1. आजादी के इस पावन पर्व की सभी देशवासियों को बधाई और बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
  2. यह सभी स्वातंत्र्य सेनानियों को, आजादी के वीरों को, नरबांकुरों को, वीर शहीदों को नमन करने का पर्व है। साथ ही मां भारती की रक्षा और सामान्‍य मानव की सुरक्षा में जुटे सेना के जांबाज जवानों, अर्धसैनिक बलों, पुलिस के जवानों, को भी हम नमन करते हैं।
  3. कोरोना यौद्धाओं को नमन : इस कोरोना के कालखंड में ‘सेवा परमो धर्म:’ के मंत्र के साथ, पूर्ण समर्पण भाव से मां भारती के लालों की सेवा करने वाले सभी कोरोना warriors को भी मैं आज नमन करता हूं।
  4. कारोनो प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना: कोरोना से अनेक हमारे भाई-बहन, कई परिवार प्रभावित हुए हैं। कईयों ने अपनी जान भी गवाई है। मैं ऐसे सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदनशीलता प्रकट करता हूं। 130 करोड़ देश‍वासियों की अदम्‍य इच्‍छा शक्ति, संकल्‍प शक्ति हमें विजय दिलाएगी और हम विजयी होकर रहेंगे।
  5. मैं पिछले दिनों north-east पूर्वी भारत, दक्षिण भारत और पश्चिमी भारत के कुछ इलाकों मे आयी बाढ़ और भूस्‍खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित  परिवारों के प्रति भी अपनी संवेदना व्यक्‍त करता हूं।
  1. आजादी के 75 वर्ष के लिए संकल्प : अगले वर्ष हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे। एक बहुत बड़ा पर्व हमारे सामने है। हम इसे संकल्पों की पूर्ति के रूप में मनाएंगे।  
  2. आजादी के लिए बलिदान : गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो। भारत का आजादी का आंदोलन दुनिया के अंदर भी एक प्रेरणा का पुंज बन गया... दिव्‍य स्‍तंभ बन गया और दुनिया में भी आजादी की ललक जगी।
  3. कोरोना वैश्विक महामारी और आत्‍मनिर्भर भारत : कोरोना वैश्विक महामारी के बीच 130 करोड़ भारतीयों ने संकल्‍प लिया- आत्‍मनिर्भर बनने का...और आत्‍मनिर्भर भारत आज 130 करोड़ देशवासियों के लिए मंत्र बन गया है।
  4. आत्‍मनिर्भर भारत और विश्‍व: जब हम आत्‍मनिर्भर भारत की बात करते हैं तो दुनिया को उत्सुकता भी है, भारत से अपेक्षा भी है... और इसलिए हमें उस अपेक्षा को पूर्ण करने के लिए अपने-आप को योग्‍य बनाना बहुत आवश्‍यक है।
  5. वसुधैव कुटुम्‍बकम् : आज दुनिया interconnected है, आज दुनिया interdependent है और इसलिए समय की मांग है कि विश्‍व अर्थव्‍यवस्‍था में भारत जैसे विशाल देश का योगदान बढ़ना चाहिए। विश्‍व कल्‍याण के लिए भी ये भारत का कर्तव्य है।
  6. भारत की प्राकृतिक संपदा : हमारे देश में अथाह प्राकृतिक संपदा है। आज समय की मांग है कि हमारे इन प्राकृतिक संसाधनों में हम value addition करें, हम अपनी मानव संपदा में मूल्‍यवृद्धि करें, नई ऊंचाइयों पर ले जाएं।
  7. कृषि क्षेत्र में सुधार :  वैश्विक आवश्‍यकताओं के अनुसार हमारे कृषि जगत में बदलाव की आवश्‍यकता है। विश्व की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें अपने कृषि जगत को भी आगे बढ़ाने की जरूरत है। कौन सोच सकता था कि किसानों की भलाई के लिए APMC जैसे एक्ट में इतने बदलाव हो जाएंगे।
  8. वोकल फॉर लोकल : आजाद भारत की मानसिकता होनी चाहिए- Vocal For Local...हमारे जो स्‍थानीय उत्‍पाद हैं उनका हमें गौरवगान करना चाहिए। आइए, हम मिल करके संकल्‍प लें, आजादी के 75 साल के पर्व की ओर जब कदम रख रहे हैं, तब Vocal For Local जीवन मंत्र बन जाए, और हम मिल करके भारत की उस ताकत को बढ़ावा दें।
  9. विभिन्‍न क्षेत्रों में सुधार : भारत में परिवर्तन के इस कालखंड के Reforms के परिणामों को दुनिया बारीकी से देख रही है। उसी का कारण है बीते वर्ष भारत में FDI ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। भारत में FDI में 18की वृद्धि हुई है...बढ़ोतरी हुई है। और इसलिए कोरोना काल में भी दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत की ओर रूख कर रही हैं।
