‘आतंकवाद को नेस्तनाबूद करने कठोर कानून बनाए केन्द्र'
आतंकियों की अमानुषी हिंसा के खिलाफ श्री मोदी ने जताया आक्रोश
गांधीनगर, शनिवारः मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवादियों द्वारा निर्दोष नागरिकों को अमानवीय हिंसा का शिकार बनाए जाने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए आतंकवाद के खिलाफ जंग में केन्द्र सरकार की कमजोर मानसिकता की कड़े शब्दों में निंदा की। श्री मोदी शनिवार को आणंद स्थित सरदार पटेल विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
विश्वविद्यालय में सरदार पटेल की तस्वीर पर श्रद्घासुमन अर्पित करते हुए भावविभोर बनें मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस लौहपुरुष ने देश को एकसूत्र में पिरोकर अखंड बनाया, उस देश की एकता को तोड़ने वाले आतंकवाद के नासूर से न जाने कितने ही निर्दोष लोगों की जिन्दगी को तबाह किया जा रहा है। गहरी पीड़ा और आक्रोश के साथ श्री मोदी ने कहा कि, यदि आज सरदार साहब होते तो निर्दोष नागरिकों का रक्त यूं न बहता और यदि रक्त की धार बहती भी तो वह आतंकियों की ही होती और तो और जेल की सलाखों के पीछे धकेले गए आतंकियों को तो कब का फांसी के फंदे पर लटका दिया गया होता।
‘आतंकवाद को खत्म करना संभव नहीं,' यह उच्चार व्यक्त करने वाले की कड़ी आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के नौजवानों का एक ही जवाब हो सकता है कि आतंकवादी को किसी भी स्थिति में माफ नहीं किया जा सकता, और समग्र देश यही जवाब चाहता है। उन्होंने कहा कि आज मानव अधिकार आम नागरिक का विषय नहीं रहा है, लेकिन जो मानव ही नहीं तथा जिसके भीतर मानवता का अंश नहीं ऐसे आतंकवादी-नक्सलवादी नराधमों के मानव अधिकार की रक्षा के लिए दिल्ली में बैठी वर्तमान केन्द्र सरकार की उन्होंने कड़ी आलोचना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार साम्प्रदायिक हिंसा का कानून लाने के लिए रात-दिन एक कर रही है लेकिन अफसोस, उसके पास आतंकवाद को नेस्तनाबूद करने की फुर्सत ही नहीं। अमेरिका सहित दुनिया के शक्तिशाली देश कठोर कानून के जरिए आतंकवाद की चुनौती का मुकाबला कर रहे हैं, ऐसे में आज सरदार पटेल की इस भूमि से मुंबई के आतंकी बम धमाकों की चीख गूंज रही है, लेकिन इसी भूमि पर हमें आतंकवाद को नेस्तनाबूद करने की चुनौती का सामना करना होगा।
सरदार पटेल विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परीक्षा भवन च्ज्ञानोदयज् का श्री मोदी ने किया उद्घाटन
ऑनलाइन भर्ती एवं प्रतियोगी परीक्षा के लिए हो परीक्षा भवनों का अधिकतम उपयोगः मुख्यमंत्री
गांधीनगर, शनिवारः मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय, आणंद के नवनिर्मित परीक्षा भवन-ज्ञानोदय का उद्घाटन करते हुए टेक्नोलॉजी के जरिए ऑनलाइन भर्ती एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए परीक्षा भवनों के अधिकतम उपयोग की हिमायत की।
वल्लभ विद्यानगर में सरदार पटेेल विश्वविद्यालय के विशाल शैक्षणिक परिसर में 9 करोड़ रुपये की लागत से 77,000 वर्गफुट क्षेत्र में बने ज्ञानोदय परीक्षा भवन का उद्घाटन करते हुए शनिवार को श्री मोदी ने कहा कि परीक्षा पद्घति ऐसी होनी चाहिए जिसमें सच्चे एवं ईमानदार विद्यार्थी को न्याय मिले, शिक्षण संस्थाओं एवं सरकार का भी यही दायित्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा एवं शिक्षा के क्षेत्र में चोर-लुटेरों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में मौजूद आणंद जिले के प्रभारी एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जयनारायण व्यास ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय को लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेेल की दीर्घदृष्टि एवं दृढ़ मनोबल का नतीजा बताया।
इससे पहले विश्वविद्यालय के कुलपति हरीश पाढ ने सभी का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के निर्माण के इतिहास की जानकारी दी।
गौरतलब है कि, 9 करोड़ रुपये की लागत से बने तथा अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस चार मंजिला परीक्षा भवन में एक ही दिन में 4200 विद्यार्थी परीक्षा में शिरकत कर सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में कुल सचिव तुषार मजमूदार ने आभार जताया। समारोह में उप मुख्य दंडक अंबालाल रोहित, आणंद जिला पंचायत अध्यक्ष, विश्वविद्यालय के सिन्डीकेट सदस्य, सीनेट सदस्य, विविध विभागों के प्रमुख, प्राध्यापक, जिला अग्रणी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।