत अब दुनिया के 100 देशों को इलेक्ट्रिक व्हीकल भी एक्सपोर्ट करने जा रहा है। दो दिन के बाद 26 अगस्त को इससे जुड़ा एक बहुत बड़ा कार्यक्रम भी हो रहा है।

साथियों,

आप सभी जानते हैं, देश की प्रगति का बहुत बड़ा आधार रिसर्च भी है। इंपोर्टेड रिसर्च से गुज़ारा तो हो सकता है, लेकिन जो हमारा संकल्प है, वह सिद्ध नहीं हो सकता। इसलिए, रिसर्च फील्ड में हमें Urgency चाहिए, वैसा Mindset चाहिए। हमने रिसर्च को प्रोत्साहित करने के लिए बहुत तेजी से काम किया है। इसके लिए जो जरूरी पॉलिसी और प्लेटफार्म चाहिए, उस पर भी हम लगातार काम कर रहे हैं। आज, रिसर्च और डेवलपमेंट पर होने वाला खर्च 2014 की तुलना में दोगुने से भी अधिक हो गया है। 2014 की तुलना में फाइल किए जाने वाले पेटेंट्स की संख्या भी 17 टाइम ज्यादा हो गई है। हमने करीब 6,000 हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स में रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल स्थापित किए गए हैं। ‘वन नेशन, वन सब्सक्रिप्शन’ से भी आप परिचित हैं। इसने छात्रों के लिए विश्वस्तरीय रिसर्च जर्नल्स तक पहुँचने में उनको बहुत आसान बना दिया है। हमने 50 हज़ार करोड़ रुपए के बजट के साथ नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बनाया है। एक लाख करोड़ रुपए की रिसर्च डेवलपमेंट एंड इनोवेशन स्कीम को भी मंजूरी दे दी है। लक्ष्य ये है कि प्राइवेट सेक्टर में, विशेषकर Sunrise और Strategic Sectors में नई रीसर्च को सपोर्ट मिले।

साथियों,

यहां इस समिट में इंडस्ट्री के बड़े-बड़े दिग्गज भी हैं। आज समय की मांग है कि इंडस्ट्री और प्राइवेट सेक्टर आगे आएं, विशेषकर Clean Energy, Quantum Technology, Battery Storage, Advanced Materials और Biotechnology जैसे सेक्टर्स में रिसर्च पर अपना काम और अपना निवेश और बढ़ाएँ। इससे विकसित भारत के संकल्प को नई एनर्जी मिलेगी।

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साथियों,

रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म के मंत्र पर चल रहा भारत आज उस स्थिति में है कि वो दुनिया को धीमी ग्रोथ से बाहर निकाल सकता है। हम ठहरे हुए पानी में किनारे पर बैठकर के कंकड़ मारकर एंजॉय करने वाले लोग नहीं हैं, हम बहती तेज़ धारा को मोड़ने वाले लोग हैं और जैसा मैंने लाल किले से कहा था, भारत...समय को भी मोड़ देने का सामर्थ्य लेकर चल रहा है।

साथियों,

एक बार आप सबसे मिलने का मुझे अवसर मिला है, इसके लिए मैं इकोनॉमिक टाइम्‍स का आभार व्यक्त करता हूं। आप सबका भी हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं!

धन्‍यवाद!