  10. राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति हो, One Nation-One Ration Card की बात हो, One Nation-One Grid की बात हो, One Nation-One Tax की बात हो, Insolvency और bankruptcy code उसकी बात हो, चाहे बैंकों को Merger करने का प्रयास हो...सुधार देश की सच्‍चाई बन चुके हैं
  11. दुनियाभर के अनेक Business भारत को supply chain के केंद्र के रूप में आज देख रहे हैं। अब हमें Make in India के साथ-साथ Make for World इस मंत्र को लेकर भी हमें आगे बढ़ना है।
  1. राष्‍ट्रीय बुनियादी ढांचा परियोजना : देशवासियों के जीवन को, देश की अर्थव्‍यवस्‍था को कोरोना के प्रभाव से जल्‍दी से जल्‍दी बाहर निकालना आज हमारी प्राथमिकता है। इसमें अहम भूमिका रहेगी National Infrastructure Pipeline Project की। इस पर 110 लाख करोड़ रूपये से भी ज्‍यादा खर्च किये जाएंगे। इसके लिए अलग-अलग सेक्‍टर में लगभग सात हजार projects की पहचान कर ली गई है। इससे देश के Overall Infrastructure Development को एक नई दिशा भी मिलेगी, एक नई गति भी मिलेगी।  
  2. मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी :  Infrastructure को लेकर अब हम silos में नहीं चल सकते हें। हम multi model connectivity Infrastructure को जोड़ने के लिए अब आगे बढ़ रहे हैं। और यह एक नया आयाम होगा, बहुत बड़ा सपना लेकर के इस पर काम शुरू किया है और मुझे विश्‍वास है कि silos को खत्‍म करके हम, इन सारी व्‍यवस्‍था को एक नई ताकत देंगे।
  3. श्रम शक्ति का सम्‍मान:  किसी भी राष्‍ट्र की आजादी का स्रोत उसका सामर्थ्‍य होता है, उसके वैभव, उन्‍नति, प्रगति का स्रोत उसकी श्रम शक्ति है।
  4. बीते छह वर्षों में देश के मेहनतकश नागरिकों का जीवन बेहतर बनाने के लिए अनेक अभियान चलाए गए हैं। आप देखिए बैंक खाता हो, पक्‍के घर की बात हो, इतनी बड़ी मात्रा में शौचालय बनाने हो, हर घर में बिजली connection पहुंचाना हो, माताओं-बहनों को धुएं से मुक्‍त करने के लिए गैस का कनेक्‍शन देना हो, गरीब से गरीब को बीमा सुरक्षा देने का प्रयास हो, पांच लाख रुपये तक अच्‍छे से अच्‍छे अस्‍पताल में मुफ्त इलाज कराने के लिए आयुष्‍मान भारत योजना हो,राशन की दुकानों को टेक्‍नोलॉजी से जोड़ने की बात हो- हर गरीब, हर व्‍यक्ति बिना किसी भेदभाव के पूरी पारदर्शिता के साथ उसको लाभ पहुंचाने में पिछले छह साल में बहुत अच्‍छी तरह प्रगति की है।
  5. गरीब कल्‍याण रोजगार अभियान  कोरोना काल में अपने ही गांव में रोजगार के लिए गरीब कल्‍याण रोजगार अभियान शुरू किया गया है। श्रमिक साथी खुद को re-skill करें, up-skill करें इस पर विश्‍वास करते हुए, श्रम-शक्ति पर भरोसा करते हुए, गांव के संसाधनों पर भरोसा करते हुए, हम vocal for local पर बल देते हुए re-skill, up-skill के द्वारा अपने देश की श्रम-शक्ति को, हमारे गरीबों को empower करने की दिशा में हम काम कर रहे हैं।
  6. संतुलित विकास : आत्‍मनिर्भर भारत बनाने के‍ लिए संतुलित विकास बहुत आवश्‍यक है और हमने 110 से ज्‍यादा आकांक्षी जिले identify किए हैं, जो average से भी पीछे हैं, उनको सभी parameters में राज्‍य की और राष्‍ट्र की average तक ले आना है।
  1. आत्‍मनिर्भर कृषि और आत्‍मनिर्भर‍ किसान :  आत्‍मनिर्भर भारत की अहम प्राथमिकता आत्‍मनिर्भर कृषि और आत्‍मनिर्भर‍ किसान हैं और इनको हम कभी भी नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं। देश के किसानों को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए हाल ही में भारत सरकार ने एक लाख करोड़ रुपए agriculture infrastructure के लिए आवंटित किए हैं।
  2. किसानों की आय दोगुनी करना:  किसानों की आय बढ़ाने के लिए अनेक वै‍कल्पिक चीजों पर भी बल दिया है। उसकी किसानी में input cost कैसे कम हो, Solar pump उसको डीजल पंप से मुक्ति कैसे दिला दें, अन्‍नदाता ऊर्जादाता कैसे बने, मधुमक्‍खी पालन हो, fisheries हो, poultry हो, ऐसी अनेक चीजें उसके साथ जुड़ जाएं, ताकि उसकी आय दोगुनी हो जाए, उस दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं।
  3. ग्रामीण उद्योग : ग्रामीण उद्योगों को मजबूत करने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में विशिष्‍ट प्रकार से आर्थिक कलस्‍टर बनाए जाएंगे। कृषि और गैर-कृषि उद्योगों का गांव के अंदर एक जाल बनाया जाएगा और उसके कारण उसके साथ-साथ किसानों के लिए जो नये FPO किसान उत्‍पादक संघ बनाने की हमने कोशिश की है, वो अपने-आप में एक बहुत बड़ा economic empowerment का काम करेगा।
  1. जल जीवन मिशन : मैंने पिछली बार यहां पर जल-जीवन मिशन की घोषणा की थी, आज उसको एक साल हो रहा है। मुझे संतोष है कि प्रतिदिन हम एक लाख से ज्‍यादा घरों में पाईप से जल पहुंचा रहे हैं और पिछले एक साल में 2 करोड़ परिवारों तक हम जल पहुंचाने में सफल हुए हैं।
  1. मध्‍यम वर्ग को सुविधाएं : मध्‍यमवर्ग को सरकारी दखलंदाजी से मुक्ति चाहिए, मध्‍यम वर्ग को अनेक नए अवसर चाहिए, उसको खुला मैदान चाहिए और हमारी सरकार लगातार मध्‍यम वर्ग के इन सपनों को पूरा करने के लिए काम कर रही है। मध्‍यम वर्ग का पहला सपना होता है अपना घर होना चाहिए। देश में बहुत बड़ा काम हमने EMI के क्षेत्र में किया और उसके कारण Home Loan सस्‍ते हुए और जब एक घर के लिए कोई लोन लेता है तो लोन पूरी करते-करते करीब 6 लाख रुपये की उसको छूट मिल जाती है।
  2. MSME Sector में जो Reforms हुए है, Agriculture Sector में जो Reforms हुए है, इसका सीधा-सीधा लाभ मध्‍यम वर्गीय मेहनतकश परिवारों को जाने वाला है और उसके कारण हजारों-करोड़ों रुपयों का Special Fund, आज जो हमारे व्‍यापारी बंधुओं को, हमारे लघु उद्योगकारों को हम दे रहे हैं, उनको इसका लाभ मिलने वाला है।
  3. कराधान में सुविधाएं : GST में बहुत तेजी से Taxation कम हुआ है, Income Tax कम हुआ है। Co-operative बैंकों को RBI से जोड़ना...ये अपने आप में मध्‍यम वर्गीय परिवारों के पैसों को सुरक्षित रखने की गारंटी इसके साथ जुड़ी हुई है।
  4. नई राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति : आत्‍मनिर्भर भारत के निर्माण में, आधुनिक भारत के निर्माण में, नए भारत के निर्माण में, समृद्ध और खुशहाल भारत के निर्माण में, देश की शिक्षा का बहुत बड़ा महत्‍व है। इसी सोच के साथ देश को तीन दशक के बाद नई राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति देने में हम आज यशस्‍वी हुए हैं। राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति हमारे विद्यार्थियों को जड़ से जोड़ेगी। लेकिन साथ-साथ उनको एक Global Citizen बनाने का भी पूरा सामर्थ्‍य देगी।
  5. नवाचार पर बल : राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति में National Research Foundation पर विशेष बल दिया गया है, क्‍योंकि देश को प्रगति करने के लिए innovation बहुत आवश्‍यक होता है। innovation को जितना बल मिलेगा... research को जितना बल मिलेगा, उतना ही देश को आगे ले जाने में... competitive world में आगे बढ़ने में बहुत ताकत मिलेगी।
  6. डिजिटल इंडिया : कभी-कभी आफत में भी कुछ ऐसी चीजें उभरकर आ जाती हैं, नई ताकत दे देती हैं और इसलिए आपने देखा होगा कोरोना काल में online classes एक प्रकार से culture बन गया है।
  7. ऑनलाइन ट्रांजैक्‍शन : देश में online digital transaction भी तेजी बढ़ रहे हैं। भारत जैसे देश में यूपीआई भीम के ज़रिए एक महीने में 3 लाख करोड़ रूपये का transaction हुआ है।
  8. पंचायतों तक optical fibre network : 2014 से पहले हमारे देश में 5 दर्जन पंचायतों में optical fibre था।  गत 5 वर्ष में डेढ़ लाख ग्राम पंचायतों तक optical fibre network पहुंच गया जो आज इतना मदद कर रहा है। हमने तय किया है कि छह लाख से अधिक गांवों में हजारों-लाखों किलोमीटर optical fibre का काम चलाया जाएगा। 1000 दिन के अंदर-अंदर देश के छह लाख से अधिक गांवों में optical fibre network का काम पूरा कर दिया जाएगा।
  9. साइबर सुरक्षा : बदलती हुई technology में cyber space पर हमारी निर्भरता बढ़ती जाने वाली है लेकिन cyber space से खतरे भी जुड़े हुए हैं। भारत बहुत सतर्क है और इन खतरों का सामना करने के लिए फैसला ले रहा है। सरकार जल्‍द ही नई साइबर सुरक्षा नीति का पूरा खाका देश के सामने लायेगी।
  10. महिला शक्ति : भारत में महिला शक्ति को जब-जब भी अवसर मिले, उन्‍होंने देश का नाम रोशन किया है, देश को मजबूती दी है। महिलाओं को रोजगार और स्‍व-रोजगार के समान अवसर देने के लिए आज देश प्रतिबद्ध है। आज भारत दुनिया के उन देशों में है जहां नौसेना और वायुसेना में महिलाओं को combat role में शामिल किया जा रहा है।
  11. महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण : 40 करोड़ जन-धन खातों में 22 करोड़ खाते हमारी बहनों के हैं। 25 करोड़ के करीब मुद्रा लोन दिए गए हैं, उसमें 70 प्रतिशत मुद्रा लोन लेने वाली हमारी माताएं-बहनें हैं।
  12. महिला स्‍वास्‍थ्‍य : गरीब बहन-बेटियों के बेहतर स्वास्थ्य की भी चिंता ये सरकार लगातार कर रही है। हमने जन-औषधि केंद्र के अंदर एक रूपये में sanitary pad पहुंचाने के लिए बहुत बड़ा काम किया है। बेटियों में कुपोषण खत्‍म हो, उनकी शादी की सही आयु क्‍या हो, इसके लिए हमने कमेटी बनाई है। उसकी रिपोर्ट आते ही बेटियों की शादी की उम्र के बारे में भी उचित फैसले लिए जाएंगे।
  13. स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र  :  कोरोना काल खंड में Health Sector की तरफ ध्‍यान जाना बहुत स्‍वाभाविक है।  कोरोना की शुरुआत के समय इसकी जांच के लिए हमारे देश में सिर्फ एक Lab थी, आज 1400 Labs का नेटवर्क हिन्‍दुस्‍तान के हर कोने में फैला हुआ है। जब कोरोना का संकट आया तो एक दिन में सिर्फ 300 टेस्‍ट हो पाते थे। आज हर दिन 7 लाख से ज्‍यादा टेस्‍ट हम कर पा रहे हैं।
  14. देश में नए AIIMS, नए Medical College का निर्माण, आधुनिकीकरण की दिशा में हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं। पांच साल में MBBS, MD में 45 हजार से ज्‍यादा students के लिए सीटों की बढ़ोतरी की गई है।
  15. नेशनल डिजिटल हेल्‍थ मिशन : Health Sector में आज से National Digital Health Mission का भी आरंभ किया जा रहा है। इसमें technology का भी बहुत बड़ा रोल रहेगा। भारत के Health Sector में ये एक नई क्रांति ले आएगा। प्रत्‍येक भारतीय को Health ID दी जाएगी। ये Health ID प्रत्‍येक भारतीय के स्‍वास्‍थ्‍य खाते की तरह काम करेगी।
  16. कोरोना वैक्‍सीन : देश के वैज्ञानिक कोराना का टीका विकसित करने में जी-जान से जुटे हुए हैं। भारत में एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन vaccine टेस्टिंग के अलग-अलग चरण में हैं। वैज्ञानिकों से जब हरी झंडी मिल जाएगी, बड़े पैमाने पर Production होगा और उनकी तैयारियां भी पूरी तरह Ready हैं।  
  17. लेह-लद्दाख, कारगिल, जम्‍मू-कश्‍मीर... को एक वर्ष पूर्व अनुच्छेद 370 से आजादी मिल चुकी है... एक साल पूरा हो चुका है। ये साल जम्‍मू-कश्‍मीर की एक नई विकास यात्रा का बड़ा महत्‍वपूर्ण पड़ाव है। ये साल वहां की महिलाओं को, दलितों को, मूलभूत अधिकारों को देने वाला कालखंड रहा है। ये हमारे शरणार्थियों को गरिमा पूर्ण जीवन जीने का भी एक साल रहा है।
  18. जम्‍मू-कश्‍मीर में स्‍थानीय इकाइयों के जनप्रतिनिधि सक्रियता और संवेदनशीलता के साथ विकास के नए युग को आगे बढ़ा रहे हैं। मैं इस विकास यात्रा में सक्रिय भागीदारी के लिए सभी पंच-सरपंचों को हृदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
  19. जम्‍मू-कश्‍मीर में Delimitation की प्रक्रिया चल रही है। सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्‍यायमूर्ति के नेतृत्‍व में Delimitation का काम चल रहा है और जल्‍दी से Delimitation का काम पूरा होते ही भविष्‍य में वहां चुनाव हों, जम्‍मू-कश्‍मीर का M.L.A हो, जम्‍मू-कश्‍मीर के मंत्रीगण हों, जम्‍मू-कश्‍मीर के मुख्‍यमंत्री हों... नई ऊर्जा के साथ विकास के मार्ग पर आगे बढ़ें, इसके लिए देश प्रतिबद्ध भी है और प्रयासरत भी है।
  20. लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश बनाकर के बरसों पुरानी जो उनकी मांग थी, उनकी आंकाक्षा थी, उसे हमने पूरा किया है। हिमालय की ऊंचाइयों में बसा लद्दाख विकास के नए शिखर की ओर आगे बढ़ रहा है। अब central university वहां पर बन रही है। नए research centre बन रहे हैं, hotel management के courses वहां चल रहे हैं। बिजली के लिए साढ़े सात हजार मेगावाट के Solar Park के निर्माण की योजना बन रही है।  
  21. मेरे प्‍यारे देशवासियो, भारत ने दिखाया है कि पर्यावरण के साथ संतुलन रखते हुए भी तेज विकास संभव है। आज भारत one world, one sun, one grid के vision के साथ पूरी दुनिया को खासतौर से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रेरित कर रहा है।
  22. Renewable energy के उत्‍पादन के मामले में आज भारत दुनिया के top पांच देशों में अपनी जगह बना चुका है। प्रदूषण के समाधान को लेकर भारत सजग भी है और भारत सक्रिय भी है।
  23. पेट्रोल से प्रदूषण कम करने के लिए ethanol का उत्‍पादन बढ़ाने और उसके इस्‍तेमाल पर बल दिया जा रहा है। पांच साल पहले देश में 40 करोड़ लीटर ethanol का उत्‍पादन होता था। आज यह पांच गुना बढ़कर 200 करोड़ liter हो गया है। जो पर्यावरण के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहा है।
  24. मेरे प्‍यारे देशवासियो, देश के चुने हुए 100 शहरों में, प्रदूषण कम करने के लिए, हम एक holistic approach के साथ, आधुनिक technology का भरपूर उपयोग करते हुए हम प्रदूषण कम करने की दिशा में एक मिशन मोड में काम करने वाले हैं।                                        
  25. सीमाओं की रक्षा : इतनी आपदाओं के बीच सीमा पर भी देश के सामर्थ्‍य को चुनौती देने के दुष्प्रयास हुए हैं। लेकिन LOC से लेकर LAC तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई देश की सेना ने, हमारे वीर-जवानों ने उसका उसी की भाषा में जवाब दिया है।
  26. भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरा देश एक जोश से भरा हुआ है, संकल्‍प से प्रेरित है। इस संकल्‍प के लिए हमारे वीर-जवान क्‍या कर सकते हैं, देश क्‍या कर सकता है...ये लद्दाख में दुनिया ने देख लिया है। मैं आज मातृभूमि पर न्‍यौछावर उन सभी वीर-जवानों को लालकिले की प्राचीर से आदरपूर्वक नमन करता हूं।
  27. आतंकवाद और विस्‍तारवाद का मुकाबला : आतंकवाद और विस्तारवाद का भारत आज डटकर मुकाबला कर रहा है। आज दुनिया का भारत पर विश्‍वास और मजबूत हुआ है। पिछले दिनों संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के अस्‍थायी सदस्‍य के रूप में 192 में से 184 देशों का भारत को समर्थन मिलना, ये हर हिन्‍दुस्‍तानी के लिए गर्व की बात है।
  28. पड़ोसी देशों से संबंध : भारत का लगातार प्रयास है कि अपने पड़ोसी देशों के साथ हम अपने सदियों पुराने सांस्‍कृतिक, आर्थिक और सामाजिक रिश्‍तों को और गहराई दें। पड़ोसी सिर्फ वो ही नहीं है जिनसे हमारी भौगोलिक सीमाएं मिलती हैं, बल्कि वे भी हैं जिनसे हमारे दिल मिलते हैं... जहां रिश्‍तों में समरसता होती है, मेलजोल रहता है।
  29. मुझे खुशी है बीते कुछ समय में भारत ने Extended Neighbourhood के सभी देशों के साथ अपने संबंधों को और मजबूत किया है। हमारे पूर्व के आसियान देश जो हमारे maritime पड़ोसी भी हैं, वो भी हमारे लिए बहुत विशेष महत्‍व रखते हैं। इनके साथ भारत का हजारों वर्ष पुराना धार्मिक और सांस्‍कृतिक संबंध है। बौद्ध धर्म की परम्‍पराएं हमें उनसे जोड़ती है।
  30. रक्षा क्षेत्र में आत्‍मनिर्भरता : रक्षा उत्‍पादन में आत्‍मनिर्भर भारत के लिए बड़े कदम उठाए गए हैं। हाल ही में 100 से ज्‍यादा सैन्‍य उपकरणों के आयात पर हमने रोक लगा दी है- मिसाइलों से लेकर के हल्‍के युद्धक हेलीकॉप्‍टरों तक, assault राइफल से लेकर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट तक सभी मेक इन इंडिया हो गए। देश की सुरक्षा में हमारे बॉर्डर और costal Infrastructure की बहुत बड़ी भूमिका हे। आज हिमालय की चोटियां हो, या हिंद महासागर के द्वीप, हर दिशा में connectivity के विस्‍तार पर जोर दिया जा रहा है।
  31. सीमावर्ती क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षण : करीब 173 सीमावर्ती जिलों में हम करीब-करीब एक लाख नये NCC के cadets तैयार करेंगे और उसमें एक तिहाई हमारी बेटियां हों, यह भी प्रयास रहेगा। बॉर्डर एरिया के cadets को सेना प्रशिक्षित करेगी। coastal एरिया के जो cadets हैं उनको Navy के लोग प्रशिक्षित करेंगे और जहां air base हैं वहां के कैडिट्स को एयरफोर्स की तरफ से training दी जाएगी।
  32. देश के द्वीपीय क्षेत्रों में कनेक्टिविटी : पिछले सप्‍ताह अंडमान-निकोबार में submarine optical fiber cable project का लोकार्पण हुआ। अंडमान-निकोबार को भी चेन्‍नई और दिल्‍ली जैसी internet सुविधा अब उपलब्‍ध होगी। अब हम आगे लक्षद्वीप को भी इसी तरह जोड़ने के लिए  काम को आगे बढ़ाने वाले हैं।
  33. बीते वर्ष की महत्‍वपूर्ण उपलब्धियां : बीते एक साल में ही देश ने बड़े और महत्‍वपूर्ण फैसलों के पड़ाव को पार कर लिया है। गांधीजी की 150वीं जयंती पर भारत के गांवों ने खुद को खुले में शौच से मुक्‍त किया है। आस्‍था की वजह से प्रताड़ित शरणार्थियों को नागरिकता देने का कानून, दलितों, पिछड़ों, ओबीसी के लिए आरक्षण के अधिकार को बनाने की बात हो, असम और त्रिपुरा में ऐतिहासिक शांति समझौता हो, फौज की सामूहिक शक्ति को और प्रभावी बनाने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ की नियुक्ति हो, करतारपुर साहिब कॉरिडोर का रिकॉर्ड समय में निर्माण हो... देश ने इतिहास बनाया, इतिहास बनते देखा, असाधारण काम करके दिखाया।
  34. राम मंदिर के लिए भूमि पूजन साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल : 10 दिन पूर्व अयोध्‍या में भगवान राम के भव्‍य मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है। राम जन्‍मभूमि के सदियों पुराने विषय का शांतिपूर्ण समाधान हो चुका है। देश के लोगों ने जिस संयम के साथ और समझदारी के साथ आचरण किया है, व्‍यवहार किया है, यह अभूतपूर्व है और भविष्‍य के लिए हमारे लिए प्रेरणा कारक है। शांति, एकता और सद्भावना यही तो आत्‍मनिर्भर भारत की ताकत बनने वाली है।
  35. एक भारत श्रेष्ठ भारत : हमारी policy, हमारे process, हमारे products सब कुछ उत्‍तम से उत्‍तम हों, best हों, तभी ‘एक भारत-श्रेष्‍ठ भारत’ की परिकल्‍पना साकार होगी।

 

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English translation of India's National Statement at the 21st ASEAN-India Summit delivered by Prime Minister Narendra Modi
October 10, 2024

Your Majesty,

Excellencies,

Thank you all for your valuable insights and suggestions. We are committed to strengthening the Comprehensive Strategic Partnership between India and ASEAN. I am confident that together we will continue to strive for human welfare, regional peace, stability, and prosperity.

We will continue to take steps to enhance not only physical connectivity but also economic, digital, cultural, and spiritual ties.

Friends,

In the context of this year's ASEAN Summit theme, "Enhancing Connectivity and Resilience,” I would like to share a few thoughts.

Today is the tenth day of the tenth month, so I would like to share ten suggestions.

First, to promote tourism between us, we could declare 2025 as the "ASEAN-India Year of Tourism.” For this initiative, India will commit USD 5 million.

Second, to commemorate a decade of India’s Act East Policy, we could organise a variety of events between India and ASEAN countries. By connecting our artists, youth, entrepreneurs, and think tanks etc., we can include initiatives such as a Music Festival, Youth Summit, Hackathon, and Start-up Festival as part of this celebration.

Third, under the "India-ASEAN Science and Technology Fund," we could hold an annual Women Scientists’ Conclave.

Fourth, the number of Masters scholarships for students from ASEAN countries at the newly established Nalanda University will be increased twofold. Additionally, a new scholarship scheme for ASEAN students at India’s agricultural universities will also be launched starting this year.

Fifth, the review of the "ASEAN-India Trade in Goods Agreement” should be completed by 2025. This will strengthen our economic relations and will help in creating a secure, resilient and reliable supply chain.

Sixth, for disaster resilience, USD 5 million will be allocated from the "ASEAN-India Fund." India’s National Disaster Management Authority and the ASEAN Humanitarian Assistance Centre can work together in this area.

Seventh, to ensure Health Resilience, the ASEAN-India Health Ministers Meeting can be institutionalised. Furthermore, we invite two experts from each ASEAN country to attend India’s Annual National Cancer Grid ‘Vishwam Conference.’

Eighth, for digital and cyber resilience, a cyber policy dialogue between India and ASEAN can be institutionalised.

Ninth, to promote a Green Future, I propose organising workshops on green hydrogen involving experts from India and ASEAN countries.

And tenth, for climate resilience, I urge all of you to join our campaign, " Ek Ped Maa Ke Naam” (Plant for Mother).

I am confident that my ten ideas will gain your support. And our teams will collaborate to implement them.

Thank you very much.